SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 30
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अज्ञानतिमिरभास्कर : ले. आ. श्री विजयानंदसूरि प्रकाशक : श्री जैन आत्मानंद सभा, भावनगर; आवृत्ति दूसरी; वि. सं. १९६२. वीर निर्वाण संवत् और जैन कालगणना : ले. मुनि श्री कल्याणविजयजी, प्रकाशक : क. वि. शास्त्रसमिति, जालोर; वि. सं. १९८७. संस्कृत -प्राकृत जगडू-चरित महाकाव्यम् : कर्ता श्री सर्वानन्दसूरि; सम्पा. अनु. तथा संशोधक श्री मदनलाल दलपतराम खख्खर; प्रकाशक : पंडित ज्येष्ठाराम मुकंदजी मेसर्स एन. एम. नी कंपनी, मुंबई; सन १८६६. जगडूचरित महाकाव्यम् : कर्ता श्री सर्वानन्दसूरि; संशो. पं. उमंगविजयजी गणि; प्रकाशक : श्री आत्मानंद जैन सभा, अंबाला सीटी; सन १९२५ (प्रताकार). जगशडूशाह चरित्रम् (गद्य संस्कृतभाषात्मक) : कर्ता उपाध्याय श्री यतीन्द्रविजयजी, प्रकाशक : श्री राजेन्द्रप्रवचन कार्यालय, खुडाला; सन १६३२. दशवकालिक सूत्रम् : कर्ता शय्यं भवसूरि, प्रकाशक : देवचंद लालभाई सूरत; इ. स. १६१८. पञ्चशती प्रबोष (प्रबन्ध) सम्बन्ध (प्रबन्ध-पञ्चशति) : कर्ता श्री शुभशील गणि, संपा. मुनि श्री ___ मृगेन्द्र मुनिजी; प्रकाशक : सुवासित साहित्य प्रकाशन, सूरत; इ. स. १९६८ पट्टावली समुच्चय भाग-१ : सम्पा. मुनिराज श्री दशनविजयजी, प्रकाशक : श्री चारित्र स्मारक ग्रंथमाला, विरमगाम; सन १६३३. पुरातन प्रबन्ध संग्रह : सम्पा. जिनविजय मुनि, प्रकाशक सिंधी जैन ज्ञानपीठ, कलकत्सा; इ.स. १९३६. बीकानेर जैन लेखसंग्रह : सम्मा. अगरवन्द नाहटा, भंवरमल नाहटा; प्रकाशक : नाहटा धर्स, कलकत्ता; वी. नि. सं. २४८२. मत्स्यपुराण : सम्पा. नंदलाल भोर, कलकत्ता; गुरमंडल ग्रंथमाला-१३; सन १६ मोगशाक : कर्ता हेमचंद्राचार्य; सम्पा. आ. विजयघमसूरि; प्रकाशक : अशियाटिक सोसायटी, __ कलकत्ता; सन १९०६. वर्धमानपसिंहश्रेष्ठिचरित्रम् (गुजराती भाषांतर युक्त) : कर्ता श्री अमरसागरसूरि; संपा., अनु. तथा प्रकाशक : पण्डित हीरालाल हंसराज, जामनगर; बि. सं. १९८०. विविध गच्छीय पट्टावलीसंग्रह (प्रथम भाग) : संपा. श्री जिनविजयनी मुनि, प्रकाशक : सिंघी जैन ग्रंथमाला; वि. सं. २०१७ ( Yस्त प्रथित क्यु नथी, पर अनी छयायेबी जी મને સંપાદકશ્રીજી પાસેથી જોવા મળી હતી.) विविध तीर्थकल्प (प्रथम भाग) : कर्ता श्री जिनप्रभसूरि; सम्पा. जिनविजय मुनि; प्रकाशक : सिंघी जैन ज्ञानपीठ, शान्तिनिकेतन; सन १६३४. संबाहसत्तरी (संबोहसप्तति) : कर्ता रत्नशेखरसूरि, प्रकाशक : जैनधर्म प्रसारक सभा, भावनगर; आवृत्ति २, सन १९२३. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001061
Book TitleBhadreshwar Vasai Mahatirth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRatilal D Desai
PublisherGurjar Granthratna Karyalay
Publication Year1937
Total Pages329
LanguageGujarati
ClassificationBook_Gujarati, History, & Tirth
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy