Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra Part 02 Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
View full book text
________________
१७०
आचारांग सूत्र-द्वितीय श्रुतस्कन्ध
0 ईर्या-अध्ययन के तीन उद्देशक हैं । प्रथम उद्देशक में वर्षाकाल में एक स्थान में निवास, तथा
ऋतुबद्धकाल में विहार के गुण-दोषों का निरूपण है। . द्वितीय उद्देशक में नौकारोहण-यतना, थोड़े पानी में चलने की यतना तथा अन्य ईर्या से
सम्बन्धित वर्णन है। 0 तृतीय उद्देशक में मार्ग में गमन के समय घटित होने वाली समस्याओं के सम्बन्ध में उचित
मार्ग-दर्शन प्रतिपादित है। 0 सूत्र ४६४ से प्रारम्भ होकर सूत्र ५१९ पर तृतीय ईर्याध्ययन समाप्त होता है।
00
१. (क) आचा० टीका पत्र ३७४
(ख) उत्तराध्ययन अ० २४, गा० ४, ५, ६, ७,८ २. (क) आचारांग नियुक्ति गा० ३११, ३१२
(ख) टीका पत्र ३७५