Book Title: Agam 06 Nayadhammakahao Shashtam Angsuttam Mulam PDF File
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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गामागर-नगर-जाव सण्णिवेसाणं आहेवच्चं जाव विहराहि त्ति कट्ट जय-जय-सदं पउंजंति तए णं से मेहे राया जाए-महयाहिमवंत जाव विहरइ ।
तए णं तस्स मेहस्स रण्णो तं मेहं रायं अम्मापियरो एवं वयासी- भण जाया! किं दलयामो किं पयच्छामो किं वा ते हियइच्छिए सामत्थे? तए णं से मेहे राया अम्मापियरो एवं वयासी-इच्छामि णं अम्मयाओ कुत्तियावणाओ रयहरणं पडिग्गहं च आणियं कासवयं च सद्दावियं ।
तए णं से सेणिए राया कोडुंबियपुरिसे सद्दावेइ सद्दावेत्ता एवं वयासी-गच्छह णं तुब्भे देवाणप्पिया सिरिघराओ तिण्णि सयसहस्साई गहाय दोहिं सयसहस्सेहिं कुत्तियावणाओ रयहरणं पडिग्गह च उवणेह सयसहस्सेणं कासवयं सद्दावेह ।
तए णं ते कोडुबियपुरिसा सेणिएणं रण्णा एवं वुत्ता समाणा हद्वतुट्ठा सिरिघराओ तिण्णि सयसहस्साई गहाय कुत्तियावणाओ दोहिं सयसहस्सेहिं रयहरणं पडिग्गहं च उवणेति सयसहसस्सहेणं स्यक्खंधो-१, अज्झयणं-१
कासवयं सद्दावेंति ।
तए णं से कासवए तेहिं कोडुबियपुरिसेहिं सद्दाविए समाणे हद्वतुट्ठ-चित्तमाणंदिए जाव हरिससविसप्पमाणहियए बहाए कयबलिकम्मे कय-कोउय-मंगल-पायच्छित्ते सुद्धप्पावेसाई वत्थाई पवर परिहिए अप्पमहग्धाभरणालंकियसरीरे जेणेव सेणिए राया तेणेव उवागच्छइ उगच्छित्ता सेणियं रायं करयलपरिग्गहियं सिरसावत्तं मत्थए अंजलिं कट्ट एवं वयासी- संदिसह णं देवाणुप्पिया जं मए करणिज्जं ।
तए णं से सेणिए राया कासवयं एवं वयासी-गच्छाहि णं तुब्भे देवाणुप्पिया! सुरभिणा गंधोदएणं निक्के हत्थपाए पक्खालेहि सेयाए चउप्फलाए पोत्तीए मुहं बंधेत्ता मेहस्स कुमारस्स चउरंगलवज्जे निक्खमण-पाउग्गे अग्गकेसे कप्पेहि, तए णं से कासवए सेणिएणं रण्णा एवं वृत्ते समाणे हद्वतुट्ठ-चित्तमाणदिए जाव हरिसवस-विसप्पमाणहियए जाव पडिसुणएइ पडिसुणेत्ता सुरभिणा गंधोदएणं निक्के हत्थपाए पक्खालेइ पक्खालेत्ता सुद्धवत्थेणं मुहं बंधड़ बंधित्ता परेणं जत्तेणं मेहस्स कुमारस्स चउरंगलवज्जे निक्खमणपाउग्गे अग्गकेसे कप्पेति ।
तए णं तस्स मेहस्स कुमारस्स माया महरिहेणं हंसलक्खणेणं पडसाडएणं अग्गकेसे पडिच्छइ पडिच्छित्ता सुरभिणा गंधोदएणं पक्खालेइ पक्खालेत्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं चच्चाओ दलयइ दलइत्ता सेयाए पोत्तीए बंधड़ बंधित्ता रयणसमग्गयंसि पक्खिवइ पक्खिवेत्ता मंजूसाए पक्खिवइ पक्खिवेत्ता हार-वारिधार-सिंदुवार-छिन्नमुत्तावलि-प्पगासाइ अंसूई विणिम्मुयमाणी-विणिम्मुयमाणी रोयमाणी-रोयमाणी कंदमाणी-कंदमाणी विलवमाणी-विलवमाणी एवं वयासी- एस णं अम्हं मेहस्स कुमारस्स अब्भुदएलसु य उस्सवेसु य पसवेसु य तिहीसु य छणेसु य जन्नेसु य पव्वणीसु य-अपच्छिमे दरिसणे भविस्सइ त्ति कट्ट उस्सीसामूले ठवेइ ।
तए णं तस्स मेहस्स कुमारस्स अम्मापियरो उत्तरावक्कमणं सीहासणं रयाति मेहं कुमारं दोच्चं पि तच्चं पि सेयापीएहिं कलसेहिं ण्हावेंति ण्हावेत्ता पम्हलसूमालाए गंधकासाइयाए गायाइं लूहॅति लूहेत्ता सरसेणं गोसीसचंदणेणं गायाई अनलिंपति अनलिंपित्ता नासा-नीसासवाय-वोज्झं जाव हंसलक्खणं पडसाडगं नियंसेंति नियंसेत्ता हारं पिणखेंति अद्धहारं पिनटुंति एवं-एगावलिं मत्तावलिं कणगावलिं रयणवलिं पालंबं पायपलंबं कडगाई तुडिगाई केऊराई अंगायाई दसमुद्दियाणंतयं कडिसुत्तयं कुंडलाई [दीपरत्नसागर संशोधितः]
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[६-नायाधम्मकहाओ]
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