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एस धम्मो सनंतनो
यम्हि सच्चञ्च धम्मो च अहिंसा सञमो दमो। स वे वंतमलो धीरो थेरो इति पवुच्चति।।
"सिर के बाल के पकने से कोई स्थविर नहीं होता, केवल उसकी आयु पक गयी है। वह तो वृथा वृद्ध कहलाता है।'
"जिसमें सत्य, धर्म, अहिंसा, संयम और दम हैं, वही विगतमल और धीरपुरुष स्थविर कहलाता है।'
पहले तो स्थविर शब्द को समझना।
स्थविर शब्द के दो अर्थ हैं। एक तो वही जो कृष्ण का गीता में स्थितप्रज्ञ का है। जिसकी प्रज्ञा स्थिर हो गयी है। जिसके भीतर चंचलता नहीं रही। जो भीतर अचंचल हो गया है। जैसे दीया जलता हो अकंप। कोई चीज उसे कंपा न पाती हो। पहला।
दूसरा, स्थविर का अर्थ होता है-प्रौढ़, वृद्ध। जिसने जीवन के अनुभव से सार निचोड़ लिया। जिसने जीवन को देखा, जाना, पहचाना और जीवन के रहस्य को समझ गया। अब जीवन में उसे भ्रम नहीं होते। जीवन में सपने नहीं उठते। जीवन के यथार्थ में जीता है। स्थविर का दूसरा अर्थ, प्रौढ़, मैच्योर।
अब यह छोटी सी कहानी
यह लकुंटक भद्दीय स्थविर नाटे थे, बहुत छोटे थे, लंबाई उनकी कम। और कोई उन्हें देखे तो यही समझे कि कोई छोकरा है। एक दिन कछ भिक्ष बद्ध को मिलने आए तो उन्होंने पूछा कि अभी-अभी लकुंटक स्थविर गए हैं, तुम्हें राह में मिले? तो उन्होंने कहा कि नहीं प्रभु, स्थविर तो हमने कोई नहीं देखा, एक श्रामणेर...श्रामणेर का अर्थ होता है, उम्मीदवार भिक्षु। अभी भिक्षु हुआ नहीं, सिर्फ उम्मीदवार है, सिक्खड़। श्रामणेर का अर्थ होता है, एपेंटिस। उन्होंने देखा, एक छोटा सा, एक लड़का सा जाता था, श्रामणेर होगा ज्यादा से ज्यादा, स्थविर तो बूढ़ा आदमी होता है। बाल पक गए होते हैं, उम्र हो गयी होती है। तो उन्होंने कहा कि नहीं प्रभु, स्थविर को तो नहीं देखा, केवल एक श्रामणेर जाता था। भगवान ने कहा, भिक्षुओ, वह श्रामणेर नहीं, स्थविर है। भिक्षु बोले, भंते, अत्यंत छोटा है। इतनी छोटी उमर में कहीं कोई स्थविर होता है!
हमारी सदा यह धारणा होती है कि ज्ञान का कोई संबंध उम्र से है। उम्र से ज्ञान का कोई संबंध नहीं। अज्ञानी की अज्ञानता ही बढ़ती जाती है उम्र के साथ-साथ और कुछ नहीं। ज्ञान का कोई संबंध उम्र से नहीं है। ज्ञान कभी भी घट सकता है। इसलिए ज्ञान के लिए प्रतीक्षा मत करना कि जब बूढ़े हो जाओगे तब घटेगा। अक्सर तो बाल धूप में ही पकते हैं, प्रौढ़ता के कारण नहीं।
बुद्ध का जन्म हुआ, तो जब बुद्ध का जन्म हुआ तो हिमालय से एक बूढ़ा ऋषि, जिसकी उम्र सौ साल थी, भागा हुआ बुद्ध के पिता के महल में आया। उस वृद्ध
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