Book Title: Agam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ YO । योगनाईजो । यह व जैन धर्मका पहिला उपांग बहाता है। चोवीसमेतोर्थंकर यो वर्तमान सामी का कथा भया उनके मिचगणधर यामोवा वनाया श्मश्रुतस्वच १ अध्ययन १०ई शक में भामाया " उपपात" का है, उसोका सविशेष वनंन इसमे सोचिए इसको 'पौपपातिका घोर उपांग करते है । 'उपपात' का पक्ष जोवा यह पुठो मे पतन उसोका पर्नन जिसमे हो तिसको 'घोपपातिक" वावे' पोर 'भोपपातिक' शब्दही वा प्राछतमापा 'भोगमाई है फिर प्रपत्र म 'उपवाई' बहाता है। इस अथके प्रणमभाग में समवसरण कया घोर प्रधवा उपोहात का है भागे दूसरे भाग में उपपात का सविस्तर निर्णय किया है फिर शेप निचोड़ २२ मायोंमे प्रगट किया है। समवसरण नाम प्रथम दस मे कमसे चम्पानगरो का वर्तन पूर्णमद्रपेत्धका वर्मम फिर उसमे प्रभाव पादप ये वर्तन सवादिवो वा वर्तन फिर उस वृचमूलमे भटकोण सिंहासन सरोसा मिथापट्ट वमन भारी भंभसार येपि राजपुत्र चित्र राधाका वनम धारियो देवो का वर्नन तिम्रो भारी मछत्तिवाहक का कथा श्रोमहावोरजी का वर्नन योमहामोरखोला खुति उनके पहचारो राजादिकोंका वर्मन सर्वतोभद्रादिव बाद लेकर समवतोबा वनंन उनके सहचारी प्रयादिकों का वर्तन का 휴 Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ H. H प्रममतापमोमा पर्नन पनयनादि तप का पनन मारपित्त प्रतो वा पगंन पोर पोर धर्मवषा नागौर वानरामे मापुरषोसा पनन संसार वा निरा पोर रस्से हार का उपाय बमा पिर छ स पर वर्नन एस. पातावासो मागजमारादि वा यन म. समे वतापी वान प विमानवासी पनायुमारादिमी का वर्णन मे पागे पम्पा नगरी के नागरित योगो पा राणा पाने यो का समद्रादिव रापोपोंका विदेशी ववनो वा पनंग पिर पागे शून्यपादादि मन से पान पूर्वच पात पपार और रसी के वीर मरका मा पनगी को समरमरण कथा को ममामि । पिर पारी यो महापरणोपा बेठा पिप यो रवभूतितोय पलंग पोर । उपपात प्रश्नमा पपतारना ये रोनों उपोहात में कर दूसरे दस मे यो महापोर जी ने यो र इभूति प्रतिजमवध सेवा समिति न सविस्तर उपपात पा उपदेम किया है। इसके सेवाय पोरमि पमेव प्रकारके हितोपदेश तिम् जामनेमे पदप पचानामगर पोरे पान दिवाबर प्रगट होता पनुनमम बन्ध मरवादिमे विमुख होने परमपदयो प्रामहो । मनिये पाठवर्गों में प्रार्थनारे बोरस पयो पाए रिच पाठवर त्रिम गरम पानाएर प्रगटोय पोर मरामि बम सपरोय. माप गदोपत्रोमगाराप धनपरित Relamhahicle Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ مات ॥ ॥ श्रीवर्धमानमानम्म प्रायोन्यधन्ववीचिता भोपपातिकमास्यस्य ष्याच्या काचिविधोयते ॥१॥ अथोपपातिकमिति व शब्दायें उच्चते उपपतम पात देव नारसिगिमनं चातस्तमधिलत्य लत मध्ययममी पपातिकमिवोपान वसते । भाचारादि प्रथम मध्ययनं शापरिघातस्थायी हे सुत्रमिदँ एवं मेगेविं मो माय मंत्रई भथि वा मे श्रा या उववाईए मयि वा मे प्राया उववार देवा अहं भासो बेवा छ शुए पेचा इह भविष्वा मोत्यादि दृड च सूर्वे यद्दौपपातिश्चत्यमा नो निर्दिष्टं तदिष्ट प्रपच्यत इत्यतोऽस्य समोपभवेिनेदमुपगमस्त्र चोपोवातप्रन्योर्य। तेयं शालेय मित्यादिरस्य व्याख्या | १४ च बहवो वाचनामेदा हन्ते तेषु प्रयमेवावभोगमचे तमेव व्याख्यास्याम' येपाप्त मतिमता स्वयमच्या तत्र भोय यं शब्द स वाक्याचा राजः तं प्रत्यत्र च व' एकार स प्राञ्चखिप्रभवो मथा करेमि भने इत्यादिपुसतोय वाक्यार्थीजात निकाले तस्मिन् समये यमिवती नगरी वभू वेति अधिकरले चैव सप्तमो घष काससमययो क प्रतिविशेष' उच्चते ज्ञात इति सामान्य तासो वत मानावसपिष्या चतुर्व विभागतच समयत विष पत्रानगरी सामान स्वामीच बसून अथवा वसोवेवेय ततय तेन कालेन भयसर्पिषो चतुर्थाराच पेन हेतुभूतेन समयेन तबियतेन हेतुना चम्पानामनगरोन्डोज्यत्ति प्रभवदामोदार्थं न चेदानीमपि साििक पुनरधिकतमकरपा से तत्व व सुक्रमा सोदित्यच्यते प्रथम वित्तस्य पक ऐं नम सर्वज्ञाय ॥ ताफाले तेयं समएस चपानाम नयरीहोत्या ।। श्रीमारदायै नमः । दिवा श्रोषनं पापा चन्द्र तेथ का अवको चच्द्या भाराना विपर चं सकार भयो तेष समय सम् करोमि रात्रचन्द्रास्य पायोपाइस वार्त्तिकम | से अवसरमायनर विपर पवार प्रसार भयो चपा एव नामद्र 2015019799 Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रतिभूति सा तदानो नातोति स्यमिय समिता । वा भवनादिभिष्ठमुपगता सिमिता भयवजितलेन स्थिरा ममहा धनधान्यादि कात पदमव वधारय । पद्मजा चवमा प्रमुदिता का प्रमोदकार पवनां समागत् प्रमा गरी मोत्रा लाभपदाय पदमा वाता सन्तो यो मा प्रतिजानपदा। पाठवितात प्रमुदितमान्पुमानि जनपदाय यन मातामधुच्या मनुजमेभाकोची सोच मनुष्यजनाकोति वाच्ये राजदन्तादिरनादाको यजनममुन्यात पाकोवा प्याप्तो मनुष्य त्रयम्यात [वसवसङ्घस्यमष्टिष्टरिभिट्टा सत्तसेउसीमा हटानां सामान सह शतपत्र विचिता रिट दूर याद या साहा ममोधा पयामि तपसाधनसमर्थत्वात् पश्यन्तति वोम्योजता न सेतुमोमा भागमीमा वा सा तथा पदरा मंदि विशेपणानि सेतूभि ब्रम्मा बसेकवाचि सोमास वस्या' सा तथा अथवा दूरातियो सरा पिता' कविता बेसीमा दम्बा म तथा घनेन तमगासपाटा रिमियममा मुनयना गवया पाइयमानसयम वित्त मेउसीमा | विशेष नमरी विकिरन ने बोलावता तो बाइरिडा पुत्र पर समय विनमयरहित मनवान्यादिजेतिर पतिलोमाचार तथा प बायकोहर पानोच भरोबर जनमतबर करीनगरो साता शेरबहोरो Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पापवा पंचाएव तेषां प्रामा' ममूहाम्ते पचरा प्रमूना यो साता पमेन चोवममदितवं व्यासोबत प्रमुदितोहि भीत्र क्रोहापर्य कुपटान पोप पपिकाचबरोतीति । एकसय साक्षिकमिता पाठान्तरेण भवनमानिमासिया पतदष्यात त्य पनिम च जनममोदपारसमल नम्व प्रकार परवमा पमोदोषमय प्राविति । गोमधिमगरेसगप्पभूया मवाद प्रभूना प्रचुगायनामिति वाम गषेशगा घरमा। णयारवतयशुपापिसमि पियामा पाबारवन्ति सन्दगवागपि पाबाररिवापि वा वामित्वामि देवतायतमानि यकीनाच तरपीना पणतरपीनामितिदय यामि पिविचामि सबिपिठामि मविपनामि पाठ सानि नानानि पपमा तयार परिहन्त यत्रविमपिपियामेति पाठान्तर तपारंपत्याना पनामा प्रतिमा मिशिधानि यामि सविषिणनि पाठशाम्तरपति विप२ सूवागपिन गजामम्पितिवमा रति च पाठान्तरम् कुबुडसडेगामपउरा उजयमालिकलिग गोमपिसगवले गप्पभूता पायारवत्ताईयजुव पिविकस्मिविनधुस्लाविति य पण वयसम्मिठिनाला )(इतिपाठान्तर') मरमनिममतीपमतमरितापीनवाविधायोप्योधीपर गमरोमामार्गमीमोम बहामारोपनारपम पठिपक्षकरितामा मतगतराहातेहनाघणया मार रिचमम्मी पापासिपमधामगेनातिकरीक्षितस्यापोवनगरी गोपरितापभवमदमहिष पाहागीजातिमवावधितांगारपसम सरप पोशामिभूतघषाशाविषनगगैर पाचवन मन्दगशारत्वापामादहगवर वेयानाविविधमानाप्रकाररामिविपाकर बसावंहितापा जिमीनगगेवर परिशतनावमामारीपराधहरविक्षा एसपाठान्तर सचिनासेपार गैरभ्य संसमजे करियकोगाठियोत्तर द्रष्यनीगांठ Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तर पुममा योमनमा पित्यानि प्रतीतानि यूपषितयो यष यूपश्यनामि तानि पा कोपापियापितयस्तपो सचिपिशनि. निवणारयाग माता सारिसमायगभियभरातबारारपसारपिया मोटा बोरामले चर्य माग ये प्यारतित्वोटिया गावात मनुष अरोराम्मपविसवालव्याने समाधान पनिमार्षापपादि पनि भिन्दामा हिन्दन्तीति गारपन्यिभेदमा बोधियगाभियरतिपाठातर । पक्ष भमपारमटा बसावारमवत्तर पाणारातदेवो कृर्षतोत्यवं मोचा' पपरपा दणपामिशा गूलपासा पा एभोररिता या साया पर सोपवारिपामभापमायेमा पयिषामाबाद। पिसावा मिरपदवा पविणमामरामादिसतोपदरेचरसभिरता पर मनोचा पराभिचा भिचारिणा सा अमिषा | पतएव पापडिनो यामानाश पोसवावापा विमम्मामा निभयाना मगमुना पाप पपाप गमोगा। पागमा बसोपा वा । पगिबोरिगामगरसनिसुवमा परेका गोठमो ग्यसायमा पम्पपरिमाए पापा ते पनेशीरया ओरमिरर बिभि गोर्वा साग या साता मा सो निहचा च सन्तुरखानयोगान्तोपपतीति वन्न पारयः पतपय सा सपोनपा भारतिबंधारा टकोठिय गायगं ठिभेय भह तवर पुष्ठरम्परहिया पेमा णिरुयहगा मुभिरता (पासहिगोहत्य) बीसत्यमुहावामा पोगकोठिकई विया प्रगण णिचयमुरा नाभेरसार मठियागौरमा तपरपोर पाणिवतेपरपरोपितमगरी पेमालामारभपतन सपरिवारजति पिचारात भिचारपीपीमरमर मपतिपणे बोकमानुपमारोपपरमिता परामनोनिबार पोपटपमामापासवरपर Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मा नाचनम मा सुचि वेनम्बय बाग पवग सासग पारसग सपमबार तुम्यवोपीय पपिंग ताहायराणचरीमा मटा नाटकामा नाटषि तारो मत्तंबा ये तत्पति परिमा त्यसमा परवा पेसवा रामखोरपाठवा इत्वन्धे महा प्रतीता' मोष्टिका मझाएव ये मुष्टिभि परन्ति विम्बका विषया' पावणा प्रतीता प्रवका ये उतप्रवन्ते मपादि या तरन्ति पासपा के रासखान गायन्ति अययप्दप्रयोबारा वा भाडा वारस्य पास्यायला देयभारममायाति पसा मायापसवा मंगा पिवफसाता भिषा तुपरवा तपाभिधाम वायविधिपषत तुम्पवीपका पीपावामकाः पनीरचे ताबारा म्हावादामन प्रचारिप सरनुपरिता पासेविता या सातवा पारागुवाएपगडतसायदीपियवप्पिषिगुषीवया पारमन्तियेष माधवीमतापहारिषु दम्पत्यादीनि कोन्ति पारामा' पानानि पुषादिस चमचान्युक्सवादी गणतनभोग्बानि प्रगति पवटा कृपा तामान णठण्डग साल मल मुठ्ठिय घेजवय काहग पवग लासग पाइलग लस्स मख्ख तराइरल त पयोणिय असेगतालायराणचरिया -400 b परोपासण्याप्तकरनपरी नियुपसागरतासन्तोपोसोकगयोमयको समपितवितिकोदुखमयो नटतेकरियरवेनपावर नागतेपहियपतिना पर जमतेवरियररामचरिसर महियाजेठी भूठिाठीअवडियरपरम् ठवरोबठा पेसबगरभिष्टाबरए बगल कथानाकार र पवतेवेवानरनौपरिवहसर हासबारासानागानवर पापडगवहांएमपरामनाकापसार मतलेवगनरपि पेचर पिवफसवारकरी भिचामामा पचानरपाकारिवामिवरला पोषानावनापरवसरवर अनेकतासापरलेतास उटाईमरनाच इतपरकरोभएपरितसेवीवरसुन्दर नमरी विमाषवोक्षतामरमपरपोपुषपरमर पचपरसरितापपाचारठयाप पगडकारितामा तसावएसोकसिमकार दौधिमकामा +- Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Jaala तब धमा' गोममा चियानि प्रतीतानि सूपषितयो पप अपनवनानि दूतानि वा कोहावियेपाविनयप्पा सचिरानि विशालामा माता मारियमायगबिभातबारसंगरसरहिया बोटा चस्वोपायचेच पाया ये भारम्ति पवाटिशा गावात ममय शरोरामपरिपालटया समाधान पनियापचारितिक मिन्दमा विन्दन्तीति मापपविभेदका उपोख्यिगारभियरतिपाठातर मत महागारमा मसालारमवत्तर पगाराप्त देव पर्व मन्तोस्येवं मोसा' परषा दणपायिका गुपपासा पा एभोरपिता या सा सपा पोसा ततोपकारितामभावमा । वेमा प्रमिवामागाव। विषयावा निरपवा पषि-मानराशादिजनोपदवे चः। भिरण सुद्ध मनोचा पुरा भिवा । भिवाला या सा अभिवा । पतएव पाणिना यावानाच पोसब महापारा विमम्मामा निभयाना मनमुवामा पापपपप पभोग भागमा मापातमा । परमबोधिनिमापनिगुवा पनेमा मोरयो दया पपपरिमार्ग या वेपो ने पोरयाले पोमिरे र । बिभि गयी साता मातमा सारी निहत्ता च सन्तुरचनयोगाम्नम्तोपवतीतिक पारय पतएमागे पुपालभाति प्रचारप। उक्कोडिय गायगं ठिभेय भह सकर पष्ठरस्परहिया पेमा णिरुवष्टषा मुभिरसा (पारिगौहत्य) बौमत्यमुहावामा पणेगकोटिकविया पुग्ध णियमुहा होनाहार मठिशग वोरमा तथरपोर दापायिकतेपरबरोररितमयी पमा मारभपत सपरिवारसपियरपित भिचापरात्री भिचारपोपमा भयररिता बोमनामुषकारोवारविता पवाराममोनिबर पोरममामाशिवरपर - - - - Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ R निखिद्रापित दुःप्रवेश वा सा। तवा पहिरवळपागारपरिसित्ता धतु टिम इटिसघतु प्ठतोपि पसेच मावारेष परिचिप्ता या सा। तथा पविसौमयमागसमिविराममाग पिमोर्ष तिरचित पत्तसहत सहित विमिस मामवधि विराषमामा योभमामा या सा । पायपरिय दारगोपुरतोरपडसाविमत्तराममा पहावा प्राकारोपरिवत्योयविशेषाः परिक्षा पटात प्रमाणा नगरपावारान्तरालमा बाराणि मातारा रिचा गोपगवि पुरणारापि तोरपानि मनोनि स्वतामि गुप्तवन्ति चानि च यस्यां मा तथा सुविभवा' विपिता राजमार्गा,यस्यां सा तथा तत्पद सत्र धारय गावरियस्यदफसिरोसा हवन भिपुणेमापायें विसिमा रचितोड़ो वसवान् परिघोसान्द्र बोसप गोपुरावया । वियेको यो सा । तग विधि वपिछत्तसिप्पिमारपरिषयमा विष पीना वपिपधान हामार्गापा वपिाच वापिनकाना चचेव मान रासा सषा मिमिमि वारादिमिराको पतएव समप्रयोजमससिरिनामा नित्यम मुदितत्वेन च निससचा च या सातवा वाचना adake ___यकपागारपरिविवता कविसीमय वट्टरस्य सठिय विरायमाणा प्रहालयचरिय दार गोपुर तोरण उणय बोमोसा वाटुमारचनासहितमनोहरसठिपमह उसम्बान पतिययन मोभतोमिपिएचवीनगरी पोसिधपरिझमिवानाठामगठपणानगरपिचासर पाठवावममीवपमार्ग दारक मठनपारी पुरनगरनावारपोसि तोरपकाठमापापापनासोकप्रमिह सचागुपयारीसचित सविभवोपरि चितराममार्गरामपाणिवीनगरी विभिलपमवटएकवटपाचार्यविचागी तियरपिनोपनावित बसवतफसिहापागसभोगसपने स्ट्रीशीर पोसिमापाविपाशाभोगचपातिवापरावीमवरी' विपथनाटपावासीपासवानसमाविपिपि छत्ततिहरुचामबठाम मिसि । Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रतीतानि दोषिका सारी पिपत्ति बेदाः एतेषां से गया रम्यतादम स्टोबपरीता युक्ता या सा तथा उपपततस् त्रयस्य स्याने गवादि दर्धमादकारकोत्रे तपपेतेति भवति । पिठाते मन्दवन वसविमप्यगासा गन्द भवन मेरोर्द्वितीयवनं तत्पुत्रासदिभ प्रत्रायो तथ्य सा तथा बस प्रचागन्दा हो उहुमच चादाविवेति। विविधायक सह विज बातमुपरिवि सोर्बम् परिवार अब उपरि च समाजातरूपा यम्पो सा तथा वर दुप्परेमा चक्राणि रथानानि परमानानि वा मदा महत्वविपा मसठपोप्येव पारोध महाशिवाय या उपरिहापातिता समतानिपपात्र प्रतोति यामि मममन्वित विपुल दो गभीरमचयमध्य मठ रोष सग्धि प्रमद बाड प्रतोसिहारे सरकार सभायते पाच यानि पानिप नाग दौहिव वप्पिवि गुणोश्वेया नटावणसन्निभव्य गाठा ( इतिकचित्पाठ ) उवि गंभौर सायफलिहा व गय मुसु दिउरो सयग्धि जमल काड़ घण दुष्पवेमा धणुकूलि रवि पापमोजिह? पप्पनिक पायोमाबारा परमयगृप करोष्ठपपेतसहितग्मयोककर मदमवनमेतन योजनमदिनमा उद्योतक हम बि को पो गंभीरता मध्यम परिपिटकोमोरियनापार कहन रचना पर गदा नदासोहमयमायुष मुडित्रपत्रियारवि नरोहत पोलिमर बारहठ ममममममा विशत्रित बसोबरच परसोममिवर नव धनयमोपरिट एपरमाचार गते पर परिचितोरोवरप्रेम धनबह Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मिवियामि सदमानौमिराकीर्ण व्याप्ता मान मुंबय मा सा तथा प्रवधा पनि वरतुरगादयो यस्याम् पायोगि घ गुणयन्ति यानादीमि या सा तपात सिरिया बटाबारेषशादिनापानविशेष। स्वन्दमानिया पुरुषममापपानविशेषा' यानानि सबठादोमि घुम्यानि गोशविपयसिपानि विस्त प्रमापानि विकोपमोभितानि पानाय वैति । विमुच्हरसिरिसोभियसमा पिमुकचाभिविवसितमममाभिनवाभिर्गसिनोभि' गोभितामि वसानि वस्सा सातवा। पपुरषरमपक्ष संचिमरिया पाकर सुधाधरी वरभव प्रासाद सम्यव निरता महितेप महिता पूजिता या सा तषा। इसापपपपरिवा सौभाग्यातिययादुत्ताविरनिमिषित पनचिने मेचीया या सातवा । पासारया चितप्रसन्नवारिणी । परसपोजा यो पणचच यमन मपति पभिमा मनोनपा पहिया द्वार प्रतिपयमा सातति । तोत्ति तथा पमित्यमार चम्पायौ नगर्या रपया सौयसदमाचौयाम नापम्गा विमरक्षवणवणलिपिसोभियनला पडरवर भषणमणिमहिया उप्ताण पयणपेत्यपिज्जा पामाइया दरसपिज्जा अभिरुवा परिवा। छ । तौसेण चपाए णयरोए पश्यिा उत्तरपरिस्थिम सम्मोहा रबमाठास पामिलानापयरकातासमाया सोयकहितायविकाकुटाकारहठायोसादमापीपुलपपमापपासनपिपरियो सरितबार सपरपाको भरोबरवाममारसायुमगारदेखनविषाधिवहाचप्रमागहरषि विकसोवनवीनतिधिकरतांकमसिनौतपसाभावमान बसपाचोमविपिनगरो घमवावरप्रधानभवनवाघिरतपरवरीसम्यग्मवारिमहितपूवितकर व पावोधामपोभेपरस्तिएर नयणम नपते पर पच्चरितदेषवामोपहरवेनगरी पासादमौनदेपोवपित्तम प्रकार बेनादेपतनियमकामनामपामर पतिकपकतामनीपर प्रतिष्पजे Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पोलिसदमागमदोघीय वष मिभिषामोतिप्यास यम्। सिंघाडगतिगठबचरपपियायपविधिपत्यपरिमडिया नाटई वयोमानं विस रमावर मिति पतुप रपातुकर्ममा पवार यरप्यापातस्वान पषितानि माणानि तरमधामा पापपा शा विविध वनि पविषद्रप्यापि एभि परिमणिता मा पा तथा पुष्ठावान्तरेधिोरते सिंघातिगपापचरपट मुहमारपरगुपपिचारपरिशिवसग परिमनिराम पर देवमादि मापयो राजमाम' पन्या सदितरप्ततप सिधारशादिपु पचिताप पिपिपीता मियो परिमपिता या सा। तमा पुरया पतिरमपोया भरवईपविरंपमपिपईपचा नरपतिमा राचा प्रवियोपों गमनागममाभ्यो प्यागो मोतिपयो" तवमानो वा सातमा परवा नरपतिमा विकी विचिया गिरताम्य पा महोपतोमा प्रभा यण सा नवा पक्षवा नरपतिभि प्ररितोपा महीपन सम्म यसो मा । तवा पनवरतरममत्त वरसपावरसौषसदमापीपा पषत्रापशम्या' पर्मवरतरगर्मपत्रोतपरति परिवार सभित्तरायममा छायरियरस्य दट्टफलित र दकीला पिपिविणि छत्तमिप्पियारण पियुयमुहासिघाउग तिग पारा चच्चर पणियावर विवि मत्थु परिमाल्या सुरम्मा नरवत्पविश्व मस्तिपत्र पणेगरतरग मतकर मधारादिपरोपाप सन्यापाहर निशिकारीसपसाताब मिहा विवाहबतिष्पाप्माम तिममितविरिपमियर रिना | पाचारमिता परराषिीमार्गमिसर वियातिविरोसरितपापपाट तपाविपिनानापबार वनपरिमाचतपोभायमाननपरोहर पतिरमचीवनमरी बातापावापरावातिपरमामभरपोशा महीपतिपंधरामपंचमिशहर पमेवातावरणामतुरमयोगबर मन.माता Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ततिदिन रचितवेदित । वाग्मोममहिए बाध्यं मम गवादिनोपमा मेटिदिभि सग्रोवरण राताम्य ममिति पुति यत्तत्तथा । गोसोम सरसरतचंद दहरपि च गति गोयोर्येव सरसरलपन च दर्शवतेन चपेटामा वा दत्ता पाता यत्र तत्तथा । उपचिस चन्दचवास मे उपपिता निवेगिता चन्दनकासा मनघटा यथ तथा यह सुन्वय तोर परिवारसमा घन्टा ततोग्यानि च दारयभाग प्रति यमि वन्दनघट तोरण प्रतिहारदेशमाग रेशमागाच देशाए । तोवारियमकामनाये धामको भूगोल उपरिसंवद्ध विपुलवितीर्ण हत्तो वग्वारिपोशि मनमान मादामकाप पुष्पमानामधे यत्र तत्तथेति । पचतामरसुरभि कपय जोवरतानिए पश्चात सरमेन सुरभिया मुखेन विशे सपडाग पडा गार पड़ा गमडिए सलोमहत्या करवेयहिए नाउलो ग्यमहिए गोतम सम्म रत्तच ददिण प गुलिसले उति चदयकलसे चदयवच सुकय तोग्य पडिदवारटेसभा र श्रामत्तोत्तनिवट्ट वग्वारियम मोम पोमीरप सोप्पोमा घाउ विकारमिति पुलिस सरमतत्वानावस्य रमतात्रयो नपरतुन वेणीघावर पर्वगुतितचपेटाहाचाजितो वारपत्र पायावर चंदना कल मांडा चंदननाषण भाग कोधाकर तोरण मन्दिरमार जागा देशविभागप्रति घामश्य ऋष्ठत भू।ि पडतो उसप्त परिसंबंध मलयो मान्यकून मोदाममाद्यागका प धाि नगरि समाधारित Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भवत्। चिरा पोरात उत्तर पुज्यत्ति उत्तरपुर उत्तरपूर्वायामित्यर्थमभापति दिग्भाग पुचभत्र नाम चैत्य वान्तरायतन होलेति पुरिसपत्ते विकास चाहिये यत्र तचिरादिश्रम चतएव पूर्वपुरुयेतोतरे प्रचतमुपादेयतया प्रचारित fresentre सहिमेति शब्द प्रसिद्धि मातोयस तदित वित्तियन्ति विश द्रव्यं तदति यस तवं वृति वत्त वित्तियति पाठान्तर तव जनेन बोलित ममुतकोसिद वा बापत न्यायनिर्माविकासात यात्री तथा जनमाभूत बोनस समर्थ सर्वमिति व्यव । डागा पड़ागमपि सपताकाया वत्ततइति तावताना सा पतिपताका तथा मwिn aneer वाचनान्तरे सपहार पड़ागाराम मेडिपत्ति मोम मोममदमा मौमा पण भामचे एहोत्या चिईए पुष्पुरेपण मोराणे सहिए वित्तिए किए पाए मते मा घटे उपचारमा पारमतिमिव नगरीव पायो परियार प्रद पुरिखिममा हिमपविभागान पतला गामयि तिन पूनिपपातमा प्याराधनाजोग्र या पा दर परवर दिग्बामनउपादिनिवेशयाविति वित्तेबाबत पर छविसहित स्वमासहित घटाइसहित पताबाध्यधामपिताकाजात परिपाकमोद तमाम पोसतोमा माओ Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छतचितदिश रचितपदिक । सा उशीरचमभिए हारय या मे वगपादितोपनेपन योग्य कुमामानामा पटिदिभिः ममीकरण ततसाभ्यो 1 मस्तिमिव मषित पत्रित यात्तथा। गोमोससरसरतचंदच दारदिप्तप च गशितसे गोगीण मरमरचदगेन पदारप परम्तेम चपेटाम बारेष मा दत्ता पक्षा गुम यहावा यत्र तत्तथा। सपिय पदकामे उपपिता निवेगिता पदमकमसा मानघटा या तत्तया। चंदपघद मुश्चय तोरपपचिदवार समाप पन्तनपटाप सष्ठततोपामि चार भाग प्रशि यमि तचन्दनपर्ट ममतोरप प्रतिकारदे भाग देगभागाप देगाएप। पासत्तोमतविउसववरचारियमबदामकमा पामतो भूगो सपहसाल उपरिसंवह विपुलोविसी वसोवणुच वग्धारिपोक्ति प्रसंग्मान' माबदाममा पुपमामासी यत्र तत्तवति । पशवगामग्म पुरभिशष्यप जीव गार तानिए पचन सरमेन सुरभिया मुख्न चिन ___ मपहाग पठागा पछा गमडिए सस्नोमकत्ये कश्यहिए लाउल्लो ग्यमहिए गोौस सरम रत्तचदण टहरटिस पर्वरालितन्ते उपचिप पदपकनसे चदणघ सुकर तोरण पचिदुवारदेसभार ग्रामत्तोसत्तपिउनबट्ट करवारिय मक सोमालपन पोमोरपौवनी पर परित पौधावरगिनि शणमाउसोप्य करतेमाचीरकरतापमाउ धनागरविवारसिमरितपूजित पछि। गोर नाचन सरमतत्वासनाषा सदनस्तानको रनरददरवनपण उपादोधावर पंचगुचितचपिटाहायाजियो वारपर उपक्तिमायाबादनमावन यमागुममाजिका पदनमाधम पार समाग बीघापरतोरच शिवारपारपानादेयविभागमतिहरजिनिगरि पामा तताभूमितीमत्तलपनिबंधपहासरिपुमनिम्तो सितागटाउ बग्धारिवहता १८माशांवो मान्यफूममीदाममा एकताप Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुष्यपुषसचोपचार पूत्रा पति तत्तबा । सामागवपारकरपवतापमषमपसगन्यागभिगम बापागुर प्रभुतोनापानायी मष ! मभायमानो मागतोनाभिराम बत्तत्तबा। तब वयीत कीमतपति मिबय पुर्गवारगधगधिए मगन्धा ये वरगन्मा प्रररवासा । प्लेषाामो वाति तत्तबा मम्मभिए मारभ्याशिपापयरियासम्पमि यर । नामा म्यादि पूर्वववररमिए। अपग भागा भोगिमात्य भोत्रमा बा दबा मामपामाइति। पापमपम विमतित्तिर होना पोरस अानप न प मापदभवमोशन पिवती प्रकोप दामवस्वावे पचवणसरस सुरहिमुख पुष्पपु गोषयारकलिए कालागुरुपयरक दुरुक्ष तुमक्ष धध मघमघेतगंधयामि रामे सुगंधवग्गंधगधिर गंधिवडिमए पर णहक बल्ल मल महिय लषय पपग करकग्नामक चालक नप मस तूप वयोपिय भुवग मागो परिगए बजन गाणवयम्म विस्मय कि सए रमजयम्म ग्राऊम्म पाणिज्जे भाविहां चार सामवासनांचा सरमिवातावमुखम्बामास्साबा पूममा वठगमा रुपापरायरोनितमनार । संयुबलि पाठपुर्या उपकपरप्रधानचोडमार्मिपगंधद्रष्य विमेप तमामापश्यधिगेय धूपदमाग मपमत पतिदेवीप्यमान मोमातमधमा तपमरपोमावमानवाभिराममनोपरा गंधारमयनयामादिक्तपतिसमधपपर-3 नशीपमुपपर परितमानसमाग नागशिवपोतरमार राषपरिरमर मबबेठी मठरसरोहर माय सवरर परम नामरमोपरिचरवर बागवेवामारबागवतवेरापगावर भाभनाबाणार नरपानर पिसरममिवामाने चामर Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जा श्र भाविकान्ति प्रावीय सम्प्रदानभूर्त | पात प्रकर्पे प स्वाति । यह सरास्त भावस्पति भाडोतदतिः कचिदिव । भावभौय । पचचिक' चदनगन्मादिभि । वदचिर्ण स्तुतिभि । नर्म प्रणामतः पूयधिक पुष्पं । मकारविवो सम्मापविमान faceतया । मा मङ्गल देवयं देश्य विषएवं पशुवास विकले बच्चायमित्यादि बुध्या विनयेन पर्युपासनीयन्त कम्पायमर्थ समर्थमति निटदेवता प्रतिमादि दिव्य प्रधान सर्व सम्म सत्यादेशयात् सचोवाद सत्याभिशाप सत्यमेव सेवाया सफलीकरपात् परे विहितवता गतिहार्य arrer भारयदित्वए वागा पूजाविशेषा वाह्मप्रसा तमसा भागमंग प्रतोति पालुपिज्जे अञ्चचिज्ज्ञ षदा बन्च नर्ममणिन्न पूर्याज्जे सारणिने सम्मापपिज्जे कलाय मगज देषयं चेद्रय विणण्यं पञ्ञ्जुषामणितं दिष्वे मञ्च मचो गए सच्चप्यमावे सम्मिहिष पाठिहेरे नागमन्च ऋ भागपडिच्छए वडजणो अञ्च मारवाडिर पोपानावजानवार सपेनारमा बारगाहको मामघमाटवबुधा तेयइक रोपरिगतसहित एहयोचे वजनघालोचनगर मावासतियाजनपदतेनानिवासोलोय ते माहिं विश्वतविख्यातविस्तारपामतोकीर्त्तियमवर घयाचोकन्द्र पासव पाहुतिगादातारजे वेदमंत्र भयौ देवताशुपाशान करते हमर भानुविले व पाहानयोग्य पानिको के विशेष वारी प्राचानयोम्पते यचते प्रगटधारकर चंदनादिवर रोपवा योग्य तिरोवावदिवा योग्यच नर्मसचिव मचामेरोनमस्कारयोग्यदर पुष्पादिकर करो पूजनोथर समावि कहतादिवर कासकर करवायीवर समापन बहु सनमान देवत्वारो मानिवायोम्मदर कथानकहनिकारक मंगदुरितन टा ---- Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अभयवात् वत्तथा । वाघमान्तरे माममागदास सपरि यागा पुत्राविशेषा भागा विंशति भागादयोग मागायदाराने महावि मतोष्यति यत्तत्तथा । बहुअ चोत्यादि सममवर । पुष्ठराई निर्वाचिमधूमविवचयति । सन्नपो मसादिति समर्पदिषु मत्ता 1 विदिषु। बानवर्ष होमासेति सवभाव लयप्रभ वन्यभामत इति 1 1 । एवं परि रामाने प्रदेशान्तर र त मोबोमयूरगल हरित रात्रपुष्यवत् परिणामाता मोरसि । देश बनाया इति | म छ । सेयं पुखभचेइए एक नत्र्यावण सडे मध्वो ममता परिते मेगं षणमडे किरहे कियोमासे नौ नौलोमासे करिए हरिवोभाने सीए मौग्रोभासे गिठे गिद्दोभाने तिष्ठे तिव्योमाम छर देवतारूप चेदेवमप्रतिमा विजयकरी पयुपास मेशरिया योग्यते दिवधान मा देशभर विपि इच्छा मन पूरवइतिविम्पप्रभावमहिमानं यचनोजे प्रतिमा वत्र मागता सहस्त्र धनेकपूत्रागाविशेष सामनामागन उपमिमोसंबंधो पर दाग पूर्ण भ‍ मानिसप्रतिमा विमन पूर्णभारम 33 सभ्य उकडत सर्वदिशिघ्रतधूमर्थं विनिविचित्र फेरमतिशय टिम तेरे वादो कामपणमासप्रभावे व तो मयूरपोबानत् नोशचव भामप्रभावातिप्रेरितमाभोवता Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तखिग्धो न तु च । तिब्बतितीव्रो वर्षादिगुण प्रकर्यवान्। किरडे विश्व च्यापति असद कृष्णवे इत्यस्य विशेषणमिति म पुनवता तथाहि जय छन् जसच्छामा चादित्यावरच सन्धो वस्तुविशेष वर्षावयवधिरति प्रयोग गाथानुप्रयेगाद यहुम निरन्तरच्याव महाविभूति महामेघवृन्दवष्य तेच पाचवेति ययन्वो वनपरति । बन्दमन्तीत्यादीनि दशपदानि सत्र कन्दो महाना कि कियइच्छाए नीले नीलच्छाए हरिए हरियच्छाए मौए सीयच्काए वे दिच्छाए तिब्बे तिष्यच्छाए वणकडिच कढिच्छाए रम्भे महामणिकुर भए त पायवा मजमसो कदमतो खधमतो तयामतो सालमतो कातिश्रेष्ठम सीतता उसके सोतताठ उम्र भर सभा अर्थ तो पियोग पर पउनधी मिस घोगट उद्यवभास प्रभाव हनो तीव्रवर्षादिकिब सहित] उत्तमवर्षो भवभाम्प्रमाइतीय वसविभागकर लकारवर कृष्ण का मोहरका या विशेषका तिमो नोनद्रव श्मयूर माम ठपरिषो मोलोरकायाका तिवेहमी तिनो गप मरिपुवि हरिताप्रमाकातिविशेष योतताठ उभ कर सोतताठी याविशेष मिनिसोट पति उन नोगट कागविशेषको कातिहनो तो यदि करोउत्कट उत्तमवणादिकद्रकरो महामोटा मेघवानिव बसमूह सरोपर धर्मत मोटारवतधय सहितक पवनामोटापान का से इस हित हिमो माहोमाहिमावान रूप सबकारी घन अंतरर होकर वे हमो पतिरमगोश संधीपादपच मूमततेप्रथोमाडितिरकोपस सहित कंद वेमूच घन वने विद्या त्ववासचितजाति नापुडते सति सामंत मोटो डाक सहित प्रवासमाम्हापशवकुराते बहसहित Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जात सुपरिधानवविरीयो मतुप्प्रत्ययादेव भूवि मसाम वा कन् स्फुटम्। तयेति कथा गाया। प्रवाद' पवारयेपालि प्रती तानि । इमित्ति व दात परिवार मोरपारि । भवाय च मात्र परिणयति पुच मूलादिपरिपाठा जाता उत्तमा परिषता परिगता वा मे ते तथा मे सामानमा भने भाषा प्रभावावियन्त महाभागो विमारी वा पते । तथा प्रथम मरवामनुष्पवारिय सम्मान्यजन विषयोति श्रमेवामिनंरनामाभिसारिताभिराक्ष घनी निश्कपुर कम्बो वेष तथा माचनान्तरेऽमका भिवपक्ष हम पाईपरिचापयशाला उदोच दाधिय विधिमा उत्रि वामतो पत्तमतो पुष्पन तो फलमतो वौयमंतो अव्वसुनाय रूह वट्टभावपरियारको चरोगमाना अपेगमाहप्पसाङ्गविष्ठिमा बेगनरवाम मुसारि अग्गाषण विजय बुंधा अधिपत्ता अविरल तोपरिपता बिर यूसुधदुभतेच हित प्रवपापापचीजातिमांचकारी योजफ संबंधितेवरीसहित मनोहर वाटुकराकार परम्परवाच एकमेवोपमेवष वीमापाते बरोसहित पनपती गापामोटोपनापर मूलपचजको दिन परिभाषातनिवासच पचोपचमोभायातेविडिमकर बहसचिब चने - घयागगरमन भाराम विष पचानाबोकरम पसर कमाम एक बाघचायामपसारितश्रवणेन धननिविविपुलदिप्तीचं पडवर त्रिविधामा विनियो बिरलापामवंनमोभिजतवचर पोसन उचमरवत्ताकारिविशेषपत्रमा डिएगो कम नमो भूमापनी पारि S Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवकिरण परपसाइप्प माप पिरिमा पाईपपता परमपत्ता रति। पयमर्च पापीममतोपौनयो पूषापरदिगोरायता दीघा गाना गाया चेपा तथा उदधिमचियोरत्तरयाम्य योदिगोविस्तीपी विभवन्ती येते तथा। पवमता अधोमुप्ता नता पानमा मणताय न राप्रपा विममाजिताय विशेषतो विभागवाय' भवसमा पधोमुपतया पयसम्ममामा' प्रसम्यायातिदोषों मासा प्रयाधाय यस्मिन स सथाविधी पिटपो येषां ते तथा प्रयाधीन पता पधोमुसपी पनुपीपंपमा उपत्ततावा भवहिमिगतपर्णा । प्रवाधिछतवारमायियते पहिदपप्ता नीरचपा पविरत पत्ता निरन्तरदशा पपाईपपता पगाचीनपता पधोमुपपशामा पानोतपवाया पवातीपत प्रपश्यपत्तारति विरहित छदा । मित्र यजरठप टुप सा पपगतपुराण पाणपगा। पवारियभिमतपत्तभारधवारगंभौरदरिमपिणा नवेन रितन भिसंतत्ति दीप्य मानिन पषमारेण सपनान्य-वारा पन्धकारवती पसपव मधोराय प्यसे ये ते तथा। उपपिमापवतरपपत्तपमवयोमस वलसपस सविसनय सुकुमानपवास सोहियपरकुरमसिएरा उपनिर्गनवतरुणपपपपये रवभिनव गुतमा कोमसोच सयपाधि जिगमय' पववि तथा सङ्घमाग्मगार गोमितानि परामरापि प्रगिसराणि ये पाते तथा रदप प्रवाईगापप्ता व पपत्ता निद्धय जरठ पड़पत्ता वहरियभिसंत पत्तभार धकार गमौरदरिमपिज्जा उवणिग्ग यवतरुण पत्तपल्लवकोमल उज्जल चत किमलय सुकुमाल पवाज सोध्यिवर करग्गमिहरा णिच कुसमिया कोनामाचार नाममनोमाभिसत देदीप्यमामापा पत्रछसजेभारसमातेपण वरीपंधकार ते एकरोगंभोरदीसताकर उपनिग्गय मनता V नोवण्यानयोताना पत्रपनापशवयोमस सज्यसताकारताबेकिसचय सुधमासम्हासाप्रवासी पकरीसीमतावरप्रधाममयूराएषा अग्रथिपर Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पर रासविससयपताना प्रत्यारादिकासमतावमाविकीपाविप सनायतरति । पिच समिए प्रत्यादि ष्यत्र नवर। मारयत्ति मयरिता ।। त्ति परपिता । पायति समवन्त'। समुच्या गुरममन्तः। गोचिया वातगुच्चा पथपिए सपगुच्छपोरपियेपो नामकोयो। तप्तचापौर पुष्षपनाती विसपो मावलीम। वमसियत्ति यमसतवा समयोगिता यमिता । शुसियत्ति युगसतया बिता। विपमिपत्ति पियेपेच पापुष्पभारेग मता। परमिवत्ति तव नतु मारया' प्रयदमादिचावात्। पिसमियमारयसवरपारयगुसरयगोखिम विपशुपतिरविचमिपसबिभत्तपिपरिवरसवपरति चिद कुसुमितापेवेवगुपयुवा पपरे त समागुपपुजामात कुरामितापते देर पिच माझ्या णिच लवया पिच्च चव या पिच्च गुलस्या णिच्च गोरिया णिच्च समलिया णिच सानिया पिच विषमिया पिच पणमिया णिच कुममिय माय लपाय थवश्य गुप्लुय गोछिय अमलिय अवगिय मिणमिय ना नित्व सदाचपनाकासमपूनधितां निवसहामारयावातामउमामहरवागावर निम्य सदासपणात पनवमागाएर नियमदाप पमिया ' प्रवर्षियरोभारिंगालाममा निस्वसदापरयाक अपनावरमवानासावर नित्यमदागोछिपापगएमागावरपवनागुप नियमदानममि. गाव समोरपिष्ठ परमार निवसदापतिपय मिविचएकठावधाहर निस्वमदाविपमियावचा पूमफसमरभारिनपावर नियसदापमिया । प्रबर्षियरोमारिमालामपावर निवसराहमियम अपनापसवर मस्यामसरसामा सयपत्रमागावर पायचपमापक्षमासात गुरप अपनाप्ततामासमू गोबिवावागावर चमषियममौ बिचरणा पबियविचिएपठा विमिमपाप्मभारिनमा पनि Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Es aarta: नवर। सुविमता' सुविविधा सुनिप्पवतवा पिच्छो सुब्बा मध्य [प्रतीतास्ताएव भवतका शेखरकान्ता धारयन्ति ये ते तथा । सूमबर हिसमयसार बोइसकोडग कभिंगा रक्कडस का लीव ओवन में दो सडक विसपिंगलवाड कारं पद्म दायक सह ससारस पी गागा मिनुष्य विरजूयस पुष्पमरसरबाre कादोमा सारसान्ताना मनपा कुमगताना मिथुनेविरचित शब्दोप्रतिकोपतिशब्द मधुरारच नाहित afi afore स तया वनवति तं सुरमे प्रतिथयरमकोय । सपिंडियदरियममरम करिचकर परिशित्तमत्तदप्य यक समासवसोलमजुर पणमिय सुविभक्त पिठमंजरि वढ सयघरा सूर्य बरविण मयण सात कोरल कोहगफ भिगारक कोंडलक जीवजीवक यदीमुह ऋषिल पिंगलषखक कार चाय कलहस सारम अणेगमउयगणमिण विरय महुराज्य मर राए मरम्मे मिडिय दरिय ममर मजकरि पछजर परिक्षिप्त मत छप्पय कुसुमासवतोल मरगुमगुमंत भारंगा परि विभागबीघाट सुनिष्यवपषजेठमा पिखरूपवईएडयोमा तिक्षणभवत सकशिखर तेहनाघरच हार हवस्वन मूणामयूर मयसारिकताबावर कोरसम सिह को गकलोवविशेष भिंगार कोषविशेष छ सबजीवविशेष जोवंजीवकजीवविशेष नंदो मुजोषविशेष aftertaशेष पिगाचीवविशेष कारणजोवविशेष चक्रवाकधीवविशेष कलहंससमोखातिविशेष सारसजीवविशेष धमेकषणा शकुनपपियाना समूहतेनामिबुमयुगस्ट तेयश्वरीविरचितकोधामन्दते परसबुधश्यक अंचरसा दद्दीमधुरखर एहन उनादिनशब्द वधूने विवनपंडर अतिशय सुरमची चपाएकठावया दरिया • दर्पवत एडवाभ्रमर भ्रमरोडनापचारसमूहनिहां परिचित्तधनेराठ मयोभावतितांचय पामता एहवा Cat Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - सहगवतसमागे संपिपिता हमामा भमरमपरोष पनमाहामा मेष पपवारशि निकरा या स तया परिषियमाना पम्पत पारामा खचातो मत्तपट्पदा कुछमासपीसा विषखमम्पटा मधुरामुगुमायभाना' पुन्नतप मशवियप पिदधाना देयमामेषु यम्म म तया सतत पधारस। अम्मतरपुपपरेवारिपत्तीच्या पत्तरिय पुष्प पियरचयपविधिहये पत्यम्तमाछादित यय' एतानि वोरणपि परिवार पामायतन सापति मिठपत्त मिरोघ एत्ति रोगति प्रमपवाति क्षपित् पापापि-गुणगन्नमउमगरलमोपियति पव मुया. मागायो मानवमाधिपादयी मणपकारिता मपपारवो रक्ति सचिष यते। विपित्तमपमे उपपुति पाठान्तर विवि मा मतयोनामाश्रियमा या बेतवासाप या साता। पापोपुक्सरपीदोरिया पुरसविभिपरम्मत्रानतरण। पापोपु चारसामु पुशरिपोर शाम , मुभव देमभागे घम्भतरपुप्पफचे वाहिरप सोच्छण पत्तेहिय पुप्पेक्ष्यि उच्छ गपलियानणे माउफने निरोयएन पाठए पाणाविक गुच्छ गुम्म महबगरम्म मोरिए विचित्तमुहरभूए यामी पुकवरगो दौझ्यिा मय सुविसिय . मन्चमातापटपदममरकुसमपूनछपामपत्रिलरमतसमायोमीभिग मधुरगुमगुमाटरगुप्तता गण्फरतान?परिभागियर पर मालिपपमावि वाहिरिपपानास पाखापाठापदर पतनपानापरोमर पनामाकरोगर पायताविपरविरंगभी सतायो पादुमोठामसावि निरोप एवातारोगरहित पकाएवापाटारपित मानाधिकरता मानापमारना गुणादि गुपनर मारिवारिक मापदापनामारवा परपरमपोषमोमितपर पिचिवमानाप्रबारसायमरी तुपात मिनिरपर बारियर -- Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ * पुष्करवतीषु वा दर्घिकास व अनुसार बोपु ष्ठ निषेधितानि रम्याषि जागृहाणि यत्र स तथा । पिंडिमोहारिम सुगंधर भिम हर महागंधद्धता पिडिमनिहरिमा पुइस समूहरूपा दूरदेपगाममोच्च सुगन्धि सन्धिका शुभसुरभिभ्यो गन्धान्तरेभ्य सकाशा मनोहरा या सा तथा ताथ महता मोचनप्रकारेच विभक्तिव्यत्ययान्महती वा गन्धएव ध्वनिहेतुत्वात्तुमिकारित्वान्धवनिम्ता सवसति च विशेषपमेय मितोऽन्यान्यपि चाचाविश्व गुच्य गुम तक घर कसुर से वे सब था नामाविधा गुच्छा गुल्माभि मण्डपका गृहाणि येषामन्ति से तथा शुभा मेतषी मार्गा भावाय पाचोवा के तवोष्य धावलावर पोये पान्ते तथा तत कमधारय । अगर आप शुसिवियपविमायण प्रमेयां रथादीनां मध्ये इतिनिम्तित्वात् प्रविमोचन येषु ते तथा । सुरमापासायादरिस पिया अभिरुवापविति एतामय उपविशेषणानि वन पछ विशेषणतया रम्भादरए पिडिमोहारिम सुगंधि सुरसुरभि मणहरथ महयागधदणिं मुक्ता गायाविहगुच्छ गुम्म मष्टक घरका सुहमे उ के बहुला वेगरह जाय जुग्ग सिविय पविमोयणा सुरम्मा पासादौया दरिम गिज्या प्रभि पुष्करिपोषाखोषणा कमलसहित दोषिकापापोमोनोकपथवा पंडोपोतनवियर सुतु निवेश्याथाप्पाएर रमपोज जानवरजा खियरिघ र गिट पुलसमूहरूप जेषगरि गोजातां एडवासगध शुभमुरहट मनोहर धकारपदपूरणभयो मोटीघणागंधगी ध्वनिसमूएम कता परवाह पर नाना प्रकारगुष्यधमत्र मुल्य भनद्रापमहिनामाघर शुभरूडामार्ग प्राणवास पासिमन तु ध्वजाघनीजि अनेक पारथस पामिका यानगाठा तिथिभ्यास विविधापारापीप्रमुख नए मविमोचनम् विउष्ठि, भचारमपोषाखर मायादभोजपतोष विराम सवार बेहना Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वाचान्तभीतानि । तच मन्यसंडस त्याही प्रयोकपादपवर्ष कचिदिदमधिक मधीमते दूशेवमय कंदमण व सह सठिय सिवि प ममिय मिट्ट सुजाय हि विषय पवरसंधी धूरोपगतानि चत्वर्थ मुम्मा मवगाडानि कन्दमूलानि प्रतीमानि यस्य तपा हत्ती वर्तुम सो ममो संखितो विशिष्टसंस्थान' टि तो घनो निमिड़ो मोरुप विग्धो च सुजात जन्मा निषपश्तो विकारविरहितो उपत्य सुचेः प्रबर प्रधान स्कन्ध टुडं मस्त स तथा त्वमय समासान्त' । पगमरमरभूयाम्पो पमेवनराया प्रवरभूजे प्रसम्पवाभिवमाभि रिबन पानी पनायो यः स तथा कुसुममरसमोन मतपत्तव विशा समाया यत स तथा । महुवरिममर गपगुमुगुमा यतिसि तवर्जितममोरोए भकारी स्वमरमरीन बोनरूतिमस्येन मुमुगुमाइतेन कृतगुमगुमेति शब्देन मोसोवमानेन निविद्यमानेन उडडीयमानेन चोत्पतता सयोज' सशोभो यस तथा। चाचा भ्रतच मच मिश्रण सुमार कचसुद्द पसन्त सह महरे नानाविधानां महनिगदान यानि मिथुनानि तेाय प्रप्त शब्द तेन मधुर व महरो मनोधो व' स तथा । भवाधितवाचना कुसविस विद कुमा दर्भा विजयायोर्विरचित वा परिवा ॥ छ ॥ तमचं वयसम्म यमष्मतेसभाए पत्या मह एक भोगवर पायोपपत्ते कुम विक्रम वित देवतविश्रमामनपामर श्रमिक पमनोहरवर प्रतिरूपवदेवपहारमानुसार प्रतिविमदोसरवर मावि उपनयनाधना समूहमधषष्ठमध्यदेयमान विचाखानविपर एमवंत चिवमा मोटउएक पयोवनामिबरमधाम पादपद्मपचतेवर शिजव कोकरि कुमडाम विश्वशमाचचियापेकडोमसमभवामि पिचर नमून मतिरबा تلالات Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Y वृषानुरूपं छत्वविष्ठरममाच मित्यर्षो मूल समौपं मस्त स तथा मूलमन्तेत्यादि विशेष पनि पूर्ववचाच्चानि यावत्पतिए । सोऽशोकवरपादप प ममितिसमेत रोपैः सप्तपरत्वत्पर्याये रयुकपत्रनाम के रघुने ककुभपर्याये भोपे कदम कुजे गिरिमल्लिकापयाये सव्ये पनसै र्दाड़िमे' शासे' सर्वपविस्तार पराजयति तमासः मिलके रसनपर्यायः प्रियनुभि श्यामापर्याय पुरोप राम मन्दिचे गि मक्त्वमूस्ते मूस्तमते कंदम ते जावपविमोयणे मुरम्मे पासादौप दरिसणिज्ने अभिरू परुि ॥ छ ॥ मेण असो गवर पाय हि तिलहिं ( जवलेहि ) लटएहिं छतोषेहि सिरौसेहि मत्तवहि दवियहि लोहे हि घषेहि चदणेहि भज्जुषेहि पोधेहि कुड़एहिं कजवेहि मचेहि फणसेहि दाडिमेहि सानेहि ताजेहि तमालेहि पिय पिहि पुरोह रायक्लेहि दिक्तेष्टि मध्वश्रो ममतासपरिखिते तेण तिलिया उद्या नाव दिरुषखा विश्वरते समेत भूअविद्यासे ते वदते सवंत नावमन्दय को पोलाइ आथिया रथयान प्रभु पनि प्रविमोचनम् काइदद्र सष्ठ भोरमची कदर वेदेवतां जस्तोकमाधित्तपत्रवार जेहनेदेवतांनेव यमला ममानपामा पभिरूपमभोहरकर देववहारमा अपारमतिरूपोसर तेभशोकनामावर प्रधान पादपद्यच बंचचमनापसकार भयो भनेरा बघयावेश्वरी तिसहतेष करो सबू उचते पई एषोपचतेपि सिरोपचते किं सप्तपद्यतेष दधिपचते सोचतेचि घवठचतेपर घदनचते पर पशुचर भोपतेष कुचते वचते पर सत्यवचतेपद फणस Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पर्वत समन्तान्परिचित इत्यादि सुगममापद्मवताशब्दादिति । पडमवताविति पद्ममता चकमनिय पद्माभिधानवचनता या नागादयो विशेषा पाता का सपव तत्रागोक बहवो चूत सहबार वन पोख वामन्तोमता पतिमुक्रखमता च यचयेवानामये क्लम विक्कुषविसुद्धरूवश्वमूला तो दमतो एते विसो भाणियष्या जावसिवियपत्रि मोरणा सुरम्गा पासादया दरिपिज्जा अभिमा पछिरूया ते तिलिया जाव मंदिरुक्ला अहि वजति पचमलयादि बागलयाहि अमोवलयाहि चपगक्षयादि घयजयादि षष्णजयादि वासविजयादि इनुत्तनयादि कु दलयाहि सामलवाहि दाडिमतेवर साचतेवर तासचते पर तमासाद्य चते पर पिमहचतेवर पोयंगु रोग रामनामाचपर मंदीनामिव सपदिशि महसर्वविदिशिन विपस सपरिक्खितेपतिगयत देने म चोच लावडचमण्ड बोधमेरातच जायना नदोवचनामाच गडामविकास प निर्दोष्व॑त॒ठम्मर विषोमांचितिरक्षा विस्त रहते मूलतेसहित मूनषडनर विद्यास बंदी घरोसहित एसवा मायियाक बालिवा धावशब्दवको घमे रागोसरथादिक सर्व धनगिविकापा सिपप्रमुतप्रविशेोषगमा मत्र भनारमनीजन चिन्तप्रसवमा ठेपतोह ष्टिय मामभानपामर धमिकपमनोहरवर प्रतिरूपदेवपहारजू पारप्रतिविषदोष मेनिनजहारमो जावयब्दबोधनेराप्राविया मंदोदकच घमेरा भाइ पद्मनीचांकांची चकरी नागवनी मो Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Duratostate पीता समापौर मेदो ठितो वमेव शामा मियां मिषबता ठिगम्या सतावर्षवानन्तर ममोवप व पुष्ठ कान्तरेदमधिवमधीयते तमा प्रयोगपरपावरण एवरि महर्व पापा मारमा परत्ता पष्टा वष्टापिति वीसावरणात प्रत्येक साविति वा पम्य त्वरा विति समस्या मासिकानोति च समधा। जहा सोपविमर सिरिवार नदियापत्त वामापग महासप५ बलम मच दप्पाप तव योषस सोसाद यापवाणिपावारी भन्ददायत प्रतिदिनवकोप' मसिववियषो पठिगम्यो वामान सरावं पुरुषाष्ट्र' पुरुप स्वन्ये मदासम सिंहासण पंप पाद: पारिपतीतानि । सबरयपामया पचा पच्चा पाडायस्पतिवापत् सपा बसपुषसमितत्वात् सपनामसणा या घशावष्टा सरमामया प्रतिमेव महापटा तुइमारयानया प्रतिमा प्रमानिवार मोधिता प्रतएव गिरयामौरसारलोरहित निसाकठिनमसरहिता निप्पेशा पाईमसरहिता निवाचावा निगरपदीप्तय सप्पहा सममा समोरिया सकिरणाः सव्वोया प्रत्यासवषयोतबा पासादीवार । तमा पठोमबरपायव उपरि गावे विचामरक्या छपवर्षचामरयतहमा नौवचामरक्या पोहियचामरणमाया सुविधामरक्या शामिदिव। सबमोसमता सपरिखित्ता तारणं पचमलयापो पिच काममियामोजाव वहंसयघरोपो पामादौयायो दरिसणिज्जामो अगर चपनपनौसताबवितेषीय नाबानोबापतापीयर वमएकमातोमवाचतानीसताकावरतेषोपू वासतोयनामापतेनीसता कामतपी पमुतानामपनीयतापावतेवर दवचनीयतावामतेपीर सामवचनोखताकारतेयोयर सर्वदिमिपम विदिगिनर विपासघन संपरिसित्तेपतियवसुपोटिसहा तेशवेपदमतताकाबनीवाति मित्वसदारकुसुमितपस स्वरोसहित जावादवबोपनेरापूषोन प्रयव सकभिपरतेनी Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चामरन्धमा अन्य सवारुपपा रौप्यमबपताचापटाः बद्दरामयणा वब्रदच्छा बसयामस्सगंधिया पद्मवत् निर्दोषगन्धा सुरक्षा पामादोयार । तस्मृत्य अथोमबरपायवस्य उपरि उपरिष्टात् बहने अत्तार हत्ता उपयपरिखिता तपत्राणि पड़ागाई पठाया पताकीपरिस्थितपताबा घंटालुयन्ता उपवना मोबीत्पढकखापा पडमहत्वना पद्मानि ररिबोध्यानि कुमुयहया कुमुदानि चन्द्रयोध्यानीति कुसुमप्रत्ययति पाठान्तर महिला सोगवियचन्मया मसिन्यादय पद्मविशेषा कठिगम्या पुष्करोमहत्वया पुष्करोवापि सितपद्मानि महापुष्करोवहत्या महापुरीकापि तान्येव महान्ति सयपत्तहत्या सहपत्तहत्या सम्परमधाममा पच्छा बाब परिभूता' ४ । भवाधिज्ञतवाचमाश्रियते । तस्वचं प्रयोगत्यादि ईसिधासमणो मनाज सन्छ । एच मह पर्व इत्य एव तिशब्द भोजवरपादपस्छ वदवोऽत्रस्येव सम्बन्धनीयः । विक्स भायम उसमावे विप्लव प्रमुख मागामो देवमुरोध ये स्वमेषु सुप्रमाण रचितप्रमाची य स तथा विचति मासे पतएव पंजपमाकुवलयमधरको मे जागाम ईसिंखधा समझौये एत्ययं मह एवं पुषि भयवणकवाण कुपलय हलघरको सेज्जागा सकेम तमयं वसोगवरपायवम हेठा सुप्पमाणे विहे rever wearer atठरचित्तम समनिमलबार होठ मेवयमकामनामपाम पूर्विक अशोका एडवनानि वरमधामपादपड चतेह नडे उपर अभिरूषाच परिवाओ ॥ छ ॥ सिक्षापट्टर पन्ते क्वि भागमस अभिरूपमनोहरवर देववहारमा पाररूपमतिविद् तेह सिबोडडस धडधो समग्रोव सगरहवा एयर्च एडवा विम मोटवर एकप्रथिनोकामनोमिबाएतावता शिवापहमोटर किरच भर विक्स अपिचपचयामामत्रपत्रीक Pr Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पेस मजस मो जवसिंगभेय रिशव पंप, पमपक अप मधय मौयुप्पक्षपत्तनिकर प्रयसिसमप्पगामे गोमत्यर्थः तत्र पननको । ५ वनस्पतिविशेष' सधरकोसेख गबठेवगत कलप्तांगो पजसमा अगभेद। मनिपादिविपापोह रिष्ट रख प्रगनवो वीमकाभिधानो। वनस्पति सममन्मन सनष्पन्त | मरयमसारकसितण्यपकोबरा सिवले मरबात रख मसारी मसपोवारक' पापापविशेप' सपाच कपपा. ५ सभाष्यत बप्तित्तति पित वत्तिविशेषः नयनकोका नेरमध्यतारा तहासिवर वार रत्व । पिसघर्ष विग्धधन पासिरे पटमिरा फजलगौ खंजय सिगभेद रिद्धय मष फल असणक मणक्षण वपत्तनिकर अयमिकममप्यगासा मरकत मसार कलित ययषकोयरामिवरण विषणे पट्टसिर धायसयतलोवम सुरम्मे ईशामिय उमम तरग नर मगर जचपपष्टतागच्च पक्ष सह प्रमाचोपतयेतेपथिमीसितापावर किरीवासवावर्णिकरी पवनकवनस्पतिविरीपघनमेघसरिपक्षपाण तरवार चयब मौसमम सरवदेवनाकोमेजबावनीसपिर पाबायकासवपिवयमस्तकना फासगीक काजमारसकर झाम पंचपय गाउमाम बगर अममेदव-महिपसौगनानीपखाव्याघाट रिहयक-परिष्टरतविशेष प्रविचनरुफम पसनकोयानच्छच I सबंधपव•सपपूसनानौटमोसोत्पसबमानापनपान तेननिकरसमूह पससीनएफूसते हस रिपो प्रकासप्रभाहरजहमी मरकतनामा में नाबमषिकवितक करियांधवानापात्रो नयनवमीकीवोतनीरागिसमतसरिपोष्टनुवर्षसतेजपवर पासिरपाठपूचारजाना पाय सयवापारासानासानोडपमारवापिए पतिपय रमपी मियवरमहाउपमनसत तरगधोग नरमनुष्य मगरमच्छ विगपाणया Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ T रामराया पया सरता पप्पपारीप्यमरपताबापटा पारामपदणा वदणा जनयामसर्गधिया पनपत नियोपगन्धा मरम्मा पामादोया। तर पयोमपरपावस्म हरि परिशत् पाये चार हत्ता उपयपरिमिता तपचापि पड़ागाईपणया पताकोपरिस्पितपताजा पटाशया सव्यसायगा मौसोपवणापा पतमानमा पानि ररियोपामि वयहसमा इमदानि चन्द्रबोयानोति मुमात्ययत्ति पाठान्तर नसिपलगा मोगन्धिानमा मरिन्धारप पधिपा टिमम्या पुरोगाम्या पुरोवापि सितपमानि महापुणरोयहत्या महापुरीमापि ताप व मरान्ति सयपत्ताबा सायपत्तरसा सघरमामय पचा बाप परिभूता। प्रवाधिवतवाचनाधियो। तपार्थ पयोगत्यादि सिधासमशोप मनाव मतमा सनावा । पत्र मा पोरवर पस्यप तिमन्दः प्रयोसवरपादपस यदधो स्व सम्बन्धनीयः। विक्स मायमरम्मु प्पमा विव' पबुख मायामो मधेष सम सप्रमाप चितममायो यः सतबा। वित्तिपास पतएप पत्रपक्वायरसयसपरयोमेखागास अभियानो पहिलवानो छ । समयसोगवरपायवमोठा ईसिंखधा समम्लोणे एत्यणं मा एक पुषि सिलापहर पसते विषख भायमसमोर सुप्पमाणे किया जयघणकवाण कुपलय इलधरकोसेज्जागासकम परपहार पास दोठरविसमसबमिमसवार दोठमेववमनामनामपामर पभिरूपममोत्तरवर पवारनाशुपारस्पतिविर ताज । पूपिकचरापमोबएसपमामिवरमपानपादपवचनाठिसा सिंघीपरमहरचण्वो समीपवापसगारवर एत्यपरसपामसियम् । सितंरचममोरवर एकाधिषीपावनौयिवाएतावता शिवापामोठहरितोकिरणभरर निका भपिणापापायामापाचीच. PHOTOS Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पेस मजबगी अपसिंगभेय रिशव पर पसरव अप वधर गौप्यसपत्तनिकर प्रयमिक समप्पगामे नौमत्यर्थः तय प्रश्नमको । वनस्पतिविशेष बघरकोमेव पचदेववत नांगी कवतपड अगभेद महिपादिवियापचोद' रिष रख पयनको पोजवाभिधानी । वनमति सनबन्धन पनपुष्पान्त | मरवयमसारवशित्तरयपकोयरा सिवखे मरबात रख मसारी मसपीवारक' पापापविमेप' सपान कपपर समाथी बत्तिति पित असिविशिवा मयनसीका नरामप्यतारा तासिवण' वास इत्यर्थ । सिधये घिग्घघन पसिरे परभिरा फजलंगी खनस सिगभेद रिचय अव फल घमणक मवंधण गोलप्पलपत्तनिकर भयमिकममप्पगामा मरकत ____ मसार कणित यययकोयरामिवर खिचघणे असिरे घायसयतलोवम सुरम्मे ईशामिय उमम तरग नर मगर चपपपरतायचपत पष्ठ प्रमाचोपतपरिणीशिवापावावर किपीवासवर्षिकरी पसनकवनस्पतिविीपषनमेषसरिपठसपाण तरवार पक्षयवानोरमकमस परवदेवमावीमेजवावनीसवपि पाकाशकासरवमिवयमस्तकमा कब्जस्त गोक-काजधरठकर भासह पंचव माउसामध व गप गमेदव-महिपसीगनानीपबायाघाट रिचयकापरिटरतविशेष पछिचनठफम पसनकदीयानउठच सधपकसपपूतनत्तवाटनीसोत्पसवमसमापनपान देनएनिवरसमा पससीनएफसोपस रिपी प्रकामप्रमाकाबंपनी मरवतनामारक दिगोवमविकसित्तवपरिबांधवानावानो नयनवमीवीवीपनीरागिसमहरसरिपहनुवर्षसत जघणहर पसिरपाठपूर्ण छाजाना पायंसयवापारोमानातलागोसपमारवापिवए पतिथवण रमपीक मियवरगहा वपमवसद सरगघोड़ा नरमनुष्य मगरम व Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 1 बोरा अष्टकोबात्ययः । धार्यश्ववतलोन मे सुर मे ईशामिय उसम तुरम नर मगर विक्रम बालक विचार पर सरभ चमर वर वषल भक्तिचित्ते ईडायगा हवा' म्वाहका' स्वापदमुत्राः । भाईचम कब बूर बायोवत् कफरिसे पानिक धर्ममयवस रूप मनोत बुरो वनस्पतिविशेष तुल मकतूल सोचाचपसंङ्घाचसहिर सिंहासनावर पाया दोए जायपरिवेति ॥ वाचनान्तरे पुन मिसाहवक विवि सकीय विमानन कुवलय इधर कोयना घनो मे इत्यर्थः पाचाय बेग श्रव्जस वकॅतनेन्द्रमसोम प्रका यो भान नाभेदटिव गोलगुलिका गवसा तिरेवममर निकुरुम्बभूत भाषविशेषोऽङ्गारनियेपोश पचन मेदो विभावयेदो निवासविशेषो वा रिट' बाब पचविशेषा वा want sft रशिया गुटिकावयव्यविशेषो ग मिङग बालग किस्सर रुक सरभ चमर कुवर वाजय पर मलय मत्तिचित्ति आई रूय मूर द्योत तलफ रिसे सोहामा कार्यसट्टिए पासादौप दरिसबि भमि पठि ॥ छ ॥ तत्वण चंपारणयरोए कुपौयामराया बाचनसष्य बिंगरम्यंतर विमेव मया परमष्टापदजीव चमरोगारतमाचमर कुवरको महिचाकर भाजिनमश्रममब कपपोश्यल क बूम नसतोमापूत्र नवगोतमपिच भावत् मनाते उबर काम बेहन ते प्रथमवापदोउवन्तमववाह निमंबार दीठ हारमा परि कपमतिथि बदोस राजामविनश्वर ते पानामाहममरोते इन विपर मनोसता पदममोचता इत्यादिकमतिरूपति सत्तेच सरिपोरमनेहकुमार सिंहासन ने यमला मनापामा प्रदिपमनोरथ किचन नाम एक मपतिरामा प्रतिष SLA - 1 Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ eal । महिपतर मतभ्यो तिरेको गौतयाऽतिरेबपान यः स तवा स चासो ममरमिराम्यभूतयेति सम्मधारय निकुबम्ब सम्म सम्पफससन । इसमनमनमोवोत्यसपनिमरमरखतापासवनयमकोशरामिषष पापासको प्रचवियप खिग्धो धोऽतएव एपिर' पकप्रतिरूपदर्शनीय' पर्व प्रतिष्पो रूपान् पतएव दयनीयव पर्यनयोग्यो या स तथा समाजासपषितातको महामायकपरिगतमात रत्यर्थ ।छ। में राषवर्षक सिमने | मरमा मिर्वत महत मसव मदर मरिसार महाधिमवात् च महान् पराप्रपवतापचया तथा मसयपर्वतविर्गपो मन्दरो मे मरिन्द्र पर्वत विप' पलो वा तहम्बार प्रधागो य' स तषा। पचतविजदोहराय कुसवंस सुप्पमए पन्यतविणो निदीपो दीर्घ गिरवासीमो मो राम्रो सरूपो वय तव पक्ष प्रस्तो य स तवा । पिरन्तर रायसषप्तपपिराश्यगमगे राजसपणे पस्तिकादिमि विराजित मामा गाव य स तथा मबार प्रासत मम। मापत्ति मुदित प्रमोदवान् पचवा निदापमावषो यदाच सरपोत्रोकोलोपि. परिवमद् मझ्याधिमयतमस्त मनयामदर मदिसारे पच्चंतविसुद्ध दौरायकलवसमुप्पसए गिरंतरराय लक्वणधिगधंगमगे बहुमण गजमायप निर सवगुणसमि खत्तिए मुहए मुखाहिमिते माउपिउसुजाए द य शातिराप्रधानोला मायामोटछपिमतमाश्मिवतपर्वततरमारोपउशा मण्यापपर्वतमरिष: समरपर्वतसमान महेंद्रनामिपर्वतपथवा मदमको तानोपरिमोटसप्रधानमणापरीसहित पश्य तपणपिशानिमस दीर्घ मोटहरामाननकुलपन मन्समचपियनसतेइनरविप समस्तवमपायउहर निरंतरतररहितपरिबेरात्रामनावचतपरकरीविराजमानसोभतापगपांगमरीरनापवयवतमा वाषणासनसोक t Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तोपोति। मुगरिमित्ति पिडपितामहादिमिा राभियों यो राभिपित। माउपिरजापत्ति पितोधिमौततया सत्पुत्र । दयपत्ति प्राप्तबागुषा। सोमबत्ति सोमाबारी मर्गवारीत्व । सौमघरेसिहतमर्यादापालक । एष पेमबरे पेम्परेति म पुनरमुपद्रवता। मचबिदेति मनुषेषु परममारताना वरपवपियन्ति बनपदामा पितिय हितलाद । अपवयपासेत्ति तपशवात् । अणयपुरोपियति सनपदप्य मान्तिबरसात् । मेवरत्ति मार्गरमपामावरत्ति पातबार्यवारित्वेन तिवारी। परपवत्ति मरा' पपरा पति सवा। पुरिमरीति पुण्यामध्ये पधामस्वात्। पुरिमसौरेषित मरवात। पुरिसवचि रोपे सति रौद्ररूपत्वात् । पुरिमामीविसति पुरुषपामावामीविपप पुरपायो पने मोमकर सीमधर मकर मधर ममुस्मि टे जपण्यपिया नणययपाने जणषयपुरोगिए मेल करे फेउ करे परपवर पुरिसपर पुरिससौरे पुरोसबग्घे पुरिसामौविसे पुरिसपु उरीए पुरिसवरगंधरत्यी बडे दिप्से विते गामानपणउमानानपावापा पर्षसमप्पारावामगागुणतेगबरीमापरिपूर्ण चचियजाम्यवंत छ। सदाप्रमोरसहित पितामसादिक परिवारमिसौराम्बाभिषेवकोपाल तभातापितानसमुविनीतपणाबरोनासत्पुत्रसपुनवर दयाकरणानवगुप्पशिपिपामिटर सोममयाहामवरपर बीधीमगंदामधरपसार समायमसपरणार उपपटासोपवानसपासार मनुष्यनरौपर्यत समपदयमानोगत पिवासमाना वरपददेयनासोपाठप्रतिपासवर अनपदीयमासोदपुरोतियातिमुकरणहारसपानवारक मागंन वारपारकर । । पातबामवरपसारोबारिमसिमपर भरमसुधारियरमधाम पुषपममुचमारिपरी पुषपमनुपारिमरिचममान पुरषम Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विप पायोनिमय सर्प पीपसापञ्चकरामर्थात् । पुरिसपुरोएप्ति समाविना सेव्यस्खान पुमरीव ५ सितपा । पुरिसवरगंधयो मसिराजभत्र में बस्यात् । पत्ति समा दित्तेति हो इपंवान् वित्तेत्ति प्रसिद्धः। विविध विषयभवपसयपासणाएवापाइपत्ति पिस्तोर्यानि विस्तारपन्ति * । विपुमानि मभूतानि भवनमयमासमानि स स तवा वानवाहनानि रवान्यादीनि पायोनि गुणाकोनि यस्य स तथा सात वर्मधारय । पथवा विस्ताविपुसमवनानि मयनासनयामवासनापीपनि यस स तदा। पाषणवाणायकवरयते वा मभूत धन मणिमादिक वहनि च ने बातरूपरजते सुषपरोप्य वा स तपा। पापमपमसपसत्ते पायोगण्याचाभर प्रयोगा पाया' सम्पयुवा व्यापारिता' येन तेषु पाp सम्प्रभुको व्यावत्तो य स तवा । विच्चड़ियपरमत्तपाप विछरिते त्यो वामनदानाविमिहोछिटसचवात सनातविच्चावा नानाविध प्ररे । मनपाने भोजनपानौये धन स तवा मासासीदासगोमरिसगसगप्पमूए पपवो दासौदासा. मोमधिपगवेसकाय प्रभूता यस्य स तया मवेसका सरना ।। कम __वित्यो विउलमवण मयखासगनाण पाहणारण बनधण यमुनायवे रयते पाउग पठगसपउत्ते विच्छाडि य पर यू मारियासमान पुपमनुषमाहिपायौविषसपसमान कोपिचरीतवते करतेभणी पुरुषमतप्यमारिरीककमससमानरुवसमा पुरुपमनुष्य मापिपरय गंधासीसमानवेरोनुभवपहार धनधान्यादिकिंपरिपुष का दीयत मसित विपीक विश्यातकर विस्तीस पण विपुषा भवनबेघर पत्र यादिवपासपमहादिकमवटादिवघोडादिक्वेणाबरोपाको परिपूरपा पसाचनमणिमधरिममेघपारिवादिषण खातरूपसुवस रजत पुजेहनर पायगड सामबिमाणावमयादितमपोपयोगउपायथ्यापारादिवत सप्रमुखप्रमुपाखेपर नापीता पहरणमातिपाणी Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ansattation सोपोति। मुशारिसित्ति पिवपितामहरिभिः राभियों यो रामेऽभिपित। मारुपिउपनापत्ति पितोविनीततया सत्पुत्र । दयपत्तत्ति प्राप्तवराया। सोमबति सीमाबारी महामारीत्व । सीमन्धरति रुतमर्यादापासक । एव पेमबरे पेमधरति चेम पुनरगुपदरता। मास्मिति मनुषु परमेश्वरम्यान वयपियक्ति वनपदामा पिते रितस्वात। अपवयपाक्ति तद्रचत्वात् । अषयपुरोपिएस वनपदस्य माप्तिबरखान । सेपरेत्ति मामदाबावरेति पातबार्यकारित्वेन पिछवारी । परपवरेति नरा' प्रवरा पश्येति सखा। परिसरति । सपा मध्ये प्रधानत्वात् । परिसमौरति मरतात। पुरिसवग्धेति रोपे सति रौद्ररूपत्वात । पुरिमामोरिसति पुरुपयामावामीविपय पुरुपायोग पत्ते भौमकर सोमवर नेमकार समधर मणस्सिटे षषषयपिया नणवयपाने अणवयपरोलिए मेहकर फेल करे । परपवर पुरिमारे पुरिससौपुरोसबग्घे पुरिसामीषिसे पुरिमा छरीए पुरिसपरगधइत्यो अड्डे दिसे विस्त मामानवपतमानदेईनापाश सर्वसमप्तवेरावामागुणतेचवरोधमापरिपूर्ण पपिपजान्यवतहर समाप्रमोदमपित पितामादिर परिवारमिचौपम्बाभिषेवकोषच्यानल तमातापितामहविगीतपणावरीमरसत्पुषसपुलवर दयामरणानठगुप्पणिपिपामिछर सोममयः । दामबारपार बीधीमर्गदामघरकार बनाएमवायचार पटपटासोपखान सपासणार मगुथन पियपत प्रमपदमनामोशमा पितासमानका वषपरदेशमासोपाराम तपासहर समपदेशनासोवपुरोरितातिनुकरणारउपपनिमारक मार्गमा पारपारकर । शुनबाचनबरचारपोपमाधिसिरपर नरमगुचमारियरमधाम पुष्पमसुषमारिसर एवषमचारिसरोषियमान पुरषमान Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - सभावनामा वगमस्मिाखमारिभयविष्यमुममिति व्यताम् । पसंतविडमरति हिम्या मिर्विधा मरापि राजमारादिवराज्पादोनि : पसताभिवम्मरति विपाठ तवाहितम्मर ममतविरोधियपियूरोगा। रब पसाहमापत्ति प्रमासयन् पास यन् पसारमापति सचित पाठ' तवाप्य वमेवार्य विहरति पर्तते ।। राधीवपये सिस्पते पहोपपदियसरोरा सचित्तु महोपपुचप चिदियसरीरा पहीनान्यमामानि । बचपत पनि सम्पत पूर्वामि वा पवित्रापि पसापीन्द्रियाणि या तत्तथाविधयरोर यम्मा सा तथा । सासववणगुणोक्येया सणानि प्रसियनवादोमि न्यधनामि मोतिसवादोनितेपो यो गुण' प्रयवतमोपपता युवा या सा सवा। माग्नु भाग्पप्प माग्यपरिपुण सजायसमगस दरगो व मान पश्चद्रोचममाणता पद वसमातिमते कुछ प्रमातम्पमापे निवेयित यजम निम्मरति तादि द्रोणमान स्वात्तदा तम्मानुपं मामप्राप्त सुच्यते । तस्पर्ष कोणिया रयो धारियोनामदेषोशवा सुकमालपाणिपाया महोण पछिपण पचि दियसरौरा लक्खा वंषण गुणावपा माणु म्माण प्पमाण पसिपुरम सुशाय सब गसुदरगौ ससौसोमाकारा कंतपियदसणा सरुवा बोधीमारिपनपरौनाभव कोविम मुखारहित सेमरमापा उपपरहित भिचापरसुविभिचामा छः प्रांतठपगम्याछरिवउपद्रव । । उमरमाहोमाहिवरखादिका विरोध एक राज्य प्रभुपपमपाधत प्रतिपासतउ विहरएक विजययतव । छ । हिवराणोनष्ठ व वसिसि सरचोषिपनामारावान धारिणोएकमनाम वोपाराणीहोबाइती सुकमाचसुधासाहरपाणिहाय पनपायरतापगणेशमा पहीण * यानबीचचरक्रोप्रतिपूर्स पूगापिसक्षित पानि दिय सरितसरीरनेहम: चणमायिपादिव यमममम्ततिषकादिष गणपोदायगांभीर्यपातरी. तेपासपतमषित माननमद्रोणप्रमाण सयाम पहभारममाप्यता प्रमाणपगुसगरोरनउमान प्रतिपूब पूरम सुजातमा सघतापगोपांग Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ परिपुषजतपोसबोहामाराव्धामा परिपूनि ममापि पामारचे पमबारोनि वोमी माजागार पोहागारव न्यया पायुधागारप पारपपाषा व सतया । बहक्ति प्रभूतसेम्ब। दुमपशामित्त दुमा प्रत्यमिता प्रातिविमिरपा या सतमा। पीपयवाटयति उपपता विनायिता पपया प्रतिमलिंगीवनापरातत्तमा शिपायाना शिवमेतत् एष मन्याभ्यपि भवर निता छतसमहापारा मरिता सतमानमत्रा सपना देमावि मिताय तरणारिएमानाति तथा मरवो गोवत्रा निर्षिता ससौन्दर्यानिमयेन परिमूना पराजिताए चिराग्योपाने भासपा बडदासौदास गोमशिस गवेलकप्पमते परिपुस मसे कोस काहागारा उधागारे वक्षय टुम्बलपचामित्त पोश्यक ठयं मलिएकटय सजियकठयं चंकटयं उबटय भोज्यसत्तु नियमन मलियस सनिमसत्तु निज्निपसप्त परासमतु ववगषटुग्मिक्स मारिमयविप्पमुख सेम सिवं मुमिक्ख पसतविहमर रज पसानाणे विहरति छ कोधिमामालेमाविशेषारिसराव पापपोदासोतवादास गोषपभमहिषमरिमोभरसिममा गाथे एसवधेटागारतवासीप्रभूतषणोशा प्रति पूष परामपापापपरियामाग्गिोबारिणमुकरमोमठमशरणापानमापागारभधारकोठार पावुधपौविममभाक्षिमीषिमुपपायुध लेना , पामारणानेपापथरावत समापयामिररोगमा विषाणापटासपवारगोपिचरमरपपारपरमामभगधाका देयमोबादा पारोगा प्रतिमावेरोपितका प्रतिमानोसामाणिवाणामविपरीताविशारीयन पापियारीपर मतीनो देयागीवाना बापवरी विषमयोगीताबसिपापामारी वनाराबनगरपराबयपमाशायरीपमतगधाभिचदुभाषनररामर तारिखमी AIDSSS" Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शशारो मण्यभूपणाटीपप्तत्वधानपावार संग्बान चाप यो यण सा तपा। सगगग यसमियमपि यचिहियधिमासममन्तियमनापगि प्रणागती। i क्यारममा संगता सचिता मतहसितमपितविभितविसासा वसा तथा तर विक्षित पेष्टित विमासी पपेटा तथा सहममितेन मसयतमा ये सभाप परम्मरमाषपण्या तेष निपया या सा तवा तव सुखा साता ये उपचारा कोकण्यवहारा पोपु फसपा या मा तपा तत्पदवयम्त याय धारयः। चिदिदमयया रमणधपवयपरचरपनवपनावविशासकम्सिया व्यन्त्रमे नवर सघन पर्ष घटीमाग' लावण्यमावातम्य पहचीवता विमाप लोगो ष्टा विशेष पर प्यानासनममनाना रसभनवकर्मयो । उत्पद्यते बिपी य. नि स स विमाम प्यादिति तवा । कोपिएप रय महिपणरतापविरतारमपरिसरसागः पचविलए माणस पाममोए पशणम्भवमायोपिकरतित्ति व्यास मेव च मार । सिगारागारपारुषमा सगय गय समिघ भपिप घितिय विलाम ललिम मन्नावमिउण तोवयाग्कसत्ता पामा दौमा दरिमणिय पमिषा परिक्ष्या कोणिएण रणा मंमसारपुत्तर्ण सद्धि अगुरप्ता अविरत्ता हट्ठे मह फरिस पमितहसिवल भरियोसिवत या समपिवर अमेवचेष्टामसवरिवसा वनौष्टापटाचनसकरिवस प्रसन्नपणठते गपूसहित महापवोसिवउतेजन विपरनिपुणगाठोमाहौ युवधीम्यवाष्पचा सोवष्यवहारतामविषाकृयामिपुपाकर रेपवारनचित्तपुसवार दोठथकानेवयमसामनान पामर पभिरूपमनोहरदौमतीयबीते पारिबादिवो प्रतिपदेषचहारनिर्मपणठ पामर कोणिवनामारावा मभमारयेगिक नुपुष तपसाधि पत्रपगिधौवा पाएकीपरपणविरच पगार एमसावर सदनास परम रसएप गंध पचविषपचमकार मनप्यमवधिया फामप्रमभोग Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - cader तमा प्रधान मामारपमापता व तुमारीपित मानुष वामार तसति सबा तदुभानमाप्त मित्युच्यते प्रमाण सुवासेनाऽटोरयसोचयता । तप मामो मागप्रमाची प्रतिपूपिनानि सुखातानि सुनियवानि सर्गमहानि गिर प्रमगोमि यक्ष तरावाविध मुम्दरमा सरीर यया मा २ तथा । मसोमोमाबारकतपीपदसमा ममिवत सोम्याचार वान्तर कमनीयमतएव च प्रिय वनम हरणो दर्शन रूप यम्या' मा तथा। पतएव मन्ति मोममरूपा। परसपरमिपपतिपसियवसिममष्या वरतसपरिमितो मष्टिपाप मगस्त' एमप्रियसिकी मिन ययुको पमित सणातमि मची । मध्यभागी पणा सा तवा । कुनिश्विगा पुणताया ममिपिता गपोपा बपोशपवारमो यस्सा मा तथा कुहनीपिक्तिपीनगउ गति . पाठामार' । वोमररपबिपरविमरपरिपूरमोमवयषा कोमदोपहिया कात्तिमा सररमान तमा वा यो मनोहरपट्र सलिमम प्रति Vपूर मध वदन यमा सातवा सिगारागारागार रसवियपधागारमिर ग्यानमिर पार गोभमो पेगो नेपय यथा म्यासया पया। - = S करयलपरमिच पमत्यतिपलियवस्जियममा कोमुर रयपियरविमल पठिपुण सोमवयणा कु छल लिहिय गालेडा सुपरमनोहरगनाचेगु गमिचद्रमानोपरिमोम्योभापमानपावारमावेहमायरोरन वासकाममोगमनोहरपियमसमपादानजेएन मोभा । मारिकापमा परतापरमितमूठियाएवापसप्तविग्हा मतिसितह स्पक्षक बनियापशाबमधभागिंभपना कीमदोवानिकी मामत रखनीवरचंद्रमात मीपर पिमानिमक प्रतिपूर्ण परत सौम्म बारोबदामपणानेहमठ पाममा विच समारोबाजितपतिप्रचोपायर मानेपासपोमनोरेपावेनी नगाररामसमभूषाविपनाम पामारहानचाचमनोरपपमपाभरपपानबरmaratसंगमभिती गगमनिचामि Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - शशारी मण्डपभूपयाटोपतत्पधानाचार संग्याम चापय गो या सा तथा । सगयगयहमियमणियविधिपधिमाससम्मझियममागि उपात्ती पयारममा संगता उचिता गतमितमपितविधित विसामा यम तथा तब विहित चेष्टित विमासी नेपचेष्टा तथा महमा मितेन प्रमन्नतया गे समापा परम्पग्माषपासचा मोघ मिपची या सा तवा तव युवा' साता ये उपचारा भोकव्यवहारा स्तेपु कगला या सा तथा तत्पदषयम्ब चम धारयः । चिदिदममधामले मनरयणप्रघणवयपपरपरपनवणमासविसासमिया व्यन्मेष नतर जघन पर्यकटीमाग' मावस्यमावारम्य सहणीयता विमास' स्त्रीणां पटाविप पहिच स्थानासनगमनाना भनेवणा पेश सापद्यते विशेपो या चित्र म स विमाम स्यादिति हषा । वोचिएप रण मधि पसरतापपिरसारमापरिसरसरूपग पंचरित माणसम ए पामभीए पजणभरमागोषिहरतित्ति व्यत्य मेव च नवर सिगारागारपारुषमा सगय गय मिघ मपिथ चिट्टिय विलाम ललिप मलावणिण लतोययाग्कसम्ता पामा ___ दौमा दरिमणिय पमिक्ष्या पडिहवा कोणिएवं रणा भमसारपुत्तर्ण सधि घगुरत्ता अविरत्ता ले मह फरिस हसितहसिस भपियबोसियट मासभणिवस पमेकचेष्टामटकरिवला नवमीपेष्टाकठापमएकरिवल पमत्रपणठते गासरित समायोसिप हम विपरमिपुषगाठोडीने बुधवोग्यपस्वासपचा सोवष्यवहारतेहनविपकृयमिपुपाछ देपणारगचित्तएसपकर दीठाइनेयमकामनान पामर पभिरूपमनोपरदौसतीषकोते पारिपोदेवो प्रतिपदेषणचारनिमंत्रपणठ पाम कोणिचनामारामा भभमारयेणिक नुपुत्र पसाधि अनुजगमिणीयर पारीघापाविरचनार ष्टमसावर मदन मय फरस रसरूपगंध पचविधपधबार मनप्यमवधिया कामपनभोग - - - Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाणा पिरणा पत्रमा भरि प्रतिवरी सस्यपि न विमिमपि विरक्षा तो प्रतेवर्षामित्यादी विठसवारित्तिपसि विहिरमभूतजोर परत्यत्तिप्रमाण मापदारतसामाधि सदाह मसियावसायापोरदाण समसामा। पविसिवायएनिमत्तिव्यापतोवार्ताण्यापारवान् वातानियबरम्यय । तसिपतिसिसे मना बसियो मा चासो विचितामुख नगरादामागतो पिरतिच भगवामित्यादि रूपा देवसिपीति सरसिवी पतसा निवेदपति ।। तसय पुरिसरबारित रिवस्तिमस्तविपत्ति दरत सतिमवरूप चेतन भूस्खयेपात तया तम्मतिः रसदव गंधे पपविरे मापुस्मए कामभीए पञ्चपुग्मवमाणीविरति छ तस्मण कोणिपस्म रयो एरिसे विउजकयवित्तिएभगवनो पवित्तियारए भगवतोसहेवपित्रं पवित्तिपिषएा । छ॥ तस्मण पुरिसस्म वयेश्वर पुरिमा दिनभत्तिमत्तवेधवा मगपसोपवित्तिवाउमा भगवतीतषसियं पवित्ति पिवेदेति छ । तेणेकाले सेणं बामौवाट्रिपरमोमोरद्रिय परम्मवमाषीमातापमपतीभोगवतीपीविरपर कोपिषमामारावानर एकपुरप विमपिस्सोप पीबीधीबधिपानोपवामिनाराम भगतयोमहावीरमा मात्तिबावातोनयनरावीवानसपधिधारी भगवतीमा वोरणीदिवपरनीमतिमारामायभागविताएहतियाापनीपापबारबावममतपावपमधिनगरिपामापिपाएर मनिदरप पारावपचिवालयमा पाषषापरापुरीगावरार दिपीपबमरमसारमा रामापरतपाभाभीमाजरेवनामूबर मरपावावापुरकर भगवतीमापीरजीपत्तिमादमागरपारचार ममतमोहसिनीसानिमाताभिरावासीविपापविर॥ Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ r ocortickethalay वापापपारिचा मज प भोजनमिति । भमसारपोति थपिकराजसूख । पपगगदित्यादि प्रमेये ये गणनायका मतिमहतरामायका पाला राषमानीया मंडसिवा रंपरा युबरावा मतान्तरेणागिमादोश्चर्यमुखा । तसरा परितुष्टगरपतिप्रदत्तपावधषिभूपिता राजस्थानीय माविया । एशिवमरपाधिपाः कोरबा पतिपमाटुम्प प्रभवोवसम्यवा'। मक्षिण' प्रतीता। महामविणो मन्तिमपनपभाना इसिमाधमीपरिका रति दहा। मथवा प्यातिपिका भागागारिवाति मा । दीपारिता प्रतीहारा राजदोवारिया वा।पमावा राज्याधिष्ठायका। पेटा पादमूशिवा। पीठमी. पासाने पासनासबसेवबा वदमास्यवं । नगर मगरमासिमजतव । निगमा वारपिका वणिजोगा। येष्ठिना श्रीदेवताभ्यासितसोवर्ण पदविभूषितोश समएस कोमिपराया म ते वाहिरियाए उपापसालाए प्रयेग गणनायक नायक राईसर तलवर माउमिन पोसबिच मति ममते गपक दोवारिष पमच घेड पोटमह नगर निगम मेष्टि सेणाय सत्यवाह दूत तिपवासिवापारानाविषर तिषिसमरतिषिमतावनाविपर कोषिवरात्रा भमसारयेषिकरावानरपुष वापिरतीस्पस्वामयारावर सिवानोसमाविमपरिवाररावा पनेकपा गनायवप्रवामाहिमहत्तरमोटामायकपटकमास्सामी राभवमंसीकरपरयुवरामा सलवर महबहरावाम मारिविमर्मस्पनापधिपति को नियकुटबनानायव मनोसामान्यमपिता महामोमोटामवीवर गणकव्योतिपोषवाभंडारी दोवारियवातापचियानिवारइदिगयावावरातिवाररपवासो पमोठरिसदारार पौउमर्दहारहरमिषसमान नगरनिवासोनोश निगम कारविषयापिया ये वरदत्तरामीसहित पतरगसयवटवाघमघनायक मार्यवाहतांसोबतिसावर इतमावरिष्ठारावर सधपारपटक shadostoste Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मादा । सेनापतयो पनिनिकापितच बनायबा । सावा साबाता । दूता पम्पा रामादेयनिवेदका। सन्धिपासा राज्यमन्धिरपकr । एपी हप्तारित पतीयागचनसोपो द्रष्य'। समिति साह सोत्सव म वाम तमस्तित्वमेगापित समिति समन्तापरिवसा परिवारित इति । वा मापौरवर्ण निश्पते बमसो महातपसी नामान्तर छ मन्तिमजिम भगवान् समप्रेषर्यादियुत मारो देवादिसतोपमर्गादि पाशितसयाग देव प्रतिष्ठितमामा। पादिवर पादौ प्रथमतमा अतधाम बरषयीवात् । तीधर सरप्पगोमवात मासमा सम्मेर सम्यग्योदयण गोधाव छतपतदिस्यार मत' पुष्पोत्तम' तथाविधातिसम्समधेम पुरुषप्रधान । सप्तमत्वमेवोपमावये पाप पुक्षपर्मिट सोर्यातिगया। पुरपपरपुपरी पुषषपप वरपरीका धबसपा पुरपारपुपरीवं धवसता चाप्प सर्याएमममीममरहितत्वाग। एवं पुरुपपरगधष्टयो गन्धपति पास सामान्य प्रापपरपाशिवममरकारितुरितविमानात। तमा न भयं यते ददाति मायापहारवरणरमियोपमग कारिष्यपि मधिमाल सहि सपरिपुरे विहर छ । सेयकामे से समएवं ममणे भगवमहावोरे घाइगरे तित्य गरे सयं समुढे पुरिसुप्तमे पुरिसमीर पुरिसपर उरोए पुरिसवरगंधहत्यौए प्रमयदए चवखूदए मग्गदए गरगदए शोषदए बेमौसपिमेयर देक्षित पतिमवस परपयाविषविरारशिवरमगतयोमहावीरनु पक्षसिपिरवते प्य वापिषव्यापागनरविपर तिपयमइतिहासावर विपर अमरतपनावरपसार भगवंतमधिमात महावीरवमयामागीपचार शुतधमनीपादिनाबरनार तीक्षप्रथम । गरधरतबावविश्वोस वनावरमहार परमारपदेगरिमापापोरसामीप्रनिबुत हषपमात्तिा पपमाधिमौरपरिपाचपोकमानत्रार Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्राविनोस्य भवदय पभया वा सक्षमागोभयपरिहारवती दया हुणा यस्य सोमयदय । न घेवभगयममधे न प्रोत्यपिवध करांतीस वगवार परिव चतु पभजाम तहयते य स पचय । तथाचि सोये चचत्वा वाछितम्मानमार्ग दयमलोपकारी भवति उप मिसापीति दर्शयवाद मार्ग सम्यग्दर्शनारिख मोचपट दयारति मार्गदय । तथापि होने परबाटन मार्गदर्शनं च छग पोरादिषिमुप्त धनाविनपद्रव स्थान प्रापयन । परमोपकारी भवतीत्येव मिहापौति दर्ययवार सरपदयो निवपद्रवमानदायको निर्वापरतरित्यर्थ । सवाल मोके धनुर्मार्गमरपदामार यामा बौवन ददात्य व मिहापौसि दर्षयवार जोपन बीवोभावमापधारप ममरपधत्वमित्यर्वतपयत प्रति जीवदयो जोयेषु वा दया यस्य सजीव दय । तथा दोप व समसवस्तुमवायकत्वात दीपो वा समारसागरातगंताहि मर्गस्य नानाविध दुप्पकमोलाभिघास स्थितप्यारनामतत्वात। * तथा नापमनपतिशमन ततस्वात्ताण । तथा यरष मर्यसम्पादन तरतुवाचरण । तथा गरप्ति गम्यते ऽभिगम्य ने दुग्थित सथितार्य दोषोत्ताव सरवईपट्टा धम्मपरचातुरतचक्लपट्टी पप्पडिहयवरनाग दसणधरे विच्छउमे नेणे लाणए तिणे PHOTO पुरुषमाधिपुरोवधवशवमसमरीपि पापोरनसिपतिमधामौकामभोगमतीपर रुपमाधिरप्रधानगंधएपीसमान मगवतदेपोनयन्यसोर्या मदछोर सर्वनीववस्वावरनेपभयदामनादातार स्वामीजागरूपसोचनमादातार भूसाजीवमरम्बामोमोचमार्गगातार कर्मयधुघोनाठाझीवनर सरपनादातार संसारसमुद्रविषयोपसरोपापापदानानिवारवसंयमरूपवीवत संपदामादातार गतिमुराभिशापीजीवनर पायमवायोग्यगकल षमबीवनापाधारभूततधारगतिमतपतवारक धर्मतिपिरोपवात्तिसारोपाविभुवमनसरायपास पतितपसवमिप्तपत्यावरप्रधामनागपनर नाम Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सुपा । परात्ति प्रतितिडताणामिति प्रतिहा पाषार ससारगचे प्रपतन प्राधिसमीति तथा पयसमुद्रापतों हिमवानेते पसार पृथिया ५ पतापर्यन्तामा सामितवा मातीति चातुरन्त पासी पवीच पातुरत पवारत्तों वरयासोपातरतपशवी च परचातुरन्तरवारसी सर्वराजातियागे परिपये परमातुरन्तरवाती अवरतातरवावी समाधवतयां मध्ये पातिपयवादिति। तवा प्रातिहते पदादिभिरकाशित विसपारने वातपय पाविषत्वारा बरे प्रमाने मानरम अवयपरे धारयतीति समतिकतवरवानदयमवर वयममते रम्मत पर यतो स्याहत्तामा मित्तानानापावरपी निर्मावो वा। एतरामारिखमात्तनमा बिनो रागादिता। रागादिजयप रागादिसरूपादि पामादिम्मत पार वापत्ति घामको पाता रामादिभाषसम्बधिर्ना सम्पबारपपमानामिति । प्रतएव तिति तौरव तीर्थ संसारसागरमिति पमा पतएव तारक संसारसायरादुपदेययत्तिमा भमवामिति । तया मुखो मात्राम्यन्तरपन्नात् पर्मबमनारा । पतएव मोपकोग्य पामुपदेयपतिना। तवा पुत्ति पुराणान् बोधव्यम् पतएव बोधकोऽच पामिति पतापनि विशेषपामि भयावसामायित्वोमानि। पप मिावस्मामाथित्योचते सब पपदरसीति सचान वियेषावयोधः दर्मन सामाचावयोष सिहावमा पुरयस्य वापित नाम नाभ्युपगम्बसे प्रातिविचारस बुझेर भाषारित्व तम्बतबपोशामिदं । तया शिर्ष सपियरपितला दर्ष माभावि प्रायोगिकरमरक्षितनात् । परन रोमाभावात्। पमतमनन्ता विषवधानसम्पत्वात्। पचममगाणसापपर्यषसितखात् पचयं मा परिपूर्वखात् । पम्पावाप मपोसारिखाता पपुनरावत पुनभवाभावात्। सिरि, तारए मुत्ते मोहए मुझे मोहए सध्या सव्वदरिसी भिव मयत मकपमत मक्मम ममामा भपुखरापत्तथ पिनिगर Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ U peoकाना गतिरिति नामधेय प्रगत नाम चस्म तविधिगतिनामधेय । विहन्तामिरिति जान पोषकर्मणो नोवध साप सोकाप वा श्रीवमरूपविशेषपानि Tोहायपचारादरमेयानोति। संपावितसामरत्ति संप्राप्त वामवाप्राप्तहत्वः। वि आपए स्मादि विशेषणानि सचिव हम्मते । समरिमानि पतिसि पान पसोबादिमहापूजाखात पविद्यमान पाए एकांत प्रच्याच सर्वत्रवान यस्म सोरसा । जिम प्रावन । पेवतानि संपूर्णमि शहानि में अनन्तानिशानादौ नि यस सन्ति स पती पतएव सम्पदरिसी। सत्तएम मेहि सप्तासममाया। समपटरमहापलिए सम तुल्य पध कायोपरिवाययो । रिपोपपततमा तव वचतुरसमिव चतुरस्र प्रधान सचणेपपेवतय समचतुरस तच तत्स्वानाकार सम संमियतो य स तथा। वजापभनाराष यामधे ठा समाविउकामे परत जिरो पली सत्तइत्युस्मेतिसमचउरस्ममाणसहिर बन्नरिसइनाराएसघषिये दमनारपसार पानपावरदम प्रस्थपाषषोमिहत्यावीतगगषयानि यथया रागोपनाजोपपार पनेरानरागरपजीपिवार पापण परसंधारसमुद्रतार पनेरामसंसारसमुद्रनारर पापकर्मम् पापा पनेरामार वर्मघकोम् कावर मापवतस्वनाप्राण पनेरानइतमार्गद सवपदासवासतहमााप सर्वषनादेपरहार मिवनिरूपद्रव पचराधामघकोम पर पवाजिहारोगमको पनंतमेहनतनयो पधयजेहनचय प. मयी पमाणाविज्ञापागधामी पपुपरामत्ताताभिहायवीचचतुपागमगनवी सिहगतिएवजेहन मामधेयकर पविठामिपरिवानी वामनावतार एवभिमतमोचपपिमिदेवांछनावीश वर्मपवरोहना रागपिनालीपपवार वेवास माननाधरपहार सातपायणित अगरीरहवामनर्वतमा समचतुरस्रविदिपिपिपासाकरसमामखरोसरियलकर गरीर पञपोसफ्पभजपरिपाटनारापयिषु - Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चानन रति प्रबमसानमः। पधुसोमवारुपेरी पदबोमो नमो वायुविय शरीरान्तर्मतिवायवो पास तथा। कायापी का पचिविशेप' पानी गुरायी बन नौरोमांसातवा स तपा। बोयपरिणाम बपोतष पचिपिशपमेय परिपाम णडारपायो यस्य स तया। पपोत कि पापारसवामपि चठरामित्ररपतीति पति। सपिपोस पितरोपपरिपए मनरिव पचिपर्व पोसन्ति पपानदेय पुरीपो । पतवा पख सतबा | पहा प्रतीत मन्तरे च पहोदरपोरतराने पावित्व चवघे रतिस्तत ए8 परिपता विपिपरिणामवन्त सवाता या सतवा। पमुप्पक्षगधसरिसनिमासमरमिषयी पम पम उत्पशष नौसोपस मववा पन पवाभिधानं गद्रव्य मुत्पमधोत्पशकुष्ठ तीमधेन पोरम साप समो यो नि मास पासवाणु सेन पुरभि सुपन्धि पदन सुर्य यस स तथा बौति पविमान उदात्तर कुमार बराबरवत । मिरायवोत्तमपसमपरमेय नियमपये मिरातार नीरोग मुत्तम प्रगतमतिमोत निरापमं च परमास पाठान्तरपताप यस्य अनोमवाउयेगे कंबम्गापो कपोयपरिणामे माउपिपोस पिह सरोरुपरिणाए पउमप्पलगंधसरिसनिस्सासमुरभिवयये वोम निरायकमोत्तमपसरवपमेयनिरुवमपले बल्ल मत वर्मकसेयरयदोमपन्जियसरौरे निववे छाया पासोमबंटाधावसंघसरहर पनुहोमपमुबसुषमारिवामियरोरासिमाबुनिहरवार बबप मिटतेपरोपवावाबामहठामपर मौरोगावरगत बपोतपारेपानीपरिपाजारपासपनिमायाबरोषारतारपुषबर मममिवानीपरिचापानदेशवरारमोनियमानापन चामर शिविरमातापिपरामपाएपनीपरिचिरबिपरिसमाचारमा पराला नीचामा बना Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तथा पाठान्तरपये प्रतिसेय इति प्रतिश्रेष प्रत्यन्तप्रयस्य । जनमशव से वरय दोसव लियस रोरनिश्वसेवे याति च 'गति चेति यज्ञ' स्वत्प प्रमद्यापमेव चचासो मणयेति वक्षमशः स च च दुतिलकादिक स्वस्थ मनेदो रजय रेषु तेषां मी दोपो मालिन्यकरचं तेन पति गरीरं यस्य स तथा वासावर निरुपपचेति मधारय । छायापोबोइयममगे जायवा दोमना उद्योतित प्रकाशित अङ्गमय । वर्षानिदिय सुनवलमस्य तुक्षयकूडागारभिभपिडियम्बसिरर घननिचित, सत्य निविष्टं घनवाश्रयो घमवत् निविष्ट सुबह सुष्ठखायुवह सचयोव्रतं मगस्तलचण कूटस्य पर्वतमियर पाकारेच संखानेन निर्भ सहयं यत्तत्तथा पिंडिजेव पापापमिडिया सुष्णीम या तत्तथा तदेवंविधं गिरो यस्य स घन निविष्ठादिविशेयरिस्ट । सामतियोंषण निचियम्फोडिय मिठवि समपसत्य कुमठ का सुगंध दर भमोभग भिंगनोचवा जल पद्विभमरग पनि नामागंधद्रव्यते सपनिमासन उडवगंधवदनप भोजोइयगमगे घवनिविय सुबह क्वायक डागारनिभपिडिभग्गसिरए सामलिमघणनिचिय प्फोडियमिट वसन्तमवंत निरात रोगरहित उत्तमकइतोषत्प्रमस्वरू मेध पतिश्वेत दूधपरिपठषचतच निरुपम पमारहितपसक• मांस जेहन नहते बेयोड़ प्रयासजतरह मझते वे दोडिए जतरण कसं कदुष्ट तिवादिचपरमेवत रजरेश्च तथादोपची रौप्रसुपते बइव निंतर चितर गरीरहनछ निरूपले पक्रर्मक पिपोसे पकस उनागर छायाकांतिते पर समूचाज्यस अंगोपांगण निविड़यो मय घनोपरि सुमहच चोपेत ममस्तच बोकूड़ागारकूट पर्वतमा पाकार भितसरोपु पिंडियपापापविडोमो मिस्त कमलहमहवचसिरमा सोमलोचन कहत फल व निषियप्रतिनिविड़ते फोडिय फाडाते हो परमदुस हाटा विसद Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ का *रविषियक विपारितारतमुसिरए मास्मोरिमेष तयों पर धननितिमतीनिसिप्पोनियंति पोठित स्फोटित तान् मरव अमाराप पिगदाय या पक्षाय उभा नभाता चपापनापिका सबन्धपष पुरभया सुन्दराय योममा भुप्रमोषकपद्रवपिरीय र भापतीविषमसारविनियमा नौसचौरविवारपन पग पामोवपत् ववसवयपोव मरमरगपवन मिरेफवन्दमिव । मिषापच्चारी निवरया समजणे वा तवा निषिताय निविता पिताप कुणीभूता मचिपावत्तीय प्रतीतामूनि मस्त गिरोगापासातवा। पश्चिारमाबाबमोरवयमा दारभ्य वेदमधोयते न सामनोवारोति। हाशिमपुष्पप्पणापतष पिव्वसरिसनिम्मतपिश । बसंतभूमी दाडिमपुषवामा चरखेच सपनोषणामोरखपुससमवत्व निर्धसा पत्रिका पमतीता यान्त वामसमोसे कैगभूमि विसयपसरपमुडमबक्सरसुगंधसुदरमुभमोप्रगभिंगनौलवमलभिमरगणपिहनिकर घनिचिपक चियपयाक्षिणा वत्तमुरमिरए दाक्षिमपुपमाप्पकामतवणिजमरिसनिम्मलमुखिहकेसतकेसभूमी धस छत्तागाएत्तमगदेसे शिवछ व्यापटपमपापापाताच चपेतसुधमनामधर्वतसदरमनोहरभुवा मोचन रजातिविशेष भगवनोयमिपीसगुतीमातिका वमिसिहाति पाामदोन्मत्त एसवमरगपसमा सरोमावावानिगटा निरवसानिचयनिकिरिया हमीभूत तथापित परिमाया पिरतापवायरमपमरविणाविरमशाना राधिमनापासपोरवरातीतपनीयतपाबत पानोपरररसरातो पानी | निमनितोमसो मनपतिमभूमि मपनिमानामत बाना मसबानोचामपोवनेको समाचारमानदेयमतवानर Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ REGA योत्पत्तिस्वामभूता मतवावा व स तवा । घरभिचियेत्वादि प्रामत्। वाचारोत्तमादेम' सवतस्वसाधम्योत्शिवससमतामदासमणिका नि बिस्पोटवारिखतचतरहित सममविषममतएव सष्ट ममीन मर पर चन्द्राईसम मगधरयासहरा ससाट मसिक यम सतया। सहवार परिपुषसोमवयरे समाजलवात् प्रतिपूगडपतिसीम्बवदनमितिमाशी सापतिवद। पोषपमापजससवर पासीमो न तु टप्परो ममापयुको मामाचीपेतो वो कौनसतमा । पतएव सवप' योभनबोक मोभनयवपण्यापारो पा । पौधर्म ससकोस देसभाए पोमावलमो यतो मांसपो* * समासी बपौरोगको तयो साविव वा मुसस्य देशापो भागो वम सतवा । पाशमिवावरसविसभराइनएसिपणिहममुह पानामित मौष पामित सपा धनुचिर ममो प्रचाधराणीवशासिव मेघरसेव वमुकेहणे वासे सिग्धं च सुच्चाये भुषो नेवावयव विशेषो यस्य स तथा ___ समल मा चंददमममिठाचे उमुवापटिपुस्मसोमवयसे पल्लौयपमाण अत्तमपणे सुस्मथणे पोणम मलकवोलदेस ___ भाए धावामियचायकवकिराभराइतमुवमिमणिहममुरे पदालिया खरोग्रणयचे फोपामिमघवलपत्तलच्छ निभा रहपाठक तपारहित निर्दोष समसमविपमपगारहितसहममोचमहमठायदोपतपमानापईसरीषु निमाछाहनउ हुपति मामतिपूष पूरखतेरसरोषसोम्यारोवदनमुपशवमल पौषकातापति संदरपरटापरानचौपावाप्रमापयुवप्रमापितएपवाड़ायवणवान बारेमा चिवारपिश्ववपमनोपरहिवान पोगपतिस्तमसमासवरौभयाएवावपोरदेसभागगनसदरचना पापानिपताचोर उसनमाराचापधनुषासरीपोरपिरममोर वणवापिभपावायनोरासरोपीता समसवासोनिरचोगटीएहवीमायनेहनी पव - - - Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गनिपिपरिवपयारिवारमारिए मारमसौपचपिमेव तसो पर घनमितिमतीपनिसि पोपियति नोटित स्पोटित तान् मदद। सुमाराप पिमहाप महा प्रायडमा समा चार परिषा सुगम दरममा सन्दराय गोभमा मुत्रमोषकवठ्यापिप प मावत पौरविवाशाविशेषगा नौवोसोषिवारवत् पाना सामोरपत् वचसवयपोर माममरगपवच मिरारपदमिय। पिग्धपणारी निकरण समशी नातवा निषितार मिमिता कुषिताय इणीभूता प्रदचिपावतोप प्रतीता मूनि मत मिरोजमावापा । पतिगमावा भूखमोपवादादारभ्य पिरमधोयटम सामरोबारीति। दाखिमपुष्पप्पशापवपिवसरिसगियापिर । संतोषभूमी दारिमपुपरवाया सपनोयणोपर्षसमवरेत्तम निर्मदा परिक्षा तीता वेगान्त वावसमीपे समृमि । विसयपसरवसहमशक्लयसुगंधभु दरमुपमोगभिंगनीलाम्बलभिमरगणणि इनिकुर मनिधि चियपयाक्षिणा वत्तमुसिरए दालिमपुफ्फप्पकामणिसरिसनिमाजमुखिकेसतोसमी घरा छतागारुतमंगदेसे शिवध - मायरामसपासमपातसावर सोपेत मुन्धमबागंधर्वतारमनोरममा मोषवातिशिपिक मगक प्रोववियनोसगुपौधातिवा वसमिमिवाति परामदोन्मत्त एपममरयपप रोषावापानिमा निरयसमानिनिविरिया सोभूत मापदविता परमारविरतारावाममयमा पिसाबरमधमा राधिममापासपोजरातीतपनीयतपापड सुवर्षकमीपरराराती पानी निमामिगरी समातिषमभूमि बमपभिमानामप्तवना मानोरामोशबली बबनराकारात्तमागसमसामर -- -- - Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ख स तथा दन्त सकरदन । पचियते भवरदत्त विरते घमरन । विदति व्यक्त । सुत्रवदन्ते सम्यद्दिष्पवदंता एगदत सेठो विगत एक दल श्रेष पहिये स तथा स इव परस्परानुपतामापदा विभागस्वात् घमेव दत्ता यस्य स तथा यवतिधीयतत्तत वरिततवतासुखोई त मिना निहन्त दग्धमल चीतं भमयाचितं तप्त सन्ताप यत्तपनीयं सुवह सोतिरूपं तासु च काकुदाि परसनायास तथा । भवयिविभक्तचित्तमं भवस्थतानि भवसिंधूनि सुविमलानि विविधानि विवाप्यतिरम्यतया भद्धतानि चिकूच केशा मस्त स तथा मेलयित्य सह सविसर मांसल उपचितमांस संस्थितो विशिष्टसंस्थान प्रशस्त राम शार्दूलस्से व विपुलो विषचलेगर्दते यवहणिद्ध सघोयस तवविन्नर सतलता कुलोई श्रवद्वियसुविभन्तचित्तम मंसलसट्टियपसत्य सेवन जबसमंवषेडषु मोपोरगाइड दूध बेहद उपजे बस पावसीकुवचन सदगरयपायोनाकप सुवालिया कमनीमातांतु भाघवसमतनीह सरोपोषमवोदयेनेहमी पडतो छात्रामयोपपदंत ने हमा मिथोफाटि तिरस्तदो तबेहना एतबरदतिषांजरानधो भमिरत मयोविरता मिलतदितदतिवना निषप्रतिवस्तु चिगटार तदतिवेदना सुवात प्रतिभलानोपना त दांत हना एकतिनीयेष पतितेोपरिभवद्यच्च समासतदांत मेहता सुतवहमिते पर करोषस्य तदम तर वसीधोय एवढीतत्तत पाव्यत तवपिष्यतापनीय सरोप बेहद बोभनु तस्तु परितता जपजभरहनी अवद्विपवाधतानवी हवासु विभक्त कड़ा विभागसं युद्ध सुन्दराकार वस चित्तरमपोय एडवोमेश कहतांश्मयूाठी कनावे यशश्ना समकरो उपचितिभा उसे ठियरूप इस स्थान सचित प्रगतरुड़ पास सिंचनासरीप KUÇOT Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Anmol बारमारेताम्मी पापामियावरसविराभरारसंठिवसंगरपायवरजापममए पानामितचापक्टुपिर छपामरावीवर समिति तत् समान मी सावित पायते दो बात निष्पये भोरम सतबा। पवदासियपुरोग्य पविदाधित रविवर बिवासितं यत्पपरोकसित पप्रतापनेपासतमा। पतएव बोधासिय परसपत्तसोशासिरति पनपरिवसित परेपचिर पप पालो पचिपीसोधने यस सतया । गरखावतसयुत गवामे पसरवायता दोर्पाचवी पषवातमा सत्ता मासा मासिका यण स तवा । सपषियसिमप्याविषपसमभिमा णे परिणत्ति परियति यचिवाप प्रगार विम मियाँ बिम्फर मोरापरतयो सविम सहमी रहतया उचतमयतया च पधरोठो ! # पाहतपरी रख सतबा। पंगुरपसिसपरिमसपियवसषगोक्लोरपददमरवमुचालिमाषपदतमेठी पापुर मनमा यच्चमियास चन्द्र पण मिसाना मध मिसवय' मा गोचीरफेर प्रती वन्द पुपविगेप' उदारमय तोकपा मृपासिवा च विमिमी तापहारतपि ___गलायतनजुरा गासे उपपिसिलप्पयामिफसमसिमारोहे पंडरसमिसचलपिमलसिम्मकससगोक्लोर ____ फेणक ददगरयमुखालिपाधवनर्दसमेठी अलाउदंते अण्फुष्टिप्रदते अविरलदते मुणिहते सुनायदंते एगदतसेटी । वासियवहताविपरपुरीषयमनपरोपाशीचनविरवाना वोपापियामबनौपरिविवसितएवम्बरपत्रपर्वतमापषिसरित पषिवरवानी मारनौपरिणापतषांनी उबवातासरबत मीमारिवाशाखेनी उपसिहायोप्यासिरप्यापरवावर विपरमोशातर ! समापोटपधरोहनौषिसमोठामस पारचमविस्मोपरिमशिमामासारखापरीमारिमाभिमदिमखमाजिरिवरपरीनिर्मच - R ato Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Dots त्यतावदव मुजविणेप हुआ भूयासरावतमागपापापपाषाएदामा गुग .......... .. . ... -- * सपासो पादामामीसितासंपचाय पसिनोपत्ति पर्यवचिमय प्रसारित रति समास' पाठातर पायाणपमिपीच्य कृप्ति पादीत प्रमादियादान मगसास्याम तमादुए होत्ति निकायित पशिहोत्ति पगमार्दा सपुष ताविप या दोघों वाइ यस्य स तथा वाचमान्तर युगसधिभपीनरसि पोवरमकोहवामी संहितोपचितघनस्थिरसुसंवरमुनिगरपक्षसन्विति वर्मधारवपदमिति। सतलोवायमउपमंसमसु जायज्ञपणपसत्य पत्यिहवार पापी रखसकी सोषिताधोभामो उपषिता युवती मृदु को वोमसो मौसमी सुखातो सुमिष्यत्रो प्रगम्त सही समषिको पछिद्रो नासो दिवचिता था तराससमारस्तिो पापी पम्तो यस्य स तथा। पौवरबोमखवर गुमो व्यव नवरं पोवरा महत्य' पषित मते पीपरपश्यिसुजायकोमलवरगुती व्यवच __ भोगचादाबफलिउच्छूढदौम्याच रसतलोवायमसनममलसुनायलक्खसपसत्व प्रत्यिहाास्नपाणी पीयरकोमल वर गुलौ प्रायवतवतलिपसूरालपिवणक्खे चदपाणितेरे सरएपाणिनेहे मखपाणिने थे चकपाणिने दिमामोत्थिन वाटसामुनहापना भुषसरकहतांगेयमागत हनविपुरवितीय मोटस मोगवरोरते पादायकारएकवाभपीचिठपणाप्य उ संयकोधत दहमीपरिदौसानीबारकबेनी रसरातांवतमहामाता उपचितवताचा सदुपयतकोमसम सप्तमासपत्य सपुष्टभो सुनातकसानोपना सक्षपसबसभिसापचपरवरीसचिवपछिद्रमासागुचीनविचासाजिदपतरानयोगावापापिहापाना पीपरबाग कोमससकोमसवर प्रधानपापीशवानी पायमांपासरोषा बोगट पारहरातातसिपवातापातसा सरपवित्रपिरमगोचरनिाचीगटामपकजेधमा पदमानावारि ॥ Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ' विमोरपि पत्र सतबार गुमप्यमापवावरपरिसमौतुराई उपमा यणा' मा तथा विधा कम्पपरसायो पोचततया शिवयोगाच प्रधाममासामी पौग को पण सतपा। परमारिसरासोसावपमनापपरपरिपुषविसमस परमशिष प्रधानसेरोमेय परावर सिमरी बाहो प्याघ्रः अभी सभी नायपर प्रधानगम एषामिव प्रतिपुर्ण सम्मारिनामोनी विपुत्हो बिस्तीय वन्य प्रयदेमो बण पतया । शुगमविमपोरापोवरपणसविससितिपिसाबरविरमास धिपुरवरपसावहियभूए युगमविभी उत्तवायतत्वाभ्यो युपतयो पीनापुपरितो रतिरोपमाता हरवरी पौषरबोहापायपारिको रिपती पिभिष्टससानो मुक्षिा माता पियिता प्रधाना' घना मिविड़ा सिरा मानिसमा सुपा पाभि सभा समानानि वर्ग को तवा पुरषरपरिवषयमरामेशवात्तितो रमाइया पतमा वाचनान्तरेपुरवरफशिय महामविरलहणए परंगुलमुप्पमापकंगवरमरिसम्गौवे वरमरिसवरामीहमहसतममनागवरपडिपपविउजवघे दुगमविभपौषरएपपौवरपासहिनसुसितिविमिस्परविरसुमनसाधिपुग्दरफलिहवष्टियभए भभईसरविरल E विपुखनिवाइटान पटकावेनर चारिगुरप्रमापमयाममापवरप्रधानसत्तमवइसरोपोपोवागारिकोटिवानी परधान महिषपाइए वापर मनालीसिरोशिमारधाउसमासभनामवरप्रभागासोनोपरिमतिपूर्व प्रभाषोपेतविपुलवितो पिरभणदेश । कामह बुममविभवूमरमरोषापौरपुरमाग एवरेपानरविनादातार तबापोपरपुष्यमारपणाममोपारिवाशामिनीठिय -सरसामसुपिभिशामिबिताएराविनिमतपमाधिरपणेषएापौरपसंसिरमौ तबारबर नमरमौषधिशाषपचाभोगवनीपरि . ल - Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विमायक्ष वचतरो यस सतमा । सिरिषद वियपर व्या वाचनान्वरेत वचीविशेषगाव हस्यन्ते उपचियपुरवरकवाविधिसपिासपच्छे उपचित पुरवरवपाटवरिसोई परतिपय वचो यस स तथा वपर्यासमाययसपसबसमतसमिरिवारस्यपच्छे पूर्वववपर योवो रतिद रम्यमिति, विशेष । प्रधरपुषवरमगरियक्षसजायनिरुवाहपदेशधारी पकरण मांसातवा नुपसमाव पटवयास्थि बनववरचको पषियमस दवा तव निम्मच सुखातच निवपक्षत रोगपतिवर्मित पारबतीत्व पीसो य स तया। पमहापरिपुषवरपुरिससवपधारेतिचाप्यते परसान पहोत्तरसास प्रतिपूर्वमभून वरपुषपवना धारयति यः स तथा । समयपामे पधोध पार्ययोरवमतवात् । संगयपारी देशममापी में चितपार्थ । पतएव सुन्दरपामे यत । सुजायपासे सुनिष्पापा । मिवमारपपोगरायपासे मितमापिशाववर्ष परिमाचवन्तो पौनापषिती लक्क्षणघर समयपासे सगयपासे सुदरपासे सुनायमासे मियमारपीगरस्यपास घन्नुभसमसेशियनश्चतगुकसिण छावेहन चौवचबरोक्तिचित्रपतिबरवचहिट वानर प्रकरपसमासमपनयादीसतापष्टिकर बना कनकमुषस सरिपीपचिर मनोहरनिर्मसमरहितसवातपरनिर्माप्पष्ठ पचवावर एमबहतोपरविरचितमरदेशमरीरनिवपक्षतरामादिदोषरहितवादेशयरीनाधरणहार । हर पासाबसासपनरपाठपरिपक्ष पूररोज पानीपरपुषपतीबरसंबंधीसचणसापोटचकादिकतेवनाधरपहार सवतजतरतारपासारखेना संगत देशममारोग्यएकापामाशामा संदरसोभाबमानमनीतरपासावेहना सुत्रातकालीपनाम चपसचितपासांचजेठमा मितप्रमाणो । पतमवो मारमावार सचिवपीनासह करोरुपचितसहितरवरतिसपनाहातारपावापासारखेहना सज्ज पसरससमविषमपणारहित मेहियमितती Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारतरतसिपमुससपियनशे पावरति तामवत् पातामा विमोहिताविना प्रतापय परिवा पचिरा दीप्ता सिग्धा परचा नणा। बरसा पासतमा रणपिसाबारा पापोरेशा पासतमा। एवमन्चाबपि पि। रिगसोनिपपापिरी दिकससिमा चिपावत सप्तिा पनदेवानन्तरोग विशप पर तत्प्रमशतामवर्षप्रतिपादनाय संपापनाश चन्द्रसूर्यमदिवस शिवपापिटेप' पतएव मार, भासरे औरते रपिससिका सोखिमरिमत्तमरियपापिसोबत अवर विमक्षा विभागमस्य' सुपिरपिता सुटुसता सवीववर्मपा पगार " | बसकुत्तमपसमास्यपापियो परत परतमा प्रसस्ता एपो रतिदाय रम्मा पापिषा यस्य स तया । पप प्रलतवापमानुथियते पपग , ॥ रिसायमापनपमतसविपिचिपणिमाथि बम मसातवदुबार बम समतवाविषमष्पमुपचितर मांसपोप्तोर्स पवाति पापिसेरे बदसूरसंहादिसामोरिवधपारिखो कणगसिष्ठासमुनखपसरवसमसलालवचिय विपिरणपिङ्गल , पछि सिरिषच्छ फियवच्छे पवरप्रकारगरुयनिम्मनसुनायनिमायदेशभारौ घट्टसहमपरिपुल परपुरिस । दूसरोपीपातिावनाविपरेमाहोबावामा मापावारिसर्यसरीमोपातिापनरविवारपाचौकशनर सबमरपाबारिपासिाब नाविपरपातीबरवार पानापावापारिवानाविवारेमाचीपारवेशमर रिपोनिषदधिवावर्तसाबिपानापावारिपापिसाबमा विपररेमापोवारमा मासूर्यप पशिलापत्तसाविमो पिपावारपारितावनाविपरपावरमर बमपरमशिवा तपरिवारमोरिसमसमातिमतपरिणममप मारमचापिपरिसिपिशापामतपपिपिचाप Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । प्रतीत दपवणार्गवडो निगरित्ति परीसत मारवगक तन सर पमुष्टि स पति हा ते सहणे वरवनव वखित 1 पामो ममी मध्यमापी या मतमा । पसायवरतरयसौरवरष्यिबळी प्रमुदितम्य रोगमोकायपरता वरतरगचेष सिइपरलेय घ प्रतीतस्य । वर्तिता उता मटी नितम्बदेयो पज सतबा पाठातरत पसरवयरतरमसीपपरेगपश्यिकहोति हम्यते तव प्रमुदितयो परयो सरगसिप्पयो १ वटया सकायादतिरेयातिमयेम वर्णिता पत्ता कटौ यस्य स तथा। वरतरगसुवायगुरुदेसे वरतुरमस्व व सुखात सामवेग मनिष्पयो गुजादेयो । वम स तथा वाचनान्तरेत पसबारतरगगुमठे बाप) पापुमाउपनिरपवे बावयव निरूपसेपो सेपरहित सरीर जारखग्यो हिमपY पूरोपावपषिप्तगापो भवति । परवारपतमविद्यमविससिवई वरवारणत गजेन्द्रन तुम सहमो विक्रम' पराकम विससिता च विलासवती गति مصمصمصومعملمع छिरसरिसबरवरवलियममा पमयबरतुरगमोहवरवट्टियकठो परतुग्गसुजायम गुन्मादसे माइग्रह उच्चपिरुषलेवे घरवारण मुम्लपिछ मविलसियगई गयससपमुलायमन्निभोरुममुग्गणिमग्गगढनायू एणोकुरुविदायत्त गंभोरचौविबटपसरतोपिशवीमाभिस्टोपरानो पातमांचितविचारसवीर्ष सादकहतापिगठी सुसमुसोकमसिनतेपुषविधाप्परकीर्ण दप्पपषि परियाणारीसापरिवानसमातेपुषमध्यरसबीमार वरमधानवादकगण सोमहरीपड़गनीम् ठिपरप्रांगरतीरगनाहापमपायुध पतहानीपरिमयसोष वापि ममुदितापसहितवरमागतरगधोग्छ तवामोरवेसरोसिघतचमरोपीवरप्रधाम पहिषपतिवाटुकलकारी कहिानी परमशान तुरगोगनी परसुवातसत्तमनीपमहरगुप्तगुनगरट्रियलहमर पारण जातिवतसु दरयषोणगोपरि मिरुपलेप। Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - -- - -- रतिदो रमो पागों पचामोदेशे यस स तवा । सरसमसरियनपतहसिपपिपावसगरमपिवरोमराई कानुकाना मवका समाना मविप- ५. मा समाहितामा सरितामा बाबानाप्रपामामा तनूमा समाचो छचामा बाबाना मिग्बामा मायाराम पादेयामा सुपादेयान हसताना समा वणानाम पतएव वरमचीवानां च रम्याची रोम्बा तनुजा राव पंसिंग स तवा । मसवितममुवामपोषकुची मसापचिपोरिव मुलातो. मुभिययो पोनावपचितो कुचो सदरदेविगेपो यस सतमा । झसोररेत्ति मऊ । पावर सुपौन्द्रियः । झमोदरपत्र विवटनामरति पाठान्तर।। गावपाहिपाजतरामारामिविरतापयोपियपकोसायतपसमर्मभीरवियापार गङ्गावतंब व पचिपावसंतरा रिव दीपिभिरिव भाराममा रविधिरपतत्ति पररिबिरबोधित सापकोसायंतति विवायोमवद्यत्पत्र तयाधीराच विवटा च नामिप्य स ता। सायमोपदमसह टप्पपिपरिववरबगरसरिसबरावधियमय सापत्ति सात महिममय यसोमंद विवाठिका सुगम पिहानुलरमविज्जरोमराई मसविहगसुखायपीयनच्छी मामोदरे मुकरणे पचमविपठणामे गंगावतक पवाक्षिणायत्ततरंगभगुररविकिरणतरुणपोशिययकोसायसपउमगंभौरवियड़णामे माहयसोदामनदण्णपिकरि __ समाजात समएमपातपीमिरवायोपिणीगटो पारबसोवमरपादेव पिवायोप्पाहावयवतएवीरमर्गकरोमराजौथे पिकर पेलो भसमाधिशबिरगपषिमानेनौपरिसमातमसौगोपनी पौनसमाभरीपूरोपटगौरवपासानाविभागबारमा भबमाविषमतेनामरोहा उदरपेटहरवेशमा पचिपरिवरपरदियारहवामा पचपमहापरोबारिपाठविवरपिशवीमाभिवरामी गैमानापावतमीपरर पयापिया वत्त विचारत तरगयनोविपरीमगुरांगा तमातरारमियमरविरारपरी मोभितमगा मोमातापितर पाचमचमीपरर CloPM Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तम सत्रमुष्टि स चेति हरवत सहयो वरवजश्व वात प्रतो ददर्श दको निरियत्ति सारोलत मरकनक चाम मध्य मध्यमामी यस्व तथा । पयवरतुरयसौवरवस्यिको प्रमुदितस्य रोगभोकायतुपहतस्त्र वरतुरगस्येव सिंहवरस्येव च मतीतस्य वसिंता उप्ता थटो नितम्बदेशो यस्य स तथा पाठान्तरेतु पश्ववरतुरगसीपइरेगवश्यकहोति दृश्यते तत्र प्रमुदितयो रयो स्तुरगसंश्वयो' कट' सकाशादतिरेकेणातिशयेन वर्त्तिता उत्ता कटौ यस्य स तथा । वरतुरगसुधायगुष्मदे से वरतुरग व सुजातः समुषखेन सुनिष्ययो प्रदेयो यस तथा वाचनान्तरेतु सत्यधरतुरगगुष्ठेये व्यत। धापूबाच्चनिस्वमेवे जात्यभ्यश्व निरुपलेपो सेपरहित शरोर बात्यम्मो हि मूत्र पूरोपापमुपस्थितगात्रो भवति । बरवारयतुशविक्रमवितसिथगई वरवारणस्य गजेन्द्रस्य तुष्य सदयो विक्रम पराक्रम विससिता च विलासवतो गति यषरकण्णगच्छरुसरिसत्ररवद्रवलियमको पमुइयवर तुरगसौ हवर वढियकड़ो वरतुरगसुनायम् गुग्भदे से यइणह उच्चषिरुषक्षेत्रे वरवारणतुझ विमविज्ञसियगई गयस सयम जायसन्निभोरु समुग्गणिमग्गगूढनायू एणो कुरु विदावत्त सुसमतोकमपि विषाल इसको स गंभोरण डोषिकटपसरतोपितमा भिटो हो साइत सचिमविवार को सादा ठी दम्पपि करियाचा साधहियान पचते पुष्यमध्य सकी हर वरमधानकगकर सोमहरी खड़गमोमू ठिपरमधांनवरहरण'द्रमादाथनप्रायुध पतसानो परिमभ्यसको विउ महदिवसहितवरमधांनतुरंगघोषण तथा सोसरोषिते सरोपीवरप्रधान वहिषमतिवाटुले खकारमो कलिजेहनी वरप्रधान तुरगोडानी पर सुजातसत्तमनी पर गुप्तगुन यद्रियपूजेहन भाइ जातियतसु दरश्यषोडानोपरि निरूपप Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रतिदो रम्यो पार्थी बचाधोदेशे यख स तथा । तब्बु यसम सहियजयत वा सप विभावसरम पिखरोमराई गुफाना मवायां समामा मनिप मार्चा समाहितानां सहिताना भावानां प्रधानानां तनूनां सूक्ष्मा अयानो बालानां खिग्धामा मचायाम् पादेयाना सुपायानी समा वच्मानाम् अतएव वरमचोयानां च रम्याच रोम्बो वरूपाचा राजा पंडित तथा । सविहग सुजायपोषणी मसापचपारिव सुजातो सुनियो पोनावुपचितो कुचो उदररोग विशेषो यस्य स तथा । भाषोदरेति व्यक्त । सुवर सुचीन्द्रिय । सोदरपद्मविवटनाभति पाठान्तर । यावत्तवपयाहि पावत्ततरमा र विकिरचत वचयोविच कोसा तपठमगंभीर वियडपा महावर्तक व प्रतिपावनंतर रिव वोरिमिरिय महरा च ममा रविविरण तबपत्ति तदचरविकिरचेोधितं स्व पोसायति विद्यायोभवद्यत्पद्म वह प्रभोरा प विकटाप नाभि र्य स तथा । साब सोचं दमसल दप्यवपि परिमवर कलम व सरिसवरद्रय चिपमक्स सायन्ति प्रत सहिममध्य यमोणंद विवाहिका सुरक्ष शिवभारतष्ठतरमपिज्जरोमराई मासविहगमुवायपोषकुच्छी मामोदरे मुद्रकरणे परमविषष्ठयामे गंगावतक पयाहिणावत्ततर गर्भगुर र विकिरण तरुणमोहिय को सायं तपठम गभौर विययामे माहयसोद्नु मनदण्यपिकरि aunterयवंत तन सूक्ष्म पातली पिकासोगटी पासो बनायो विवायोग्यास लावयवंत एवोरम करोमराजीय विवर भासमावयमपिया नेहमोपरिजातमसोनोपनो पोमपदाभरीपूरोप पेटमा पाखाना विभागमा भयमाविचासरोपट परपेटकर पत्रपत्रिवर पद्रियपरिवहन पद्मश्रमण सरोवा विकट विकस्वर पिलोमामी गंगानाथावत्समो पर पारिवा मन्त दचिचावत तरंगवोटिं चरोभरमांना तथातचचरविसूर्यमविरचरबरो बोधिता मातर पद्मनोपर Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ FOS. माना होयमाना वा इति सभ्य सुसंहता हु भविरक्षा भट्ट पादाप्रावयवा यत्र स तथा पुष्यसायावर सततमविषय यता पनियास्तनय प्रतथा शाखा परुया विग्वाः कान्ता नया पदान्ववयवा यस्य स तथा । रतुप्पसपत्तमउय कुमालकोमलतचे रक्त सोहित मुत्पपश्यत् बमसदपक मस्यस्य सुकुमाराणां मध्ये कोमल पादततं यस्य स तथा असहावरपुसि शक्यभरेति व्याख्यातमेव । वाचनान्तरे घोयते नग नगर ममर सागर चा वरं महष्ट कियचससे नग पर्वतो नगर पत्तन मकरी जलचर विशेष सागर' समुद्र' चरवाह एतान्यमाहा सचयानि वराहाय नगादिव्यतिरिश्वप्रधानमद्यपानि महत्वादीनि च सतिकादीनीति तेरहितो चटनी यस्य स तथा । बिसिहरुदेति । वह मयितडित वितरणरविकिरयस रिसते हुतवहस्य निधूमं यद् व्यासा चट्टसहस्रपुरि सलक्खयधर नग नगर मगर सागर यक्स्ख े रक्तप्पखपन्त मचषषु कुमालको मस्त व क वरक मगलकियालय विवि प्रयवइनि मज लियत तियितरुणर विकिरगाम रिसते चयास छदवातपाताचं धमासरोवा राता नियोगटा मध्यपगमोघांगुवोनाइड बेहना रातावमयनापक्षपांना सरोपर मध्चकठिननष्टोमनकुमा मु दायाको मलभटांपमनांतलावर जे एक सहसघन घाट वरप्रधानपुरुषतोयं चरस व धियासचच सावियाचकादिकते हनावर चहार नग पर्वत नगरश्रीनगर मगरमच्छ सागरसमद्र पगाड नपरे पदार्थ चित्र वरप्रधानले नि मग साथिया दिवमवचित्रितसहितचरणपबेदना विशिष्ट उत्तमरूपञ्चपूर्वहन कृतयहजे हवसवेश्वानर निहूं मधू भाडाबरोरचितते हवसलेल तमिमसरतोविस्तरतोवो शोखरोपड ते त्र तब जगतठरवि सूर्यहना bp Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गमन वा तवा। गवसणामावविभोक पवमसमस टिनासिबाग पुवातण समिपवन भविभे पासो घरव यथस तथा।। सम्पषिममनूठवायू समरः पावामभावविशेषण तपिधानस पबियाबिमनगूठे पश्यन्त निगूठे मोसरवादावते वासुमो पहीती पतबा। एपोपुरविदापचरमर्व पीरिषो तपा र इरमिन्द वियप पर सवपसनद ने बचतेतुले पानुपुष्य । तमु रति पम्प वा प्रमते पण सतबा पचेला पम सारदा हरमिया कुठिसम्माभिधामो रोगबियेप तामिया ये तक। यसरि संशितो समापिशवपकी हरि पठनो भूठो मापनस्वादपरजो गुरुफो पादमपिपन्यो यस्य स तथा उपय उप पतिहिती एमतिही अवलदार उपतवेन मोभनो पचनी पादौ यस्य स तथा । पपुस मसायंगुसोए पानुपये जमेप । या पुष्पप्रधे सहियस सिलिगढम्पो सुपरवि कुमाचारचलये भगुपुष्य म स इयंगजीए उपयतणुतंवणद जातिवापोलिसान गरीरमपमूवरपरबानोनिममगतमपनवाये परमधानवारणासीनतमगरोपोषित्रमपरामपरिपुसिवितासमषित मतिमममहामोनल पवावीतेानस्ससमय मुगदपतेवापत सुवासभामीपनगरसनिमसरोपोच सापहवामी समुपगमार हमरवणारविचारपांतरएमवारिसर तिमनिममतसमूढगुप्तबा परमेमस एपरिवोमरकुरविंदवरपिपतेरमापावत्तपरोपीगा सावारिपापियनुममिवतरतीबंगापवरोमी सरिरसंचामपिचिसमितिमिवतोपिपरियातामधाम नगुहारगुप्पमाता टितानी सुपरहिपहचाप एमचममतामीपरिचारमनीपरपरस्पनररमा चुपचपनुगमरभितीपानी Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ intedinde -- --- - - --- - - - - ------- --- सतवा । पत्तीमधुसपरपातिसे पपने पनि मत बुहाना विमाना पवति वचनप्रमुख सर्वसभापानुगत वचन धम्मापयोधकरमित्यादिनोवसरूपा ये मिषा पतिमा धान प्राप्ती य स तथा। एप पनातिमय पाय मस्यन्तोपकारिखन प्राधान्य स्थापना मम्बमा देवेमयाइयो पठान्त मत पारद विमसुध पामयपी यवखियं पश्यं पहिर मोक्डोरा* मिष्योस पंधर मंस मिस्यादि। पपतोसमवयणामे सपत्ते परमियत ये सत्यवचममातिषा पतिमया मान् मानो यस तया। तेषामौ वचनातिशया' तयथा सहारवत्व पदासत्व २ उपचारोपेतवर गधोरमब्दबंध पतुमारित्व रचियत्व पनौतरागव. महाव पव्यासपोर्वापर्यख पिष्टत्व पसम्दिग्धत्व ११ पपतान्योत्तरत्व १२यपाधित्व देशवासाव्यतीतत्व तवाष्पा परबोप्रमतत्व पन्धोम्बप्रपौतख १० प्रमिलातत्व १८ प्रतिषिग्धमधुरत्व १८ पपरममवेधिष २. पर्व धन्धाभ्यासानपतब २१ उदारव २२ परनिन्दामोलविमयुनत्व २३ उपमतमापख २४ पनपनीतख २५ उत्पादिताजिव कौतूरातत्व २५ प तस्व २० । पतिविम्बित २८ मिमविषेपवितिविधितादिवितात्परः पनवनातिसंवयाधिषित्रस्व ३. पाहिलवियपत्य ११ साधारव २२ सन्यपरिगतीतव पपरचेदिख ३४ प्रयुच्चे दिख १५ पचमातिगया। तब संसारबष सम्मवादिसणखत १ उदात्तस्वमुपवत्तित्व २ उपचारोपेतलमपाम्यताए चत्तौसमुहवयवातिसेसपते पखतीमसच्यणातिसे सपते पागासगएणं च धागासगएणं परिवारमा परिवविधितासनतकरणहारपधवापरिवषकपणे सरपपठ पच्चीसबुधतो करनीवधनप्रमुपसर्वभापानुवोसिव धर्मगुरव रत्वादिषसर्वपतिपय नेपाम्यावापिरिमगतर पीवीससत्ववचनसत्ववचनमापतिसे सपति गयोपपत्नपाम्याशामिपामगवतार पावामन विपर Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेवेत निदरेष भारतस्तु तत् विद्यारित वैद्युत तदचरविभिरचा नायामिनवादिनकराचा सार्थ सम तेव प्रभा यख स तथा । पयासी प्राणातिपातादि रहित' । अममे मनैतिमन्दरहितो नियमत्वात् । विषये निर्देश परिष्कारहितत्वात्। शिवसोए विवयोता त्रुटितभवप्रवाह विवशोष चोपपरहित । पूर्वोकमेव विशेषेणान्याच बगमरागदोषमो हे व्यपगत र प्रेमराम रामवियानिष्ट योतिको मोहवामानरूपी वा यख स तथा । निग्गयपनयास नि यस बैन प्रशासनस्य देशवासा नाय तर नेता लामो परहावर तवेद प्रतिष्ठापकस् सेदपायव्यवस्थापक | समयागपरं यमपत्रपति समाधिपति विदपरिचय समापन मावो सदस्य परिवईको हरिबारी परिवर्यकी वा घयेगामो तेन वा पर्याय परिपू we and feaसोए निरुवबेषे धवगयपेमरागदोसमोहे निग्गथस्स पणदेवए सच्छनायगे पत्रकार समणगपई समागमिदपरिभ्रट्टए पतना मझे हविषवसंबंधी पपप्रतिरूपमोच माषातिपातादिक पात्रपचरचित ममता क्षीयते बरोरहित विषयद्रयपरियारहित] विषय भिकपणे पयोनिर्मल उदेहमामयो कर्मबंधपापर वि नियोनिमाचममसदे मबल पड़े बढ़े बहब रोमहदेवाडचहार तेहबनसमास्थायोपनश्ये पचारमा तेहन चाइनाम चमरामर - wwwwfhaw [fare मे भगवंतमत संसारमा पोकपर सदा Page #69 -------------------------------------------------------------------------- ________________ anifest मिम्बमितम्या मामाभ्यां घाबाबतम्या या पाशग्या पोटात्मनाम गलाच चिरव्यत्वम उचित इति सर्वव मम्मम् । भागास वियामएवति प्राकामतुम सच्चतया यत् स्फटिक तन्मयेन सपादपीठेन सिहापुरोति भवत' पाठिमा यति देवे ममायेनेति सचि समेमेति व्यव धमप्रपचति धर्मचक्रमविचकेन तुला महिन्द्रध्वजे मेव सं सच सपरिवति सम्मपरिचरित' समन्तादेष्टितस्य पुष्पाद्यपुस्थिति पूर्वादपूर्व्यं ननुपूर्व्या वेत्वर्थमेतदयं चरन् सचरन् एत देवाह गामाम्माम पूजमावति प्रामय प्रतीतो ग्रामय विवचितपामानन्तरो ग्रामो धामात्प्रार्म तद् द्रवन् गच्छन् एका मदनन्तरग्राम छत्तेक्षं आगासवात्रिं सेच्चचामराहिं श्रागासफलिभागएवं सपायवीढयं चौकासमेण धम्मम् एवं पुरषो पढि व्यमाषेचं ( चठसहिसमयसम्मोहिं छत्तोसाए पनि धाममोहिं ) सहि संपरिवुड्डु पुष्वाणुपुष्वि वरमायेोगामा युग्गाम द्वारामाणे सुहंसुदेवं विहरमाये चंपारणयरीए वहिया नवणगरम्गाम उवागए चंपनगरि पुसमह चेचं मतमासमवेतभयवंतमई भावा यमर विवर तष तंत्रापविधिबेहन पावामन विपरत वरधरोरप्राददेवता राघवस्था पामरवि पासे वहन भाकामनविपमतमा सब भाकामनो परिनिमंस स्फटिकमयस्पाटिकर नपादपौठिकारवमयमे उतोउटोसहितसोडा समसोहनरूपणरोपहितमा समविशेपजेशन धर्मध्वजले मोटर द्रभ्यवतेवर सहित धर्मचक्रवर्त्तिपाठ बचाव पुरउपागतोय कोपा विक्रमाण चातकदेवता] बेहद सश्रमच साबुतपनावर चहारतेयइवरी बतोससहस्रचा सिंकासाम्योतप अपसयमनौमतिपासष्पहार तैयार करो ArcATEX Page #70 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गचौरपदल मवर्ष वा परमादित्व प्रतिरकोपितत्वादिर दचिन सरवन उपनीतरामल मासदेमिचारिणमरागमता० एते सप्त मदापेचा पतिमवार पनववा पाव महाख हारमिषेयतार प्रयाहतपौर्वापर्यंत पूर्वापरवायाविरोधात मिरत्व पमिमतसिहान्तोशाता व मिताल पार पसदिग्वख पायबारिता पपाताचीचरख परमवाविषयता१२ दयगापित चोवमनोहरतारदेवासाम्यतीतव प्रयागेरितता तत्वानुरुप विचितवणुपापाचारितार चमकौरममतत्व सम्हण सत प्रसरवं पषवा पसम्बहाधिकारवातिपिशरगरमा योग्यप्रणीतव परस्परेच पराना वाबाना बा साप चता१० पभिवातव या प्रतिपाषण या भूमिवानुसारिताए पतिविग्यमारण तमुरिषद पवारिक पपरमपित परमासाटमसम्पम पर्वधर्माम्मापानपतस्व २. पर्वधर्मप्रतिमाय २१ उदारस्व पमिपवाग्राम एपपविमषो बार, परमिन्दामोल विपशव मिति प्रतीतमबर उपमतचापल गुपयोगाव प्रामवाप्यता२४ पमप मोतल बारपावरमणिारिजवपनदोषापिततार उत्पादिताभिरबीताबब सबिषये वोदया जमितमविचिकोतवं येन तत्तमा सावनवर जुवल मनतिविधिमा मतीत२०१२८ विबमरिपविविविधितारिविशाल विषमोवा मनसोऽस्मान्तता पिसीमाभि अंगार प्रबमासमता वितिविधित रोगमगभिवापारिभाषामा हुमपरपसरपमारिसमान मनोरोमान्तरपरिषतबिक गत्तवा तापस परिबबातिसंबवाहिनिला चातको बरबोरवर पम्पमानित पारितविमिष समान्तरापथमा होबिपियेषताए बाबारण विचिरपरालेमाबारमाहल ११ सपरिपतीतम बारोपेतवार परिवहितमा चनावापामा पारिल विधिता उम्मपरिधि वापरबसिरमममविर प्रचारमा बाबामरचिचाचामामा बोचा। चयन Page #71 -------------------------------------------------------------------------- ________________ stor-doorse सीमनस सुमनलता सचा वस स परमसोमनजिव ताम्सासोति परमसोमणिका परिसपसविसप्पमापहियए हर्षवम विसप्प निस्सार प्रजहद पसतमा सर्वाणि चैतानि दिपदानि प्राय एवार्षानि न च दुष्टानि प्रमोदप्रवप प्रतिपत्ति तत्वाव तिष्पखाश यदाह हममारिभि राषितमनासु तथा निन्दन् यत्पदमाखद यात्तत्प नरसन दोपाया रहाएत्ति व्यव वयवलिकमति धानानन्तर त पनि पर्य अगदेवताना येन स तथा पयवोठ पममक्षपामषिते मतानि कोतवमावान्येव माववित्तानि दु'समाधिविधाता मवश्य करणीयत्वाधेन : । मतमा तप कौतुबानि मपौतिसवादीनि मासानि त सिहावयचतारादीनि सहप विसारंमंगमारपवार पवरपरिहिए सुक्षामा पानन सचिखता मानि मे साधूनि अमवा बानि प तानि प्रवेवानि च रावसभामवेयोषितानि पेति विगार' मात्रानि मानकर साधुमि . वमाथि प्या पारत्ति पितोषागावचमखोपात् परापि मधागानि परिचितो निवसित' पथवा प्रवरषासो परिपितयेति समास प्रप्यमहग्यामर सोमणस्मिए हरिसवमषिसप्पमाणहियए एकाए वयमलिकम्मे कायकोचमगलपायच्छित्ते सुद्धप्रसाद मगन्लार पत्यार पपरपरिहिए पप्पमरघाभरयाणकियसरौर. सपापोगितामोपसिमिक्समद सचाभोगियोपडिनि परइपोशर dिrपामवाना पकाएवानगोरसवोधी पानवमातरकोविषिवर्मपापणापदेवतानसपत्रिव छ तपासतवीधीकौतुकमपो. तिसकादिन ममसरोद्रोणादिव प्रायचित्तसुपनमाविषमनिवारपवामपोवेवरिवाशातेसर्ववीधाणाहनवावागापयवाएवमरचीगटु च दरनौदाठि : पाटलत्यादिव दोपरहित प्राविसवपरित्तराजसमायोपवलीमगसोकवारियापुरधानवानखगतिपतिययन गरीर परिणा परथोड़उभारमहर्घ्य : - - - Page #72 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - मनुहाविवर्ष पर्ममाप्रतिवरविहारमा तपाप्योबुबाभारमिति सरोपिहरमापत्ति पतएव सुख सुक्षेन गरोरदाभावेन सबम माधाभापिन र विपरमानात सामावर नचा गामादितु वा तिहम् परियत्ति बक्षिसाप पक्षगरपामति नगास समीप सुपनगर ता माम उपनमरग्राम समुपागत ।। तरपति तवोऽनन्तर पमिति बाबासारे इति पसो पवित्तिवाठरति प्रतिष्यारतो भगवासण्यापारवान् । मौसेनापत्ति पा मगमागमनसपचारी बातोयो बर्ग समाति हवा सन् प्राप्ता सम् विन सचिव मताप्तिमादित्ति TERE मटर मा विमितं तर वीवधि-मनो एक तत्तबा तत तुरचित्त यबा मवत्येव मानन्दित स्वखुबसोम्यतादिमावे पमा मुपमता ततव दिएत्ति नन्दितः सपषितरतासपगतः पौरमर प्रोति पौवन मायावन मनसि यस सतवा परम पोमयासिए परम - समोसरि काम छ । तए से परिसिवाए मौसकहाए जाममणे चित्तमाणदिए पौरमणे परम । Jeetact परिपश्विपतिमा परिवया पूर्यासपूर्वीपमुबमाविषरता गामातुपाम एवगामवेसामग्राम उपमार सुपरविचराएतबाचतावमा 'मो पातमासम्ममरणापासमितिमविचारपरतामभवत नपानगरोनापिया पाहिरितपयगरगामनमरमासमोपाळ वेगामतेउपनगरगामति । मामोठयागएपाया पानगरीप्रति पूर्णमद्रमामयरचनावरामतिसमोसरिवापामाररियानीवामनाter तिवारपछीनेत्तिवाकभगवंतनी माधिमागिरहारपुरम एवीबावात भगवंतवीमहामोर उपनगरमामि पाया पावापर्यभारतापरवार्षविभयपाभ्युताष्टांतीवपाम्या रित्तमारिपादचपनर मोतिम मचपमतमममरविमर परमाउलातसुमनमसतममममभावचपनबमषसमरोविसर्पमानविसारपामताधिक Page #73 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Stosetootosa सोमनख सुमनपक्षता सत्रात वस्त्र स परमसीमाणिव तहाम्खायोति परमसोमनखिक परिसवसविसप्पमापहियए अपवन विसर्थ frसार मजदय यम स तवा सर्वाधि चेतानि दिपदानि प्राय एवार्वामिन च दृष्टानि प्रमोदमक्ष प्रतिपत्तिोतवाद खतिपखाप यदाह मार्षमयादिभि राषितमनातवं पाया निन्दन यत्पदमसनद्धात्तत्पुनराश न दोषायासाएति ष्यत्व वयवसिकमसि घानानन्तर पनि व सगुपदेवताना येन सतमा बयकोसपमगशपायहिसे बतानि पोतुवाचायव भावयित्तानिसप्रादिविधाता मवश्यक्षरणीयखान ॥ स तवा तप बीतुवानि मौतिववामि मासानि तु सिवायदयचतारादौनि सहप्प वेसारमंगमारवस्याए पवरपरिचिए सुचामा घानेन पनि मानि मे साधूमि पवा पानि तामि प्रवेम्मामि च रावसभापमोचितामिति विगा मापानि मालकरपि सानि वमाथि व्या पपरन्ति वितीयावावधमहोपात मरापि प्रधानानि परिरितो निवसित पथवा प्रवरणासो परिचितयेति ममास' पप्पमहग्यामर । सोमणस्मिए रिसपषिसप्पमाणहियए एसए वयवलिकम्मे कयकोचमगजपायच्छिते सुरप्पवमा मगरलार वत्थार पवरपरिहिए पप्पमाघाभरणालकियसरौरे सभापोगितामोपडिणिक्लमह सञ्चायोगिनायोपडिनि oretorolor परमपोछर हिवादपचमनवेमा एकाएपानमोपडीधी पानवमांतरोपावमिकर्मपापणायदेवतानसपणिवत तयारतकोधाकोतुकमपी । तिसकादिव मंगरादत्तोट्रोबादिश पावपित्तमपनगाविधननिवारपवाभोवेरिवायतेसकीधापाखनवावागावासमराधोगटु च दरनीदाठि पाठ इत्यादिव दोषरक्षित प्रावसकपवित्तराजसमायोग्यवनोमगौरवारियापुवरएधानववस्तगतिपतिमयमरीर पहिया पत्नथोरउभारमा Page #74 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चावकियसरीरेति ष्यत नगर प्रथानि स्तोकानि महार्थादि वह मूलानि । समायोक्ति स्वात् सकोमात्। वेबन्ति बमिव देथे त्वर्थ । वाहिरियत्ति प्रभ्यन्वरिवपिचमा पाद्मा' । व्यद्वारपालेति चाखानसमेति । वति तमिव देश प्रत्ययं । सिरसावत तिमिरसा मस्त वेगामात मयूर मिरच या भावत इति सिरस्वावतोऽतस्य । वयंनिजबडावेन्ति जमा सामान्यो विश्वादिविषयो विषय स एव विभिष्ठतर प्रचण प्रतिपन्यादिविषय बहंद असेन विजयेन च वर्चस्व पनि मावि स्वर्ष । देवाप्पियति सरल जमाना । सत्यम् भवसोवन कतित्ति क्खमिता चंपाएचबरोए मज्झ नव्झचं बेथेन बोबियस रखो गिहे वेयेत्र बाहिरिया उबट्टायमाला नेणेव बिए राया ममसारपुते तेबेवसवागच्छत्तिर बार मलपरिम्गकि सिरसावत मत्वए अजविंक, जएयं विजएवं बनावेपत्ता २ एवंनवासौ अस्मदेषालु प्पियादंसणं मंसंति नस्मसं देवाबुप्पियाद सरपोईति जमदेवाचुप्पिया गहसूलहवा ग्रामरचकुंडहार कडदोरोस द्रोणपब्रोमोमधू सरोरख पूजे हम सबोपचापचाबरको प्रतिमवसु निक्स में तिनीबबर सबोय पापचाबरबकीनोबलोना चंपानगरीमरमध्यमवर विचार विथिवानकिंचिवराजानुबरतियां विहांबाहिरियामा हिरोच्वनामसिवानी भावावभातिवांखपरिवारतराजा धाबीमधून विषयाचविधिवरात्रावर मनपारमुक्त वे चिवराजानमबैटल तिवावणिभावर तिचावणि पयोग करतचावविपरिग्रहएवठावरी मस्तकपडाबोधावतंबरोगर मलकनविवर बडिविहानबोडोकोभर जवसामान्यपस्पर fraces fenefवरीषमोमोटावेरी श्रपवारूपतेच करीम बधावर्त दुखादिकम्बधायनर एव बहमतनाव तुम्हेलेशन होदेवावि O Page #75 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ET 1 I 黑 प्राप्त डिमोड, नेच्छन्ति । पौति स्पर्धयन्ति धनवास मवाप्नुमिच्ान्ति? पेख तित्ति प्रबंबन्ति तथाभूतसडायलनेभ्य सवाभायाचन्त । पतितित्ति freeति धाभिमुखेन मनोयमिति मन्यन्ते । यामगोन्तवित्ति नाम चाभिधान यथा महावीर इति गोवच वयो यथा कामगोत्र इति भामनवमिति इवल मत पथवा नामाभिधानं नोबच दवायें तत' वधारय इति सवयवापत्ति श्रवपानां भाव यवयता तथा वार्षिको दंसणं परथन्ति अस्मयदेषायुप्पियादंसण पनिलसति जमणं देवाबुणिचा सामगोतसुविसवखयाए द्वावचिया भवंति से ंसमश्येभगवं महाशेरे पुष्वापुविचरमाणे गामायुग्गा मट्टच्खमाणे चंपारण्यरोए उषणगर गाम उषागए चंपंखगरिं पुण्यभईचेच समोवरिष्ठ कामे संभवदेवाप्पियाय विभट्टयाए विश्वणिवेदेमि मिश्रतेभयचो तसे सरसस्य भावद तद्गंनकविपाम्बबब विमानबर अष्टोदेवानु प्रियचरण क्षमावत तुम्हे दर्शनपोतप्रपाम्य व पामिवाचिय प्रचोदयातु प्रियसरवस्वमावेव दर्शनपे चिपालटते हासहायासमोपियाविकोईछ पूजे म्हपूजामो मेर भाववंतच तुम्हेदर्शन अभिसंतिवडांपहन कर एक बतौर एक दर्शनपट महोदेवादप्रियासर सखभाववत तुम्हे बेहन नाममहावीर पोदेवाप्रिय सरस धनोद्य कारण पगोव्रषमिवर इमविक्रयरूप संतोषवत जावयन्दमोषित्तानंदादिवाप्यवोडियम हव तथाउलट तेहतपनाकर पारवमय महिमावंत कर्मशकुनालोपचार पुष्पोदपूर्वत्र अनुक्रमविचरता ग्रामादग्राम एक ग्राम बेडर जे ग्रामश्चावच तेष्वनही चपानगरीनद्रविपद् रूपमयरग्रामनगरम समोपर कूडलले ग्राम तिहांस्यामोग्राम्या चंपानगरोमति पूर्णमनामध्ये वयचनप्रासादते प्रति समोसमाप्रापाततरियानी AFGA Page #76 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मातरमस्वय' प्रातथैलीमम इति । सोजाविपचति वा जोते पाक नियम्य तेनावधार्थं । धाराहयतोवसुरभिकुसुमं वचमा समय रोमकूपे धारामि जलधरवारिधारामिति यत्रोपण कदम्बस्व सुरमिकुसुम तथा तदिव कुमारति पुष्टवितोऽतएव तिरोमलपच या स तथा दक्ष विशेषत चिदेव ते । विषमिवरतमल यमचयमचे विश्वसितानि भगवदागमनवान्तश्रवव्यसनितानन्दातिश्रयादुत्युद्मानि वरकमल यत्रवमवत्तानि वन स तथा । पचचियबरकडगडम के खरमल चाहार विरायंतरभवच्च मचचितानि भगवदागमम श्रवस्यवनितसम्ममा तिरेवात् nfo राया ममसारपुत्ते तस्मृपविन्तिवात अस्स अतिए एयमन सोचा थिसम्म ट्टट्ट नावत्रिए विषसिय वरकमलय सवखे प भ्रस्तियव रतडगढच्चिय॒त्यरम उहारविरायतरयच्छ पातं मपतंब माणघोजंत_ कामनायोछावर विकारचभवीएमचं एहमयवंतपालथा बामीवात दिवाणु प्रियंसरमाववतंतुम्हारी मोतिन धर्म सुपला इवाभो प्रियवासी बातनिवेदे मिश्रांस भावुक मोतिषच ते हतांतुम्हनमघोष होज्योतिबारपञ्चोतणिकराजा भंभसारव बिनपुत्र तेत्रमछ सिवाइस मतमोवधामचोरहरपुरुषमा अंतिएकोसमोपि एहबलम जेमगर्व तथाप्यति सभितोमर मिसम्यचित्तमविषधरीन विषयपाम्पो anteपाम्पु जावयन्दबोधमे पुचमन्दनिर्वपाम्य विकास पाम्पोवर प्रधानने अनय नवद मसखरूपकमधे न मावण्या भगवंतप्राया सोभोपरांपरा आवरमानवकविधमरिमा जर मदमुमठकिरोटमा परिमानकानना ग्रामरचारक ठतु पाभरच विराजमानशोमतुरच्यर चठरतिष्ठातामच्ठपचावचचारवचचदय में ह मानसांबु चोतपरचापर हा दाबताच मामृषर Page #77 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कम्पितानि वरापि प्रधानानि कटकानि च हयानि टिकाव बाहरचा बेयूराणो चाहदानि मुकुट विरोट इससे च वर्षांभर म तथा हारो वाकलापो विरावन घोममानो रचितो विहितो वचसि उरसि सेन स तथा तत वधारय पास्तंवपस वमाप्यवो संतभू सयघरे प्रथम्बोस्सुस्वनः प्रस्वम्बमान सम्मान घोबल दोखावमान यज्ञ पण मामरण तारयति य स तथा । ससम्भ्रमेति सादर तुरिय च सन्ति पति विद्याविशेषण देते। पचमित्यबरोहति अववरतोष्यवं वचिदिद पादुकाविशेषणं इस सियरिहरिहय अपनियोवियमिसि मिर्चितमस्थिरयच्द्यर्माणमाचोन्ति एवचापाचरपटना वरिष्ठानि प्रधानाति वैदूर्यरिटानामि खविशेषा ययोस्ते तथा तथा मिपुयेन कुमसेन शिपिता घोपिथि परिवति येते तथा प्रतएव मिसिमितिति विकिचिवायमामे मणिरते चन्द्रकान्तादिकवेतनादिभि ष्टिते भूषिते ये तथा ततः पदस्थ भारम | तदेदमपि भवपचरायत्रकुचाई त षडा उम्प इसे उप्स वाहणाची वातोपर्यंत तलाव अपत्य भूस घर सम्भ्रमन हरि चपलं नरिदे सौहा सणात अशुद्ध हरता पायपिढाउपश्चोरुहद्रश्ता पाठ पाउमुरता व पंचराय ककुहाइ तबड़ा सग्ग १ छत्तर उप्फेस ३ वा हसाउ४ वालवोश्वर्या एक साडि उत्तरासगकर रश्ता चायते 'पोक्ख भरतवरपहार ससम्भ्रम अतावखाभादरसहित त्वरितममनुपसपणच कायानुपसजतावविपृष्ठ मरमनुष्यनद्र सिंहास्यवको प्रतिथय खरे पादपौठियासिंहासनसमोचितधोपगमूविवादपीठ प्रोटोते हवको खतर तेहथकोजतरोनर पादुकापी पहिरवानी पाउडर बजार पगवोखतारोमद् भवह घटनांमूलोजर पांचहराजानसंबंधोककुप्राचिन विदूराजामपणजातेर खेच तरवार? छत्र Page #78 -------------------------------------------------------------------------- ________________ परिचय रामदानि राजचिज्ञानि उपसंति मुकुटं माध्यम चामरमिति । एगसाडियउत्तरास गति एक साटको वमिवस्ति स एवसाटिक उत्तरासो वैकचक्रम् चायन्तेति भाचान्तोसम्ममात् चोक्सेति चोयो freeतमापनयनात् । चिमुल भवति परमसूत्रभूए पतोन मिडिये पचलिता भाविवरतो तितो बातो ती इस्तो मेन स तथा । विपूक्ति भावयति साहति स निवेति विजय जोन वारामित्व निमत्ति छति । पिच भ्रमति पश्वनाथ प्रभुद्रमति । अवनतत्वं विसुचति परिसारति ई परमसहभूए चंजखिमभोलि भरग हत्व (तिस्थगराभिमुद्दे सन्तकृपया धगच्छन्ति सन्तकृपया युगच्छिता वामंषासुच्च चेद्र वामबाणुभ चेता दाइयंवाएं धरणितल सिमिविसेद् साइड, तिक्खु सो मुद्दाण घरणित सि निषेसहसा ईसिप समति पशुमभित्ता कड़गढ धमिषाघो मूत्राश्रो पड़िसा परतिश्ता करयलनायक ॥ मस्त बधराविवार उप्पस माविपहिरवान मुगट १ वाच परीपहिरवानीमोजडी वायोजन चामर५ एकपाडीनु वा विधालयो नमोहन उप्तरासचकर उत्तरदिसिनपूर्व धरण चतराबद् दचिरादिसिमौचडराम वे उत्तर सणसरीनम् घायपीठासावर चोक्छे बोपविटा परममचिपरिवहन मंत्र िहावविश्वमल माटोडानीपरिक साहरणे चरण्डवराजा तीर्थकरयोमहावीरनधभिमुखमा मुह पापमपम सातपगोपसिंघाठपणावर सात पाठपन साहईनर वामश्रानावर ठोपपद्म पतिसाइरोनर व प राय डाव ठोचचच चतरापोनर इविवि चचपरचितसंसिद्धीतलनरवियर निवेवेश्वापरयोग हम क्लोविडि Page #79 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥ भयति ।। नमोत्यु पमित्यादि माम्पत नवर । दीयोत्ता सरपगर पा रत्यक्ष नसि नमीत्व प मिस्खे व गमनिका कार्यप्ति। धमारियोति एष वयासो णमोत्यु से अरिहंताएं भगवंताचं वादगराग तित्थगरायं सयममुद्धाण पुरिसत्तमाण पुरिमसोहाण पुरिमपरपु सरौपाणं पुरिसवरगंधइत्यौणा (जोगुषमा सोगनाहाण लोगछियाण लोगपद्घाण लोगप्पज्जोअगराण) _ अभयदया चखुदया मम्गदयात सरणदया जीवदयाए वोपिदयाणं धम्मदयाण धम्मदेसयाण धम्मनायगार्थ पार मूम तव धरपीतससिपमोगराधमविपर निवेसरवापरधरतीरथापोमर पत्योः समस्त कात्र पुनमणिमभितरापर पत्न मपि सहितरापोनर करायमापापकटितवपिरयातपर चंभितर्वभरूप निखसर्वतत्रयाताय प्रतिमाहरतिज पावरपायवि जपायरीगर हाथ जोगे ममताधिरावीमम्स बना विपरखसीवरीमापहवतापरावादपिव नमवारहन पतिवचननामकारमपी मिधिकर्मरूपपरि वैरोषप्यात परिसंतम वेसावाभगवतधामवतोमर युतधर्मनौपादिनावरणहार तेवनर तोधियोसंघनाकरपहारतेशन परनाउपदेय विनापापपौधामीप्रतिबुहाते घामी सर्वपुरुषमापिठसमतामर पुषपमाश्मिीहसरोपाविशीक्षधाममारतमा पुषपमाश्विरमधामपु रोककमत । समान प्रिमकमपंचपापोनसीपारतिमभगवतकामभोगनसीपातेनर पुरुषमारिवरमधामगंधरतीसमानपन्यती मदाग्भगवतमपोगानेह भर खोवसर्वमारिसमए परातयो मोटुवोनयोतमारदोषसापनीषाचीनतहनामाघरपवासातेने सोवभव्यसोकानरस्यामोशिसमाकरणहार पोवनदराप्रप्रमापतिशादीवासमानमिप्यावपंधकारटाक्षरतेनर सोकगाधरशनमयोतनावरणहारप्रवाशकरणहारतेहतर सवसथावर Page #80 -------------------------------------------------------------------------- ________________ धम्पसारतीयं घमवरचाउरतचबवीर दोवोसायं सरसंगरपरका पप्परिवरनाणदंगधरा विपढछ उमाण जियाप जावया तिमाल तारया युद्धा मोवाण मुत्तार मे पपाण सवार सबदरिमौर्ष सिव मयख मरम मणत मक्खय मध्यावाट मपुखरापत्ति मिडगामधे ठारसंपत्ताय नमोत्युपं समयस भगवो महावीरस मौलापमबदामनारावारपातरमचमचा सामोसमवितरूपयोगमाहातारतममवतमः पामोभूछातीमामीचमार्गमाहातार तरमा पर्मयोगाठायोमरसरमासतारतेने संयमपत्रोवतचनादातारामा मामीपरमविभिनयमनौमासितानादातातिर धर्मवी मागितामाहातारताने धर्ममापनहारतमा पमनापजारातेनर पर्मनासारणीभूनामापोमरमानापरतेनर चारगविना तबारबपतिविरोषवापिसागैवानिनुमन राज्यपाबातामर संपारपमदिशोपसारोबावापणापमानानिारयानर सरपसंपदामादातार मविप्रोपनासपाभिवानीशमशेषगाठावमत्रोषमाप्रापारनगर पतितपसमियापरमधामनामनामापरहारमानी गरमपावपटपबाबमोमिनपातरायणमा रायोपनाबीपनाररमर प्रमेरामारामोपत्रीपापातामर पाप समारसमुदतमातामा परामरमारपमहतारातामर पापपवननाणार पमेरामापतियोगातरमर पापपरबमबोमबापापना पनेरागबमबमोमबारमा सर्वपदाबाबमाबापतेनर पवमादिषवचारतार मिनिरपवबठामवीरनार विरोमनी सनस्पतमी समर पायी मिपावाधावगरमी विसरतापानमननबी पिनतिपावरन्मामधवनाम पावरानबारपासतिपिता नमनार Page #81 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वाचार्य्याय न तु कलाचार्थाय । धश्राचार्यत्वमेव कथमित्यत चार धोवदेवस्य धर्मोपदेखवायेति । तत्यगयंति तत्र ग्रामान्तरे स्थितम् । इगपति वन्दे । बच्चादेव मिलतमा पासमेत पश्यति समिति सभगवानिति व पूर्ति करवा प्रति हेतो वंदति पूर्वोस्था स्तोति नमस्यति विरोनमनेन प्रणमति । पट्टतरससष्ठ पोदापति महोत्तर वच स्वतस्य तुटिदानं ददाति मेोति तथायके मांडतिकानां प्रतिदान महवयोमान सुख यह वित्तो सुवनस्य पारम भट्ट र समहमाई तावश्मचिय कोडोपीरंदाय तु चषि रायचेय पार्थ नवर स्वय तु सवादिति मंडलिया उपस्या पौरंदाच समसहस्रत्ति र पुन सदटोत्तरसमान सुतमिति वद्य न विरोध उच्यते चादिगरा तित्यगर भाव स पाविसकामस्य ममषम्मारिया धम्मोपदेसगा वदामिय भगव त तत्यगय इसे पास मे भगवं तत्यगए इहाय तिकड बंदति खमसति वदिप्ता यमसित्ता सौहामणवरगए पुरत्याभिमुझे निमोचर निमोरत्ता तस्म पवित्तित्राउ बस्स तर मया पौतिदाय दलयति दक्षता सवारेति होयो चवचनमाधववार श्रमवतपनावरचचार भगवतमहिमावंत महावोरकर्मयतुमा औपचहारतेन श्रुतध में मौघादिना कर हारते हतुषि श्रीघनीयापनानावरणहारतेडनर वावशब्दव को बोमाइयोस आथिवा जेहनिमोच जारवा भीवांदादर से मोचमा स ते आताबा का दिपर भगव तवदर मोतेवन मातराधर्माचा संधमंसबंधी प्राचार्यं विचि धर्म समभाव्यतते हनर धमंत्रोवीतरागन्ते हमा उपदेशककधफ वदिल हू हायजी उस्तुतिकरण भगवंतम चिमावं तमवि तेभमवततिहांति चिपामिरामति राजसभानविये पासदेपनष्टिरोम मे सुझन भगवंत Page #82 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगवति चम्पा मागते तरस्तोति न विरोध | सारेपत्ति प्रबरबस्वादिभि पूजयति । समाविति तथाविषया वचनादिप्रतिपस्या पूजयत्व वैति । एवंसमिधिपापापविश्यपडिपूर्वप्रति वातावरवाचम् एवमिति वम्राटेश स्वामिवियामन्यचार्थ इति रूपदर्शने पाया तहात सम्माणित्ति सकारिता सम्मापित्ता एवंषयासी बयाचं देवासुप्पिया समये भगवं महावीरे इहमागिच्छना समोमरिया इष चंपायरौए महिमा पुसमह चेह एअहापढि गई उगिरिहन्ता संनमेयं तवसा चप्पायं माषेमाणे विहरे जा महिमावत तितिदिगामरसहितो राजसमा एप वरोमर वादरस्तुतिकरण नमस्कार पंचांग प्रणामकरण वांदोर नमस्कार करोनर सिंहासनवर मनपरिमल पूर्वदिसिनपमिवसमुह निपीतिमघूमर वरसोमर तेलविवामरावतीवधामसोना समर प्रोत्तरमतसहस्र एक बावन घाट महस्ररूपानाच प्रोतियानखतोष पनवेदन दययतिपाप पापोन प्रकारेपनिबन देवरी वचनमपित्तिकरीसमान वस्त्रादिसत्कार करोनर वचनमपिपत्तिसन्धानोनर पह वह हवुराजाजूसिव निवारण पडदेवान मानिसक वमपतितपतावरणहार भगवंतमहिमावंत महावोरक मंगवुमा जीपचचार ह चंपानगरो पिपा पाउधारण पानगरी समोर एकतानतरम् चपानममविषर महिमावाहिर पुष्य भट्टनामि चेत्वयश्चन मासादिश्वाप्रतिरूपसाधुन पाचा भववदमानव नदिवरजतरवाली पात्रात ग्रहीम मोन संवमसतरम्बार चिकरी तप१२ मे दते पर करो प्याच पापटपका भावे माभावतां वितरमातरं विवरेवाविचरमवर्त्त तिवार तुम्हे मानहभगवंत पथमा सबंधोधर्मवान्तनिवेदश्यो कहिल्यो संभा Page #83 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - प्रमाचौसम्मेत्य विनयेनासिबरषादिना वनं राजादिय प्रतिश्पोति पम्पमचतिरति ।। वनपाठप्पमायाएरयपीएप्ति करवमिति • प्रात प्रावामे तत' प्रापप्रभातागं रखा पुमुप्पससमक्षयोममिनियमिति पुष विकासितं तच सापस च पान फुशोपस तप बमसपी हरिववियेप' तयो वोमसमकठोर मुन्मोचित दवाना बनयोपोन्मोसन पनि स्तषा। तव पापधुरेपभाएक्ति पच रजमी प्रमासानन्तर पारे प प्रभारी समि। रत्तासोगप्पगासविमुपापमान बहरागसरिगे वमनागरसंग्योहए उधियमि परेति रखा गोतमा तरुवियेषस्त्र प्रवास प्रमा स च विंगच्च पक्षासवसम समयच्च प्रतीत गुना रखतण फस्तविशेष' ताश्चेति हरम' एपो यो रामो सयाणममएपमह निवेदिज्जासि तिकट्ठ विसजिते तपणं समो भगवं महायोरे कम्ल पामोप्पमायाएरयपीए फल्स प्पलकामलकोमलुम्मिलितमि महापपुरेपहाए रतामोगप्पगासकि सुपसुअमुह गुनहगगसरिमे कमलागर विन्यो विसष्य उपाचादेनरपरिमोकपट तर तिवारपशे चमतपनाहरपहार भगवमहिमापत महापौरवमंगमाजीपणचार कम विहार एतावतातिपिदिवसघकोमोनादिवसिपापकारावया प्रमंतरखनौराचितप्रभातविहागीरपिपवसर पुषविवस्याप्टपसामस तपाषमत हरिचविशेष तमामबोमनकुमाससत्य सनीपोपमध्वमरिषनागेनसन्यौसमविकायचासेपर एहवठभगवत प्रथरवनीराविगई तिवारमयोपारस पहाएप्रभातसयस रत्तासोगरातसपयोषधपतेनापवायसारिपठ शिसुपपचासमू फस सुकमुपसून मुपचाप गुना चिचोठोतेनिसपः महरागरगतेसरिषसमानरात वमनसपागरउत्पत्तिबान कतिविसवमसनविनते हमध्वोपक्षविवामनपरपहार Page #84 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भगति पम्पा मामते नामोतिन शिरोध । सधारति बरसणादिमि पूवति । सम्मारित्ति तपाविषमा रचनादिमतिपत्ता पूजवा पति। पर्वमामिवियापारविषएपपडिभूपति मानान्तरपाकाम् एमिति पादेय सामिबियामनपा इति पदयमे पाममा तातो सम्माणिन्ति पशारिता सम्माणिता एवंबयामौ बमा देवाणुप्पिया समये भगय मायोरे मागिन्छेमा रहसमोसरिता रहेष घंपाए गयरौए नरिमा मुसमहे एमहामटिकवचग्गा उगिकित्ता सनमेणं तपसाअप्पार्थ मायेमाणे विहरजा मरिमात तितिधिगामरहिता सरासमारमा नेप्रति एकरोगर वारपस्तुतिवरर ममसारपंपांगप्रपामबरर पदोगर मममारवरोमर शिसमरमानसपरियाः पूषदिसिमरपभिमुपासात निपीरतिमामर वरमोनर प्रवत्तिवासमग तमोवधामपोना समानर पटोत्तरमतमासवधावपमरपाठमानपानार प्रीतिकामसंतोषपनवेदाम दसतिपापर पापोनर सवार मनिसाना परपरी पचनमोरपिपत्तिबमधाम सादियासलावरोमा पचनपिपत्तिसम्भागीनर एह पासादुराजापित निवारापोदेवान पिपरससमापत्तिपय वमपतितपनापरहार भगवंतमहिमारत मारवमंगवुनावीपपचार पामगरोमापिपरपावर पाउधारए गरपानगरोसमोसराएवठाबरमरखतरर सापामगरौनवियर पहियावापिसू पूस मनामित्वयचमरमामार्दिवाप्रतिरूपमाघुमर पापारर पायानवाणिवतरवानोपासावेगौमामीनर संवमसारप्रवारतिषिवरी तपाभेदतेपरपरीषयापापपलपामा माये मारभारतापबारमारतो विपरजाविचरा प्रदत्त तिवारगोसभनामवंतपस्या सबंधोपवानिवेदव्योवभिन्यो भसा Page #85 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भवन व्यवज्रताप पत्राय राजन्या ये तमेष पयस्थतया व्यवखापिता गजाय प्राता रक्षाकुवंशविशेषभूताः मागा वा नागवंशभूता कौरव्यत्ति कुच कुरुवंयमभूता धनिया यातुवते हितोमवयंमृता भवन्ति चारमटा इति भटेभ्यो विशिष्टतरा' सहस्रयोधादय यावद्र सैन्धनावत्रा' पचम्यारचि मग तारो धर्मशास्तपाठकाः श्रेडिन श्रीदेवताभ्यासितसौवर्णपट्टा हितमस्तदा इम्मति इम्या' इति प्रमाणद्रविषराशि भगवे एवमादयोति एवम्पृवारा उत्तमजार कुरूपविषय विद्याप्यववसावस्यनिष्टमपहाय सोहम्म केतिषुत्तति उत्तमा ये धात्यादय प पान ये सोभायातो तेथे युवा तथा तत्र जातिमदिन पथ कुल पैठण पच रूप घरोरावारः विमयविधाने च प्रतीते पर्थ्यो गोरत्यादिका पतयः खात कोरष्व खन्तिष पव्वद्या भडा जोहा सेपणावर पसत्यारो सेठ्ठी इन्म श्रविष्टये एवमाद्वणो उत्तमनाति कुन्त रूष विष्यय विमाण बग्स लावस विद्यामपहाय सोभग्ग कंतियुक्त्ता बहुधयधमणिश्वयपरियालफिडिया परवइगुणात् एक कुलयेोधादिनावर कोटवालपपश्वाप्पाहताते उपकुलना अपनातेचे पम्पमामवन्या दोषासोपोर बेभादी वरपू पुष्यस्यागकरीचाप्यति मोगकुलनाथपनातेचे दौघापोषीवर सामान्यपचिराख ते कुलमा अपनाएर इसाकुरा बंधना अपना कोरवते कुरवनाथपना चत्रियपषु वस मर्चि 1 etaraj nirant मठपादोचाबोधीदर भटमटमापना योषविशिष्टमटमाकुसमाजपना सेनापतिसेनानायकतेपदीचा लो धोकर पसव्यारोपया नामपहार तेवि दोचादोषो ये उपदेवताभ्यासितवर्ष पांकितमस्तक जे द्रव्य सुवरवनोरा सिकरोहसीन राशि तेजभ कत्रिय परागोला महवेच घग्राहमाएपपादितेनतला एक करियर उत्तमभोजातिमातान उपच कुपितामुपच रूपशरीरमुपाकार विनय Page #86 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - सब पाप समो यस तवा ताबमसाबा पोत्पत्तिमामभूतापाव वानि पकामि भटिमवमानिनवा बोधको विवायको या स सपा हारे रसी। विते सामरसिंमि रिपपरपसा वेति पिपिपपवन पवम् । सपनियमिसति पमासमे नियम मामारपदमा प्रतिपापित्ति मिपा पप्येमराधि पपि पमुष एवंमा एवं परिक्षपीत्या ।हमपचायत्ति सपा प्रादि देवेनवे पारचिले निमा तापमान पत सपा पब मनिता रोषामाविता उपप्रवविता । एवमचान्यपि पदानि भवर मोगा ये नर । संवोपए सद्विमिसरे सहमस्मिमिदिर पर सेवापस चव चंपा पवरीपेव पुपमहए तैपेपरवाग कत्तिरता पहाधिवषगसगिरिराता सनम तामा पप्पा माषमाणाविहरति । छ।तेकालेसं तेणसम एप पमपम भगवो महापौरस्म प्रवासी कामे समया भगवंतो पप्पेगड्या उग्मपणापा भोगपबाया राम बठिपोषाउदयपामियरसूर्यपवारानगर पवसाधारश्मिविरपवेशमा रहिमबरखिमबरणारबोमयं नेयमातेवरसमार बरोमरमति वामनमानीपत रिपानामानमरी विज्ञापू भवसाचनमदार तिपतिमयसपारर पायोमर रमापतिष्पसागर पागलपबनावामममापिपरवरिवानोपातिगरीमानीमा बमपरमेश्वरिकरो तपमारभेदारियरो पापणहचानामावेमारभारतक पपत्तोपतारमारत विरपुत्तरतिरिवाषिपापारमारि तिरिसमयितरपुसावकामाथि बमपतपनावरार मम - तमरिमावत महापरबमामानीपणार हमरहिवासीनियरमापिमापार बचा पमपातपको भमतमधिमात Page #87 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - - - - Letstandin * पप मनिस्वरूप रसव पठापसम विधुपित्तापंति विधूम झगिति विहाय तथा पत्तति या वितदित्या रिख च प्य यावच्यष्योपादाना , दि हम पेचा मुख्य पेशा पर एवं धाव बस वार कीस वोडागार रब र पुर पतेतरचेचा विपुल धप काग रयर मपि मोत्तिय संघ सिट यवार रत्त रमप मारे संत सार सावतेय पिविरसा विगोवरता दाराच दारयाय परिभाषरता महामविता पागारापो पपगारियमिति । ध्यत्र तयार पर्ष गठितं धनं गवादि यह परम पाहम वेगपराधियं पुनम गपिमादि पमक मगठितवर्ष बानि वतनादीनि मणय पन्द्रवान्ताव' मोतियामि मुकापसानिमा प्रतीता मिवामयाबानि विद्रमापि रखरखानि पनरागा पादियधारमा कम्पशादिपरिपहर एतेन विमल मबतौबार संतत्ति विद्यमान सारं मापते प्रधानम्म किमियाह विबड़ा विशेष वका विछावहा छत्वा मिकाम मरिमकरपत' चपाऊण पहुवमिषं रयमिवपडग्गजसविधुपित्ताण पता हिरण वावपष्वचा पप्पेगरमा प्रहमासपरिमाया , पप्पणापानामपरिघावा एव दमामा तिमासा नावएवारसपप्पेगावासपरिमाया टुवास तिवाम अप्ये गएमा पच वानस्थकर रखसशिवशारतजिमपबगौरवपरिवरतिमपापमसरसवाटिमीपचगौवोधोनेपर सम्यगृतकारिविधुतपसगवरीपरिहरीम विषय पधमय परतामिरमिरणपत पावसन्दयीपुपरखमथिममुमनिरपवण्यादीचासोपोछर भगवतमासागपूप केवमाष्ट मासएकपषवारापोवादीचासीनर एहया एवषयामासनुपर्यायदोचादीधीश भएसमविमापाशरदौचासोधा एवेकन इविभिभासहपारादीचासोधा इमचारपांचवसातपाठनवम ग्यारमासदीचासौधावाहरनावमव्दधवी एचसाप्तमपरसादीचापर्यायसीधी V Page #88 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - -10 पायपाण पारस पाकारसय मामता विक्रम पीवप सोभाम्पमादेयता कान्ति दाप्ति वापपषचमिचयपरिषासपिरिपारयो मे मामी गरिमपरिमादीमा धान्यामा मामारीमा निषश समया' परिवारवासीदासादिपरिवार ने स्फुटिता परातरायतिकान्त पथमा तम्या सर्वसास्यागन दृगौभूता येते तथा पाठान्तरे दावोधनधान्बनिचबपरिमारा या सातबा भूता शिति यावा पाते तथा परमाणुपारपा भरपत राम सकागार विभव पारिमि रतिरो तिजयो अपात तथा चियभोना रमिता माम्बिता' भोगा यदादयो येषां ते सधा महस पपिया सुपेन समसक्षिता मोडिता येते तवा विपागपतीवमवधि विपरपसतम पुनमुपिपत्ति प्रास्वा विसयमति मत तवा जसमाप समान मागे बसविन्दुः उमापवमपिन्दु प्ठा घोवियत्ति बीवितत जावा तवा पर वमिताद विश्वमोस्वधनषयामिक्षम इछिपमोगा सासपनिमा किपागफलोवम चमणिपविसयसोक्स नामुमपसमाण कामरगमतविंदपचन बीविय - -PIONOMInstaina नमयनुसाप विधामचतुराईपची वर्षगरोरगानोरमादिपावसापावारनौशाषा विक्रमपुरपाबारप्रधानउत्तमशाना सौभाग्यपादेयनामाकर्म पातिगरीरमादीमिरुपतिविमरीशमषित गपक्षमरिमवरिमादिबान्धगोधूमादिवमानिचयकोठारपरिवारदासौदासादिक फिडियापहनु पर्वतमांडवेगवाया गरपतिरावातमागुपयोपतिरपनि चिवमीमामनोवोषितभोमशाना साससियामावरीसमक्षरममट बिपानपराविनाचमापरनोरुपमाविमतवापरमा तिमपुरियामाबर एवाभिमपादुपामामाघरममय तर पचपचीमापोरा पमानपरिषर अपराभमरपर्मिचौरबापापीररिपोवनीपस्चिपब सीमितचापमाननमानीमा पनि Page #89 -------------------------------------------------------------------------- ________________ tachestha RSE -m प्रभु मनिस्वरुप रवाप पठायबम विधुपित्ताति पिय ममिति विहायतमा सुत्तत्ति खवा वितदिया हिरण्य घरुप्य यापच्छन्दोपादामा दिदाय चेचा पुषण पेचा पप एवं घास पर वारीस कोडामार रख रष्ठ पुर पतेपरचा विपुल धप कणग रप प मणि मोत्तिय संघ सिस १ पवार रत्त परप मार्य संत सार सावतेव पिनिगुरत्ता विमोवरसा दाण चदाईपाप परिमायरता महामवित्ता पागरायो पपगारियमिति, व्यवचतववर सुवर्ष गठितं धर्म गवादि यह चतुरंग पान मसरादिवं पुमन गरिमादि वमन मगठितसवर्ष बानि कतनादीनि मणय चन्द्रकान्ताव मोतिहानि मुखापसानिमा मतीता मिसापबामानि विठ्माणि रघरवानि पपरागा पादियदादमयम्यसादिपरिणतः एतेन विमा भपतौबार संतत्ति विधमान सार मापते प्रधानम विमिन्यात विखड़ा विशेषेप स्वखा विळूहया वा मिक्रमण मरिमकर पस' चणामण पावमिस रयमिषपष्टग्गलम्गसविधुपित्ताश पाता हिरम जापपवा पप्पेगा अदमासपरिचाया पप्पेगा नासपरिचाया एक्दुमासा तिमासा जाएवारसषप्पेगावासपरिवाया दुवास तिवाम अप्पगा पत्रु वानस्यरूर रखसचितवमारविमपबगौरवपरियतिम पापमारतबाटिकीपचगोगोधीपर सम्यग्पकारिविधतपसगकरीपरिहरीन विषय पधनमदद परतावमारिणम्प नापसन्दवकीसुपसरवमणिप्रमुखांडोनरपवन्यादीचाचौधोका भगवतनरसापपवेकसान पामासएक्पषवारापोवादीचासीमेहनर एहवा एवणमासनुपर्यायझौचाचीधीशहर रमएकमाविमासहपाशदीचासोधा एवेषन रविधिमासापाशादीचासीधा रमचारपांचवसातपाठनपदम रम्बारमासदीचासोधावावरलावादको एरवसावमपरसर दोचाप यशोधा e - Page #90 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .Plstowelorstoctor- पापच्चाग सारा पावार प्रातीयता विक्रम' पौरप सोमाणमादेयता वाति शक्ति वापधवनिमयपरियासपिरिपायी धनामा । गरिमपरिमाना धान्यामाच माबादीमा मिचयr मा परिवारय दासीदासादिपरिसर में स्फुटिता रातातिवामा पपया तम्या । सर्वसावागन दूर्गभूता येते तवा पाठारे पागोषनधाबनिचरपरिगरा या सातवा मूता मिति पाया येपो तथा परपगारपा , नरपत राम पकामापे विभव एवादिमि रवियोऽतिययो येपास्त तवा रच्चियभोगा सिता वाम्विता' भोगा यदादयो पाते तथा मर्म पसपिया तपेन विताः प्रदीरता येते तवा विपागपसोवमति विपत परतुन पुममुविपत्ति चावा विसतरंति पत्र तथा जमरामप समान इमागे बसविन्दुः कुमापनसविन्दु सापक्ष बीवियत्ति नीवित जावा तमा पशुपमिता एवं पिषयमोरपपनस्वादियम् इछिपभोगा ससपलिया किपागफलोयम वमुणि अविसयमोक्ख जलयुगमगाण कुमग्गशलपिंटुचपन मोविय अमरगुपप विधामचतुराईपरपी वर्षयरोरनामोर दिसापावारनीघापा विक्रमपुरपाचारमानमरजेपन सौभाग्य पादेयनामाम पोतियरमादीतिरूपतिपिरीयुमर परमरिमपरिमादिवधायगोषमादिवमानियकोठारपरिवारपासौदासादिक पिपियानु हसपशेडोवमहामना गरपतिरावामागुपयोपतिरपधिक रविवभीनाममोवाचितभोगवरना बास परियारपवरोसपारप्रगट बिपायपापिहचनापानोरुपमाधिमहवापामर तिमपिसमाचार पतविपरमपापानापावरमगर तर पानीमायुपुरा समानमरिषद वाममारपपिचरमरपापीमारियोरीहनीवरिप बीवितम्बपामारावीमर विषurati - - Page #91 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - - - मरपसावालम्पससमना मनसेप परेपो थापापही अपवारोपवारो कर्तुं समर्धाइव । एवं वाचा वायेम चेति स्पेशोसहिपत्तत्ति सेती निहोपर्म सरवोषध सवारोगापमोपचमोतबाद ऐसीषधि वा मासा ये है तथा एवमन्यचापि नवरं। बनोसहिति ममी मई। विप्योसमिति विशुप' प्रयवादिविष पदमा विरति पेशा परति प्रयवर्ष ने एपोपधि ति। पामोनहित्ति पामर्पण मामपं हस्तादिसम्भयरति। सम्योसतिप्ति सचएव पेशवाविमुटवयरोमनपादय पोपधि सावधिः। वोटहित्ति घोष्ठपत कुमाव पाषधान्यप्य यथा प्राप्तयाविनरस्याप्रम्ममरणापुहिमतिपी है तथा। पौनयुरित्ति वोममिव विविघार्याधिगमरूपमहातजननादुपियेंपो ते तथा पाहित्ति पटवत् विशिष्ट वववमस्मतिविसष्ट विविधप्रभूतसूवालंपुष्पपरपावसमतया बुद्धि पो ते तमा। पापुसारित्ति परेन सूभावयनैनोपमधेन सदमुक्वानि पदमताम्य नुसरन्ति गमा मणबलिपा वयालिमा कायलिपा अप्पेग मरोण सावाणुग्गहसमस्या ३ पप्पेगदपान्बेलीसहिपत्ता एव ___ लोसरि विप्पोमहि पामोहि सयोसरि अप्पेग चाकोडनुचौ एषबौचयुद्धौ पच्ची चप्पेगापयाणु मारी परोधौराड़बार वचनपूर्वपरसपरतेशनिवारपयवाचमरकरीपरपचनचोभाउपनागर वायापसवतदुष्पपरीससहर कसावमरणं मगिरीसरापपनरपतगृहपमापरिवानासमवयोग्यवर परमाहरमनपर भवर एवेवसातुसमुसमापिम मकतेपोपधीसर्वरोगटासिवा समाधिपामौशावासावश मवापरोरमसमतेहबपोपधौछावानीतेपरप्राममक्षित वियोमरिन डोनौतिवनौतिताप्रपोषधी तेरिसरित प्रामीसहितादिवमिपरसवेवरोगटायपिप्राप्तसहित सर्वमसमयपग्निमयादिवरूपधार कमाधुबोहाडिजिमघान - 4 Page #92 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तमा तदेव गुप्त परिगोप्याप्रमापोखप दानातियवारतएव दापप हाया ति दानाभ्य परिमाप इत्या गोविवेभ्यो वा विभागयो दत्ता सुबाभूबा द्रव्यत' मिरोषनेम भावत बोषापपनयनेम पागारात निवम्ब ति गप पनगारिता माधुता प्रवषितागता विमविपरिणामा । पनामारितया प्रवविता पमपामृता पर्यायपाधि व्यसान्ये वेति । ॥ नामि चादि साधुवष पगमान्तर यवमैव पर मपोरमियति मनोवहिवार मानसावरपन्य वाम्यतिमाः प्रतिघातार्यनिर्माजवाः परपचचोमकारिपचना वा बायसिवा' पधादिपरिपपग्दानीभशवारा भारबिया पबभिचारिजाना परिवा परिपोम्मदर्यमा चारितय सिया रति ष्यत वापनामाराधीन पेद पिरीयपवयं ।। पप्पेगरा अपेगमामपरिपायासंवमेध तषसा पप्या भाषमाणा विरिति । तेणेकालेणं तेममएणे समणम्म भगषयो महावीरम चंतेवासी गाय पिगंधा भगवंतो पप्पेगामापाभिणियोपियाणाणी नाम केवलपाणी॥छ । पप्पे या एकविवरसनोहोचानाधको एपेविविवरसमायोचानापो एरवसापारिवियाचारिपारपादिदेनापनेवपारमनापर्याय दोधातीधारवाचोनाएहवामाप्तवा संयमसवरमेरतेपारोलपबारभेदतेपिंवरी पापपापामाभावतापातारशा पिसाबमातरकर परमादितपसमा बमपतपनावरपार भगतमषिमात महापौरबमयमात्रीपबार मातेपासोसियसमीपनामापीमायबर पाषणागिमात्राममोगाठिपमतरपनीमाठितपिठापौवेपर निगम भमतमभिमात पाचारविमापाभिचिमोषितनामीमति पानमावीमतिपरिपूर्षत वामनवमोचुतवानीमाणमापाठी पशिशामवंत मनापामत पचामन पानी मौषममा - Page #93 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 105 मम सर तबाविघविविशेषादवुटित तच तमहानसं च मिचारध मोवन मचोपमहानसं तपस्ति येपो त तवा । मान्सि पायी , सामान्यतो मनोमावाहियो मतियन पर्यायानं येषां है तथा। विलमति विपुसा पविधषिपसोपतमन्धमानवमनुपाहिले न वितो मनि न पर्यायवान वो ते तमा समाधि घटोनेन चिन्तितः स च इष्यत' सोपदि क्षेषत पाटलिपुषवादि काचत . सारदादि र्भावत' पासवर्षादिरिये विपुसमतयो बामति अजमतयस्तु सामान्यत एव तवा पांतीयांगुसन्य मे मनुन व्यवस्मित । समिना मनोपारिवा पाया इतरे त संपूर्ण ति। वि०मिपिडिपत्तत्ति विनवणा वेत्रियकरणक्षधि सेव सरिता माप्ता ये ते तया, चारपक्ति पर ममनं तदतिपय वदप्ठि येषां ते चारपाच शिषा पाचारणा विद्याचाराप तपाष्टमाश्मन चेपतो यी र्या समिप पद्यते - ववा च पचिवाशापारमाविश्व वेनेगेपपातेन पयोदयवरामिधानं पोप मेरमाकं च यावा प्रतिमिहासय तत उत्पातहनेहागन्तु - माणसिधा एवमती पप्प गापा विउला विउविपिडिपत्ता चारखाविनाहरा धागासातिवाणो सामान्याचारिमननीतश्यमाणात पारित पाठांतर सुमतिनुघलो पठाईगुस्खवपापठातोपनास मीयामचंद्रोयनीमनोगतभावजाणर विपुची मतिनसपशोपरिपूसंपठाोपनासनियाद्रीयनामनोगतमापवाण एवेबसाहविपुलमतीविशेषय शोपिस्तोसंघरपसारमतिरोमनमपितय माणा लगाषितावासाप्तधातपवरतापिकौवपबियरोगावेचियपनवनवावरिवानौषधिमाप्तसपिसावधाविष्वाचारपनीपरिचासरतेमाटरचारपनाम तेषिसहितमन्नतपादिरियावनाधरणहारतेर्षिसहितसारिपाबाहित्यतावोधनावणीवे पाबामातिपाचीवहिर एवेबसाप्नुवनकावधीक्षनव Page #94 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ta°4201612512mmuline - पम्प बन्दोवेव गौषा परापारिवामिबसोपत्ति संमिवामगाभेदभिवा न वर तुगपच्छ एवन्तीति सभिवयोवार मभिन्नानि वा यन मावामि सदोणि प्रत्येकपा मन्दादिविषः थोतासि सन्द्रिवासि धेषां तथा। पौरासक्ति पीरमरपेन योवरी मन:असार पन मावति परति येते पौरागः। मापापति ममावा' मावत नवरं मधुषमयदोपोपयमनिमित्तवा दाहादशवाचतानम् । चौरावरीप्य से भेदेनोला। सपिपासपत्ति सर्पिरायणा राव नगर धोती प्रविपये मातिरेचसंपादकलाग चोरावर ममा योम्यो पेदेनोमा बसोचमहारसोवत्ति महामस मनाममा कदाचितवादावमपि महामस मुचने ततपाचोष पुरपमतमसम्योऽपि दीयमान पय पप्पेगापासंभिनामोपा पप्पे गापाखौरासपा पप्पेगाधामापासवा पप्प गरपायप्पिधासया चप्पे गधापक्तीणा महबोठसामनगरपाबविषसमहो तिमसाधुनिभसावरमवोपोजिमनीषको वपोनिशियारतिमपोरवरीपापरजिमपपमपसारी परापूर्वपरहितिमबुद्धिवरोधासन मार वषापामारीतेशरिरलेपकपदवरतामरपनुरिपदनायतसपसबार पापोतथि सरित विषसाधुसभिषयोतसमबाबूपार अमेवमन्दसौभसर प्रवरायमादिकांचएनेबारद्रियामारसहित सापोरासामसर हारपानवातेधसरोपामारवानरवेषाधित वसाधुमारहारवेसाघुवरमातमधुपरिणरसरोपामधुरामीठाचारपरमरित एपवितश वसाधुसणिपाएगोमवहारमासमपातसवितसरोपावरमयोसपनपत्रावासतिहारपसापाठोप महापपिपावेशियर एबापावरपारपाचीयतामामारीपरतपुषपूरनजीतचरपषित साधुपमानावरसभितार रममतो - Page #95 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विधाव घेपरम तानि मापनीयानि तत समाधोध चतुर्वादोनि पस्सिंगतमपर्यतानि तत बनवावम्सिमध्यमागकल्पनया पतमिदष्ठमानि तानि चोत्तराधर्षेप बीपि चत्वारि पक्ष पद पक्ष चत्वारितोपिरेम साप्यानि प्रषवा शमि परभिव रेणामि पवियरकोष्ठकाविधाय मधे शून्य छत्वा मेषेषु तानि सापनीयानोति तत उपयुपरि चतुसियतमादौनि पपीतामि ततः पूर्वपदष्टावष्ट मानि सतोष्टम पष्ठ पशु चिति चतुर्बादीनि च ममगोपवासादिरूपायोति पत्र विमा परिराठयां विचतिभि पारप तिीयमा निधि जतिन सतीयाया मलेपछता चतुर्था ।। वाचासमिति । पत्र का परिपाटया मेवसवमरो मासा पर दिनानि च पादय । परिपाटीपष्टये तु सपक्षरा' पप मामा नव दिनानि पाष्टा, स्पेति एवं एमाखो बनवावमामिलापनेवर्व एकावची च नान्यतोपतपेसि न सिसिता। समागमीनिशीशियति वच्चमाणमहासिगि मोरितापचया पुरव सिंहनिकोरित सिंगमन तदिध पत्तपस्तविलनिकोति मिताचते तबमन धातिकावदेगावतोयानात' एवमति सान्ततपासमामेवनेमापूर्वतपसोऽनुष्ठान यत्र तत्'सिंहामिप्रोधितमिति तय चतुर्थ तता पाठचत एमपठे दममाटम हादसदमम पवदंगधा रमे पोपपतदये पष्टादशपोषये विशतितमाष्टाद विपतितम चेति कमिण बिनियते । तत पोहगाष्टादरी पतुर्दयपोपणे हादचतुर्दगे दशम बादमे रमदयम पठारम चतुर्वपठे पर्व ति स्थापना चैव ।।२१२१॥५॥४॥५401210101041400141181५1१।४।२।१२।। पच च एकमा परिपाटया दिनमामम् । नवपसपने प्रष्टवसकसना का सप्त वसवसनाप्ये केव २८ । पारपकदिनामि | ३३। मर्याप १८० एष घमासा दिनानिपतमा परिपाटोप वदेव पत सात वर दिनानि २८। तप प्रयमपरिपाट्या पारणक वर्षकामगधित हितोयसो निर्विवतिक वतीमाया मरेपधारो पता मायामासमिति। एव महासिनिमोड़ितमपि नवर मिए स्थापना ग्वाम पायोपांग विवरण Page #96 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - -- समयों मपति तमा बुध पाया या पुन प षष्ठेम चपत उत्पपते मग युतविपिते पपरपोत्पातबमारम नन्दीबरामी भेषमहर्क तु ततो नितमेवोत्पतिशागत समों मपति तग मुता रितोया इति। विवापरति प्रमत्यादिविविधविद्यापिरोपधारिरपागासा 'तिमाप्ति पाचार्य व्योमातिपतवतिबामति पावाथगामिविधाप्रभावाय पादसेपादिप्रमावाहा पावागावा हिरण्यस्यादिमिर मनिट वा " निग्येन पातयतो मोवा पाषामातिपातिम पापागादियारिनो वा पमृत्तानामपि पदार्वाना साधनसमधयादिनाति भाषा। वपमापसिं तमोपपतिसमति बनयमबमविवमवो भूपपिपिष बसनया ताबार पत्तपम्तम्बानकावरीलपने तनमापना वं चतुर्थ पठ मरम ' चोत्तराबवावमाप्य रेषा मनोहारष्टमानि चबारिए पनिायेगाापस्यापनीयानि उभयतो रेणापतुझेर मवकोष्टसाविधाय मध्यम गुन्या पगापावागारमितमोवाम्मपहिवया एवरकोवनिम्बडाकसीहनिपीलियं तपोकम्मपरिवमा पप्पेमहानयसी , सुरमणिमयाभरपश्रीिपहारतेनोवमनाइत परिवातेवमवापरीतपपरियोपोरोरतपदिन ४१४ पारपा पार पविगसहित मोनोपोसिरतप - पारपतहावपारनौवो बोत्रोच्चारतपपारपतवाव पारपरीपबागपूतमन्चा चोवीस्टोरतपपारणापतपाजपारपरचारिस सर्वव५ मामः दिनापते परषित मएकामारठाभरपतेनीवनमारतपवर परितोपोलोरमास१४ दिन रमपिडोसीपरस मामः दिन पारण । रसिधिपरिचौपरिवारपो जामगसिनिमोदित पाविमोठसिमियीडितबाहीमा पोषपचारएपरिर जिमविपारामारी पाषु मोतिमएतपपवास पारपोर रमरमनाबमोमोचतरपारपोसारमा दिगि योनिरस मि१८पारसरविधिको M - - Page #97 -------------------------------------------------------------------------- ________________ PostartDostotra पचापप पारपरिणामि एवं चाटी मासा' पदिमामि चतपणु परिपाटी ते पतु पमिति । पाविसवामापंति यत्र चतुर्व सत्वा पायामाम्ब वियते पुनयतु पुन पायामाचे पुनवर्ष पुमतोपि (पन्तगरमास प्रायविवंचरेर चय करो वे पार्यविसे करे२ चच्य करेर रा इत्यादि एवं पगुत्तरिग एडीए पाय मिला वहति चख तरिवार जाव पार्यविस जयंवररर चरुख करे) पायामामानि एव यावध मतं चायामासाना बियत इति सच पतं चतुर्वाना तथा पक्षसहस्राणि पधापदधिवामि पायामानानां भवन्तोति मासिय मिक्खु, I परिमति मामपरिमाणा मासिवीता मिचु प्रतिमा सानुमतियाविशेष तसलिमासं यावदेकादत्तिर्मनावच पानवी ति एवं द्वितीयाय सप्तम्यता एकत्तिहनिमुहा इति । सत्तराईरिएत्ति तिसर्या मध्ये प्रषमा सप्तराविन्दिवा सप्ताहीराविममाया प्रस्यां च चतुर्व चतुर्वेग पानकाहार । निकोसियतयोकम्मपडियमा महपटिम महामहपरिम समतोमहपष्टिमं पायबिनवद्धमाण सयोकम्मपडिवण्णा मासिनं भिक्स पविमं एवंदोमासिचंपरिमं तिमासिघ्रपडिम नाव मत्तमासिनभिक्खूपसिमपरिषमा पढमसत्तगइदिनं परि एमपातपनाकरपहारसार्विसाधुवा एपेवसाधमासिनिमोड़िततपनावरणहारसार्विसाघुपरिक्खाभगवतपधासार तपउपवासपारण पबर पछार पर मासगीर परिसीपोसौतपदिन ८०पारणा सर्वमास१८ दिन१८ चिज पोसिबरस मास२ दिन१२ पारपागो । विधिपूर्वसोमपरिवारवी भद्रमतिमाएवेवीदिगिमारकाटपपूर्वदचिषपपिमउत्तरएवमहर मानउपवासरमहाभद्रप्रतिमाएकोदिशिकदिन । समौवाचस्मप पवपहोराषिप्रमाणपवास सर्वतोमप्रतिमाएपरिवारतपदिम१०५ पारपार मपरिपाटी दिन.. मास दिनर. । - - - Page #98 -------------------------------------------------------------------------- ________________ • एकाद वोहमाया पुन पोड़ा एवान्या जायते तम होना पड़ाताना मधे मम मेकादयः पञ्चदशान्ताः स्वाप्यन्ते तथा ये घोड़ाद‍ एकान्ता' स्यापिता तेषु पचदपादोनां हन्तामा माझे चतुर्दमादम खापनोवा चतुर्यादिना मिसापेन ते समुत्कोनीया |१| २|१|| २|४|१||४| ००८/१२/११/११२।११।१२ १२/१४।१२।१५।१४।१२।१५।१६।९४।१५।१२।१४।१२।११।१२।१।१५। ६४|५|२४| २११२१ । दिनमानं परिपाटा मिद मोड़ा ने १२६।१२६ एव पचदशानां १२० । चतुषं माना मध्यक्षेत्र । १५ एडिव पारयामीति स पच वर्षमेवं षट् मासाः हिनान्यष्टादीति परिपाटी चतुष्टये चतुर्गुणमेतदेव वर्मादि मामोर दिनानि १२ तथा मप्रतिमा व पूर्वदचिया परोवराभियामक मंचरचं कायोत्सर्ग करोति एवा बाहोरावदयमानेति महाभद्रापि तसेच मर महोरात्र पावनेवगिमिमुख वायोशर्म करोति पोराम राय मानमिति । सर्वतोभद्रा पुनयो दस दिए प्रत्येक मरा कामोव बरोत्यस्माच्च दमाहोरावाचि मानमिति भवना द्विविधा सर्वतोभद्रा चुद्रा महतो च तत्र चुद्राया' स्थापना स्थापनोपायमाया चेय मत एमारे पंचठवित मन तु धामण्डपति से ठपाया सम्यपोभर । तपोदिमानीच पचसप्तति पारयदिमानि तु पंचविशति षि दिनानि तख परिपाठाच तदेव चतुच एवं महत्यपि नवरं एकादय सप्तान्ता सम्रा सुपवासा भवन्ति आपनोपासनाथानिय [एगा ताकि तुपामापति ऐसे वित नाय महासम्बोमरं । १२३४५६०|इस प्रथमा पंखिः । 8/1/१२/२ दिनोबा बताया । २४५०१२चतुर्थी दावा १२३४५ पच । शशादार हौ । मते तयोरिमामय १० बमो धूप बनत्यधि Page #99 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Eoo dateक्क राविदिवम माणा मोराविको मिथ पप्या पाठोपवापिको पामादिभ्यो पनि प्रसवभुमस्ति छनोति। एगराइयंति एकराविप्रमाण मम्मा त्यक राविकी तो परखा पाष्ठमभधिको पामादिवडि रौपदवमतगात्रो अनिमिपनयन एफपुनम मिराहा जिममुद्राखापिक्षपाद प्रभवित भुम " तिहतीति विमिरहममादिशएव चेता' प्रतिपयन्त पार पापरिवाएयापी संघय पधिपूषषी महासत्तो परिमापो भाषियप्पा सम्म गुरुया पापापो इत्यादि । सत्तमनमियत्ति सप्तसप्तमानि दिनानि यथा सा तवा सा प सप्तभिर्दिमामा सप्तके भवति तब पप्रथमदिने एकात्तिभवन वैवच पामबार सावित्रोसरया उमा सप्तमदिने सप्तदराय एप मम्माम्यपि पटससकामि पथवा मयममस प्रतिदिममेवादत्ति हितोयादिए धाराह दिच भिक्ख पहिमपडिषणा मत्तमत्तमित्र भिक्खू पडिम पट्टकृमिश्रभियख पठिम एवण्ययमिय भिपख प्रवचुवामएवोभिचमानीमतिमामिप्रापटिपौविपरावर ग्यारमीपहीराचिमोभिधमाधुनीप्रतिमापभियाविशेष प्रामयापिरिहातपि मपवमापापहवामाधुभगवानसाचिविचररपर बारमीपवरागिनोभिच साधुनीमतिमापभिगमपिपपष्टमतपपरिवार मसामिका भगिरपर हुष्टि मेपोन्पमकराएपपासाधुभगवतनासाथ विचरावर सत्तमत्तमिया तपदिन४८ परितोदिन४एकोशातिभतिपाणीमो वोनसातार विविवाति खोमप्रसाद विधिर दाति चुषारसतियाररदाति पाँचमासातपूदाति५५ परमातिरा सातमाशा सपदाति१८ एभिजूनापभिगम विशप वाणिवा पाम पामियादिनमा परिमोदिनाएपेयीभातपानीमादाति वोजातिमदाति।२ पोमोहिनदासिय सुधीदिनप्दाति पांचमी दिनप्यातिए। छहीदिनपक्षपदाप्ति मातमोदिनप्दातिक पाठमोहिमपदातिमा सदाति नवमनवमियाभिचनोपतिमापभिगृहविगेपतपदिन र Page #100 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विरहित उत्तानो वा पामामो वा निषयोपयतो वा प्रामादिभ्यो वह विहरति दितोयसतरा विदिवाप्य वंविधेष नवरा सड सावो वा दहावी या विचरति एवं यतोभसप्तरावि दिवापि नबरं गोदोहिवास्मितो वा वोरामिको वा पानकुलो वा प्राप्तइति । राइदिपत्ति होरादि भिक्खूपडिमा भिक्ख पछि म पडिवस्या जावतश्च सत्तराइ दिनभिक्ख पष्चिमपडिवा हातपनावरणहारसा सावरकर इममा सर्वतोभद्र प्रतिमातपपडिको पोलोदिन ११६ पारया ४८ एवं माम८ दिन५ घूमच्या रिपरिपाटीमा २२ दिनर• सर्वबरस २ मास दिन२० एवसाधुप्रायविश्ववई मानतपनाकर बचारभावं मिस १ उपवास १ बसोपायंविसर उपवास बसी पावर उपवास श्वसो पालिश्एप १श्रूमभायबिच १ सगोचर सर्वमिवोभावित ५ उपवास १० सर्ववरस (१४ मा दिनर एतपतु मांग पहिलो एकमास मोभिचूनोप्रति माद्यभिषडविशेप एणमापकगोदाति १ एवं कोभातमोदिनमतिबीमी पाचोनोपुचदाति१तेषो धूमवो ओभिगो प्रतिमानि मास नोगिमा सगोदिनप्रतिदातिर मातमोदातर पाचोमोलेवो इमब्रोजोभिचू मोमतिमामाच श्रुमौ दिनप्रतिमातमोदातिर पांयोगोदातिश्लेवो नावमन्दवको परोह प्रतिमात्रादवो बीमा मातमोदातिपच्योमोहातिठ पांच मौमास मातमोदाति ५ पापोनोदा तिर कट्टीमा स ( प्रतिदिनभातमोदाति पापोनोदात सातमोमामदिन प्रतिमामात मोदा ति पायोनीदाति० तेश्रभियह परियोन हममवंतनसाब धूमवत्तरकर प्राठमो सातदोहनी ति एकतिरउपवासकर गामबाहिर चताचट भजनापाचर घडवा पाचनठोनस पांचोरहित एडनोमतिमा अभिगृह मे पभिचूनरपुर श्रावणस्यच बीमव मोम तिमामात दिवसमो ग्रामवाहिरब धूलमंडपामोपानहोमाबानो को परीभूमिखाबपूवी परोरखपाडोश्मरवर अथवाईडायत १ दशमो प्रतिमा सात दिवसभोगोचि काम निश्रयामीरासनपा Page #101 -------------------------------------------------------------------------- ________________ LLLLL चंद्रप्रतिमा तवाति शनपतिपदि एकब मिचा वा अभ्यपान प्रतिदिन शादिसध्या पंचदश पोर्समायो सयमतिपदि च पदव मुकाम प्रतिदिन मेमसान्या प्रमाणाणाया मेवमेव सखा मुसा यवमध्येति । वारमण दपडिमति रमेव मध्य या सातया यस्सो हि अप्पमतिपदि पपदय वपसान भुशा तत' प्रतिदिन भवाम्या पमावाखाया म पवातिपपप्येवमेव तत पुनरकमा पोबमास्या पपदय भुसे मातमध्य स्वारलमधेति ॥ वाचतराधीत मम पदपतुष विवेगपरिमति विवचन विषमयाग सातराणो कपागदीना वामाना गरायरोरा वमा बज्ज मम्म चंदपरिसंपष्ट्रियया सभमेण सवमा प्रप्या भाषेमाणा विहरसि ॥ छ तेगकामेण सेकसमएण मोकप्रतिमातेपहिया.मानतपरिठवडूनगो व्यषवौषियकोगामबाहिरबासषकोयरस्कासि पक्षपाएपकाक्षिपाहारवरीपरिषजम् तरचचदय 2 मलि पूरोबार उपवासकरितांचगिमावर नपरिठार मावषयोपसर्मसहा ममहामोकप्रतिमा अपाहारवरीपरिषभरतपोडयमलकरा पापारविणपतिवावठादयमहरर एतमादायसमौमावनपरिठया दृष्यचेवबासभावपरितोरियाणवर इममहामोकप्रतिमामाघीमगवत मोसाविका अवमभापटिमातेबहिनिमणवविधासलावियपासिपावसह तिमपरिवएवकवस बोनि विवोनि विधिमकरतापू निमः १५तिवारपरिवतरणासवपापहवे१बीवरसमवरतापमानसिंबसाएतवमम्झचंद्रप्रतिमजापवो वनमापतिमावेशहियर विमवविधासपात विपासावाए तिमएमतिमापरवपाएवेवचतरतरूपू निमबरसतिशाधवीवीएवषवाष तापमावागार वस५ पावापभिगविशेपनाधरण हारसामगवंतमीसावरबर सयमसतरप्रवारनेपर तपबारभेदतेयर पापबच्चामा मावताषवारमारताविचरातिपिकापापारामा Page #102 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तपादयी गवसप्तम सप्तये प्रतिदिन पति एवमहारमिवा मवनयमिका दमदममिवा तिनवर इत्सित काति कपिदिषसाने भज्ञ समद्रा महाभद्रा समतोमा महोत्तरात भिमतिमाः पठान तप अमठा पमतोता मिणस्तु यासाता प्राय नवर। भद्रोत्तरा मापना एव प्रथमा प1ि07841 रितीमा । 1 ।बतीया । 410tel | चतुर्थी 1 400 पंचमौति। पथरा प्रथमा पकि 410। तिौरा । ११ . बतौवा । II १५ । पतों, १00 मी110 पाठी था । सप्तमीविडियमीपपाउमति चुदवा भाव पचया सपो मोहमतिमा प्रयपणाभिपरप ध्यता प्रयापरिपया प्रयापणापतिहापरीवा पेवती पामादेवि बाबत मरदि निदाघे वा प्रतिपक्षी भछा घेत प्रतिपयते चतुर्दगमन समाप्यने पमुष्टात। निपप तदा पोपमधेन समाप्यते मावत रिमादिनीपसर्गसानमिति एवं महामोकप्रतिमापि नार भक्षा चेत प्रतिपयते तदा पोत्रम मोर पमापते पभुधा पित्ताशयमोमेति । अवमा पदपहिमति स्पस्वेष मप यसो मा यवमध्या पदाप साहिनिभ्या या प्रतिमा मा ___परिम दसदसमिप मिक्स पनि चुहियमोपपडिमपडिपमा महलियमोधपडिमपडियणा वषमज्म चदपटिमपडि परिमारिन एपदातिमातनी पपातिपाचोमो रमी वानवबाररातिरमातमारातिर गणोनी मनवमरदातिमा सवदातिs.५ यमदयमिवा मिनीपतिमापभिविशेष तपदिन • परिवादिन एबरातिमातमौदातिपापीनी मदयमरदविदातिर भातमी.पाचीनो दातिर. गोमोवप्रतिभापमिगुएपिरीपशमापवारसाधुममतनपावरपर मोटोमोपपिचारएतापरिवोपतिमारमाम्परिठरलचीबाणे Page #103 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रतिमा तवाहियपतिपदि एकब भिधा का अभ्यास प्रतिदिन कमाविवभ्या पंचदय पोर्समा सप्पमतिपदिप पपयव भुक्ता । प्रतिदिन मेवासान्या प्रमाणापामा मेवमेव यमा मुख मा यवमध्येति । बारमष्या चरपतिमतिरस्येव मथ या सा तथा यजा विष्णमतिपदि पदम बपक्षान मुखा तस प्रतिदिन भवान्या पमावाणाया मेवं यजामतिपपप्येवमेव ततवमरवकबरा पोसमास्या पदय भुले मातमध्य स्वारबमध्येति । ॥ पापमोतराधीत मय पश्चतच विषगपतिमति विवेचन विषयमयाम' सांतरा अपायादीना वाघानां च गणगरी रात । वमा पळमचंदपहिमपस्विमा समेणं तवसा अप्पास भावमाणा विहरति ॥ छ तेसकामेस तेणेसमएण मोवमतिमातेपहिया,मानसपरिठवनही द्रव्योषषषकोगामवाहिरकासवकोयरस्वाति प्रषवामप्यतालिपाहारबरीपरिषज पवदय | मधिपूरोबार उपवासकरितासगिमात्र नपरिठार माग्यकोउपसर्गसहा ममहामोकप्रतिमाबपाहारकरीपरिषमतमोडयमनकरा पापारविण परिसवातम्पादयमवर एतनावानगीमावनपरिठवडू मवकासमावपरिमौरिलाणपत ममहामोक्षप्रतिमानाधौभगवत मोसाधिका नवमष्याचंद्रपछिमातेतिविमवविचाराबारवियपासिंपातमा तिमपरिवेएककवस पीजि विवावि विधिमकरसापू निम १५तिवारपजिसतरतामसपर१४मोगरामवरतापमावसिक्वरएजवमचद्रमतिमवाणवो वनमप्रतिमात कहियर निमवविचारपावस्तु विपासनाधु तिमएप्रतिमापडपशाएवमत्रतरतरुपू निमापतिहारकोषसोएवेक्षवा तपमावामार कवन१५ एवापभिगविशेपनाघरप पारसाधुभमतमोसावायर सबमसतरमकारतेया तपवारभेदतेयर पापमपामा मावताधकारमाडताविपरशा तिरिकापुधापाराना Page #104 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तशागे गबालमै सप्तो प्रतिदिनं समेति एवमहामिया नवनवमिका दयायमिका घेति नवर दत्तिवाहिकायेति सपिदिएमाने भद्रा समदा महाभद्रा सर्वतोभद्रा महोत्तराव भिवपतिमाः पठान्ने तव सुभद्रा पमतोता शेषातु प्पासाता पाठ नपर। भद्रोत्तरा मापना ए e प्रबमा from हितोमा । 14101 | वतीया । 10tle चतुर्थी 1८1८14101 पंचमोति। पथवा 141012-11१1 प्रथमा । पशि | ११||400। रितीया । ११Novel | वतीया | OICE ११५ पर्यो । १५41०।८पंचमी।1८1८1११५। । पही या 140८। वप्तमौति। पुर्यमोपपरिमति चुद्रमा महत्वपचया लषी मोवमतिमा प्रयपणाभिपरपदव्यतप्रयाणधिपण प्रवाषणापतिहापमित्व पेवतो पामारिबाबत मरवि गिदावे वा प्रतिपय महा चेत् प्रतिपयते पर्दयमन ममाप्यते पभुधारित। प्रतिपयते तदा पोयमन पमापते मावत दिम्माधिकोप समसाममिति एवं महामोवमतिमापि नगर भुखाचे प्रतिपयने तदा पोरस मोम पमाप्यते पक्षात्तदास्यभनेति । वमप्रदपछिमति यवस्व मप यया सा यवमया पदाव पारिनिभ्या या प्रतिमा मा पष्ठिम दसदसमिम मिक्स परिन पुद्धिवमोपपरिमपडियमा मालियमोचपलिमपष्टिवणा नयमझ चदपष्ठिमपष्टि परिमादिन पबदातिमातनो एपदातिपाचोमो मोवामवरदातिरमाताँदातिर पाचोनी ममवमरदाति पदातिa.५ दममदममिवा मिनीप्रतिमापभिमुविमेव तपदिना . परिवारिमा एपदातिमातमीदातिश्पापीनी मदममममविदातिर मातमी.पापीमो समदानि.. गोमोबपतिमापभिमषिरीपोरनापपवारसाधुममतारणार मोटोमीपपिचारपनावशिरोमतिमारमापरिहारनपीपणे Page #105 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वसित्ति वचो वचनं सोमायायुपेतं येषा मस्ति ते वचलित भयमा वयं स्टेष प्रभाव त्वयं स्वन्तो वर्धतिमा जसमिति यशस्विनः ख्यातिमन्त' जितकोषादोनि सप्तविशेषयामि प्रतीतानि नवरं कोषादिषय उदय प्राप्तक्रोधादिविफलो करतो पवमेयः जीविभासमरणमय विप्य सुष्मा जीविताशया मरयमयेन च पिता स्वममोपेचणा इत्यर्थः वयष्पहारेति व्रत यतित्व प्रधान सुत्तम माक्यादितिखापेचया निप्रन्ययतित्वा व प्रवेश वा प्रधाना येते तथा विपन्ययमचा ते च न व्यवहारत एवेत्यत पाठ बप्पापत्ति प्रतीत नवरं गुणा करपादय गुपप्राधान्य मेव प्रपचयवाह वरपप्पाचेत्यादि विशेषणत प्रतोतावे च नवरं करणं विद्यादि पर महाव्रतादि निग्रहो पनाधारसे विपेधन निषय तत्वमिचं य विवितानुष्ठानेषु वा अवश्य वरचाभ्युपमम भाव मायोदयनिग्रह माईवं मानोदवनिरोध' वाघवं शिया दचव चान्ति शोधोदयनिषेधस्य जिवकोहा जियमाणा शिवमाया मिश्रलोमा लिभर दिवा विश्वविद्दा जिपरोसड़ा जीविसमरणभयविप्यसुझा वयप्पाणा शुचष्पहाया करवण हाणा चरणप्पहाणा विग्गहप्पाणा निच्छ्यप्पहाना भन्नषप्पहाणा चारसमन्वितमहाव्रततिचे सचित जन्यामपवादय कौवोह ते सर सहित द्रव्ययको परिहार ते बारसहित एसोचिन्तन छधीरपपद्यते परंसहित तेजशरोर मौसमप्रभाते सहित बचन सोमाभ्यवंत ते यई सहित बससोत्तमवसंवत स्रोत इसको उदयचाव्य पनि फेस करहबर श्रोतसमानभिमानग्रहकार पाव्यविफसवर जोतीमाया परनश्वधिषु परं श्रौतसोमवादासोम जपनर विकसकर छर जोती इंद्रियपांच नियत्र जोतीकर निद्रातथा निंदा ने जोतापरीस बावीस उदयभाव्यासह श्रीवतव्य सघपली वतव्यतेमो मायावदामनई मरप्पनउनेभय ते ४थ को विमसुखका पाकर १२ Page #106 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मिपानादीनां तत्प्रतिपत्तिर्विवेकप्रतिमेति विश्वसम्यपडिमति व्युसम्म प्रतिमा बायोसम्म कारण मिति । वाणपमिति तपोविषयो अभिगुह यद्यपि दमाद्भुतस्याचे भिक्षुपागमप्रतिमास्त्र वर्पय सुधा तबापोत्र तथा न व्याख्याता भिक्षुप्रतिमानां प्रागेव दर्शितला दुपामकप्रतिमानां च साधूनाम सम्भवात् । पडिसोचपश्चिमति सोनवामिमहमिति ।। छः ॥ तेवं काले मिस्बादि साधुवर्धक गमतिरमेव राम बापवति उत्तममाययुक्ता प्रत्यवसेज मन्धमा मातृकपथसम्पत्व पुरुषमाणस्यापि खादिति नेपा वा कथित स्वादुस्वाभिधानादेश निकोर्पितमिति । एवं पश्चात्वाद्यपि विशेषमवर्क नगरे त पेवचः पच' बल सनम' प्राच रूप मारुति विनयचामे प्रतोते दर्शनं गम्यत्य परिष समत्वादि सव्वा पपवादमोदता समो वा साचवं द्रम्यतो भयोपथिता भारती गौरवपस्याग' । उपिति पोत्रा मानसी व मतदना घोषसिन ठेवासीम हषेधरा भगवतो नातिपखा कुलमपणा वन्नसपरमा वसपा विषय उपमा ग्राणसंपण्या दंसणपय्या चरितसंपमा लज्जासपणा लाघव सपमा उम सो तेश्च सौ वच्च सी नमसी समविसरतविपत् श्रमवतपकरचहार भगवतमहिमानंत महावोरकर्मव नाजोपचारहना पतेवासीसमोपभावसार बहमे भवामविश्वमथविरबरस व पर्यायच विरवर सर होचाको भावनिश्रुतव विरठा चांगादिकनाभेदक प्रापडवाश्म चारमावविर भगवंतमहि भारतवातिमातामरूपच निर्मण करते सरस पत्रसहित कुरुपितामरूप निकलते चसहित मन्त्रसंपवस वयवसंबंधीवन जोरते बरसहित रूपमशेरच उत्तमपाकारसहित विषययनमच मुचते मानवत्तममतिवता दिकले सहित मलमतिमा पोमतिमइहचान निषेचित समस्मस्मभगवं श्रोमत्राषौरस fter t T Page #107 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वसित्ति पची वचनं सोमायायुपेतं येषा मस्ति ते वचस्लिम अथवा वर्ष सेवा प्रभाव तो वर्षखिनः जससित्ति यथिनस्यातिमन्त' विक्रीपादन] सप्तविशेषणानि प्रतीतानि नवर कोधादिजय उदयप्रासक्रोधादिविफलौकरच तो वसेयः श्रीविभासमरणभयविष्यसुद्धा जीविताथया मरयमयेन च प्रसुता तदुममोपेचका इत्वर्ष वयप्पहारेति प्रत यतित्व प्रधान सुत्तमं मात्रादिमतिवापेचया निप्रन्वयतित्वा शेष पा प्रधाना ये ते तथा धन्ययमचा व ते च न व्यवहारत एवेत्वत पात्र मुबयहाचति प्रतीत नवरं गुषा करपादय गुषप्राधान्य मेव प्रपचयवाह करचपडावेत्यादि विशेष सप्त प्रतोताबें च नवरं करणं पिष्ठविश्वादि पर महाव्रतादि निगृही घनापारमते विपेधन निषयस्तत्वमिय विचिताठाने या अवश्य करवाम्युपगम भाव मावोदयनिगृह माहवं मानोदय निरोध बाघव क्रियाच चत्व चान्ति कोषोदयनिपेत्यर्थ जोहा नियमाचा निश्रमाया जितोमा विभर दिया विश्वविद्दा जिपरोस हा जीविधासमरणभयविप्पसुका वयप्पाचा गुणप्पहाणा करण हामा चरणष्पहास्या सिम्प्पाणा निच्छ्यप्पहाणा अज्जवप्पछाया पारसमतिमहाव्रतति सहित व्याधपवाद्य कौवोह पर सहित द्रव्यवको परिहार पत्र सहित एसोधिन्तम उधोरपपते पर सहित तेस्रमरोर मोउत्तमप्रभाय सहित वचनसीमाप्ययं ततेपई सहित जसोतसमवसंवत बीतच इचकोष उदय भाष्य पनि फल वरपर श्रीतउमांग भिमनग्रहकार धाव्य sfoueकरकर जोतीमाया परमहंबंधि बेचई जोत सोमव| दालोमख पमई विफसकरइएर जोतीकरेद्रियपांचनिय श्रोतोछबू निद्रा तथा निदा घेणार जीताकर परोसहवास उदयभाव्वरसहर जीवतस्य त्रघ च उश्रोवतव्यष्ठतेचनी पाशावाला धनई मरचन उप्रेम य तेहथ कोविप्रमुख कारणावर १२ Page #108 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चित्तमश्वपानाद्दौनां तत्प्रतिपत्तिर्विवेका प्रतिमेति विषसम्म पडिमति व्युसमतिमा काम्रो सम्प करण मिति । उपापमिति तपोविषयो अभिगृह यद्यपि दात मिपामा प्रतिमास्य रूपैव सुखा तबापोच तथा न व्याख्याता भिक्षु प्रतिमानां प्रागेव दर्शितत्वा दुपामचप्रतिमानां च साधूनाम सम्प्रवात् । पश्डिर्ससोचपडिमंति सोमताभिग्रहमिति । छा । तेवं शालेय मित्यादि साधुवर्ष व गमतिरमेव तत्र लाईसंपवति उत्तममात्र इस्वणसेव मम्ममा माढकपचसम्पाद पुरुषमास्यापि स्वादिति नेपाल स्वादुभिधानार्थ चैप रिशेपद विवर्धितमिति । एवं श॒तव॑पत्राद्द्रत्वाच्यपि विशेषजनम नवर कुछ पेवक' पच' बल सहननमुख' माप' रूप मालति विजयाने प्रतोते दर्शनं सम्यकपरि सम्स्यादि सवा अपवादभीकता समो वा पायं द्रष्यतो भयोपविता भावतो मोरवत प्रत्याग' । उपविति पोसा मानसो वसन्त पोषसिन समयस्मभगव श्रोमहावौरा प्रतवासीम हवेधरा भगवंतो जातिसपमा कुलमंपणा व सपमा रूपा विजय संपखा बागसंपता दंससंपया रितसममा जव्वापया लाघवपणा उप सी सेच्च सौ वच्च सी अमसी free free reवसरतविषद् श्रमयतपकरचचार भगवंतमहिमावंत महागौरवमय नाजोपयदारहना पतेयामोसमोपनावर पहार इमे वायविषय विश्वरस तु पर्यायच विरवर स२ दोषाबोध भावे निश्रुतमविरठायागादिसनाभेदकच्या पडवाश्मचारभावविर भगवंतमहि मावतजातिमातामचपचनिमय करतेयसं पचसहित कुचपितामचपचनसहित भवसंपनसंवयवसंबंधोवन जोरते सहित रूपमरोरट उत्तमचाकारतेर्थिसहित विलयनमच गुपते चचित ममता दि ईसचनमतिमा पोमतिमहचान वितिरसहित -66 Page #109 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सित्तिको धन दोभायापत वेमा मशिवलिन पक्षमा बसेष प्रभाव इत्म सान्तो वर्षखिन समित्ति ययभिम स्थातिमन्त । त वितत्रोधादीनि सप्तविमिपयामि प्रतीतानि नपरोधाविजय उपयमाप्तग्रोषादिविपरीवारपती पपमेयः बोविपासमरणभयविष्पमुमा वौपितामया मरपमयेन च विप्रमुचा सदुमयोपचवा वर्ष वयपहारित्ति वा पतित्व प्रधान मुत्तमं यावादियतिखापचया निमन्वयतित्वा दोषी प्रतेक वा प्रधाना येते तवा निपनवमा म व्यवहारत एववत पाप मुषणापति प्रतीत नवरं गुणा करणादय गुपप्राधान्य मेव प्रपञ्चयवाच परपप्पहारस्वादि विपषसह प्रतीता चनपर वर पिकविणादि पर महावतादि निगो अमाचारमसे बिषेधन मिषय स्तत्वमिय विचितासष्ठानतुपा पवम परषाभ्यपमम' पार्जव मायोदयमिगत मा मागीदवनिरोध' साप बियास दचख चान्ति सीधोदयनिषेधात्पर्य A - do विधको नियमाणा निघमाया जिमखोभा निभा दिया जिचपिडा मिचपरीमा गोविन्यासमरणमयविप्यसका वयप्पाचा गुणप्पड़ापा करमणहाया चरखप्पहाणा गिग्गाप्पहाणा निच्छयप्पहाणा पज्जवप्पडाणा गरिखसमषितमहाव्रतति सरित नवापपवादयनीयोगासहित ट्रम्मथवीपरिहारत परसहित एसोचितमधीरपणतेपासक्ति देक्षशरीर गौत्तमप्रभातेगासहित पचनसीमाप्मवंतरासक्ति जसमीतकमलसंपत जोतस छत्तक्रोधछदयपाव्यानि पसकराए जोतपमानपभिमानप्रकार पात्यविफसमराका मोतीमायापरमपि वेपर घौतयोमाछाखोमतपमा विफसकररया बीतीदारंद्रियपापनिणर बीतीशनिद्रातथा निदा पर जोतापरोपामासादयपाम्यामार जीवतव्यबघवीवतम्यततेपनी पायावाशापमरमरपनवेभय तेश्यकोविम सुखसकाणावर Page #110 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सिमक्षपानादौना तपप्रतिपत्तिविकातिमति विसपपछिमति प्युषम्यमतिमा बायोसम्म वरण मिप्ति । उपाणपमिति तपोविषयो पमिगा पपपि श्यावृतमधे मिचपापनातिमाशापय मुसा तबापोर मानवामाता भिमतिमागा प्रागेप दर्शितत्वा दुपामबतिमान प साधमाम सधगत् । परिसौषपडिमति ससोनवामिग्रामिति ॥ ॥ वासेण मित्यादि सावक गमातरमेव तप मारपयरति उत्तममावापचयुना रम्पपसेव मम्पमा मावरूपचसम्पवाय पुरषमापणापि सारिति नेपा मुत्ल पिदुम वा दुलभिधानाच पा रिपपदमा पिचोपितमिति ।। एवं पपवारचापपि विषयमय मवर इस वका पच पर सामनस सुन्न' प्रार रूप मारुति विनयचाने प्रतीते दर्शन सम्पत्वरित समत्वादि सवा पपवारभीरता सचमो वा पाप द्रमतो पस्योपविता मावतो गौरववत्याग' । समिति पोशा मानसोपरभ तात पोषसिमा । ___समसस्मभगव योमहापौरस्म प्रतेवासीरावेघरा भगवतो जातिसपमा कलमपणा बलसंपणा रुवसपणा विण्यसपमा बाणसंपमा दंसयसपमा परित्तसंपमा ललासपमा लापरसपणा उप सौ च सौ वचसी जमसी रिपर तिमसमयि तापवसरमागिपर बमपतपकरणार मगवतमधिमावत महापौरवम मनु नाजोपणकारताना पतेवामौसमीपमापसणार मायेचाबविश्वविरपरसा पर्वामाविरपरसर रोषासोपावेनिनवपिरठापांगादिवनाभेदाभापावाश्मबारमावविर भगतमति मातजातिमातानसपनिमबहातेपरसपत्रसहित इरपितामउपचमिबहरतेपासक्ति बयसपसमयएसंबंधीवबोरतेपरमरित रूपारोएस० उत्तमचावारतारपरित विषपनमपएषतेषरपति मानसतममतितापिपरपति भवसममितमामलिनाचारविनित - Page #111 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Rss= साभियोमा छोषध पकवादया इत्व परिसरापत्ति पनिदाना मिदानरहिताः पप्पुमुत्ति पस्पोमा पोमु पसर्विता' अवधि सप्ति ऐयमाद परिभूतमनोवलय पपरियणा या प्रतिमा पतधमनोत्तर सुमामसरयत्ति पतिय पेन यमपकासखा दत्त गुरभिर्दम गाषिता विमिता इत्वप इदमेव नमुन्या प्रवचन पुरपोवापोत्ति पुरस्व प्रमापीछय विपरन्तोति शचिदेव च पठावे गाणं पायरिया पर्वदायवखात् गमप बच्चामा पुखदायकवात माना पालाना प्रत्रभितानाच दीपाव दोपो मोहतम पटक्षपाटनपटुवार दोपव वा बीप' संसारमागरनिमम्मामा मामामभूतत्वात नाति वाचमनवेभ्यो रचवतात सरपंक्ति परण मर्षसम्पादयत्वात् गति गम्यस पूति गतिरभिगमनीया प्रत्यः चप्पसुपा पश्लेिस्था चप्पड़िया सुसामसरया दता एपमेवपिग्गथ पावयय परप्योकायो पिपरति छ छ प्रधानाधरलार नवसातमयप्रधानससमतेशनायाचनालोप नियमपभियपधानसत्तमने पसहित सत्यसासु वोति प्रधानरत्तमपिसहित गोपद्रव्य बोसोमरहितमाभाषयोनिरपक्षासामाचारोपधान उत्तमपि सहित चारमनोरपस कोतितपसरितगोरवर्ष पुप पवाफमाजानेहमी संयममौसाजव. नहर मे पहमादिवतपनावरणहार दिया पानाजोपणारबमबीवमामिपनिमसरदयपुषनेना निपाषु तपवैचोमिमाधि तरिहित पससे नारसकपत पतधोरपित्तनाधणी संयमषीरसामनत परमपावारिभोसरतसमयी पतिसाएरवीमननीछत्तिबीवामीनधी सहमत मामाघचारिखपासवानरविपरसरातारागीरदीनादमयर एपनिययसहितनिक भगवतनसप्रषचन मितिमार्ग परसपागसिकरीप्रमाणकरोनर विचारप्रवत्तरबरा मगर्वतमहिमायतमाधमरपामवादीपितिविदितमाशावर परवाद परमासनौनामापुपविदितजामाया पायावादयो स्वर मा पाहोपांग विवरण Page #112 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - नाम सबिमोमीरपनिरोधी विधा प्रचखादिवा मया रि यमचादि मन्त्रा मेदा पागमा पाबेदादयो पा प्राय कुमपानुष्ठान का। * नया मोतव नियमा पमिगु सम सममा मोर दूपयो भिपता भारती पनवधपमापार मचाएकरपगाप्याचयादिगुरु तावादीमा प्राधान्यसापना मवपेनापत्ति पस्योर्सब मौरपदात्तमरोरवयमा का सपना वा सजातपमोजिदियत्ति सज्जापधाना पपसिम मिचा विन्दिपार येपासे बातपशिप्रिन्द्रिमा पमा वा तपाथिया - जितामीन्द्रियापि यी सखातपोधितेन्द्रिया बपि विन्दिमरति मा मुख तबापौर बातपामिविनवास पुनमल मरमेय मिति सोसित सादो मिमणि जीवसोवा ति गर्य पथा महामहाणा खाधवप्पशाया अतिप्पहाणा मुन्तिपहाणा विजाप्पशाणा मंतष्पशाया पप्पहाणा यमपत्राणा मयपहाणा नियमापहाणा सञ्चयहाबा सोमप्यहाणा चारवमा सब्जा तवमी भिदिपा मोहोचणियाणा सामाघुमावावर बरोबपरहारपान गरामनामधामहत्तमबर पतरोधियानापिकमरियप्रधानगुपदेचर सहित पररपरिवमानतमानमत्तम वाशित मिपापनापारनिषेपवतानप्रधानत्तमीपारित निषयतस्वमार्गपारनपनियमपोन *देगसषित पार्षवमायामादयनर निपरिवरसप्रधानसत्तमतिरसरित मारवमाननासपनस निपरिवरमपानरत्तमोगरपरित साधन लियाना विपरगहोवारपर प्रधानतिपुरित चमानोपना निपरिवरपानसत्तमतिण वरोशित मबिमिएपठते पामरतमते परसहित विषामातीपभुवमानसत्तमनभिषित वरिममेवीमान पिरित मिविप्रधामन्त्तमातरमरित पक्षबारेमामाचर भारी 1 2 - - -- Page #113 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Histor-ollote । सोधियोगाशोधय' पापादया व पहिसावति पमिदामा निदानरपिता पप्युग्मुक्ति पत्रो क्या पीस पचरनिगा आपछि सति यमादी में परिभूतमगोष्ठतच पपरिया वा पाविश्वेमा पतपमनोवत्तय सामसरयत्ति पतिमयेन यमरको सता' दत्ति गुरुभिर्दम गारिता वियिता रवा दमेव गन्दा प्रवचम पुरभीवापोत्ति पुरखाव प्रमापौष य विहरतोति जषिदेव च पठाते पार पायरिया पर्थदायबलात् : बहर वजाया प्रदायकापाव बहना याम्यानां प्रजितानाच छोपरव दोपो मोहतम पटलपाटमपटुवार दोपव वा चोप' संसारमागर- । 1 निमम्माना मामासमूतत्वात भाति वाचमनभ्यो रचकवात सरपंसि गरम मर्यसम्पादयत्वात् गति गम्यत इति गतिरमिगमनोया प्रत्य: अप्सु धा परिक्षया अप्पडिजेसमा सुसामम्परया देता यमेवपिम्गय पावयय पुरधोकारो विहरति । छ प्रभामगाधरणार नवसातनयप्रधान सत्तमतहमाम्यामनार नियमभिपापधानसत्तम पारित सत्यमा योसिव प्रधानसत्तमणिमन्तिमोपद्रव्य वोहोभरहितनामाथीमिरपदासामाचारोपधान उत्तमतेषि सहित चारमनोहर जोतिते पसहितगोरवर्षमुपपयामाधानी संयमनोशाजप र पर ने महमादिवतपनावरणचार रद्रिय पांचनानोपहार बमबीवनामिनिममपश्यपुपमेना मिपाणु तपवेचीमिप्राधिष तगिरपित पसने माघरमकपष्ठ पतधोरपित्तनाशी संयमनवीरप्पामन परामपा वाहिनीसरतसनयी पपतिसमावीमननीयत्तिवीमानीमधी पहुभहर पामाम्यारिखपासवानरपिपरातारातारागोद्रीनादमपचार एशषभिययमपितनि मगवंतनवप्रवचनसियतमाग पुरसपागनिकरीप्रमाणवरोमर विचरतरका भगवतमहिमावतसाप्तुमरामवादौसितिपिदिशामावर परवाद परमासमीनामाप्रपुषविदितजाप्याछर पायावादयो : se । Page #114 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पपत्ति प्रतितिष्ठलणामिति प्रतिष्ठा पाचारमनवा ममवता पावावायावित्ति पामवारा समिहातमवादा पपि समुचये पाठान्तरणाम पारिनो बना रत्व विदिता प्रतीता भवन्धि वण परणारा मासादिमतानि पाठातीप परवादिन मायादयो विदिता भवसि सपरसिद्धान्त प्रपीपतमा तता पायावाति समिक्षान्त सत्तचि पुनरावर्तनमातिपरिचित छत्वा विमिव के इस्या नसान मिव मत्तमाता प्रति प्रतीत मवाना रवि पाठान्तरं मरमानौषति पानी तता पचिपसिवधामरणति पविरसप्रया पविसोत्तराप समता सन्तो विसरतोति योग रसपारस्पषमापत्ति प्रतीव इचिपापभूपत्ति हतिय सर्यमत्वंपाताबवाच भूमिपय तसर्व वस्वपि तिव तसम्पादक पापणो पा तेसिग भगवाय पायवादीविदितामपंति परषादौपिदिताभवंति पायापादनमाता लवणमियमतमातगा पशिहपसिम्मवाकरवा रमवकर उगममाया इन्सिपावयममा परवादिपरमहणा दुवालसगियोसमत्तगणिपिठ गधरा सव्वक्सरसरिसवाइणो सवमासागामियो प्रविणा नियसकासा बिगाइयपवितवाकरमापा मन मेण विवित्रमतानुचोपोगापतिपरिचितवमररममनोपरामत्तमातमहतोमसिपमनोपरिजिमाप्तीनविषयममा विपरपतिपरिश्तपरीरमरप चिपपिरखपतवानिरवावेचनामवपनपामरपात्तराना रखनावरंटीवासरोषानिमबरहियामासिपमूबरतमभयातिम गुपयरमयावरहातपा परभूमीविभुपनाठमारोबासिरितारपर्ववतुवामरतिमतेमाबुसमाणमाभवसारधा परवादीमामतनाममदनिरापरपसारकर पारमारिक समारारिमारपचरपूरपसारपानीमापार समरिमचनायबनपिनस्पपिगरपोमानापरपसार पर्षपचापपरएपठारीगर Page #115 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तिवापप यता समीरितार्यसम्पारमयधिकृतले मतदुपमा' परवारपमानितम्भसप्रमईमात परवाईतिपणोचता स्वादि घोसपुष्ोत्वन्त वाचमान्तर तव पापसाचा पनिराखता यः पचिपचित पवधिक परतीकि प्रपोसिजमापत्ति पनुपध्वयमामाः माहामाद पायमामा विरति विपरन्ति पप्पेममा पागरधरेत्येवमादीनि पोय विपणागि नवरं एवलतधरा इत्यस्य माखमात्रधरपा पविनाभूताय पि तमातिययेन धरपासूवछतपरा त्यापुन मतएव विपावश्रुतधरोवापि एमाएगाविद मूस्खु पषा विविधारणावस्वादेकादयानपिचारका नवपूर्णादिगुपतेपो सातिमयम प्राधान्यस्थापनाथ मिति पतरंगपूविखे सत्यपि दादानित्य वेपो चित्रस्याचरागपूण वादगावस्यांग भूतम्यात पत पार हुवासममियोक्ति तथा पादमावि पि न समानुराधरस्य वेपो चित्स्यादिवत पाह समत्तगप्पिपिडगधरा गणीना मथ- परिचय दाना पिस्वमेव पिटव खान गरिपिटक पबवा पिटवमिव पासबुध वाणिजवसर्वसाधारमाअनविशेप व यत्तस्पिटयं गणिन। तवमा अप्पासमावेमावा विदति तेयंकास्वंय तेगसमएण समपरम भगवयो महावीरस्म पतेवामी पश्ये घरवापम पर्वमापापार्य देवतादिवोतवासवतमातादिवानापनुमाभितमायानाशापायीयोशोधायर पनिणारागपजीत्यानसमयीपर जिप्प रागीपोत्याएसयौवीतरामसारोपा मिषधीतरागनीपरिबेशमाप्रश्वनाथ्यापरवपच्चतरपवितयठामधीसापावर संयमसत्तरप्रकारतपरवरी तप बारमेदवेगावरी पप्यापापपरपामामावतामयत्तावताषया सावपिचरकर नगरवासरपचापारामविपर तेबासमयिपिवसरनरविपर यमपतपनबारपार ममतमधिमावत महापौरवमंगवुनावीपणहारतमा पतपासोसमीपनावपार वहघचापगारपरतीममतारहित । Page #116 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पराचि पतितिष्ठनमामिति मतिष्ठा पाचपरब नवा ममवता पायावासावित्ति पामपारा समिहातपवादा पपिससमये पाठान्तरपाम पारिलो बनावः विदिता' प्रतीता भवन्ति वा परवादा' मालादिमतानि पाठान्तरे परवादिन' माझ्यादयो विदिता भवन्ति सपरसिहान्त मवीरतया तm पायावाति समिक्षात बसातचि पुनरावर्तनातिपरिचित वा विमिव प्रत्यार नमन मिव मत्तमातति प्रतीत मयमा रवि पाठावर मापमानावेतिपात प्रपिपसिपवागरपत्ति पविरसमश्या पविशीत्तराय समता सम्तो पिरतीति योग पपरमसमाधि मतोवंशत्तिपारषभूपत्ति विसर्ममपातासवच भूमिषय तसर्व वस्त्यपि इति तसम्पादव पापपोता । लेपिय भगवंताव पायवादौविदितामपति परवादौपिदिताभवंति पायापादनमदता सवणमिवमत्तमातगा पनिहासिलवावरपा रवरकरागसमा कत्तिपावयम्घा परवादिपरमहा टुवालसगियोसमत्तगणिपिठ गधरा सपक्चरसनिवारण सवमासागामिणो पविवा विषमकासा विधावपक्तिवाकरमाया सनमे पिवित्रमालागुरीगुपोमापतिपरिचितारोमारमनोपरामत्तमातंबाशीबिपनोपरिविमानौनसिपममविपरपतिपरिसितबरो रमाप शिविरबएतबार निरतादेखनासपनायागरातरवेशनाखावोगायरोधिमकरवामाशिपथरतमभयातिम गुरखारभयाबरतिया पराभूमीविभुबनाउमारोपातितिाटपरबामरतिमतसारसर्वमानामपरतारपर परगनामतनाममरमनिरापरपारकर पारंगारिक नरपनरपरिवारसबरपूर्वपधारमानीमाबापामगधिरचनावमपितरपपिगरपोजनापरवापरएबहारीमा - - Page #117 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हुविवापर साता समीडितासम्पादनधिसुचले न तदुपमा परवाइपमापति तन्यतममहनात् परबाईचि पणोयता इत्यादि घोसपुष्पोत्यन्त वापनान्तर तव पक्षपक्षाचा पनिराजता इमई पवाचिपचिति पचयूविक परतीकि प्रपोसिषमापत्ति पनुपथसमाना माहावाद । पाबमाना विहरति विपरति अप्येममा पावारघरेवेबमादौमि पोड्य विशेषतानि नवरं पवशतधरा इत्यस प्राधमाधरणा पविनाभूत पि तपातिययेन घराबवतधरा इस्वायु मतएव विपावगुतघरोवापि एमादयाविद पूत्यु प्रषा विदेर्विचारणाखादेकादयाविचारवा नवपूर्णादिनरात तेषां सातिमयम माघान्धण्यापना मिति पतरंगविखे सस्यपि पावाहित पा चिवस्वाचतुरंगपूर्वाणो बादशाहाय भूतत्वाप पत पार दुवाससंनिपोत्ति तवा पादमानियापि न समसतधरस्व वेषी चिरमादिस्थत पार समत्तगपिपिसगधरा गपीना मघ-1 परिचदाना पिटकमेव पिटवं मान गपिपिटवं पक्षवा पिटकमिव पाचवुक वापिलवसर्वसाधारमाजनपिरीष पूष यत्तपिटवं गणिन !! तपमा मण्यार्यभावमापा विपति तेर्णकाय समएम समणम भगवचो महावीरस्म पतेवामी पावे - परवापम सर्वमापापा देवताविनीतवासंतपासतादिचारपनुगामितेमापानाबाग तालीपोमोजाणा पविणारागपिसोत्यातचनथोपर जिण रागदेवमोत्याएपौवीतरागसारोपा विषवीतराममोपरिहमामयमाष्याकरणपहचतरपवितठानधीसापाहर संयमसतरप्रकारतणरवरी तप: बारभेदतेपारो पप्पारंपापपष्ट पामामाषवाम तावताषया साठविचाशा गावासाठवापाराइविप नेपासमयितहमवसरमविपर यमपतपमतमारपसार ममतमषिमावत महापौरवमंगामाजीपणहारमा पतवासोसमीपनावमपर पवेषणापपगारघरनीममतारसित Page #118 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पराचि प्रतितिहसमामिति प्रतिष्ठा पावरवाला भगवा पायावायावित्ति पामपारा समिहान्तप्रवादा पपि समुपये पाठान्तरपाम वारिनो गारव विदिता' प्रतीता' भवन्चिता परवारा मानादिमतामि पाठातरेप परवादिन मायादयो विदिता भवन्ति सपरसिहान्त प्रदीपतया ततब पावावायेत्ति सपिशाम्ब बसरत्तत्ति पुनरावर्तनमातिपरिचित छत्वा विमिव वे स्यार नलवन मिव मत्तमाता प्रति प्रतीत नववा रवि पाठान्तर भवपमानौतिपाय ततः पचिपसिनामापत्ति पविरमप्रया पवितीसराय समता' सम्तो विपरन्तीति योग रसबरवयमापत्ति पतीव अतिपावयभूपत्ति कवि सम्मावपाताबरच भूमिपय तमपर्व वस्यपि छवि तसम्पादक पापयो पा तेसिब भगवतार पायवादोषिदितामववि परवादीविदितामति पायावादनमरता लवणमिवमत्तमातगा. पशिइपसिम्मवाकरवा रसबबरडगममाया कत्तिपावरम मा परवादिपरमहणा टुवालसगियोसमतगणिपिठ गधरा सव्वक्सरममिवारणो सध्वमासाबुगामियो पषिक्षा नियसकासा विणावपक्तिवाकरमाया सनमा गिनिमाचागुपौडोमा पतिपरिचितबरोनारमनीपरामचमातमहतोगविषयमोपरिणिमासीनविषमनविपरपतिपरिचितमरो रमरप पिापभिरखपतबारमिताबेनामयपनापामरत्तरमा रानावरोमासरोषाविमायामांसिपमबरतमभयातिम गुपरखरमयागरातमा परभूमीविभुवनलाम्पारोपातिषितारपरंपरामरतिमत्तेसारसमानामबारबर परगीमामतमाप्रमदमिरापरपरारबर पारमारिक मरमारागिराचरपरपहारमापीमाबापा समरगचिमचमारवमपितषपपिगरयोगमापासाराषचरएकठाबरीमर Page #119 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पया गुत्तागुनिदियत्ति गुप्तानि पदाधिषु रामादिनिरोधाद गुप्तानि च पागमयरपोर्यास मित्यादिवनिरोधाधिप्रियाणि येषां ते राधा गुत्तमभयारिति गुप्त वसम्मादिगुतिमा मेनविरति घरखा मेवन्त स्वर चौसाः गुप्तवाचारि पममक्ति पाभिषनिकममतिपदव ः * परिवत्ति निद्रव्या' गमागच! • वाचनान्तरे पकोडेस्वादोश्वेषादय पदानि स्यन्त तप पवोदित्यादि प्रतीतानि पतएव सतत्ति यान्ता पाहत्ता परतत्ति प्रमाता वरिष्ठधा उपसंतति उपयाता समवता पक्षवा मन प्रमथपेचया थान्तादीनि पदानि पचवा यान्ता भवभ्रमणात् प्रगान्ता' प्रचित्तवात उपभान्ता निता पाप म्य' पथवा प्रपमाभिधानाये चाय पदवय मिद पतएर परिमिष्य पा सकस सम्तापवचिता पपासवत्ति पनाथवा पविमामपापवर्षवधा पर्ममति पबिदामामक्षिरसादिगन्या' विमोपत्ति छिचोबाविषयोतसो पा लियस सारप्रवाहा इत्यर्व निरपरीवत्ति सपतिप्यते पनत्व पसेपहिता असतबर्मिता सर्व पय निरुपलेपता मेवोपमानेराह वचमाणपदाना भावनाप्ययनाम संगागाचे। बमे१ संसेर जोधर गयर पाए सारयेससिसेर पुस्तरपत्ते मे ८ विगेट सम्मेयर मारहे। इजर१२ sabplore D वणखेजसिघापनमल पारिहापण्यिासमिधामणगुत्ता षयगुत्ता कायगुप्ता गुत्ता गुत्तिदिया गुप्तवंभयाराचममा पकिचणा छिणगंथा छिममोधा निरुपले बा कंसपातीपमुखतोत्रा सखवनिरंगया जीवोषिवमप्पष्टिहयगती तेहपरिठाविवानर विषासमतवरपासरितपरिठवाएर मनपसंयमयचौगोपदोमवतरवर वचनपणमगोपवौनिवारीम. पाय पसयमयकोगोपवीकरीप : सर्वमा गुप्तिवतपहिए मुतगोषष्पाहारंद्रिय पसंचमवणे यबमचारोवसतिसमितिबनचर्यमवरकर ममतासाभपणाधकीरहित पकिचनपरिगर Page #120 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Prelepekkurtulit पाचाय पिटप पपिपिटवं प्रवीतादेमपुतनिपारिज घिमवरम समप्स ममतगमपर्यायोपेत गरिपिटक धारयन्ति ते व्या पतप समरसरमविनापोति सवें पचासनिपाताः पयोमा यता विदान्त पा 8 तथा सष्यमासाणगामिपोति सर्वमापा पार्यानार्या पमरवार पम यवतमति तमामा भाषित्वात्खभाषवेष वा समिवियपात्तवाविधमत्व यवनमाव पया सर्पभाषा संस्कृतप्राप्ततमागधादग पनुगमयतिमामातीत्य मोसा ये तेतमा पनियत्ति पसना सन्चो विमासा बिनापूवातिय मागापा ।। तेशाचेपमित्यादि गान्तर था मपरं समिति पावापभचमचनिश्वपापमियत्ति पादान गरुप उपकरपसे गम्यते माणमावाया वसादुरपवरएरुप परिपदस भाषमावा वोपबरखपमा मापण गमादेवभावना वा मावण पापवियपत्र निषेपायो पिमोपने ये समिना समतपेषितारिखमेर सम्मक पत्ता से तमा चारपासवर्षपसिंघापमापरिक्षापषिमासमिया पुरोपमूनिष्ठीवनमासिवाग्भमसपरित्यागे समिता रति समपिसावयपाद मरगुत्तवादि पदयं बठा मतएव गुत्ता सर्वबा गुप्तत्वात गतिदियति गम्दादिपु रागादिरहिता स्वयं पगारा भगवतो रिमाममिमा मासासमिपा एसवाममिमा पादाणभटमत्तनिक्खेवणासमिया उचारपास वा भगवतमरिमावत मागितारिषपोजिपिमितपासावभूमिधामसिनोपावर 'मापावाशिवसतिशयमितविशारीनिपिनमागीपर पार परापाहारनौमवेपततिहासमितिनिपिपासारनागार पादानगरियसभामाषषमाविबलपमरपनापनर निकापम् विपतिवाय मितजयारपीप्रमाणप्रवरपर चारमीनीति पापगनीति पचनसमय सिमानास्मिानमवलेचा परीरममय Page #121 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -bot - एवा गुत्तातिदियत्ति गुप्तानि सदादिपु रागादिनिरोधाद गुमानि र पागमयषपोर्यास मित्यादिपनिरोधादिमियाणि येषां ते तथा गुत्तमभवारित्ति गुप्त पसत्यादिगुतिमा मधुमविरति परम्था मेवन्त प्रत्येक सोमार गुप्तमचारिष पममप्ति पाभिषतिकममेतिगन्दवनाः पहिषमति मिया मनामन्य वाचनान्तरे पकोडेवादीम्यवादस पदानि इससे तप पवोहिस्यादि प्रतीतानि प्रतएव सतप्ति माता पन्तयत्ता पसंतत्ति प्रयान्ता' परिचा उपसतत्ति उपमान्ता समवत प्रषवा मन प्रमथपेचया थान्तादीनि पदानि अथवा याता भवममपात् प्रयान्ता' प्रशष्टचित्तवात उपशान्ता मित्ता' पापेभ्य' पथना गमावर्षाभिधानायबाप पदवय मिद पसएप परिमिष्य पा सकस सन्तापजिता प्रषासत्ति पनायबा' पविधामामपापवावधा' पगबत्ति विद्यमानहिरयादिगन्या हिवसीपत्ति छिवगोकायियोतसो वा दिवस सारप्रवाहा सत्य निरुपसेपत्ति उपसिप्यते पनेनेत्य पसेपसरिता सम्भवमहतवर्विता चून्य पथ निरूपये पता मेवोपमानराच वन्नमाणपदानां भावनाभ्यसनादुर रमे संगुणगाये। से१ संपेर बोवे गवर्षि वाएर सारयेसतिखेर पुस्तरपत्ते कुष्मेदविहरीर पोय१. भार११ कुमर२ ॥ वणखेलसिघाण जलपारिताप पियासमिपाममुगुप्ता वयगुत्ता कायगुत्ता गुत्ता गुत्तिदिया गुत्तभयारा पममा पफियमा छिमग्गथा छिसमोघा निरुयलेबा कसपातीवमुखतोत्रा सखद्वनिरंगणा जीयोविवभप्पसियगतो तेरपरिठाविवानपिपासमतजयथासरित परिठवाएर मनपसवमयकीगोपवोमवतरवर वचनपणमगोपयौनिवारीम काय पसयमयीगोपवीवरीम सर्वथा गुषिवंतवरित गुप्तमोपचारादिपसयमममी रामभचारोवसतिसमितिमचर्यमधरवर ममतासामपणायकीरहित पकिचनपरिगर म. ta Page #122 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प र नमरावाचव१५ सागराठी १० सरे वपये१८ वसुधराचवर सागर गावातमा तानि पदानि । मामाजाम बारमातरम मेवरवारितिसपाईवबतीमा वामपानी वतिय समय तोयमिव तीर्य बन्धोतवाद तो तवा संपोरन निरपति पुत् ए रायाापरपनं तमाधिगता' बोवार अगिबमती प्रत्वनौयतीर्घिकादियुकेपि देगनगरादिषु शिरतो। पादादिपामर्पोप तत्वेनाविषयता वर्ष संवर्ममा पतितपय इव मनपमिव गिरासंमत्ति हलगामनगरादावनपर्षिता स्वयं । पचकणगपिवजातहया पादारिसफासगाविवपागडमापा सम्मोहवराप्तिदिमा पुस्करपयनिरुवलेवा गगणमिव । जापारिरहित विपरिदिप गिद्रवनीनाठोपा सिरिसचीनमवनप्रवारपधवामोकनेगर मिरपोपद्रव्यांचीनिमरदेशभावशेषमसेपरति तबरसानापावावोगपनिमाया तिमीसाहनाबमनपामनार पविमरंगरामरंगानोतिमसाधरगरागरीररित भीवनीगति विमप्रतिषणिोपमोतिमानौमतिविहारपरिवनिवारितार बावातवमवसुपरविमआतष्पमबनकामा तिमतेसापरबम मसममानै पारीमानरपामिबिमम्पप्रमादीमातिमसातवासपमतरापुमठ निमबर्मचारियभिमपगमार मौवाबोटमोप गौरर तिमसाप्ताद्रियपरिमोपबीपुर पुपरवमनिपनापामनिरपरिपपारोबारसमवायरतिभयानकर्मवेपमबागर मनमाबाब विमपावन मारिपरचित हिमाकुममरमामहरौपानमाति पनिमारनौपरिनिरापर एकठाभिमायभारनिमापन - Page #123 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . सबवानास्ता तय गरिय पहिला प्रामादिराविधासति सारयसरिसवरपियति पाप मनरुवान पुरुखरपतवमिरसेवत्ति परसवपसनमविषारपिता इत्यर्व वयोगगुत्तिदिवत्ति पच्चपो हि कदायिौपापावचषणावयवपश्वधन गुमो भवति एवमते पौन्द्रियपत्रवेनेति विभय व विप्प मुजत्ति सुचपरिवरखादनियतवासात सम्मविसापवएगजायक्ति पत्री पाटयी बीवस्तस्य विपाशा तदेव मेव भवति तादेवजावा एकता रागादिसहावकमादिति मारसपक्टोव पप्पमत्तरित भारछपचिपी वियर प्रथमो विपाई मति चात्यस मप्रमत्ततयव निर्वाह भते तेनोपमालनेति कुचरोवसोगरा पति विस्तापायादिरिपून प्रतीत्येति वसभीरवसायबामा निरालमचा पणिलोवनिरालया बदवसीमलेसा सूरपुषसे घसो सागरोदक्गभौरा विगम्यसव्ययो विप्पमछा मदरस्वपप्पकंपा सारयलिवमुचिया खग्ग विसामवएगलाया भार उपक्सौवमणमप्ता कुजरोयसोडीग वसभोवज्ञायत्थामा मौहोवदुद्दरिसा पमु घरायसम्पफासषिमा सुअल धामणोद्धतेचसाजलंता नस्थिण सा पद्रमानोपरि सदासोममिमलेशानेज तिमसाघुसदासौम्य मनन पदो सूर्यनिमतजवंतिमसाधुतपते प्रर्वतसदादीपतर सागरसमुद्रबिम गंभौरतिमसायोगावपारसमचित्त विगविउविमसर्वपरिवारवीसठामनीममतारहित तिममाधुपरिवारमनीममतारहित महरमेरुपर्वत लिमपरनीतिमसावपसहरूपसर्गरकपरमही सरदचतुपामोशातीमामन मसिनापोनिमनिमशतिमसावधानिमशरदयनापणीहर सही पटयोनाबीपनमोगपगारतिमसाप्ठ रागरेपविनाएकसायर भारम्पपोनिमपपमत्ततिमसाधुपमादरहितहा कुजरातोविमोचरमरतिमसाथ Page #124 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ११ सो नगराबादेव१५ सागराक्टो ११६ ३१० सरे१८ १८ वसु धराचेवर २१/२ गाथाक्रमेह तानि पदानि म्याप्यायाम वाचनान्तरे इसमे हटवादिति सपावतोया पाठो बेति तोयभिव तोयं मन्यत्वात् से ही येते तथा संपोद्रव निरवित्र रागादुपपरचनं तस्याभिनंता जोबध्व अप्पविषयतो मानोककृतीर्थिवादियुतं यपि देवनगरादिषु परतो वादा दिसामर्थोपि तत्वेनाखितमतव इत्यर्थं संजमेवा अप्रतितत्तत्वं नम्बमिव निरायमति ह सग्रामनगरादावनवलिता प्रत्यर्थ अज्ञकणगपिवजातरूवा पादारिसफल गाविषपागभावा कम्मो वक्तिदिया पुस्कर पन्तंथनिरूवलेवा गगणमि संवादम्बादिरहित विवदिष्यं विद्रम्मोडोने पर विदित्रोतभवन उपवाह अथवामो बजे पर निरुपलेपद्रव्यय बोनिमस देव भाष्यकी से परहि तर कानपावतोयपांचीमडामर तिमते साहुन महागनर बिमरंगरामपूरंगानौति मसापुर गरामदू बरोरहित भोजभोगति जिम प्रतिहत प्रोतिमपातुमोमति विहारक रिवरधमिवारितहर वामपतकमासु वयं विमभातरूपमलनसागर तिमतेसाधुभारम मनवामे पाहाच विविमरूपमनट हवछदोषप्रतिमाह वा अम्ब तरहपुगट निर्मव श्रमेकानिजमगधचनई नौवाकोटमोप श्री तिमवापुर द्विवचनोपयोपुत्र पुष्करकमलनिपपा मडम पचेपपाचौरमा यतिम पाचन एकमेकी पमखावर गगनभावाम विमानमादिवरचित तिमलाबुममरनामहलमीचाचं मनर अभिमानो परिमिराबर एकठार्मिंगावरच रतिम बाबुमटामिन Page #125 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - तेरा भगता म पचो यदुत कुवचिदपि प्रतिवन्धी भवतीति तथा द्रब्यतः द्रव्यत सपिसादिपुर पेवतो प्रामादिपु० तव पेच घावनन्मभूमि ने एवं धान्चमसमपवनादिसमिर पाणि यानि चासत समयादिषु तव समया सर्वमिशष्ट काल पालिका प्रसातसमया यावत् । करपाधि पापापापू वा उचासभिपासकासवयो वा सप्तप्रापमाने सर्व वा ससम्सोयमामे मुत्ते वा सवसप्तसप्ततिमाने पीराव पचमामा मतीता पय दक्षिणायन मितरण पन्धतरवा दोराससकोएत्ति वषयतादौ तापत कोषादिपुर एवं तेसि म भवत्ति एवं पसुमा प्रकारेप तो न भवति प्रतिवन्ध रति प्रजत वामावासपच्च ति वर्षास प्रापि वासो निवास स्तर मित्य गाभएगराध्यत्ति एकराची वासमामतया अस्ति येषा ते एवराविका एवं नगरे पहरापिका इति एतच प्रतिमा कपिकानायियोग मन्येपो मासपास्यविचारित्वादिति वासीचंदपसमाण, सञ्चित्ताचित्तमौसेएमुटम्स खेप्सघो गामेषा एगरेषा रणवा खेप्सिया खनेवा घरेवा धगया कालचो ममरवा चावनिपाएवा भाव पवणेवा परसतरेवा दोषकालसंगोगे मावचो कोईवा मायेगा मायाएका लोहेवा भएवा सहितइत्यादिचद्रष्यमा विषा पेवपसी मामनाविपर नगरकररहितवनविपर पटपोनरविपापधानवाविवानाठामनदविषः पौधानम सहवामाठाममविपर घरवसिवानाठामनाविपर परनापोगणामविपर कामयकी समयसमवासनविपर पांवसीपसंस्थाप्तसमयपक्षाव पदयचीवोमठवासपयनरमासष्प पनेरएवेपो दीर्घ मोटठवारतेकन उसंयोगविषर भावमको शोधविपर मानमिमामविपर माया . परवनमानविपर सोमछामि भयविषाणविषर एडवसप्रतिबंधषित प्रवारमततेसावमासयर तेएभगवतमप्मिावतमाठ वर्षांवाल Page #126 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मोरियमका प्रतिज्ञातार्थमर निर्वाडिया इर्थ सोडोरिसा परोपादि वरमभिभवनीया इत्य मंदशेश्व अप्पसंपत्ति मेकरिया शोपसमितिसया सागरोन मोरधि रुपयोकादिवारण सम्पर्के प्यविचतचित्ता' चन्दोष सोमसेत्ति मनुपताप तुमन परिक्षामा सरोष दिसतंयत दोसते सो मत परोरोला भावतो चानेन वचवचगमिव नायकमा जातं सम्य रूप प्ररूप रागादिकृद्रम विरहाद मे से बातकमा वसुन्धरावयासविषहति स्पर्धाः मोतीचादयो मुतरा परीवाप्तान् सर्वान् विषये ते तथा भा तैसा तात चिमादि यत्र तायने वो तथा तत्तेत्रा मानकरी तपोकमेव च व्यसन्तो दोप्यमाना पुस्तकान्तरे विशेपाच सर्वास्तामम चापि पादरियलमामपामभावा चादर्शक वागोर पहिया व प्रत विशोष यादा दर्शककानि तानीव प्रकटा यथावदुपलभ्यमानस्वभाषा भाषा भावपचे नमनमुखादिवर्मा सामुपचे पमतमा मन परिचामा' येषु ते प्रबटमाश' । नत्यत्वादि नास्ति तेभिर्यमगषतायकत्ययपटिबंधे से प्रपटिबंधे चतुव्विपि समत्रा दो वो कालो भात्रो दव्यचोरां वापादिकनि धारणा सूरखामरपचत अभाव र बसब बदमिजात पानभार करते निर्वहतिम साधमहावतभारदिवार्थ सिमियनेर जोवत्रपरामवनचो तिमथाभ्रपरोस पराभवो वसुंधराठो मिसन रसोटामा रामबिना सच इति महायुतापादिवसहर जिममृतमधुरं सोषु हुताशनप्रमिश्रिमते कायममा नदोसर तिमसाबुत्राननेवरीसदादोपर नवौ वसमतमहिमानं तवान किस देवस्तुपरिपतिय चमच मतिमंचना चारप्रकारमानिया विररबर इकबा दि Page #127 -------------------------------------------------------------------------- ________________ bestofISAGA+ --- सेन भगवता पंचो बहुत चिपि प्रतिबन्धी भवतीति तथथा द्रव्यतः द्रव्य सवितादिपुर देवतो प्रामादि५० तत्र धान्यजन्मभूमि पर्व धान्यमपवनादिफ शेषाणि मधानि कालत मा तव समयः सर्वनिष्ट कालः प्राविका सातसमया यावत् refer [werपायू वा उच्छासनिवासकासमयं चोदे वा सप्तमाषमाने सवे वा सप्तम्योकमा भुत्ते या लवसप्तसप्ततिमाने महोराव पचमासा प्रतीता भमर्ष दविद्यायन मितरच प्रन्यतरेवा छोटास जत्ति वपयतादौ तावत् क्रोधादिपुर एवं सेसि न भवति एवं प्रमुमा प्रकारे तयां न भवति प्रतिबन्ध इति मत बासावासवाति व माहपि वासो निवास मित्तं गामेच्छगराश्यत्ति एकरात्री वासमानतया मेष ते एकराविका एवं नगरे पश्चरात्रिका इति एतच प्रतिमा कविनाश्रित्यो मन्ये । मासवत्यविश्वारित्वादिति वासीषदप समाण सच्चित्ताचितमोसे सुदयेसु खेतबो गामेषा यगरेषा रखवा खेत्तिमा खलेवा घरेवा अंगणेवा कालो समा वाएगा बावलेवा भमतरेषा दोड़कालस जोगे भावच्चो को हेवा माणेग मायाएया लोहेषा भएवा सहितइत्यादिकद्रव्यमविपर देववती गांमनविषर नगरकररहित सेनविपर पटवोनरवियर से पधानवाविवानाठांमनविपद् वांगम मानपि वरवसिवानाठ मनजिपर घरमा गया नरवियर कालयको समयसूक्ष्मकासन द्रविपर भावसोपस स्यात समय रूपलाव मदथवीवोज वाचन महमासरूप भनेर जेवलो दोघं मोटकामते हम उस योगन विपद् भावषको शोषविपर मानप्रभिमानविपर माया परवचनानविपर सोमवच्छाविये भयविपाणविपर एडवसप्रतिबंधचित प्रकार से साधुन ते भगवतमहिमावतमाठ वर्षाकाल Co Page #128 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मोरिवत्पचवला' प्रतिज्ञातवासमर निर्वाहका पर्वः पोहोरसा परोपचादि मगरमभिमनीया इमंदरोर अप्पर्कपति मेरिवा होपसम्म युभिरवितिसका सामरोश्व गंभीरति उपयोवादिवारण सम्पर्के यश्वितचित्ता चन्दोव सोममृति पशुपतापहेतुमम परिचाम सोन दिसतेत दोसते बसो द्रम्मत मरोरोमा भावतो प्रानेन वचवचगमिव वायकवा जातं समरूप व रागादिकृद्रव्य विरहाने से जातरूपा राव सम्प्रापविवपत्ति सः मोतीबादमी ठतरा परोषहान्तान् सर्वान् विपतये तथा चोपसा जलता त चिमादि यत्र तामने वो स तथा तद्वत्तेचा मानरूपय तपोरूपेच च व्यसन्तो दीप्यमाना पुस्तकान्तरे विशेषाचि येामोद चावि भाइरसफडगावपाडावा पायानोव पहिका व पती विशोष वाशदर्शनानि तानोव प्रकटा यथावदुपलभ्यमानस्वभाषा भाषा भावपचे नयनमुखादिवमौ सानुपचे मठतया मनपरिचामा' येषु ते प्रकटभावश । नत्वोत्यादि नाति सेमिनमगवताकत्ववपश्विमं से प्रपठिषधे उबलते तंा दवधो वित्तषो बालचो भावचो दव्वचो नावादिनि बारवा सूरखायरपयत बचाव र वनभववाद क्रिमजातवानभारी निर्वाचरतिम साथ महाव्रतमारव डिवाससिजिसमे र जोबधपरामधूनची तिमवाधपरोपरामनो वसुंधराठो जिमचव फारस बांटा काराविना प्रतिमाघुतापादिवस पर जिममृतमधुरं खोट हताशनप्रनिमितेजाचचमानदोसर तिम सामुमानी वरीस दादोप नमो विभगतमहिमा वचनदि मितिमा चारणकारवाया कररचर इथबको चेकका भाषी पि परप्रतिव विधि Page #129 -------------------------------------------------------------------------- ________________ setoorsion R पीपगरिकवा दडकादिव मुपचित्रात प्रमहोत त बप यपोतत्वापोगि मिति पदबबंदिसति वारस्य वाक्यासाशवाण यो दिश मिनन्ति पितु मिति मेष तबतब ति त ता दिय विपरसोति योग सरभूयत्ति पचिभूता' भावरहिमता अतिभूता वा प्राप्तसिहान्ता सप्तभूयत्ति पयोधितवा गौरवायागाच पक्षण पाठभूतं वायु पाहत ये सतत विचारा से सप्ठभूता परप्पगंधा पनसमन्या' वमागमा' पविद्यमानी वा पामना समन्धी मन्यो चिरशादियपी ते तथा पनगन्या या भावभनयुचा वर्ध । छपध साधुवर्मकप्रकारान्तरणोपने सपतसिण मित्यादि भेत्तभावविपोसमे इत्मततो पनमनादितपोमेद पतिपादमपरः सुगमएष मपर। वाचनान्तरे बायोमायावृत्तित्ति संयमयाचामावा, त्तिभंगा चावामावासति पट सरपति पयापर पुनरिवव। तवाधितापनार्थ पम्भितरएत्ति पम्यम्तर प्रन्तर व गरीरस्व ताप मात्सम्यगरिभिरेव तपसया प्रतीचमानवाच पाहिरपति वाम गरोरस तापनाग्मिथ्याटिभिरेव तपम्तया प्रतीयमानस्यारी ति पापमपत्ति णिग्घाययाए भट्टिपा विहरति छ । तेसिण भगवंताएं एते विहारण पिरमाणाण रमिए पारवे घन्मि तर बाहिर तपोवाणिोत्या तमहा अभितरए छवि पारिएवि छवि सेकितवाहिरएछवि तमा पाविपक्षसंघममार्गर भगवतमधिमावतसाधन पवारवधनमापक्षकारभनी पवरपत्रिण अहिलेपपिपरपावर विपरतापवताना मएसवर एपापचामसिकहोसरविधर यु परिभतरतरंगसंबधीमाहितपपीतर बाहिरसहमदपोतउप्रगट तप१२भेदहरूपविधान परिवठलेहत पहउ परपर पमितापपदेपोतसमिोक्षपवार वाघमोकटेपोतसविरेछ पकार मेकहततिविषातावहांतनवाहातपीक r estostore Page #130 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वपत्ति वामपन्दनयो' प्रतीतवीरपणा वासोरन्दनरव पानीपदने पपबारोपबारवीतयो समानो मिप रागस्वामम हस्पो विकल्प समाचारो गए रेवा व पापीरदनसमानवमा समाचि समे तुमे उपे चौमत्वावापने येषां ते तथा धममुपेत्यादि विहरतोोतदन्त यक्ष वाचनान्तर पुमत ना इवत' पर गमान्य थावदिद पठाी पंचएप पात्रो सादिः पपर्क मा मयूराणवादि मौडामय रादितरिति मा प्रतिवमा पात् सप्तम् परमात वेद प्यासेम मिवार प्रातप्रमव' पोरएका पोतको पनारि पोतको वा पिरिति वा प्रतिबन्ध मात् परवता और खत पाठान्तर पर गन कोमिवारपीठावप्रम मोडकं वासोपसमभवं वमेव महिए वा पयपी परिवपणा मत्याटिन भतपान पशिएग मपोत भोजमा मुत्पाठित तदेव पवा पपपरिक पपही मातीत्यवाद वसति पीठपशादिम हामेवा एवसेसिब मवर तेमगरतो वासावासपल पहगिरमतिपाणिमामाणि गामेएगरारा गरेप रारा पासीघदश समायणप्या समसकाचणा मममुटुक्ला सखोगपरखोगपप्पलिमहासंसारपारगामी कम्म नाचारमासबाटायोमर पाठपोचपन सौपावागाएपावर मसबाहर पामसामान्धमारनापामगरविषरएसपोराविरहर मगरमोटायोमगर नाविपरपराराविरार पोषणविदामोदनारपवारतिभासमानसरिमोबमपाचारपरवानर समसमानवसमाचारहासेष्ट पाचार पनीरसुवर्षाणि समानपासपमरदुषमाविका रासोबमधयोवनाविपर रामापरिपरीषदेवगतिविबर परवीतिप्रति घरामीसमारचारमहिप्परमविवारपारिताबर, पर्मपाठपचाररपतिगपसपासवानिवारिणभनी जठगबराबधानपावर पसाब Page #131 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वक्षा च मनुयोध्यमिवि व्यपदे पप्पा यापवावा तमा भवं धात्वाधितं यावजीविका मित्व पापोवगमपत्ति पादप पोपगमन मयन्दतयार स्वानं पादपोपगमम वापारमपत्ति व्यापातवत् सिग्दावानवाभिमूतो यत प्रतिपयते निष्वापारमपत्ति व्यापातविररित पियत्तीवगरपसार पचमामिएम छम्मासिएभत्ते सित्तरत्तरिए मेकितं चापकदिएर दुबिहे पण तनहा पाश्रोषगमरोभत्तपञ्चक्खाणेप मेकिंतपायोमगमषे दुविरूपणते तजहा वाघारमेव निव्याघारमेय नियमा पप्पसिकम्मे सेतपाभोषगमणे सेकि तभत्त पच्चक्खायेदविपणन सहा वाघारमेन नियाघामेष पियमा सप्पनिकम्मे सप्तभत्तपच्चयखाणे सेक्स अपसणे भबिपिमासषमपनेख उपवास पसमासिपमत्त धारिमासपमपए कमसयौसम्पपास पंचमासिएभोपाचमाससमप१५ उपवास इमासिएभत्तछमास पमपर८. उपास तेत्तरिएपोगवासनगिएकारने पुरठावर वाहते पावहिएबायबीवनगौकरियरते दुविधविप्रकारप्राप्तकमातीर्थकरर निवारण पादपावनोहारिमापोपणानेपितासापोहावरतोतिमनियक्षपणारहरपपसरवरीगर भातपाणोनापापति विहारपचपी। पषसपकरइतथाचविहारपरर तपसते पादपोपममनवचनीडाविपरीनिवचतेहनीपर दुविधविपचारपचप्तकातोर्य करर वाहवर सौपदावानकादिवानरबाष्यातचपनरचा सीपदावानशादिवनानिहायापातकारनौतिवारकर नियममिययपूपरी पादपोगममतिबम प्रतिभामरणाररितका नेवएपादपोगमनमानीपोशासिमीपरित पूरवल तेजतेमातविधिपाधारतमधापारि पाहारपचपोनर करिवातेदुविध विमवारमनप्तवनातीबर कहर बसिहदावानलारिवनयाघातबपनवार सीडदावानमादिकामानिहाव्यापातकोईमघोविषारकर ( ल Page #132 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भमनियति तलमयोति ता किंवा मिवार पबमोगरपति भवमोदरसपर मवमोदरिया चमीररस्य सपनालापान अनोपपितापौराति तवागमस वलाय तसा मिक्तापरिवति हन्तिमप इत्यर्थ तवाप्ययता मत्वाय तदार रसचापत्ति तवाप्पयवस्म पत्ता वारबिसे तवापि पत्तदात पसिसौषपत्ति त्तिरियत्ति इस्वर मनचाधिवा मेबोपवासादि परमामात भावधिपति यावतो पासो प्रणसने उणोपरिया भिक्खापरिया रसपरचाए वायफिनेमे पटिमलौणया सेकितपणसपेर दुविहे परमत्त तमहा इत्तरिएच पावकरिएम सेकितर तरिएर पणेगविक्षेपणते तंगहा प उत्थभक्त छलेभसे चममते दसमभत्त मारसमेभसे पउष्ठसमेमत्त मोजसमेमते पहमासिएभत्तमासिएमत्ते दामासिएम से तेभासिएमत्ते बउमामिएमत्त मरदेवोतवार वापर पपसापासएपनीमार मोबमाससमी दरोसपेटे जाठिवर पूर पाहारनसेवठ भिचाचारी निर्दोपगोपरी परपो रखमतपरिवामपाविमोपीप्रमुगरिवर बागायरीरिख यताठितापवोचपातापनादिकपरिवए प्रतिसंसौनतापगपांगमारोपासनादिक परिवत वाटपषमपठपवाणश्विना विपुषारपातोवरनपधर देवरवर तिरिएपोवामसगोवार पाववशिएवाव बीवनोबर मारतेतरिपबोडापासवनीवर पनवनिधिपमेयषणामकारप्राप्तबाधातोपरादिकर देगारका सबभत्त एका पाप बामचविररुपवास पाममतविविवार समभत्तपारपास बारपममतपरिरुपमाम पदपममतपतपमार पोबसममतातापवास पामासिएभत्तपापपमपमरपार मासमतमापबमरपोरसपबार रोमापिएमत्तबिमारपमराठिपमा बाधिए - - - Page #133 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हारेति हाथिया सापेचया भटानामयत्वात् भोषडोमोयरियन्ति प्राविशतो पोडम एवं च पायाना महं समोपवतिला दुपाऽवमोदरिका भिरिति मागोमोयरिमति हावि मत पोटविभागो भई मित्मवं छत पोडशकवतमानाविभागो भवमोदरिकेतुरच्यते पत्तोमोमरियत्ति चतु द्वितीया व मध्यमाम प्राप्तत्वाचतुर्विधम्या कवळे प्राप्तावमोदरिकेतुरच्यते अथवा मामेव माता चाषित या भागाम गप्प मात्तेकवले आहारमा हरे माये श्रोष डोमोपरिभा सोलसक्कुक्लख अंष्ठगप्पमाणमेत्तेकवले आहार माहरेमाणेटुभागपत्तोमो धरिभाष्योस कुछ उम्र गप्प माय मे सेक जेवहार माह मार्गपत्तो मोरिया एकती सकुवु, ठगप्पमाणमेत कवखेवाहारमाहरे माये कि चूयो मोरिया षत्तौस कुछ उचंड गप्पमाण मेन्त कषतेचा हार माहरे मजे केवल एतावता सुखमहिमार एडवा पाठक समेइते हम स्पाहारोकाडियन पोल कवच भाहारी पपे चाइघाटक व ते प्रत्यभा हाराधिवामगर्वतका कुछ टमले यस एतावताचे सुद्धिं सुखमहिमात्र एडवावार क य स से क्या इसे हम इस पार्क प्रमाठेरीजबोदक हियपू वती सम्रववपाचारतोअपेचागार कव खते उपार्थख चोदोजावितो कुठप्रेमाप ववसतावता सुखमुखमहिमाइए ह वा सोसल व सजे व्यइते हम दुभागपुरात बोधाचा रनो परीवार सोंपकवस ते विभागप्राप्त खोद रोषापचे कुटद्यप्रमाण मे कवल एतावता सुमुखमटिमा रहवासीयो सक वह पत्तोमोपरिया बोआप नमध्यभागंमाप्तवाहिनचोस श्रवस पाहारनोची चारच उधोमध वजते विविभागश्वोषपिष्ठमा गनसोधउ तेमास चोदा चंडपमाच बेबस एतावता सई मुमहिं मात्र एटवाएको सवा वसवे ते हनविंधूचकांक योजयोदकठिया व १४ Page #134 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पति ति प्रोतिबर स्वत्र वा दोपदुपवरण वजपानमतिरिक्ष वणपावर्मबगतामा अपणोयवा सदनीयताबा सा तथा प्रया सेकितपोमो परिपापो २ दुषिता परमत्ता संजना दमोमोदरिमाय भावोमोपरिपाय सेकित दव्योमोदरिया दुविहापसत्ता सवा उवगरपदयामोदरिपाय भत्तपायदयोमोदरियाय सेकित उषगरणदष्यामोदरिया ३ विधिहायणता ते एगेमस्ये एगपाए चियत्तोषकरणमासिज्जण्या सेत्तउषगरणदयोमोदरिया सेकिंतमत्त पाणदलोमोरिपा २ पणेगविज्ञापसत्ता संवड़ा पा अक्कुटरगप्पमाणमत्तेफपलेघाहारमाणे चप्पाहारे टुवाल पनिर्मपतिधागरण रोसएमपीचमातविधिहारविहारम अधिकारतेष एप्रणपणठपपासादिकपूरच्या तशोन्मोयरिया । घपोररीचपठरविपरसपानसेमलते दुविधाएकार पुत्रवानातीबर करवर एबद्रव्यबोधपोदरीषणोराहपस बोप्रभावकी वारीचपोषित परिचते व्यावीवादरीचपरहिवर दुविधगिपचार पचतवमातीवर बार एकसवगरपवनपा पादिवपाचौदस्यच पोररोचपरहि बोप्राभानपानोपावायचोदरीवरटरविष्ठ पते पगरणवमादिका जपोदरोषपठ रपिठ । पिपिपिचिपकारपत्रमवातीपर कार एवमीषपटादिवरापरप्रधिवनही एबपावत् बहादिबावामु मारो एमांrिg चित्तपोतियारिवाविनासकारी प्रमादोषरतिपापापगरपमराषिषठ मोमविष पचपगरपयसादिमननौपचोरगे परासिमपूर तातभाताचोनीमानी रोवरोचारविसरते पचपचापुबार पुलममाती बार बार बा DD Page #135 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारेतिहावि मत्वासाचया पानामत्वात पोवडीमोयरियन्ति विमती पी पोरम एवं पादयामा म समीपवतिया दुपाश्वमोदरिवा, दभिरिति दुभामोमोवरित्तिपाधि यत पोहमदिमागो पमित्व प्तत पोग्यवतमानाबिभागो प्रवमोदरिवेताचते पत्तोमोयरियत्ति चतु विगतः पवमानावि पक्तिीगईम मध्यभाम प्राप्तवाचतुर्विमन्या को प्राप्तापमोदरिवेताच्यते प्रवधा प्राप्तव प्राप्ता दापित प्रयाणा मागाना __सम सपढगप्पमाष मेकषले पाहारमारेमाणे प्रोयड्रोमोपरिपा सोलसकुछ समउगप्पमासमेत्तेकवलेपाहार माहरमाणेदुभागपत्तोमोधरिपा पडयोसकुछ घंठगप्पमाण मे सेकने प्राचारमाहामारोपप्तोमोपरिवा एषती में सच उगप्यमाणमेस कवले धातारमागरमागेकि चूणोमोपरिया बत्तोसका सटगप्पमाण मेत्ते कवलेचाधारमारे उप समापवस एतावताएर मुखमाधिमारपहवापाठवल्यइतेहमपत्याहारोहियसमीक्षबवस पाहारनीपपेचारपाठवायतते पपपा ५ पारवाधिवाभगवतपका कछुटपापांचवेवसएतावताने सखिमपमानिमारपहवामारकवसनेचरतेइनरसपारंपईमाठेरोमणोदरौकरियडू मनी सबसपाधारमोपेचामारवयसते उपाचपोदरोणाधिवी कुपटपमापनेबवसतावतासुपरमपमाधिमारपवासोमववरखरखेहमरदुभागपास परिवर बोसबापासारनीपपिचारसोपकवसतेहिभागप्राप्तषणोदरोजाणवी छपरमप्रमाणजेववत पवावतासषिमुसमाधिमापसवाचोवीसका | वसननेहनारपत्तीमोमरिया बीजापानमध्यमार्मप्राप्तबनिचौसषसपासारनोपपचार वीमनवातेविधिभागसौधावठभा गमसीधतेप्राप्त 2. अपोदरीजापयो क्युटमंडपमापवेषपसएतावताभुतरमपमाधिमारवाएवनी सकसवेबपूते हमकिंगोकार एक खोजबीदरीकरिया पोस Page #136 -------------------------------------------------------------------------- ________________ } यति चित्त प्रीतिकर ल वा दोपेisuare वज्रपातम्यतिरिक्त पपावर्तन वा तस्य या श्रमणोयता वदनोयता वा सा तथा पप्पा सेतिं प्रोमो परिचायो २ दुषिन्हा पखता संजन्हा दोमोदरिचाय भावीमोपरिधाय सेकित दोमोदरिया २ दुवामा बाउवगर बदयोमोदरिभाय भक्तपायदष्यो मोदरिचाय सेकिंसं सवगर यदव्यामोदरिश्रा ३ तिविपत्ता त एगेवस्य एगेपाए चित्तोषकरण साविज्जलया सेत्तउवगरणदष्यो मोदरिया सेतिभन्त पांय्यदश्रोमोदरिया २ अवेगविज्ञापयन्ता संजा ग्रह कुकुडखगप्यमाणमेकवले श्वाहारमाणे चप्पाहारे दुवाल सपूतिकमप्रतिजागरण सहित ते हयमन्तपथ वाचमातविविहारविहारम अधिकारतेह एणडपवासादिकपूर ते केोपरिया जोदोषरवि उपूरणपाहारमवते दुविधामपुकार भ्रमब्रह्मातीर्थ करबू तेवर एवद्रव्यवको जयोदरी आयोडिन योत्रमाश्य को चोरीঅचोरडियट तेहिते ममकीज बाहरी बल र २ तेषुविधविषुप्रकार पुत्रमप्रातोवर तेवहर एउजगरबा चादिवपाचोद्रव्यख पोदरोखरच बोजामतिपांचो पात्रोद्रव्यवोदरी तेवते उपगरयवतादिव चयोदशेखर fere fausमवार सका तो कर देrरबर एकमात्र पटादिकरापपथिकनडी एक पालतू बडादिकाका मादोड एडमात्रिषु वित्ततिकारिवड निवासका े अग्रवादोषरतिपत्रम उपगरसमराविव भोगविव ते एडगर कादिकमनोजोरी अधरचितेपूर ग ते ते मातांची मीम्बवत्री जोरो पर वायुका रातो कार Page #137 -------------------------------------------------------------------------- ________________ EXAN भारताविसवासापचया प्रशनामस्वात पोवडोमोपरियक्ति विमतो पर पोम्प एवं पादयामा मछसमीपवतिया दुपार्शविमोदरिका भादभिरिति दुभागोमोयरिमत्तिावि मता पोष्यविभागो पामित्वर्वत पोषयवसमागारिमागो पवमोदवितायते पत्तोमोयरियत्ति पत विगतमा धावियद्वितीया मध्यभाग प्राप्तवाचविगया व प्रासावमोदरिवेतायते प्रषवा प्राप्तव प्राप्ता पापियत या भागामा सास बंडगप्पमापमायने याहारमारेमाणे पोष होमोपरिपा मोलस कुछ स यंठगप्पमाणमत्तेकवस्नेपाहार ____ माघरमाणेदुभागपत्तोमोरिपा सम्वोस कुछ ठगप्पमाणमेप्सेका वलेचाहारमाइमाणेपत्तोमोपरिया एकती * सका सम्रगप्पमाणमेत कयले घाटारमारमायोक चूसोमोपरिया वत्तोस कुछ सडगप्पमाएमेत्ते कषप्लेअाहारमाहरे । फुटपापुमावदसएतावतासुन सुपारिमारपवापाठकसबेपइतेहमपमाहारोवडियोववाट पाहारगीपपेचाइ पाठकवलते पक्षपा हारवाशिवाभगवतपुवामा टपरमारोबस एतावतामसचिमुखमाहिमापहवाबारवववेचदानरसपामाठेरोसबोदरीकहिया वती | सबसपाचारमीप्रपेचामारववसते उपासपोदरोषाबिवी कपटपमापवेकवसपतावतामुपामु पारिमारएवासोसववसणेयरहमादुभागमाय परिवर वीसवपाहारनोपपेपारसोसववसतेविभाममासवणोदरोषाणी गटप्रमाणपत्रकवस पतावताभिमुषमास्मिाइएएवाचोवीसक वसमतेहनपत्तोमोपरिया बीजापट मामध्यभागमाप्तवरिवोसवसाधारमोपचाच हवीमजतेविषिमागसौधोपच्यठमा गमसीधन प्राप्त चयोदरीधारको कुकुरडपमापवेवसएतावतासुपारमुखमारिमारावाएवतीसवर्षसमले गर्वितीकारक सोचोदरीवरिया वीस - Page #138 -------------------------------------------------------------------------- ________________ : प्रामवाचतुर्व मापन चा माधत्वादिति बिषमोबरियत्ति एकवि मतो हाति यत एवं नीनावात् पमाणपति विता व मातम्मायो भवति साइनचनो दररति एत्तोत्तितोगाविसलापमानाचापि पासपति पामेन पोपचामरसभोलिमसम्मसिणरति माय मवभीतियार ___ मारेप्पमारपत्ताएतो एगणषिधासेपनणर्यपाहारमारेमाणे समयिग्गये पोपकामरसमोई तिषप्तबसिपा सेत मतपाणदष्योमोपरिभा सेत्त दयोमोरिचा सेकिंतमाषोमोपरिमा२ प्रणेगविज्ञापसत्ता तनहा धप्पको है पप्पमारे पप्पमाए पप्पमोरे पप्पस अप्पझो सेत्त मावोमोअरित्रा से घोमोघरिमा सेफित भिक्लायरिचा३ पापमपाहारमोपपिचारएमवीपबरतेगरएबवषोदेविषीदरोवारवो काग्रप्रमारजेसमएतारतासपरमपमास्मिारएपगवीमवरसोय ममाषपातपूरपोपाहारसेतसमाप्तुतिपर सचोदरीमीयर एवापुरपासनातचापबरसाबरपपल पर पातारपारमापिपाचारकरतच्य पठ बमवसाहतपमुहरसारवानपभ्यंतराठोमीएसपीसाष्ठ प्रवामरपभोमो धपापत्तनलीमणरतिपावनकमियर एप्पणी वयोररीचपचरबिर पुरसव पीतेमावीषयोदरीच रविसरताना तेजीतेभावकोपोरोजपुरविलेना पक्षपचाप्रकार प्रचतवघाममवतीपवरादित वापर पचवीपसमामाप्तिमसपाकोपररित पवमानपभिमानरचित पथमायामावापरपरमाररित अन्नसोमबोभाषितापमण्डमहरराषिउपरतिमाटरबोवनी पत्रमानवाते मेहमापिपरमार एभागमीवचोरपितएपूरक तापमोदरीपूरीररी नपरी मिचा मोरो रसबागचातीचरर लेबरपर व्यापिनबाचीनिमकर - Page #139 -------------------------------------------------------------------------- ________________ साविति पप्पम ति पल्पसारव का क्रोधकार्य भयभेत्ति प्रमझम पपिषमानवासावियेप पखादयामाप्रवचनोऽप्यम्ति दवाभिमा त परपत्ति न्याविताभियोरविभिचा मठति द्रष्याधितामियाज परत्वामेको यस व्याभिपहचरक मिचाचर्यायो प्रशाम्तायो पद द्रयाभियचरपरा तवधिको भिदविवचपात द्रव्याभिपतप चैपलतादिन्यपिपय पेषाभिपर खगामपरगामादिपिपय कालामिगर पूर्वा 4 Lादिविषय' मावामिगु तु गामासनादिपवत्तपुरपादिविषय' विषरतचरपरित परिचस सप्रयोगमाय पावभावमा दुखतं तवर्ष मभिगुप्तपरति तप्रवपथाव मच्छतोतुरस्चितपरक एप सुस्तरचापि निविश्वस्तचरति मिषिप्त पाकमाननादराप्त सक्सि सनिक्वितचरएत्ति पापभाजना दुरिचय निचिन तवायच नखाने यत्तदुरिचप्तमिचिप्त भवपोस्चित प निषिध र यपरति स तयोचते मिक्सितक्विक्तपरएप्ति निषिप्त मोखनपायां बोगविहामवतात दम्वाभिग्गाचरए स्वताभिग्गचरए कालाभिग्गडचरए भावाभिमाइपरए उविखसपरए पिक्लिप्तचरए उफ्षित्तगिक्वित्तपरए पिक्लिातरक्खित्तपरए वटिज्जमायचाए सारिन्जमावरए उक्यौपचरए उद्रष्यति वाभियरवेनपामपरप्रामविपचेवपायोनियमवर वासाभियह वडियसेपासमष्याविपरपसोपेशापाचारले एपभि पहवरिषठ मावामिषापुरपहसतपयवासीरसतोपयवापत प्रत्यादिकपभियपरिव पापपरवापभाजनमाधिकएचपाणातहगपेपर निवित्तपनषिधाचवेनौगवेषयावर पित्तनिपित्तोषपाहोनापमेविषाम्यष्ठले मौनदेपसावरनिष मिपित्तचित्तवेपमेरामाखनघा सोनापसीपापपरकाषिपाप एवापभिगासरितपासारर विमापपरागपूपरोसीतामोगवेपपाकरर साहरियमोपयूरताठपकरिया Page #140 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रामस्वागतमाम । मासबाहिति विपूषमायरियत्ति एपविगतो हाति यत एपनोमवार पमाणपत िrifa zता से प्राप्तममायो भवति साधु नंम्यूनोदररति एत्तोतिलोहानि पत्यामानाने पापि धामेति पासेन पोपचामरसमोतियतम्यसिणाति नान्य मवभीति वा । मारेप्यमाषमताएतो एगणविषामेपवययपाहारमारेमाणे समर्गविगये पोपकामरसभोई तिषत्तव्यसिपा सेत मतपाणदष्योमोपरिचा सेत्त दबोमोपरिचा कितभावोमोपरिघा २ अणेगविज्ञापपत्ता तनहा अप्पकोरे 'पप्पमारे पप्पमाए पप्पलोरे अप्पसई अप्पम खेत मावोमो परिचा सेक्स पोमोपरिभा सेफित भिक्लायरिधा गावपाहारमोपचारएकोममवतारएपवयोदेखिपोदरोवापी मरहमापजेरापनापनामपरमपमारिमारएवापतीमकासप्रेम पापणात पूरपोपाहारतसाहनिरपरपचोदीवर एबापपारसलवाएवासावर पपज पर पाचारणमापिपासारखरतच्य पर समयसाहतपमुबारपसारवानपम्वतरमाठहोमबीएसपीसाप्ठ प्रबामरसमोगी पचापतमनोमपारतिपादनकहियर पदपरको चप्पोररीचवरपिपल पुरसव पीतमाश्मीषणीररोषपरहिवरताना तेजीतेमापोखरीदरोषणरविचना पनेकपामगर प्राप्तकमाभगवंततोवरादिषा वार मनोपपनसर्वधामानित पत्रोधारित पस्मानपभिमानाति पममावामावापरभाषित अपसोमबोभरपितामहाररातिपरतबागबोगनती पभमानबहाते समरपिपरमार एभाषमनोमसोसिएपूमापक हारमोदरीपूरोपी को मिचान मोरो राप्रपारपत्रबनातोचर नेमपरचर याचिचापीनियन - Page #141 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पीयवशेषरएरित संपरएतिसं समरने परटितन हतादिना दोधमान संसष्ठपुचते तचरतिव' स तवा पससहपरएरित पाविपरीत तणावसमापरएस्तितबातेग देयन्याविरोधिना धन सघष्टतादि सेन पोयमान यपरति स तथा प्रणयरएरित पक्षातोपमुपदार्थतसौलन्धादिभाव' संपरति य स तवा मोरपरएसियक्ष शिवाभियलिटब भन्सादे पूपमथाहायचामाभी यास्ति सदिष्टतामिक प्रदिशाभिएत्ति नवा स्वापि पपवारबादिमघाविर्मत योवादिमि छतीपयोग मलादे रहमा पूर्वमनपसन्धारायबाशाभो यमास्ति सतया पुयाभिएत्ति पृष्ठमव माधी विदोयतइत्यादि प्रथितन यो पाम स ययाति स तवा पासामिपत्ति नविपर्ययादिति भिक्षासाभिएत्ति भिरेव भिषा तुला मवचास पातमाभो गाचतवा यमास्ति समिधाचाभिक अभिनयाचाभिएत्ति गाविपर्ययात् पसगिलायएतिपय भोजन विनाम्हायति पचम्बाया स धाभिगा पिमेषान प्रातरेप योपायगिति पोपविशिएप्ति उपनिरित या कक्षित मत्वासयोभूतं तेग परति य स पोपनिहितिक उपनिधिमा वा घरतीत्यो पनिधिय परिमियपिचारएत्ति परिमितपिपात पापोणदिसामो यनामित स तवा सबै सपिएत्ति पर पता महादिदोषरहितता पपस्व वा निव्य। अगिलायए पोषयिधिए परिमितपिष्टवाइए मरमपिए सम्मादन्तिए मेत्तभिक्खायरिया मेकितरमपरिचाए २ | पलस पतनषेपर भिचायोगातीसमाकरपूनुशेष पहवस गपेपर पभिक्षसपनरत तिसहिदिर तसेवठ एउगवेप पगिसाए पत्रमोबनविमानामनापामएकवेतोपामाधुताठावासोङ्करप्रमुख पाहारगर साघुएकमसिम पागसिपमादिभाषीम पास त गवेपः परिमितमाम सरितगिवारजपिपाहारनामामबरपवासाधगवेपरवर मुनिदोपशवारात पाहारगपाएर समाधिरितलहछोगीसल्याएकरोपाहार aor Page #142 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मुचित एवं निचिप्तोत्थितं वडिखमाचरति परिवेषमाचपरक साहरिश्रमाचरति यत् दियरपार्थ पटादिषु विवारितं तत्प ुनर्मोजने विप्यमानं सक्रियमाय सुचते सपशोमबरपत्ति उपनीत के पिठोचितं प्रपद्यादि पश्यरति पादपसारित मन्यव खापित मिच उपयोमायोपपत्ति उपयोग दोति मत् गाশर आापित चथनोपतोय चापोत बबरति स देवा प्रवेश उपनीत गायन पनि निराश उपनीतानोत यकेल क्षेत्र वर्णितं गुणान्तरोचवा तु दूषितं नया हो योत चारमिति यत्तु परन्तु यत तदपनीतोपनो मुच्यनइति पत्रपाठ water crewअवबोधचरण अयोयतम बीवरए सपरए समसट्टधरए तज्जातेम सहचरए waterere are दिवनामिए श्रदिट्ठलाभिए पुनामिए चपुट्ट नाभिए भिक्खनाभिए अभिकलाभिए मोमोको काउलोमात्रनिघालो तते मी गवेम चाकरम् व्यदीपचर विडीवोपायोपचार परीसामहिम भी साठतेनीगमेषपावर पोचवीवर पोमोल पमेरठ मिरच रोड भोगवेपचा कर वयोवीप पर पाब परीख तेनीगवेषवाकर संसदुर रावतेोनपचारे यस मह पदरावरणवितेहभोग प्रेमचावर तथाम से सहमचिम्पवर कापते धानते होगवेषणा करते भिगव य हमवेचावर दिमीपनीवमेवचाबर दिदी तपाहार अथवा उदातारते हमोगमै पथावर परिपदोउपाहार पापात्मनश्वरिभिचारमभि अथवा दौडदातारते होममेमाबरद चाभिए कोई बाधुमोमपते वेड एयोगमेदवार COM Page #143 -------------------------------------------------------------------------- ________________ randuचरस्ति स स पर पतित संखष्ट में खर टितेन हस्तादिना दोवमान संखष्टसुच्यते तचरति य स तथा घस सहचरपत्ति विपरीत सच्चाय सहचरपत्ति तव्यातेन देयद्रव्याविरोधिना यत् संसृष्ट' हस्तादि तेन दोयमान यवरति स तथा भयचरस्ति भन्नातो "तु पदर्शितसौजन्यादिभाव परति स तथा भोवचरन्ति म दिसाभियन्ति दृष्टमेव मतादेश शहा पूर्वोपवसाहायकानाभो यस्यास्ति सदृष्टामिक पदिसाभिएशिया हृष्टस्वापि पवारवादिमध्यावितस्य योवादिभि जतोपयोग महादेरहाचा पूर्वमनुपसम्न्धादायकाशाभो ययाति स तथा पुचामिति पृष्ठव साधी बिदीयतइत्यादि पश्वितस् यो नाम स ययाति स तथा पट्टाभिपत्ति उतपर्ययादिति भिक्वासामिपत्तिभिशेष भिचा तु भवनात या तलाभो माया यस्यास्ति स मिचासामिक अभिक्खाकाभिपत्ति च विपर्ययात् भयगिवायपत्ति पत्र भोजन विभाग्यायति श्रम्वायक स चाभिगृह पिपातं प्रातरेव दोपावसुगिति पोषविपत्ति उपनिहित वा वैचित् प्रत्याभूतं तेग चरति यस भीपनिचितिक उपनिधिमा वा घरतोयों पतिधिक परिमिमपिंडवाइस परिमितपिपात पर्व पोपादिसामो मस्यास्ति तथा सह समिति यह पषा महादिदोषरहितता शहस्य वा निव्यगिनाए पोखिए परिमितपिटवाए मुझे सबिए ससादतिए सेन्त भिक्खायरिया सेकितरमपरिचाए २ अव गिटार परिमितमान वेगवेष भिचामोड़ धनीसनाकरन से एव गवे पर भिक्षतिसहित दिरंत उसे एहवमपर पद्मभोजनविनाला मनापास एक शेतेड या साबुताठावा सौकूरमसुखधाहार कर साधुपस्थि धागसिपवादिभाषोम् कगवेष सचित गितार अपि पावरमा गृहण कर एडवासाघगवेपर चनिर्दोषश करता हार गयेपछ सादिति लोगोसयारोपाहार Page #144 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - oelod अनागोरेपणा पणासि सतबा सपारत्तिएत्ति सत्वामभामा दसवी वन स तथा दत्तप एवचेपभिचारच दिग्पोसिरसि दिपितिबा पौवरमपरिवार प्रपोतरस गमतदुग्धादिविन्द पाय विथ एत्ति पायाप पोदनकृन्मापादि पायाममियमोति पपवार मतिसिखमोजा परसाधारेति परमो विवादिमि संत पारो यस स तमा पिरमारेति विगतरस' पुरापधाग्योदमादि पतासात पन्त भव मल अपयशाम पवादि पताहारचि प्रकापाल बहायव महापगे पपिवं गाहापारेति रुच रूपसमा पचित तुपापरति । मी तप तुचो परोसारख। शारित्ति सानं बायोमर्ग सेन खिति यस्य स म्यानस्थिति पाठान्तरण ठाणापति बन भोगविक्षेपणो संवा पिवित्तिए पौधरमपरिवाए प्रायमिनिए पायाममित्यमोई घरमाहारे निग्माहार प्रत्ताहार पंसाहार मशाहार सेत रमपरिचाए कितं कायकिरनमेपोगविरेपसरते तणहा वाण द्वितिए ठाणा पवार भिक्षारोमीपरोपरिणामहमेदवरित प्रियवरादरमठतादियानतपरित्यागपरिवार २पनेवषपाप्रकार प्रप्तारतोचबर बारा भीयोविमापाचरहित प्रपौतरपतनाबिदुपाझरतेषापारपरित्यागकरिव पायपिसवादनासापापीन पर पायामपिन भोई सामवारिसिौरविम परमारे गुजोरा दिवाबवावपासारनवर विरमारे नाधानपारिसनतपासारसरबर पतार बाबरचादिसमसपाकारणारा पंतासर ताराचगवचारादि साचार पत्राचारबर एरमातारिखमा परित्यागम्य विका तारमामायरीरमाणे महाममाचपमानाचमेनिषाप्रपारपत्रपतममातीचरR पर चीनिर जारी Page #145 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बायोमर्गस मतियच्चति बरोतीति सामातिग' एमासणियपत्ति प्रतीत पब्मिवाति मपिमा मासिक्वाय' पौरामरति वीरासन मिशासनिविष्टा भूश्वस्तपादन सिंहासनापनोदे यायमवसाम तपसास्ति पौरासनिक नेसविएप्ति निषधाधुताम् भूम्मामुपवेशन वयाचरति मेषधिय मायएसगंडसाएत्ति शमिते तव द वायत मायामो अस्वाति स दणातिक सगा वनकाह तह वे वः स सर्गमायो तस्य पार्णिकापिराजेय पठमेव वा ममो सगतोति पामावति पातापयति योतादिभिरें। सन्तापयतौस्याताप पातापमा घ विविधा भवति। निष्पन्नम्मोक्षश मिव्यवम मधमा बह खितन वपन्या निष्पमातापनापि विधा अधोमुपमा विता! पाय गायितार सत्तामयापिता सेति३ प्रमिणवा दए उपासगिए पखिमलाई पौरासपिए नेसनिए सरसमाई दडाईए चायावए पापाउडए पकाचए भपि ए मध्वगायपरिवम्मविभूषिप्पमुक्के सेत्संकायकिमसे सेकितपसिमलोणया २ चतुविज्ञापणता तजहा ठापारए बाउसमविनालासरासरपरसभसरहर सपुष्पासपिए जबरपगमरियासर परिमठाईपतिमारतेहमपासकपी। रासणिवामय टवर्सोपींचा वापशावाजषटपाइसकपकाते परनपास निरहरतेवोरासनकशिनेसब्जिएपामठीपौवासर सष्टवाकोवाष्ठतेहनीपरनप ममोपरसीमावागायोपरीमागोजोसचु दंपनीपरावासा ताठतापमापा तापनासरीरामहरं पावावसम्पप्रावरभरापर पकापरोर पावन पाएमु पनु परठवे नही सर्वगावसरगीपरकर्षणासवृषारोमादिकसमारिवातवाषिभूपा गारमोभाकरपौतेविप्रसुवरहित तेहएकायायरमळ मनाममापमारिवा निवतेप्रतिसंसौनतापंगनमपंगसपरिवा तेनाचारप्रचारप्रसप्तकामातीवर तेबाई रट्रिय ANDROINE Page #146 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रमण गररेषवा समाप्ति सतबा सपारवित्ति सारामधामा दत्तयो वम सतवा लिप एचचे पमिक्षासप पिग्पोजिरफि मिग तपता : 1 दिपिततिक पचीवरमपरिपाई प्रणीतरस मसातदुग्धादिविन्द पाय विसपत्ति पायाम पोदनपल्यापादि पायामसित्यभारत्ति पत्याए । पतिसिसमीक्षा परसाहारेति परमो सिम्बारिमि रसत पारो पत्र सतया पिरमारेति विगतरस पुरापधाग्योदनादि चतारेत्ति परी मव मनव अपमधाम बबादि पतासारेति प्रबाव बायव सुनावी पगुपितं वासराचारप्सि रूप कपसमा फरित पारिति सपा ता तुचो पमोऽमारत। श क्ति मानं वायोमर्ग सेन खिति भैस स मानस्थितिम पाठान्तरेण ठाणार पति म्पन भगविक्षेपम्पने संवा पिवित्तिए परीपरमपरिचाए प्रायमिनिए पायाममित्यभोई घरमाद्वारे विग्माहारे साहार पत्ताहार जाहार सेत रमपरिचाए सेकितंकाय करनेमे भोगविरूपणरते तंजा वाण द्वितिए ठाणा पवार तेभिचारोमीचरोवरिणामतभेरवरित बिपत्रबराबरमतादिवन परित्यागपरिवार २पनेवघषावार प्राप्तधारतोचकर बारबार मोवौविगार पापरहित प्रचीतरपतनाबिपाझरातेवापारपरित्यागवारियर पायरिसरादमारारापाणीस पर पायामयिक भोई उसामवारिसिौषधिमा परसासरे गुखौरारिबाबघायपाहारनवर पिरमाचरे नापीमपाधिसमरूपाचारपरकर नाबार बाबाचादिवपाहारबरबर पताकारतावर जपचाराधिनहार पक्षपाचारमा नेपएरमातारिकमा परित्यामबलि रसियतमागारोमरोमनाममाचपमापनिवषिषाप्रपारपातपातीपररररर चलिए बाबरीमा Page #147 -------------------------------------------------------------------------- ________________ maoTAमरमानन समोर रिमविषयपत्तेसु पये प्रति योन्द्रियगोचरप्राप्पापु पन्दपु बस प्रविष्ट वित्यर्थः पारामभुत्ति पुष्पप्रधान वनेषु पलासिनि पुप्पासो : घारिदियषिमयपत्त सुचत्य सुरागदोपनिग्गो निम्भिदियविमयपयारनिरोशोपा जिभि दियविसयपत्ते सुध त्यस रागदोसनिग्ग हो फासिदियविसयपयारनिरोहोवा फासिदि अषिसयपत्ते मुश्रत्य सुरागदीसनिग्गहोवा सेप्त दिध पचिस क्षोपया १ मेकित कसायपटिस लोयया २ पविहा पसता तवहा कोइमा दयनिरोधोका उदयपत्त । पावीनराम्बरपातपरिपाक पतेहनविपररराग पनिप्रतिवनिवारिवाएतसरारपारागमडीपायुपरपा पनहर पारिदियमास कालेधनसवेविषयगंधानविपवारमवर्तितस्तेनरनिरोधकधिषस निवारिवर प्राविंद्रियनासिवाते नवविषयगधीपत्तमासिकामे विये पापोमर पापमपातपातयापापोरसतानविपरागडे पमिश्विषनिवारिवछपतसरकाररागमधीपायुर पनयो बिभिदियोषिता देशमवेषिपयरसनाने विपरपवारम्पत्ति पर तेागनिरोधक विष निवारवर विभिदियत्रिपानावविषयरसवेपत्त विद्यामर विपरपावीमा पाम्यसपकातवापारपोरसागर विपररामा पनिपरिवहनिषारिवछएतसासारागमकरिवसपनरपात पगधरिवछ पासिदियसरीरमीत्यचा तेहनस्वेषियरसानाविषप्रवारपवर्तिवमतेरमनिरोधक वह निवारको फासिंदियसरौरनीखचातेहमसलेविषयपरसतेपायरीरनीखपाली विपारपापोनरपम्मिटपर्वत उत्तवाणसपरसन विपरागहेपभिपहियोनिवारवसएतच एकतारागनकरवरुपास पनरुधरवत पर द्विवनीपसिस यस ससीनतासंपरवरवियरतेशपावनीपतिसयर संसौनतासवरसर चारमबार प्रप्रसवनातीर्थकर गपधरेतेपरवर फ्रोधरीसनष्ठ सदयधप Page #148 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नापनापि विधा गोरोहिया टुवासमता पर्यासनता ति कामातापनापि विधेव तिसोषिया एकपादिशा समपादिका रेति एतेषु चाता पमा भेदवितवेषु मरादिषय प्रयोजनीयमिति पवायएति पपाहतका मागरपक रम्य पर्वमकानिहोरको प्यतो पुरममग्मुलोमति पिर मतपतानि नितिमतवा महानि यमपुरीमापिपिरोजनचादिसोमानियेगस तवा विमा भति सर्मगावपतिवषिभूपा विपनुमति ॥ मोरविसविसमप्य पारमिरोहोरित चोवेन्द्रिमप विषये सम्प्रचारम पवारत निरोधो निषेध योद्रिगम्पिमपारनिरोध इंदिधपहिलोषण बसायपरिस सीण्या जोगपहिसकोण्या विचित्तमयपासणम षणया सेफितर दियपडि सलोख्या ३ पंचविसापरता तनहा मोर दियषिमयपथारनिरोशेवा सोर दिपषिसयपरलेसुपत्येरागदोमनिग्गो . पक्विंदियषि सयपयारेनिरोशेषा अपिल दियविसवपत्ते सपत्ये सुरागदोमनिग्गो पाणिदियविसयपयारनिरोहोषा मत्त पतियवायु सीमतासपरिवह मायनस्पतिमा पोननासवरिवर जोगमनमवायानाव्यापारमा पतियवप सौनतासच रियो वित्तिखोपापपररितगयनों पायपाटिपासपवासटपाटमारववावर शिवहोते द्रौपतिमयसीसीनतामरिकी २ पविपांच प्रसारमतवधातोवरपर बीपी दिखामतीषियमयताविप्रचारप्रतितोतामानिरोधक विौनियारो बोदिम पनितानो पस्तवान विपायोमें पाम्योपपतीपर्योपायदानरागारनित्विीनिवारिमोएतस्मिनरागाधियोपादुरंगपापमोचर परिवरिवचमोरियप्परिप्रसारपति बातमीभिरोध विसोबारिणी पक्विाचिो Mara RNE والصيحات - - Page #149 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .: तादिमायेषु समात्ति जनोपदेशस्यानेय पवासुति जयदानस्थानेषु पथियगिति भाउनिपातेषु पणितामा सुति बगाएक म लीणया से किंतंवयजोगपास जो यार धक्कुस समय गिरोघोषा कमजवयउदीरणा से सवयशोगपडिम लौयया किंतकाय जोगपडिम सीजगार जस मुसमाहियपाणिपादे कम्मावत्ति दिए सव्वगायपडिम लोणेचिठ्ठदू सेसंकाय बोगपचिस लोणया स किसविधिश्वमययामणसवणयार जणधारामेसु उज्जागोम, देवकुस्तेस सभासु पत्रास, पणिय गिलेस, पणिसालासु, इत्थोपस पंडकास मन्तविरहियासु विसन्हौस फास एमणिज्ज पीढफलग सज्जा स धारक कुशलभ घोवचनमोलदोरणा प्रवर्त्ताविवभो तेहरवचन नाजोगऱ्यापारमोचतिशया संशोनतारविरिवो तेथे होते काया नाजोगव्यापार नीतिमय सुरतास परियोभगवंत कहर बेहकारपथको भासमाधिकारियोसंवरश्वतं छपा पिडा थिपनि पगोहना कुकाजिनामोपरि गोपियापर पर सर्वगावमरोरचंगोपांगनो पतिमयस्तु स सोनतास व रोम विदूर सरदर तेहकाययोगका पानीव्यापारथकीच ते किमते विविध पछ करहित निरवद्यया सब शिष्वाष्ठपाश्रयपा टिपाटाते से वनताभोगविवो २ श्रेष्ठपारामोन्समधून्तोषमासीनविपर उद्या नफसपूतनादाता र मोटाउनपदेवकुसमविपत्र सभाजनमासमूहन सिवानायमानवियत्र पजावि पायोदानपुर तिचा प्रणोतघर क्रियांपाघालिवामाघर नद पाताचाहि क्रियायामाले खच्चारदेवहार मिलतेनविय सौमनुष्यपीप सुगाइभर विसाखापस तेपसंहितव्यापो तेषविशेष रचत हवी वसतिरहिताना पाययनरवियर मास्क असिएष योयदीप र हिराकर पीढमाजवटफसगठयोगदान पाटिल विवा J Page #150 -------------------------------------------------------------------------- ________________ so-445 मवायोस्मविफलौकर माराम दयनिरोधोगा उदयपरतसवामाप स्मुविफलोफरणं मायाउदयगिरोशेवा उदय पत्तमामायाधिफलीकर सोमदयविरोधोषा सदयपत्तस्मवाप्नोभम्मानिफनीकारक मेत्तकमायपपिस लीपया३ मेकितंत्रोगपटिस लोणया २ विविज्ञापयत्ता संवा मयनोगपतिम सौपया षयमोगपडिस लौणया कायलोग पहिस भीण्या सेकिंतमयोगपटिस लोययार पकमलमणिरोधोवा कमलमपउदोरणवा मेतमममोगपति विपत वानविरोधकाधिक निवारवर उदयमापनोवेगोषरोसपनाविपनौवरण निपत परिवठदुर्वचनादिकमवरियम मोमपभिमाननेनु उदमाघपविठतामनिरोधमपिवत सदवपातचपनवेमानपभिमानते हम विपशोकरनि फरिवठकुवपनादिकमवाठियपोमपयनी माया ॥ परवचनातमोटरप्राप्तषपषिवयत तेसमा मिरोष पित उदवप्रामउदयपायोचपनीप्रेमापरपमानतम पिपसोबरपनि पनवरिपीपरनर पनि पहनको चोमर्गशपरनोनदर प्रासमपतियातनोनिरोधक थियो उदयमान उदय पाव्यो ने सोमवाबापत नोपिफमोवर पनि परिवोपरनर ! तरिपनको नापबपायनस पतिगया संसोनतारसवरिषठ तेविसाउजीगमनाचमवामानाम्यापारनेहमरुपतिमयमा मनोनतासंवरिषपरनेयोग । । मतिपं विविधलिप्पिसबारमनप्तकामातोमवार पारमा मननयोगन्यापारप्रजिषसमसपतिमपमा संसोमतामवरिवचो वचनयोग्यामप्या : । पारतमसपतिपदपुर संबोतमासंगरिवषो वायोगवायानच्यापारतसनीपतिमयमा संधीनतासमरिषपो तेमनयोगमनमा व्यापारनेरमपो । प्रतिपयपुर संयौनतासवरिषयो पसरपार पोवेममतामनिरोपविषो मनमावामनमोरदोरणाम विषय एमभयोगमनमायापारमो -पतिमा भौमतासवरिपो बिपक्षलेबरमबोपरचममायापारमीपतियबसा मसीनताबरिमी पाचपाएसोनम देवमोनिरोधकपियो .atradai । D Page #151 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - - - - रपि पासोचनामितपत तसा पव तपोष्पवादिति एव मवान्यपि पर परिवमपारित्ति मिष्या'सवं तदुमयारित्ति पासीपनामतिसमय घमा विवेगारित्ति पमहादिविवेचन विलसम्मासिक्ति वायोमर्ग तवारित्ति निवितादिव तपशिधारितति दिगपत्रवादिना मणपर्याव पेदन पारित्ति पुनव्रतीपणापम पमवटुप्पारित्ति परिततपोवियेपन प्रवेषनवसापर्म पारविपारित्ति तपोवियपणेशभिषारपारगमन मिसि रिपबिमपारित तमयारिई विधेगारि विसग्गारिहे तवारि छेदारि मूलारिहे अणवतृप्मारिके पार षिमारि सेसंपायच्छित सकिंतवियए सप्तविहेपमत संजतायाणविणए दंसणविणए परित्तविणए मणविणए पविगए फायविषए लोगोवयारपियए मतियाविपए पचपिपरमत्त तनहा थभिचिवोझ्यिणाचविणए सुभ तेयाय एवमचारपितमिच्छादुवाहनोंदेवोंतण्यार तदुभयारितेपासोमियादुषण्टीत पैविक्षु यथयार विवेगारक्षेपणभातादि नमुटासियु रेषमार विसपारिविाससम्पनु वरपतषहरवार तवारितपनौवापायपिसादिकत करवतेलाचार छेदारिले दिनपंचवादिनजमिपावन रदतेपेजवारपवायोग्यश्वास परिषु भूसारिरीपालोजोवारमहामतखचराविवा पपवट्ठप्पारधेनेथवीपतौपारखागा नायकोपेगसुरापवर पारवियारिरी मागविवाहिरीचौवेतसएकतपपरापीमारामारिपार तेहएमाययित्तदम्मेदाणपाशिवर देविमतेविनयवर्मननिर्वरिवो सत्तषिसत्तमचारवाना कहा पापविणएचामपदविनयकरवठ दसनसम्यक्षनरविनय पारस सविनय - मननोविनयवरवो वचनमोविनयरवो पायानोविनय बोविकसोवसंबंधीविनय विमतेन्यागोविनय पचविधवारपत्रकनासौर्षकर, Page #152 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दायपवमोरितेपु गावियवेषु यया या प्रसारितपादे सुपते संसारवटु ततोहीम IT ॥ पायधिसति पत्याचारविरारि सा घबन्दनादिना पिनपन विधीयताबत पात्र विषयोति विनमनरेतब्यापार विशेष तहानेव च पेयावत्य पतत रस्वत पात यावपति भशादिभि रुपम यान्या बरासेमापायो पिचेयरबत पात समात्ति भीममो माया पाठावर्ष तप थान मवतोबार मापति शमध्यानादेव देवत्यामो भवतीत्यत पार । पिठसमेत पासोपारितत्ति पायोपना पुरनिवदनां वियाये पर विभिचाचर्यायमिवारवात तदादोचनान्तरिपयवादासोपनासपावित उषस पवित्ताविहार संपहिम लोगवा मेसमापिरएतवे । छ । सेकित पम्भितरएतये २ छविरेपपत्ते तंवा पायच्छित विणतषेधावच पकाउ उमाणं विउमम्गो सेक्सिपायच्छिते २ दसविहे परसते तंपालोषणा उपावर सबारामतबाचीरवासबमी पंगोमारपरीमरयसपापि पाविचारतमामौनरविचरर तापतमितिस होनतास परिपानुपधिवाररपो ते एतहारवाचनपनोपधिवारपूरपोषयो। विषम तरतपचभेदेवपावरवावेतपय तरतरममपसोधपहारसप पथिोषागारर मातीवरपर बार प्रापिवीचारपवमिवारियामधीपासीय बिनयमिवारपसाररूपम्वापार चारण पापाराताहिकाच्ठभरवत सम्भारमारासरितपाठमाचो पामहमानधर्मनिर बिसयमवरीरादियोपिरानिषो तेसपाचित पतीचारमीणमधीपाचोरेगी तबिमरपरिषदमपचारातीरमार बरपानस्पितीपरमिरेमाचीवचार - - - Page #153 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . अरहंताणंभथ्यच्चामादणया भरतपण्णत्तामा पचासदाया पायरियार्ण भणश्यामादण्या एवउवज्झायाण थेराण कुलस्म गण्णस्म सघस्म किरिचाणं स भोगिस् चाभिणियोयिणाणस्स उहिगायस सुभयाणा मय पनषणाणस्य केवलष्णायस्स एसेसि वेवमन्ति वहुमाणे एतेसि घेषषस जलाया सेन्तश्रणञ्चासादग्णाविणएस कित चरितविण पचविपते तजा सामाचरितविखए छेदोषद्वाषविवरित विषय परिहारविसुविचरित गुम पावाबर योतो एविनय कहियो भगवंतर वोभनायातमाटा सिवितेहरू पविनव पताजी ४५ भेदमय बनाती करपू daerry पतिविद्यमान वितानो पनसात नाचनामातमाटाबियो परठतभमवतनोप्रप्रप्तमा वोले धर्मदुर्गतिए उतांशपर तेहमोपनासा तापमापातनाटावी प्राचार्य पंचप्रकारमा मनिपालक तेहनोपनापातनानाधातनाटासपो इम उपाध्याय सगोगाजपित इमोघमासाना असातनाठायी विरविणिप्रकारभानो घामात नाटास वो५ चंद्रा दिवकुलमोपासात नाटाजवी कोटिकादिकमपनो घासातमाटावी श्रमण संघी वो क्रियाया होक्रियामानते हनीपासातनाठावी समीगौसपीडीसमाचारोत हो घासातनाटासवी भामिणिमोहियाणामति निना सातमाटावरटास वो ११० हियापापवधिप्राननो पासातनाटाचवी ११ मानतो शातनाटासपो१५ केवटचांपावे व प्रमिनो असातनापसातनाटासवो गुपनो रोने दोपाविव एवं ४५ प्रकार हवा तो एभाशातनाठासवानोविनय सुश्रुतज्ञानोपासातमा टासवौ१४ मण पाना मनपर्युष एहपमरमोभहिकरे वममित्रपर्व • प्रकारहवा एपनरतो ते किमत पारित पांचनोविनयगुणवच्यं विवा पंचविधपचिप्रकार Page #154 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मिनट पासवाभिमविचिववयनोपामिपति तन तवाससमवन पासबप्पमानि पासमदानमावमयेति विरियाति चियावादिना संभोयरमसिएकमामा । पारविषए उभिणाणविषए मणपनवधापविमए केवमणापषिणए मेसितंदमणविणए दुवि पणते तमा मुम्बु मयाविणार पणश्चामाययाविषए मे किस मुमुवाषिपए पणेगविक्षेपमते सजहा पग्मुट्ठाणेवा धामन्याभिग्गहिया पासपप्पदाणेतिवा सबागेवा सम्माचेवा बितिकमारवा अंजलिपम्गोवा एयस्मश्रणुगच्छणाविधस्मुपज्जवाम गया गच्छ. तस्मपरिस साहबवा सेतसुमुसमाविणए से कितअणधासायणाविणए पणतालीसयिझेपणत्ते तनहा । विषयावरण पभिषियोतिषणाधिपएमनिचानमोदिममवरवोचनिनागुणवपक्षमा सुपपापविणपतचागोविनय गुप्पशेसा पविध मर्यादितचानवारपपोषबपाधि मनपर्वा विधानमोगुषबीजाचाननीनाप्तिपरोपर वर चामिनीविषयगुपयोमा तेजिमदन सम्बधनोविनय दुविविधमारे सप्तामातीवर वापर सुच पायरनो मेवातेपकपविनय साचविवो पनामातमाटारिषौपविनय सुपामुरगोसेवापविमम पवषिषषामकार मनप्तबमातीवरतवारदा पमहापरवागुरुपायरष्ठीचभापारगे पासरभित्र नामावतिकारपासनामारोपपासनोपनिपात्रानो पाममनोप्रदानदेवो सचारवानोनिमवषारयो सम्मानका तम्मनापाया हतिवर्मगुरवारवारसविधवरको विमानबोरोपागविधमारपियो एपणापतातुरतेनरपतगचपासामग पाचोमरमरयर चितपापोमठामाधामोपडपासमाचामातचापलियापरवी मचतपावतामयाबरतोनीपचापचापतिपण मोगाविसमा Page #155 -------------------------------------------------------------------------- ________________ afe for निरेति निरमाई वामभुगत प्रश्सेति सेामनुगत प्रश्य करेति प्राययकरमशुभ वर्मायवचारि कुतइत्याह करेति हस्तादि शिनकारि भयकरत्ति मासिवादीमा भेट्नकारि परितापवरेति माविमापतापहेत हवरेति मरणान्तिकवेदनावारि धनहरणायु मारिया घोवषापति भूतोपघातो यत्रास्ति तत्र तोपघातिक मिति तचाप्यगारति एवं प्रकारं असयतमन समित्वर्थ' मयोपोपहारेति न fug रेफर करे करे भेटकर परिताषय कर े उवणकर भूभोव घाइए ताप्पकारं मयोयोपहारा सेन्सअपसत्यमयो वियर सेकि संपसत्यमयोषिणए ३ तंचेव सत्यले घध्व एव घेवच विभवि एतेहि पदेवियो सेत्त विस्तर सेकितं कायवियप दुविपणन्ते तमहा पसत्यकायवियए अपसत्यकायवियर सेकितं श्रपस काय विणए २ मालपचारहित फरसख विरोसहित भाश्रवण पनच भाविक पहार छेदकरम्हादिकछेद करबहार माथिका दिकतुभेदय वरणहार प्रांणोर्निपरतापघतियमस्तु प्राचीनेतापतु वरबहार सहवयमरवति वेदमामकरपहार भूतमांच्यो उपघात तथा प्रकारतेष्ठव उमननोधरवून व प्रशस्तपालनमल विनयवाहियो विवत्र ते कवि सेते किंचिमते विनय प्रशस्त भष्ट उमन तेह मोविनय २ तिमषमय सोमन मिरव करियप्रशंसक भमिष्ठ, रत्वामिसरूपापबोडियछ घूमचप्रमापासून सभलवचनमपुष्पविनय एषद्रापदर्शले भव एसा वो सब दिएसक पिसावले भरिएका से कहू पनि रे सर्वभधिकारांविचते ह वचन नस विजय का तेष्ठि सेते कि कि मते विनयकायास मोविनय विशेयप्रकारे मन्तब्रह्मचतीर्थवर तेवपूर प्रशस्त भडकायासरोरतु विनय प्रशस्तपाठ उठायासरत विजय हि Page #156 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मारिबतायाति ॥ ॥ ममोपिनयेविस्थते-अमरन्ति यत्पुनमनषित ममतामा मिति सम्पत मारवेत्ति सावधन गरितम्यषा हिसादिना वतंत रति सावध मतदेव प्रपंचते सपिरिवत्ति वावियादिक्षियोपर्व समाप्ति सवाय पयमावोपेत पटुपत्ति परपा मामगोवा पटु शमिव पक्ष । विषए मडमम परायपरित्तविणए पाक्खायचरिप्तविणए मतपरितविणए से कितमषिया दुविक्षेपमत्त । संवा पसत्यमाणाषिपए पपसत्यमपविणए मेकिंतपपसत्यमणविरसए मेघमणे भावने मकिरिए सफासे फडुए ni mapub 1125 माप्तमातोपर परमगत सामायबारिखमयबारसरममतमामाचारहपविभय दोपसापनीय चारिखपरिसीमामारक परिवरदोषवापामाप्रवनु सपरिवोतर विनय परवारपिपरिवारोतरूपवर्षाकाठपयापाविमागाप्ठगीतपयरगपारिरमापसगा बिगभरतपचारिवविमद मूपसंपरावगतमाबवावपापरिवारमसोमम्परामागुपर्वाचाहगोषपचारखवेगोविनय. पपास्योगपारि पापरहितपचिमोबचमाभिमवतीमातोपरिषनोमिषवर्षमाएपरिपाचन बिमवमीसाबविवोपूर्व तोधिमा नियम माविनववरिवो दुरिषिगिमबारमातोपर तेगारमा प्रयतमबोमनमोनियममनोमसोप्रान्तोषियो पायापारमननविनय जिमनपाएर परवियर विमतिविनय अपनापूरमनप्रमत्तापिपातानविनयरापिसीवर मतदारसंपनमोल Page #157 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ममिह मिया मिति निहरमावान नुगत परसेत्तिहाननुगतं प्रायबरेत्ति प्रावपारममुभवायपक्षारि कुतात्या ऐयकरति हमादिशनवारि भैयकरत्ति नासिवादोनो भदनवारि परितापपकरेक्ति प्राधिनामुपदापोतु वचकोक्ति मरवान्तिक्षवेदनावारि धनहरणायप उपवारि वा भूपोरघारएत्ति भूतोपधातो याति तातोपघातिक मिति तहाप्यमारति एव प्रचार पसयतमन सहयमिवर्ष मणोपोपहार तिन में गिरे फरमे घयायकर छेयको भेवफर परिताय ण कर उदय शकर भगोवधाए तहाप्पकारमणोणोपहारज्जा __ सत्तापसत्यमयो विषए सेकिंतपसत्यमणोवियए २ तचेष पसत्यो अष्व एव चेयपरविणपोषि एतेहिपरिचेवणेभयो सेत्त वरषिणए सेकिंतकायषिणए दुविक्षेपणसे तंजहा पसत्य कावविथए घपसस्थफायविणए मेकितंचपसथफायविणए सुकमासपणारहित फरसन हिवरोसहित पाषष पगम पाविपु तामस करपहार देदवारसम्हादिपादन करपहार माथिकादिक सुभेदन करपहार प्राचीभिपरतापपतिमयस्स माचौताप करपहार वचमरपतिबदनामसकरपचार भूतपापोतु सपघात तषामधारतेश्वभमननीघरान प्रवत्त एपप्रमसमपाएसमममविनमवधिको विकपिट मेत किंक्षिमतेविनयममस्तभाउमगतेसमोविनय २ तिमानप्रगतलेममिरवध करियपत्रसभापनि रावाशिमसळपापबोरिवल एमपप्रयतपासमसभइवचममष्टपुषपिनय एएलपदापवएसावखेसकरिएसका । सेंशगुएनिहरेपवेषएपसाव पारिएपकासे पकरीपनिारसर्वपधिकारबापिवउतेववचननविनयकतेविषयसमेते किविमते विनय कायास रनोविनव दुविवाहप्रचारे प्रजासतौकर कारबा प्रयठभतरवायासरीर विनय अप्रगतपार एवायासरत विनय तेहिवरते - Page #158 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारिकतावारति॥॥ मनोविनवित-वेषमरिक्ति वत्पुनमनविच ममतामा मिति गम्यवे सावत्ति सावधन गतिक्षणा हिसादिना पति रति सावरा मतदेव मपंचते सपिरिबत्ति बावियारिवियोपेत समात्ति सवा व यमावोपेत बटुपत्ति परपा मालमोवा पटुकमिव पटक विपए सहमम परायचरितविरुए भायखामचरित्तपिए से सचरित्तविणए से कितमणविणर दुविक्षेपणत वापसत्यमयविषए पपसत्यमपविणए सेवितंपपसत्यमणपिसए घमणे मायने मकिरिए सकलसे फहुए प्रावधातावरतपभमात सामायापारिवनववारपरमर्मतमामार्यपानुनचारपति विनय दोपण्यापनीय रिखपहिमोसागारक पारिवदिदीवाचामहाव्रत परिवाना विनय परकारविराग्वमौतहपवर्षावासपवासादिकमागासगोतपरागपारिररोनापसगा विगामातरम्पचारित विनय भूषसंपरावपातमाबवावपापापियाम्पोमरूपदसागुपचासमोहरतपचारवतेनोविनय यथायोगार पापरहितचिमोबासमधिनवीनरातिपरिषनोविनयहरवर्षमाम्पचारिपारीविनयमोसाविवोपूर्ण तबिमत विनयम ममारिनयरियो दुषिषिगिमारामातोपर पहरण ममप्यमबोमनमोनियमनमोभषीप्रमाविको पासपातमनमदिनप विमनपात प्रतावित विवाविमतविनय आमनपाएर मनमत्तापितामविनयरबिसीवर मतपरयतमी सायपवरापापपरौषरित परिपनाविभारिपबिबाद मनपठोरभाषतेरपरीपतिवर.पिचमा पारपाचरोष मिपुर Page #159 -------------------------------------------------------------------------- ________________ More पराभप्रामापत्तन सपो सति कारतो घामादिनिमित्त महाविदामामात गम्य बयपविरिवप्ति-पप्यापितोगमनेनेति पुया मवादिदान में मिति पत्तगयेसपयत्ति-पातम दुखितस वात्तापर्ष देसवासस्यत्ति-प्रतापचता पवसरी पिताव सम्पादन मिस्य सम्बत्येस प्रपरिजोमयसि सम्प्रयोजनेचाराध्य सम्बन्धिनामुममिति । देवापति- व्यावत्त मनपानादिमिरुपराभ' मेहत्ति-अभिनव प्रजित सपसो पथमादिचपक पत्ति परछदाणुवत्तिम फमक कयतिकिरिपा प्रत्तगयेसपया देसकात या सव्यत्ये सुअपडिलोमया सेक्त लोगोययारविणए सेवियर मेकितचेववेचायचेदसविपिपत्त तमहा पायरियर उपउझाययेपावच्च में सोकसवधी विनयर चोकमान विम पागतिसागति करर तिम ए विनर सत्ता सातेरकारे प्रचप्त कमर तोकर से कार छती * पध्मामबत्ति गुरुगर समौपि प्रतिवठ परप दागवत्तिय पारकार बन तथा साधर्मिक तु पमिमाव देखि प्रवर्तिवस कार्य जानादिका हे निमित्त मातपापी पापी पर पायपरिविरिया एग पात भपाप पोधि विनय कर पत्तगपरता पातमी गवेषणा पास अपनी धागे १समी उपसम तेहमी गवेवचा पर देशवासनक्षमताप पसरनस जापिपर सर्व पथ प्रयोजनम विपर पतिसोम सामुहत ) पतरस परावठठ सिमरन वायम् तेहप चोचोपचार चोविस विमय बनने एतसर विनयम पधिवार पूरन पर मेहर किकिम से वेयावच्च मातपायोपादिवार एवम साराल्य देवस नरमा दयविध दसवार प्रचत कया तोवर ते काश पाचार्य पाचारनन प्रतिपावन देवमठ वेपाव पाचारादिवर पटभ सायदिए सपायाहादसमौ मामपहार तानस पावन भातपापी पादिक परम साराम मिप्यनवि च्यPor Page #160 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - ममर्तयेत् पपाउत्तति पसावधानतया बत्ति पर्दमादीमा मतिवमा पोम पुष्येन तदेव मुवन मिति सपिदियफायत्रीगजपति सति सीबायोगस्वरोजन प्रमोवन ब्यापार समेन्द्रियवाययोमयोवगत ति परमापत्तियति पम्यामशिता समीपवप्ति पराजित सत्तिवपपत्ते तमहा प्रवाहात गमये पचाउप्त ठाणे प्रणाप्त निमौदणे अगाउत्त तपट्टणे पणाउत्त नमधरो पखारत पक्षपोषणासंदिपकायलोग माया सेत्तपपसत्यकायविणए सेकितपसत्यवायषिणए एवचेवप सत्य भाषियम सेत पसत्यवायषिपए सेत्त काय विचए सेषि तखोगोवयारवियए २ सत्तविहेपमत त महा प्रभाम बिमतबिनवपसमपार मायासरीरत विनय पत्तविसातारमवारमासनव्वीवबर कारयर पमायुमपसावपापपरगमनमाड पापि ॥ बए पमानपपामधामपपाठापमानवाठमोरपी पमापसावधानपरेंनिपीदनभूमधामरविसे मायुसपसापानपतपापमपत्र । पर पनामापसापानपपावावपामार घचविफवापटपौनबार अमायनपसाबधानपचेप घनकास एवं पारयनिवारापुरपसांगारपे पमादुपसारपानपर्व परदिवपाएपबागसरोरगीगमनवममायामायापारम्प बतिवारर नापपप्रमसपाबामासरोराभिनयक हिड वेपियरबार विधिमतेविनाप्रपसमबख्यामायरोरताना विनर रमविवीपररप्रसप्तमसमाधिवत पापपानपथरमारपर ररिपुपरमिपरसबाधिवत समाप्त पारमाबापरीनगरपाधिन एमाबापरीनविनमा HिORNTRमनिय Page #161 -------------------------------------------------------------------------- ________________ " । लामिन घरतिसविरो बचादिभि साधर्मिया साध साथी वा कुख गच्या मुशायः गर कुहाना पमुदायः सतो गपसमुदाय' इति । छ। पमठ वसंपभो । मसपसरत ति पमनोचो पनियो यः सदादि समय' संप्रमोमो योम प्रोन संपयुको य स तवा तथाविध' सन् तयान्ति तप्यामनीचय गदादेविप्रयोग मानिसमन्वागतपापि भवति वियोगपितानुमत स्थाव पापीत्युत्तरवायापेचवा समुपयार्य पसावातथान मादिति अप धर्मधमियो रभेदादिति । तथा माणसंपयोगस पडत्तेसि यश नवर मनोन पनादि तप्यत्ति मनोनस धमादे प्रविप्प पोगमपूसमवागएपविभवति म्यत नवरं पातध्यान, ममा पुष्यत पूति पाप तथा पार्यकस पोगसं परत्तेति व्यवं नवर मातको गम्तमति तस्यातहत विप्प पोगसममबागपत्ति व्यास वावशेष पूर्वमत तथा परिसिवकामभोगस पभोगस पत्तति प्य नवर परिशसियति पोमोतिमेवनयोरिति पचनात पेपित प्रौती वा य वामभोग । सपउत्ते तसाचपिप्प घोगस्सतिसमणागपधाषिभषद् पायक पञ्चोगसपरते तस्मविप्पपोगरसतिगमगागएद्याविभवर परिम्नसियफामभोगस पभोगस परत तसा अधिप्प घोगरसतिसममागएश्चापिभवद् घट्टमर्यभाणस्मयप्तारिलक्खणा कारवर पमनोनपार पायदादिक तरह सयोगमिमा सपना तिवारतानापियोगाचीतव्याविवार एखाखर मनोनयन्दादिकतिर मसयोगषपनमिप पनापविमोगनसचीतविषसएमवायएइमाविरमवाप्यसकरियर पात करोगते पनएसयोगिजपमा माषियोगमछ। पीतविषछ एमवायर एरोगमविरपरिरायर परिवशिय व्याजेशामभोगतेपनासंयोगमियपवर तेहनापषियोगन पीतविष एमजारपेए महवियोगार पात्तामविषयानरहित तमाचारवचपारसपक्षपारभित्र प्रचतकातीवर लेकरवर पपया मीटरसादविता Page #162 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सेवेपाषच्चे गिलावषेत्राव तवमिषे पापच्छे धेरवेत्रावचे साहम्मि प्रयेपाषच्च कलपेयाषच्चे गणवेपावच्च संघवेपारचे मेत्तपावचे मेकिंतसज्माए २ पचविरुपयते तनहा वायणा पछिपुच्छणा परिघट्टग्या घणप्पडा धम्मकहा मेसमाए सेफिसमापे २ चयिो ममते संजहा घमाणे कसेप्माणे धम्मेमाणे मुखभाग पहमारे पक्षविरे परम सनहा अमदुखमपयोगसंपटते समविप्पयोगस्सतिमममागएपाविभवर मणुमसपयोग रोपवावगपषमातपारमा मसापादिमा मिलापमदवासिवानोवियावचमातपाणीसासायदिर सपपोचाणमादिशबरतान वेपारधभातपारंपादिर बिरवातिपस्विमवेवारपमानपापोरवा भसाहायटेवर गच्छतुममधारतेइमतेरमहरायपाहारादि बर पर मरिर समुहानगपतेरनवेमापापासारादिवर पर मदिर मपसमदायतेसघतेपदेपावरपारारादिवारसापाप्यदिर पतसर पेयापपरयभेदमापूरकर भगवंतापषित वरिवसपाल विविमतेसम्भावबर्मनिराभवीपाठनमणिपठ परिधबारसमाती बरादेवावर वावागुरुसमौपिपरवारिसेवी परिपुचवामदेशवपनरधित परिमारापानौरवमपितबाभयान गुणि परप्पा पचमठ पीतपिवह बरर धबधापचिर्भावसौषपपिपराएतसरममावादाचा शिवपाते विविमानतंरगविवरणानेपाम २ समितीचारमबार महानातीपररवार पात्तमरिमामतभितषिमाधिमानभर रोमानरिक्षानुरमितापाचौमाम पर्मणामधिमापनानियबापाचोम सामनोरमचारीमान बाजामामालियानरचारपार मजार Page #163 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अामचान्तात् प्रामरचान्त ममवातामुतापस्य बासोकरिकादेरिव या हिसादिषु महति सेव दोष आमरणान्तदोष ॥ इष्ठ चातिरौद्र परिहार्य तमा साविशेषले धर्मपलवावेष्यतयेति चतप्यडोवारेति चतुर्षु भेदवचसा सम्वनातु मे चासचचेषु पदार्थेषु प्रायवतार समता प्रमाणरूप यत्र तचतु ममवतारमिति चाचाविज पत्ति पात्रा जिनमवचन तथा विषयो भियं यो यत्र तदानाविषय प्राकृतखा दाणाविषयं । पात्रा गुणामुचितन मिर्व एव शेषपदान्यपि तवर अपाया रागडे पाहिबन्धा न विपाक वापस सस्थामानि सोकोप समुद्राचालतय ॥ छ ॥ नियुक्तादिवच्चानां विसम्मति स्वभावत एव तत्ववानां वसति साधूपदेशात्तत्ववान सत्तति भागमा तत्वयष्ठानो पासम्यपत्ति पाम्य श्रमतदोसे घम्मेभाणे चटष्विहे चठप्पष्ठोवारे पत्ते तनहा प्राणायिनए श्रावायषिजए विवागविजए मठापत्रिणए घम्मरसमञ्झासस्स चत्तारिलक्लया पखन्ता त भाणारुई णिसम्गरुई उषदेमदई सुप्तरुई धम्ममण प्रत्यबतार एतचरच्चारिचोक सोमवार मन्त्रमका तीर्थकरण कहर भाषाविषय पानिप्रवचनकर्मी विजयनिर्णय पाचागुणनो चिंतन वायविषय रागदेषच श्रीधमधच पार एडवोचितन विपाकविजय धर्मेतु फलभोगमा विनानकूट एडवोसिन सठा विजय डोप समुद्रादिक जालोमा खानाकारते४मोचिंतन विनवचनार्बनिस वरूपघ में ध्यानतेहना चारिचय इति धर्मस्यानयुधप्पोमाचिय पयु प्रम कलातोर्वकरण तेकरण भगवंतगोपानामी कवितेहनो सहर पनि सिह मसग उपपासापोर चिसाचोसह हा उपदेश गुरुभाषिते nteferee] सिद्धांत मोदविशेहमातत्वमसदपा बिमवचनार्थ मिस वरूपये व में ध्यान से हना चारिभाववनधर्म ध्यान रूपघरनशि रिंच Page #164 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गम्दादिमोमो मदनपेमा वा तपत्ति तसशामभीम पविष्प योगमारसमसागपत्ति माग्वत् एण्यत्ति-महता यग विरवष सोपणयशि दोनता तिप्यावत्ति-वेपनता तिप चरणाखा विमोचन विसपनता पुन' पुन विष्टभापपमिति । उसखदो मत्ति-उमनपापेनानुपरततम दोपोनिमा स्तादत्तादानसरच रामा मन्बतम' सपषोप तमा गादोपेत्ति मामपि सचपि रिमादिपु ४ दीप पत्तिप्तचपो परोप' पयापा रोमेत्ति पनाद कुमाप्रसंसारासादिषधर्मसप्पे धपण्या या प्रति समचो दोपो पचानदीप पामरपतदोमेति-मरप मेषान्तोमरणात पणता तनहा कदषया सोपणया तिप्पण्या विनवण्या कहेमाणे पविहे पणत्ते सना घिमाणबधी मोसा पुषधी गावंधी मारकवचामधी दसरमाणावत्तारिलक्खमापपत्ता त उसणदोस वहुदोमे परमाणदोसे पनुन परिमत सोपण पोषबर दोनपा पाषा तिप्येषमा पसिनोनालियों विषयावसौरभादेवहत्यादिभापित रोद्रोन सामोतियान विचारपचाररप सप्तपत्रावोबर तेबार रिसाएघो रिसाउनु पीतविषों मोमापुर्वन्धोमपान प्रचीतवियु सेपारधोपोरोनजीतन सारबहानुपीपमुवामा दीपारबराबियो पापीतविषु तनप रोट्रोनपिसानोचितमरूपताचारिसर पपरमवापर रोद पानजापियर ते पचप्सवातोपर वार उभरोसेमापिरिमापापदत्तमेनपरिमारिमोधर्मरारोपनागर गादोरिसादिधमपिपर पसोमवत्तको प्रचारदोपत्रामवयी यायावसिादिबनविषमबुषिप्रवत्तिपोएदोस पामरतिदोमे पामरतिगोरेशनरपणाताप मार निभावनाविपरमपत्तियोषारसूरीयानीपरि धर्मजानबिनमचनमोनिबापतेरबिचारप्रचारपत्रागार परीवारेचारि Page #165 -------------------------------------------------------------------------- ________________ sscdot पामचन्तान पामरपात मसनातागुतापण काबसौकरियादे रिव या हिमादिषु- मति सेव दीप जमरणासदोप ।' पातिरौद्र परिहार्य तया साधुमिवर धपक्षचायेष्यतयेति पठप्पगेवारेति च भेदसाचणासम्पनाह प्रेपासपणेषु पदापु मखवतार समवतागे वक्षमापस्यरूपो यम तयतु ममवतारमिति पाषाविजपत्ति-पापा जिमप्रवचन तपमा विषवो नियो व तदानाविषय माकत त्या दाणाविषय। पाचागुणा चिन्तन ) मित्व एष शेषपदान्यपि नवर पपाया' रागपादिवया पनों विपाव' मेपर समसामामि खोकदीपसमुद्राधासमय । छ। पाणाक्ति । निमुकादियाना पिसम्मति समावत एव तत्व ग्रहाना सवएसईत्ति साधपदेमात्तत्व याना सत्तरति पागमात्तापयशाना पारम्य पति पासम्य - आमरणंतदोस धम्मेमाणे घउवि चउप्परोयार पणते तनहा पाणायिजए वायायविशए विवागविमए मंठापनिषए धम्मरसरजमाएस्स चत्तारिलक्खा एसत्ता त भाणारई णिसग्गई उपदे ई धम्मरमाण m1 प्रत्यवतार पतसरचारिचोक्सोमप्रचार मनप्तवाचातोपर तेवरचे पाणविषय पानाजिमप्रवचनतेहमी विजयनिर्णय पाचागुमनो चितम पवाय विजए रागर्दषयकीपनवचपला पसवोचितम विपावविवए कर्मनु पसभोगव्याविनानण्टएरोपितन स ठाणविभए पोपस सदादिक तवासोकमासंमानपाकारतेमोचितन जिमषपना निखयपधर्मयाममा पारिपचपका पिक्षधर्माम गुपपीवापियर एप्रनत कमातीकर वरण भगवतमीपत्रामीकवितेहनोसापानिय शिनुसराव निसर्ग उपदेशपरसाधोरपिसाचोसहमपा उपठेम गुरभापित मौषिसाचा गुतमिहातमोरपिशनातवमीमाता जिनवपना भिवापले धर्मध्यानतेहना थारिपासवनधर्मध्यामपघरनयिसरिता Page #166 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गदारिमोगो मदनमेवा वा तपत्ति तम हामभीमन पविष्य धोममरसमसागपत्ति माम्वत् पदपयत्ति-माता गम विषय सोपणयशि-दोनता तिप्पश्यत्ति-विपनता हिप परवाला एसपिमोचन विसपनता पुम' पुन खिरभाषपमिति । समबदोमेत्ति उमले नपानानुपरततम दोपोरिमा खतादत्तादामसंरचरामा मनतम' एक्षपदोप तथा मारोत्तियाषपि सचपि रिसादिपु ४ दोप' प्रतिबचायो पादोम' पमाण छायेति पचानाद कयासंमारावसादियधमसप्पे धमधा या प्रति समचो दोपो पचानदीप पामरतदी-मरप मेपातीमरणामा परबत्ता तमहा कदण्या सोबणया तिप्पण्या विनवण्या रुद्देमाये चलबिहे पणत तमा पिमाणुवधी मोसा पुगंधी सेवाणुसंधौ पारफयवायुमधी पदमाजमाणसवत्तारिफयखणापमता त उसणदोस वाटोमे भग्नाणदोस पनुन परिवष्ठ सोपरग मोपबर दोनपा पार तिप्पया पासूनोमापियों पिसव पयारसोरभादेवत्यादिभापिक्स रोयामा सामोनितान पडमिरचारपचारप्रसप्तमातोशर वारसर पिसाराची पिसानु चीतपियों मोमापुबन्धोमपानू प्रीतपितु सेपारधोरोनरीतन सारमानुपीपमुवानररोपावरापियो पारीत ितमाप रोट्रोनधिसामोचितनरूपतेमापारिसचर पपपपर रोद्र पानवापिपर परमातबर वारय सम्पदोषप्रापिरिसास्वापरतमेमपरिणामास्मिोपनेरादोपमागर योनिमादिशमविपर पपोपवर्तयो पचापदोपत्रामवती हपापसारबरियादियमविपरपमबुषिप्रमत्तियोएरोस पामरगानीमे पामरतिरंगोपचाताप मागर बिनविषारपतिदोबारसूरीमानोपरि मानवियनमोपनियतामिरचारपसारपत्रागार परप्पडीगारपारि Page #167 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Post 8 ग्रामचान्तात् भ्रामरक्षान्त मसवातामुतापत्र लालसोबरियादेवि मा विसादिषु महत्ति सेष दक्षेप भामरणान्तदोपर४ पातिरौद्र परिहा तमा साष्ठविशेषणे धर्मपल्लवावेष्यतयेति चटप्पडीयारेति चतुर्षु भेद चप्पलम्वनाथ मे चासचचेषु पार्थेषु मत्यवतार समवतागे वयमापस्वरूपो तचतु प्रत्यवतारमिति भाषाविज पत्ति यात्रा जिनप्रवचन तथा विषयो नि यो यत्र तदानाविषय माशतत्वा दाणा विजयं । पात्रा गुणानुचिन्तन भावारुति मि एवं शेषपदाम्यपि भवर अपाया रामदेपादिवन्या न विपाय काफल खानानि लोकदीपसमुद्राचालतय ॥ छ ॥ मयुरादिवानपिसम्म स्वभावत एव तस्य दान व एसबसि साधपदेशात्तव थडानी कति भागमा तवहानां पालय्यपत्ति भासस्य प्रस्वबतार श्रमरतदो घम्मेभाणे चटष्विहे चठप्पष्ठोवारे पत्ते तमहा पाणाविनए श्रावायषिजए विवागविनए मंठापविजए घम्मरसमञ्झागस्स चत्तारिलक्खता परसत्ता त भाणारु गिसग्गरुई उत्रदेमसई सुत्तसई घम्मरमण एतवरच्या रिचोकमोसप्रकार मसका तीर्थंकर तेरे प्राणाविषय पाशाजिनमवचनतेहमी विजयनिर्णय प्रभागुणनो चिंतम प्रवायविजय रागद्वेपथ श्री श्रम पर एहवोचितन विपाकविषए कर्मठ फलभोगमा विमानकूट एड तबाशीकनासंखानप्राभारते शोषितम भिवचनार्थमियरूपध में ध्यानते हा परिचय इति कचातीकरण] तेबहरहर भगवंतनोपानामी कवितेइनोसरहानिय व निसर्ग ठप देशपाप साचोषधिसाचोसह हा उपदेश गुरुभाषिते nteferrer तो सेहमात्यो सहरचा जिनवधमार्च नियं वरूपये व मेध्यानते हमा प्यारिपाठवनधर्म ध्यान रूप घरनमिखे रिंचड सिम सठाणविजय चोपसमुद्रादिक धर्मध्यान मुधोजालियर यह प्रत प Page #168 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सदारिमोमो मदनवा वा तपत्ति त वामभोग पविष्य योगपरसमधागपत्ति प्रामत् दपवति-मरता सम्म विरवर्ग सोपणयसि-दोनता तिप्याक्ति-तपनता तिप चरवाबला दाविमोचन विपनता पुम' पुन शिष्टमाप पमिति। उस समोमेत्ति-उमनपापुनानुपरतलम दोपोलिसातादत्तारामसरच पाना मन्यतम' सरावदोप तबापाचोरेत्ति गावपि सबपि पिसादिपु ४ दीप प्रवत्तिवपपो पादीप' पलाए दापत्ति पचानात् कुमापसमाराहिंसादिपचमसम्पेष पाषा या प्रक्ति साचो दोपो पचानदीप' पामरपतदोमेषि-मरप मेपासोमाणात पपत्ता तबाहा कदषया सोघणमा सिप्पण्या पिशवपया नहेमाये चलब्धिपणात तमहा हिमाणुषधी मोसा पुर्वधी सणागुबंधौ शारक्यमापुमधी कदममारसपत्तारिसक्खणापमता त उसमदोस वदोमे परमाणदोस १ पनुनु बरियत पोपचा मोबर दोनपचु पाए तिप्पेषया पास्नीमावियों विवरमावसोरहादेवात्यादिभापिघट रोद्रामा सामोतियान समाचारपधारहम पातपातोवर ते वारसा सिसाको पिसानु चीतबियों मोमाषुबन्योमपान जचीतपित्रु से पाणु पोपोरोनरीतन । सारसपानुपसवानर रोपाचापराविको पातवियु तमप रोट्रयोगविमानोषितमरूपतेमापारिसचर पपरसवपरोध पोनापिपर पचतवमातीवर बार समयदोषप्रापिरसापमापद तमेषमपरिणामाश्मिोपनिरादोपसागर गायोमेनिसादिवर विपर पोपपतयो पचापदोपत्रानवमी हपापसारबरियादिवमाविकपमबुधिप्रपत्तियोएदोस पामरपतिकोमे पामर पातगोधेगरपणात्ताप मार पिारमाविषप्रतिरोधापरीधानीपरिमजानबिनपचनमोनियंपताचबरचारपसारणचागपार पचनीमारचारि Page #169 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बरोरेषा खादिसमासान्त तथा एमवि धर्विधारोति एव देोपादादिपर्यायाचा मन्यतमेव पर्यायासम्बनतवेत्वर्थो वितक' पूर्वमतश्रुतापयोष्यंजन रूपो धर्मरूप वा तदेकत्व तथा न विश्व विचारी पर्व स्पष्ठमयो रितरस्यादितरत्र तथा मम प्रभृतोमा मध्यतरमा दत्यव यस्य तदविचारोति सुमतिरिएपपडिवाइति सूक्ष्मा किया यव निवाचनोयोगत्वे सत्यनिषवकावयोगत्वात् तत् सूक्ष्मनियं प्रतिपतनम प्रवर्तमानपरिप्यामत्या देत नियमनकासे केवलित एवं स्वादिति समुरिए पथियति समुचित्रा धोरा क्रिया काविन्यादिका सोकर ये निरुतयोगत्वेन यस्मित सापनिवतिं भयावन भाव मिति । ॥ विवेगेति देवादामन भायनोवा सर्वसंयोगानां विवेचन दुहरा प्रदशरथ विवेक विश्वसम्मति स देवोपामा पति देवादुरगजनित भयं न वा यदा तदभावो पव्युषं असमोदेति देवादिलतमायाबतिय सूक्ष्ममुखमतिरिए धप्पठिवाई समुच्छिन्नकिरिए प्रविट्टो सुवासन्भाणा चंता रिलक्खणापयन्त्ता ॥ छ ॥ सनहा तत्परतादिक द्रव्यमापयतेह एकपद्म घमेद बिलकविवयवयापयमाहिं एक कोरं पर्याय पारिबोर दिवस पर अविचारीमूत्रार्थं विचाररहितएको बुभेदाच सूक्ष्मनियात्रा ययोगमधूरूधिवत्रपर ते प्रपडिवाईतिथिकोपरियामवद्धं मानय पर होमवारी में दवेवसोम निर्वाचिगमन देसाई प्रचार समुच्चिद्यपपानीबाधकोशल्या दिसर्व क्रियाचनिय होतिषविको पाइप निवर्तन हो एभेदशै सोकर पवेस भयो जगु पठार वर्तमान ज्ञानभोरवनकम बुध समाषकोमरोरण मातीवर चारिपचपचइसपर यमन उध पोहर वसतिविम्बोसर्वसमनु परित्याग पवे हे देवादि उपससिपनिमाबाधावेनही व भेदाविस विवेकको पाना कर्तव्यमोहन Page #170 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नाभि पानोषविरारोहा धान्यालम्वान्त पायोवर्स तान्यालम्बनानि वाचनादीनि प्रनित्यत्वायरयत्वाचे कल्वस सारानुपेचा प्रतीता' ॥ छ ॥ पुन्तजियम सविधारोति पुन एकद्रव्याश्रितानामुपादादिपर्यायाचा भेदेन वितर्थी विकल्प पूर्वगतश्रुतावस्वनी नामानयान मरणसवषो aan earner विचारो मे व्यमादर्थे मम प्रवृत्तियोमायां चान्यस्मादन्यतरस्विन् विचरण सह विचारे यत्तव्यविचारि सर्वधनादि प्ाणस्स चत्तारिभ्राजमथापयत्ता तयागय्या पुच्छया परियया धम्मका धम्मस्मृर्णमाया चन्तारि अणुहाचो पण्णत्ताषो तजहा चतुव्वायुष्प हा पसरणाबुप्पा एगत्ताणु प्पे हा ससारागुप्पे हा सुक्रमाणे चटबिहे 'वउप्पडोचारे पत्ते तं महा पुत्रवियक सुविधारौ एगत्तवियक अविचारी पा®मनदोरचोपचिगमरूप मम बचातीर्थ करइ तेवर वावप्यागुण समोर्पिपरवा डिलेवोपुच्चता संदेशखपनर पुलियो परियावासीर तेह जमचिशे धचैत्रमापतिमनिसोधनकडिनो जिनवचननिरूपणे ध्यान हम चारिनु प्रेचा विचारवाचित्तमहिचितनरूप प्राप्तका तोबर वेबरकर एसबारोक सर्वपदार्थ धनित्वचइएच पौविचार याचितन सम्रारमहिक बेडनसरचनयो] पत्रवोविचार याचिंतन एक्जोन एसो पाव्यपोएमको त्रास्मश्एडवोविचारवाचि तन संसारगतिभागतिक पफिर मोहर हयोचनुप्रेधाविचारवाचिंतन यांमनोरंजन रूपतेच बिचार प्रकार चप्पडोमारेचारिपत्य वतार पतच इचारपोबलोलमबार पत्रक तीर्थ करमचभर ते कसेबर पुत्तपत्रात्रित उत्पादिश्रपवनाने ह पापरोमितविकका विमारविचारयोययमथोयभिवपर्ववन्दनविरमनिकविचारतेय चितएको तिविधीम मे Page #171 -------------------------------------------------------------------------- ________________ CAMERA बानिसमासान्त तवा एगत्तरिय विपाराति-एवमादिमोत्पादादिपर्यागा मन्यतमेवपर्यागसम्ममतवेत्यापित पूर्वगततायोप्यंजनरूपो - पपो या सम तदेवखवित तथा नवियते विचारी पथनमयो रितरणादिवरत तथा मनाप्रमतोमा मन्यतरम्मा दपत्र या सदविषारीति। सामपिरिएपप्पग्विाति माविया पन नियहवानगोमोमव सत्यनिहाशयमोगलात पक्रिय पप्रतिपतममोक्ष प्रवर्षमानपरिणामस्वा देती निर्मारगमनवार पनि एवं साविति समुचिवपिरिए पषियोति समुखिया चौथा चिया पायिवादिका यस्सोकर निषहयोगस्वेन यणित #तवा पनिषति पश्यातनखभाष मिति । यित्ति देशादामन पानोपा समयोमानी विवरनं हा प्रथपरक विवेक विससम्मेति वावगी मिसस्तया देशोपरिवायः पयत्ति देवापसगजनित भयं नमन ा प्वा तदभावो पय पसमोति देवादिशतमायावनिता पक्ष मुमकिरिए चप्पष्टिवाई समुच्छिन्तपिरिए प्रणियट्टो सुवासभाणस्य पत्तारिलक्खणाणताछ महा सत्पातादिववेदमापीय देशन एकप पभेदपाय विविवषषणापर्यावमारिएकबोईपर्यायपासिंबोरपिर पर पविषारीमा विरक्तिएको जुभेद नापल मुनियावाययोगमाधिपापरतेपपषिवातिथिोपरिपामा मामायापरकोपममारतभेषरोमनिर्वाचगमनसाप्रथा सचित्रपपावीकायकोरयादिसर्वप्रियापनियोतिकविकोपारनिवर्तनोएभेदशमीकापवेशापयोगगुप्पठाणपसंतामारपक्ष उमेदवापिक्स सलमानमौरबनष्पवैनो पारिक्षपाएपासवराननगर मनवमातीबरर कारण विषधिकोपामा जून पामाचोमरोरन एएमपितमपिच्यम्पोससगनु परिवाग पदिवादिसपसर्गिसपनिमाबाधायेगी पतंव्यमोहिमानी Page #172 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मानि परामगोवियप पावासम्बाचे पायोपचे नान्यासम्पमानि पारमादोनि पमित्वलायरपसापकत्वसमारानमेवा' प्रतीता: पुत्तरिया सपिपारोति पयन एक्द्रमाथितामामुणदारिपर्यावाची मेरेन पितों विषय पूवंगतगुतासम्बनी मामानयामसरपसचो व तत् पततितमा विचारो पर्यायाने यमनाद मन पत्तियोमा पाबमादबतरस्मिन् पिचर सह विचारप यत्तम विचारिसर्पघमादि माणम्म पत्तारिपालमषापमता तवायणा पुच्छणा परियणा धम्मकहा धम्माजमापस्म पत्तारि अणुणेशायो परमत्तामो तनहा चबुवायुप्पडा पसरणागुप्या एगचागु प्पा संसारााप्प हा सुषमा घरधि पउप्पडोधारे परमते महा पुत्ववियव सविचारौ एगत्तविय पपिपारी पाध्यमदोरोपरिक्सामनरूप मच गमातोवर कारण पावबापुरसमौपिंपरवाग्मिी पुपचापदेशचपनर धिपो परिमाणापाचोर समणि प्रापारमारिपरसौनपरिको विमानभिपपवेषानवेनी चारिपनुचाविचारपाचितमानिचिंतनाप चप्तमात्रा तोवर शारर एसपारोवसर्वपदापनित्वबारएनौविचारपारितन समारमाधियानरसरमबोरामविचारपाचितम एवमीरपक्रमो पापपोएपसोभाणाएगोविचारपापितम संसारगतिधामतिष्पपिरपोबारायोचमचाविचारपाचिंतन खाननीरवनस्पतीविषार प्रचार पगरचारिपवतारपतवाचारोबसोसम्बार प्रचप्तवातीपरमपबर तेवोबर पुतलपट्रष्यायित उत्पादिसपोयनामेरा पापपरसरिताविपरिवारविरारोमदापोषिवापबीमदनविपरनिवरोधिारतासरितपमोचित वितेपपान चमममेर Page #173 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खादिमसमासान्त तथा एगत्तविक पविपारोति-पवनभिदेनोत्पादादिपर्यागमा मन्यतमेवपर्यायासम्बनतयेत्ययोंवितव पूर्वगततायवोप्यअनरूपो । पपी या यातदेवत्वविता तवा न विद्यते विचारी पयगयी रितरमादितरत तवा मन प्रमतोमा मभ्यतरमा दन्धत यस सदविचारीति सामगिरिएपप्पण्विारति मा विश यव निवाचनोयोमवे सत्वहनिबावावधीनस्वात् तत्सूक्ष्मनिय पमतिपतममील वर्षमानपरिणामस्वा देतच निर्धापममनवार पसिन एवं सादिति समबिबिरिए पषियोति-समुचिवा चौथा सिया पाविमादिका सौवर निकायोगयेन बनिस्त सवा पनिवर्ति प्रयापनसमाव मिति । कः । विवेगेत्ति देवारामन पाममोश सोमानी विवेचन गुहग प्रवरप विवेक विससम्मेति वासी भू मिसरतया देशोपरित्याग पत्ति देवापसममित भर पहन वा व्या दमायो पत्य समीति देगादिसतमायामनित सध __ मुजमकिरिए चप्पटियाई समुछिवकिरिए धणियहो सुवमार्यमाणमा पत्तारिलक्खणापमता छ । तनहा । उत्पातादिवेशनापविनानु एबपड पभेदान वितविवाषणापर्वावमारिएक्योर पर्याध पारियोरपि पर पपिचारीसूपा विचाररहितएको । चुभेद नापट यूक्ष्मविशवायोगनरधिवरपरमपहिवानिहायकोपरिणाम मानायपरोपनयाइतभेदवेवचोननिर्वावगमनवम्हारप्रयार न सचिवषपापीकावीरवादिसर्वप्रियापनियोतिविकोपावनिवर्तमपीएभेदसूसीवर एवेशापयोगगुपठाणावर्ततामारएपस भदवाधिवत पळधानगौरवमरूपदेनी चारिसचशपपरसचणपसीनमध्यपोर पञ्चबयातीवरर वारकर पिकदेयकोपामा चूत समाधोयरोरखून परमपितमविठाम्पोसर्वसगनु परित्याग परदेवादिकरुपममिसपनिहपाबाधायेरमही कर्तव्यमोहिमझनी C0 Page #174 -------------------------------------------------------------------------- ________________ .0 0 - - मानि पभानगोषयिपरारोमा पाम्पासम्यान पायोयन्त ताम्बासम्बनानि वारनादोनि पनित्यत्वापरणवाचकवस सारानुमपा प्रतीता' तपय मविपाति-पयन एक्याथितामामुणदाक्षिपर्यावाची मेरेन वितों विषम पूर्वमततासम्बनी नानामयामसरपसाचपो पवत पारित तथा विचारो पर्वाहायमे प्यपगार मन प्रतियोगार्ग पासमादखतरमिन् विचरण सह विचारेप यत्तम पिचारिसर्पधादि माणम चत्तारिपालपणापत्ता संवायणा पच्छया परिवहणा धम्म कहा घम्पसभाप चप्तारि अमुष्णेशाचो पणत्तापो तवा अणुष्वायुप्प हा पसरणापुष्पा एगवाणु प्पा मसाराणुप्पेहा मुरझाये परवि पतप्पडोधारे परमते तं बता पुत्तविय सविधारौ एगत्तवियपपिपारी पाम्पनरोशोपरिषसगनाप प्रमातोर्व परर महावापायचागुषसमोपिपरवाहिको पुषणापंदेशचपनर पक्षियो परियाणा वानीरज वारिणे अमापाचमारपसोधनपरिवो बिनयमनियापनेपानवमी पारिपचाविचारपारिप्तमानिचितमप मचतवमा तोपपरवारका एसपारोबसर्वपापनिमहारपपिचारपाचितम समारमारिवाशिनासरपनमोपपीविचारपाचितम पवनौषबडपो पाणपोएपोषापारमोरिपारवाचितम ससारगतिपानतिरूपपिरवोदावोधन मेधाविचारवाचितम पक्षानमीरवनस्पतापमाचार पचार उपगेगरपारिमत्ववतारपतसरचारपोवमोचप्रबार मधप्तवाचतीसरगपधरा वरकर पुत्तरपद्रवाभितसत्पादिकपर्यायनामेदबू पापपरकरीरितापिपरिमारविरारपोयदायोपविवापबीमदमविपरनिरोपिचारतरितोचितपिबीते पपान सप्रथममेर मम्म्म्म्म - Page #175 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वस्तुमा प्रतिवर्ष विविधपरिचामयमनामचिन्तन मिति कातिमा मिष्याष्टिवादोमा त्याग कम्पविरुसम्मेप्तिम Doorda मेकिसदष्यविठस्सग चनविर परखते सम" सेतदम्वविउस्मग्ग सेफिर्तभावविउमा गति रसम्गे मेकितकमायविउसग्गे चविले पण विउस्मग्गे लोकसायविरसम्ग सेत्तकसायषिर। पुम्ग उयचिविचस्मरगे मत्तपाणवित्तस्मग्ग विस्मग्ग ममारविउस्मग्ग कम्मविउ मुग्गे माण कसायविउमारगे मायाकसाय समारविउत्सग्गे २ चलबिहे पणत्ते तनहा पोरद्ध । विठसमाजवट परिकारवछ गरगमनविसम्मम्मस्वविय परिपरिष उपधिवप्नादियामपिठसम्मस्व निवपरिहरिवठ भातपीपीगोविध्याम्पत्यविवों परिहरवो ते द्रष्यवकोविठसाम्पत्यधिवोंपरिसरवों तेहिवकासविविममापथकीविउम्मन्य विवोपरितरिमो २ विविधिषिद्ध पक्षारे प्रवास मातीवार सारा वपायगोविठामा प्रीपरिहरियो ससारमोविसम्मत्यजिवोपरिहरिवो वर्ममोविसामावनियोपरितरिवी चिवकपसे विविमतेवपायनो विरागत्वनियोकारियोपाधिोपारप्रकार प्रनतक धागयतरादियर तकाकोधरीमतपक्षपायनोविष्ठमा थजियोगिवी मानपभिमानरूप वपायतानोषितसाम्यत्वविवीपारियों मायापरनार्वपिवीतेतपक्पायनोविछाम्पत्वजिवावी सोभवाच्यारूप पायतेपनोविसाम्गत्यजिवोशाठि 1 बोतेएमसर कपायचारितोरिपरसम्मत्यभिधीयासिवा रोहिबारत विममारनोविमामात्यजियोलोसिवो चारमकार प्रनसकमातीवर तेक Page #176 -------------------------------------------------------------------------- ________________ U L - पास्पियन समोरय महतावा निषेधी पपमोर पवावापुप्पेशत्ति पपायानो प्रापातिपातापायवारं बचानानामनुप्रचानु । रिम मपणाप्रेचा पमाणेान्ति समारावभावामुषिमान पतसिपापप्पशक्ति ममतामसामतितावचिन्तन विपरिणामापत्ति विगे घिसम्मग्ग अवेरे मममोरे सुषमणंमायावतारि पाखंचया पणता संग्रहा तो मुत्ती अन्नये भदवे सुपस्माापमचत्तारिमपुप्पेशामो पम्पत्ता संघहा प्रवायागुहा असुभाणुप्पे प्रणेतवित्तिचापुणेशा विष्परिणामागुप्पेशा सेप्स मारो छ । सेपित विउसग दुषिो पससे समझा दवविउमग्गे भावविउस्मगध पसंमोरे मापदामाविणाममूमनामको परमादेवारिक पागलोरखनस्पतेनाधारिभाक्ष मम धर्मभामरूपधरतेनाधिपरिचरतापनगपा में कप दोरोरामसरोपांतीजमएवामा तिबारा चमायोधनपरित्याग भुत्तीसोभनमपरिवार पार्षवमायामपरिहार पमिमितपरिसर गळभानिनौर जनरूप सोपारिपनपेचाविकारपारितोरिचितमप ममप्तामातीबरर वापर पवा प्राणातिपातादिपायवहारमा अपमायापाय परमोचनप्रेगापितन पसभापप्पा समारनापमपयागस तिन पानमसारमोसंतामपितापनवतापयामीपनुमचा तिम स्पिरिकामा नमवरिपरिणामपराबतमाशाएवापनुप्रैचाय तिन तपतसरंधानिमतबंधपूत ।। रिवतेवावे किसिमतविक्षमावस्यनिषतपतिरिवह दुनिशिबार प्र तापरातेवार इस्यपषीविष्णमभिवपरितरवा भाववाविचमत्व हि परिपरिपत पिकातबिम म्यापोषिल्पापवनिमपरिवबियारिवार प्रप्तवमातोवर परपर मरीरभर Fo-o-dol Page #177 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -osteoto वसूनां प्रतिवर्ष विविधपरिणमगमनामचिन्तन मिति ससारविषसम्मेति नारवायुप्कादिमा मिप्याइष्ठित्वादोना त्याग कम्मविस सगेप्ति मेकितदध्ववितरसम्ग २ घनविर पपत्ते तनहा सरीरविउस्मग्ग गणविउस्मम्ग उपशिविस्मरगे मत्तपांग्णविउस्मग्ग सेत्तदष्वविउस्मग्ग सेफिसंभावविउमाग्गे २ तिविहे पणते तनहा कमायवि उस्मग्गे ममारविउस्मुग्ग कम्मविउ रसगे सेफितकमायविउसग्गे चउविहे पणते संवहां कोफसायषिउमाग्ग माणसायविउस्मरगे मायाकसाय यिउम्मग्गे लोकसायविचाम्ग सेत्तकसायषिउस्म म्ग सेकित समारविउमग्गे २ पदविहे पणत्ते तजहा पोरय विषयसम्म जवस परिधारवड मरमधनविसम्मम्मत्यविस परिवरिष पधिवणादियानपिसमग्गस्य जिव उपरिवरिवस भातपापीनोविउणम्पत्यमिवो परिसरवी ते व्यवौविचमात्य त्रिवोपतिरवी तशिवलिबिममापयविसम्मत्य विधोपरिहरियो२ विविधिषि पबारे प्रमासातीयवार पारण पायमोविठयम्यस्य प्रयोपरिहरिवो संसारमोविठसम्मत्वधियोपरिहरिवो बर्मनोविसयमात्यमियोपरिहरियो सेहिपहउसे पिक्षिमतेकपायमी . D विसयाम्पत्यजिपोशाधिवोचविचारप्रसार प्रचमवानागाधरादिव तेथे शोधरीमतरूपकपायनोविठसम्म धजियोलडिवो मानपभिमानरूप पायते धनोविसमप्यमविवोपविरों मावापरमावपिवीतापक्पायमाविसम्मम्पत्वविवाशिवी सोभवाच्यारूप कपायतेपनीविउमम्पत्यजिवोति पतिसएतसा कपापचारिलोपिपरा गास्वनिपोहोरियो तेधिववारस्वेक्षिमस मारनोवि उस्मात्यमिवोचोटिवो चारप्रसार प्रनसकमातीर्थकर तेक Page #178 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - समागविनमाग्गे सिरियस मारविनग्गेम पससारविनग्गे देवसमारपिसमाग्ग पेत्तमभारतिमा सनमा पिउम्मग्गेविष पयस संगमा पापावरणिकम्मवितरसग्गे दरियधारपिजकाग्मविषयीपतर पिउरमग्गे मोपयोयकमाविसमग्गे पासपफम्मविउपग्गे यामकम्मविधाग्गे गोपातम्मानिसमाग्गे वाराणमा विद्यमाग सेतकमाविवाग्ग सेत माविउहाग्ग । छ वाले समएवं एमप्पास गयो गोरा मारामारोपासारनोविठसम्म भयोलागि लियरपरलेनोरियापत्रिपोली मारनTAFARHaiीि देवरूपमारतेमोविधाययजियो परमवारचारयतिरूपमोविठणग्नत्यनिषोत मापतिमामिबिनीस विवोपादिप्रसारमामामातीसराप पानावरचपापनापजापारपाकमोरियललितानानापरकीय बर्मपायनुवापनमप्रशारतमोविश्षपजिवीकारणे वेदनीववर्मपापपलधारतमीविषपामाजिपी. मोतीमायापापासा नविनम्मतविगेशी पापापापापविसापरणारतमोयिष्याम्यगिो. नामसपाrtervummittirit विहापविमो मोवरणपपरिवारतोषिषषमयधिोकाडिको चरापमपापपानमारमोसिमामालिनीwifuी NARY बर्माठमपोविख्यमबक्षियोपरिहरियो पतगरभाषचरित्यमायजियोवाकियो । तिधिकाजिवापारामविर AmAnnr प्रसार बिर बमदतपनापरपहार ममतमतिमात महापौरवम मापार सानेपा पारपासलीम min देवकपमगरले मोतिया Ramanarविष्य विपी । Page #179 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - भागावरचा दिवबन्धतिमा घाममत्वनीववादीमा स्वाम' । पप्पेगड्या पायारपरेत्यादि प्रतीत कपित हसते तच्चतचति सद्यानाही त तरिति तर्दयोगमिषार देणेदेणे भवपाभागी पीप्साकर वाधारवान साठवाणप्रतिपादनायें गयागनि एकाचार्यपरिमारीगच्या गटन परभूत्वा गणागति वापससोति योग दणादणादिवशदसिह एव गुमागुम्मि फुशाहिर नवरं गुरम गई वदेम' उपाध्यायाधिष्ठित फुड्य सपतरोग चोमएपगपावच्छेदिकाधिष्ठितरति पथ प्रशतवारमा पावाय ति सववाचा ददति परिपुर्ण तित्ति सवा पचति परिया ति परिवत्तयति ताव पाप्ये तिफि पाच ताव पिसयन्ति पक्वपोपोति पाचिप्यते मोफत्वं प्रावावयते योतायवाभिरिस्याचे पण विपणे पपीपोत्ति Fotoboszlottarker महषे अयगाराभगवतो पप्पेगई धापायारधरा वावविवागसुपधरातच्छ सहि टेसे गच्छागच्छ गुम्मागुमा फडाफाडि धप्पेगावायंति वप्पे गरयापठिपुच्छ ति अप्प गयापरियट्ट ति अप्पे गया घणमति अप्पगईमा मरिमातदेवपूजित पिसावपाचारायमाधरपार पतापाचारगिन मानारबरसातु बावमयको सूगडांग ठाम समवायंग विवारपवतो नामा पासपदमाग पतगड पनुत्तरोपवाई प्रश्रयावर रमारमो विपावतबंध मण्यावर तिरियानमविपरतेपरपनि देशरपषगाभागनविषणा एकठाबरमएकपाचार्य मोपरिपाद गजनाएक-यापाचाराधिष्ठित नागनामचना गगणापछेदपपिठित एपिसापावातिवरतापनौवामा । परयर एवसाधुपरिपुष्प तिकहताश्वमाीमापिपरकर पवेवसावपग्यिा तिकतापालिसिस भणि गुणरछ. एकसाषणपतिकात पर्थमोपितमबर एवेशमापापोदेसनाएरवीवररविनामपहारतत्वमार्गप्रतिपाणिवेहनौक्यावरहर पक्षसाघुविधेपणोविचेपर Page #180 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारविउसाम्गे तिरियम मारपिघसम्गे मनु प्रससारविमग्ग देवसंसारविउस्मग्ग सेससारविउममे अकिंत कम्म विद्यम्मुरगे। प्रापि पखत सगहा पाचारविजकसविस्मग्गे दरिमपावरचिवम्मविसस्सग्गे वेषयीचवम्म विठामग्गे मोरणीयकम्मविष्टम्मग्गे पाक पवम्मविउमम्गे यामकमषिधमुग्ग गोप्रकम्पविरसग्गे सरायकम्म विद्यसाम्ग सेतंकमविचम्मग्गे समाविरमग्गे।। कालेप सेचसमएणं समपम मगवभो महावीरस्म पास मारपरमारनोबिठधमनियोजागि निरपस मारतेशनोविंडसमायजियोचारियो मनुरूपसंसारते हमोविठाम्यत्वत्रियोहारियो देवपसरतमाविठसामप्रिमो वेपतसससारचारगतिस्पनीविठयमखियो तसिक्किमकर्मपापपिपतेमोरियममजिवीश दिवा पापाठिमबार मन्त्राप्तवमातीबराबर पानावरीयामपापमा वापसपनारनोविठसाम्यस्ववियोचारियों दर्शनावरपीय पापनपनापनप्रशारतामोशिसम्यस्यधिगेवर देदनौरवपापप्पणिपुषारतानोविजामवभिषो मोरीयकर्मपापरुपपासपवार नामविसाप्पविगेशविणे पापापापापविमसम्पपरिमवार तेरनोविण्यमवनियो• नामापापपिपिएमसपोषित प्रबारतमी सिषभियो. मोतवापरूपपरिवारमाविषयमबमियोशारिबी पतरावपापपपरियारवेषगोविठयपत्याधियोचारिणी Bएतार समगठमपोविषयम्यम्भाविवोपरितरितो पतारमावबमोविषयमत्यजिनीषियोतिधिकाविशेषापारामाविषा तिथिसमापवमरर प्रसारमागिर वमतपनावरपहार मगतमरिमारत महापौरवम मत मात्रीपपार पापा पपमारपावधरलीममताररित मगवंत A Page #181 -------------------------------------------------------------------------- ________________ stomoeodownloaderm पानावरपादिपबन्धमा चाममत्व नौववादीनां त्वाम'। पप्येगया पावारपरेवादि मतीत खपित हमने हतयत्ति प्रधानादी तर्षि तरिति तदमोजममा देदे प्रयामागो पोसावर वाधारवास्पेन सामामिप्रतिपादनार्य गच्छागच्याति एवाचार्यपरिवारोगगन परभूत्वा गयागन्धि वापरातोति मग पादच्यादिवशदसिहि एव गुमागम्मि पुनिवर गुपम गवदेश उपाध्यायाधिष्ठिस' परक सपतरोमच्याटेगवगवावधिकाघिहिताति पच प्रतवारना पावाति सबवापना ददति परिपुतित्ति स्वार्यो परन्ति परिया ति परिषत्तयति तादेव परप्रविप्ति परपेचने तावेव नियन्ति पक्षपोपोन्ति पानिपते मोहातत्व पत्याखयते योतायवाभिरिस्याचे पण विषयोपोत्ति गये अणगाराभगवतो पप्पेगई या पायारघरा वायविधागसुमधरातच्छ २ तधि २ देसे २ गच्छागच्छ गुम्मागुम्म ___फुडाफुति चप्पेगळवायति चप्पे गयापडिपुच्छ ति अगत्यापरियति धप्पे गया अणुप्मति अप्पगईया महिमायतदेवपूषित वेबसाधुपाचारामनाघरपार पापाचारांगन मामारकासाठवावयम्दथको मूगडांग ठोपांग समवायग विवाहपवतो चाना उपासपदाम पतगह पनुत्तरोग्वारे प्रश्थावरष रम्बारमो विपातमध मण्यावर तिहारसधानमविपरतेपनि देगरपवगाभागनविघषा एकठावाएबापाचा नोपरिपादा पपगाएकीयउपाशापाधिष्ठित नारामयमादेगगणावरदपधिष्ठित एरिचसाठ पापातिकतोमपभोवाचना परवा एपेवसापरिपुष्प तिकतामयमाशीमाधिपार एवेवसातपग्विा तकापाशिक्षित मणि गुणधर• एकसानपणप्ये तिकता में पर्वमोतिनवरा एपेवसापाचेपोदेसनाएरवीररविनसामसपहारतावमागप्रतिपापितहजीवावराय एवेवसाधु विक्षेपपीविपर Page #182 -------------------------------------------------------------------------- ________________ %3 ACCi विधिप्यते मागविमुपो विधीयते वीतायवामिता विचेपम संरेबरोपोसि संवेषवे मोचमाभिवापी विधीयते योतावकामिस्ता सवेहन्ध निषेवपि पति विपने ममामिवियोधिोयते चोतायकाभिम्ता निदन्यः तथा छह वाणू पोरित्ति परविष्यासमवसादीपपहिचनिपपाया पभाषापो हटवाममा पन्तो पपदिपाले वा वानुमी येपाषांबाम परपिरो पधोमुखामोतियम्वा विचिताएवापर व्यापकोडोवगवत्तिभानरूपोय । पोहतमपमता येते तवा घामकोटवेगनम मवेन्द्रिवममोहसियामा इषय संबमम तपसामान भावयन्तो विपरन्तोति प्रबारातरेण । । म पपोचने मसारभरिम्परिपतीत पमपमरमरपवरपगमोरदुमपाएग्मिय पर मानिस जन्म मरणान्धेब परणानि साधनानि यस वत्तथा तय न पक्षणो यो विषले पयोपो सपोपो मिष्ये मणौपो पष्पिहापोषाहाघोकइति अप्पे गया उट्ट माणु पोसिरा माप कोकोषगया सजमेय सषमा पप्यास भाषेमासा विहरति समारभयुधिग्गा भौधा जम्मषनरमरण मागोषपरातिमारतेनोगमावर एबमाधम गिमोदेशमावसभामाशी मुछिपाभिमापोकरतेनौवमाकर एवेवमाधुनिदगोदेय मातेपेसभितीपापीनवरापनपतेवपावर पसापाचपोर विषेपौर मवेगिपौर मियो एचारण्यापारमन्यत्रोक्ने एपिसाधुवा पाठीचबरोपोमिरमसमीपवरोपमा यौनधर्मनसपीठावमादिपगतधरौट्रिमपचासवरोमनपरोनर संयमसतरप्रवारतेपर। तपमारमेदवासी पापपस पाग मावताधर्मनाविपरजमतं वा विपररूपमत र संसारचारमतिनामग्रगतिपायतिधमणयबोटोगपाम्पाया वोहनावागभामा विमारसमस वियरवा मजरामरपरकमकरपसाधनवानापावठगंभौर बेपतेाजएम भियवरता पायता Page #183 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Pradeso और दुर तदेव प्रमित मधुर रविसं पच स तवा तं समारसायर तरतीति योग सनोगवियोगपीरचितापसगपसरिय बावन्ध महन्न विपुष्पा मोर विसपिय सोम बपति मोक्षार सयोगविहगा। एषयीचयारंगा य स तथा चिन्तामसापिता सातत्यमित्वयं स एव मसतं । प्रसरो यस स तथा बधा नमामि बन्धा सचममानि तान्येव महतो दीर्घा विमाप विस्तीयो कोमा मधोम्यो यस स तथा वरयानि विपि । १ तामि यव स तवा स पासी सोभय सएव पसायमामो यो बोसो ध्वनि स पासो यत्र स सवा मत संयोगादिपदानां कर्मधारयो पतन पपमापनक्षेप तिमीसपुर पुशप्पमूवरोमपपरिभवविधिबायपरमधारसप्पासमापडिय कठिणवणपत्यरतर गरगतनिचमुच मयतीयपट | पपमान भवापूजनमेव फेमो प स तथा तीवसिन चास्वनिन्दा पुस पुसमभूता'पनवरतोजता या रोगवेदना पाठान्तरे तोवरिखसम प्रनु पतानि च प्रभूत रोमपेदनाय परिमवविनिपातय परामिमवसम्पर्क परपधपंपावनिष्ठरवचननिर्भसनानि समापतितानि ममापवानि यवामि यानि वठिनानि करण गंभीरटुक्लपक्खुग्भिपपतरससिन सजोगवियोगवीयोचिंतापमगपसरिपवश्य धमहम्लपिउ नकल्लोलखानु णाविल विपलोभकातफल्जतयोलबम अवमापण फोणतियक्ति सण पुरनपुलप्पभूपरोगवे ग्रणपरिमवपिणि वाय फसमधरिसणा प्रचुग्धपठससिसपाचीमिता संयोमवियोगपपियावीचौतरंमतयाचितापसगफपियसपरिपपमन्यायधप्रहारबधनाजमहलमोटाविपुलविस्तीर्ण कोणितपावरविपितनिाश पावतीभतिकविसमसायमानएमोवोनयन्द महम्म ठप्यारक्षित पपमानपपूलमतपत्रफेनमिहालाप प्रतिव्यक्ति समयाव तनिन्दातवा पुर्यपुश्चगिरतरप्रभूतपनीरोगरोदनातचापरिभवरी नठविनिपात राधापासघरसपाकठोरवचमतिर्भवपनाते । Page #184 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पोरयानिवाणिचामायापारोमितानितिम सतएताम्मेष प्रसरा पाषापासे सत्या तरारगोषिमिववविधर्व मताभयभिप मापमोतिरसतोयपूछ बोपरिखनमामो धन सतया तत पधारो पक्षमा अपमानमेममिति तोपएहप विशेषण मतो गानोतिरेकात पसाय" पानावर पायएप पाता: पातावपसमा सीमाप तथा तमवसरमासाचुसवबपीभवमतसासारपसपोषवानो सायो पत्र पतवात पूर्व जनमादितबदुपा मसिबतोबारा मवाना वनमादिषयता बनिविपसमुदायोमेनिन पुमरत्वमिति पति यापामियरममावास्येपहपमापदमरायपारपरपंरपरपासापिनासधवह पपरिमिता पपरिमापा मा मोचा नादमिशाला गोपापा कहपा महिला वा पति से वागन थमाइसमासात्यापमान बदबरवदवरेसमूहसर रोग पीनाभवारी य. तवा परपने मे प्रचुरा सा पिपाराभि एव परामपामा प्राप्ताना पाप्तिपथापना पिपापापु तेगा मेवापामा पतशामिसबपरो समापरिमाठिपकम्मरसत्वरतरगरंगतनिश्चमचमवतोपपा बसावपायावसंकुस भवसयसासवलुसबसमचर्य पविमयं अपरिमिप महित्य बनुस मतिबारवेगउम्पमापदगरयरयंघपारवरफेणपतरामापियामघवन परमानिएकठिनवपिवापनातरमतपतरमतातमिम्बयासमवेपतामउभयपतोयाबसनु आपसमागहरजिलो बगाव परिसरपिपापाताबवण्याचबरोबरपापुलर मनगरमातापापपुषवाणापाचोनस बसमाबानित• पति ' भरमारियोपापबमयचपवावर पििमतपपरिमापपोमारामोगपमिवामारबोधमोकामगरीमतिताप पानापमान गरामरीमरपोचचापीतनपरसातारानेहमहमिक्रीपंचमारपरमानपौवनोमयुरपचौपाचाप Page #185 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - र of रेस तवा तत वगंधारयो पतत मोजमहावत भीगमममाष गुप्पमापुचत पपोधिपत्त पापिय पसार १४ा सावय समायुधायमा परमारपोरवदिय महारगरत भेरवरषामोरपे महावों मोगरूप साम्बमान ममा बारावतीभव दुषहसत् सत्यतत् प्रत्वषभिपतचाप पतन पानी या सतमा प्रमादा मचादव सएप पचरखापदा रोमरिपुद्रयामा समाता महता सहावन्तय उत्तिष्ठन्ती वा विविध माना समापचे मत्वादव ससारपचे पुष्पादव हेपा प्रागभार प्रीवा समुहो यत स तपा तथा पोरो य प्रादितमारव' स एव रपन् प्रति गदरपता समापमानो भरपरयो भौमघोपो यव स तवा तवपदवयन कर्मधारयो पतन प्रभावमर्मतमपरिक्षय पपिसिदिय महामगर मोजमहावत्तमोगमममारगुप्पमारच्छनंतपच्चोशिपत्तपाणियपमायचंटबजदुसावयसमाक्ष्यदायमाणपन्मारघोरकदिय महारवरवंतभेरवरष प्रणापभमतमच्छपरित्यपपिडतिदितमहामगरसरिथरियसोयुग्भमाणनच्च तचवलचंचल पिपासवपातेपरवरीषमुविst मोपमहापावत विपरभोगरूपममतासाबरीगुप्यायव्यासपातठठत्पततरूपयोनिवर्यतमोपडपा उपडतरूपाचीवपतिप्रमादमरादिवपाधतेहपचरोट्रयापनादुरसापदनोवसादिवतेपरवेसमावसपारमामायायव पाविविधजयतामा विसापरपोजमापामारपूरसामिषोरपद्रवंदिवपासंदमहारववचनमापरिधारर्वतमम्दावानभेरवरवपीडामपसन्दधानिधी प्रचामरूप भमनाम छमाधिपरितखदपमहाविहांपनिक्षतपयमररितवादियपरिवाष्पमहामवरमोटामचतानातरियतावसाचरितचाधिवष्ठ पायो । पुण्ममाषपदांपत्यंत चोमपामाठ मतनाचतगाविमचपपरपपिरपपरएक्ठामवकोपोषारठामिवातप्ठभतभमतजसपाधीनसमहाविता SAPPS म Page #186 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तरिय चरि पोलुग्भमाच नच त चल दल चसंत चुत वल समूह पचानान्येव भ्रमन्तो मत्स्या परिहत्य त्ति दवा यत्र स तथा घनिभूतान्य पानिपानीन्द्रियाणि तान्येव महामत्रराष्ट्र पो मानि व्यरितानि योत्राणि परितानि हितानि ते सोलुबममान्तिः शुभ्यमाणो मृमविव सही पत्र स तथा तत महटो म स तथा भिपाइस faster पानांमध्येसपास्तिरत्वेन संच स्वानान्तरममनेन धूर्बव भाम्बत् जलसमूहो जससहातो व भारत / पराभव विसाव सोममित सेलर्स व परतिममविषादयो वमिध्यात्वानि प्रतीतानि तान्येव सेवा ताय्यश्वमयं चचविलेनचिनिष्ठता मासिकान मनादिप्रवाहं यत् कबन्धनं तच ले मात्र रागादयस्तवच बलिसिस कमस्तेन सुदुस्तारो 1 तथा मन र तिरिमिरयम इस विपरिवत्तविच | अमरतिमिरममतिषु सहमनं तदेव कुटिल परिवर्तयतं परिवा चिचा यत्र स तथा त ठरतमति चतुर्विमार्ग दिगमेदमतिभेदाम्यां महान्त च महायाम पणवदति नवमनन्त वरतिभवविसायसोगमित्त सेवस कड अखावस तापक्रम्मनं धष्य किल्ले सवि विश्वदुप्तारं अमरासुरनरतिरियनिरयग इगमणकुडखपरिवन्त विचल बेख चउर तमहतमन्यषदम्गरुहस सारसागर भौमदरि परति साता वोह विपाद चिंताथ षटु चमिष्यात्म कुदेवकु गुरुकुषर्धनीमान्य नाते एकपखप तबसे बडर्स को व्यापिठकर जिहधनादिसंतानचनादि प्रवाहमेव मे मघमाय मरोमादिवतिविशन्तोक दमतेच हत्तार चतरतो पारमति तिगमनबाट कुटिल परिवर्तनावक्रगति परिस्वमचयचैतियह विश्वविष्टो घुमंत विडम तयार दिविनाविभागले विद् अमरदेवता र देव नरममुखतोय चनार की मतित Page #187 -------------------------------------------------------------------------- ________________ الموصلاحلام حلاه मित्व पन्दन्ति पिस्तौ संसारसागरमिति पत्र भीमदरिमपिजति भौमोहम्मतइति भीमदर्शनीयमा सरन्ति सत्यन्ति सचमपोते नेति योग विभूतेन धोधिषिवनिप्पपप तिरनबन्धनेन धमिव मत्वर्वमिप्रभम्पो पश्चिमी यस मध्यपदसोपाइविधमिशगि प्रकम्प माम परिसं चपत मतिर स्वरित यथा भवतीत्येवं तरन्ति सवरवरम्मत गवषयसपछत्तण संवर मापातिपातादिविरतिप्पी वैराग्य वपायमिपर पतमचयो यस्तु सप उपवस्तम्भविशेष सेन सदुपयुको सास तथा तेनापसितविमसमसिएपति'मानमेव सित सितपट स विमस हितो यच स तवा तेन पावार । प्रासतमोपभव समतविमुहाविवामए। सम्यक्षपो विदो मिदीपो त पवातो निर्यामक कर्मचारो य स तथा रेन धीरा पाय | मपोतिन गोसवसितारति प्रतीत पसवाचतवपायपोधियपहाविरणप्रय माध्यान धर्मादि तप यसप म एव वाती वायतन यत् प्रणोदित सपिन तरति धोईघणि पनिप्पक पेण तरिय चार्ल म वरवरग्गरगक वयसुम पत्तेपा माणमितविमलम मिएण सम्मतविसुबल इपिबामएवं धौरास बमपोएणमौजकलिपा पमत्यज्माणतवबायपणोशिघपहाविएण उज्जम पर अमवदपनेनरपतनयी सव हताविपती समारमामरएसससारकपिट समुद्रशर भीमबीहामएर देपावको तर नेतरै धौरपण तेही बालूगंधतियापियगाठपनि मनपोष रियचपसगाठवतायत सबरवैराबपियसतरगयर पायम तेपरकरीसस पहप्तसहितकाभगवंत तवामानरूपियससितसिठबिमामिर्मत पाएकोषकाविहां सम्पक्षकपिय विमुनिदोपसाधटपाम्यठहानिर्यामापूरनिता धौरहवा साधुसममवारीसमारसमुदतरसावेवासौसकसियाकरितामोसंपूर्ण प्रगस्तभ्योगधनतपतेरजवायपनीमरणायत्रीप्रकर्ष र धावियर Page #188 -------------------------------------------------------------------------- ________________ APKHE तरिय च पोयुग्ममाप्य न त चल चनच पसंत बुधत जलसमूह पद्यानान्येव भ्रमन्तो महस्रा परिचय चिदवा यत्र स तथा पनितान्ध पानिपानीन्द्रियान तान्येव महामराष्ट्र यां यानि खरितानि योमाथि पनि तेोमात चुभ्यमाणो मुस्मश्चिव अर्थच चपलानां मध्ये चचसयास्थिरत्वेन संच यानान्तरममनेन पूर्वेब धाम्बन बससमूहो जससहातो धन्य तो यत्र स तथा तत क चार / परमय विसाय सोममित से परतिममभिवादयो कमिष्यत्वानि प्रतीतानि तान्येव नेवासे पहटो यस तथा बाह तापचविप्रचितिपादिसन्तान ममादिवाचं वत् बन्धनं तच भाव रागादयस्तचचं यचिक्टिस बाईमस्तेन सुदुस्तारी 1 कः स तथा तमरापुर नरतिरिव निरयगमविपरिवत्तविवयमेव । धमरतिमेभिरमगतिषु बहमनं तदेव कुटिल परिवत्तवितं परिवर्तनाच साधना भव स तथा चरतमहंत चतुर्विभार्य दियभेदमतिभेदाम्यां महान्त च महाधाम पचवत वमनन्त घुमंत जलसमूह 'T अरतिभयविसाय सोगमिच्छत्त सेस क अमरासुरनरतिरियनिरयग इगमण कुलपरिवन्त विलमेल अखाडस तायकम्मबंधस्य किस्बेसवि विश्वलदुत्तार चर तमहतमणषद्गरुहस सारसागर मौमदरि पतामह विवाद चिंतायो ककु समिबाबु देव गुरु धन्नो मान्यता से रूपमेकपर्व तबसे कडको व्यापिठक रविचनादिसंतानप्रनादि प्रवाडजेकर्मबंधना भरोमावितिष्ठमविविध प्रथा तकि इंसतेच हत्तार चतरतांदोल अमरदेवतासुर दैत्य नरमनुष्य तोये चमार की गतियत स धारयति तममनबाब हमकुटिखपरिवर्तनावक्रगति परिभ्रमणमतिमविष्ठोष बरविड ठरतमवचारपरिमिनाविभागमेहन Page #189 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -o -ordPOS10tor-to प्रथममीमा स्तन वर्थधारवरति वावपत्ति द्रवन्तो वसन्ता परिबावापातमा भित्ति' भवमोपनीयोदयनिविधात् गियमयसि सदयविपशता परपात' सबमति संयमवन्त' उतरत्या विरवत्ति यतोनियता निसादिभ्य सतपसि वा विमेषरता' विरता मिरया वा निरोत्सुक्या विरवसो वा . पपापा सच्चवायोबिरपति सचिवाप तव सविधिवत्ता पूर्व मुन्नत्ति मुना' पन्यापति छठग पसोपधिवात 'पिरवपत्तिपमानाचा वाहाविबुधा सा मोचसाधनाव मिपा प्रमान्ततत्तव परतिधमति प्यत पत्र सानुवर्ण जितेन्द्रियवादीमि विशेपणानि बागी पधीतानि मिदमहापट्टणाभिमुहा समणवरस रथवाचा सुसएसुसंभाससुपयसामा गामेगा एगराय गागरे२ पचराय नया नि दिया पिग्मया गयमया सचित्ताचिप्तमौमिएसदष्येसविराग गया मजया पिरया मुत्ता खजया णिरय __पंखा मान मियाचतिधम्म । छ । तेषकानेष तेर्णसमएण ममगास्मभगवयोमहावीरस्म परपसुरकुमारा प्रवसभापभापासमितिभापिषउसपगाकामयतेजसप्तधान्यपथवागोभमपासावाहा सामान्यपामरनपिपरएकपोरावि चौतमोटानगरप्रति पचियहोराविभावर दावतापिचरता नित दिसदियवेवासोती निमयसमयरहित गयउनाठ समयावको सचितमिष्यपी प्रचित्तवस्त पावनियम उपधिसरितगिरमिषणोतेपदव्यास्त मरवराप्रपण'गयापाम्यावर सततसंयमवंत विरतासिादिवधकौनिवत्या मुत्तगाठहीम काणा सप्त समावोबीवपषिरापवाबवी मिरवपापपपाम्यामौवाशररित साधुमोषसाधनाथको नियतमातिएप्तिनाषणोविचधर्मपरिवामति छ । परवामिपुरापारामविपर तेयामम पवमरपूविपर बमबतपनावरणहार भगवतमषिमावत महावीरचमगनानीपवार तेहनावावे ---- Page #190 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तेन प्रचावितो वेति स तथा तेन सयमपोतेनेति मतं / व् मदव सायम्नचिमदिरच बनघो मच पदसविषयमंड मरिचतारा | लक्ष्मी नाम वदसायो वस्तनिचयापारोवा ताभ्यां मूल्याच्याभ्यां यह चीतं फोत निर्बरच बतनोपयोगग्रामदयमविश्वरूपं मोडलमा त भरत बमपोतमरथेन पिच्छित बारी बैठे तथा चमचबरसार्ववाचारति मोग तत्र मिरच तप यतना बडदोषत्यागमात्य दोषाच वर्ष उपयोग बावधानता माननाम्यां विशामि व्रतानि अथवा प्रानदशमे च वितानि चेति समासो व्रतानि च महाव्रतानि पाठान्तरेपास मंडभरियसारक्तितम ज्ञानदर्शनचरित्राव विश्वरभास तेन भरित सारी येते तथा । जिसव रवम पोषहिमध्येच भि माभिमुद्दा समयबरसत्व गहन्ति व्यव / सुभाष सुपच्ह सासत्ति। श्रुतम सस्यव तन्या सचिवान्ता वा सुयो बा बापो वेष वा सम्भावन्तइति सभावा घोमना' पत्रा' बेषां सुफेन वामश्वात से पत्रा शोभना पासा वाया मेव ते स्वासा अथवा प्रवेशामा मचाते शोभनानि वा प्रवस्यानि पुष्याम्यानि येषां ते तथा अथवा सुपाशाब ववमायग्गत्रियचिञ्जरश्च जयपठवयोगबाबतसच विसुद्भवयमडमरिअसारा बिरवयबोवदिठ्ठमग्गेण भक्कुडित्रेण विचाविक उद्यमपालस्वनठत्वागवण साय तम्यनिचं वरूपमूखमायामिव रात पत्रसचा बट्टदोष नाम उपमोम साबधानपचनदर्शन हिमायतमायवरूपिया मांडविरांचाते परस यम प्रवद्धयमय उसारवेषश्तेवर भरोषाचा बिनबरवीतरागबच नवेपत्र उपदिष्टदेवातिमा तेरा परिमाप तपश्वरो हिमोचरूपमवापाटयत्रीनगर सेवनमसुहसांमुच श्रमतपस्वी साधुकपिवासावमाहववारावर सुमा -- Page #191 -------------------------------------------------------------------------- ________________ for writ दोतिष वे तथा तत कर्मधारय बालवय इत्यव 'वियतितवत्तमिषेति ष्यत / पत्तलपिन्सोसियरतवनका पसतानि पद्म पन्ति निलानि विमलानि ईपत् सितरधानि प्रावि से मनाव खेतानि वचित्र मनाप्रामीत्यर्थं कचिच ताम्राणि पहयानि नयनानि येषां ते तथा पाचमेव गमेत्यादि विशेषचतुष्टये महावौरवर्ष कवयं । अच्घचा सियारूय गरमदिन गिद्ध वे सा । जनघनोपतोतो वप्यः कात ऋषको मनविशेष तमबोया विम्वाय बैगा येथे ते तथा 'धरा'वामे कसे एकमेव कुछ धारयन्ति ये ते तथा दचिये त्वाभरका तरधारिच इति सामर्थ गये । पाद्रचन्दनानु लिमगात्रा इति । ष्यथ सिविविधपुर पप्पासारति मनाविरोधमा पसे तानोत्यवं सिलोप भूमिस्फोटक 'अरे होति रति मतान्तर पकिसिठ्ठाइति' मिट्टू पलानि सुमाईत प्रश्पानि यानि वनानि पवरपरितिया माराय श्रंशष्णघस्यकभिद्यरुयगरमबिनषिकेसा वामेगकु सुलधरा प्राचट् मासु वित्तगत्ता ईमिमितिधपुपफप्पासाह सुमार अस किचिट्ठाइ वत्था पवरपहिरिया त्रयचपटमसमतिष्ठता वितिचंच असपत्ता भद्देमोव्वोयट्टमासे प्रजनका स वचनिरोपोनि तधम्पतधा छतपातापनीय सुते हो परिरत्तरात उतरलोभन त प्रमताज पनओभवभूषे वामश्चावश्यपि एक कुसमाघरबहार भाईनीतावन घम मेघवाधिकारास हच कर विशेपते हनो परमो बखिग्ध हो गटा मरहमा सुपस्वभावमापद्मते परपनुचितसम्पूकर मात्रशरोरही ईसिघोष उम्रिलिप्रभू मिस्फोट बनाउद पानगा सरसरोपा सूक्ष्मपातचा प्रस सिपि वा प्रवरमधानपरिषद् प्रषमवयथबोसमतिक्रांत प्रतिक्रम्याव १६ वरस सनीवास योज७ वयप्रस प्राप्तपामान पो०० यरस Page #192 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तानि च ममान्तरतया निरवद्यानि यत् पुनर गाते तत् सत्वा दुष्ट दाह सन्मानव भोसरेस उपसमुपवास संस भवत्तदोताो छ । परवश्य के निर्मापि सिस्यते कालमहाल सरिसबोध गुलिधामयमभयमिप्यमासा' बालोयो मोमो मविशेय ते सहा तो येते तथा नोटोमविविशेष का मौलिका गगत महिवर पतसोकुसुम धान्यविशेषपुष्य तेपा देवा पाठविता कालमहासौलमरिसपोलगुलि भागवतमयति कुस, मध्यगासा विश्वसियमयवन्तमिवपन्त निम्मलई सिभिर्तरात जयया गबलायतज्जुतु गयामा उपचि प्रलिप्य बालविअफलमणिभाषरोट्टा पंडुरससिसकफल विमल विम्मनस उगोक्वीरफेणदगरयमुपाक्षिया घषत दंतसेढी हुतवहसितघोयत'त सबज्जिर पततखतालु सौहा कुमारमोनिका वर्स व घोसुरकुमारदेवता पतिसमेोपि पाठम्भविव्यावर तामनट वा पाठधामा कालवेमहामोस समहिसो urns nagaranठो निगमलपाडानासँग तवाभवसिता पूलते चनम् प्रकाश सारीपारडगावचं दुकालाई विकसित सत पत्रक्रमश्चनोपरि मोटां परमपित सत्यायोपदेसिंखेत किन हो प्रदेसिंरखराता एतसरं ताम्रव बासरोषानमनमेषमा गबड़बोनासरोवीपायत सरबत गण चोमा सिकाइरहन उचिप्पाले सिप्पशा परवासाविषगोडा ना फलते हम निभ सरोषा प्रमरोडनो चिलाठ परोपर गमो चंद्रमानास बलवंडते इस रोबाविमल निमल विमलमहिंषविशेवकरी निमवेहवखन सम बेडवर पोरामा अनु तथा द्गरमपांची नाव मया विप्रायमश्विनोनातविभाषयत्व कम बिनौले इस बाधनच जबलो तनीचे छिमे -- Page #193 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -sator मासोपमा महागुभागत्ति पचिन्तामविलाइति गमान्तरंगारविराजितवचस' कटवषुटि कप्तभितंभुमा एपटवानिवापानिटिका यात्रु रखा गय कुससमागावरोउधारोपिदामिबाडाभरपापियवान् मानिस कहाभरपबियेषान् मष्टगणागि समिसित सपोजानि वर्ष पीठ वामि वह मरपरिमेषान धारयन्तो थेयोनाते तवा विचिप्सहसाभरपति म्याधिसमानामरियम उठा पिचिया माता कुसुमसमा येपो मोसी मस्त मुकुट विरोट येपोत तथा शेप सुगम वय कान्त यावत नवर मास्यानि पुष्पाधि पोरिथरीर प्रचम्यो झुम्पाक यममाणाभर विशेष पञ्चम्यवनमाशा वातमा महतो आपुममारवाक्षिति दिरं देवोचित न प्रधामे नेत्यर्य सघाएपत्ति संपने म वमपभनारावेपत्यय सठा पति समचतुरस्रवर्षिनेत्यय रिवोएत्ति परिवारादिवा एसि बुधा विशषितायोगन पभापत्ति यानादिदौला छायाएसियोम या पयोपनि पर्भिपा गया सलमट्टगंडतलकण पौटधारी विपित्तवत्थाभरमा विपित्तमाला मटलिमचडा कल्लापयायपपरवस्थपरिया फलाएकयपवरमल्लाणु जेवणा भासुरबोंदी पखंचषणमानधरा दिरणवण दिव्वणगधेणं दिव्वेणरूयेगा दिवेण फासेषं दिव्येस घाएक दिव्य सस छाप दिवाएड्ढोए दिवाए जुत्तौए दियाएप्पभाए दिव्याएच्छायाए दिवाए यमरूपरमावाभुमहामनेहमा पगबामापाभरण समकाननापाभरणमार्गरतपोसदेगजेपर एहयागणपीठिकानापामरपातेपना धरपार विचिवविविधवषपामरवनाधरणहार विचिवमानामवारनीमावानसधिमी मसिमस्तवनाविपासुगटछापेमा कण्याचकारियोपर प्रधानवसपपिरिमावेपर कसामवारीयोवरमधाममाथसपनापम्पमपिसेपमधीपालाणे भासुरदेदीप्यमानोदयरोरलेन प्रलं व मण मनावमनोमानावेचनाधरपहार दियदेवतानरयोग्यमधामवर्षयरोरादिकनोवेपरबरी दिव्यदेवतामयोग्यप्रधानगधगते सरकरी दिव्यदेवतानर T कब Page #194 -------------------------------------------------------------------------- ________________ CPNPOXPISOXatta परितापनिवपिता रति समासा पर्यनरत्यादिपर्व तव गोपि वासि भतन्ति यहाापावोरमारवाणे वावद चौरावत मधाम सप्तति यावत् परतो ते/पा बयसो पवित्रमे हितीषण सर्वगामाप्तो म यौवन भवस्यति मते वोवने तहसमगवतग्विपवरभूसपमित्रह मपिरवरियभूपानसभाबानि पाहाभरपामि बुरियाप बाारचिवाम्मा एव परभूषपानि तेविसममिसंग महिता भुत्रा मेषो ते जया मामविधिगपा गमपिरच प्रि प्राप्ता अपने पासुरादीनां शमशादौमि शिानि पदार शामधिपपिरो । । गारे पर पप हमारे भवरे सौर यो पराए सुषम् चि माहिपत्ति । महांगे विपि विमान परिवारादिवोगात मरमरति महादातयो विशिष्टयरोराभरपामारोपात महापत्ति विशिष्टमारोरपारा महावसत्ति मावासो विगिरवीता महामोक्डत्ति __ तन गयहि प्रपपरममणनिम्मखमधिरवणमटिमममा दसमुहामडिपम्गहरथा चूनामपिचिधगया सरुवा मा हिपा मरित्तिपा मरवला महायमा महासोक्खा महायुमागा शारिपिराइमच्छा करंगवहिपथभिचममा बगोमयम तिवारपार महत्तमचीवनपयनमित्तरपरपवर तब मवानापाभरपरिपारिरका एहपामधान भूषण मिचंद यपियारोमंडितमुत्रायलेना इस मुशामदहोशरमपितमाचावामागुशौर्वतमी चामषिपामरविवपिडा माप्ततिका इस भवबाबा मोटोपरिविमितिमानपरिवारादिप मोटोपतमिमियरोरनापामरपनाबोगवनी मोटसवय मोटव्यमविमिष्टपौर्मिनापी मोरापनाभोमारतार मोटापनुभागपषियमबिनायो पारनपरिवरपिरावमामिषनामवेदना पटवविस्रिपातबारा Page #195 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मासोला' माधुभापति पचिन्तामवियुचारतिगमासारविराजितवचस कटवपु टिलभितभुजा एकटकानि कामिन टिवा यातु। रहम गयरचमागंडकोष्ठधारोपादानियाशामरविशेषाम् कण्डसानिच सर्वाभरणविपान मष्टगणागि घ समिखित चपोखामि कर्णपीठ ! वानि वष भरपविषपान धारवम्तो थेयोसा घेते तथा विचित्तात्यामरति व्यषित्तमाशाम चियमग पिपिवा माता समसभा येपो मोसी प मस्ती मुझट विरोट येषात तवा येष सुगम परमात यावत नवर मापानि पुयापि पौरि मरोर प्रखम्यो सुन्यन पनमायाभरण विशेष मसम्बवनमाना वा तणावळतो जापुममापावादिति दिसणं देवाचितन मघाम नेत्यर्य सघाएपसि सामेन वज़पभमारापेत्यच सठाधिपति समचतुरस्रवतीने स्थन रिपोएत्ति परिवारादिया जाएत्ति मुखा विसचिवायोगेन पभाएत्ति यानादिदीप्ता छायारसिं गोभ या पचोएप्ति पचिपा " अंगयक सक्षमट्टगहतलकण मौठधारी विवित्तपत्थाभरमा विचित्तमाला मटलिमर डा कल्लाण पायपवरवत्थपरिक्ष्या फसाएकयपवरमलाणुजेवया मामुरबोंदी पखंभषण माजधरा दियेणवरण दिवेणगंधेण दिवेणरुवेणं दिवेण फास दिवस घाएक दिवस ताण दियाएछोए दिलाएप्पभाए दिव्वाएच्छायाए दिप्यार । बमपरमावासबाबमा पमनानापाभरपापसाननापाभरणमागपतसकपोसदेगजेपर एहवापाणपीठिकामापाभरणचना धरपहार विपिवविविधषमपाभरपनाधरणार विचित्रमानावारनीमाबापूनसबंधिमी मसिमसवनाविपरसुगठछामेकमा फस्योपकारियांवर , प्रधामवणपहिरियोपा कागवारोयाबरमधानमाखनपनापनुपमविपनवीषाहाने भासरदेदीप्यमानवोदोमरोरखेनु प्रवंझू मण अमरवननोमावावनाधरणहार दिव्यदेवतानस्योममधानवर्षगरीरादिकनोवेपबरी दिव्यदेवतानयोग्य प्रधानगधगधतेपरकरी दिव्यदेवतामा Page #196 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - .. रम्परवादित बोयाममा त एति तेषमा मरोरपम्बन्धिरोचिपा प्रभान पा सापत्ति देशपयन एका पा पुस्यादय पदा पवागपुर पतिपादनपरानिपोमसमिति हवोपमाप्ति उपोतयम्त पुकामबरन पभासेमापत्ति पभासवत योमपन्त' एबायाँ चेता विशिरतत्ति रखा सानुराग तिला नीति वि सात वोन वारान् पाइपित पार्यात् पदचियो पचिपापी पादचिपचिपस्त परतिक्ति सपति नमसतिनि मममति विरोममननतिनाकामा मते सार सारति खत्रीगनिमामगोपार ति नाममोवापि माच्चिकावर्षाभिधानामोति सावितित्ति योए दियेणतेएणं दिशाएनेसाए दसदिसामो उब्लोवेमाषा पभास माणा समणम्म भगवभो महावीरम्म . चंति पागम्मागम्मररता समर्ष भगषं महापौर सिक्सत्तो पायाधियं पयापिणं करोदरसा बंदसि वसति गेम्पमपानरूपीपरपरी दियदेतामायोप्यामपरमतेवरी दिव्यदेवतागयोग्य मानस पातबचपभमारास पयगते पिवरी दिव्यदेवतामा मेषीमसमरस थानपर दिव्यदेवतामयोप्यामशरिक्त परिवारादिकमीतपरपरी दिवदवतामावोम्पप्रधानपतियुबिनायोमतेपवरौ दिममतामयोप्यप्रधानप्रभायानादिवनौरोमितेपरपरी दिवदेवतामायोयमनोनवायामोमातेरो रिमदेवनामयोग्यप्रांमपर्षियरोरमु प्रोपरमरिषदेवतागोप्यपानतेत्रमरीरमोकांतितेपरकरोहित दिव्यदेवतामयोग्यपानसेमारीवरखरी पूर्णदिवसरिय उब्जोतपुवाय परता पुमातिपिप्तारता यमरतपनावरपार भगवतमधिमावत महापोरकर्म गवनाजोपचारताना पसिसमीपिपावोमरमानुरागसपेपर पपरपारिसरागठाटनबार यमपतपनावरपसार भगवंतमहिमावत महापौरपति पिपिवार रधिदियिपारंभोगापचिपापरवरीगर पोहर सतियार समपारपंचांगपामारे बांधीमतिबरोन नमशारकरीनापतिपासबदमारामार पतिरमशागार सुयूषापरमपेपार नमनार - तामोम्बारतमा भीम रविवार Page #197 -------------------------------------------------------------------------- ________________ AdSetootstor चावति। नागेस्वादि मन नामादीमा च मागफपादीनि पिलानि भवन्ति तानि प्रमेय दयेयवाह मागफडार गर२ वरर मुख्य नमस४ सौर प्रयवर गयं मयरबवरमा पदमाणाट निष्ठत्तविचित्त चिंचममा भागफनादवो गजान्ता पहाविहानि येपो मुकुटामा तामि तथा तानि च मवरावाभिच मवरचितानि यानि परमुइटानि तानि च महमानबर पराव पुरपाठपुरुषच वनितारखवानि तामि नियुगनि वचामान नियोषितानि विविवापि च विविधानि विद्वानि च सणानि गता प्राधा येते तपास पुष बस किस उप्पस सौरेय व पारित विशषो घदत्ताणं णम मित्ता बच्चासणे णापूर मुस्म्समाणा यमसमाया भभिमुहा विस एवं पनलिमोठा पख्न वामति छ । तेसंकाजेणं समएण समयम मगव यो महायोरस बहवे पमुरिदपजिभा भवणवासौदेवा अंतियपा उम्भवित्या सागपापो सुषय विज्ज अम्गीपा दीया उदको दिसाकुमाराय पक्षण घनिभायभषण वामो णागफठा गरुल . गरोरगानमावता अमिमुपासा विनयधरीसहित पात्रसिताबविश्वोरोनर पर्युपासनासेवापिपिपुवारमौकर। छ। तिम्कामरमर * पापारामरवितिषिसमरइते अवसरमा पिवर यमयतपनावरहार भगवतमधिमावंत मारवर्मगनुनामीपणहार वाघेघा पसुरेंद्रमसुर । कुमारवर्षीटानर भवनमावसपारपातासबासोदेव नवमिवायनादेवता तिसमौपिपारम्भविमाप्रगटापापासधारिया. मागनापतिठाकुरतेमाग कुमार व नापतिठाकुरतेमुवनकुमारर विदुवकुमारए पनि एमार पीपकुमार उदधिकुमार दिपिऊमार वायकुमार म्हनितकुमारट एभवन पातासवासीपरनावसरहार• एनापिठवाकर नागकुमारनपगारर गरि वधि पूर्ववत सचिन सीप वियोगानु Page #198 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - 'परीरबरवादित बोज्यानया ते एति तेवमा गरीरसम्पबिरोचिषा प्रभावम पा सारचि देशवन एका वा पुत्वादय गन्दा पवागपुर पतिपादनपरारतिम पोमवहामिति सम्बोएमापति उपोतयन्त प्रयापपरपन पभासेमापत्ति प्रभासवत' योममन्त एवाता बिसिरत्तत्तिरता भामरागा निवडतीति विसावोन्पारान् पा चिपात पात प्रदचिोदधिषपाती पादचिपचिपा वदतित्ति पन्ति मर्मसतिति नमपनि विरोमममेति । समान्तरे प्य ते सार सारति सीमानि २ मामगोमार ति नाममोवापि याचिवाव भिमानानौति सावितित्ति प्र चोए दिष्येण एवं दिशाएजसाए दसदिसामो उब्जोमेमाणा पमास माणा समणस्म भगवपो महावीरस्य चतिचंपागम्मागममररता समर्ष मगष महापौर सिकसत्तो पायाधियं पवाहिण करेसा वंदसि ण मसति - -. Huaa .. गेपमानरूपतयसरी दियदेवतामयोप्यमान परमतेवरी रिव्यदेवता योग्य प्रधानस घातपापभनारास भययते पिवरी दिष्वदेवतामा गेमममममसरप चामपर दियदेवतानयोग्यपामचहिवतपरिवारादिकौवेसरबरी दिव्यदयतामावोग्यप्रधानपुतियुतिमायोमतेवरीभ F दियदेवतामायोप्पप्रधानममायानादिनीरोप्तिपरपरी दियदेवतागायोपानवागमोमावेपरकरी दिपदेवतामारयोग्यप्रामपर्षियरोरमु परपोरिथदेतानोमानतेत्रमरोरनोवातितपावरोसहित रिव्यदेवतागोम्मानसमातेपरकरी पूर्णदिकसरिसिं तखोतपुवाय, ॥ वरना प्रभागनिरिप्तारता यमपतपनावरपार भगवंतमधिमाबत महावोरकम मनाजोपचारत हमर पतिसमौपिंपामरसानुरागसपर पररपरिवारागठबमबार यमचनपनावरकार भगवंतमहिमापत मामोरपति पिरिवार इपिदिषिपारभोगरपदचिनावरांबरोन वापर मूनिकररममप्रारपांगपामर वादीतिकरोगर नमकारकरीमा पतिपासबापामार प्रतिदूरगामार सुपापरमपेवाबरा नमजार Page #199 -------------------------------------------------------------------------- ________________ PRP-A व्यन्तरनिकायविशेषभूता रम्भापविव्या उपरितनयोजनशतवतिम विविधापत इत्याह वित्तयोराण पिया' चचप पचविता प्रतिप मानसा फोडनं प्राद्रव्यन्न परिहास मिया न्तत धारयने गंभीर सियनियपियगीय नथ बरई/गभोर एसित येो भवित च वाणप्रयोग प्रदेर्पा गीतगोचरतियां ते तथा 'गविरहविगीयनच परपूर्ति व्यव च वर्षमा सामेव सदविसध्वियाभरणधाय विभूषण धरा वनमाला रखादिम घामपदोन भाभरणविशेष' पामेशश' पुष्पगे सरक सुटं सुवर्षादिमयं कुष्ठतानि मतोतानि एतान्यव स्वादविक चिंताभरचानि स्वाभिप्रायनिर्मितामद्वारा प्रचारविभूषण भूपा तारयशि ये ते तथा । सब्वीयसुरभिकुसुम सुपरसोपंततनियतचित्त बरहा सर्वकानि सऋतु सन्भवानि यागि सरभोपि कुसुमानि ते पुरविता या सा तथा सापासौ पलम्याच शोमनाथ थाना विक पथि सिवादी भूषवादोष कंदीय महामंदिपाय कईड पययदेषा । चचत चयनचित्त कौलणदव्वप्पिया गंभीर भिपि चमच्च रई वर्णमाला मेलम लडकुडलसच्छ दविता हरण घामविभूषण वरा सव्वोय frutantre समूह पि धर्वभ उनाटिक सतिगोतविद्य तथा माटिक रचित गीतविदूरतसाता रोहन भणपतीनामा! पणपत्रियमामि २ सिवादितामर । भूतवादोपनामै दोत महादिनाम कु४० प्रयतनामपाठम् देवतांवाण मंतर चंचलपपवित्समननापथी फोडा सूक्ष्मपन द्रव्यपरिहासमिवाब हम रहन गंभीरवारियो सिवल घनघूभ विउ वोतिष प्रियवास गोतमनमा चियु ते पार करोरतिस्याता पामबूदबू वनमाचारवमयधामरव्य धाम सफ समट से हर सकुट सोनामुखानमाचाभरण मच्द्र दपोताना दिश्रापबाधभिप्राय विकुष्य मे (I ---01-19 Page #200 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Air Pollo गत नागपापिभि रहिता येठप सा मुण्ठा से तबाम तमेव मुयमवाणोति'मोरगाधिपा विभूतापल्या मागायत्ति दर रिमपण मसापिसेपाया मयमा सर्वएक सप्ताहामाया मवति वदास भवषयमोसोमौसासत्तहीतिरपोपो गन्धम्मभिवायगपत्ति । गर्माया प्यारारमभेदभूतानां निवामोवर्गोयेपा ते गवमिवाया गयाएव तेपो ये गा रायय मते तथा पाठान्तर गन्धर्वपतिगामि व्यवमेव शिसे वार मिपंगमगोशयोतिमिपुरे मन गय र नाटोपतमान गौतेच नाटायबितगेये रतिय पाने तवा अपपत्तिवादयो पष्टी वयर पुणकलसमीर इय गय मकर भउसवहाय पित्रुत्त चिंधगया सुरुषा महड्डिया सेसंतधेव भाव पध्न षासंति शालेयं तेर्षसमए समयस्म भगवषो महावीरम्म मावेषापर्म तरादेवा घंतिम पासम्मवित्था पिसाव ___ मचाय भक्खरकापमार्फिनरकिं पुरिम मुगपतियोपमहाकाय गधष्पषिकायगणाणिउमगधव्वगौतरयो घणपपिप पण किपीरिजमकरमचरित मुटमाविषेवर मनिगरावसपुटमचिज तिमोर तिखिोयाछर विविधवारनाचिङगतपाम्या गणनापी सुष्पमोममरूपनाथपी महासरिपरिवारसपिनासेपरमरित मेषवापसमपरिसीपरिबागि बावमन्दबकोसर्वयोर पर्युपासनासेवा बारमोतिबिमाविमा पारामविपर तिषिसमपरसरमा बिषर यमपतपनावरपहार भगवतमहिमावंत महावीरयर्थमना वोपचार शरेषयागपतरवासोपातासमायोगवर्मतरदेमता बतियंसमोपिंपासम्मपिमाप्रमटरपा पाउघारिया पिमापनामा भूतमामार । पचमायाराचसमामा किनरनामा विपुरिसमामा मखमपतिमनोरममामिमहामायावसातवापरामाचमापसे गवनामा एपाठरपतर Page #201 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - totorate वेगन यतरनिकायविशेषता रवमभापविया उपरितनयोजनमततिर विविधाएत पूस्याहाचपस चलपित्तयोस पदाप्पिया परायपपचिपा पतिध पसमान सा बोउन कोड़ाद्रव्यश्व परिहासप्तमिया सात वधारम.! गंभीरसियभपियपियगीयनसपर गम्भीर पसित येषा भवित प धावामयोग मिय वेषां गौतमृप्सयोपरतियपी ते तवा'गहिरासियगीयमवपरसूति समिप्यते व्यास पवषमासामसमउ एलस दबिपियाभरण धावविभूमष धरा वममा रवादिमय पाप्रपदोन पाभरपापियेष पामेधा पुष्पोरख सकट सुवर्णादिमयं सामिप प्रतीतानि पताम्य व सान्दविफ बिताभरपानि प्राभिप्रायनिर्मितासहारा संयंचावविभूपय भूषा तारयन्ति ये से तथा । सषोठय सरभिकुराम सरयपलं सोचतातनियस तपित्त पषमासरस्व छा/सर्वत्तुबानि सर्वसत्सम्भवानि यानि पुरमीपिकुसुमानित सुरपिता या सा तथा साधासो मसम्पाप गोमनाम वान्ताप विक पणिय इसिवादोय ममयादीप कंदीय महाकदिपाय करंस पयय देवा |चच तचषस्नचित्त कोलणदखप्पि या गंभीर इसियमणि धपौधगौत्रणञ्च गरई वण माला मेलमउडक सप्लसच्छ दबिबाहरण चारविभूसण परा सब्बोउय निकायमागपसमूह निसपगंधर्वभस उनाटिकचितमीतविपस्तथानाटिरहितगीतविपरतिसातासमर पपपवीनामा' पणपवियनामिक सिवादिनाम भूतवादीपमाम छोत मपाक दिवमामय कु. प्रयतमामिपाठम देवतोवाणमंतर सप्तपपसपित्तमननापणी कोठा वरनपनदयपरिहासप्रियवासायनर गंभौरवारियमोहसिवछपनमणिपस योसिवछमियवार गीतपनरनाचि तेणरकारीरतिभ्याता . पाम बनमालारवमयामरण पामराफसमाचारह सकटमोगाईसवाननापाभरप सादपोताना दिपापपापभिप्रायवेपरविपुष्याम - - Page #202 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - मन्तीति पनमामार पमप्रनिता रति समास सा रचिता वचसि ये मी तथा'बामगमित्तिरचागामिन 'कामवारिति सिनपधारिया, जापानिपरापरपयनितविमिव सणा 'मामा विश्वोरागो येष तागि तबातानि परवपाविचिवापि विविधानि विजयति सौनामि दीपाणि वामियममानि परिधामानिदेवा ते तथा विविध मौषमयपषियवेसा' विविधदेसिनपर्व र मामागाठयमादिन्याम पोतो पो अपप्प .पीतापमुस्यक दयामनिवामारसप्पिदा प्रमुदितामा या पदप्प कामप्रधान पि वाम एव पावसापराटोसियन पोलारसय बमबम प पपरखा पिया येपो ते तदा पवा प्रमश्तिाप , कदप्यादिमियाति समास 'पासबोसमावा'पाठान्तरे वेनिगामारति सुरभिकुसुममुग्यपान योभतफतफतविषमतचित्तपमाखरपच्छा कामगमा कामस्वधारी व्यापापिहयणराग ? वरवत्यचिप्सविल्लियणियसग्या विविदेमौवत्यग्गभिवेसा पमुस्कंदप्पफलइफेलिकोजारजप्पि घा हामयोज पारस पतंगरामनोपरगिभूपपतानाघरपार सपोठयकातासघसौरतमापुरभिगध सुममतेचकरौसमुभतीरपरवताबोधीर प्रक्षा मोमोमाणमामातमनोहरविवसतीचित्रपाकारितीवनमानावममतोनासमोमाचातरचोछापयनपिपरहना पामाचारगमनकरर | रामबापतकमारपार भामापारमतवर रागवावेतन वनमानवविचिपचिनियादीपतानि सपपरियावर विविध नामा मानिपातपरिवरपाठापूर्वसभर पमपितामयोगरवंदप्प वामदातासबंधीवापयाठिपनरसिमरमपरकोनारसबरबस माप्रियासने सतपथरमोसनवतावोबारसमपनर पक्षपामचिद्रवातादिनमकतनादि पिविनिवत्तिमोगा। . - - - Page #203 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ههههههههه मा परेगमपिरयपविविभिशुत्तचित्तचिंधगया मेकानि वहनि मधिरवानि प्रतीतानि विविधामियप्रकारापि मितानि नियोषिताति धेपु तानि तवा तानि पिपाधि विज्ञानि गता प्राप्ता येते तथा पिशानिरपिशाचादीमा प्रमतादाचत पिंधार पसभाप मुलमर वा तयहोरमागे पासोपए पपवाद नाग तह पुरोप पोतिकवर्षको मतो नवरं पारकायत्ति मरसा गत्व प प्रत्येक ज्योतिपामसहायतावात् 'तसत पशिजवप गवणात तपनौवन सुपरपय सपको मिन्द महाका वा पबवा तपनीय रख सुपर्थ कनक सवर्ण मेल पोत सादों येषा 8 तथा बहुला पोगमणिग्यण विविणि मत्सविचित्तविधगया मुहमा मद्धिघा जाप पज वासति तेगकारनेण तेससमएणं समयमा भगवयो महावीरस्म जोसिसियादेवा पतिम पारम्भरित्या विस्ती पद सर सुक्क सणिञ्चरा राह धूमकेत पुजाय प गारकाय तत्ततपरिजकणगषणा केगा जोइसधार'चरति फोउ घगइरहमा पठायोसविडायणवत्त वाहमावि एवाविचित्रपणामबारेविगतपाम्या सुरुधामसारुपर्वत माथिपामहासचिपरिवारमाधषो जापगदावीयोजावोजपनुक मि पयपासनासेबाकसूलारण तिपिकाममापारानविपर लिपिसमातेपपसरपसावनाविपर यम पतपना वरपहार भगवतमहिमायत मनावीरकर्ममत्र नाप्रोपरहारनर ज्योतिवोदेवता स्पोतेमाघरकार प्रतिपसमौपिप्रमट पापासुधारिमा सम्मतिर चंद्रमार सूर्य ३ एक समेपर। राय मर्पतवतनीभातिकम गारवमगम पापमते पसंमायामको तातपोतापमीयतपाय पोशनकसुवर्य नामरीपपोवयं वहनसहरी पठयासोप्यायोतिषोनसचारापास धमतिवरखममाधम चोकपिपरमनुष्पगतिमनुष्यतोवरिषदरतिसंतोषपामबा मठ्ठावीसनेप्रकार Page #204 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - - - नयनाति सम्पतितिा बोरसति ज्योतिवन्ते चार परचोति धमकृष नित चयचिकितपो बसबखास्य विन्भता गरायत्तिम गुप्पोकापचयो विपति वितयाः निवपाया पारिशयत्ति सपरिया' पतएवाह पविणासमपसगाप्ति प्रतीत नामवपागछियचिधमा नामारितानि देष गया णाणामठापसठिया यो पचपमापो तारापो ठिमले स्मा चारिोध पविसमाममउलगती पत्तेयणामकप्पा गहियविधमहामहिया नावज वासंतोछ ।पंकावं तेममएगां ममपस भगषयो महावीरस्म मापियादेवा चंतिच पारम्भधित्या मोहम्मौ साय सणं कुमार माग्दि भ ल सफ महासबसमा राय पाण मत पपिनीभरकोणतिवारोपिोमगमिरापापुमयमुपुष्पापये पामघापूर्वापार मोठत्तराफाप गनिस्ताविवानातिवियापाप नुराधान्ये हाममा । पूर्णपागातरापाठापभिवित्यवामिहाशतभिषापूर्वमट्रपदासत्तरभाद्रपधारेवतोपदेवतामागसम्म पनि सवरमानवतानामधपेखानपिपणा सपनारसाहा पचपरासामोतारातापोसापसाएपरिवाना तारामोजोडियोगेकर शितम्यानियसप्रचायकालामिरहबरपासपरता पा पिए वेश्योतिषीनामारसपिमानमोगतिनरवीसामहमबो प्रत्येपर पस्ये नामावित पापापपनामरगटविमइटहमा मोटोप विप रिवारसंरिमो मायदपयोगासपनपमुपासमासेवाकररावातपाताबरठयापारानविपर तिरिसमवितेपवसरमाविषयमपतपना करपार मसवमरिमारत महापोरवमयनुनाबीपहारमा वैमानिकदेवताविमानमावसपहार प्रतिपंसमौगिरा तापापाछधारिवापाया 1 सोध रंगानंदूर सनामारदामाद मदरशांत महासद सासाद्रप पामतेंद्र पायदा पारद पवेंद्र १२ प्रबर - Page #205 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रकारतामि पिप्रधानानि सइटानियेरिति समास ! मानिपरोपियको नवरं वाचनान्तरगत विधिदन व्यास्यायते तदन्तर्गत जिपि सपिवतवाचनासरनतर तब सामाघियतायत्तोष मदिया सामानिया न्ट्रममागायुष्पादिभावा वयप्रिया मापसरवल्या पुण्यागोया पिचोगपास परमपिसिपरिमापौषषष्पाप हिसपरिघुगमा सोवपास सोमादिभि दिपावमियुश्चयो पपमहिष प्रधामनाया परिषदप पाचमध्यमाम्यन्त राजघन्य मजमातहरपरिवारविशेषभूता पनौशामिलामतापरवपदातिवपममतंयमावकामरूपाणि सैन्यानि पामरचा थाइरचा इति पती सम्परितता तिवसायालयातमाम घरवरपर प्रयते पमपुगपतसपिरोयप्ति समनुगम्यमानाय ते सयोपति समास सर्वोदरभूपिता सुर समूमनाया सोम्य शरपा ठेवसंघ जयसपकासोमा देवसरिन अयसम्म त पासो दर्शने येपा है तथा मिग१ मरिसर वगार मन४ रार " यारण प्रतधई पशिष्टादेवा प्रिणदंसगुस्मंगा गमण गणितज्ञासा पालक युप्मक सोमसम सिरिवच्छ दिसावत्त कम गम पोरगम मणोगम विमल मवयोमहणामधिज्नेहि धिमाधि सहिया वंदिका शिपिदं मिग मइिस धरता यता जगवायनादर्शनदेशिवाभोवताभशापोसक भगवावमधीपाविधामविपरजनितखपतुहरपजेपन पासाविमागर पुष्याकविमगिरने सोमनमविमानर वीवविमान नदिपावतविमान वामगविमान पोषगमविमान मनोगमविमान विमनविमाम सवतोभद्रविमान पावरनामर सत्तरवैत्रिवर्मानविडावासीमर ठायतराशपावर वांदिवामपी विनंद्रवीतरागप्रति मगचिकर महिपपिकर वरापचिरम गडबोवापिड घरदेनियघोषुचित मनपतिहम्तोषित भुजगमपचिपीजीवपिन अपम कविता विस्तर प्रगटपपए है TRA Page #206 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भवम्प उस विडिमपागडियचिचमडा मृगादमी हम स्थानां ममादन्द्राचां चित्र मूला' तत्र वराह शूकरा पत्र पाठव्य चतुष्पाद विशेष रुपमो उपम शेपा प्रतीता व धूमादयो महा सामानि विटपेषु विस्तरेषु मेनां मुकुटान तानि तथा तानि प्रकटितचिज्ञानि रादि प्राधिता दिवानानि सुकुटानि येषां ते तथा (पाथवर पुष्पकर सोममडर चोबच्चनन्तं काममम प्रौतिनम० मनोयम निमपट सर्वतोभद्र नामधेये विमाने उत्तरवे किये रित्वयं संप्रखिता इति बोन एतानि च क्रमे शक्रादोनामच्चुतान्तानां दशानामिन्द्राषा भवन्तोति विनियेोरित्माड 'तचचदिवागर करातिरेगप्प द्वेष्टि 'तबलदिवाकरबरे म्बोऽतिरे मे चातिशयेन प्रभा येषां तानि तथा ते 'मपिबपरमप्यचडियाबु हेमजालपेर तपरिगवेडि]मचिचनकरशेवटित युक्त मन्याबोळ हेमजा प्रमोल जवाब देन पय्यन्तेषु परिमतानि तानि तथा ते सपवरवरस सदामत्वबंधभूसचे शिं। सहमत रे रामरण विशेषैर्व र सुखारामलच पानि खम्बमानानि भूवपानि येषु तानि तथा ते पचविघटावभिरसवर्ततितता मोववाहपश्येवं प्रचलिताया महाबलाः यो महश्यब्दः स तथा पंथच वेचूप्तदोच बोचा तलताबाद पृष्ठताचा अथवा ताथाय हस्तताबार कमिया मोतमेव बादिवस वादिनमिति हो तो वो रब मन्द स तथा ततः पदद्दवस्त्र समाहारहरडी घतस्तेन वरणभूतेन मधुरेच मनोहरे पर बदो पम्बरं दिशव गोमन्तस्वरितं समखिता रियो देवेन्द्रा इति व्यामयति भतोष चित्ता साविवन्ति इन्द्रसामानिकादर ठमेवार कप्परविमायाहिया स्पेड यानि वरविमानानि तेषामधिपा इत्यर्थ समयान्ति सुरवरेन्द्रामिति बोन प्रतएव सुरवरा । सविमाच विचित्त विधनाकविमपान मडाडोवमद् सचिवा 'विमानविचित्रचिह्नानां नामाहविषटपनटानाच द पाटोप कारता जैन सभा से हवन्ते तथा विरिविमानाधिपा समर्मितित्ति समनुमान्ति समतुमष्यन्ति परवरेन्द्राचोति तथा बोयंत विमा चवासियो मामिदेव भायत्ति बोष Page #207 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एक मोपे वानि विमानानि तानि सोक्षान्तिवाचा पौत्यर्थः । पत्ते मवि रायमाविश्यमविरम याभिस तनिष्प्रयमियर्गकियविधित्त पानडिय चिंघम धडा प्रवेवं विराजमानानि योममानानि विरचितानि बचेंडु शतानि मदिरा येते तथा मितन्ति दोप्यमानामि नि खानि विहितानि वेिन नामादिना नाहितानि विचित्रापि विविधानि परितानि प्रकामितानि चिज्ञानि च वित्रप्रधानानि वा सुकटानि सुकु टानि येथे तथा तथादाययत्ति दर्शयन्त धप्पोसमदयंतति भामोय ऋध्यादिसमुपेता बिय परस्यरिति प्रेमापाय पर उत्तमा बपाचवा] सुरबरा' विचिंदवदद्यनिमित्तमत्तोर एत्ति' जिनेन्द्र वन्दन हेतु भूतभावेन पोयमन्ति मेरितबुद्द इतिमानमा लोतकरूप मनुवर्त्तमाना देवा विस्पद ढबूच्छुग्राममष्पणचिষहा सा जिनदर्शनाय यदुष्टं शोध मानममं तेन नितीयों बेपां ते तथा विपुलबस समूहपिडिया' विपुखी वतसमूच सेन्य समुदाय पति ये तथा जयमित्याह सममेति भश्रितोप्युकोन / गमचत विमवविपुलगम चरस पसियमययम सिग्गा) गगनतले विमचे मन तत्र सम्बन्धो भौघ्रवेति सम्बन्ध गति बपता स्वरूपत एवं वस्त्र तत्रति तब तयथितं च गन्तु मतं तविधं यमन पवन तो वनशोची अतएव शोषो वेगो येषां ते तथा नानाविधयानवाहनगवा जामानि रमादीनि वाहनानि गलादोनि हतविमलभतापता वियित्रावाविमावदेकर यपप्पमापत्ति क्रियायां वामादोनां रवानास स्वाभाविकानामितरेपां च या प्रभा सा तथा तया उब्जोपतान कमित्याह नितिमिरं करेंता नम एवेति सविट्टीए युक्रा इति भेष' इयिंति मोत्र प्रयाता ) गमतरमिद पसचिव रमच्छतिरोषधारी मनयाः शिथि न्यानामन्तानां बाधाजनक त्या मुकुटा पतरस शेयर विशेषा' तिरोटात एव विवरण ययुक्ताखान् धारयन्ति ये तच्छोवाच ते तथा कुण्डलोयो तितानना: 'मदित सिर यत्तिमुटेन होता गिरोबा मस्तकमा येषां ते तथा मुकूट दीस शिरा' वारसामन्ति योजितवया पिठमपम् गोरति क्रमश Page #208 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - गर्भपाता पौवा एप बत्ति वा निपला एवं वैमानिया भवन्ति यदावपमत्तयरत्तामापुरवसभा दो पुति वये मुतिसुमति पागोराते पर । k विमादेश मेप प्यम पति (पुप्तवान्तरे देवोवरोमो सात बार समपर्ष समवस्म भगवपो महावीरमा पारे पच्दरगपधाया पतिय । पारसमविना तास पचरापो पतधोयवसमागमरिसप्पभाषौ पात पविना तापित पौत धमेन पारित यस्कमा तम योगको बस स्तरमहयममा मौत पर समतावावमापति पतिवाताव मियत्व मध्यमवरठवमोविरक्षिता नवयौवना पेय पिपपरसोपचारस्वा पमतिवर पवि पराप छगल दहर मय गवपत्ति मप्रग सरग उसभक षिष्ठिम पागष्ठियचिधमउमा पसिटिनगरमचमतिरी घारौ कडलरज्जोविषाणणा मउठदित्तसिरया गत्तामा परमपरागोरा सेया मुभवणगंधमासा उत्तमयिसव्वणा विविह वत्यगंधमालधारी मट्टिा मात्तिपा नाय पनलितष्ठा पल वासंति।छ । सएगपाएएयरीए सिंघाग तिगत प्रिनुपरबाषिया प्रसिठियपतिमाठानहोपरमधाम सकरपनापरिनिरोग्येपरमिरमाधरपर सवामनापाभरपतेपासपोतवंतपोषा पानसुपमा सटिबरोहितदेदीप्यमानमिरोजमसमनापतमा रातोपाभावातिवावेतमोर पसमझनागमोपरिगोरापोतमा ५ गोरबोवासबसेतपवसपर एमभरपगडफरिसहरवेशमा सामप्रधागविणारनवनवापदार्थमोपवाविधानोमवार । विविधमारनापायवारोसावणगंभमुसामरिचमानवाचार मोटोसपिपरिवारमौषोई मोटोप्रतिपाभरपसधिनीराखेम नावाद है पोयोलापोस प्रोगसिपुरावविवार पयुपासनासेवापरबारा। तर तिगरपोचपानमरीनरबिर चिचोगपसमिपाकारिवानब ५ Page #209 -------------------------------------------------------------------------- ________________ مصر मानप्रासतमा प्रधान न विद्यते अतिवर वध्यात्तदमतिवर मिति वा सोग्य मोरोग चार शोभन रूप यासां ता तवा दिवसर सजोम्बकास तलवभ्रभाव स्वगयाधी मिरुपहतं रोगादिना भवाधित सरसं हाररसोपेत निपातो वा खोरसो वव तत्तथाविधं योवन तथा कई यो पश्चमा तवाय वयोमान साहा त चोपयता वा स्वा तथा इह च योवनतदभावयोर्यथप्पे श्रावंता तथापि सरसवासवान स्वचयोन शरीरा श्रितयो' प्रधानतमा विवचितयोयो राधारतया भेन विवद्यया पोरामिति' नियमवडियावा 'न सरां प्रावन्तीत्ययं सब्बंग दरोन्ति इयमेवमपिवमहिय वेसा | इष्टवसामरवादिरूपने पवस्त्र रचिनेन रचनेन रतिदोवा पतएव रमबोयो पोत भातो वेष पाशतिविशेषो माभिप्ता तथा बिन्तीति तथवावं हा हार पाउ तर वासुक्त गहे मयि त्रास व जल सुप्तग पोरितिय गट्ट गएमा वसिक ठसत्तम गडगघरको वेव सोपिसुतगतिलग युगसहनिय वासिस सिस्रत सभचव यमसभंग मतयित्वमासयहरिस के जरवत यपाल व मुझे जगवत कछदो पारमावि याच॑क्ष्म्रमाविया चिमेहता सावपयरम परिहरन पायना वधं टिया सिसिखिरय बीर जाखखुट्टियवरने तरच सपमाथिया । कलन विगत आठ ग मगर मुद्द विषायमाराने बरपचवि सहास भूस बधरोहति (हारादीनि मकरमविराजमानम् पुरातानि प्रचवितानि सन्ति सहावन्ति यादवन्ति यानि भूषपानि तानि धारयन्ति या हा तवा तर हारो पादमसरिक पहारी नवकरिक पाठत्तति यानि मादित्ययुक्तानि खकुण्डखानि मतोतानि अथवा प्रयुक्तरत्नकुण्डलानि प्रयुक्तरवानि यानि कुच्छ ठानि तानि तथा तथा व्यामुलवानि परिक्षितानि प्रसम्बितानि वा यानि हेमजालादोमोति क वैवच चलत धारय त प्रेमजाल सच्छिद्र सुसारविशेष एवं मणिप्राथमपि कनक बारहेमजासयो भाकारतो विशेष स च कट्टिगम्य सूचक उरितिपत्तिउरसि भिक तिसरकं कटधानि कहचामि पट्ट गति पोषक विशेष एकावली नानामपित्रमयी माता कण्ठसूत्र गताव Page #210 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सम्बि सहलकविशेष संगणक वराच च गिवेजक माठक वोधिसूवक सोबर्स बढोसून तिलको विशेषको बाटामरयमिष्यथं पुल पुष्पाञ्जतिललाटामरचं सिवार्धिका सपप ममाच सुवर्षं कपरचितसुवचमणिमयो पष्ठिका व वालिया वर्षोपरितनमामभूपच विशेषः मशिदवम चक्र कानि तच कठिगम्बानि वटिका वाइरधिका हमालकोऽहमेविका हरिसत्ति कठिन कपूर मद बानामरयविशेष बस्तयामि कटक विशेषा मालम्बो कुम्भयं प्रालम्पो गवामरपविशेष त्वई पर बोलबालाभर पविशेषा बलाच रूठियां होनारमाथिका चद्रमाथिका सूर्यमालिकास्तु दोनाराधाजतिमाचा कालमेव बठयामरच्यो वैद्यपि नामको पार्बल मनौबते तथापोह विशेष रूठे रवजेय बसाप करछामरणविशेपो मेपला बचाव' इति वा द्रव्य प्रतरणादि उत्तप्रतका भाभरच विशेषा परिरगति कठार्थसेयं पादमालपटिका पाणामरच विशेषा विडियोका चुषष्टिका' रोजा रवमय यो प्रसम्यमान सहस चुद्रिका सत्यान्तवष्टिकाः बरनूपुराचि प्रतीतानि च द्विजावरजूपाणि वा शुद्रषष्टिकाप्रधानतुलाको fraft want feet पादामरयविशेषा कनवनिवानि निनाकारा सौव पादाभर विशेषा का परचाभरच विशेष मवरहविराजमान भूपुराणि प्रतीतानि दसबरामररत्तमचरेति दमाईव पचव रामे रचनद्रव्ये कुसुमादिभियोनि रचितत्वेन रजानीव रखामि मनोहराचिच तानि तथा तानि च तत्कानि निवसिता इति योग महार्थाचि मासानि मालवावाज्ञानि वनोयं पशुराणि पहावारवत्वात् वयसमयुतानि पतिमदहोमोत्य]] [[मायामेवारेमे पाया सकाशात पेलणानि चकुमाराचतिरेवेच्च बानि तानि तथा धबलेत्ति मानिनिवानि वचनचितवक बनवपतिं पतिं न्तवर्थ पचचव माचचच येषां तानि तथा आमासकाविवसरिसृपप्प हे भावामकटियो राकापटिका सहयो प्रमाण तानि तथा घर निमाोति बाचि निवसितः आवरेति हारमोन्डोरचार गरब रकुल Page #211 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Hin समासुबारमवितरिवार पाल्यापोत्ति प्या भवर तुसार रिम गरयत्ति दवरणशात्पराधियानि दुइमानि पापिताम्येव मुखमा शानि पछतानि रमपौवानिमारोवापि तानि तवा तानि प्राता परपन्दमपिता पराभरणभूषिता रति व्यत्र सष्पोच्यसुरभिकुसुमसुरस्य विचित्तवरमनधारियोपो सर्वर सुरभिकुसुमे सुरपित विचित्र पर मामास धारयन्ति सच्चोखाय तास्तवा सुगंधि चुस्न गरागवरवासपुष्पपूरगति रावा मगन्धित तरागेप देहरबमेन वरवासे प्रत्यपूरपर पुष्परपनाविशेपेष विरात्रिता यासातवा पहियस स्थिरीया पषिक सह थिया गोमया 4 यातासवा उत्तमवरष पिया त्तमाना मधे यो वरप' स तमा न धूपन पिता सतमौनधारा वास्तास्तथा सिरीसमाणवेमा योदेवता साप तो पोममवेषति ठा प्रतम्योपमा अति दिपकुसुममबदामपभरिपुरापो दिव्य वर समरविवासितांच्या विकसितहममियतम्भयमाशामा मक्षा पूजाम या पासपुटा पक्षसय एव यासो तासमा उपत्येन र मुरापा पोवाण सखिताः चन्द्राममा रति ष्यत्व दविवामिणोपोति चन्द्र पि विलास शान्तिर्वासा तानमा चन्द्रा समसचाटाः चन्द्राधिक सोम्यदर्शना खा खोयतमाना रति व्या विन घणमिरीरसुरदिप्य ततेयपरियत रमनिवासापोविए तो ये घना मरोषया विरवा सूरण व बहोम प्रोम्यो पषिकार सविधासो दौमिर्यासातास्तथा सिगारागारचार सामोशाारी में रसपियेष समधानपावर पातिवार पवेपो मे पप्प यामा तामाया पथवा भाारमामारमिव यापारवेपारयाताम्तवासिगयगयपिवमपियचेश्य विसाससससिवसमावनिमत्तोमवारखसहापोमातान्य पितानि यानि गतादीनि तेषु निपुगावा मातीपचारकुशवाय यावाखथा तय गत गमन सिव रास' मचित वचन पेष्टित पेशविसामो नेविका पदाच हायो मुरविवार स्वात् भावयित्तसमुन्नव विचासो मेवको यो विममो भूस वासससित समातम संसाप परम्परमापर पार समापो भाष मिष प्रथषा ससितम साय समाप सतया ससितमपर्व चर्द इस्तपादा Page #212 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रियामोमायोपयोधित सौन्दर्य बामिमोमो बारित वाममोतित उपचार पूवा सुदरसममघवनहरचरपनयनचावणरूपयोवनवितास । पनिता मन्दरा मारिनयनाचा पपयवा यासो पारसपानप पानीदेवों यौवनेन विधायेन च करिता या प्ता सपा सविसास म एमपरी पामो वयानासमगमनानांतम नेवपणा उत्प पते वियेषो म' घिर सत पिशासः स्मादिति चिर पति मुश्चिट सुर मनुपोति वियपाद सिरोसमवयोवमध्यस कुमारपासणे मिरी पिरोपाभिधानतबकुसुम नवनीत प मच तेच ते मुदुसमुषमार चाप्यन्त मारे रतिपियेषपूर्वपद वर्मधारय सतुम सो पासो ता वा अवमयसिकल मचायमिातरयमसापो व्यपम सिकरपे राठोपापमपी 3 पामा ता सपा पोतो प्रचालितो निचाती रम्रोमशेवासा ता पाव वधारप सोमात्ति मोम्या गोषवा तापोत्ति वाम्मा पिसदसपापोन्सि मुमया सपा ति यस बिपत्तिसगणरागस रिसिबापोत्ति धिन प्रतिभालाखाचा दर्गमासुरागोरनचा सतया तेनर्षिता समातरी माशादिसपवाया पावसायाविति पवपतितावापतीवा जिम एमामनिनिमसमीपे रिममित्यादि देववर पपपेय मवर द्विपापोवत्तिमासान, सिता रति ।) तरपति ततो पमन्तर पमिस्वसधारे मिचाहत्वारावर्म वासा सिहावादिप वव माननगदादय सच भावनो प्रन्यो पउन पधर पठमा महापापासु मायालपमहवा नपरेसिषा वमोलतिवा जमवलकतिमा वणुम्मोतिषा । निवितोममियर हरिपारमियर परविज्ञाघपामिना बारिमुषप्रासादविबर महामोटवेपवराजमार्यतामर पिपसिरोमाविष: महामोरवनसोबमासदपायापरवापरूप बनबोगरयासम्पमिमहकर बनतोषमतमोषयबमोविरुपमझामरी Page #213 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वय मावातीति तन सिंघाव भिलारमाभिधानपविशेषावार प्रान विकोणमित्या बियामाने रण्यापयमोस को भपति पतुण यन्त्र रथा . चतुषमानव प्रात् पवर या वसपो मार्गा मिसन्ति पतुमस तवानिधदेवकुचादि महापथो राजमार्ग पन्या रथामा मयाबनसोवा महान् बनगद परम्पराक्षापादिकप पारो वाग्मामाराव वायद पहातरापेचया समुषमा अथवा सहेश्वति पूर सन्धिप्रयोगादिति शब्दो द्रष्टष्य स! चोपादन ततय या महान बममन्द पति तपशुपचित पाषषमा वत्ति पाठो ष्यत्रय यव च जगष्यति वा सीपसमूह परस्मरण वा पदार्यामी विशषेपोरन वत्तत इत्य एवं सर्वशचित्पठाते बागवानरामविर वा प्रति तपनगवादो जमाना परस्परेण वस्त विचारण उमापत नेपामेव वाशा वर्णनमारच सभापमालाप प्रतापोऽनक पच वाला वनमुडाप' समापीभापप मिषः एव पोसो पथ्यास वावनि यसकस स एपोपसभ्य मामवर्षविभाग पनि सम्बाध रसिया सघुतर समुदाय एव सविपातो पपरापरखामेभ्यो बनानामेका मौसममिति एवमिति वामापप्रकारवस्त पारसरति पासाति सामान्येन भासदन्ति भाष। वियेपत एतदेवाचाय पदायेना चापयति प्रापयति घेति पथवा पास्यासि सामान्यत भापते __ जणुकलियातिया जयसन्निवाएतिवा बभणो परमणमएकमाइक्खद् एवभासई एषपसई एव पदयेई एवखनु जमसोषमएस कसदबोशिसभसार वसोवनावर्मा शोकमाषणासमवायपरिसकोस बनसोवनी कसियायोचालोकनसमवाय जनमोचन | सविपातपनेरारामवकोपावोसोकएकठामिस्खा बघणाप्रमशोक अन्योन्य परम्परर एवछपाक्सारमेव उशानेहवसकहर एश्वर वचनर । करीमाभापार पहवरम चापारधर्मेनोफसमाजपाविवर एपवर पपरमभितणचारमहिपवात पपावर एवं प्रकारिपन नियामपितही Page #214 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विमपत प्रमापति पतपर्याववचनत' प्ररूपमा पपत्तित''पागात्त'पाग रा संपत्तेत्ति पूर्वभई पमोसठत्ति' साधुपित्तावरे एतदेवाह । पापरत्वारि पहापरिषति या प्रतिरूपस्तिमित्वमाप्फति बस्मादेव तम्मापारिमिष्ट परमों मवतीति गम्य तहापाति तत = कम= देवाणुप्पिपा समभगवं महापौरे पादिगरे तित्वगरे सयंसपुरेपुरिमुत्तमे वाष सपापिनोकामे पुष्वाणुपुष्धि । चामाणे गामाणुगामटूरनमाणे समागए संपत्ते रहसमोसरवर्षपाएणक्रोए माहिं पुस्खमहे ईए वहा परिदम उग्ग उगिविता सनमेय सषमा चप्मा मावेमा विरति तं महाफलं स्वनु मोदेवासुप्पिया तहाक पदेगापिपासरखपभाष यमपतपसौभगवतमहिमायत महामोरममय नादीपपहार चुतधयनोसूक्षयोपादिमावरणार तोचतविधसंधनावरच । । सर्पपोतरपतिदुपापरलाठपदेयविमा पुषपमारिसत्तम प्रधान वावरानववीपमेरामोस मोचपामियानीवामनावशवरना पूर्वानुपविसपनुकमि Tरिता पामानुगामएबगामवेगवेगामधामसाधनहो पानमरोमविपाबापाचारिया सांपूर्व भविमरविवर रसपान मरोमापिर समोसयासपरिवारपवगामागोमर सरपानगरीमाविवर बाहिरि पूर्णभद्रत्वप्रामारमाविमार सावनीम्यवमापाचावानब नौगोमागोमा सयमसत्तरदरियापरी तपमारभरतपरी पप्पापोतामपामाभावतपुषिमाममारंप्रबक्ततठ विरार महापरमोटर पसार पधुनियाभीसबोधकरणोरेवा हप्रियमरहसमायतबानेषु भारतेषुपरस्पतामोपनंतरशन परिसंतबरोमाापार - Page #215 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रचारसभावान महापरलमनमनापानामिया याममो यस्यवित्तिनाथो बाचिकाभिमानस गोचस्व गुपनिष्पवाभिधानस्य 'सवणयापति यवयमेव पता तया या शिमगपुरतिकिपुनरिति पानामविशय पोतमा पोवामवरे पयवा परिपूर्ण एवार्य मदो विपदार्थ पमि* गमपवदमनममपपरिपुछपपवासपयारतिपभिगमनमभिम गमन वन्दम सुति गमन प्रगमन प्रतिप्रच्चनं गरोरादिवाप्रिय पयं पास सेवा एतेग भावसत्ता तया तवा एममा विक्ति एवमापि पारिभण पापाथ पववावात धम्भियपत्ति धार्मिकस्म धर्म प्रयोजनावात पतएव पुवचन dotke - वाण भरतारा भगवताण यामगोपस्मुधिरावणतार कि मंगपुण अभिगमण बंदण णममणपडिपुच्छय पज्जवासण याएएकस्मुवि पायरिवसा घम्मि यस्म सुक्याम्म सवणताए फिमंगपुग्ण विपुलस्म अत्यमा गणयाए तंगछामोण देवा प्पिया समसभगवमहावीर षदामो णमसामो मकारेमो सम्माणेमो कालाण मगल देवय चेई पिणएवं पञ्जया - भमतमामयतमहिमायतनए मामसमान गोवकासपतेहमर समिसिषरकरी विस्य पनि छपगयटदपामतपयकोपभिगमनसामुत्तामावर वंदबतिवरपी नमसारमणामनस करिवस पूछिवर सरीरादिकवातानस पयु पासनामेवावरियो एसपनपू पार्यनि पापभव्यनाम पनर धर्मम अधिषो सुवचनमवविधनसामशिवरपरी तसवतोय वरिषगमन्दसंवोधनविष विपुलविस्तारसहित पपदेयमीचसाधनम पापछि परिवारोमा तेशचारएकोगलामबाबुमारवर पहरोदेवासुप्रिघसरसस्वभाववत यमपरापमानरयाहारभगवतमदिमावंतमहावीरकर्मयवुनानीपण र पर दिौरतुतिकरोषनमसारमचामपरीमा सवारपनादिनमवरिपरसम्मानयोग्य प्रणिपातम करिवर कापन कारण दुरितउपगमिवान Page #216 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्पति दामोति मनममामोति प्रथमाम सजारमोति सत् पाद बनाना विद्ध' समावेमोति सम्मानयाम उचितप्रतिपत्तिमि कशाचं मंगल व ते पवायेमो पाप करावे स्वादभ्युदयदभिस्त्रा भवन्तमिति योग मङ्गल दुरितोपथम देवत देव चैत्य मिष्टदेवप्रतिमा | तवि पासवान सेजामहे एवमेति एतचन्दनादिभमा पेवभाषेति मेयभावे जन्मान्तरे पाठान्तरे इहभवेय परमदेव त्रिपाति हिताव पप्यावजत् मुत्रापति सुवाश उमापति चमाप सहाय निष्वसारप्ति निवेयसाथ मोचार अणु मामापत्ति अनुगामित्वाम महपरम्परा सानुजन्मा सविनोति वा इति तरिश्वर्ष सम्पत्ति प्रादिदेवाखापिता रचण्या सम्पत्ति त एवं कुमारावस्था भोगति प्रादित्रापितगुरुवयजा भोगपुन्तति त एव कुमारावया एव पदश्योचारयेन शेपपदानि मानि तव राजन्धवा भगवद्दपाठखामानामेवा कोरमा तवेच्चाको नामे यबंयत्रा नायति नागवंश्या प्रातवंश्या वा वोरव्यन्ति कुत्रा प्रतिपति सामान्य राजकुलोमा माइति प्रतोता भवति सूरा जोति मोबा सहस्रबोधादव पसत्यारोति शास्त्रपाठवा' शामी तेथे पेचभवे भवेत्र हियाए मुहार समाए नि बसाए चायुगामिश्रत्ताए भविस्सार तिकट्टु वग्गा सग्ग पुत्ता भोगा भोगपुष्ता एवटुपद चारचं राष्ट्रमा खत्तिया माझ्या भड़ा घोड़ा पसत्थारो मलाई लेई मेच्छईपुत्ताश्रय बारच देवदेवानप्रतिमासारोप विनय बरोनर सेशकरिष्यविचिपका रह रह वोमका नौरमवंदनम्पेखभवे जन्मातरमविपर चिमव मध्यानो पर सोप्सम यो सर्वधमिति मे वा समयं नि श्रेयस मोचनको भवनो पर पराइच मनामनुबधमयो र एडव करोग व पापचनापनाचविय कुनापुत्रपोलादिक मोमकुलनाथपना भोगकुसमापनापुत्रपौवादिक एमभिप्रत्यवतार १२ Page #217 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । मशरसे चरति मनवितो चविनय राजषिोपा यथा च यन्ते टकराजमाटायगएरामा नवम नवसे छ। वासो पोसलगा पहारस गण रायाषा रतिरासरतसपरमारपिमा विवाभहमेगावासम्मपापभित्तिपोति रामानी माणसिका रंगरा युवराश पसिमाधेपर्ययावा रति पित तसवरा परितुष्ट नरपतिवितोष पापन्धविभूषिता रावसानीया माषिक्षा मडपाधिपा बोटु षिका कतिपय कुटु वपमपो पसगका इम्या - बश्यनिषयान्तरितो मोमो महसते यहिन योदेवताभासितमोपर्व पविभूषितोत्तमामा सेनापता नपरिनिरूपितापत सन्धनायवा सा बहराईमर तजवर मोठघिय पो पिप इन्म मेहि सेनायह सत्यवाइपभिक्तिमा अप्पेगावदसपत्ति पप्पेगा । पणपत्तिय एवमबारवत्तिय सम्मापत्तियद सपत्तिप कोउहलवत्तिय पप्यगराचट्टविमिच्छया सा मोगाभीमपुवर पविरराजाननाराबामपुर चनिया चविसमापुत्राबापमानपनापुत भटाभट नापूर योधायाधमापुत्र पसयार पसत्य ारमापुत्र मापोमवकोनापूव संचाशनातिमचतिव वाचविनानपनापुव पनेरापाषणा वामौकरसरयुवरामा तमवरमष्ठहवाराजाम मारबियमाबमापधिपति कोविवाटनानायक गत्रातमीवाना मगरसेठियण मेमाचतुरगमेनापरवनानायक मापवासावतांचागोभितमा पावणार प्रमतिए पादिदेवमा एवपूर्वकमातेगदिवास्तुतिकरवातिपरनिमित्तरपार एवेकपूजानिमपुष्पादिपूजिवरतिमपजानरज निमित्तरपार मसवारवमादिपमोठारिवानिमसवारमारप्रनिमित्तपावर सन्मानचठीभावापर महानदेव तिथिमिमिसिंपावे एसप दर्गन सोमानिमित्तारसपावर बोतबएमतिननिमित्तरप्रपावर एवेगवसूधादिवतरमानिषयकातामात निमित्तानपावर एपेकपशुसनधी । . 40 Page #218 -------------------------------------------------------------------------- ________________ معلمه صله . मामामामा' बदमप्तियतिबदन पाचर्य वंदना मिथर्व पहारसरंवारपारंवागरमा पुचिसामोति चिहाते तव पनि जीवादौन तिम तामपानबवव्यतिरेगयुमा वारपाच पपत्तिमावापि ममा मिपमा सिपो चामानावाधवप्रदिति व्याकरणानि परपश्चिात्तर - पण पानिपत्तिकात वक्षिपर्व पपादेवताना ते तवा पोउवमंगरपायश्चित्तत्ति छतानि कौतुबमगमा व प्रावपित्तानि दुखपादि मोमु पानिमकियाकरिस्मामो पप्पगई पहाई कारगार वागरणार पच्छिम्मामो पाणगई चासष्य यो ममतार मुख भवित्ता धागाराउ पण गारिप पव्वरस्मामो पचागुवाइस सत्तसिक्लावय दुवातमवेह गिभिधम्म पडि पजिम्मामो अप्प गाविभत्तिरागेग पप्प गाचावीपमेष तिमाहमहाया कथमनकम्मा कय कोकमंगल प्रामवावमपर्वविचारतेमामसिगभोपापार एवेशामयावविचारादिवरनामिसपपरिवामपोपावर कपडसमप उपपवादिष पपमोगरिवपदारतममादिपतपिंडरो विमवारपसारण व्यावरणपत्रमाताजतर पहिणायपारामानुभावमा वयह मामबाण पवारसर्वपपर समतातमनवायासहित मुहिरहिसावमायरामवरवर प्रारम्पवानर पामारपासवासाडोमा पथमारिसाधुपपर परिवायायतनपणीचारपरिमा पनपनुव्रतवृक्षप्रापातिपातादिव सातिपिचावतोहागपातयियावत: एमिचौमातर वादसविधवाराप्रबार । पाप्य वापरधर्मपरिवविधागोवारसरिता विपरम्पजिनमशिवीतरामपरिणतनमखिमयोपावर वयाबजीतएपमारपाचारहरते नरनिमित्तरपारा पावरीमरमानकोधा घरमादेवपल्या बोवोत्पमपोतिबबादिवमंगोषदरोट्रोपसरममायश्चित्तमपत्रिमपरिवा .. .. - .. . . . Page #219 -------------------------------------------------------------------------- ________________ saleta. विधातामयसकर पीववार से तथा तापोतमानि मपोतिसक्षादीम ममक्षामित सिहावयवावीमि सोनपधीयप्ति सचिरम्यते तप सकोसमेन प्रभुतजस चारनक्रियया धौता घौतगाश येते तवा रद मानम प्रचुरखसखसचनार्थ विशेषण सामयतिरियोजनमतं घेद मिति सिरसावठेमामति गिरसा कई मामाचताना ये तवा पाविहमपिसुपत्ति पावित्रम्परिहितं प्पियहारारतिसरयपासवपसबमाण बक्षिसत्ताकरसोहामरणा पिनानोटामि पिता न वादोनिबटीस्मातानि येपामन्यानि च सुचतयोभायाभरणानि येपान्त तथा पपरयत्यपरि शिवति नियमितप्रधामवासस नदोहितगयसरोरा पदनानुसितानि गावापि यत्र तत्तवाविध गरोरं येपान्त तथा वानान्तराधोतमध पदपञ्चक सागसि वा नामि कटादौमि शमामयति सम्मानि गोगविषयप्रसिपानि अपमानि विस्त प्रमाणानि चतुरस्रापि वैदिवोपमोमितागि गिमित्ति पायत्तिा सिरसा कंठेमालकसा प्राषिनर्माणपन्बा कप्पियहारदृचार तिसरय पालंबपल बर्माण कठिमुत्तय सुकयसोचाभरणा पपरवत्यपरिहिया चंदोलिप्त गरपाच्यगया एवगयगयारहगया सिवियागया it शसिरसामफादर परवठगमरमातापहिरोहर पाविपरियाकामपिसुवर्णपामरण वयापहियाहारपछारमरितु पहारनपसरिनस विधिसरि पामरविष पासंबममपट प्रसंगायमानसोपस मोटर वाहन सवपदोरट मुखनमशासीमापाभरपौवाहमा प्रवरप्रधानवसपदिग्याकरजेपर पदमरवपदसिमसोप्यांवरंगावमरोरखेपना एवेकपक्षपादियायधीपरपोरवादिवापावरमगजहाचोरठीर पावर रथमोटासंग्रामिकतिथि वामी यिविद्यापासपोटाकारिचरर होमोतियारसी संदमानिकापुरपप्रमाणपासनविशेषासौ पेकपायविशारारियोपगवविधरीम - - Page #220 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एम्तिन सपरिमोबरहा था मा नुप गिरतीति विनिति साटानि यानि पापमानानि तान्वयविषयेषु मियोपो पभिधीय पापति महणानि । मरारोनि सोपत्ति थिरिका' कुटामारावादिता पम्पानविषिषा सदमाविरत्ति प्रदमानिका षषममाषायामा बम्पानविशेषा एवं पायविहारचा . रे पामिररूपी यचार पर सतमान परिवागुरत्ति वागरा अगम्यम पुरुषबागरेप सवतोऽवस्थामात पुरुषवारा वमा वम्मिं गुग्मा गुमिति । मिते तव पण म्मानमातोववाद पर मुस्खा वर्गावनि पवएनाष्ययोमाषसमास' गुम्मा गरिति गुमम सन्दमाष गुरमेन पर भूति सदमाणिवागया पप्येगापायविकारचारियोपुरिमवग्गुरापरिसिता महया सबिमोहयाययोल कलकलरवेणं पक्युग्मिपमहासमहरवभूतं पियक्करमाया चपाएनयरीए मम मन्मेण णिगच्छतिर त्ता नेवपुण्णमहेधेहए सेवउवागच्छारता समणमा भगवत्रो महावीरस्म अदूरसामसे छत्तासौए गदिशपुरषासनिमगांधिवानोवा गुराबाठोजतिममिनुपरजपरिपया मोटारर उलटससोपसपिसनादबरतापान एलपममोटर सन्दरतामोनयमोसमझिमपहर वसवरयादसमझाररावह रवगदरता पग्मिययतीपिसारभिमगावाषपमहासमुद्रमोटासमतिमतीष नपरयाशिमकारमयदकाबारपाषष्ठर चावरेस्रबारबारविपरिषरतामा पानमरोगरविवार मधामध्यरविचार मोबानगरमादिवशी मोमरोमर बिमानसपस मदरचमुपदेशरमहति तिरपानपारपाचारर तिचायोमर यमयत पर्नुपरणचार भमवंतमधिमा महारपर्मय पुनावीपणहारताना पतिदूरमहीपतिबगलामो परमप्यत्रगोशाचादित तोवरभगवतनापतोसयरवोसमोरिया पामर 620000 Page #221 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । गुस्मार्गाध मायक्ति माता रवति योग' । प्रतिसोपनाययोहरसरविषति एकटयानन्दमणिनि' सिनादय प्रतीत पास य पण यनियनितो घमिरेव बरकतप व्यववधम सएव पतची यो रव स तवा सेना पक्ष्ण भयमहासमुधरवभूयं पिवकरमापत्ति प्रचभित माणसधे घोपमातमिव तपय मिव नगर विधामारस्व अधिदिद पदच सुव्य मते पायदारो मिप्येमापन्ति स्वरितगमननितपादप्रकारेप पम्पर तस मिव फोड़मापत्ति पादपातमतिरवियावाय प्रोटयन्त पूर्व एमदिसिति पया दिया पूर्वीचमचणया एगाभिमुत्पत्ति एवमगतवन्त मभिखाचीहत्य [ भुख येपान्त एवामिमुषा तिबगरामेति तोवरातिषान् बिमातिय पान प्रायवाहवा ठार तित्ति यानानि गण्टादोनि वामामि गवा है दौमि सापयन्ति मिरीकृष्र्षन्ति पचिट विट्ठम्भतोति हसते तव विशेषेण सायन्ति नियोकुर्वन्ति (तो वाचनान्तरगत यह सिस्यते जाणार मुय त्ति भवि विश्वस्यति वारपार विसतित्ति परपाव मुस्कानमन्ति पुप्यतोसायंपातमापूर्य सचितासंगारति सचित्तच सचेतममवार र राजसच विसर्च सन्तोति योग विप सपित्तमिवार पुषताम्यूपादिक मादियदात तयाविधादिगम सथा पहारच किंविधमित्याच पायु तित्थयराभिसेसे पासंति पासित्ता जापवाणाई ठावतिरता जाणवाणेहितो पञ्चोकति पच्चोरिप्ता नेत्र समणे भगवं महायोरे तेणेव उपागच्छा उवागच्छित्ता 6-Eco-rectoग-100 - - - वेगसापकोदेपर देपोमा बामगाइविपिरिवारमपमघोड़ादिकवापरधरपर यापोमर यामय कटादिषाहम उपभपश्चादिषयको ठाजतर ठातरोगा विहायमरतपनावरणार मगवंतमधिमावत महापौरवमय माबोपहार तिहांसमीपरपावरमगवतपास तिहासमीपरपापीना Page #222 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ostxtcan-door प्तिम उपरिकोझरणा वा मानुष गिसतीति विहित्ति हाटानि पानि पनामानि तान्यन्यविषयेषु पिचोमो पभिधीरत पाति प्रमाणानि ! पारादीनि सोरनि मिविया कुटाबारावादिता पम्पानमिपा सदमाणित्ति मन्दमानिया' रखममापायामा बम्पानवियेपा एवं पायविशारचा . र पारिहारकणे चार सत्तर स तथा तेन पुरिषगगुरत्ति वागुरा पगबन्धम पुरुषवागरेच समतोऽवसामात पुरुषागरा वारम्मि गुमा गुमिति ! वरिपो नव बम म्मानवातोवर पर्गेर मत्वा वर्गापनि पवएरेशाप्पवीमावसमास' गुण्यागपिति गुम सन्दमा गुरमेम पर भूति मदमाणियागया अप्पेगचापायविहारचारियोपुरिमवग्गरापरिसिता मच्या प्रविमीणाययोस्त कलकलर पक्खुग्भिपमहाममहरवभूतपिषफरमाया पाएनयरीए मना मनमोण णिगच्छतिर ताजेणे वपुषभद्देघेरए तेवरवागच्छारता समपस भगवत्रो महावीरस्म अदूरमामते छत्तातीए पदिगपुरुषगरानिममपर्वाधिवानीवागुरामागेप्रतिमहामनुपांजपरिपया मोटमगारर सस्कृष्टसघोषसंबंधिसनादकरापानदयपनमोटष्ठ मयातायोसमम्दनीसमझिमपार वसवसयन्दसमभारपायहरवपदारतर पविभवतीविवारविमगामापामाससदमोटास मदतिमसोव मगरमाशिमारवादकोबारसपावरेबावरेसाबारबारभिपरिकरतापया पानगरोनाविर्वर मध्यमवविधायर नौवसरमगरमाहिवामी मोमरोमर बिसरमानवारसमद्रय चनुचेयदेवरसह तिष तिमानपारपाचारर सिपागोमर यमयतपकरणबार भगवंतमधिमा महागोरधर्ममयुनावीपणहारना पतिवमीपतिगवान बवपर्ममयोबहचारिश तोवरभगतमापतोयपतोसमाशिषा पास J " Page #223 -------------------------------------------------------------------------- ________________ o-Eco testos गुल्माधि महयत्ति माता रवति योग । युनिसोचनायोस क्सकसरता सस्वष्टपानन्दमधिनि सिहमादय प्रतीत पोच र परम यविवणितो घनिरेव कासकरय व्यवधन सएव एतमचनो यो रव स तथा तेन पटुभियमहासमुहरवभूयं पिवकरमापत्ति । प्रचुमित महाजमधे घोषप्राप्तमिव तमम मिव नगर विधानारत्यर्व शचिदिए पदचतुष्टयं हसते पायदहरेष भूमिप्येमापति खरितगमनजनितपादमपरेप पम्पर तर मिव फोमापत्ति पादपातमतिरवणाय स्फोटयन्त पूर्व एगदिसिति एवया दिया पूर्वावरचणया एगाभिमुक्ति एवमगतषत मभिवचपोतस्य मुर येपात पवाभिमुखा तिजमरामे मेति तोवरातियपान निमातियवान् माएवापार ठार तित्ति यानामि गवटादोनि वाहनामि गवा दोनिमापयन्ति गिरीकृष्र्षन्ति बचिट विट्ठ भतीवि द्वग्मते तव विषेण सम्भयन्ति निवतीकुर्वनित (पूतो वाचनान्तरगत पसिस्थते नापार सय तिसि भुवि विन्यसति पारपाई विसतित्ति परपाव मुस्वा समन्ति पुप्पतं गोसायं पाहमापूर्य सविता कारति सचितच सचेतममार रामसप विसर्वयन्तोति योग' विप सचित्तमित्या पुष्यताम्सादिक मादिशप्दात तथाविधफत्तादिगुरु तथा पत्रकार किंविधमित्याह पायु सित्ययराभिसेसे पासंति पासित्ता जावयाणाई ठावतिता जाणवाइयोहितो पचोरुति पञ्चोलक्षिप्ता बेणेव समये मगर्ष महावीरे तेणेव उपागच्छम् उवागच्छिता -rect-to-T-165 गायौदेपर तेदेपोमर पानगाहविरिसिवानपभघोड़ादिवपापपररर चापोमर यांनयवटादिवाइम पमपमादिकथकी ठानतरी ठापवरीलर विहायमपतपनापरणार भगवतमधिमावत महापौरबर्मयचु मात्रीपपहार तिहासमोपपापरमगर्वतपासर तिांसमीपरावीन Page #224 -------------------------------------------------------------------------- ________________ D समितन सपरिवोबररूपा या मानुप पिरतीति विविक्ति साटानि मानि पापमानानि तान्धमविषयेषु बियोपो पभिषौयन्त पारसि प्रबहपानि, । पमरायोनि सोपत्ति मिविका टापाराचारिता पम्पानवियषा सदमाधिपत्ति प्रदमानिया रुपममागापामा जम्मानवियपा एम पायविहारचा एवं पारतिरपी पवार सरसता तेन पुरिषगगुरत्ति वागरा भगन्धम पुरमागरे सबतोऽवस्यामात पुरववागरा वमावियि गुम्मा गुम्पिति परिपते तव पप्य म्मानबातोवन्द वर्मपरमवा वर्गावर्मि पतएवज्ञाव्यवीमावसमास गुमागुपिति गुमम बन्दमा गुरमेन र भूखेति ___ सदमाणियागया अप्पेगनापायविहारचारियोपुरिसवम्गरापरिचित्ता माया उबिमौरवायवोल कलकलरपेणं पक्खुग्भिपमहासमुहममत पियकरमाया पाएनयरीए मझ मज्मण णिगच्छतिर त्ता जेणेषपुग्णभरए सेणेवनवागच्छारता समपम भगव यो महावीरस्म अदरसामसे छत्तातौए गदिमपुरपगाराभिमम्माधिपानीवागुराबाटोतिमीममुपानपरिक्या मोटरमगर उस्कटसमौदसंबंधिसनादबरतापामदापनामोट । सम्पमतामयम्पनीसमझिरपर सवपदसममारपात रमयदरतर पनुग्मिवधतीविसरभिमगामजपपरमासमुद्रमीटासमुद्रतिमसोश' मगरमाशिममारपसदबासापावरेशावरेनषारहाररणिपरिकरतांवा पानगरोगविर्वर मधामध्यरविर मौवामगरमारियो मोमरोमर बिगलामबाप मद्यधनुषदेवरसतिष तिवमानपारपाटपारर सिजापावीमर बमपतपशुहरपसार भगवंतमतिमा । । मारमंगषु मानोपमारताना पतिदूरीपतिवमवानको पवर्म मपयोबबादित तोकरभगवतनापतोगयोस मोरिसा पास 1 Page #225 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Deat h ग1ि06 । गुरुमागुमि मध्यत्ति माता रवति योग समुतिसोहनायोचवस कसरपेचाता प्रत्यष्टपानन्द महधिनि सिहनादय मतोश पोच र पर्व १ यविनितो पनिरव ससमय व्यवचनः सएव पतमचयो यो रव स तथा तेस पण भियमहासमुहरवभूयं पिवकरमापत्ति प्रमित मधाण राधे चोष प्राप्तमिव तमय मिव नगर विधामारस्य शचिदिप पदचतुष्ठय रसते पायदारेप भूमिप्येमापत्ति स्वरितगमनजनितपादपहारेप पम्बर तस मिव फोरेमापत्ति पादपातमतिरपाय मोटयन्त पूष एगदिसिंति एक्या दिया पूर्वोचवणवा एगाभिमुत्ति एकमगतवरा मभितचपीसत्य मुर येपास एवाभिमुषा तिवमरामे मेति तोचकरातिपान निमातियपान जाणवाहपार ठरतित्ति यानानि गटादोनि वाहनानि गवा दीनि सापयन्ति सिरोऊष्पन्ति चिटविट्ठभतोविस तव वियेपेण सम्भयन्ति नियतीकुर्वन्ति (पूतो वाघमातरगत वा रिस्पते बायार मुयम विसि भवि विम्यस्यति वाहयाईविसतित्ति परपाव मुस्खयन्ति पुप्पतंगोसायंपासतमाय सवितासंचारति सपिच सचेतममसार राजसच विसर्जयन्तोति योगः विप सचित्तमित्यार पप्यताम्पमादिय मादिगदात सवाविधफतादिगद तथा प्रकारच विविधमित्याह पायु में तित्ययरामिसेसे पासंति पासित्ता जापवाणाई ठायतिरता जाणवायोहितो पचोरुति पञ्चोकश्तिा व सम मगवं महावीर तेणेष उपागच्छर उवागच्छिता 'गशावकोपर तेदेपोमा बामगाहापरिसिवानहपभघोड़ादिवापरपरबर चापोमर यांमधटादिवाइम एपभपवादिकषबी रेठाजतरर । ठायवरोनर बिहायमतपनावरपार भगवंतमहिमापत महापौरवमय नाषीपणार तिहासमोपपावरमगवसपास तिष्ठासमोपपापीन ૨૨ -o -Sabar Page #226 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -lo6 A तिन परियोमरपा गमानुष पिसतीति विमिति साटानि यानि पापमानानि ताम्बम्धविपयेषु वियोभो पमिधामन्त पापति प्रबहयामि 1मरादीनि भोयत्ति मिरिका टाचारावादिता बम्पामिरीया' सदमापित्ति पदमानिया अपप्रमापायामा जम्मानविणेपा एवं पायविहारचा. पाररिहारणे यार सपर स तमा नन पुरियापुरत्ति वागरा मगरधन पुरव मागरे । सवतोऽपरमानात पुरुषवारा वायम्मि गुमा गुमिति । परिमारने नवा पम्य ममानमातोवर बर्मेपर मूवा वर्गावर्गि पतएवायवीभाषसमास गुप्मागृश्चिति गुस्म बन्दमा गुस्मन र मूति मदमापियागया अप्पेगामापायविकारचारिणोपुरिमवम्गुरापरिथिता महया उषिसीहणायबोध कलकतरर्ष पविभपमहासमहरवमत पियकरमाया चंपाएनयरीए मजमा मज्मण णिगच्छतिर साजेणे वपुग्मभघेरए तेणेवचवागच्छारता समयस भगवघो मावीरस्म प्रदूरसामसे छत्तातौए गदिशपुलपगाराभिमभूगाधिवानोगगुराबाटोतिमीमपरजपरिवया मोटमगर उस्कएससौरसंबंधिसमारवरतापामएचपनमोट । ममताबीसमम्दनीसमभिरपहर सवपसन्दसममारपाबहरण्यदरता पश्मियपधतीविसरनिमगावरवपकरमहासमुहमीटासमुद्रतिमसोक मगरमाशिममारणपकायापाठोपाठीमबारबारेपिपरिषरतावा पंपामगरौनरवियर मघरमध्यविचार मौवसरनगरमांकियो मोमरोमर पिसामनारमा भवपनुबदेहरमश ति तिरपानपारपाचारर तिपापोनर यमपतपकरणार मग तमतिमा Y महामोरधर्म मनापीपलकारतेनर पतिदरमहीपतिबगहामहोपवर्मपमोबाचादित तोरभगतनापतीमय वोसमोरिया पामर mit -- - Page #227 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क या धादिक प्रायुधादि प्रादिशब्दाच्यचधामरमुकुटपरिगड पाहण्यापोपत्ति उपानही एगसाप्रिय उत्तरागति एकाटवन्तमुत्तरीय विन्यासविशेषे 'आसक्ति' भाषान्ता शोधार्थ लतबला 'चोक्खत्ति' भामनादपनीता विद्रस्या 'परमसभूयत्ति प्रतएवात्यव चोखता 'अभि गमे पंति' उपचारे चाभिमच्छति भगवत सुपचरति चक्का सेन्सि' दर्शने 'मयमा एमतोभाव रति । अनेकस्य एकत्वस्त्र भवनं एकवीभावस्तस्य यत् वरच तत्तथा तेन एकलोमावारबन पान इति गम्यते मनस' एवाप्रतयेत्व का यिक पशुपासनामाष्ठ 'सुसमाचिपसंत साहरियपापायासमा प्रशान्त रहंत उपयान्ते सहि संहत संयोगोतं पाणिपाद येथे तथा प्रतएव अंजलिमरसिया' पष्नचिना ! पिता मुति सकलाकारो लती हस्ती येथे तथा वाचिकपर्युपासनामा 'एवमेय भतत्ति एवमेतदत्तमहारवेति सामान्यत अतितहमे तिविशेषवादिष्ठ मेयति माया भविषय स्वयं प्रतएव ममेयति भगवन्मुखात् पतत् प्रतोतिमासीतमेतत् इह च किञ्चिदिष्ट मन्यत् प्रतसितमेवेत्यत उच्यते मूच्छियपचिच्चियमेयति सम्वेद एसभट्ट प्रायडितोऽयमर्थ पूर्ति माणसियाए तचिन्तन्ति तस्मिन् भगवद्दचने चित्तं भाव मनसे चिता सामान्योपयोगापेचया वा तत्रिन्ता तथबत्ति 'तमनसो द्रव्यमन प्रतोता विशेषोपयोगं वा सान्ति समेया भगवचनमत शुभामपरिणामविशेषा' बेम्यादि प्राप्यादिद्रव्यसाचिव्यषमितधामपरिणामी प्यादिद्रव्यसाचिव्यात परिणामी य पालम स्फटिकमेव तवार्य वेनाशब्दः प्रयुज्यते तमष्मषसियति यवसायी अध्यवसितं तचित्तत्वादिभावयुक्तानां सतां तस्मिन् भगवदचने एवाध्यवसितं क्रियासम्पादनविषयं तित्तिष्वमा सापत्ति तमिव व मगवचने तोत्रमध्यवसान श्रवयविधिक्रियामयद्यविशेषरूप येप। ते तथा तदप्पिकरणन्ति तस्मिन् ( भगवत्यर्पितानि करव्यामोन्द्रियाणि शब्दरूपादिपु योषचचुरादीनि येत तदर्पितकरयाः 'तयहोवछन्तन्ति तत्र भगवद्दपनस्य योग्यं स्वतोपयुक्ता ये Page #228 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ममण मग महावीर सिषासुतो धायाक्षिण पवापिस करेंति करिता वदति शमसति वदित्ता यमभित्ता पच्चासम्म सारे सुम्मसमाणा पमममाणा पभिमुहा विणए बलिमोठा पध्नुवामति सएसंसे पवित्तिवाउए मौसेकशाए खासमा हासले जाप कियए यहाए नाव पप्पमाघाभरपालं किपसरीरे सयानो गिहापो परिणिक्खमा मयापो गिलामो पडिविस्कमिप्ता चपामगरि मा मम्झी बेणेव माहिरियासवरियावसष्ययावारिमीया पमपतपसी भगवंतचानयंत महागोरसमयमाघीपरहारपति तिपयुत्तोतिपिपार पायारिपगाधिपधिसिमसपाससमयादाटेनरमदचियाबर ने पदचिरोनर चोदरस्तुतिकर नमस्कारमामवर बारोप्युतिकरोगर नमनारमसमवरीगर प्रतिपासघटकाटनही पतिदूरगाठ महोपामसीमामाचपतो ममतारप्रवामपरवा पमिसरामुमा विमरवरी प्रावलिपुटहापविजोगीमा पर्युपासमामेवाकर तिवारपी । प्रतिगावभगवतपायामीनातनम्बर परवावेभमनपाउचाया पाविपरासरितसरकार वियरिसतोप बावयवीरोबार पोर रिपाम्यठ पानोर वावमदादिमबमोदेवपूवादिष पमबोधमारपबपामामामुमपरपामरपिपरायव्योममीबगरीरहे मा रापपत्तिवापर पापापरषोनौसर पापपारपयोनीसरीमा चपानमरोप्रतिमपरमपर विचार जिहांगारिरहोसमागचौरस भामाठिपसागरशासवठयताविपरवरिवो वापसन्दबमोनोगामोपवाधिवासितासाबरमरसीमा प्राधिकभगवंतनौषधारी - ---- - Page #229 -------------------------------------------------------------------------- ________________ --कनारमा माप्ति गमागम कुर्वन् ।छ। मतवाचनानुथिरते वसवाव्यति बसण्यापूतं सभ्य व्यापारपारायण पाभिसेजति पभिषेकमईतीत्याभिषेक इयर 11. यति प्रधानमस्तिन परिप्रति प्रतिपय सबह पर पारशक्ति प्रत्येवमेकं कश अत्ताभिमुशारति गमनाभिमुखानि सुत्ता ति युवानि वशी ॥ पादियुतानि शचित धुम्यानि पठान्त तानि च बम्पा नविशेषा वाचारति पवटानि समितरवाहिरियति सहाभ्यन्तरेण नगरमध्यभागेन वाषि रिका नगरपहिांगो या तत्तवा (श्रियाविशेषणवेदं पासितसमचिपोवसित पासिता सदा छटेन समार्जिता फचपरशोधनेम उप * सित! गोमयादिना वेषियार सिंघारगतिगचतवचरपटहपहापस च पायाय कचिवोपक्षम्य तथा) 'पासित्तसित्तास पिसज्ज ततेण से फपिएराया ममसारपसे बनवाउन घाम तेति ग्रामतेता एयवयामौ खिप्यामेव भोटेवाण प्पिया पाभिसेक स्थिरयण परिझप्पेशि इयगयरपपरनोहकलिनचचाउरंगिण सेण समाहिछि सुभद्दापमुचा णयदेवोग बाहिरियाए उपायसालाए पाठिएवं पाहिएकाइ अत्ताभिमुहार नुत्ता हजाणाइ उवठ्ठयेच चपा पुवटुक म पटकमतपधिकारीले मतिं पामवेडावावीनर एकवट कहानवमो विपउतावलापहोदेवानप्रिय सरसनभावमपोरवचन प्रभि पेशवोपापपोसिरसमानरसीप्रति प्रतिवमहसबसपबरोश गारो घोडाहायोरयप्रवरप्रधानयोघ सुभटसत्रहवाहमंगारबरीकरितमनो रपशु करपोचारिप्रचारनौसेनाकाटकसवयवसब्जबरपो सुमद्राप्रमुपवे समसदेवोपटरांपौवहनोबारिगोषरसवानीयासासभाकतिको प्रयकर एकोपीनचएपपोररमसगौरापीमायामकारव यावाभगवतमावादिवावापूवानरपभिमुखसम्म पयोतोयानवम्वदेकरीससिगावन्चिशिवस्मापय -0 Page #230 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तपयुता 'तम्माषणामापियत्तितेन ममापनेन तदन वा सका भावना वासना मानसबतें तया भारिता वासिता न वासनान्तरमुपगता येते तापमाभापिता पतपक पगममत्ति परितीवमनस' पतिमयतया प्रधानमगसरत्ययः पविमपत्ति पशून्यमनस पदोमममसो वा प्रगतिखान पावमयक्ति भगवन्धनस रचव विमुख भवति विषयपधचापरामरत्तम बिनवचने घिनवदने वा धर्मानुरागण र ममो येषां ते तया एका विवामितानितमपभूतोनि सर्वाणि पदानि तदेवापताप्रमप्रतिपादनार्धामोतिविसिवपरवमसमयणपयपनि विगितानि वरकमम्तामोपनयन * वदनानि येति पयुपासत इति । समोसरपारति समासरयानि वसतर गवसत्ति भगवदवमानावगमा निष्पयत स भगवामबनित रतिजामी । पति भा' 'पागंतामुपति पागन्तारारि वेषामन्तवा वसस्ति पारामागारेमुवक्ति पाराममध्यपतिपत्रेषु पाएपणे सपत्ति'। पासनानि येषु हावा पाविसति वागि पावणार महारादिनामानि 'पावसहमति' पापमवाः परिमाया - १ मानि परिवरी सपत्ति पचणारा प्रत्यक्ष 'पपियसाधासपत्ति भाडयाचा पर सामान्य यावा तु पजमेर दोपतरसुचतरख. एवं नापपिरेम पापसाचादतियोडागारससि चाचपडेषु 'साबत्ति म्म गाने सुवामार सुत्ति शूग्पयो परिषिमाप्तिम्भमन् 'परिघोडे ।। पिसौरता तम्मपवित्तियारप्रस्म अद्यतेरसमयसापार पोरदाणदलयसित्ता मझारेति सम्माणति महारता सम्मायेत्ता पटि । नानपचनर पात्रसमसमा एनबरसाठापारासापपानापत पाए पोतदानादामपापापापोगा सकारवनादिवछठार सन्धानमा मामादयर सावारपणादिमठासीनर सब्यानरचमानदेना हमाविस परिप्रतिवठशावर लिवार पशोमणिरामा भभसाय पिन । Page #231 -------------------------------------------------------------------------- ________________ deta मारेति गमागम कुर्वम् ।। मनतवाचनानुत्रियते वसवासति वसप्यारत सेग्यव्यापारपारायई 'पाभिसेप्ति पभिषेकमातीत्यामिपेयी इमिर 11 पपति पघानातिनं परिवरिति प्रतिस्पय सवा कर पायति प्रत्येकमेकमा नसाभिमुहारति गमनाभिमुखानि शुत्तारनि यहानि वली ॥ वादियुतानि शपित युम्मानि पठान्त तानि च वम्यानमिषा बाणारति सकटानि समितरवाहिरियति महाभ्यन्तरेण नगरमध्यभागेन वाहि रिचा नगरवधिभौगो या तत्तवा ( क्रियाविशेषणवेद पामित्तसमबिपोवसित पासिधा सुधक जटेन समार्खिता फचवरगोधनम उप सिता गोमयादिना वैविवार सिंघारगतिगवताचारपटप्पापस च पाश्वय सचिवोपक्षम्यते तथा) 'पासित्तसित्तास घिसन्नर तलेग से फपिएराया मममारपते वसधाउन शाम तेति यामतेता एषवयामौ खिप्पामेय भोटेवाण प्पिा पाभिमेक इस्थिरयस पडिकपेशि इयगयर इपयरनोएकनिनचचाउरगिण सेण समाहिरि सुभद्दापमहा एयदेवौण बाहिरियाए उठाए साजाए पाठिएक पाडिएकाइ जताभिमुहाइ गुत्ताजाणाइ उवकृयेश सपा पुवटुव म कटपमा परिवारीतेपति पाम परदेशावर्तनवीनर एपवत करतठमपभो क्षिप्रसतावलापकोदेवानप्रिय सरसनभावन पोएवचन पनि पेयोपहरएरुपयो सिरमौनरसीप्रति प्रतिवहसबहरहसपबरोश गारो घोडाचायोरथ प्रवरप्रधानयोष सुभटसाहवर्मगारकरीकसितमगो रपयरपोचारिप्रचारनौसे नावटकसत्रहवासबकरपो समझाम सुरसमसदेवोपटरीपौवहनोबारिखोपसगमोगासासमातियो प्रचार एकरापोरवएवेसमोरहमगौरापीमायानक रथ यावाभगवतमरादिवाभावानरपभिमुपसम्पुषयोवोयानवनदेकरीसहितगाजीयलिसिसवस्थापय Page #232 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - सपारख वरावणोहिय पासिवानीपसिनानि तदन्यया पतएर पोल परिताविरानि रामपानरान पामपानि पापपयोषपय रामा यत्र पाता तो 'मगरमाथि मघा मारा चामोपमतिमि तमामयति कमिता गा मा तगा तो पापागिरागपियारागारपगमरिया भामायिने रसले गोल प दिमापी गरि सम्मितरवाहिरि 'पासित्तमित्त मुमम्मरत्य तरापण 'मपारम्पनिय 'पापानिगडिय __उमार्य पड़ागापडागमसि'लाउलोइयमप्रिय गोमीममरमरतपदण नाप गंधिहिमप'फरे बारारिता बारवेत्ता एपमापत्ति पञ्चप्पिणानिनाममामि समण मगप मगर चमियदए गपत मे पाउए कपि । पाचोरावमापरत पानगरोनरमाशिवपासापनपाहिरिनगरीमापारिरसोपामर पिया पितरमाचार पपरवारलपराटनाप स्प्षातररखनामाग पापमोराटमाग पोभायमानरमाराजरिमानानपरिमोनो र न तममोहरकर नानामबारमारामतीमारीयामपसुपरफरोमोमापमान पनरवभिपापपाठमिरर मागराज बामोटोपत्रावसिंगपरोपोभायमानपायोमोटोमवारमरितमरितबसमापाणिरविसमारो पारकार पित पभितवास मोमोबापमानमरपताकासमीपम्पारदरताजपोषोरमापोबरपरोठामिठाविसमा जापानमावोबत नको वातीपमुपपाठामिरवपेप एतचामवासनानगर योषापाशिवराय पर तारीगरोजापारिरामर एमाशापरिस, FAMOMENTS Page #233 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पताताभिस्तदितराभिरतिपत्तावाभिय पताकोपरिवत्तिमोभिवंचिता या सातपाता। पोनगरौपचवर्षयवसवासुगममीय भापत्तियंपञ्चप्पिणा । हित्ति पाचप्तिहा मात्र प्रवपय सम्पाय मम मियदये स्थर्व निवाएत्तितिव्याहतो महामाव प्रचाभिमेय मिरयति यस्वचिदन्यते एण रमा एपयुत्ते समाणे सजावहिपए करयक्षपरिस्गहियं मिरसाव मत्थए अलिक एवषयासौ मामिप्ति पाणार विणपर्ष वयणं पछि सुदरता पस्थिवाउच धामति पामतेत्ता एपवयासी खिप्पामेष भोटेवापुप्पिया कुणिप्रस रणो ममसारपुत्ता पाभिसेल त्यिरयणं पड़िकप्पेश हयगयरपपरोहकलिय पाउर गिणि सेस पपामासामारोगा मुझनरम पर निवारवामिन बार पापिसम पतपनारपसार भगवतनामवंत महावीरकम गत नाजोपयहार बौदवा नमस्कारपरिवाम यो तिमारपोते बसवावाटसदसनसपधिकारी शिव राजार पायोपवरष कहियेवो विषयतुष्टमतोम वंतवायदपोपने रापोश देशपाम्या परतावविपरिगतिपमानारोगनीपर महापापीपावत्र्तवाररवारपांशिर मतकन विपर जसितापक्रमोशेवरोगर पहप वश्विद्यापपो रेखामोति एतबार पाचारबरोमषित विनयरकरीसहित वनराजाष्पिमाल विशेषधोकानेसामसर समितीने हस्तिवापावीमतमोटरुपांतारवहमति पामवरसाददेनिने डर बोनर एससकार पिप्रखतावसनिययसस पहोदेवासुमिपसरससमाधिरामानव ते पिवर्मभमारराजाषिवनपुषहमराभिषेशसहित हस्तीरक्षपाटनुपासावीवेत विपरस्पर सोभाश गारस पानापरउयधोगगामौरबमोटासंपामिकयोधपारिवारसमटतेपक्षितमनोपर चारप्रचारनौसेनाबट क्षसम्परत गारादि । Page #234 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पोपापाठोग इतनपामाणावात यापरिसर ममरवावगे निपोवारा निवाला अ भिशाप्त तयाते सिसिपिरितिप्प मित्तं भरपा नचायrmat पतिसोध परिक्ति परिमीत परिक्षा यत्ता पाठागरे यसपातिमन पापिपप * सियवसाचवेयवागसपरभूमपविरातिनिधपति नियुका पार्षिाने मबह सागपाकिस m तत्तया देशापरिपया धमितादय' मन एकापा पर मचातापावामापा म मति मेरा . सहारे समाहिता एअमाणत्तिय पप्पणादिं तएण मे घिराउर नाच पम्म एगमा पोवा पाणाए विणएवं ययण पढ़िमुणे पड़ मुगिताचायरिप परेम मतिरिसप्प पारिपरि गितान पेपरयात्थपरिवरियपमुमज्ज । घमिमप मम्मदपकवस्यउप्पोनिय फायगावरमापशिायशि परिर पामरोग सबाहोसवा गारोगा एमारोपाचशापवानेबाजामशरोमरमा पो शिरपक्षात सिारपोसारमा पन14 . पेमापाठबनामारवाठ एव पो पच धिमेनासघारीमानविपरमभोगामोनोवाचार निरोप समिपुषण पाचार्य विधागो तागाउपदेशवो वस्त्रनामादिकम्पकार तणावरोगनियमनोरपनाकर पानिपत प्रभासने पपरीष तिवारपरोपनीष परिवरिहयपरिषदोहावन परपरभवनमकीन पwिatantarvaपिरिम S Page #235 -------------------------------------------------------------------------- ________________ न तो कचा दर पस्तुरसि यस्य तत्तथा वच कचइति पाठान्तरं वा गुवे यक ग्रीवाभरच गर्छ यस्व तत्तथा तथा बरभूपसे विराजमान भत्तत्तवायुवेवभूपविराजितमिति पाठान्तर ततो धर्मितादोन वधारय मत क्षत् पचियते यति चिद्दृश्यते तत्राधिकाधिकोना नितिन वा थवा महिना उपवेशन तेजसा प्रभावेष यु यत्तत्तथा तत् 'सबसियरस पूरविराइयं । समसिते सावित्योपते परे ये कब पूरे करने ताम्यां विराजितं यत्तत्तथा तत् पवधूमपरवरंधयार' प्रसम्बाम्यवचूतानि उगकन्यस्ताधोमुखका यस्य तत् मलम्यावपूर्ण मधुकरे मरेम दवगन्धाकटे व्रत मन्धकार वस्य तत्त्वा ततः कन्धारय पतस्तत् वाचनान्तर स्वव मेय विरचितवर व पूर यत्तत्तथा सत् धामरोक रखतान्धकारतानुपामरायां वयस्यात् । चित्तपरिच्छेयपच्छद । चित्र चितवायचच चामरीक रखतान्धकार प परिच्छेको लघुः प्रच्छदो वस्त्रविशेषो मस्य तत्तथा तत् । पहरणावरच मरिवनुदसा महरा र पाना मायुधावधान! भूत यत् युवसव्व 1 चित्त परिच्छेप छद } पहरणावर तेच्चजुप्त | 'सल्ललिभनरास पूरविराइच पतंग उच्च लमश्वरकयंघयार efecatonice भौडि वववववाह विशेष उप्प थियवहित। गाष्ठीय/धोका दिया मोराडो सहित पछि वेव्यपोशकोटि प्राभरण भ्यू गान वरप्रधनिभूप चचाभर पते पर करौ विराजमान अधिकते असे बाइक रोता सहित समविचचतचिचितपसकसरि प्रधान जे बिच पूरकामनाधाभरचते यश्वरीविराजमान सोभायमान प्रलंबलांब८८ सगसामरं गोचराइमदेशि विन्दु पास मपविहन मद्गधिश्रावाभसर भ्रमषतेपरवरोकोघरबंधकारवि चिचविचितपरिच्छे मतषु प्रच्च सच्चावयविशेपजेहन प्रहरयतरवारिप्रमुख उषो यारपावरपेड/प -- Page #236 -------------------------------------------------------------------------- ________________ संगाम पगु यत्तत्ता तत् पाठान्तरे सपापमरपारपारपभरितयुरमच मिति मापन पर मितियRME तर पताषा मासिकारिफिररिता । चमिसपपरिमंख्यिामिराम 'पपभिराम राम पतित मन KURA REP तबा ततामोपारिपत्रमवयसपट 'पासारित मपवितं यमन मर्म गर्मपिन्द्रयो तथा चिपरास : भुयादीनिक्षले विगुत्वमवात विद्युत्परिगतमिवेन्युज तिरप्य वासम मापागा मिरपारपर , प्रामाणिकपण तो नि मते पतची पोत्यातिपयामिप शम्पमा पाठागरे त सोपानvilufirm Tags बमरिमबदमख्ना सन्तामवयं मघंटमपड़ाग पामेलघपरिमंडियाभिरामाचोमारियलमापनघट 'विन पवकासमे उप्पायपव्ययवयवमतामतं गुलगुग्नतं। मपपपपजापान मोममंगामियायोग्ग। पाभिमेर परोगामुपसणसंगामपरिवामपोषणामोपचारापाहातो पविपरित पारीमति प रोप. मोठीपत्ताबापत्रातपरमपिता पंचामधपापपसिकामगरनेणारीपरिमत रविवारविपभिराममनोहर नमाविमापोगानम1 सरिबौमिग पापाटामयुगापिटारपियाप्तीमारुपमा जिधिभार पिएपरितपोवानपोपपदोगमा उत्पातिवदेवतामागताविपरीषारोपपतलपतविमदीसरातो पासपोसाको मात अपवागदपरतपोजतपो मन पररूपबनवानपपत्रीतमनरपोजतापनारमारारतिय - Page #237 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Arre मिति पश् चिमहामेघमिवेति खते 'मद्यपवचनश्णवेग 'मनपवनत्रयो वेगो यस्य तत्त्वा तत मोघ्रवेगमिव पचित् । भौमसमा मियायो सांग्रामिक प्रयोग परिवारो वस्त्र तत्त्वा तत् पाठान्तरे संम्मा मिमाघीण सांधामिका तोच सत्यामिववाद्यमित्यर्थं पाठान्तरे सांग्रामिकं अयोध्य येन सहा त्रिय परिप्प पटिकणेत्ता हयगयर इपवर मोहकति । चाउर गिणिंसेण' समाहेर साहित्ता' जेणेव बस्तवाडए तेणेत्र उत्रागच्छर वागच्छित्ता एश्रमागत्तिय पचप्पियर 'सएयं से बलवाउए जायसा लिअसहावे इश्ता एवं षयासो खिप्पामेषं भोदेवाबुप्पिया सुभद्दापमुहावं देषौणं माहिरियाए उबट्टायमालाए पविच पाठिश्रचाइ नेत्रनिमस्तकभिपेक्षपणे हनिए भनेरायोवचट वोजादाथोमांचि परत समान मोट मायोम्पलेचश्त्र फोसहितघनेर हस्तीभूमीन सवार गुपत विशेषवको सबसकर करो नह] इयघोवागज हस्तीरथ मोटा सग्रामिकयोसुभटपाथियारतेयार का सितमनोवरता करउध• चतुर जिवा कटान अधिकारीदर तिष्ठां गिवीपारि प्रकारमौसेनाकट बसाइ सहन सब गारसहित र सदा होसह करोनर पावर तिभावोनर ठाकुरसीपदोषी तोतेहपात्रा पाठीसह परतेकामकाज करोमधू तिवारपणी वसवाटपात घोषधिकारी जाय गावसिमा सावेदने धाविवरमदाते संभाष करतेह तेयानमा सानामधिष्ठारोन श्यामशाला नश्तेछन एवं कतिव महोदेवाप्रियवरसप्रभाववत समद्राममुष्वपादिदेवून देवोपटरापोते ही ● वाहिरियो उपस्थानाताळम प्रत्येक पर दोषी कोराची प्रतिपूर्वक एडवा यात्राभगवतमा दिया जादू भिमा चोवीस करो चिपक तावयस्यार सिवानीने सभावइतिभाव Page #238 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पिरो तो न यो मनोति तदीय बाणारंपचु पिरति मायादीमा पमान गिरोने तरि बीबरोति गोपेरन्ति गासामा निवासवति मति सपतति एण्य प्याने पति सोनेतिपादिचारमाना प्रविमरत्वपसारयति समवरिति समसएरोनि पन्धपोलारिभि सतामाराव परोति मगरतिरामारमा पप्ताभिमुहार नुसार भाषा उपधेरता एग्रमापत्ति पनुप्पियाडिनरोग मे जानमानिए पानपा पप मा पाणाए विणएवं वयणं पहिमुणेर पछिमुपिता पोय जाणमा नातेपेर गगहा तेमनगगरिता जापार पञ्च वेफ्लेदरता । जाणार सपमजेदरता' लाया मकर' जापार मा नापारयो । बामगारपीपरिसिरुपयापरमनवरी पापीघमाराप चापोरोम पोमामीचमाभिमोपासीमानासोसम 1 तिवारपौतापमासिपोशापमापारिकरपोपपिहारीमा ममापाटनापधिकारीन: पपवोत्रा गावीर fucraft परनमामोनल मभितर सामसीनर मिवर पानगागेपरिननोमासापान विसपारपार तिर पात्र टादितमपत्र विक्रेटरिनरीवोयर माईनर पानामनिरमागरनिगारमागिर पामयादामासाfit एवठामपर एकर टीमवरोकर वानयवटादिवोरेगामापारिरमार पानमस्टातिमोतार मर Page #239 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माखन कदा बिलोदोम पापात्ति पास्काश्यति हस्ते माता पति उत्तेजयतीत्यर्थं दूसे पयोवेति मचिकामादिनिवारणार्थ नि प्रतोषयष्टि कामि वा व्यपनयति बाप्पार जो पति पाने यांना मोजयतोति संयोजयतीत्य वे पश्यद्वित भाणाइयोबेला' जाणा यटू सेपयोगेश्२त्ता जाखार समजकर शत्ता जाणावर भरकम डियार करे तिता । शेष पाणसाला तेथेषठवागच्छर तेथेयस आगच्छित्ता वाहणादूपच वेक्वेरश्ता वाइवाइस पमज्जरत्ता पाउ बोबेसा वाहवाण्फालेरश्ता टूसेपवीरता वाहणार समज करेतिता वाणावर भडक मंडियाइकरे मानकादिकसे पोचे दूत हनाचाच्छादनवसतार वेगला कर पतारी गारमे याम शकटादिकसमस्त कार जावपादिने पक्षका सर्वर वारकरीने यानगकटादिकावर प्रधान गाभर पसायोगादो पौवाडितिभूपिनकर करोनत्र जिवाहनसभा दिकनोमासानिलर तिघावपाठपारण तिची भावना वाहनमादिवत्र सरोष्ठी पर जयते इनकोईभर सम्यगप्रकार प्रमाषझाटकर ममावाटको नह वाहनउपमा दिन पोइसाला साठाच कोना हिरिकार वाढोगर स्फाले हायें सरोन इलाज सावधान कर पावेतो धूप घोलाडवाचन घोसारपूर्व गमावर वसारोन वाइनद्यपभादिवन सम्यग्म कारद कारमलीपारा सौगनिपरपोसि सुहरावट (समरडकरोनर वापभादि सेवर प्रधानभोजको भाभरथम धोरण भारी सादिकर मंडित महाकरवर वाचनपमा दिकयेया नमकटपहिचन विपर भोवीमर प्रतोदय द्विपिराचीपेडवा मोसाको प्रशोधरगाठीन पेटमारते वाहनउपभादिक वाहनउपभादिकमा सम C C 1 Page #240 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . تراویس - - - . -. .. ...