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दर्शन-सत्य की परिभाषा : सत्य का नैतिक स्वरूप : अहिंसा : सत्याग्रह : हिन्दू धर्म और अछूतोद्धार : शिक्षा : गांधीवाद और समाजवाद : पालोचना।
अध्याय २६ : जैन नीतिशास्त्र शब्द-विज्ञान के अनुसार अर्थ : तीर्थंकर : अनीश्वरवाद : नीतिशास्त्र
-जीव : बद्ध और मुक्त : आत्मा का स्वरूप तथा बन्धन : त्रिरत्न : पंच महाव्रत : नैतिक नियम-अान्तरिक ।
अध्याय २७ : बौद्ध नीतिशास्त्र
३६५-३७० जीवन : आर्य सत्य : तात्त्विक प्रश्नों के प्रति मौन : प्रथम आर्य सत्य : द्वितीय आर्य सत्य : तृतीय आर्य सत्य : दु:ख-निरोध का मार्ग ।
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