Book Title: Agam 06 Nayadhammakahao Shashtam Angsuttam Mulam PDF File
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 15
________________ देवाणुप्पिया धारिणी देवी नवण्हं मासाणं बहुपडिपुन्नाणं जाव सव्वंगसुदरं दारगं पयाया तं णं अम्हे देवाप्पियाणं पयं निवेएमो पियं भे भवउ । तए णं स सेणिए राया तासिं अंगपडियारियाणं अंतिए एयमट्ठे सोच्चा निसम्मं हट्ठतुट्ठे ताओ अंगपडियारियाओ महुरेहिं वयणेहिं विउलेण य पुप्फ-वत्थ-गंध-मल्लालंकारेणं सक्कारेइ सम्माणेइ मत्थयधोयाओ करेइ पुत्ताणुपुत्तियं वित्तिं कप्पेइ कप्पेत्ता पडिविसज्जेइ तए णं से सेणिए राया कोडुंबिय सुयक्खंधो-१, अज्झयणं-१ पुरिसे सद्दावेइ सद्दावेत्ता एवं वयासी - खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया! रायगिहं नगरं आसिय- जाव परिगीयं करेह कारवेह य चारगपरिसोहणं करेह करेत्ता माणुम्माणवद्धणं करेह करेत्ता एयमाणत्तियं पच्चप्पिणह पच्चपिण्णति । तए णं से सेणिए राया अट्ठारससेणि-प्पसेणीओ सद्दावेइ सद्दावेत्ता एवं वयासी - गच्छह णं तुब्भे देवाणुप्पिया! रायगिहे नगरे अब्भिंतरवाहिरिए उस्सुकं उक्करं अभडप्पवेसं अदंडिम-कुदंडिमं अधरिमं अधारणिज्जं अनुद्धयमुइंगं अमिलायमल्लदामं गणियावरनाइडज्जकलियं अणेगतालायराणुचरियं पमुइयपक्कीलियाभिरामं जहारिहं ठिइवडियं दसदेवसियं करेह कारवेह य एयमाणत्तियं पच्चप्पिणह, तेवि तहेव करेंति तहेव पच्चप्पिणंति, तए णं से सेणिए राया बाहिरियाए उवट्ठाणसालाए सीहासणवरगए पुरत्थाभिमु सणसण्णे सतिएहि य साहस्सिएहि य सयसाहस्सिएहि य दाएहिं दलयमाणे दलयमाणे पडिच्छमाणे- पडिच्छमाणे एवं च णं विहरइ । तए ण तस्स अम्मापियरो पढमे दिवसे जातकम्मं करेंति, बितिय दिवसे जागरियं करेंति ततिए दिवसे चंदसूरदंसणियं करेंति, एवामेव निव्वत्ते असुइजायकम्मकरणे संपत्ते वारसाहे विपुलं असणपाण-खाइम-साइमं उवक्खडावेंति उवक्खडावेत्ता मित्त-नाइ - नियग-सयण-संबंधि-परियाणं बलं च बहवे गणनायग जाव आमंतेति तओ पच्छा ण्हाया कयबलिकम्मा कयकोउय - [मंगलपायच्छित्ता ] सव्वालंकारविभूसिया महइमहालयंसि भोयणमंडवंसि तं विपुलं असणं जाव साइमं मित्तनाइ गणनायग जाव सद्धिं आसाएमाणा विसाएमाणा परिभाएमाणा परिभुंजेमाणा एवं च णं विहरंति जिमियभुत्तुत्तरगयावि य णं समाणा आयंता चोक्खा परमसुइभूया तं मित्तनाइ - नियगसयण-संबंधि-परियणं बलं च बहवे गणनायग जाव संधिवाले विपुलेणं पुप्फ-गंध-मल्लालंकारेणं सक्कारेंति सम्मार्णेति जाव एवं वयासी जम्हा णं अम्हं इमस्स दारगस्स गब्भत्थस्स चेव समाणस्स अकालमेहेसु दोहले पाउ भू त होऊ णं अम्हं दारे मेहे नामेणं तस्स दारगस्स अम्मापियरो अयमेयारूवं गोण्णं गुणनिप्फण्णं नामज्जं करेंति मेहे इ, तए णं से मेहे कुमारे पंचधाई - परिग्गहिए तं जहा - खीरधाईए मज्जणधाईए कीलावणधाई मंडणधाईए अंकधाईए अण्णाहि य बहूहिं-खुज्जाहिं चिलाईहिं वामणीहिं वडभीहिं बब्बरीहिं बउसीहिं जोमियाहिं पल्लवियाहिं ईसिणि-याहिं थारुगिणियाहिं लासियाहिं लउसियाहिं दामिलीहिं सिंहलीहिं आरबीहिं पुलिंदीहिं पक्कणीहिं बहलीहिं मरुंडीहिं सबरीहिं पारसीहिं - नानादेसीहिं विदेसपरिमंडियाहिं इंगियचिंतियपत्थिय-वियाणियाहिं सदेस - नेवत्थ-गहिय- वेसाहिं निउणकुलाहिं विणीयाहिं चेडिया-चक्कवालवरिसधरकंचुइज्जमहयरग-वंद-परिक्खित्ते हत्थओ हत्थं साहरिज्जमाणे अंकाओ अंक परिभुज्जमाणे परिगिज्जमाणे उवलालिज्जमाणे रम्मंसि मणिकोट्टिमतलंसि परंगिज्जमाणे निव्वाय-निव्वाधायसि गिरिकंदरमल्लीणे व चंपगपायवे सुहंसुहेणं वड्ढइ तए णं से तस्स मेहस्स कुमारस्स अम्मापियरो [दीपरत्नसागर संशोधितः] [14] [६-नायाधम्मकहाओ]

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