-- - - पसवधरे यचि प्रतीवघरान् पारपेटवान् पमति पक्षका पासारसि पापानि ATER पापापा -१ मा मागे श्ता वाहणार मायाद नोएरत्ता पत्तोदग्नशिपउयधरेप मम पाउपातिा यमग्गग्गामा नेपा पाए तेपेटवागच्छारता वलवारसम्म ए प्रमाणनिपचप्पिणार तत मे मावानए गगरतिर पामतोगा एवं षयासौ पिप्पामेव भोदेवापुप्पिया चं एगरि सम्भि करवातिरिय पमिय गाय कारपेशा एपमानसिप पर्याय वार्षि तसेई से पगरगुत्तिए मलयात पम्म एपमा घाणाएयिणएर्ण पडिमुपेशा पगागरि गरिमरगा , एमाले पारतिएकठायपाटनमागतिवापर पठारोगर परिमारामार Tara पटवन परिचारीका निमितापसीपार पाना बनगासमेनान परिवानिमा म गmi-TARA तिवारपोवपापपटक पपिचारोतेपर नगरसोयनगरमबोटगमतपतर hard - 14 चितापसाएपनिवसरितपहोवा प्रियमरससमार पानगरीमतिर मतिरमगरमारिननरनिरार दायर पत्रिीबाटपोवावयष्दयोगीमारबोस परस्पोतरराषपोरीमातम्हारापामारोपार एमा- महामागाटपपो तिवारपयोतेनगरगुत्तीएमगरकोटवार पसारबटमापधिरोनो पॉप पापाचरो जिपरित मपराममोगरस नगरीप्रति मारिपारिसर पासीय पुगंधपरिपोषण तापमदपौधारोपपापपपपरलायरीवरार fairnमारत - ، هتسريع بهمئی مسلم لط - ---- Page #241 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -RA मासिथ नाय कारवसा जेणे रखवाए तेषच मागता एपमाणतिय पञ्चप्पिण। ततेसंसेवनवाए कोणिसम्म रणो भभसारपत्तमा पाभिसेव स्थिरथरू पष्टिकप्पिप पासद स्यगय भाव सणाधिप पासत्ति सुमहा पमुहार्षदेषोसं परिभाषाई उपहपिचाई पासक्ति पपणगरि भम्भितर जाव गघय टिभन कयपामतिपासिता तहित्तिमाण दिए पौधमणे माप हिपए मेव फपिएराया भमसारपुते सेणेवयागच्छेश्ता करयल जाय ___ एवंधयामी कप्पिएप देवासुप्पियाग भामिसिक स्थिरयये यगय जाव पयरलोइकलिभाय चाउर गिणौसेणा मया पषिवारी तिहासतावससपावर तिकापावीनर एपोपानावपश्मिीदोघोड़तीतेपायोस्पर तिवारपछीतेवनवासेनानसपधिकारी पूषित रावानमो भभमारपेक्षम पुवोधमछ हमरमशकिपभिषेककोपएचवह साधौमाहिरवसमामपाटसम्तो प्रतिवमाउ गाणस पास देपर घोशापोरवपाचारप्रकारनौसेना वापसन्दपकोवीसारपोस सचापौर गारी सबकीधा पासे यादेपर सुमद्रापादिदे जेदेवीपटरायोमा प्रायविरलूपारयानमागेपक्षिमि सवारीगरपागोजमापौधावर पासपोये च पामगरीमति भगरीमापिपमपूमाहिरि जापराष्दघकीवीला मोत गंधीवातोपरबरीमगधपए चौधु देपासेदेपा देवीगर विस्मयपामाष्टमतोपचार चित्तमापिपागदपामा मोतिसतोपममविपरपापपू जापयदयवीयोजागीर रियामाषिपंपाम जि पिकरावा मभसारपिकराजाबेटपोपुर तिलांजतावसाटपावापावीगर करत हामविनोगेन वावयदधीवोबागोर एकातवावस पनपीन गारसहितसवासनकरउपोदेवानुपियसामौतुम्हारर पभियेव AAREERINotion Page #242 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तापा शिचा सुमहापमहापदंषोणं वाहिरियाएयरपठाणमान्नाप पाडिपपपाउपत्रात उपति पिसाए चपाणगरी मम्मि सरवाहिरिया पामिप पाय गधष्टिमपाकयातनिजता देवासुप्पिया मम मग महावीर अभिवंदिया तएणसे फणिएराया मममारपुते वनपाउ सम्म चलिए एपमा मोघा पिमम स बार पिए जेणेव पट्टणमाला तेणेपच्यागच्छदरता पट्टणमान्न घणुपविमरता पगायाम गोग्गग्गामा परिसरतपुष बीमारिखममानातो घोगामोरयपापियार चापमा पारी विवशतमरा र मिमी र रिचरगासहितएको मासवातिय गारोमोमामलोपो सुभदादिमा खोपरी रिसोरपार गिमासिवानोसमावतिको प्रचएबेबोरागप्रतएकोगाशेरगेमपीपीको पदावारसागरमागर बोचोपचबरोदाममागेररिसरतेपायोमरत्रभावीपरावरमापनरपिर पानगरो पमिमIfromसिर म चिसोत्रा F पदवीपोप्रायोसपनगंधीपातीमतीरमरितोषारपारपवमोनिचतरपी परोसाविकमरपसभामपनपनापरतात मावतमहायोरममममायोपचारमतर पादिवानापतिवारपची पारामा भममारनेविराम2. T iminine ना पतिसमोपर पानवेम्यामोसवमारकीपी पापमोगमभिसीनिमीयर पीपीगर जायनरी 1 पगाबो चियापर्पवषपामर frienपामाशाचमरिवानीगावामभार जतायपर मिपाकर सागरण Page #243 -------------------------------------------------------------------------- ________________ HIROIN Posta- सापयतीवः पापसासत्ति प्यावामसाबा । पचंगवावामबियामानानु...... निमित्त गोपादौगि तानि तथा ते तत्र वोया गुनिया बखर बर व्यामनं परमरपारमोटनं ममयुद्ध मतीन परयानि चारमा पिपा मवमानप्रसिधा सयपागसहमपागेरितिशतलो पपक्ष मपरापरौषधीररेग सा मनेन पाहापापणाना प्रत्यक्ष तच्छतपायमेव मितरपि पुगंधतिक्षमारिति प्रव पारिति मोम पादिमदाद बरपानीवादिपरिपा विभूतरित्या पौषिहिति रसरधिरादि । धावसमतावारिभिरप्परिचरति दयीयसकर मयपिरिति मनोरमचवाने विधिशिति उषीय मौसीपच्यारिमि , सर्विदियगारपसारपिरिति प्रतीतं एतानि पदानि वाचनान्तरेगाधोरी सेझचम सित्ति तेबाम्यवस्य मत मिसप्प सवाधना प्रियते । मखपापरहिंसते ततेपरसंते सयपाग मारापागासगंधाक्षमााएपौणिज्जेहिदप्पणिज्जेछिमयणि ____ जशिविहरिसिबिंदिवगायपषतावपिनहिं । अम्भिगेकि अम्भिंगिए समाणे तेम्लधम्मसि परिपुरणपाणि करिवागोसमावेशपति पापीमाहिपसरपरसौमे पमेवपणाप्रबारावेयावामयमवरिवागारनिमित्तायोम्पवधिमठ वसवह वामाणपरमर गनए अंगमा भोजित माजेठोसनवौषपष्टिवल शमवरिपरवरीगर सामान्यापारिचीतवावपो विपक्षपोषाकठपतिययास यांतवाक पति मनपाचसहपोपधीतबासपोटरवेचारता सामपाकसानपोषवारनौपजपूतवासासटकरसेरपेचातहरहवा सुगंधपुरवितेचमहागु पवातिपादिना पोचमवसरमधिरादिवधानासमतापारावारावर दीपावलठराम्निमाइतथादर्यबसमावधारर मदनकदर्यमी कन्न Page #244 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुमारकोमानि सोम तसेच तव संभाचिपति योग 'पचिपचिपा कुमालकोमलतमेरिति प्रतिपादन तवामधोभागा देवा तथा पहिंति समितिसारथितेरिति वदनि 'कुरीति सम्बाधनामपि साधुभिः मेयोति विति। प्राप्तार्थं वयोपदेचेरि =हित नाम सुष्मादि मानि मियानि हम नादीनि ताम्यपगतानिति तथा ते पावसुकुमालकोमलसोहि । पुरिसेडिं छेत्रिंदते परतहिं समोर अग्मिंगमपरिमद्दत्यव्य तयकरण गुम समाएहिं । श्रद्विमुहार मसमुहार तयामुहार रोममुहार चबाए इडिमावरमार होममांसन पोट पचपहङ्घिते हमावरबहार मद्रियांचया मरोर हमे पढचकरमद्दवरौ धम्मिमिएचोपडपबराबर समश्वितविवर निलोपनबराज विम विडोवोमीएवापचतावचन पतेव समास हाच पभ्यन्तरको परिभाष परमावाच कार्यविपविबंजनानिवारवहार पकडतापापमोच सहमरिया रिप विधानसोबावर निपुणाजे शिव्यविश्रानर्थगमनादियते सहि पतिमचोपडच परिमयतिय मरंनजरि वचनचच परीमते तारव भदावरि बामविषये तुषमा विशेषबुचाते हम विनिर्माण पर वोटर चलाउन मारमा पर मारि विश्वर Page #245 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 1 = विधारशिति पम्यानमदोरसमाना प्रतीताना पर गुपातिापा सोप निर्माता येते तथा ते पहिसुहाएत्ति पण सुधरे तत्वा दखिम्पा तवा एवं शेषाचपि संवाहयाति समाधमया संवाहमया वा विधामणये त्याचे अवगयसेयपरिषमत्ति पेदी देय पिददैन्य इतिवचनार परियमः व्यायाम प्रनितपरोरामाहापि 'समत्तबासाहमाभिरामसि'समस्त सर्यो बाचन घित्ति जिद्रोपेतयावविपासोप्याप्तोऽभिरा मप रम्यो म स तथा पाठारे समुन मनासयुतेग बासेना यो पभिरामय य स तथा विचित्तमपिरवपरिमतमेप्ति 'कुमित सपाहणार सवाहिए समाये 'अवगयखेत्रपरिसा मे चट्टणसालाउ पडिमिक्समद पडिणिक्वमिर मा मेणेव मध्नणघरे तेणेषपागच्छर सेउवागछिरता मज्जयघर पापविसरता ममुरतनालाउलाभिरामे' विधित्तमपिरयण चामडोनामुषमापरणार रोमरावर सपनावरापार चतुविधधारमारनोने सगावनापियामपातपरसवाहिएकोष समाधवाईतर पवगतगव घर पेदश्यामपापणस परिचमवानीपमाताजेश पाणयासावमकरिपालोयासासभाषको प्रतिगयनोसरे यमनीगाहासमाधवीनीमरीनर, मिहामवनपरानपरिवानीमंदिरपावासपटको तिहापतिमय सुपापरपामधारर तितो पायोमर मजमघरखामवरिवानाघरमदिराहिपसेघ रमारिपरसोना समसमाचौवागापपासोपारप्रमुषप्रथवा मुखाफरनावासियाणवारीपासष्याप्य पोपभिराममनोहर पिचिव नानाप्रशारनामपि । दातादिकरवायतमादिक्तेबरोवष्मितसपोठपोभूमिकाप्रसोपाठीवर रमपोशमगोरस दर मामपरिपानरामउपचपोज नामाप्रयार . नामपिद्रवातरवातनाविभाजतिबेभौतिवे परकरोपितविश्विबर सामरिवानीपौठमानवापनापाकारिबानाविपर सपा नियम || sootकिना - - Page #246 -------------------------------------------------------------------------- ________________ MOM मनिममिका सोदारिति एमोद सोढेर सपोर्ग मास्युरित्यय गंधोदति चोपणरिरमामा पुगतान पर मि सुवरिति सामागिरिव तखशेषगपएरिति तय मानापमरे पानि पोतुपमा पानीमा मतानि (पापमान नरवापासरिय 'पमा पती पतएव पुसमासा गमरामा बापापी पपापयारिवाति सिनिमा पाप या पायभूमापदूसरवणसए । पर मसमूपिवारिमि रनुपपित प्रम्य मिरव पुमा गर्भ पार पानाr ष्मितले रमरिज पहाणमयसि याणामणिरयणमत्तिचित्तमि यहाणपौमि माविमणे गरोदपर गंधोदपार पुण्फोदएहि मुसोदा 'पुणोर कोषपपरमज्जणविहीणे मधिए सत्यकोकपसर जेरि फपिपर मनवायसा पालमुझमालगंधकामास्ववियगे' मरसमुरडिगोमीमचंदणानितगापायमुमा यो सामागोमरी सतिमिथितपापोते पर परो पसनपोरसते पामिवितपापोनपैरो पुमोदमतोलापीपररी प्रयोगारगर बमाचारोगांप्रारमधाममबममानवारिवानीविपिनगररोमषित मपिपानोपन विपरवापोटोमारतरगति चामबारबरीस मारवारोमंगसीवमरमरपारपरपानमनमनमानापमानवरपिर पक्षमापारिरिधरती । मुडमा बचावपावितसमिररमबारारिसर परपरोषागमनल परपतवारमारणारनियमोगरम मनारमनीचरमरोबरीयामाषयरोमा परमबारपमितपय वितरमापावासमोर Page #247 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मान परिमत तवा सह संवत परिचितं येन स तवा परमावासमविसिवर्षियत्तिपचिनो पषिव माजा च कुसुमदाम वध कविरीपन च ॥ 2 मपनकारिदमादिपिसेपम यण स तथा समुभवे पथपि वर्मादेन नामको चन्दनमभिधीयते नवापि मोसीसपदणारसित्तगासे । इस्य मेव विपरन तपोववादित बन्द नमिति न व्यामात पाविद्यमपिसवन्ति पाविर परिरित वप्पियत्यादि माम्बत् पिपरी-1 जगपासिवगलियं गयासियवयामर पिनहानि वानि गोवादिषु गैषयशासीयकामि गोवाभरपायाभरणानि येन स तचा सचि तारो सरितसरे शतानि विन्यसाभि सरिताभरणानि तदन्यानि येन स तवा तत वधारय पचवा पिनवानि पेयकानुसीयवानि बसिता देवसचितवचामरणानि यामरपानि पुष्पादोनि टेन स तथा । वरवडगतयिषभियभुए वरवटकटिक प्रधानहमताभरण बाधामरण ___मरयणसुसखुए' मुहमालायमगविलेषणे 'चाविद्यमणिमुवमेय 'कप्पियहारिहारतिसरयपालनपशाबमाणिकसिमुत्त मुख्यसोभे पिपरगेविज चंगुलिमगलतियगयललियफयाभरणे 'वरकउगतुटियथमियमुए यझ्यिवसस्सिरोए मुहि श सपिपरिषमासापुसमोमोतोमोवषशनानापबारनावामा कुमादिवनाविपनकोधापरवेयर पाविपरियोपरमपिपपरसवक्षनापामरय पपिपोपरिसपोहारपठारसरपोण्डारनवसरमतिसरयविधिसरममार पासबझमपटपसममानव नाभिसगौपडतसवहिस्वकष्टिदोरपोतेप वरीमुखतमोमोमायोपोमर पिचापरिषौवाकोटिविपरपाभरपर पांगुतीनाविपरवठिमीठोपाभरपीधापरिमाणसरितमनोहर मरोरनविपरसपियमनोपरपोधाशवाप्यायपामरपपमेयवेपर परमधामवटबहावमासोनापानाकावरपनरवुटितवहिरपातेवरभारर Page #248 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पिये बाता है सभिताविव सविता भी पस स तथा वित्यिकामगिर परिसर और ममी . . मग पिरपातीय इति कासमी उणसीधोतिताननी मुटदीतगिरण तिमी रोखलपरासन रात हसतरतिरोपण सतया पापबमाणपामुखपत्तरिम प्रसम्म दोपसममानैसममा पटेमरीना सजो अंग सतमा पायामपिवयगरपपिमलमारितरिसपीविमिनिममरिरमविनागिपागोरगर मावारिसमा किम चामपुरन पिस्सिना पारित्ति परिवमित मिमिमिमिति दोयमाने पितानि Fifulagion सोनिया पापिगमगुलिए । क सजउज्जोषिपासखे। मउदित्तमिरए। मेत्ययमुकयरपयय ' पायमाएपमुक्षय ___उत्तरित पासामशिकणगरयणविमनमारिणिउपोषिपमिमिमिमरियम मिनिरिमितापारिवाए भितमारेवाप्रवेरना पधपाप गरोरनापामारीपरपरीमधोमोमायमानदीपाशमदिशामिोटोमपरिसरविमोr पगुचनो माममाचाभरपीपापग्योतवंतोष बरपानमनपजेन्म मासरोदोमोरोपावरविरमा रो में पाहतमबतररितरतमापरितमचभियान प्रायोपमोटापमानपटनगारासतमा पपवेगा भागापबारमामपितादिममवतमादिमिनिमन मारिसमीटमरपरिररोप निपत्तिामीमा , मिथिमिमतदेशेममानविरपिरपिपाएसमीपवाविची विशिरोपररमवित्रीपरिमिशिगनInfraivation Page #249 -------------------------------------------------------------------------- ________________ S AWAuctel येभ्यो विषयन्ति महानि मगोपराधि पाविञ्चानि परिहितानि वीरवक्षयानि परवक्षयानि वा येन स तथा सुमटो कि यदि सचिहान्योऽप्यप्ति पौर सदा सो मा विभिष्या मोघवत्येतानि वक्षयानोति प्रायम् पानि वटसानि परिदधाति पौरवमयामौत्य सन्त बप्परक्सएचवत्ति विच प पसपिरनिसिएत्ति पमहतो सटादिभि विभूषितो वनादिभिरिति सपोरटमझदामेति सकोरपदानि फोरएशाभिधान कुभुमरवववन्ति मापदामानि पुषसको यत्र तत्तवा तेन (वाचनान्तरे पुनश्ववषयक एवं जमते पभपडम पिंगनबोण पमपटसमिय भषादमिव हाणारेतत्वात प्रभपट पिस पवपिग सुवर्ष कम्हिचानिधितवात उएवं मिस यसत्तथा पथवा पम * मध पतिवायपरिपापियेष तत्पटलमिव शिर चोयस तत्तवा तम पधिरमसमसपियपदमहससमप्यमेव प्रविरखएनवाया बघेम सम उभयपाबायोगेन सहियत्ति पातमनियोवतयसाबायोगान पन्द्रमणसममम च यहोत्या तत्तथा तन मंगसमयभत्तियपि, रितिनिपिपिपिरमवासपिरावरिगवपरतकापग, टियापयचियविणिबिपिविचितमुतिसुमसुमहरसहानसोधिएवं मासामिग्यासस्याभि मतभलिमि' पतसंवित्तिमि बेन मिपुरन मिथिला विधिवितं यत्तत्तवा किंकिणोमि चुचप्पियामि मपिहेमजालेम प रखकन किंमइया कप्परक्ख एघेव मलकियविभूसिए सरवई सकोग्टमलदामेण छत्तेग धरिन्नमाणेण चउपामरवाल हौरवपथप्रधामशबनेर विवाषपुषिम परियापासपहारते हिवपोदोसिवासामउ पर्व परिठमुकुटादिय विभूषितवमा विवरवरी मामतुषमपतिसामो कोरटसपनामापरतेनौदाममाहातेपरवरीसहितने इसमेघाबरमवयंपानापतेघराविपीछामरा बना Page #250 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समापन विरचितम खतेन विमिटरविदेन वा परिग परिवरित दत्तलपा पर्यनेमामापुबमापणियामि पारितामा तिरिभिपापमामा अतिवमुमतरमन्दबतोभिव पामत्वरण मस्वीयावान गोमितं यत्तालया तत पदायापारयोर मपरमतदाताले समतरापि पामरविभेषयुधानि मानि बरमुखादामानि परमहापत्रमा प्रति प्रसममामागितानि भूपपालिहवा र भरद बामप्यमावर परिमार मोदय तसेच राम्रो बामप्रमाणेन प्रपारितमुप्रयुगबमाम पद रिसोय परिमय सामाणे यस तता धन सोगवावारिसपिसदोसमासरण गोतातपपाववष्टिरिषजयदीपा पोतादिसपपदापाप सिायनं पता ने कमरपमराह पदमपाएप्पभावरे तमोमबार वीरेम प्रतीत एपो गया पत पटसप सपनो नाममोया प्रमा पनि एमरपोर बचत वेम पसरा रखोममतमोगारपटमा तोरने प्रभावर व पत्तत्तया मारिरपापमपग मोरपिा परत तुमुवा विषा निश्पना चावा पातपपारपसा तया समनु मनाचिय पतला 8 सिद्धापनति प्रपद चित पितानितं वत्तमा तेग परराममिनिसपोरपामारपामिपिएर मप पठो पारामियममा निपुणे विभिना रोमिता सम्पमिता पासापति परोत्तरसमा वा परवारमयागा तामिनिमित पत्ततापुनिपराएत , निहो रमः तम पम्पमो सुचद मोभमप्रचादानपटो वातपातेन निविमितिमितिमपिपरममिनिमरमरतिर पुपरविषधारतिरिवामिरिबार विमिरर निपुरम लिखिमा निपुरामा भवति नियति पत्पिमितानि मितिमिलिनिक मामा गमि मचिरतानि तानि मपिबामि तमा रमापारिबारिबाततितितिभावारा चिरविमिनाचा ANTARAN O Page #251 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मापारि तानि प्रतिसतानि निरास्तानि पुनरपि प्रयापतन्ति प, प्रतिवमानानि वमापसमयोपिकवचात्तत्तपा भवपा ....... शितिमिरकरावा निर्गतानाम मतिपत पुनरपि प्रत्यापतच तच तपचवमरीचिकवर्ष च चपसरश्मिपरिषरसूति समास निपुपोपितमिसिमि । सायमानमणिरवानां यत्परमणसवितिमिरवरनिर्मतापमतित पुनरपि प्रत्यापायलमरोपिकवच यत्तत्तथा तहिनिमुखता विसनता सपरिदरे पनिभारिकतया एबदडेम दुर्वपत्वासपतिदन धरिखमारपायपत्तविरायतेप्रति व्याय पधितषाचनायो सुचतयामरवास वोजिताति व वाचनातरे त पसरियपवरगिरिकारविचरणमनिषायपमरपमिसरोरस नायस गयाहिपाहियति चतराभिम्ताहि मति सचिसा ताभिय तवाविधाभिर्वर कवयितसकपाभि चामराभिा क्षतिपूति योगः पूचच पामरममय सषसितावेपि सौशिनिदेयो साकाठे हादसवापान दुष्ट प्रवर यतिरिकुधर पवनय यशिचर सधरणं तेन मुमुदिता पतिवटा निरूपाहता योपघातरपिता ये पामरा पाठ्यगोविणेपा पोषा यत्पषिमयरोर देवय पविमो भाग ये सन्चाता उत्पवा समातापानवद्या का माथा तामि श्रम 1 सियसिवकमाविमसवसियरययमिरिसिहरविमसमसिकिरपस रिसकालपोयनिग्मताधि पमचित ममति यहिसतयामल पुष्परीक तथा विमम निरमष्ठ सध्यसित सोप्त यमतगिरियिपर वैताठगिरिखट तथा विममा ये ममिकिरपात सहश्मी या सा स्पा ताय ता कधीतमिभ्यसाय पायव दुवा इति समासी तस्ठाभिः पवपाायववसससियतरगायनच सवारपसरियोरोदगपवरसागरुप्यूरचंचसाप पवनाचता वायु । मेरितापपमा तरबाससिता मनोहरा राता प्रतवजोसपापयम् नृत्यविध चन्य स तथा वीचयो महाकशोमा प्रसतय विस्तारमपमत । | सामो चोरोदय चौराबारजय सचासो प्रवरसागरपति वधारयस्तस्य यत्पर मष्ट प्रवाहः स तथा सवरा यातास्तथा ताभि मारस - - Page #252 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - M ar - - - सरपरिसरपरिविक्षावासविमयसाहिं राममभिरिव कमित स्यनेम मग्पा मनमामि गमगरम परिवरे पाने पारित पुस बत पावामो निवामो वकामि ता तथा ताप हा विसपाप धवनावापरति वपाली साभि मिरमियर र - में रोरया या चिपर तसता याप्ताप्तथा ताभिः सारयनरपतरियामप्रतभिरपगार निमोनियो भरतमोबानो स्वरितच पोऽयन्त च पर पविन पोषो वेगरता मध्ये तिमोप्रो गो गतिम्पिो यामीनाप्रपा तालिममारियानिनिमिसिएर पिवाभिशामराचा अवमलेन दोपरिवत्तिवन पपन र मातम्यमिति नया भवाविपगरयपपिएममाNिAIN TERE मानामरियम वरखामा सम्बन्धिको निममा महरिसक्ति मोसपनोगेज्यमा रमपर्व सम्पदोमा विनिता विविपतिदायामापान वारि दोषमानाभि नाभिर्वा भरपासिरिसम दयपगासपपरीहिति पय परपावग्यमानि प्रधानमन परपरि विपी भवन्तीति तत्परिवनिता प्रधाना मवन्तीति परपतमोरताभिरिया मगरपामात प्रमाजानमधदुरता निविता पाता सानि मनिपारिवारिति व्यहवासागर दुरधामगारसामगभावाभिरामारिबानागर सपागम पारामार मोरा व पिपरपस प्रधामपन्दन पते वासो पास तमापी गम' सौरम्मत जम्माभिरामा रम्या या प्ता पता नामित । सचिमारिति ब भोपास/पति उभवोरपि पावं योरित्वप' विषयमानामरासित जित पत३ मामोसमारो । , गेत्ति समुरिचम्ममावपमरापामेष या एम मोतबरबातम्तेन वोजित मा पम्म मतपेनि) मोतिसपना मेनपानोर । मलाप जयगर तो बनेमामोर्गने पम पतमा पर्षगपनापनेबादि पर प गारति परिपाriufan. -- - Page #253 -------------------------------------------------------------------------- ________________ alotoctarotta योणियंगे मंगलजयमहकवालोए मजणघरा पटिनिक्खमर मन्नषधराउपरिषिक्वमिता प्रयोगगणनायग। सनायफगईमरतजवरमारविय कोविय राम मट्टि सेयावत् सत्यवाह य संघिवाल सद्धि लमहा मेहविगएव गहगयदिप्पतरिक्खतारागणाणमजले ससियपि यदसणे परवई सेवबाहिरिया उपहागामाला गय भाभिसे हथिग्यगे सगेव उपागच्छा सवागच्छिता अजय गिरिक समणिमं गयवर्ष परवई दूरूढे तरण तस्म विषागापारिचमरचामर करोगों प्रोय पगगरोरजोनपामगोकनयर पदकोघशाशोवराजाम रदशनदीवरयकरमच मधमवर पानपरिवानसभुवनतेचीखतावन मोनोसरसागकरिवानाधकोनोमरौना पने घबागचनायफमजामा हिमपातरमोटा दमाचकट अनास्वामो राजा महतोकापरयुवराजा तरखरमरुत्तम रामाम माविय महपनापधिपति को बिय कुटबमामायक रमसमोनाषी येष्ठिवरदत्तमसो महित सेनापतरग दसपटकनसनायब सावारतामोवतिषसावर टूप्ततेचेराना मोववारपावर संधिपासकटकमीसंधिमतर तेसविरामम्यगमारिएपरिवग्न धवतमहामषधरतापाभमाहियोनीषमपोशानिपोपपोतर पपठासीनागपसमूहदिपतीपतपोन चमचक्षरसागमागम मगरकोटा मोहितेमाससोचमानीपर मोतिकारीपोदनछानेहमपो नरमनुथन पतिम्बामो विवाहिरसौताडो उपस्थानवरसिधागोशानामभा त्रिी पभिपयसषितपासोपोमानिपखसमान तिहासौपावरपामधारपूतिशापावीमा पत्रागिरिवानपुर पर्वतरागमोफूटगिपरतेपमरीपउगन पतितकीननायकम्पति नरपतिराजाषिश दुष्ठेचठीपर तिवारपछी कृषिकराजाना भभमाग्य शिवमायुधमा पभिषे समषित पाणीमाधि Page #254 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दिवायत्तपसागा दियेव दिव्या गोममा सा पदमा पत्ताशवपनाका भामरति माया मारापमान श्मने रात्री रिमागे रपिता विनिता दनरपिता रचने वा पति रतिया मगदा यतिदा पामो पर्व सामानवापा पाचोवरचनीया तत बनधारकः बागमविप्रयप्रयतो वातेनोना उ कम्यिाजियमानभवनो गाना TRAIनिवार ___ कषियमग्मो मभसारपुत्तम पामिमिछत्यिरयण दक्टरम ममापाम तप्पढमयाए मे गाया परयो । पहावपथ्योए सपाहमा संगका मोवस्थिय मिग्यित्य दिपारत पहमाण कमहामण फनम मच टप्पा तगातर पर पुस्म कलम भिगार दिवाय छत्त पधागा मचामरा दसगरमानापदरमगिजा पाउद्यमित्रगपतो विपाटनमानसमतिं दुकठयपरिषठिपकातिप्रथमपनि रमेरा पाठमनोमुभमानारपुरापासयोवारमर परिणसम्पपचारमा सशसाचोबत यौवचारसत्तमरुपनगरमायतनगरमामध्यममारनामगार सिवात पासपर पुष्प वरसार मच्छयुग्म दपणापारीमा तदमतरतिपारपक्षो पूपपरमभरियको भिगार पानीगारपो दिया । परारिक पताशनानोमोटोपत्रा पामरामरोमरित दर्षनदीपरतिपाताजपजाप्रपामोरमोपरपातरपिगमओपात्रापारमा । , सोवना पागा सातरोपरपोरसायोतीवित्रयनस्वैप्रयवानाम पावापासमियापागनिधो गगनतम पााममातोप नपावरत्रिमतिम पुस्तोपामशिवोपनुश्रमर सम्यगमवाभिमायो दमतातिमारपोरेपरमपिमिदोषमामfarivriter Page #255 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्ववीयो राजसत्व इयर्थो य' पादुकायोग पादुकायुगतन पताकाविशेष एव वमिति हमृता चलता सपाठमा यो समाउन्तति स समायुक्त यत्तत्तथा यहुकिरापुरिस पायन्तपरिचितं बहवो ये विहरा प्रतिक भी पूर्व कारिच ककराय सदन्यविधा सेच ते पुचपायेति समास पादातं पदातिसमूह परिचित यत्तत्तथा कविद्दामोदासविक रकमा वर पुरिसपाग्रा परिणितमिति दृश्यते दास्य चेटयों दासाय पेटवा पट्टिमाइति काटिका सिते निम्ति पनि ह स एष यष्टिगोसियष्टि भयरा असि यष्टि येति कुन्तचामराणि प्रतोतानि पाया यूतोपकरणं वचस्ता] पश्यादिभवनानि वा पार्थ धन पुस्तकानि चायपरिधान लेखकस्यानामि पन अस्मिमा गगष्यतस्तुमवितो पुरषो महागुपुबोए सपद्विचा तयानंतरच वेरुलिषभिसंतविमजद बफोरटमलदामोषसोभिश्च खनखन ममूसिभ विमन घायवन्त पत्रर सौहार्थं वरमणिरय पपादपीठ सपाउच्चायोषसमाटन्त बडकिक र कम्मर पुरिसपायन्तपरिक्खित पुरषो महाणुपुष्षोए सपनिय तयाग्यतर व नमो कोरंटचा माणून मोदाममाला ते पसरी परिमयस्व सोमरापो चंद्रनामामा सागर निभसारोपण समूसित चउजभ catusोविमलनिर्मन प्रातपत कामनिवार प्रातपत्रप्रवरप्रधान सौधा माना माघारण पनि मरिचद्रकांत दिवरच तनादि उपाद पोपमवापोठ पोटवरूप परिणामी रखौरेको पावड़ीतेरा जामोते परकारी सहित सम्यक्कत पाक्षि परमोटि बापूको नलेदयामकरर कोप पावत पालीवारतेबद्द करो परिचिप्तपरिवत्र पुरषोधामयिकी यथानुपूर्वी धनुश्रममू सपद्वियचचावि तदनंतर तिवार व Page #256 -------------------------------------------------------------------------- ________________ • पाका मामरतिमा रमा शर्शन दिव्या डागा दिव्येव दिव्या मोभना सा सपताका राम्रो दृष्टिमा रचिता विचिता दर्शनरचिता दशमे वा सति रतिश मपपदा दशनरतिदा पानी पालोnerater] तत धारयः बाट पवित्र पानीमा कम्पियिनि जवा नियमा - कूविवस्मरणो मभसारपुत्तस्म प्रामिभिक इत्थिरयण दरुट समाया तप्पटयाए इमे चट्टगया पुरचो सातजना मोत्थिय मिग्वित्य यदिभारत वडमागकभद्दामण कनम मच्छ दप्पण तयायंतर चयं पुण्य राजस भिंगार दिष्वाय उत्त पष्ठागा मचामरा दसरथानोपदरसपिजा घाउयवित्रत इमे व पाठमोरार परापान नियम मरुभुमावसन पाप्रति परिचिन पट्टिणसम्म प्रकारचा या साचो र यो सिवा]] [[पूर्ण मध्ययुग्म दर्पण पारोस सहमत रविवार को मममरियो भिंगार नारदमे गराहिक पताकाभाग्नोमोटोध्वजा सामरद्द करोसहित दर्शनदीवर तिमा ताजपत्रात पामोश होवर पापदेविशश्रीराम वातोपरहोमाती विजयमध्ये जय तामामले पताकाध्यायागनिकोपो गगनतल पाजाम मतिमतोद्यामसियो पक्रभर मध्यगमनाचियो तहमा तिवार होने पर किया मितमनिमिनि Page #257 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पत्तावाविष एष धणिपति समता महोछता सपाटया जोयसमा उक्त तिच सोयो राषसत्व स्थर्यो य पादुचायोग पादुकायुगम्तन सभामा यत्तता वाविवरवरपुरिस पायसपरिक्षित बहवो ये विपरा प्रतिकम प्रभो पणापवंशरिष कर्म कराप तदभ्यविधा . पुषपाति समास' पादात पदातिसमूहमत परिचिय जसथा अभिदामोदासपिंजरकम दर परिसपायपरिसिमिति म्यते तब दासय घेट्यो दाणाय पेटमा सहिगामति कालिका कपिट म पमिमहिमापान पनि पर स एप यष्टिदगडी सियष्टिपथग पसिप यष्टि में पति सन्द उतचामरापि प्रतीतानि पाया पूतीपवर उत्तम्ला पशादियधमानि वा पाप धनु पुमाकानि पायपरिचानपतमेखफस्थानानि मिपा गगणतनुमणजिती पुर घोघहापुवीए सपट्टिा तयाण तर पण बेलिभिम सविमजदई मन बफोरटमल्लदामोधमोमिन पदमस नणिम मम मिपविमलं प्रायपत्त पवर सौहामणं परमगिरयापादपोठं सपातपायोपममारत बडफिकर कम्म फरपुरिसपायसपरिक्खित्त पुरयो प्रहामपुवीए सपठ्ठिय तयानंतर वश्ये ज्यान पो प्रममावी कोर वचनामायममौदाममासा ते परसरी पश्यियस्य सोमरापो चनामामा उन्मान मिभमारोप समूसिपल पलभ एकोष पोविमरनिर्मन पातपतरामनिवारते पातपय प्रवरपधामसीधागएनामापासधारमीम मपिपासादिकरवतमादिनउपाद पीठपमम् शिवानपीठ पोठसौम्प परिरपानीस्वीरेषहीपावलीराजामोगरवारोमस्तिमम्यवानपपयाविरमोटिकापुछो नोकामबर समजसनेश्वोमागषय पावत्तपादीवारते पकरीपरिसिप्तपरिवन उ पुरपोपागरिकी यवानुवारपनुनमा सपश्यिताविउ तदनंतरतिवार र 04 Page #258 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पणितोपबरपानि वा फाशन संपुटफसवामि बेटवानिमा पारमानि वा पतीपरपानि वा पीठान्याममणिपा योषा सोप पातेहादिभाव रप्यो धादिभावन ताम्बवार्य पूगफमादिभात्रम वा सिरिरिपोर fरिव दिमिनीत मदरासप रिम अमरवाति भिरकारिप दववरत्ति परिणाममारिप पाटारति प्रियपादिन प्यिाति बागमन गरिरमस मग जगाला कृतग्गाश चावग्गाहा पामरग्गामा पामग्गा पात्ययग्गामा फनकग्गा पौग्गा बौयग्गाहा कि तम्गाहा फग्गाहा पुरपो पाणुपवीए सपतिया तयागातरं वइये एपो मजियो मिति हियो पहिणे पिच्छिणो सकग समरकरा पाटुकरा पादकरा फंदप्पिकरा बाग फोकापा फिष्टिरुपयायता पको बारेमा सिमोनापामार भातानापरणार पापम्पमा गरिमापरणारामात्र समानापारपामाटारमिना उपयरबतबापामघोटवधियानातिनाप पुसवण्यवरजियत व्यवरिपरामतानापापसार समानयागाटोमा मागतानापामार पौठवावपटवासिवारमिवानिमित्तानापारकासार वीणापाणिनगरपोतापपार पगमापा पपेसमोगरादिषयतपाबादिवाविनावरमागरणार पपोप्याभिषामनतातोपानियामागुरपार परपोपामियो पयामपूत . गपत्रमे संपडिपानाथासिघाच्या तदनन्तरतिगारपशेषविषमा सामागुरपार ममगारसेनापी विनापोटकोनारपसार दाना 1 परपसार पीहोमोरपोचोमावारापनारपार मरहिरनावरार पाररविवषमनापय वामावरषारापर याम 11PE Page #259 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 10+ भाषमावा वा सासितावति घिचयन्त मावेतत्ति रदद परुपरारि पा भविपति इत्वमा सववासि याषवन गपम्सोवा रखतति है पन्चाय रचन्त कठिायायत्ति रावयन्त मदान बारयन्तो रामयम्तो वा पासीयत्ति पपसोकन राजाद कुर्वत र गमे कानिचित् ! पदानि न पनि स्पष्टत्वात् (संपागावापान गमन शपिच तण्या पसितिगतचाव पामरपामेय पनगपोव्यय वीणाव्यमारततो यह बाप्पगारे दो मौसिखिो पिछा अग्यिोपहास बिडाय दखवारा कदप्पिर कोरय गास २ गार्यता वायसा मयता ता न ासिता माता राना पाचोर्य जय पगातरमविज्ञायणाति तरी वेगो पन वा वषा ममतमन्नधारप ततय तरो मनी ___ गायता सता यच्च ता भासता सावेंता रक्त तो पालो परेमायाजयश्सह पन नमाणा पुरयो अशागपुष्योए सप हियातयाण तर जच्चायतरमलिहायचायं हरिमेलामउलमल्लियत्याण चुचुच्चि व जलिय पुलिप चलचवलचंचलगईर्ण Dohot पेष्टामावरपहार दबशरसपहाम्नमाकरणार पोकुश्याभारतमा मौरसारोषा कोडारामतिकुत्पन्चादियनाकरपार वाभिमषशाइता गीतगाम गातायचा हामफरतापरावता पनेरापारि पोतनाचताबोशाम मचावता भापारम्बापड्याव भापता पमगर प्रभातिपहुरगम्तरिक्षम्य दूरशिसभचावता पन्यायादिवरापता सोबना दयनहरापतापरता जयवंत सहुये एव पोयम्दप्रयु वतामोन्नता पुरपोपागसिपको यथाशुपरिपतुसम सपस्थिराचाम्पा तदनंतर विगरपछी बचावात्यवतमातरवेगतधावसतेनर ममिधर एसवरायमसंवसारस्वत एततपूयोवनवतकर परिमेतवनस्पतीत पनपी। 3 मपोहोचपो महिनामामतीविकसरविविसौतेपोषिछाननीय सरवर टिसपनगमन उचितपगजपारिवठल राषषु सनियपि । Page #260 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भारत मेगादिकारको हावन' म्रो वत्तते येषां ने तमजिहाना यो चतुरायामिनि योग मान्तरे ते बरमतिभासचार्थ प्रधान मान्यता मतएव दोतिमतः चेत्यय परिमार्थ परिमेाम्पतिवियेत्र मुकुल मनिका च विचितिस्तदथियो येषां ते तथा काला मित्यवं नियममिि उनि चियति प्रातरित कुठगमन मा पत्र उतारण पायात पाद मायामा तीन गप्तादेि ति सति विद्यासमहति पुचितच मतिविशेष प्रमिएर एवरूपा साना मन्दिरा पती सवय चटर्षो गतिपान्ते तथा पवमप्यधावयधोरणतिवत्रयमिप्रिय पोरण मतिचा विपदो मुमो पदaare afयमो र गममान्तरयवतो विवेचिता पता जति पैसे तथा [व] तन्त्राममाया बवर मूस पार्थ ससन्ति दोसाधमानानि मामन्ति प्राकृतस्यापि गतानि कण्ठेासानि वरमुपामि देवाने तथा नेप संघण वरगण घावण धोरण तिषई वाण मिक्सिग तर्जतला मगनलायवर भूमणानं मुहमद च विद्यासागमन पुनितगतिविशेषप्रसिद्ध चडचालतो परहोपरोएको पल स्थिरतेसको पपिमगतिगमनमपापोत कमगमदेव बावल बतावल पामरडव घोरच एगतिमव चतुरपथ भूमिविपद्दवि पराभोवापना सर्वगतिमात्रोपचार एवम सोपो मोहवो तेलकट विपर मायनोघांचाप्यविरमगनभूप पचाभर पत्रे प मुलको पाभर > ग्रामदामच *=== LADNADIS NA IPJAN ANJ PAPA KIL Page #261 -------------------------------------------------------------------------- ________________ astPotent में मुभागपोषसमावासममिवारपमरोगपरिमंस्विकीपी मुबमारक मचाभर प्रवचूमा प्रत्यमानगुणा यासकायादाकारा येषां ते तथा । मिनावत्ति पर्वा वा पचान रमपिने यमरोगबामरदम् परिमपिता पटि येषां ते तवा तत वर्मधारयोग्तपोषां शिवरवरतरुणपरिमार शति व्यत्र पवाधिवतमानामुथियते वामगपपिसापामरदंपरिमाग्यकोष थासगरितानि मत्व यशोपात सासवारियाणवता मित्वच परिसाएर मुखसंघमन मेप प्राम्बत् सिंदंतापति पश्मनाम्दसाना सिच्वंगपिसारवादता सर व समापदेय पदुम । विशाद ये यौवनारयत्तिखा तथा चपषसमन्तावेति समासी तम्त पा चयकोमोपविठ्ठदवाण काचनकोयी सुवर्षसोना बरपुरिसारोग। लगथामग हिलायचामरदपरिमंसिपवाडौणं किकरवरतरुणपरिग्गोबाण चट्टमय बरतुरगाणं पुरो प्रहामा पुख्यौए मपट्टियं तयाणंतरच ईमौदंताण सोमत्ताशं ईसौख गाण ईसौउछ गविसाल धवलद ताणं करणी तबा उप सम संवा पदयो तथा वास पारोसा र निशा पावा परिवार वहा पहाए तेजमविपदं सहित चामर तकरी पतिरिक्ष पघिसमषित भाभित पापबेमो विंचर पुरप पर प्रधान तरण योषम भरि प्रषता जनवरी परियार रसपो प्रमर पाठ पर प्रधान तरग घोग पुरतो पागसिथयो पनुको प्रशित भाविया सिसोबषाणर तदमतर तिवारपशो सौ गोग सादात मीसबाला । सौ बोपो सपोमत्तमहोयतका सोवोपोसपोवु गव चपपकर सोयोगासाउदगमुषप्रागसिविसाप्त विस्तीर्स धवस उच्च सादतवाजेपमा परोसोममानोषोसिातिप्रविष्टपठावर देताना बानसुपय मणिचंद्र वातादिवरवकतनादिपते परपरीभूपितगंगारवीधाछाजेहतर Page #262 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तरी धारक मारिवारको हायम समभरो पत्तो पो ते तरोमांडायना योपनात स्थर्य परम्तेको वरतपयामिनि योग hanumfuILIM .HMMM 1 1 MinuTMA10111111111mantu Malain. FININGMAITHIL IV A N.Aniruint.. .. u . . .. . . . ... .. . ... . . Page #263 -------------------------------------------------------------------------- ________________ citatioteo दारवाणि बाहानि से 8 तथा तेषा वासायसमकायनेमिनतवमापति काहायमेन सोडविशेष सष्ठ, मत नेमे यानगडधागया यह कर्म , बन्धन किया येषां ते तथा तेपो मसिसिपप्तमसमधुरापति सहुविधा उत्तमसा पवई महता येषां ते राधा तेपो सचिमण्यते सुसविच - कमालधुराच सुमावहानि खतसवेधानि पकापि रषासानि वेषो मनसा च सत्ता धपात तथा नेपा पारस्परपुरगसुसंपठत्ता पाकोमा जावा इससरो यसारसिपमरियाप जयसनरा पिपुरुषा तेच ते छेप्रसारयवय पाशकारिपाजिताररति समास ते सुदु प्रगृहीता 7 धराणं वापरतरगस पत्तासं कुसलनरच्छ पसारपिमुम पग्गदिपाण छत्तीमतोमपरिमंजियाण मर्फकड । यसकार्य सचावसरपहरणावरणमरिषनुहसमा पसयरहाण पुर घोषहाणु पुचौए सपट्टिय तयाणं तर पण घसि सत्ति कोंस तोमर सल लउस भिडिमात घणुपाणिसम्म पायताणौयं पुरयो भहाणपुब्बौए सपछि ततेण इसमचतुरनरमपविपरसरमोबाणसारपोरधनपोषेपहार तेणर करोसंप्रपतितपधाश्या खोसतीणभकामवासिवानांभानमतेश करीपरिमडितसहित सवसवसस्तिएवापवतसवगिपरशामा चापधनुपसरवापतोरमहरणतरवारोप मुताषीयारापरणपेडनिय वरोगरयुभयोसजसावामाना एकसपोपनरपाठरथमोटापामणि पुरतीपागतिथी यथानुपूविरपकमर सपखितचाया सदर्न तरतिवारपछी प्रसिधा पधितिमूस तमाशा तोमरतीर मसएकापणीमपो सकुटधाशाको भिमारपायुधविशेष धतुपपापिसाप विषेश । परपरीसबसावधान पासोपारपाचपरसहित पुरपोपागविषमो यधामपूविपनुशमा सपम्तिवाच्या तिवारपछी पिकराजा: Page #264 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्पति कचिडवते तत्रारोहका विपना सम्प्रयाच सपड़ागायमित्यव ध्वजोग बड़ा दियुतदितरामुपताका मदिघीमापति नन्दी हाय निर्दोष तथा मना मद महरि५ । पाला वाहन तिमिमा मोर मंगो१११२ रनमो मतिविषो वा परिता सह विवियोकाभि पुषसिमि यज्जार्थ नाके तदामरच विशेपोन परिषिमा परिचरिता तथा म [[कविता]याचं साहिबहिरिभवानि चित्रानि विविधानि ते नियामि तिमोयाभिधानतनसम्बन्धीनि वनितानि कोसोपषिद्वदंताय पण मरियद्यभूमिया घरपुरिमागेष्वगसएउत्ताणं पट्टमयंगयार्थ पुरोयापुबोए • संपतिय तयानंतर सछत्ताण मक्याचं सर्वार्थ सपड़ागाणं मतोग्यपराणं सादितोमानं ममिগिাन परिक्वित्तायं प्रेमवयवेन्स तिथि सकला णिज्जतदार प्राणं कालायस सुकयो मित्रतकम्मार्थ मुमिलित मडल बरप्रधानपुत्रमपारोडगपद्येोतार तैयई बरोस बुडते पद्मावर एबस उपनपाठनप्रती पुरषोपायलिया तक्ष्म तरतिवारपछी रोने सहित मायश्रीनरं सहित पंठार करो सहित पता थामाटोयजातेति रोहितको मत म दोघोबतून प्रामन्दवे पश्वरीसहित लिथियम बेटिया तेजास पाभर विपते पर रिक्तमति दिपगमोपमाि विचित्रहवातिविसका ठरवनाथ र कनक व मित्तवति दाब काउबेचना वामायसवाल पोमोचते परको मुखमनाने मिचक्रधारापा हात्तिबाटुवा मंडल पड़ाना हमारा भाषीयंत्रातिवंतबर पधातुरमपोड़ने पर जरो मे पशु सेवा तयार -- २०७० Page #265 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दारवादि काठानि येषु ते तथा तथा बालावसाय मे भिवंत कन्यापति वालायमेन सोडविशेषेण मुष्ठ व्रत नेमेयगधाराया यत्र कम बन्धनक्रिया येषां ते तथा तय मघुरावति सुष्ठ विद्या वृत्तमा प्रत्यर्थं मछता धूर्येषां ते राया ते सुविच कमलपुराण सुवानि सप्रेधानि चचापि स्वाद्वानि येपो महता च सा धूर्येपासे तथा तप भारसंपता धावा कुसलतर बेवसार हिपम्बडियाच कुशलतरा विश्वपुपास्तेष ते शेतसारवयय पाठकारिमात्रिवारपति समासते प्रकोष महोत घरा आवरतरगम पठत्ताग कुसल नर छ असार हिम पम्गहिमायं कत्तौमतोयपरिमंडिग्राम सकंकड व৺सकार्यं स्घाषसरपच्चरणावरण भरिअशुद्धसज्जायं अट्ठसयरवाणं पुरोवायुपुत्री पट्टिय तयागतरचण श्वसि सन्ति कत तोमर सल लउड मिडिमाल वसुप्रास्थिसन्न पायताणौयं पुरो महाणुपुव्वौ सपद्विश्च तसेण तो सतोष्यभावाविनीभा अमतेष इससचतुरनर मनुष्य पर सरम घोबाच सारवोरमन पोपेड़वहार तेलावरोवं प्रतिपद्यावयव धापधतुपसरवायतोरमहरणतरवारी सुखठवीयार भावर पपेड तथ करीपरिमतिसहित सडकवचसहितएवाभवत सब शिपर हमा करोमरतुषमच्यो सब्यसावधान रहना एकसघोघनपाठरथमोटा सप्रामणि पुरतोभागविथकों यथानुपूविरं धनुकमई समस्थितषाच्या सदन तर तिवारपची असिपत्र गश्विविभूत कृतमाला तोमरतौर मूल एक प्रणीनो एकटयुधाला बठो भिडमासायुधविशेष धनुपपा विहाथ विवेक‍ पूर्वनुकम संवितवान्या तिवारपणो कृषिवराजा ते यश्वरीसव्वसावधान पासो धारपाठसहित पुरषोभागविष ० LELSE Page #266 -------------------------------------------------------------------------- ________________ R rrmun.in देवा तयापिठरवपत्रागसवारिपिपिटाजाचपरिडिता रमजा मोर्ष पाभरसपिप गावापासमोपला गावा विविध मिसाया हरामा क्षामा वचा पमा चिया मजासादिमि' परिचिता परिवरिला येतेपातशतोपतोपरि मंरिवान्विशारिमतातोपरे परिमणिता येतयातेपो वचित पठाते वसीमतोरणमरियापति सारिपरिमार्ग यत्तोरगर परिमपिताना सबसगार सागरट वर रस्तसपर गिरणा को येतातो सनापरपरणारभरिपामार मारापपदार वोनि मारवारिसादोचापरवानि र स्पादोनि तपो भरिता मा पारस युहमचा रपमा येतयातेपो पमिमतिसतोमरमानमिति मारपापिसर्व पणादीनिमिहानि नदर तिनिहस बात परतोचिमट मिलिमा ठिगर्य तत पम्यादीनि पापा से यम तत्तवा तर वा प्रपुष मुराति समास पारवापोति पादातानो पदातिवट गिन्य २ . मार म महाधिप बाया तवा बगावचमात् पचित पवन तनुवापीतो मरार नियोजनात्कार मारचको यो नया माप वाया बमनारतिकति समास पोपा उप्पोरियमरामवहिवार्य प्रत्योषिता पारोपितमयमा गरामनगि भरियरमा नापी हिता पारो पग परामपपरिया बदलाबपी पारपाई पनपादो पो ता तेवो पिमागरमपिमसारमपरिसपान पिन परिचित देव बौवामरर बेतवा विममो परो हो पिरसोति गम्यं विप पोरतामा नेवादितमय पदो पेले गया तर वर्ष पारशे ऽतया परियाहापारा मोतान्यायुधानि गादोनि मारणाय यो तमा नेपा पक्षमा पारपायवेप्यापि पारपान व पापोति विपबाधितापमाथिमीतपिएरागारमादि मापारमेतदन्त सुगम व्यायालयावर मपर परचममा पति समय करणे गरवात भर जामिवाद मरद परमेयोगात भरमस पोहतगावभरनियापनात मसराममाये मन Mr AA % - - - Page #267 -------------------------------------------------------------------------- ________________ COATOrak1264 रावामा उपतौना उपमा गायकापयत्तिन इत्य तत्वामस्वत्सपिमहत्तरमरताचवापि साधमे महत्तखान एवंविधय वेसमषधेव यचराम । व तवा नराधमरवा मार बडोएपरियबित्तो नरपतिरसो पेपरममरपतिसविभया पग प्रवितकोति विद्युतयया इति वेवाल से फाषिएराया चारोत्ययसुकयरपच्छे कु सखउज्जोविनाणारे मउदित्तसिरए णरमौके परवई णरिद गरवसई मनुधरायषसमकप्पे धम्मपिरायते घल छोए दिप्यमाणे स्थिक्वधवरगए मकोरंटमल्लदमेस छत्तेण धरिज्नमाणेणं से पयरचामराषिं उडुवमाजिक समणोचेषमारवई पमरपईसमिभाए इष्टीए पहिचकित्ती ज्यगयर पपर जोकलियाए चाउरंगियौए सेबार भमणुगम्ममायमग्गे नेणेव पुखभचेदए तेणेवपहारित्यगमपाए तएणं तम्म पारवठामरर त सुनतमसमरपनासहित चादयम्य सोभतुवर मेगन माननापामर से सरोउपोतया पोपा पानामुमा बेहमठ मुकुट दादोध परिमठ सिरममाववियरत पर मनुषमारिसौडसमाम नरमनुषनुपतिनामो नरमनुबनपोर नरमनुष्यमाहितषभसमान मनुषतरामातपमाहिपमहसवववर्तिसमाम पतिपषिवतेजसमीयरकरीनर दोपतपोमोमतठाचीनावरप्रर्धामाधजपरिवरिपो पोरठवचामाख्या मते इनोदाममासातेवावरोपित चमतवचपरि परतापवरमतर खेतवरमधाम चामर अपेपोतडामोतारयः वयमण । रंदनाभारोयचरावानीपर नरमनु यमपीपतिवामीराजा अमरपतिरंदनासरीपो विरोमर प्रषियमपितकोसिंहावेरमी अपघोडागास्तो रखमोटापामिवारप्रधानयोधसमटवसितमनोकर चारिमवारिनोचिगर पूरी मेमाक्टवादस समागणमान विपरपाछिप्ति - - Page #268 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भत्ति पणामेव दिगि पूर्वभन त्वं तेवति तमाम दिगि पारिवत्ति प्रभारितवान् विकम्पितगन प्रायः गमणापति गमनाय बममा मिति मापापेत्ति मापा हात्तुका पासपरति पषधारकपुरपा पामरति पाठान्तर त शिभूना पगा रचा HIT पापाना म प्रधानापत्ति नतिम चामधरति समितभारपा पाठामारं तव राममिति रममा तपनने पररन्यादि । . सुगम मपरं पम मिगतीत्वनेम सम्बन्ध तथा पम्ममा पभिगारत्ति पम्यात पभिमुख मुगापाटितीभारो यम्य मतया पपरियापिटे पपीत • तापत प्रति स तथा पच्छिमसेसचत्ते खत पतन पोरयवासवीयपीए प्रोत्रिता वामप्यतनिता यप मनया ममियोत ममतया 1 . कपिमा रयो भभसारपुत्तम पुर पो महपासा पासधरा उभगोपामिग्णागाणागधग पियोगपसगेलि तएणं से गिरराय ममसारपुत्त प्रमुग्गय भिगरिपग्गड़ियतालियठे उच्छियसेपइसे प्रबोधवानगौयणो मधिोए पोचायतरा बिप मद्रासनामिपित्य देशरस निगमनपरिवामगोपितनको पिरपलोपिशरापागर भभमारतविशमा । पुनर पुरतोपागनियहीमापासामोटापापीया पामधरापमपोगनागापार समघोषापामाराजानरपागामोटारीपनेमोमागर सार पिपोपावमिवीरपसगामिकारबस भिरबनछसमुदाय तिवारपयोतेपिपरामा भमणारये एकमात्र पागसिपीअारिपौवरभिगार - पशिगेमपोभारपोवेटनरगिनिवरतातीवरपोरेशनर वसवियनपीवोधठहरतपरसपत्रेयर कोपरितोषीमातपाता ठाहोताबरपासपीवपमरामरसपाभरपाधिकारिहरी पतियोगिंपामिनागी भयमपतरंगमरम्पररी परिवारमामना Page #269 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मरवादिरूपमा ममा मुख रति गम्य एव मन्यान्यपि पदानि नवरं नुत्तीपति संयोगेम परस्परोचितपदार्यानो पति सम्य म स १५५५.... परिवारादिसमुदायेन पादपति प्रयोग विभूएत्ति विपर्दैन विमसाएत्ति सचित मे पप्यादिकरगेन सभी गति भनितोर सुक्म पधि रिद पदपतफमषिवं ते पारित्ति पुचकागदिपिभि नामगहिति नगरकटवादिषधाम ताम्बायरेविति सामादानेन चाफारिभि दापावि मचारिति सावरोध समसान्त पुरै सवपुप्पगंधमक्षासबारेपप्ति पुप्पास्मगथिलागि वामा प्रतोता' मायामि रा गवितानि पताय वावारी सकटादि समासष समाचार अचित्रमा सयपत्रममन्धमहासबारविभूमापत्ति व्या च सपरिवसहमसिपापण सब तो य दो घनियंप सातो मिनाह प्रतिसाद स तथा तेन पूर्वोबाना मयादिपदार्यानो सब वे सत्यपि महत्व न स्वाद पोचवमा महाही रहस्यादि महा युव इति गम्य एवमन्यान्यपि पदानि मायावरतरियजमगसमगपवार पनि महता वहता वरतर्याप्पा यमच __ सष्य जुत्तीए मध्व बस्नेयं मध्यसमुदएणं सम्वादरेण मव्यविभाईए सम्वविभसाए सव्यसभमेणं सध्ययुप्मगधमलाल कारण सम्वरिपसहमम्मि पाएणं महयारष्टौए मझ्या जुत्तोए मझ्याबलेख महयासमुदएणं मच्यापरतसि प्रजमगसमगप्प याकरो सर्वपादरस प्रमेवरीना सपविभूतिहमोनविस्तारवरी सर्वविभूपाउत्तममागावेसनरपरिषरकरीनर सर्वसंभमभबिभावनरसपारोनर सर्व फूलगंधमपूरवसरोमात्रफूसनीमाशापवारसमुकुटादिवकरी सर्वचटिसवानिवनायदानापाननिनावमदते परकरो मोटोधिपूर्वि । वरोपावरी मीठीयति पामरणादिकमीकातिरबरो मोटस बसबटवनसमुदायरकरी मोटसपरिवारमपीसमुदायतेपरकरी मोटावरमान Page #270 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समर्व सुमपद यत् प्रवादिव पनि तचा तर संपपापाभेरिझारिपरमुशियमुरवमुर्गा दुभिपिग्धोमपायरवेति पर प्रतो । - परमतु माडो सप्तपठारत पठास्वरिपरोता भेरो महाकारण भारी वस्याबारा उभयतो यहा परमयी वाहणारा प्रतीता ! मुरखो मामाको सदसो मदन दुन्दुमी मााठमा एप से नि?पो नादितरूपो रस सतया नेमता नि?पो मानिनादित वसनमारो माद । प्रति पबिग बार्षिबामनिया मनोगदपामि भोगबिया ममोधगम्यरमम्पयामि मासिया भोजनमावादिगर्दिन तिमिमिया पारएणं ससपवयपउहभेरिमसरिखरमुशिठिकमरयमुनगद दुभिणिग्योमणायरवेणं पाएणयरोए मा __मम पिगच्छर तएकणिभस्मरमो चपानगरि मझ मजकर्ण पिगच्छमासम्म वावधापत्थिया काम रियषा भोगरिबया विविसिषा करोशिमा लामरिचया कारवामिया मंखिपाचश्या गनिया हमगलिपा Maa रितवाविषवममममबसमावरमापामावनामाप वापिरोनर मिस पपामाखनपीपापो पररावासपा पामोटपो ठोर भेरिबांपापोतसमगार झाबरिमोटौवाबो रोकाहसो बसोवाक्षिा सरजमोटर माइस मयगना माददुदुमोमोटान , व्या तेवनपोमियोपमोटहमदनानादपरामरयमदररोनर पानमरीमर मध्यरमध्यविसर निमचमोमरि तिगरपोर वृषिवराबामा पामनरोप्रति मपरमध्यविचार नौसरतामा पारसम्बनापीपहार बाममनोरमनपनापार __ भोगधरसपारमा बहार चिमिश्विापरमानासनावरपारारिक परोपावापानिमोनमापरिमारिष बाग Page #271 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बा ..C सूत्र यासा बोध किविविया परविद्रवत्वेन पापहारिलो भाकाम बारोडिया बापासिका ताम्बूलपनिका वाचका वा कारवाडिया कर वा सविना साहिबा चन्दनमा माङ्गव्यवारिचः सहवा हवा वा चचिया चाक्रिकायक्रमचरणा कुचकारतेतिवादयोवा मांगलिया गयावस म्बितसुवर्णादिममसाचसाखारधारियो भट्टविशेषा' वर्षका वा सुरमागलिया मुझे मगच येपामस्ति से मुखमगचित्राचाटुकारिषः षहमाणास्तम्वारोपित पुरुषा पूष्यमाणमा पूभ्रमानवा मागधा खडगपातसमुदाया साहिति ताभिर्विवचिताभिरित्यर्थं विवचितत्वमेवाच शहाडि भूपतेः तोटा वादितास्तामि प्रयोजनवादिष्टमपि किश्चित्स्वरूपात वादातच त्वत पाच साहि कमनीयमव्दानि विभाजित प्रियाधिभि मचाहिं ममसा प्रान्त सुन्दरतवा वास्ता मनोधा मावत सुन्दराय स्तामि मणामादि मनसा प्रयन्त गम्मत पुन पुनम सुन्दरवातिशयासा मनोमा मषाभि रामाहिति तच मनो अभिविधिमा बास पावतमयन्तीति मनोभिरामा पतवाभि वाचनान्तराषोतम प्रायोवा विशेष पकदम्ब उधाराठि उदाराभि शब्दतोऽयं तय कशाच्या काचाभि समार्थप्राप्तिसूचिकाभि सिवाहिं उपद्रवरहितामि शब्दादूपपरहिताभिरित्यवं धार्थि धन्यामि धनाधिकाभि षमावा पूममायचा खडियगया ताकि इट्टा कंसाहि पिचाईि ममुखाहि मणामारि मयाभिरामाहि चक्रायुधनावर पवार वगति कठिन/प्यथोसोमानची एवाभ भोजनभावनाप्रार्थक कारवाहित करपीडितो खिमांगलिकनी से चाटुबारवचन ते मुमंगलिया शवावरसयो वर्द्धमानांवर प्रारोप्यठपुरुपए वानर पूयमानववंदोजन मांगधर्मागष्यवा tire face बहार जाना द ताहिदेवा इष्टवानोबाची कामनावांछाकर एहवोवाच्यो मौतिकारियो मनोजस दरि मनमा संभावापहार - २० Page #272 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । मैगजाहि मारे पनवप्रतिषाने सामोमि परिमादि सोमामि गोमासुमामि वियगमपिचारिदयगमनीयामि मुगोपामिरित्य- पियवा पसायपिचादिवसादनीयाभि दिपशोपमोगादिबिपिसयमरोभिरित्व मिहामारगभीरगारिमोरि मिता परिमितापरा मधुरा बोमपसन्दा पौरा महामनय दुरवधायम बोतम् गायन्ति याप्ता गाषिशास्तत' पदपतुटयप्य वर्मधारयोऽसप्तामिमराति पर्वमतानि वाम सन्ति ता पतिवाशामि' पवश पवस्वमवव सायापोपमासापोतापिपरमाभिरिति म्यस बम्परिति पानिमामि पवार्षिानिया मागादीनि पामिभेषवामीति अपवित्रयमंगवसरि पनि पेप्यादिभिर्ममाभिधायकपरममतेरियय पणारय पभिमन्दताया अभिनन्दयन्तव रामानं समषिमन्त मारचाया पभिरताय पभिर पन्तय राजानमेवेति जयप्रयदाजयप्रयेति स रिपंच पति समो , भवतीति नन्दप्रामवर मिद मिरर दोषख प्राखत वात् अक्षा जयस्व लगवन्द भानममहिवारक जयजयभरा प्राप्त नवर भर हिययगमणिजाति पम्गनियविजयमगनसएरिभणवरय अभियंदताय चमिथुर्णतायएवषयामीनपरदा जयश्मदा ___मह ते पनिय णिवाशिनिपानिप्रमोघमाशिदोवदेवाचं धमरोवपमुराणं धरपोरपनागाणं चंदोक्ष गमाएमहठ पायो वगरक्षपीमारविमानबायावी हियामानिममतोसमातीसपतीपी पमा गरिता वापरबरी बयबारोत्रियकारी मैमोवारमनेसएबरीमा पममरतवारगार पमिन्दताररात्रमतम्सनावतापोएयत पाता पभिसपगराजानमोशियरता पर मातारवा तपर्वतापो शिववतावर बतातापातापो तुम्भनरंपचापापो पतियोगीतानगोवियोगरपालिक Page #273 -------------------------------------------------------------------------- ________________ oros20% वस्वासवान वारबरी वा अयषयनन्दा मदन्ते प्राम्य देव मवर भइते मखिति भेषः प्रियमित्यादीन्याय समामि ध्यसानि पन्दी इत्यादि विरारित्ति एतदन्त पाचमायोपिया नवरं पासममोत्ति पनघोमिहोप समयः समगपरिवार पति पतीव तुष्ट परमाठ पास सावित्ति तत्वाचाचया मदुरवर मायुस्ता परमाणु मामागरपगरहवामध्यदोषापापासमवाहसनिषेसाण गामी जमपदामासिम पाकरो सपणागुत्पत्तिभूमिः नगर पविधमानकर सेट पसोपामार वर्षट कुनगरं मग्न पविधमानामयनिवेगातर छोणमुख जम्पयनस तारामं मरजीवमणुपायं पडयासार बजामसपाई बडायाममइस्मा बजवाममयसमाह प्रण इसमग्गो हो परमोउपाणयाहिं मयसपरिपुष्टो चपाएषयरोए घम सिचवा गामागर यागर खेस कबड मष्ठव घोतपापपपासमन मित्रवर्ष पारियो जोतपाघारपासतासमवर्गमारसियो निमदेवतामाथिमोटतिम मरेंद्रजिमयसुरकुमारमाहि . मोटसतिम धरणेद्रधिमनागामार देवतामाहिमोटतिम माविमतारामहिमोटतिम भरतचक्रवसिजिममनुष्पसमम्तमाधिमीरउशिम गषपारपरसबगो पचावरसमासासगी घपावासवरसमासससगी घणारवासपरसमागतसामापसगी पनिघनिष्पमसिसमस्त परि .वार विमर्वततरमतीपीमतपो परमसत्लष्टरुपात पापी कासमपनुसार प्रष्टवलभजनसोकापतिमय परिवन्ध पथकमी चंपा मगरोनसपधिपत्तिपाठ पनेरा पनेरागपा गामवासियोटापागरबूपपमपनो सत्पत्तिथाना नगरविकिरनधी जिहाधसिनोठिगदा कट कुसितमगरमाम मबबिहावा सनिवेसमधी द्रोचमुरुप्रसपवयवासहित पाटनजम्न एयपन एरनभूमि मायमतापमानाठामरविवामा मिगम Page #274 -------------------------------------------------------------------------- ________________ . E 1 मेगाडि मारे पनप्रतिधाने साधोमि' पणिरोगी सवोगामि मोभालाभि पिपयगमपिना िदयगममोगामि मुगोपामिरिस्प रिपया परसायपिचारिदयप्रसादनीवाभि सयकोपयोगादिविषिसयमधरोभिरित्वप मिहामारगभीरगारिमीत मिता परिमितापरा मधुरा पोमवयमा मधीरा महापनमा दुरवधायमप्यर्व चोतन गायन्ति याम्ता गारियाप्तत पदातटयम धारयोऽतम्ताभि मरणानि मतानि चास सन्ति ता पयतिमाताभिः पमा पापसस्वमवव सरयापोपमायापोताहि पपमहाभिरितिय नरितिवाग्मिामि शामिानिए मायादोनि पाम्बियेपनामीति वयविषयममससरि बपिवये स्यादिभिरमाभिधायपनयतस्विप' पपारय पभिनन्दन्ताया पभिनन्दयन्ता राजानं समतिमा माषचापा पमिताय पभियन्तय राणाममवेति वयत्रयरंदाजयायेति सभमे रिमनं मन्पतिसरी मवतीति मन्दसामन्चरमिर मिा दोषख पाबतचात् पवा जयस्व जमवन्द भामममहिकारष जयजयभरा पायत पर भदः हिषयगमणियाविषयविजयमंगलसएरिघणवरय पमिदंताय चमिणंतायएवषयामीनयवंदा जवरभदा __मह ते पनि नियाशिनिपातेजिनिअमवसास्टिोरवदेवागं घमरोवपमुराणं धरणोधनागार्ग चंदोर ममाएमबउ पालो चगवाहनोमनरसियाइतबायएहयो बिमारिंगमतोसमझातोपतोएको पारिता मापीर जयमरोरिजवारी : मंपनीमारमनेसएक्रोनर अनवरतवारवार पमिनंदतारामनवमीसमानापोएर कता पभितमगरात्राननीशियरता पर बबहतारमा भरतपोभिवता अपवतात प्रचारमापो तुझमरमापापी पतितमयोगीतामेोपियोरोपाय ! tar -- Page #275 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वमापवान कमायरो वा जयजयनन्दा भइन्ते प्राम्यदेव नवर भदन्तं भवन्विति भेष' पजियमियादीन्यायसमामि म्यवानि रन्दोव इत्यादि विहगरित्ति एतदन्त वाचमाहवेऽपि व्या नवरं पपासमम्मोत्ति पनघोमिलाप समपः समगपरिवार पति पतीव तुष्ट परमाठ पास , यामिति तत्कायापचया पदुरबष्ट मायुस्तत् परमावु गामागरमगरडकपरमपदोष मुहपापासमसवापसमिवेसाणं गामी बनपदापामिन पाबरो सपणा त्पत्तिभूमि नगर पविद्यमानकर खेट धमाकारं वर्षट नगर मग्य पविघमागासवनिवेगान्तर द्रोण मुख मतपय स्वस्त ecapatos तागणं मरीयमणपाएं बवासार बजामसपाइ वाममासाद बडवाममयसइमार पण इसमग्गो . इसवको परमोउपाक्षया िमयसपरिघुगे पाएषयरोए अब सिचवडण गामागर या गर खेड कव्यष्ठ मष्लब जोतपापपोशमन मित्रवर्यपातियो चौताधारपासतासमवर्गमाहपसिण्यो निमदेवतामाहिमोट प्रतिम पमरदजिमपसरहमारमाधि • मोटसतिम घरभिमनागकुमार देवसामाहिमोटतिम मानिमतारामांरिमोटतिम भरतवनवतिनिममनुष्यसमामाभिमोटएप्तिम गषवारकवरससगो घणावरसनासहस्रनमी घषावासवरसमासससगी पधारवामवरसनायससानसापसगी पनिघनिदापमतिसमतपरि पार सविस्मर्वतराष्टसंतोषीमतपो परमसरलास पाधापासीमासमपनुसारर इटवाभमनसोकापनिणयप्यु परिव पथको संपा नगरोगपधिपतिपय पनेरा पनेरागषणा गोमवारिपीटा उपागरमप्रमुपनी उत्पत्तिधानव भगरनिहारनपी विधिसिनोठिगवा कर्वट अमितनगरमांम मांबविहादूबह सनिवेपनको दोषमुपक्षपषमपंचरसरित पाटपासण्यप्रमखमि पायमलापमनाठोमरहिवाना निगम or Page #276 -------------------------------------------------------------------------- ________________ परोपित पत्तन परपसोपेतमेव सरपयोपेतमैन वा पत्तन रखमरित्यये पायमष्ठापमापायाम सपाट पनितमादिगं प्यापमोमविमी पापमपतिरिति पारवा तिपाधिपख तदाचितसोवेम्य पाधिको तेस्मायित्व पारेषयति पूरोवर्तिव मसरत भीति भनुन्य पोषात सामिति समामिसम्मममाव माररत मात्तरख तदायितननापेचया मातमता पाणाईसरमपापपता पार पाचारमानो य मापति बनामक समाप' वर पा पापरसनापम्म बारेमापत्ति पर कारयन् पानेमापति पयमा पालयविति मायाश्यनागोय पारस्तोतसताबहिषवषमुपपदुष्पाबर माता रवति गोग' पाति पाप्यानकपतिया पावं पा पयापि पापतंगपापानित बाप नाटय तयार गर्म पादित पाप तापातमा तन्नो पातमतासाप सास्पोटरपा तमो पायाप्तामा पिका दोषमा पट्टण पास्मम निगम संगाा सनियेमा पाहेवश्च पोरेषा सामित भहित महतरगत पाणाईसरे सेवाषण कारमारे पालेमारे मावास्यपगोयगायततोतलतानतहिपघण मुगपउहप्पशायरवेणं विउ नार । मिहाशगवानापास सबापपर्वतपरिणामाम मंमिश्सविमोपविषासीमापारिवारोतर पतसामु परिपरिणामोपण परेप गर । पर मामीपबह पीपरपरतर मरिक्त पोषबपर मरणपोषयरे पापयासोबमारिमोटिमपठ पारपाचारवानापतिपत्र बटममामायबापा पवारिपापपाधापराबता पापपरपात्रापासात मावागावरगारंपातायात्राडतानाटबगीतान्त्रित तवोगेषा तयामोतासीमजावितासागोतावरियोबावाविवरचामर्दममोर मादमपासमाचारपगतोबमासमाविपरमपर Page #277 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मुभिवति षिताबि घनसदार मेघनिभदर पटुमवादितो पचपुरुषास्फासित रति कर्मधारवगी हप्ततय एतपा यो रव स तथा म नवरमालामाशित गम्ममाला' पिशितममनवपक्षय' तासा यानि साम्राणि तानि तथा हियग्रमासासह हि पभिनदिजमापति अनमम सो समान सुपनौपमानो अपवीवनदेवादि पर्वासोचनादिति माप वजमापत्ति सपिए म्यते तब उवत्ति नियमाए उति प्राप्यमापति मदोरहमागमा शिपिचिप्पमाप एतम पासे वरनाम सूत्वादिभि नविनचे विशेष पच्यामानावच वयण मासासापभिरममारोत्ति व्याज तिमीमम्म गुरिति पिबिजमार वामयादिगुतभूत प्रार्थमानो भर्ततया सामितया वा ममेनाभिलष्यमाण भोगभोगार म जमाणे विपराहि तिकट्ठ जयश्सईपऊ जति सएणसे कपिएराया भमसारपुत्ते णयणमालामह स्मेहि पेच्छिज्जमायेर हिषयमालासहोशि पमिदिनमार मणोरहमालाम इसोधि विच्छिप्पमाणेर पण मालामास्मेषि अभिथुषमांचे२ कंतिमोग्गगणेपि पित्थिनमा२ वहणपरणारिस इस्माग दाहिणहत्थिणं DIRRJ Walk SA Ilkka करो विपुसरितीव मोगाचारदिवनाशनपोमोगविवड मोगवतपोयट विचराप्रवत पाबरोनर तर जवर्षतपोप्रत्तिएव पीपदवारवार मयुवरपर तिवारपोरे यवरावा मभसारयविचरायनपोपुव नयननैनीमासायगिहमरसासरकरीमर पेचिजविक्षारोरमौतरका रसनोमामा पितेहनासम्मरीमर पमिसमापमागेतरवयमोवन एनएवीपासौसरवावीत उ मनोरथममसंबधौतेनीमावाणिसासर रोनर शिबि मेवीतपोपरमौतपोपममइपुणमास पदनमुचनीमावापिमेशनरसहस्राबरोमर पभिधुपमपिम्स तिस्तवनकरताएकवच Page #278 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जमशाधोपेच परिपुचमार मधुममातिकोमसेन पोपेण घरेप प्रतिपयन प्रययम् प्रणमत परुपादिगा पविसमारोति पाठान्तरे तिवामामो पपरसापमान व परिश्रमावत्ति पाठान्तरं तवाप्राधमान पमपायमापमानमरचर्ष ममात्रमापति ममतिगपव। कामविष्वक वाचनासरे खेतीतसतातुषियमीयवायरवेर यमक विधिन रवपत्यामपुरेप पतगपरे या मोम वस मनुमवुमा बोसति जयेति गमशामिधामप्र उद्घोपर विगदं सर व स तथा ने ममत्रमा कोममेन पोपेर पमिना । अपरिपामापत्ति मामत् कदरगिरिविरारगिरिवरणमादापषभरपदेवकमसिंपामसिगनबरपरपारामनापाणपममाप्यागपोयमभाग Elullt haulla The 25 अजिमानास इस्माइ पहिच्छमाये२ मजुमणाधोसेणं पसिभ नाणे२ मपणपतिमाम्मार गमञ्जमाणेर पाएणयरीए मझमझोप णिग्ग छारता भेषेय पुणभद्देचेरए तेणेव उपागच्छररत्ता ममणस्मभगव योमहागग्म्म सुन्धामापवावा बांतियरनीप्रभापासोमाप्पडत्तमत्रमनरतापरा तिमी गुणरोपातपरस्मीठराक्षिकोसमधात बामपानरमपनारीखोवातिनासासमा पचिपविमपरतापपरी निवनउ जोगेरठतेमीमापानिमामसमपने पतीचमामान देतपो मनुमनुपतियोमहवेपोषमदतेवाबरोनर प्रतिभापोसीबारकपनवा दिपपतपो भवनघरमोनिय वितीयाय नपाचा रिपभिषयपतिवमतपोवषयो पामगरीमर मपामध्यरविवार निर्गचतिनीमरानोमरोगर विपूर्ण भन्माममेयर लिलाममोर पावतियासमोपाचौन बमयतपनावरपार भगवतमामवंत महापौरबम गवनामोपचार तेरपतिपूरनजीपति सीमामर any porn KI Page #279 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रापि पर्वा गिरोचा पिपरकारापि गुहा पर्मतान्तरापि च गिरिवरा प्रधानपर्यता मासादास्यप्तभूमिवादय चई धनभवनानि या पिरामि देवकुमानि प्रतीतानि शारविकचतुकच स्वरागि पावत् पारामा पुष्यजातिप्रधाना' वनपणा स्थानामि पुप्यादिमायुमानि बानमानि नगराद दूरवर्तीनिसमा पासायिका प्रपा बादामसान एतेपी प्रदेशदेयम्पा भागास्के तथा तान् तर प्रमेया सधुतरा भागा यातु मातरा पछिसदसयसामस पसंपति मानतले न मावना एकवचन मत तत प्रतिगदस चमासान कुर्यन पियो निर्गच्यतीशि सम्बन्ध' तथा पयरेसिधमि गुसगुप्तावरपर घनसहमीसपर मायावसपसरवनयम मरण पूरबत इत्यव नभ प्रत्यगेन एम्बन्ध प्रदेशदेयमामान वस्य । मेन सुगंधवरकसम सुख मिरयासरेएसविहानभरते सुगन्योना वरसमाना चामो प सबिड जर्स गती यो वासरेणुर्वासक रज तेन यस्कपिछ तत्तवा नभनि नभपा बाय दर्षम् वातागुवक पुषवाघुपनियोण जीवतोगमिववासयंते जीवमोव वाण्यविव गेप प्राम्यत् समतपोषएभिय चावार्य सर्वत पुमितानि पनवासानि जममणानि यस निगमने तत्तथा तद्या भवतीधेव निगच्छत्तीत्येव मम्बन्ध तथापधरज पवाबतो दुस्पषचतुरियपहावियविठसाठसयोशासनभचरेते परजनाय प्रवत्रा पोरबनाथ वालउद्याय ये प्रमुदितास्वरितप्रधाविसाय मोघ्र गच्छन्त । तेषां व्याकुमासाना मतिव्याइनाना यो बोर सो यत्र तत्तवा तदेवभत नभ कृर्ष विति) प्रथाधिसमवापनानुयोयते पदरसामंते पनिवटासवे पिने देस रत्व ठिपोत्ति विरोवरोति पवहात्ति अपनत्वपरित्यज्य रायपधारति तपपिलागि छप्पसंति सट वाम्पीय पियति चामर सचित्तादधादियोसरपणएत्ति पुयादिसचेतनद्रव्यत्वागन परित्तापविभोसरपयाएत्ति वस्याभरवायचेताव्यापा मत्यजन : पाउपात्ति भगवति हरिपाते विक्ठ पढिभययाएति वाचनान्तर तपशक्षित चोय घन्ध पुरसमन्वयम्सन या विरम्भमा समापना सा तथा AA: POON-03 Page #280 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रदरणामसे छत्ताईप सिस्थयराइसेसे पासह पामिता पाभिसेच इस्थिरययं ठयेवित्ता घाभिसेवापो इत्यिरय यारो पञ्चोकार पामिसबाउला पाह, पचरायफ कुशाईतमहा पग छत्तं उम्फेस वारणा यो वालवीयर्ण नेणेष समय भगवं महापौर सेशेवआगच्छा उवागविता समणभगवमहावीर पचविहेणं अभिगमेणं घभिगमसे सनहा सचित्तासंदवाण विउसमारपयाए प्रश्चित्तार्णदष्वाणं अषियोमरणयाए एगमाहितरामर्गकरणं पकडू फाम अंलिपग्गोर्ष मनसोएगत्तमावकरपेणं समण भगवमहावीरे सिक्लुतो पायाहिण करेर तिकपत्तो पावाचादिय तोवरमवर्वतमापतिपय पापाटेपर देपोगर पभिषेवमति मोमोरिखसमान तथापरखमपोरापर वापोजरायोमरभि परमपित पप्पीमारिखसमानतावनी पाठिन्यतार पाभिषेकाप्तीरवतापोठपानतरोगर पापपगाम्बर पापरावा मापदविधरवरीरामापातपायर बारशासवमतविधरापरतर सप्पोसमुकुटमपोमेपरपोर पगनीपारो सपिण मात्रामर वित्रिमरतपनावरपसारभगवतत्रामवत मशागीरवर्मनात्रीपहार निसाममोपावर तिमीबिपापी मरतपमापरण र ममतत्रामवंत महापोरवर्मनामावीपरचार पंविधांपवारमपी पभिगमनसासमारनामोविपिपरपरी पभिमपरमानापोप्रार शासषिचनफरतबोरदिपतामयी पिपमपसमाम्बरमपित्तपथावबो परितद्रवपापाभरादिक परेतनभोपियार बानीपतमानमा एकसाटिकाविधिविनाशरोमहोतरामंगसत्तरदिसिनपमराषिपामार भवनमारगोपार Page #281 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तमा तिबष्ट तोसि पिछल' तोबारानित्य पायास्पियाहिति पादचिणार ६धिवपादारभ्य प्रदचिणो दधिमपावती यसपाशिण ___ अायारिणयाशिवं करता पदति यनति वदित्ताराम मित्ता तिविहाए पञ्जवासणाए पज्ज पाम तनहा कारयाए. वाराए माणसिपाय फायदए तापमाघग्ग प्रत्यपाए सम्म ममाणे शममजाणे घमि विपाए पनलिचसे पज्जयामर' वाइपाए अजभगषवाकर एवमेघभतेत हे मेयभंते अपित इमेधमते पम दिमे य मते इच्छि अनेच मते दृष्टिदोठामप्रसिपायविधी मनमपसह निवारी एगकोभावपकरठामरापर यमपातपस्यो भगतवानवत महापौरकममय मापी पपर तिक्य तोतिरिवारदपिदिमिनर पारंभीष्टिमार्गप्रदक्षिणावर विपिवार मदषिपा ममोनर पोदाम्यतिकर लिगमस्कारप्रयाग पर दोनियरोगर ममसारमपीमोगर विधिप्रकारमा पर्युगमनामेवातपररी पयुपासामेवर वसाई बायानो मेवायाकरी पचनी सेवायरवरी मनमोसे वायारो बायानोमे गातो तावपचमतपामकोयाबरमपयावसापगमापाविभागले पर सपा मेवाकरसुभगवसनावचन सांभसिवायतमी नमस्सारमपामपरतापभिमुपसामध विमयरवरीगर प्रोजमिहापविरोउर पर्युपासनामेव वनपरोसे पातेोषी भे वपनादिखभगवतमहापोरवामररर तिवाररपतुम्हारात रममतभमषन एतुम्हारस वपनतिमरषभते भगवन पवितधयूठउ गरी पतमारपचनतिरेमगवन पसंदिसंदेहरसिएतमारपमर्मतीभगवन बसवाय एतुम्हाद वचनरेभगवन विपरवरोएछ पाए Page #282 -------------------------------------------------------------------------- ________________ __ प्रदरिषद परोति पवितभिर्वाम्यतीबदमादिमावत समाप मुहापोत्ति समद्राममुपा बारिया पुमति मायान्तर पचायवे वैत मिॉम तिरिसप्प महापो येतदेखापते तो वेठरसेपायापत्ति पन्ताम्ये पनपुरस्मेच वाचनामार पुन सुगममेव नगर वायसमबसोबक्षिपामारपसमाचसायश्विरम गरमपछि अभिममाप्योपो या सुभगं येपो ते म्यानमगाते • चौरसियार ससिमादा ति समासामानाः सवाभिमामा पूषमामवाय मागधारतिरोपी पानिपत्रियवादियामि मा. मतानि तामितवात बप्पारमारिपाधिरापो बसावन गिरोजगमनकामदेवेन निपुपनारामाण पत पुरोपितमिमिना रचितानि पिरापि उपचारान गिरोजगमनानि वामां तापसमा मायापारी मयतोषी माती मधषी सपथ पवाधिवतगाना पुवाशति कृषिक्षामि ___ परिधिमे मते रछियपडिष्क्रियमेष मते सेवायतग्मेषदा आरिफलमा पञ्जवासति माणसियाए माया . __ संवेगवणहता तेवषम्मापुरागरसे पनुवापर सतयंतार सुमहाप्यमुहाघो देषोत्रो घ सोच तेठर से गायाए जान तापमते भगवन परस्परांचीमतीवर विपरवानीपाइपतमायतमममम प्रालिम पनादिवताररोगोषपो निए पतिव्बतमोपचबापतपोसत्वपरोपासपो पपासापेगपरर मनमोसमातेको मावामोरपीसंगरंगमरमपिपत्रावतपोषापो तोत्रपाबारमोम्योधममाचनुराममावरीपरीपतरंगररत पर्वपासरवापरर तिवारपोरे पभाममुपाश्मिरले देवोपररावीत पुरराममोबातोमाधि बामबीर वापसहयोधनेगरपोर पावचित्तदुरपासिनिवारवाभोवतबविश्य बापमारवाचार बाई Page #283 -------------------------------------------------------------------------- ________________ में बाहिति टिगमि' पारदेयोपवाभिवा मुखारति गम्म वामणौनि पत्याखदेहाभिः खोवतादयकोठाभियों वाभियाहिति वटमिनी कामिनावमामि बमरीमिति बनराधानामि पनार्यदेयोपवाभिरगमन्धाधपि पोय पदानि पापादेमोरि नानाजनपदनाताभिर्षिदेगपरि पायच्छिमाणे सवालंपाविम सियाचो पनि सुख्खासिंघेशान्ति वामयोविभौबिवरोधिपयाउमियाहिपोणि: पारि पनि पानि मिगिर्षि वार्षि वासिणिभार्षिलामिया िजमिथाधि सिलीरिदमौलीहिंधारवौद्धि पुलंदौरि पोलियमोहिं मुरु डोहि समरियाधि पारमोहि पापादेमी विदेसपरिमसिपाहि इगिय चितिय बाररममा गररएपर रोभूपितपशिष्ठोस मारी बइपयापरी बापोयगरजेहन मोबात करना पिसातदेगनीचेटीदासोते वीयरसहित वामपोवताव धुनोदयकोठपोहातेयोर परमाबोहानीपिसापायापगवेषना बमरनामपनार्य टेपनीचपनी पतसनामपनार्यदेम तागोचपनी गोपियामपनायंदेवनौषपनी पगवियनामपनायंदेयनोचपनो रसिमिवतानामपनार्यदेमनौवपनौतया वासिगियोयनाम प्रमायिनीषपनी तपोयलासियामपमार्यदेमतेमौषपनी सिसपनार्य देयतेपनीघपमो सिमनाममार्यदेवतेहमीचपनी धमनीम पनार्ययतागोवपनी पारवामपनायटेमानौषपनो पुरिदमामपनादेयतामोषपनी पक्षण देयपनार्यदेवतेवनौषपनी पहनामपनार्यदेयते । मौषपनी मुमनामनाम्देशहनोअपनी सवरनामपमा देतामौलपमी पारसमामपनार्यदेमतेनीवपनी नानापिविषप्रवारमापनार्य देयनोचपनीयतपीर तेदेसवमोचनेरादेसवेतनमशिविदेगते पावरीपरिमंतमंटनरकरीससिपापियनविषामितीचे रंगितचे शवपि Page #284 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 24-10 । मरिगरि विदेयाः परिमणितो यकाभिप्तासषा पिगपरिपिविक्षितिगापमासर तय पिदेगे परिविधिता मिरिता यापाया तामि। नियचितिवपबिबरियारिवारिस्तिन परिग चिन्तित माविस व पतु जानन्ति यामाप्रया पाठान्तरे गियचितियपरियमगतपिपापियाति तिम चिन्तित माबित मनोमत मनसि वतमाम पनादिनामुपदेषिते विधानन्ति याताया तामि सदेमणेयमयदेमा सनप्र 1 निव यहोतो पो सामिाजमा तामि मा पहिवाशावारिसघराममारपदपरिरिखतापो चपास' या पहिला तितिरेनने मातरा पन्त' पररचम सेपी यहन्दसेन परिचिप्ता यात्रा तयापियगपरियाणपदि सपरिपुमपोति निवपरितारण मृतथा परिय व विषाविशति सदेमधे प्रत्यग्गस्पिधेमानिमिया यवधाज परिमधर याचज्ज नहत्तरगपदपरिसितापो .. 