Book Title: Dashvaikalik Ek Samikshatmak Adhyayan
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Shwetambar Terapanthi Mahasabha
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________________ 52 दशवकालिक : एक समीक्षात्मक अध्ययन चूलिका के पहले श्लोक की व्याख्या में उक्त घटना का संकेत किया है।' किन्तु; उन्होंने नियुक्ति की उक्त गाथा का अनुसरण नहीं किया। इससे इस गाथा की मौलिकता संदिग्ध हो जाती है। १-हारिभद्रीय टीका, पत्र 278-279 : एवं च वृद्धवादः–कयाचिदार्ययाऽसहिष्णुः कुरगडुक प्रायः संयतश्चातुर्मासिकादावुपवासं कारितः, स तदाराधनया मृत एव, ऋषिघातिकाऽहमित्युद्विग्ना सा तीर्थकरं पृच्छामीति गुणावर्जितदेवतया नीता श्रीसीमन्धरस्वामिसमीपं, पृष्टो भगवान्, अदुष्टचित्ताऽघातिकेत्यभिधाय भगवतेमां चूडां माहितेति /