Book Title: Agam 06 Nayadhammakahao Shashtam Angsuttam Mulam PDF File
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

View full book text
Previous | Next

Page 16
________________ अनपव्वेणं नामकरणं च पजेमणगं च पचंकमणगं च चोलोवणयं च महया-महया इड्ढी-सक्कार-समदएणं करेंसु । तए णं तं मेहं कुमारं अम्मापियरो साइरेगट्ठ-वासजायगं चेव सोहणंसि गब्भट्ठमे वासे तिहि करण-महत्तंसि कलायरियस्स उवणेति, तए णं से कलायरिए मेहं कुमारं लेहाइयाओ गणियप्पहाणाओ सउणरुयपज्जवसाणाओ बावत्तरि कलओ सुत्तओ य अत्थओ य करणओ य सेहावेइ सिक्खावेइ तं जहालेहं गणियं रूवं नर्से गीयं वाइयं सरगयं पोक्खरगयं समतालं जयं जणवायं पासयं अट्ठावयं पोरेकव्वं स्यक्खंधो-१, अज्झयणं-१ दगमट्टियं अण्णविहिं पाणविहिं वत्थविहिं विलेवणविहिं सयणविहिं अज्जं पहेलियं मागहियं गाहं गीइयं सिलोयं हिरण्णजुत्तिं सुवण्णजुत्तिं चुण्णजुत्तिं आभरणविहिं तरुणीपडिकम्मं इत्थिलक्खणं पुरिसलक्खणं हयलक्खणं गयलक्खणं गोणलक्खणं कुक्कुडलक्खणं छत्तलक्खणं दंडलक्खणं असिलक्खणं हयलक्खणं गयलक्खणं गोणलक्खणं कुक्कुडलक्खणं छत्तलक्खणं दंडलक्खणं असिलक्खणं मणिलक्खणं कागणिलक्खणं वत्थुविज्जं खंधारमाणं नगरमाणं वूहं पडिवूहं चारं पडिचारं चक्कवूहं गरुलवूहं सगडवूहं जुद्धं निजुद्धं जुद्धाइजुद्धं अद्विजुद्धं मुट्ठिजुद्धं बाहुजुद्धं लयाजुद्धं ईसत्थं छरुप्पवायं धणुवेयं हिरण्णपागं सुवण्णपागं वट्टखेड्ड सुत्तखेड्डं नालियाखेड्ड पत्तच्छेज्जं कडच्छेज्जं सज्जीवं निज्जीवं सउण-रुतं ति । [२६] तए णं से कलायरिए मेहं कुमारं लेहाइयाओ गणियप्पहाणाओ सउणरुयपज्जवसाणाओ बावत्तरि कलाओ सुत्तओ य अत्थओ य करणओ य सेहावेइ सिक्खावेइ सेहावेत्ता सिक्खावेत्ता अम्मापिऊणं उवणेइ तए णं मेहस्स कुमारस्स अम्मापियरो तं कलायरियं महरेहिं वयणेहिं विउलेणं य वत्थ-गंध-मल्लालंकारेणं सक्कारेंति-सम्माणेति सक्कारेत्ता सम्माणेत्ता विउलं जीवियारिहं पीइदाणं दलयंति दलइत्ता पडिविसज्जेंति । [२७] तए णं से मेहे कुमारे बावत्तरि-कलापंडिए नवंगसत्तपडिबोहिए अट्ठारस विहिप्पगारदेसीभासाविसारए गीयरई गंधव्वनट्टकुसले हयजोही गयजोही रहजोही बाहुजोही बाहुप्पमद्दी अलंभोग-समत्थे साहसिए वियालचारी जाए यावि होत्था तए णं तस्स मेहस्स कुमारस्स अम्मापियरो मेहं कुमारं बावत्तरिकलापंडियं जाव वियालचारिं जायं पासंति पासित्त अट्ठ पासायवडिंसए कारते-अब्भग्गयमूसिय पहसिए विव मणि-कणग-रयण-भत्तिचित्ते वाउद्धय-विजय-वेजयंति-पडगा-छत्ताच्छत्तकलिए तुंगे गगणतलमभिलंघमाणसिहरे जालंतररयण पंरुम्मिलिए व्व मणिकणगथूभियाए वियसिय-सयवत्त-पंडरीए तिलयरयणद्धचंदच्चिए नामामणिमयदामालंकिए अंतो बहिं च सण्हे तवणिज्ज-रूइल-वालुया-पत्थरे सुहफासे सस्सिरीयरूवे पासाईए जाव पडिरूवे, एगं च णं महं भवणं कारेंति-अणेगखंभसयसन्निविटुं लीलट्ठिय-सालभंजि-यागं अब्भुग्गय-सुकयवइरवेइयातोरण-वररइसालभंजिय-सिलिट्ठ-विसिट्ठ-लट्ठ-संठिय-पसत्थ-वेरुलिय-खंभनाणामणिकणगरयण-खचियउज्जलंबहुसम-सुविभत्त-निचियरमणिज्जभूमिभागं ईहा-मिय-जाव भत्तिचित्तं खंभुग्गयवयर वेड्यापरिगयाभिरामं विज्जाहर जमल जुयल जंतजुत्तं पिव अच्चीसहस्समालणीयं रूवगसहस्सकलियं भिसमाणं भिबअभिसमाणं चक्खुल्लोयणलेसं सुहफासं सस्सिरीयरूवं कंचणमणिरयणथूभियागं नाणाविह-पंचवण्ण-घंटापडाग-परिमंडि-यग्गसिहरं धवल-मिरिचिकवयं विणिम्मुयंतं लाउल्लोइयमहियं जाव गंधवट्टिभूयं पासाईयं दरिसणिज्जं अभिरूवं पडिरूवं । __ [२८] तए णं तस्स मेहस्स कुमारस्स अम्मापियरो मेहं कुमारं सोहणंसि तिहि-करणनक्खत्त-मुहुत्तंसि सरिसियाणं सरिव्वयाणं सरित्तयाणं सरिसलावण्ण-रूव-जोव्वण-गुणोववेयाणं [दीपरत्नसागर संशोधितः] [15] [६-नायाधम्मकहाओ]

Loading...

Page Navigation
1 ... 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159