Book Title: Dashvaikalik Ek Samikshatmak Adhyayan
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Shwetambar Terapanthi Mahasabha
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________________ 1. बहिरङ्ग परिचय : दशवकालिक का उत्तरवर्ती साहित्य पर प्रभाव 73 आवश्यक नियुक्ति, निशीथचूर्णि, उत्तराध्ययन बृहद्वृत्ति तथा उत्तराध्ययन चूर्णि में दशवकालिक की गाथाओं का उद्धरण अथवा उसका उपयोग विविध प्रसंगों पर हुआ है। उनमें से कुछ का दिग्दर्शन नीचे कराया जाता है : १-आवश्यक नियुक्ति, गाथा 141, वृत्ति पत्र 149 में दशवैकालिक के चतुर्थ अध्ययन “छज्जीवणिया" का "षड्जीवनिका" के रूप में उल्लेख हुआ है देखिए पृष्ठ 40 की पाद-टिप्पणी। २-निशीथ चूर्णि : दशवैकालिक के स्थल विभाग 52 / 5 पृष्ठ 1 111 518 106 163 125 126 <<<<<<www.dmmm 359 363 483 547 31 32 7.47 52 / 33 5 / 1198 68 च०२।१२ 8.26 5 // 1174 5 / 2 / 8 5 / 1173,6460 8 / 40 8.57 चू०२१५ 4 / सू०१३ दशवकालिक के स्थल 5 / 2 / 6 6 / 19,21 9 / 2 / 2 272 पत्र X र ३-उत्तराध्ययन बृहवृत्ति : 1 // 31 वृत्ति 2 / 13 वृत्ति 3 // 13 वृत्ति 5 // 31 वृत्ति 15 // 2 वृत्ति 186 254 860 415 ५॥२॥१मादि-आदि।