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अनु. तथा प्रकाशक : पण्डित हीरालाल हंसराज, जामनगर; बि. सं. १९८०. विविध गच्छीय पट्टावलीसंग्रह (प्रथम भाग) : संपा. श्री जिनविजयनी मुनि, प्रकाशक : सिंघी
जैन ग्रंथमाला; वि. सं. २०१७ ( Yस्त प्रथित क्यु नथी, पर अनी छयायेबी जी
મને સંપાદકશ્રીજી પાસેથી જોવા મળી હતી.) विविध तीर्थकल्प (प्रथम भाग) : कर्ता श्री जिनप्रभसूरि; सम्पा. जिनविजय मुनि; प्रकाशक : सिंघी
जैन ज्ञानपीठ, शान्तिनिकेतन; सन १६३४. संबाहसत्तरी (संबोहसप्तति) : कर्ता रत्नशेखरसूरि, प्रकाशक : जैनधर्म प्रसारक सभा,
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