Book Title: Agam 01 Ang 01 Acharanga Sutra Part 02 Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 458
________________ आचारांग सूत्र -द्वितीय श्रुतस्कन्ध ४३३ परिशिष्टः १ विशिष्ट शब्द-सूची ३७७ ६२३ [यहाँ विशिष्ट शब्द-सूची में प्रायः वे संज्ञाएँ तथा विशेष शब्द लिये गये हैं, जिनके आधार पर पाठक सरलतापूर्वक मूल विषय की आधारभूत अन्वेषणा कर सकें। आचारांग द्वितीय श्रुतस्कंध (आचार चूला) के सूत्र प्रथम श्रुतस्कंध के . साथ क्रमशः रखने के कारण यहाँ पर सूत्र संख्या ३२४ से प्रारम्भ होती है। -सम्पादक] शब्द सूत्र | शब्द सूत्र अंककरेलुय ३८२ । अंबपलंब अंकधाती ७४१ अंबपाणग ३७३ अंगारिग ३८५ अंबपेसिय ६२६ अंगुलियाए ३६०, ४७६,५०४ | अंबभित्तग ६२६-६२७,६२८ अंजण ३६० अंबवण अंजलि ५१७ अंबसालग ६२६ अंड ३२४, ३४८, ३५३, ४०४, ४१२, ४३१, | अंबाडगपलंब ३७७ ४५५, ४५८, ४६८,५६९, ५७०, ५७१, अंबाडगपाणग ३७३ ६००,६१२, ६२३-६२८,६२९, ६३१, अंबिल ३६९, ४०७, ५५० ६३२, ६३७, ६३९, ६४१, ६४२, ६४६ अंसुय ५५७ अंत (अन्त) ४६०,७४५ । अकंतदुक्खा अंतकड ८०२, ८०३ अकरणिज्ज ३४०,७६६ अंतरा' ३४८, ३५३, ३५५, ४०८,४६४, ४६७, अकसिण ३२५ ४६८, ४७०, ४७१, ४७२, ४७३, ४७४, अकालपडिबोहीणि ४७१ ४९३, ४९९, ५००,५०२,५०४,५०५, अकालपरिभोईणि ४७१ ५०७, ५०९, ५१७,५८५, ५८६,६०५ अकिंचण ६०७ अंतिरिज्जग ५५९ अकिरिय ५२५ अंतरियाए ७७२ अकंतपुव्वे ३४२ अंतरुच्छुय ४०२, ६३०, ६३१ अक्खाइयट्ठाण अंतलिक्खजाय(त) ३६५,४१९,५७६,५७८,६१३ अक्खाय (त) ३३८,५२२, ६३५ अंतलिक्खे अगड ५०५ अंतोअंतेण ५६८,५९९ अगडमह ३३७ ६२३-६२५ अगढिए ३५७ अंबचोयग ६२६ अगणि ३६३, ४४७, ५११ अंबदालग ६२६, ६२७, ६२८, - अगणिकाय ४२१, ४२३, ४२९, ४४०, ४४१) ७९६ ६८२ ५३१ अंब

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