1 पसेउराको विगति पत्नराणिगच्छित्ता जेणेवपाहिएमाणाद् प्रयागच्छद् उवागछिप्ता पारि पाखिएवाई वासाभिमुहाइ बुत्ताइभाषा दुईति दुहिता णियगपरि घालमहिमपरिघुडयो चमार प्यरोए पोशाचे वितमयोचितितवे मवावर प्राषितमनविपस्तुवियप परमानन पायउत्सर्वन गोपएपौरिगेपोदासो विदेगपीतागाय बिपिपीतेदेषनानिपथरावतेधारोपरिपोर पोरसवेणीरतेफोर घटिवामानापकारदेयनीवपनी तेगपोपत्रपात समूह पंधरपुनरापुरपतापुरनारपगा बजाजनगरादिकनोगत्तो प्रतिभा मार तिमोटपोरेतोपुण्यनपोरंसमातेरजरीपरिसित परिवरो पन ऐरणकोराजसोवपीपतिमयमोसार पुरराजमोकोमोसरीने जिप्रत्येकर पापापपायानगायोशिक्षिर तिमीवि Page #285 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मझ मकणं णिस्गम्छ ति णिग्गच्छिता मेरोवपुग्णभहे चेहए रोषवागच्छति उपागच्छित्ता सनगरम भगवत्रो महापोरस्म अदूरमामते छत्तिदिए तित्य यगभिसेसे पासति पारित्ता पाडिएकपाठिएका माणई ठवति उषित्ता माणेपितोपच्चोकाते जाणेपितोपचोरहिता यशसिजार जाव परिसिसायो जरोवसनणे भगमनावरे तेणेषनागकति तेणे वागछित्ता मम भगवमहावीर पचविण अभिगमेयं अभिगच्छति जहा सविता =L2ERE R 1 भाग समीपर पानीमा प्रमेपरपापापवार यासाभगवतमादियाजावानरभिमुपसन मुरण युवत्रीतरीपभादि शरसहितएलवीयागगासोषिप्त दुपातिपायोमरी पासीनर निजगणपापमपालेपरिवारमचे परराषौसंबंधोपारिपिसाच सचितसम्यगपरिवरोधी पानगरीम मप्यार पिपासे पति ययनोसरर पतियममनोसरीमा बिपिधानकापूरभद्रच स्वदेर तिहास मौपिपावर तिचापागोनपू यमपतपनावरणधार भग निर्वतमहिमापत महापोरकर्मयत माजीपपारमा पनिटरनपतिसमौपिनहो पचपमरपयोवववादिषय तोकरसधियापती यवनेनर पासतिदेपे पोनर प्रत्ये करपापा योमशवरादिक तेवापपूजभारावर तेवापीजभारापीनर यामयंकटादियाथकोठाजार चानय कटादिक चौरेठानतरीमर पापोलादामीरनु गरीरलूपर जायद पनेराबोल मोटरखोपुरुपनरपरिवारस्परिवरी जिलयमणतपमाउपहार भगवत पानवंत महापोरकमया नात्रीपरमार विधांसमौपिपावर तिहांसमीपपावीमा यमपवपनाकरपसार भगयरामानवत महावीरकम गगाषीपक पंचविधमहारनपी पभिगमन सामुहाषावानुषिधितेसाकरो पमिगहरमा मतपोवार से कहर सरिफादव्यफसमावो Page #286 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बचमरमान पाम संपरिहत्ता समेष परिवरिवा' ठियाउपेवेति चाबिताएवेत्ति वसे यमहरमहासियाए ताप महातिमहत्वा दष्वा विउमरणयाए प्रचित्ताय दवा पवितमरणयाए पिणपोणताए गायलकोए चक्षुप्फासे घननिपग्गणं मपमोएगातकरणं समर्थ भगवमहावीर तिक्व तो पायारियं पयामिण करेइ वदति पनमति पदिता पम सित्ता पिएरावं पुरषोक ठिायाभोवभपरिवारामो अमिमुकामो विणएणं पनलिष्ठाणे पसुवासंति सते समणे मगर्वमहायोरे कपिपस भेभसारपुत्तम सुभद्दाप्पमुहार्ण देवीण तोसेपमाति महालियाए परिमाए पारिवषिष वामपोविसर्जनबएपहयाम्पर पत्तियजपाभरणादिवपतमा पविसर्वगपरगाममपर २ विनयरवरीमान तममारोगा मावरियरखेपर मगर्वतमसपाठिरवारिपारविहानोर मनमपोएवखभापरतापपणकराठामिर प्रवचनमोनिवार चमतपती भवतमधिमावत महापौरसमय मावीपक प्रतिलिपुत्तोपिणिवार पायारिधिदिसिपागमो प्रारमरपूरपोपरतेपदधिवापर वारसतिसरा नमजारपणामबार बांदीपुतिपरोनर ममतारपणामबरोगरपिज्ञराजापति पुरपो भागवियरीमा ठितिवमारतीवोमपरिवारापोपरिवारपोतामहोपारोक्तिरेवपदपरती भगपतगरपभिमुषसामरी रिमरितारोमर प्रामविशावरवोडोनर पनुपासनादेशावर तिवारपी पमपतपसो भगवतधानत महारबमयमाबीपचार विरामानर भभसारवेरामा पखना महाप्रमुख पारिदेनर रेवोपररातामर सभामोटोमांशिरोपतिमोमेषमावानरंजामीधर्मकार परि Page #287 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुपका मोतिगुरमामात्य सिंपरिसाएति पश्यतीति परतएव परिपत परिवार प्रापिपरिपत्तता पत्तियमचानसाधनामापपर्य बक्षयतीति योग' मुपिपरिमाए मोमवाना वासममाघ मामित्व परिसाएत्ति यतो पारिख प्रति प्रमता भवन्तीति यतयत्प रिपदप रविपतमापूमा मित्य परमवयवदापनि पौवानियतममाामि दामि मा मा तवा वमा पपगसर्वदपरियासाए पनवयत मानानि यानि धन्दानि तानि परिवारो यणाः सा तवा तसा बिभूतो भगवानिया पोपत्ति पथपलियास परवत्ति पतिपय बस मामति प्रयतवस' पपरिमिवासपीरियलयमारप्पतिजुत्ते पपरिमितान्धनतानि बानि बसादोनि सेव॒तो य स तथा ताबस । गारीरमाप वीर्य जीवमम तेत्रो रोमित माहात्म्ब मामावता कान्ति बाम्यता चारपायर्याप्ययमारगभौर निग्धोसाइभिमरे गारद मौपरिसाए मुपिपरिसाए नरपरिमाए देवपरिसाए पगमयाए भणेगसमष दाए भणेगमयबदपरिमाराए मोहमले पहनने महम्मले परिमिपपलधौरियतेयमाहप्पक तिनुत्ते सारयनपत्थरियमजरगंभौरमोपविग्घोप पदाममुपनादन पिनोपरपराधानवरोदेतेपानवतसाधुनमुमिनीपरषदामोनयतसयमवंततोषपनावरणहारसागर यतीनोपरिपदा जोवनी वतनावरियतसाप्तुमार देवसपनपतीयंतरयोतपोमानिनेहमीपररसदार पनेरुपानयोशनासयमिपावरमर पमेयवासीकनासयताईए समस्तकमर पकपासोमासयमात्र दसपरिवारिसक्षिततेागर पोयबस्नेत बसपटानौतेपबरीपतिवर पतिपयवंतबराबरीमहावस उत्तमबसावरोपपरिमितिपमतबसमारोरनरजोरपोयनोपनीयमितपवनोपोसिमारियमहिमावातिकमनीयपण तमावातिमरितेषावरीसरित Page #288 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - Hamarecha عمر حجو مد परावासोन या तमितं ममममित तदिप मप्तरगयोरप बोधनि?पवर दुन्दुमेरिव चारो यस स रापा दिया ज्या पर पपपती : स्यात विविखाए परसि विनतम सरसोपिठौरवात् सरसावति योग पंठेहिया गाविपरप्य वर्गखवाय मिरममारसाए पनि सरोगया पागमन मूघा बासित बाद पमरसोपत्ति निमगावरता पमणापति पनपपथमानाया अवतरमविषारापा स्यमा पपरमाधिपाती : पपोगो वा मा तपा तथा पुषरतापत्ति पूर्याच घरमहाभिरमा गयरागारमा या भातया तसा दिपिपपर पापमय मारममोरगाछियाए स्पटरिया पत्तमाचरा कुटभिषमा वी स्फुटार्चा मधुरा कोमचा गौरा भरतो पाविश पले गेनार्यपाधिश एरोपी पधारयो तप्तमा सबक्सरसरिवारवाए सर्वाचरापी सचिपाती पवतारो यसामप्ति स पााचरसपिपा योगद सम्ति यमन सा पर्वोचरमविपातिया क्या सारंए वास्ना बोयरपोरिपा पोवनातिवामिणा परेण पामागहाएमामापन्ति रसोसमोमागध्यामित्यादि यग्मायध मिस्मरे रेपिरियडाए कठिवधिपाए सिरे समादूगाए अगरलोए धमम्मणाए सवरखरणियाइयाए __पुरतार सयभामागामिगौए सासरए जोयणपोहारियासरेणं घमागाए भासा भासति परिहा धर्म । पर परदयतामोखातोमानवाधिवातामाममानस मदगिरीपठसरसादवर बेमपो एसामोमणेवरिपरवेषपर्यापीमतपख नपररकर रतिया नपिपापिठोपपाबको कठिमधामगिरगाहपोषठमाचतुरपवावी मिरमतमापूपिपरपमारपितासीर्ष स्पटपार पचर ॥ । परि वरपमरखो पमन्यावापरतासराचाररितपनि रामावापतामहम सर्वपवरनासनिपातसयोगमिहिर सरसमानादिपिपरचरो पूर । t . Page #289 -------------------------------------------------------------------------- ________________ PRODIGA HAAoAcer = भापrane तापरिपूर्णा माजतभावलचणबदा भई मामधीत्युच्च पारिभ्रमयारियाचति परिषामेव परिष्यति पादोमामामन सम्बन्धिषोवस्त्र समापाया निजभापाया मायदेशीपचतदितरमराणां पप्पीसमासार सम्वन्धिता परियामेन खरूपेण परिणमति वत्तते या धमकवति तहमा त्यादि पहिलोएत्यादि कशापावर इत्येतदन्त सुगम नवर ठोक पञ्चाखिकाथमय अशोक केव पन्यान्तरावगम्या एवं प्रायेणोत्तरवापि शीवा प्रस्तोत नातिवाभिधान शून्यवादनिरासान्तविरासोपपत्तिय क्रियाप्रतिरूपको निपातो महवचनार्थी द्रष्टव्य रष बोवायतमतनिषेधार्थ सुख पयिप्रभोवति पुरुषाचेतादिवादभिपेपार्थं प्रतिबंध मोतिबन्ध कर्मच्या जोवस्त मोच समासवियोग तलेव एतच इस " ससरति बध्यते गुच्यते च नानायया पचतिरेव नारमे" त्येपविध परिकर्इ तेसि१व्वेसि चारियमारिया भगिठाएषम्म माइयखर मावियण श्रनागहा मासा तेसिसम्बेनियारि यमयारियाणं चप्पचासभावार परियमद् तशहा अत्थितोए अरिथमा कोए एवं भौवा श्रजोया बंधे को क्ख पु साम्रामप सर्व समापयोभापानुगामितमितो एहबोसरस्वतीययो जोयनगांमिनोको वद गोमेन इठा बदू से परीपोसांभरावर मग धऐसमोभापात्रे तच्च श्वोश्वर। मिलरयादिवच पोपेत मागधीमापारि यत पीमापार माय योपरि घग्यदुर्गतिपठितारापर तेमभामहिचतिजयस्व बाहर सर्वबोधसभामा हिमाबसपचार पार्यसमाज पनातिभायें देसमा रूपनाते पार्थ मपना परिचानाम मारहितधर्मक तेभगवंतमोरी मागधीभाषा ते सर्व सलाईन देवताच पाते पापनार्थदेशमा अपना बनायें पापापपापापान Page #290 -------------------------------------------------------------------------- ________________ D साहामातमिपयामिति पनिवेजिपत्ति पापमापीयमान म्पपोसमाम सुम्मटु पन्धिमा न पुष वर्गम्ति पुण्य मेव चोपपोयमान पपनोममाम मुमदुपात पापमोपविधवादामरामा म नगरवि निवन्धनदेवासभावादमिरासार्थ वा पत्पिपासवे पयिपर रबन्धोतराव पायनिरोध' संपर पतच बसमोचनर्विकारपखतिषधार्थ बोयंपाधान्यप्यापनात वा पवियपा पमिपमग पदमा ५ यो मुमन पोटा वा गिलग गत वर्मपर पतचनामा पोपते पतिपादनार्थ पादादिपकममाभिधान पनाति । गारिच मयावा तसोत्पादनार्य नरबमेरविवाप्तित्वप्रतिपादनाच प्रमाणापानवाते म ससोति मतनिषेधातिवंगापतितरतिपादनं । त प्रवचपमारसमान्तलान पासमात्रन्योर्य तिर्यगादिप्रतिमामो मतमतानिवन्धन ति ये मम्यसे सम्मानिविधापे माना पक्षमत्ताभिधान ___ पापे घासवे सवरे वेषण विजरा परिवंता पाटो वनदेवा वासुदेवा नर का परस्या तिरिखनोणिमा तिरिक्त - ८ मापारी परिचम पातं तेबदामा पोमबत्रीपोचपचपतिवारमग्दा पोवानिषिपस पायायमयका ममीवपेतमासचाप पर पसी | चितमारस्तिवश बमबंधति मेरेवा मोचमममाप्रभावरूपहर एमप्रचतिमाधष्पाप पपपपपभपरभतेपर सभषयमममहाविमापावर समयमादिमासावाररसपर एमपभवामपनुमादरमावर बर्मन निरपण पपाविपोनिवरा वामादिषयमाचारकपात बाबत्तरपुखभोगपत्तिवरले बरहत्तमपुरषपदपोमावतीपुष्पाले बासनविपभोकाउत्तमपुषषपुषवरखे भरकरणीवनर पभोपरिवानाठाम भारीपापमापारमरविणार तिमिमानपनापुरवदनापी नियंवरमरपपपपरपत्रिभुपरिनिय Page #291 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तुये मन्यन्ते वोय मातापितष्यपदेग स बनवावक्षसो बनवावाच युवामिगरकोसकायोमप्यायस्य स सावक मात्र वास्तगी मातापिवष्यवहार इतितमनिरामार्य निरापद जगवावं समानेऽप्यु पक्षारित्वसतम्तापदेश पूति सथा ये मन्यन्त पोष्ट्रिया द्रटारो म सभपति रागादिमत्वा । परपाया ममदादिपदिति तम्मत निरासा मपिससाभिधाम तापिरासय चन्ट्रोपरागादिचानामा मविवाददनादिति देवायमिराताभिधानध ये मम्यन्त सतिदेगदयो पप्रत्याचवात तन्मतव्युदासाथ तप मिहिरोपरप्रारभारा निहितार्थता वा सिताम् तरत परिमिष वनतसनापो पणास्था असत्य परिमितास्मान्त तवा ये मन्चमा प्रातिपातादयो न वमोचतवो भवन्सि बन्धनीयस्य मोपनीयत पजीवस्या भावात्तम्मत निषेधाच म पविपापाए हत्या गुलं वेवस मव एवं पन्धमोपो तरिति पायेपो इस रास यायाकरणादि हरवं पेवेदो मे कमरे परमवारीपसुने । परपरिवाए पररपूमागमोसेक्ति तव पेमेति प्रमाऽनभिश्यमाचा शोभष्य विक मभिष्वामार दासेप्ति के पः पनभिष्य कोषमानव्यनिकममोतिमाव । *मराठि समाध्यान ममदोषारोपर पैशून्य प्राण पडोपाविपर परपरिवादो विप्रकोण परेपा गुणदोषपन परपुराति परति । बोणियोपो माया पिया रिस यो देवा देवलोपा सिद्धी मिशा परिषिवाण परिणिन्युया अस्थिपाणाड्याए मसावाए चोमिमोसपनोप्यो मालिशियनयोजन परोपपरोपनरोघरपरिमोभुनपरोनो माताजपनहारोहाने पिताज नमनपोदायफछर पोखरएकायनारायण र देवतापारिमिशायमा गोर देवसोवदेवतागपूररिवानाधानछर सिहोमिइनरहिवामाठाम कम्पपीमिधातमिहरले कमरपोजोधपोसमा पतेनोउपमा पकौसषरपति निर्वाष वर्मनाकीधासतानमरसपगमिसमाधिवततमेपमा विपयशर एससारमा विपर्यापातिपासि जीवनर Page #292 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - परतिमारमोगदगचितारेयतापहा रतिविपर मोनीवाशिताभिरति परतिरवि मायामोसित्ति वतोयफपारितोयाययो संयोग पनि मर्यसयोमा उपचिता पक्षमा पान्तरमाषान्तरसरवन यत्परवपन तयायामपावाद तिमिलादमपससिमियादर्थन सम्पमित्र विविध " मानियमनतात मिपारधनयम पापावायबरमविवादो त तमत्तामिधान मप्रमादम्य सर्वचा पतं मगधवन तदसम्भव त्वतन्मातमिविधार वियना सममनिभावति पोतिप्रियामुखी मागोऽस्तिमामा मामीति विवानिवन्धमभूती भावो नास्ति भावोऽतमा भुमिषाकमसि सुचरितानि अदिमादा मेहणे परिग्गरे पतिकोरे मारे माया लोभे नाव मिच्छादसयमले पत्थिपापाायवेग्मणे मसापाय 1 घेरम पदिणादायवरम मेयरमणे परिग्गावरमणे भाव मिच्छादमयंसल्लषियेगे सञ्च परिपभाव धधित्तियति मारमसमापिसातवा मवापादठठमोसियस तेवर पदक्त पोषहवस रोपवा मैपन पिनट मेविषठ नेवार सीभधरोधमया विसवते परिपा बोधरौसम परिव देवता मान पभिमामगहर मायापरमवापते हर सोमपाडारुपतेशर नामदयकीयो । वाइड मिभाविपरोतासपोषिष रामवाटेवारिसनासुदेवारिफवापर समापनौकापतोभव्य प्रोवाणपातिपातिजोपछिमामपोदेरमरपरि पर पसागरपठायोसिवानोवरमणपरितरिए पदत्तादामपणदोषामपोरेवपोरेपोवरमपरिहरिवर मंपियपसेवामपोपेरमपपरिधरिवछ। पारपानाचारिखमबविवहनपोरिरमपपतिरिक्त पापीपीगगन मिप्यादशमविपरीतदेपिवयोदेगादिवनभक्षावरोलाप्पर तापममममोवियपारपोजारीचवर सर्वपबिमारवामावरारदिपमानसंसारमाचिरपमित्रभावपापप्परतानापतिनमा FENSETAcident Page #293 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - तपापमोनिकर्माधिरिया पुषिसपत्ति सुपरित सुचरितारवयात पुससमपन्धादितदेव पर येपो तानि तवा भपतामोत्ययं न नि:फसानि नाप्यएमफसानीतिदद एवं विपर्ययवाश्व मपि ततप पसपुरपावे बधाति घोष एभाशमं कम सुपरिततरकियाभि नस पचायति तीवा प्रचा घाव उत्पधने ' पुनर्भस्मीभूतन पुनराममन कुत' रत्तदेव नासिवम सत्य ततयोस्पत्ती सस्या सफमे कशापपाए सौभाग्वादीतरनि । बन्धनस्वात पनवच्यु माघम समेति प्रकागतरे भगतो धर्म पहपापी दया पवार धधमापखर स्वादि पडिक रस्य तदन्त मिद च ष्यत्र नवर मिद मेव प्रवध विधेपावयप नेपन प्रवचन भिनयासन सच्चे समो रित परात्तरे नेत प्रधानतर मम्पदमीत्य वेषसे परितोय : सवणस्थिभाषण स्थित्तिपयति मुधियाफम्माचिसफलामसि दुचिमाकम्माचिणम्फरताभवति पासपणपाये पञ्चायति । बीवा मफलेय खाण पाषए धम्म मारपसा पमेव णिग्गथे पावयणे सच्चे पातरे के वलए ससुखे परिपुणे या सवभाववस्तु ममपनखिमासिकानमौरसपतास मारविषरतेनयोरपदावार नधोमोछतिगती मुविस कम्पमयासपसंयमादिकसमाचखाकीधापना मुचीर्थ पचपुष्ण गतिवधपोचपामियाम्पफ्सार दुचौकमसिादिवपापाकम पापपरिपपोतेमादुधौण फसपापमयतयधकरीनरकादिक । विपरजापपातफायर फुसर्याधरभवरीपुथवर्मपभर करोपापवर्म पचायतिवसौजपवारकममारमाधिजीववर्मनधोमाधिपोषकपो। कम्पाप पुण्ण पनपापपएमबरचीत फसवता पुपनपोषभ पापमपोप्रयभफरबर वत्तोप्रचारातरयोमहापौरथम शहरहर पनियर सहितमि बनयोगीतरागनमो एमागजिनशासनप्रबचन सिकातसंबधो समाचपोसत्यरुपमास्तिकारी सर्वमास्ठित्तमप्रधान केवल संपूर्स वसमणोतपमता Page #294 -------------------------------------------------------------------------- ________________ stooto मौसमयो पापमा पापमयाविषयवाद परिपुर्ण प्रतिपूप ममपन्यत्वादिभि प्रवचनगुणे मी कपादिभि पर सुपखमिव पि गुप्तात पसरप गायिक यावामुगत प्रमापाराधितमिस्पर्व समकती मोदिगन्यतमं तबाधिताना fr भारसम्पानि ! बाद माषान्तीति मिश्मिम्मे निहितावोणम मुक्तिमय मो समयभियोगय ऐतुरघा मुकिमिसमता मागी यस्त्र प्राव विमार्ग पियापम निर्माणम नात्तिकममन मागीतिः पिलापमय निर्धारण महासत्तापरचितम्बस्व पमा परिता सरताप परिसधि प्रविमा पूर्वापरानं सब दुम्सप्पहोचमम्मे सकरपाचपस्न पन्या पबमा सर्वाणि पानि महीपनि मन्ति सपा समाम्म यति यवतन्तका पतपप समयानीबासिष्प्रति विपत सिरिंगममयोप्या भवन्ति परिमादिमशामिडिपाता भवन्ति वन्ति कामाला । उए पम्नुकत्तणे मिहिमम्गे मन्तिमगे विष्वा ममग्गे पिज्जाणमम्गे पवितधमविसधि मबदक्लप्पीएमग्गे रहा मतप विषाहा पट पारितोपरनिर्दे।प परिपत्र पक्षपातिप्रथम गुपि रोमणिपूरण न्यायानुगतिपटमपम्य चानुमानु । पायमारिममावरमणिपोनयमावादिवत्र पसबविपाठपहार मिसिसितापानिमाप परिलायनपोम बिरपोतहमपोमाप निर्माणमासमनापरवयोवनपो पाव तिवसुबनुमा ससारपोलियोमोचतेरमा पित्रापनिपालारानुमायशपर पाणि वानुमाप निधीमधी पवितममा तपतपोमवपक्सिविविदररितपूर्वापर विपरमपर सवदुषहरमपोपचोपचयपरिवानपोएमाप । तमरमोचनपाएमा रविनियमविपब्रितमत्ततावोष परिमादिपतिगपपामरपिगमनयोनार यूझर पहचान - Page #295 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 00 kabwonlod cialooclotek मुवति भवीप पापियामापगमात् परिपिचान्ति ववतसकस समाविरहात बिमुझ मवतीत्वत पार सम्बष्टुपाटारमतवाति एगधा एवार्या एका पर्श मनुष्यतनु विमो येषाने तयारी पुनरेवेचन मयतारोति भदता कम्माधिन मक्षारोषा गन्यम्वरमा भवयितार पूर्वक्षमावशेषण पवारसदेमोएसत्ति पन्चतरदेगना मध्यमूल मादिरसा वावतारमादिदरश महजएममहावरे सुमहाभागसत्ति व्याख्या ५ माम्बत् । दृरगरपसप्ति पधुतान्तदेवधीमगतिचिवच पारविरावचा पर पापवारादिदास बयत हिमच भियमुया प्रगय पुसष्ठमगहमसफणपीठ धारो निमित्तात्वाभरपा दिवस संबाएवं ठिये सहारे दिखाएको दिखापरेए दिखाए प्पमार निवाए शयाए दिखाए पपीप दिये जोया सिम ति मुझ ति मञ्च सि परिशिवाय ति सबटुक्खाणम करति एगच्चापुसएगेभयंतारो पुषकममावसेसण अस्म ___यरेम देवकोए म देवदत्ताए अवतारोमति महशोए नाव मासुक्ख सु दूरगाएमु चिनिएमु तेणं तत्थ देवा प्रघातियां कम कीमकाया बपायनापसमयको योतसवर गारीरिवमानसिश्चमव सपनपोपतपरोपनसमुपपामसिस्थायर एगमा एक्वारगरीरमपतिय पोशर मेमरते पगारएमधारभयंतारोवातावमापवंसप्रवचननासेपनारा पुबकम्मापसे सेर विमासमपुण्यप्रति पवशेषमाताधमरनायर पर्नरपोरकसौधर्मोदिकोवसोशमाविषर देवतादेवभपपरपपिपीर मोटोपविमानादिक्षमपि नार समाफीबीमारास महामोटापगममोसमाधिरूपनविषा एरिवेमतोगतिमारपिमानादिश्वविपर पिरवारमीधिविषमासागरोपमनीपाठपाते मविपर मप्रसतिनापोतिहावियोमविपरदेवतार मानविमाननाची पापणम्दयोगीजारपोस चिरहिति मोटोपाठपानीधिति - U -4ALokalam Page #296 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नए रियारसार सरिसायो सयोवेमापारतिय स्माराससमामा बप्पोरगति कम्पोपण देषशोकजा पागसिमदन्ति पामियदना. गतमावभावो मा कमा निर्वापसच येपो ने तबारा यापरबरपापिदम पासागादरिमपिता पभिरूपत्ति पनिरूपत्ति प्याप्या पापदेवेति निगवामपपता गमरवार तमारपसरति तत्प्रवचनपसमिति पक्ष पवारातरण पप्पमा एवं पवित्यादिवाखमपोखम्मेण मिग्य तदन्त यामेव मवर पग मिति पत्रमान प्रभारपपयांपाकार इपिमाहारपति कृषिम मासं स्वंयाए परणयापत्ति पवनता मृगवचन । भवति मसोए जाप घिरा हारविगत्यवच्छा जार पमासमाणा कप्पोषगा गतिकल्लाणा घागमेमहा जाय । परिक्षया तमाला एवमधमोहिंठाशि वौवा परसाएवम्म पकरति शेरपुचताएकम्म पफरता पोरर सुचवम्म ति संवहा महारंभयाए महापरिगायाए पंचिंदियवशेष कसिमाहारण एएएण अभिलावण मिरिक्ष पामर मातोममुपमशारापरीविराजमान सोमतावचारवबर वामपन्दोबोप्रावास भरोरादिवपमारशरीमकायबरता सस्पदेवसोब पारमारिवपमा बेनीमतिबाट बनायबारोमबरपामामिवरणाविनापमोचपपामियर प्रापपदवीशेपारोस प्रतिरूप मुरूपपयश परप्रामसमागम पोपवीकोप्रबारस्तरारधर्मबारबर पर परसवारि परमिपयपपरचारिचान वनाविपरपरतवरबरीनर एससा } रोबोपनारबोपरिंगरपिाषामोप्पवर्मपतिमयबर चपरावर नारपोपपरमरणयोग्य बनानाररपोयादिम पतिययम करोनर भरपर विपरमानपत्रा मार महामोगपारभबमारोबरपरसरमोगारिसरमरी मामोटोपरिवारबमधाम्पादिमीनमतानबरबरी । - Page #297 -------------------------------------------------------------------------- ________________ htoslok महत्ता समीपपत्तिविदग्धवितरचाई पमब्यापारतयावसान पड़ता प्रतार पगाभायाएत्तिप्रतिभद्रबता सभापत एवा परोपमापिता साहसोसमाएनि सातबीयता सदयता तमाशान्ति तन्वयमासातोति धबधानिगमन ए पथोखाधयदेशनामेव सविशेषां दर्थयवाद जह: परगागप्पतीचादि गाबापञ्च यत नवर या मरवा मम्मते तथा परिवधयतीति सष्वव विधायोग नरग त्यादि गावा यसपालि जोसिएमु मारम्लयाए विचाठल्याए बलिभवयम् उकवणयार य चग्गयाए मणुस्मसु पगतिभड्याए पगति पिषतताएमाएकोमयाए भमत्थरियताए देवेमु मरागसजमेस सलमासममेणं अकामणिगराए बालतपोकम्म पा तमा - Patolor पपिद्रियग्रोवारमारिवारी इणिमासना पाहारवरवैयामरो एमएणर पभिसापटनासिंचिपुडामे प्रवत्तात्रो जीवतिय पनत पाठप यांधर बांधीन तियचनोयोनिन विश्वपज मायापरवंचनानधरिवरो निपसोमाया करोमोसप कसे साक्षरी पसीकवचमषठ मोति। वतेपरवरी मुग्ध सोबवविवानिमित्तामरतनापासरवठामाचित्तरापिवाभगोचपमाव एखायचेष्टादिवर धोसरपपणापाण्यानीपरिस्विटएप्रता रपती विमानबिमनुषतु पावाधीमतुषविपापपजरते परकरी प्रसतिखभावर वमद्रवपचपोकुटिसमावरहिरातपरकरी प्रतिभावरंगधि । मौतषिनर्वतपररवरी पनुकोसानपोपरिणामभावतेपासस्तिपरकरी पमच्छरपषु पागिशानीहिपमुष्प पोनपूपदेपारपणु नापरकरी । शिमावर वसोकदेवतामविपर रागसहितस यमनपरिवरकरौ सयमासयमदेयविरतियापदामोपारिवारी पचामभापविनासाठितापप , Page #298 -------------------------------------------------------------------------- ________________ GANA क्ला वा परगागमती घेतेरगावातवेषणा परए सारीरमाणसाई टुक्खाइ तिरिक्खलोणौए माणम्म पगिच्च पाहिजरामरणयपापचर देवेप्रटेवलोए देविशिदेषसोक्खार नरगतिरिक्व जोणि माणुममावचदेवलोप्रच मिसिहरमिनि छजीवणियपरियारे कानोगामा ति मच्च ति जयपरिफिजिम्मति जटुक्खाण असफाति , पादिवसहीषमनिबस्पायरो बापतपप्रधानपपतप कष्टरूप समवर्तवपणारी वस्तीभगवतमहारांतरधर्मकार यथानिमर्ममारीचीवनगर । मविपापापवरोगामारापममरकावासा सदावातवदनासीतरामादिपवेदमामहितपतपूछतेपुष्पवर मरयमीतनपिपर एपौष समारोबारीरसीपनरमानसिबमनसवयो दुपसातारपतिय पयोमिनइविपरभोगवा पुरवपूछा मानुष्यममुप्पन पोमवपुणपरित्यपरनिग्य पानमो यात्रियोगवाहसंबंधो पराम्पर मरमानपोस्ववियो वेदनाचिरकानसंवधिमोपपुरषपीछा प्रिणिममुप्पमवर पुषका पता । मवमरपिपर देयोनदेवतानापासवानबनाविप दिवसपीसहिबिमामादिकपन देवतानासुपपापरद्रियसबंधीभोगवरकर पुपकपरभगवत । नरमगतिपतिवारबाजीवते पुषवार वातियवोनिप्रतिवावरचीवते पुषवार मनुष्यभावममुथप सारतेपुष तपादेवसोकप्रविलापरते पुषविपरसमक्वतबार मिहिमधिमामासिवरहिवानीवसतिपायवप्रतिपणाचाते पुषविवरपोसंभवावर वीवचियरकायनाविपरत " एपछवियानाही सवामतिपासो स्थाबादराविषमेदपोषावियर बिमवीवरसारमाधमरिमर मियबारस्तितपानिमबर्मयोमुचार बालिपिषीणपरंपरोतमाविमपतिमाम सदुपपामरसारनिवार सानिमदुःपसमानचीतविनासमयसपकरबर मनीपरतन Page #299 -------------------------------------------------------------------------- ________________ " 1 तथा महापयिचित्ताति पात भरोरतो दुखिता पातिनचिता भोकादिपोड़िता पाता ध्यानविशेषा दार्त्तितचित्तारति पहलियद्वियवित्तन्ति पाठान्तर तव पान मितरामर्हित मनुमत चित्तं येषां ते तथा महदुहियचित्सतिवा भाग दुखाति चित्त येषां ते तथा वाघमान्तरे गाथा' केषचपचिषश्वा भट्टदुष्वट्टियश्चित्ता महनीयादुक्ख सागरमुषति अवेरग्गमुवगया कम्मसुमुम्गविहारति महारागेण कष्ठाणं कम्माद्यपात्रगोफनविभागो जहय परिक्षौ कम्मा सिद्दा सिद्दालय मुवति तमेवधम्मं दुविष्ट चखद् जहा अगारधम्मं अणगारघम्मच पणगारधम्मो ताय इ खजु सब्बश्वोसध्ययाए मुठेभविता थगारातोवणगारिय भावी डामरोरनादुदुह विभातिशोकादिष्ठपोठाइसहितचित करा साइनहोवो प्रतिबंधरहितय को मोहात मिवानले पुष aurface मेदु वरूपियासागर समुद्रमतपुते पुचक बबाजिम स सारंमष्टिवेराग्यधर्म न पो प्रतिबोध पगत पाभावका प्रानावरणीयादिक कर्मज्ञानावरणीयादिकतेत पापरूपफलन पोर्विपाकभोग समंपडावडोवाउठा सवते पुत्र यथाविमरागे खेडेकरोने कोष समाचा विवो पुल माजिममचोच्य कर्म सात कर्मज्ञामावरच्यो यादिकचयकरोने सिपपावने सोधासिद्धाय मोच प्रतिवतिपुष्टचेतेपु सेव दुर्मतिमिवारणार दुविधवि प्रकारे भादू क्रमव्यधागचिभगवंताचे ते कई भगाते हम घोस म्पत्य मुल वार भेदवतरूपधर्म पगार साधूर्त वनव्यंचमहाव्रतादिकपालनरूपधम भणमा रसातुमश्रोमहाव्रतरूपधर्मते तावप्रथमनी निभशासननषिपेखुनियर सर्वामाक्रोधादिक पानापरिणामात्र सदर कारवईनर भगारहस्य पप्पा विश्वोभवगारसाधुपणे प्रवजितवसनप्रोपविचोकरे सर्वभूममवचन काया कारणकरा Page #300 -------------------------------------------------------------------------- ________________ alotal कमान्तरेचाघोषन्ते तदन्ते महाव्रतरूप समाधानमाव वा विवयति व्रतान्यमुव्रतानि विग्युपत्ति एम्बोवामित्वाधोयते तत्र शोष गुतागुष्यवतानि मिथेरत्ति निर्यादा भयदा च गम्यागम्यादिष्यवस्था पिपचक्यापपोसहवासा तब प्रत्यास्यान पोषयादि पोपधा ऽरम्यादि पन्य दिन ववोपवासन पोषधोपास पोहति श्रोषोदयाभावात् चिबोडा उदयप्रातशोधम्म विफलतावरचात् चतएव च्छोरछोहा चयितशोधा एव मात्रा मिलापकी अपि प्रपुष पनि मोसमग्रमिष्यादिना श्रमेष व प्रथाधिजतवाचना इस पतु देव मध्ये ठोके सम्पोसम्पत्ताति सम्पती इपती भावतये वयं सममता सपन कोषादोनाम परिणामामाथि अर्य एते च मुण्डोमूस्खेश्वस्य विशेषणे पनगारिता प्रवजितस्त्य समाचारे सिद्धान्ते वा भयो अनगारसामयिकी पनगारमान स् वा भ्रमास्प्रोक्ति ममायुभन् अथगारामपत्ति घनमाराचा समये पब्व रस्म सव्वा घोषाणाद्द्वाया घोवेरमण मुसावाय प्रदिन्यादाय मेण परिग्गड राईमो प्रयासवेरमणं श्रयमानसो अणगारसामाइए धम्मेफ्यन्ते एअसम्म सिक्खाए उषट्टिए निम्ग थेवा निग्ग धौ विहरमाणे श्रावाय धाराहर | मोहनप्राचीजीवन प्रतिपातच मि तेनोवेश्मपरिहार विमा असावा झूठानसपरिवार दत्तादानच पदोष से घोते हम पोसव परिहारकर मेनविषयसेवा परिकार परिषरीने समनुपरिहार रात्रिभोजमधाहारण विद्यते हन धोये रमय सर्वसव परिवार पाय एहभ्रमंग्रहोपाठवावतशिष्य अलगारसाधुचारित्रमागधी सामानमव्रत उचारसमतापरिचामरूपसंपवतेचि एमोतरागनोमा पितधर्ममोशिष्याभ्यास पोवनेविषे चठिपोसावधानङ्गभो नि बपरिहरतिसाष्ठ तवानित्र बोपरिपहरचित साथी विचरतपोमवर्त्तत मात्रा भगवंतीपो - Page #301 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । dolescophocycloctobersalobas भवति अगार धम्म टुवालसविक पाक्स संगहा पचपखुवयाए तिणिगुणवया चप्तारिसिक्खाययार पचवणु वयाए समजा घलायोपाणावायाचशेयरमणं थलापोमसावायाग्रोविरमण थलायोदिन्नादाणायोवरमणं सदारमतोसे इच्छापरिमाणे तिमिगुणव्ययार संजहा पणत्यदंसेयरमणं दिमिव्वय उवभोगपरिभोगपरिमाण पत्तारिमिक्खाषयाइ त सामारचं देसायगामियं पोमहोवयासे प्रतिधिमविमागे अपच्छिमामारसंति पचवाचामनपारिवादिकमपोपाराधपहारा पगारपसम्ममयोधर्म पास सविधवारप्रकार योभमवत पानसभामांचिठावर तेफच्छ धूमप्रापातिपातवेरमणादिकपाचपावतमहानतमीपपचारंपचुनामा विपि गुग्नतमपुरतादिवम गुणवारीपरतेपनाविधिप्रकार चारियिष्यावतधर्म मोसोपपलापिया पाच पचनतपूर्वसमावेकिहा तेबाछ बसमोटिवामाचौद्रियादिवतेहनयोपतिपातषियन्तेहनपोवेरमाएपरिवारविधपिवि धर यसा मोटिवाणाझठस बासिवत बयासीवभूमासीकावासोकवापिरिमोसमोसा पितेहनगोवरमपरिहारसमोटिकट पदत्ताधानजिणिलीधे पोगेनपोकसबपामियपूने पपदीष्ट देहात वरमयपरिवार सदारापोतानोमोस सतोपविरतिपरस्त्रीमपोपरिहार रच्छापाशधनादिसनामीपरिमार पर विय गुणवतोमा तेवरवा पर्वप्रयोत्रमविनादरावमशायतेपनवदधोरमारोतसतापानेखोवामगोपरिवार छचोनीपौतिरछोदिमिर्नु परिमापापवत उवभोगवेवारभोगविवप्नोपाभरपादिक परिमोगले एक्वारभोगवर फसवंदनादिवतेहमपोपरिमापमानफरवारूपव्रत धारर सिवायत प्रतनाधरपारनरसीपम्पहा तेकारका सामापकसमतापाचोपवक्षिसापविया देसावगासिक दिननपोमानकररयषालोगसपेपर Page #302 -------------------------------------------------------------------------- ________________ الدحيه يو حالية शिष वा सिक्साए विचाया मम्बासे पापाएत्ति पात्राया विरन् पारापको भवति नानादोना पथवा पाभाया जिमोपदेयस्यारावो, भवतीति पपचिमामारपत्तिरासमेवावमबारामा पचिमप्ति प्रकारसामसपरिहाराघवात्पर्धापमा पयावालमाविमो प्रतएव मार शान्तिको मरम्प पते पषसाने मवा मारान्तिको ससेसमा कायम तपमा छनौवरण सणा जपणा सेवा संसेखना चूपपा पाराधना चानादिगणानां विमेषत पाचमा मातमाहियामहपपरिसत्ति महातिमरवी पतिगरोपसो महत्वपत मरवोपेतसभा महतो सब स्वयं मम । पासलेपणा जसबा राणा पयमाउसो प्रगारमामारप धम्म परमते एचमा धम्मम्मा सिक्लाए उपपिए ममपोवासए समपोशासिमाया पिरमाणे पापादयाराएमति तएर्ण मामइति महालिमा पोमाधमनोपुटिपारारादिचारपसारते पुषउपग समडिस पतिधिसाधनसविभामविकरावीप्रिमरमहलपोदिसपमोर मावनामावर पाधार, मैगचीवमपोपपिमोसावाससमधिनीमरबासमताशाकरीतपसपनात पचरीबायापातमोपाहिली तेहमीजसपासे विषठ पाराधनाचा मारिसगुपनोवियेपक्षयोपासपो प्रमाधमपूर्विरित प्रजोपाउपावतचिरोमोमव्य पगारोपरनीममतानाधरपारपरसतेनुएमामायकसमतापरि चामरूपधर्महिषहिता पबत्तेकरितामापापोएगोरसचम एपपासमपोसम्यहम ममारव्रतम्पधर्मगौसियासीपपाश्चिमाभशौचठापसावधान : पो बमषाधुनोठयासबसेवएतमायापक तवायमणोपासियामातुनौचरणनीसेवपहारीवाविया पिमागिपिारमाणविचरतपो पायाभगवतमा पसनसोपाराषिषषोतषाचालादिवगुपमयोपाराधियपोर तपतिसरपोतेमातीमोटीमाबियामोटहपापमोटीमारिमोगरिसतमोये Page #303 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गर्न नेशन मणूमपरिक्षा समयस्मृभगवो महावीरा प्रतिए धर्मसोञ्चा थिसम्म ट्टट्ठा जाव हिमया उठाए उठ्ठति उट्ठाए उता समर्थं भगव महावीर तिक्खुत्तो भायाणिपयाणि करता वदति यमसंति वदिता यमसित्ता प्रत्ये गद्दष्वा मुखेभवित्ता वगाराचो अग्रगारिव पचरए अत्य गरवा पचामुष्य इद्य मन्तसिक्खावचं दुषाल विहि गिविषम्म पचित्रण्णा अषसेसायं परिसा समय भगव महावीर बंदति ममति वदित्ता एमसित्ता एववयासीसुक्खा ए विष्ठतेह मोटोपरिमापरिपदान मलोकसमूहते मयत मुरहार भगवंतप्रानवत महापौरकम गतुन घोषोपपहार अंतिसमोपन विपक धर्भविक पोतेक विपद्सामीने निशम्यचित्तधरोमे हा वयं पाम्या तुटतोयपाम्या जागन्दरको मोबाइल हिमामेविहसमा यिनी उठाएका याने जमवावे शरीर उड्ड तिखट घोषभ प्रोधवड बादाम रोखठो मउत वे यमय भगवंत ज्ञानवंत महापोर तिक्तविविवार दक्षिणदिभि न पास पार भोप्रविशामप्रदचिबारे करोगे वांदे तर नमस्कार बामपंचांगकार वादीतिर नमस्कारोपं परंपराप्रकारे प मोगे प्रत्येक समसंधिया मुद्रियशेधादिकदम जारेवर ने भगारहस्यावासथ कोमोसरी पगार साधुपच गोकारकारी प्रव्रव्या गोवेकर सभासंबंधिवा मूलप्रापातिपातरम सादिकपचिभवत विचिगुणवतादिव भागिवासात शिचायतसोपरूप दुवानस विहेबारेमा ग्रह स्वम सधर्म पूर्वोश्चप डिवर्षिगोकारिकरियो अवशेष एचयकोष मेराय हस्या दिनो परिपदापुरपन समूह श्रमण भगवंत महापौर देतिकरे नमस्कार चागमथामकर वादोस्त तिवरीने नमस्कारपंचांग प्रणाम करीने एव वहत घोषो मृहुभव उपास्यात सामान्य Page #304 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Tollot- 100 0 । परिषति त व्यवमेव मोनिसपत्ति अम्बा भवन निमम्बा विधाये ति बारहत्ति या कायसीभवनेन सुवक्तापसि सप्ठ पारपात सामाग्य- भामा सुपरले सुटु प्रप्त विशिषमपात समापिए सुभाषित बचनध्यखित परियोए पदिगो शिर्ष षु मुष्ठ विनियोजित समाविए मुष्ठ भावित तखमयमा स्वयम पाहात्ति कोषादिनिरोधमिन विगति वापसत्यागमित्यर्ष वरमणन्ति मनसो नियति धन्ध सुपसमादिस्य तमते गिग्ग पाषषणे एवम् परमाते सुभासिए सुविणोपममाविए भयुत्तरमतेणिग्ग थेपाययण धम्म गांधाक्ष । माणातग्मे उसमपारक्खा उषसम पारक्खमाणा विगाइक्सविषगं प्रारक्खमाणावरमणं चाइक्खर रमणे पारक्खमाणपकरणपापा कमारंपाइक्सर स्थित चणेयर समपेवा माहणेषा मेपरिमधम्ममारक्त मारि परिबरीतेतीभवन् मानवनिगु धाभाषपोप्रचशिति रमप्रविषपणकावरक सोपरे वपने परीभापिविभययन सामसपोषियोतसिविपिनयमार्ग सुष्ठरपोभायपोत खनाभषिवापसी पत्तरमपानरपोपनेरपोपावोहनवीरभगवन् । निगमभगवतमसभाषपोपानमिवांत वर्णविवरामप्रितपासतावातावमारियीवोतमी उपसमक्रोधादि पिवयोपातमा हो पोशामिनपोषपयमा धिमह पारडमापापातामा विवेवमाधम बिबादिमस्यागपारासापोषपो विषेषवाभविवागकरा : विवामीपारक्यतोवावाब देरमबमनपापमोनिवारि वनेपाहारगरपोजमा वैरम पापमोममनिवानिवनपारस्पताबा मामा परिवह पापबमधानापरवाहिमनमो पापबर्मनरिवरपर पारनाकापोचपी बीमारमासिबमेरमो पारपा -000 Page #305 -------------------------------------------------------------------------- ________________ kiekio सूति तय नबिपति न प्रभाति भयो मपति पारस तपसि पाण्यात विर्मगपुणन्ति पगेत्यामची विपुनरिति विषयोतमा D उत्तरतर प्रधानतर बामवदिसंपाउम्मया यमा रिप सबाथान प्रकटौमूता भागीस्व समपसरपपक छ तेवाणमित्यादि व्यय त्तिए किमगपुणरत्तोउत्तरतर एवंघटित्ता मामेवदिसपाउम्भूपा तामेवदिसंपतिगया तएवं कगिएराया मम सारपुत्ते समयम मगयो महावीरस्म अंतिएधम्म मोचा णिसम्म त जाप झ्यिए साए सहिए उठाए सविता समणं मगध महापौर सिक्षु तो प्रावाहोणं पयाहोणंकरति वंदंति समति यदित्ता यममित्सा एवं कोरमम्मीवधिवत यमपतपनापरवतार माधषधीवरिसामहरपीएसवामपोवन एपोपवधर्मसंसारसमुद्र विषेप्रवहणसम पारक्तित्तएपरिवाभयो पगयदयोमसपार्मवरवचनमयो विपुषपदतेविशेषज्ञयारिवामपीएपथरी सप्तरसरमपानमा प्रधान म में एसपस पदी मे दियिषकीप्रमटमपापाव्याच ता तेजदिमिप्रति प्रतिगतामगरोवप्रतिपाहावमा नियारपरी षिकाराला भभसारयेषिका ॥ मपोपुर अभयतपमारपसार भगवतमहिमावत महापौरवमय नावीपारने पतिएसमौपिधर्मबामविषेसामसीन मिसमहीयामांचि धरीन सतीषपामे बाषणम्दयीपनेरारपोष पिपुण्मायनी घठमानेशरीरवरीने ठेवटवार्य पठानेगरीरवरीन पेठमधाम यमपतपवरपसार भगवतमहिमावत महावीरवमयव नानोपहारप्रति तिपक्ष सोविसिवार दधिणदिसिनपीपासपीपार भीमर प्रदचिवाकर पापतीममिवस बरे वादे तिकर नमसारमयामसर पादीत तिवरो नमवारपांगमामकरीने एकवट कहतमोहवयो सहभसपोपास्यात Page #306 -------------------------------------------------------------------------- ________________ % 3 D1D 'परिभत्ति तुभ्यामेव सोचानिसम्पत्ति वा सव नियम्या वधा ति गाएपत्ति या कावस्तीमवनेन सयपाएप्सि मुठ पाण्यात सामान्य र भएन सुपर मुह मान विशेपमपमत सुभाषिए सुभाषितं पचमन्यखित परिपोए सविनीत मिर्ष पु मुछ विनियोजित समाविए सहा 'भावितं तत्त्वमषनान सबसम पारयत्ति योषादिनिरोधमित्यदः विदेगंति वामपन्नवामित्व बेरमपन्ति ममसो निशत्ति पन्य मुपयमादिरूपं तेभंते विग्ग थेपामयणे एवेमु पम्प से सुमासिए सुषिणोए मुमाविए अणुप्तरतेमतेणिग्ग थेपाययणे धम्म पंचाक्ख भायातुम्भे सबसमचारषखद उपसम पारक्षमाणा विषगंधाइक्रषिवर्ग माइक्खमाणा येरमणं माइक्खर घेरम पारक्षमाणापकरणपावावमा पारपत्र पत्यिय घोकेर समगेवा माउणेषा परिमधम्ममार्क्स ___ प्रबारि परिवतितमभिमयम् मानवतनिग धनमायपोप्रारमसित मसमचविशेषपपरमावर सोपवचन परोमापिवितभगवम् । पामसपोमिमीतपिपविपिनयमामकी मछुरपोभायपोत खनामपिशाबको पतरमधामकर पीपमेरपोपहवठकोरनवीहभगवन् निम्बममवंतनठमाषपोपारसिधांत वचविपरापरितपारक्यतावातावामाशिवरती उपसमकोपादिवाभिवपीपावली शो प्रोपादिवमपोसपसमा विषठ पापसमापावरतावा विवेवाम विद्यादिवतुल्यामपारल्हावापोषपो विधवामपनियागकरा ! विवामपीपारक्हतीमावा रमपमनपापमयोनिमारि पारस्पोचपा रम गपापमोमममिवाविव निपारक्यताका माया पपपरिवह पापममभानापरपोबारिखनमो पापबमनपरिवारसमस पारपाकापोपोनवीसंसारमापिनेरपी पारा - Page #307 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Pleasetcsato N O सूति र नमिनति न प्रमाति म यो भवति पारसत्तएति पाण्यात शिमगपुणन्ति पगेल्यामची किपुनरिति विशेषयोतनार्थ . उत्तरतर प्रधानतर बामेषदिसपासम्मया यमा दिया सवाधान प्रबटीभूता पागत स्वर्व समवसरमवर्षक या तेजाणमित्यादि त्तिए फिमगपुणतोउत्तरतर एवंघटित्ता जामेवदिसपारम्भमा तामेवदिसपछिगया तएणं कणिएराया मम सारपुत्ते समपस मगयो महावीरस्म अंतिएषम्म मोघा णिसम्म त जाय दियए उकाए अहिए उठाए ___सहिता समणं मगव महायोर सिक्ख,तो पायाहौणं पयाहोणंकरति वदंति समसति वदित्ता यमसिसा एवं कोईभष्यत्रीवशिवत बमबतपनावरबहार माधवजीवक्षिसामवरपीएसवामपोवपक्ष एपपोपूर्वोचधर्मसंसारसमुद्र विषप्रयतणसम पारक्ष्यित्तस्वामयो पगयन्दयोमरपामवचनभषी विपुष्यन्दतेवियपत्रणाविवामपीएपषधी उतरतरमपानमा प्रधान म पाषष्ठ पदी कौम वैधियिषकीप्रमटइपापायाचता तेजदिमिप्रतिपतिगतामगरोनमतिपाहावया तिपारपदी पिकराजा भमसारयेषिक नपोपुव वमपतपनावरपहार मगवतमहिमावत महावीरवमय नावीपयरने प्रतिपसमौपिंधमधाममविषेसामसीने मिसम्महीयामादि परी सतीषपामे वापसम्दयीपनेरास्मीष पिपुणमायनी पाठवानेगरीरकरीने छठेवटचाये घठानेगरीरवरीन बैठधाम यमपतपसुपरपसार भगवतमरिमावत महावीरवर्ममत नानोपारपति तिम सोविशिवार एपिणदिसिनपोपासपोमार भीम प्रदचिवाकर । पापतीममिवर वर पादेश तिवर नमसारप्रवामपर वादीत तिवरीने नमवारपांगमामकरीने एसव कहतपोचवमो सष्ठभमपोषास्थात H Page #308 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वयामी सुप्रसाएतेभसे पिम्ग पावयचे बाष विमंगपखएको उत्तरतर एमपदित्ता जामेषदिसपाटम्मए तामेव दिसंपग्गिए तएतारममदापमुहाउदेवोत्रो समबम भगपपो महावीरस्म अंतिएधर्मसोचा पिसम्म हा जाव शिपयामो उकाए लिए साए सहिता समभगव महापौर सिम्पु तो धायाहिपपयाहीर्ण कर वंदति शामसति दित्ता यममिप्ता एवषयामी समक्खाए मणिग्ग पारयणे जाप किमगपुण रत्तोउत्तरतर एवंवदिता सामान्यावारिस्चिवरीतीभगवन् निबमगवंतनपोमाचपोपनीविनधर्मसिातादिव जारसम्दयोमोजावोस किंपुणपदवियेपता पारिवामी श्रमएवोमबन मोबिवर एतो पायौपचानमाहिमधामएमोलमोनबी एनएमपूवषदीकी नादिमियकीप्रगटठपाउया रिगानी हादिसिप्रतिपरिगएपारपोवनपोपतनगरीविचिवमपो तिवारपछोत मुमद्राममुपजेदेवोपटराणोते यमपवपनावरपहार भगवतमषिमावत महापोरवर्मयचुनावीपसारने पसमो धर्मगेतरागभाषितमामयीन निभरिघरोन विष्णयपाम्यातूरसंतोमपाम्या नामदाबोबार बोयामाशिपामतौर पायापरबरीमर पठानमावीमर पायावरीमर पठोमर वमय भगवंत महापौरपति तिक्त्ताविधिकार दधिषदिसिनपीपासपोपारमौरभमरप्रचिवावर बांदापतियार नमनारपांगप्रपामकरा वादा नमवारपांग मपामगरा पारसवातौरवो मुहमसपोपाप्यातसामान्बममारिवारिवतोमरीमगवमिपबममतमसभापुपरमधरमसित जावमद बोबोजाइमोस बिपुपरविशेषताभरोभगवोमवषमरत्तोएबमोत्तरतरमभानपारसीवमोबोरोबर एमएमर्गेश मोरोनर विमि कानकoto Page #309 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नयर सन्तुति सप्तदासोज्य पिणपषषय वागमसिह कायगपुस्तगनिग्यसपम्तगोरे कनकस्य पुस्तको सप साम्य यो निवप' पप रेया में सचणस्तथा पमत्ति पनयमावहोरी य स तवा उतष्याश्या तु बम का नसीहादेवं पुष्तक सारीवातिययप्परमधामो यो निवपो रेखा तय जाम्वदिसिपाउम्भू पायो तामेषदिसिपष्ठिगया समोसरसमम्मत ते कालेणं तेणसमएण समयस्मभगवमो महा पौरम्म जे अतेवासो रदईनामेमणगार गोयमगोत्तेणं सप्तस्म हे समचउर समठाणसठिए पदोसहनारायसव यो कएगालकानग्यसपम्हगोरे उग्गतदेत्ततयेतत्ततये महातवे घोरतवे उराले घोर घोरगुण घोरतवस्मो वकोप्रगटपरंपारधारीतो सेहनदिशिप्रतिपरिगणपाछापसीएतवनगरीअमतिवसी एतवरसमोसरगनपोषध पूरषचव तेपरवास तेपास मया चमच भगवत महापोरनत मे पापो प्रतेवामोसमीपनसवासोयिष भूतिएपनामांपपगार गौतमपचपउ गोषणाओपनर सातहाथ गोरखपी समचतरतिदिमिचि पासायासंमानवरोसहितवा परीर पक्षपोलीसपमवपरीपाटपोगाराचबिपामामबंटवधएक पठसघयपछाजेयरोरनपो कनवसुवनपोपुसकसवाटसापोनिग्यसकसण्टोबपरोपतिरसतेजहर पचमरमोसरानीपररंगोरस भरोर हालेमा पनेरविपी चीतविनवियरएएयपोतपलबेचनमोदित्तदीपतपोतपपनिमीपरिषायमानवौवनर्नियाघवानपोतपकर्मपपाविवास मर्थ एपपोतपर्वावादोपरकरीरचिताधिकारपर परोसार द्रियादिकविपक्षविपासवाघोरनियतपरेनषो सधारमधान घोरकर्मवारिवाभपी समर्व घोरपमेराइपादरीनसबरएडवावधानाना घोरपावरतपेवरोतपमोहर घोरदार पनेरपथ सत्वरपापरतांदोप्पिस एवामनपर्यन - - - Page #310 -------------------------------------------------------------------------- ________________ षयानी सुचपखाएसमले विग्ग पाषणे वाव विमंगपुषएत्तो उत्तरसर एवंषदित्ता जामेषदिसपाउम्मए सामेम दिनपरिगए तएकताउसुमहापमुहाउदेवोत्रो समयस्स मगमो महावीरमा सिएधांसोधा णिसम्म हा जाप पियायो उहाए सलिए उठाए उहिता समभगध महावीर सिक्यु तो प्रायाहिरापयाहौर्य कर बदति सममति वदिप्ता णममित्ता एवंषयासी मुक्साएतेमसेपिग्ग थेपायये जाप किमगपुण रत्तोउत्तरसरं एषदित्ता नामाचप्रमारिपरिबरीमतीभगवन् निम्बमवर्षतनपोमाचपोपपचनीविनयमितादिव बापयन्दयीबोधामोय सिंपुरयदवियेषता समाविमती गएकोमस्वपन बोषिष एत्तो पापीमभानाविमचाभएकोलबोनमो एवरमपूपाक्षपदीकोन बदिमिधवीप्रगटइपाउपा रिकहनणे हापरिसिमतिपडिगपपादोरमधोपतनमरी विपिनो तिवारपसोते सुभद्राप्रमुपलेदेवोपटरापोव यमणवपनासरणहार भगवतमरिमात भारवर्यप नावीपहारन प्रवेपमो धर्मवीतरागभावितमाभसीन मिसमविपरोने विस्मयपाम्यातरसतोयपाम्या बामदायोमोजार रोमामाशिपामतीरवी बागायरोरावरीमा पठाचमीवाना पायापरीना ठोमर यमग मगवत महापौरपति तिक्त्तीतिरिवार दचिपदिसिनपोपासपोप्रारंभीमरभमरप्रदक्षिणावर बांदरततिर ममतारपांगमतामा वादा नमारपंग प्रणामकर पारातीरी सहभरपोपाप्मातसामान्यप्रवारिकापरवरित तुमभीममनिपबभपतनभायुमरमपरममित पावसम बरोबोवाइयोर विपुषपरिषतामोपमधोमरमरतोएबमोत्तरतरप्रधानपावरबीवपोमोरगरीबा एवमर्गा बरीकोनर विभि . Page #311 -------------------------------------------------------------------------- ________________ D 030 व पासुमो यस स पहंगानु पच्चोधिरे पधोमुखी नीतियंगवा मिचिप्तहरिरिति भाव सापकोडोवगए ध्यानमेव कोही ध्यानकोष्ठत मुपगती यस तथा बचारि कोठवे धान्य प्रचित मविप्रौर्य मवत्येवं स भगवान् धर्मरामबोष्ठक मनुमविश्य द्रियमाणाधिश च संहतामा भवतीति माव वायस साता प्रवत्ता यता पूजामति नातथा शवजमाणामा पदार्यानो तस्वपरिचाने जायसंसए बात समयोति जातसंशय सिर कापफोटोवगए सजवंतवसायप्पागभाषेमापाविहरति तएणसे भगवंगोपमे नायसढे बायस सए जायको काल उप्पसमष्ट उप्परमस सए उप्पराकोहले सजायसंसए समायकोमलले समुप्पणसट्टे समुप्पमससए समुप्प व पोमात यो परिवाणेहना पधोनीपपीमिरमस्त कवाज सुतिरछु नपोजेपन कोठामदयमाझ्यिामदूउपगतसविसमवत्तरबर नेममाटाम भावमा धामधारिष्ठ मविपमितिमावर्षरिएसनकोतकरी संयमसतरप्रसारतपरकरीतपवारमकारतेणरवरीमदूपयाण पापणपोपामामापन इधर्मध्यानविषयूपवत्तावतपोवियराबरमवतारासाठ तिवारपोतेमगवतधामवंतगीतमनामतपोरद्रभूतिगौतमतेगोत्रमाटर जातप्रवत्तीयबासख बांधिवानीपाशते मानवंतमिरधारनमणपोपसमय वपावनपनिवपीमगवंतयोसिएसवोरवसमितिवात कोतास अपगोपिपिची प्रपतवातवमाणिगोपाखा अपनपोखिोपयकोसंगयचाननिरधारणकरिपोहरतेष अपनपोषिपथकीबोतलमविश्वल भगवंतगोशिस्मतेसा : मखियान सत्रातपतिविधपतु समय चाननिरधारसबंधी संघातपतिहिमवत्तीयारचा सत्रातपतिपिवीतासहपोजेभगवंतवेवपोरवाहिस माभचिवामम समुत्पविषयवौजपनपोस मय चानमिरिनवरिपोतेसंबधी समुत्पविषयकोषपनपोसमयञाननिरनकरिपोतेसवधी सम D0-2 Postattosbadstotobato Page #312 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यत्पमासस्व तापो मोर सतबा रुपतये उमममप तपोव गुतपा दित्ततवे दीप्तायन व अपवनदासबसेन बससेव तपो यस मतवा तत्ततनत तापित सपो येन स तप्ततपा एवं तेन तत्तपम भेग बाणि सन्ताप्य तिन तपसा सामापि तपोप' सम्तापितो यतोऽ सपा सममिव वातमिति महातवे महातपा प्रमठतपाहातपामा पोरामेत्ति मौम पर प्रतिबर पर्यम् पार्मपतिना मनसत्वानां मनमो भवति पपरवार पोरातिदार प्रधान पोरन्ति पोरी निधूप परीषदेन्द्रियवयायामामा रिपती विनामे बत्तम्मे पन्च वामनिरपेच धोरमा पोरगुषो वोरा पम्य दुरतुरा गुमा मूबषादयो यतबा घोरतवमो घोरतपोभितपनो घोरवमरवासी पोर पर मस्ससन दुरनुचरखाचार्य तत व मौर्य यस तवा उठ सरोरे साठ सतिमियोति परोर येग सा स्वारस्यागात् । । तवा परित्तपिपुमते यसेमे सहिमा गरीरातींना विपुसा विप्लो पनकयोवनप्रमानवा चितवणुदानसमधलात् जोसेमा विमिष्टतपोभी यसमिविषमभगत नेत्रो व्याचा थम सतमा चलाए पाएनिवासनयमात सोपविनिषपाया पमावाच टक टकासन सत्रु पदिमते मान त पोखभचेरवासी उच्छटसरौरे संस्थित्तविपुलतेचले इसे समरस मगयो महावीरस्म परमामतेसा नाय श्रो बिसमानुपौलाना रचूठपुत्र पागमरोरस्तिकाशमयोपरोर मंपित्तसपोवाविपु बमोटोपनेनयोजनमोनियासमयमरीरमारि सोदोमोगतपर अपनौतमोरयारपपिभिववेचनी ममप ममवत मामोरवमय नाबीपनपनर पतिदूरमवानीपतिनामीचई Page #313 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पसवतो पसयमवाम् पपिरततपसि गाविरीपेच रता अथवा पमा संयती यमादपिरतो पिरतिवजित तथा म प्रतिषतानि सम्यक्षपात्या सोजतानि प्रवाश्यातानिप सर्वविरतिमतिपत्तित प्रतिपेधिवानि पापकर्मापि चानापरणादीनि येन स तवा अथवा मतितामि प्रतीतषास सतानि निन्दाबारेच प्रमाणातानि अनामत कारभावोनि मित्तित पापकर्माधि भाषातिपातादि पापनिया येम स तथा तपिपधना मतिपतप्रत्यास्यासपापवमा तत पूर्वपदाम्यो पक्ष वधारय पतपर सविरिए सशिया यायिफ्यादितियायुत पसद्ध पसल पमिरट्रिय पगतदडे एका व सष दपयत्याआन परवा पापमपत्तितो यस एकान्तदएका एर्गतमासे सष्य चामिष्याटि पत्तएष एगतमुत्ते सवधा मिष्यावनिद्रा प्रसप्त' पाप पाय पानावरपायाम वर्ण पगार पायोति पायवति बनातोवर्ष पन्तति पोमचामन्तरी प्रत्यपधारणार्थोवा परश पंदित्ता यममित्ता गच्चासण पातिदूर सुस्मुसमाणे यमममा पभिमुहे विणएवं पंजतउठे पन्ज वाममाणे एवंवयासी ___ नोवेषभसे घसजए अविरति अप्पडिहयपच्चरसायपायकम्मे सफरिए पसवुठे एग तद डे एगतवाले एगतमुत्ते तं पापोमधो पतिदूरवेगसपोगको सुपामेबानोपनायतपो ममवारपुचामवरतपो प्रभिमुखसांसपीठपो विमयसरितछतट पानिपुटपाथ बिजोशोमै पयुपासनामिविपुकारनोवावरतोयको पावर हातपोवो वीवचेतनासक्तिपरकारभपौरभतेभिगमन प्रस जए पम यमर्वत तपमरविपरविरतिनयोपथवाविरतिरहित सम्याळपाविरोममयोपयातवापनागतकाप्लस पंधियामधीपचयाएवापापकर्मवर वायियादिकविवारोबारीसरित पठेनेद्रिय ५ फयानवी एकांतापामान(पापण्यापारावरोदर एकांतवाससर्ववामियष्टौ एगतसत्त Jalesa.salor-salordose - - Page #314 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ' रात मुभयमस्त्र मावलम्बितया महत सत्वेव तस्य भगवती जात वया श्रीमन्महावोश्ववई मानवामिना प्रथमाप्रयमस स विमसत एवामन' उत सत परिक्षामान्तरापत्तिरूप बायको वातं कुतूहल अन्य माध्यमबमोहे मवे चामन उपपात बोतृक यस्य स तथा कोइर्य उपपात भगवान्वष्यतीव रूप जातमवयोसम्म त्वयं उप्पवसट्टे मागभूता उत्पवा श्रायस्त उत्पत्रयह थोपव नवम्य मातयत्वस्य च योऽथभेदो न सविद विमर्थ तत्प्रयोग उच्च हेतुपदर्शनार्थ स्वबापत्रवहला व्याग्रह महत्तव इत्वर्थ' सजायस त्याच संशयः कश्विचन' पपरस्वार जाता यहा प्रष्टु यत्र सात वर्ष जातवो यस्मा व्यातसयन कक्ष समय अनि यष्यात मातह गामा सुपातो भवितोय रूप मिषतामह एवमुत्वसवातसमुत्पादय हाऽपायधारयामेदेन वाच्या इति उपोद्यातप्रन्यो व्याख्यात' । ॥ चवामिविश्वितोपपातस्य कमबखपूर्वकेयात कर्मबन्धरूपयामाह खोवेयमित्यादि संजयविपतिपद्यत । यपारकमे कोवल उकार उ उट्ठाए उता छ से बेवसमणेभगव महावीर सेवटवागच्छति तेणेवषागच्छिता समय भगष महावौर तिक्खुप्तो भवाविपयाचिकारे तितिक्खु तो आयात्रियपयासि करता वंदति यमसति त्पनविशेषयकोष पनप कुतूहल पविधी भगवंत इवलसते समितिवाद कावायर बरोने जठावजमव्थवची बायामरौर करोखठोखमा वईन ॥ जिकिर वमचभगवंत महापौर सिमभाव त भामोन श्रमत्यमरावमहावीरमति तिक्युक्त्तोविषिवार दवियदिविमर्यादा तोविथिवार दविदिसिमदा नध्पदविषावरोग ates नमस्कारबारे वदिने नमस्वारबरीने अविभासन Page #315 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मदा विबन्धमा होति पार्थिवो पापविया तु तमपराया इविवगंधाविविहिता मोहाउयवयायं पयोष ते व धगा नवर उमति वाहष्यत कालमासे प्रासंवित्ति मरयावसरे भरिया र छ प्रजाभिधिसितोपपातनिरूपणावाह जीवेयमित्यादि व्य मंघंति ग्रसत्ववरिममोह बिज्ञ कम्मवेदे मागे वेदणितं कम्म मंषति योमोहणिष्म कम्मंमंधति‍ जीवयंमंत असलए अनिरए अप्पडिश्यपशक्वायपावकम्मे सकिरिए अस वुडे एगतदडे एगत वाले एगंतपुते उणत सपाय घातौ कालमास कालंविचा सिरइए श्रोषवनंति हता उववमा ति 8 जौवेयमते अस नए अविर पहिय वेदनीयकर्म साता कर्मशोधत्र नबम्बरततपोभिशेप परिममोहनौ सूक्ष्म संपरा यमुष्ठा वधूलोभमोहनो वनासूक्ष्म कोटिकारूप पापक मंवे दत भोभोगवतश्रो जोवचेतना वधमार्थ कारभयोभते हे भगवन सातापपापकर्मबधि परंमोहनीय कर्म पट्टावसप्रकाररूपपापकर्मबंध प्रसन्धस धरानnt यमवंत सम्म मासिकरोन इनधो हसा तथा प्रभागत वास संबंधियानवी पचस्पा हवा पापकमयेचे कायिक्या दिकक्रियाते वकसहित बेपइंद्रिय afteामामपापव्यापार करोड एकांतवासबंधापरमिप्याहटी एश्चति पुत्त सर्वथा मिध्यात्वनिद्रायर सूतो उसम बालेमा मेमरपना प्रवसरनरवियर कालमरपकिया करोनर मेर मायपणच पापनेंद्रियादिकपंचेंद्रियपर्यंतन घोषात विनायकरइपर एनरकम विपणपद्मवतर हातिम एडवभोमासीनर कनइविषखपचर 8 जोवचेतनासच चर्च वचननाम कारम कीमत भगवन प्रसं एपम यमवंत तपनविपविशेषरतिमहोधवशविरतिरक्षित सम्यस्त्र प्राप्ति रोमन घोष याच्यवाचनागत कालस वैधियानवी पचप्पा एडवा Page #316 -------------------------------------------------------------------------- ________________ त्ति पापोत्र मात्वमेधुतर यतारिधिमेपो जीव' पापियसाया बनावोति २ . बतीयन एयररिममोरपिसजी , बधाोमोपिन तिनमन्तिमवर देवमित्वरं परममोहमी सूसंपरायगुपनाम सोममोसमोयसूविधापं वेदयन् वेदनौर मातिपणेगिम पर वेदनीयम्मानमवस्वात् म पुनमौनीय बनाति सुनसम्परायस्व मोनोवामुकवाना वामक प्रवतीमा पन्यवाद पायफम्म अगाति /ता अपशातिर नौवागमसे पसबते पविरते पप्परिचयपचयलायपायको सकिरिए अस वुडे __एगतले एगतपाले एगंतमुत्ते मोहपिजपावाम पाति ता असहाति जोधेगासमोइणिज्जकस्म बेटे माणे किंमोणिज्न कम्मघरपपिज कधए गोषमा मोवि पियाम्म पिघति वेदपिज्ज पिफम्म AD समामिपावनिद्रारस्त घामावरसोवादिवपापवयं पातिर तातापामौतत पहाति पापबमबापरभोवतमासहितवचनमाषण बारमपी मयबमपबएपस समात तपनाविवापिपारतियौपचापिरतिररित सम्यक्षपातिपरीगरमबीपातमापनागतवाससमधियानमार पापा पागपापबमपरबादासादिवबिया पदरोमरित पररदिपसारमानबोरगांतरपामाभरपापयापारबरोदंण्ड एकात बाब समापबामियारी एर्गत सर्वबामियालनिद्रापरलतपो मोनीयमवावोसपबारतापपापच परतातिवापरतावातागोतमपरताति वातापित्यायमर बीवचेतनासएपचनापारमतभमवमोनोपानीसमवारपापबमदतपोभनुमबतची प्रत मोरनीयवर्मा पोमवारपापवमपिर परदनोयमातापातापापकमबापर रेमोनम मोपनीषमपानीसमबारपापबमबार पारदिनीयवसातापपाप Page #317 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पेति मोरकोमा महः कठिनोभूत पहोम एव खेदेमाद्रीभूत प्रामादयस्तु प्रतीता भवानादिभिर्य परिताप स तथा तेन प्रप्यतरोवा मुख्यतरो वा कालति पुरवत लेन विभश्चिपरिणामादश्पतर वा भूयस्वर वा बास वापत पत्तरसुति मह मध्ये एकतरेषु वायमतरे सुत्ति 'वेरवासेय श्रकामभयदायक सोवा वषदंस मसग क्षेत्र अलमल पक परिभावेगं चप्पतरोत्रा भुञ्जतरोवाकाल अप्पाण परिकिलेस तिप्पतगे या भुज्जतरोवाकाश्व अप्पायं परिकिजेसिता काजमा से कालं किच्चा पपतरेस वाण मतरे देषaley देवताए उत्तरोभवति तर्हिते सिगतौ तहिते सति तहिते सिवापत तेस यां featuretentiatiयवे मिराना कामतापमिवापविमायुधाभूपसहिषी मिव्य रानापभितापमाव विनामचर्यं विपश्वसिव प्रोविपय सेवाभि ( feat for रामोशामनाथ भिष्ठापविना भ्रानचं गोड सिनकरिव भावविना सोततादिसचिव माषविप्रातपतपोभावविनाजास भावविनाम मोहिम भावविना परिसेवी भाववितारणमात्रपरख्या मावविना बठनमल भावविमाभोग मन्त्रपरिषठ पूर्वोमारिकपरिताप शत्रु भोगविवर्तयन् धनपतरवोडाकाससगो तथा मुख्य तर घ] बावाससमौ पप्पाच प्रापण घोषामापतिशयस्तु करीन मपमा साताभोगव wwwrestat terrent तवामुखतरपचाकालागी पप्पाचप्रापवश्री प्राभामरौरभतिशयस्तु भपमाडीकरोनर वासमासे मरणनावसरमविपर वासमकरोने घामेदव इसे हम घमेरा कोई एक व्यंतरवादमंतरमा देवलोक देवता नावसिवामाठोमन विपद् देवतापयर अपनिषभोष्पपातमि वाईपतविपत्र विज्ञातवासव्यतरमादेवीवविष संदभवं तमगतिगमन तितिपूर्वोक्तमितिभाउपत्र तहविवपूर्वोत Page #318 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 1 मरक विषायेत्यर्थं पोच ए पेवति इत मानायचहोणार प्रेय जान्तरे देव प्राद मेवे यति भय के कार जोकि यह मे पत्वचासत्रा' जोवा पचेन्द्रियतिक्रममुपखचणा मामागरादय शम्वत् प्रथामा यति धकामानां निरायन मिसापियां चावट कथा तवा पर मध्यम प्रकाममहाशय पद समससे पजमममय परिभावेचंद पूल हो याति च संगति मामा भए पश्चादेवेसिया गोश्रमा प्रत्ययादेषेसिया धत्य गाभायोवेसे या सोया भंते पचति परवेश्रादेयेसिया पाबेगर भायोदेषेसिया गोधमा बेर्म जीवा गामागर नगर निगम रायहाणि खेड कम्पड मडंब दोयम पट्टया सम समाच सबिसेषु श्रकामत यहाए अकामछुहाए प्रकामयम पापकर्मवत्तोमसोम बोषस्य घोमरस्वाम्यत्रो महेशपरमविकांतरमनिवरदेवतायात्र Aretentबाद देवतापचेपामे पूर्वमा सावजीव देवतानचा यदेवता पण नपामर से जितानंतर बेपरवाह सार बहते हासोरेगोसमशिष्य एजीवचेतनामचय प्रेममय एमबहार मे सारीवदेवताबार पूस सारोलीदेवतानबार एमपीजी तिच सनिवेशनबी द्रव्यमुखपरपंचावरील हित पाठयभयपच पनरतभूमि चाश्रम नगरजिचांगवादिवमुचरम निगम वहां माविमनामास राजधानी राजनिवास पहिपेमविडियोमोबाइल्यादिकम निम राम्रोकामनाच भिचाब पोगीतम ममुचरूप बामणाविरोवोटाड प्रागरसुवर्ष सवा पेरिम्बितमनर मां | तापवनिवासठीम पापपर्वतचनियामतबापाच ग्राम Page #319 -------------------------------------------------------------------------- ________________ o nloPosts पामनिवास वभषा व्यतरा परसोपण अमान्तरस्म निषिसाधनाइनुदास पाराधका निष्पादयाति प्रय' नीराति मायमर्थ समात्ति समर्थ संगत रत्व तर परममिमायो ये हि सम्बदमधामपूर्वकानुष्ठानतो देवा स्याएवम्तया पानन्तप पारम्पारवा निर्वा पासवच भगन्तरमा यन्ति तनये तु मामा ५ व सेवाडि मूग त नवर से पदो पपयप्दा पवाद वाघोपचे पार्गे पामादय माम्पत् पम्याति पनि परानिवासम यानि सीपमानि पासपी पादयोपविधनपिपा नियसवगति निगड़ानि होपमयानि पादरी धनानिरिणामति परिमोटक पारवहमति गरकोगुतिः सपचिचगति मरो माघटिया मजच्छिवगति मध्य प्रदरदेश वाक्छ सेमे गामागर षगर निगम रायणि खेड कम्बट मसन दोणमा पट्टया सम समाह समिधेमेसु मणुपा भवति तंबा घंवाहवा णिपलमनका डिवचका चार गवसका इत्यच्छन्त्रका पायच्छिन्द्रका कमरिसका है वीरपामवाग्विीटायोपागर सुपरसवपना नगरविकांगादिचतुहरनयो निगमवाणिपामावासठाम रामधानोराबानगीनिवासनगरो । पेग्यूमि मपोगवामि कटामितनमर मनिहाटकर मनिवेममयो द्रोण मुसजनपक्षमसवासषित पाटणजपचपनरवभूमि पायमतापस निवास मेम साधपर्वतचररिपामतषापासपाम संनिवेममरूपारिघोसीगोवतीप्रमुपमाठामवासनविषा एवामनुष्ष परतवापर तेगारदा परवाहमयाबपगनबंधन निपसहवासीरमधपगनाधनोप्रमुख सिवाष्ठमरपोरपोपगसंबधीत पसाबंधननिगराध्या चारगरीषामा नाविषयमा अनावश्याचाप्यार मेहमापपळे याबाप्पाहर अनावानच्चेपा, Page #320 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ADDED प्पकर देवसोनेषु देवप्रमेषु म तस्विसिमति तस्मिन् पानमन्तरदेवखोवे १मा मसंमतादिविषिषनीवाना गतिर्गमन ठिाति पवमान पापोतिषतया भवन परपतिहि परिवारादिपम्प पुरस्मसि पुति भरोराभरपादिदोषि सम्दो भिपातो वाक्यासहारा रति पदोमायसभिपयोगः उपपदमनार बसेपरति यम माति वा मन्दी विषयाचित्पठाते मारवावपत्ति ततोवान मी भवन उत्पादिमा त्रियापति पर मारप्राप. पौरिपसाबो वीवममा प्रापएव पुरिसमारपरिकमेपत्ति पुरपाचार पुरमाभिमान सस नियादित पा पराकम तिति एपमेवेसर्व र देश परसोगा पारागनि ते ___मतेदेवाचं केवसिकाचं ठितोपबत्ता गोपमा दसवाससहस्माइ ठितीपमत्ता तत्वगंभले तेसि देवाण रहीवा बुवा जसेतिया वजेतेवा वोरिएवा पुरिमबारपरिकमेक्षा सा पविक्षेतमदेवा परजोगमाराहगा पोतिमा समर बोपनपपातदेवतापपाखविता पातार तावतानपोभमवम तपोबारषितिपापरहिवानोवोतोपरगणभरर भगवंत पारगोतम समानारस मौषितिगापामो पतामहतोषगरधर पनिवासमतो भगवनतादेवतापूर्णसमासातामर रिपरि गणोपरा पुतिमरोरपामरपनोसपरा बमपोषमारिवातिमयोगद बचपरोरसमधीमार मोनोपोचपत पाच पुरपामारपुषपसबंधी पभिमानतायोपभिमानतेपोचपनपोने पराममय बमोतम पमितवमोमगगनते देवता पचामनिभरारदेखताबमापरलोचना तरलवियरमोषपामिपापापपरपोतिसमी समोषमापनमोपमाविमानापमाननीएमचमीताचारो Page #321 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Hot-core.. . anicatakaran नायम काममिजरा सधदेवमया पसरा परसोषण बन्धातरम निर्वाध साधनाऽनसम्म पाराषका निष्पादमा रति प्रथः नोति समत्ति समर्थ संगवरबत्तर पयमभिप्रामो ये हि सम्पद मात्रामपूर्ववाहानतो देवा स्य पावभ्यतया पानम्तयप पारम्परा निर्वा पासवस भगन्तरमायसि तदन्ये तु भाषा: ५. सेनेचा मूग या नपर से पदो पदमदा पथयद वायोपचे पार्गे पामारय, माम्वत् पापागति पनि परवानि वामममानि सोरमयानिवास पादयो पवनवियपा नियतवदति निगड़ानि सोमयानि पादयो है धनानि सम्विहगति रिपोटक पारयत्ति गरको गुमिः सपचिवमति मरो गदिमा मच्छिवगति मध्य प्रदरदेश परमच्छ जामे गामागर बगर निगम राय हाणि स्लेस कष्षध मडम दोगमुह पट्टया सम सवा समिधे मेस मणुपा ___ भवति संबा मुबह का णिभमवरचा इष्ठिवश्वका घारगनचका इत्यच्छन्तका पायच्छिन्द्रका कमच्छिणका पजीवपामवान्विीटरपोपागर एवषपना नगर निगमादिक करनयो निगममाप्पिानावासठाम राजधानोरामाननीनिवासनगरो । पेधूपि गपोमठविता सितममर मम्मतिराहारसनियमन छोय मुखमनपक्षवसवासषित पाटणपक्षपगरवभूमि • पायमतापस मिपास गम समाधपतचापरिपामतयापासरपाम संनिदेसभरूपारिघोसोगोषखोप सुषनाठामवासनबिषर एवामनुष्य पाइपर शारया पंगुकाष्ठमयाबपगनबंधन निपसहवासीरमयपगनाधमप्रसुप सिवाठमपपोटपोपणकधीत नापतियापा घारगबंदीपाना तेनर विपरमा नापाकाप्यावर जेहमापपद्यावाप्पाएर अगावानच्या Page #322 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विगत उत्तरासावेन विदारिता रिपोडियमति उत्पाटितहृदया पाश्वासेष्यक्रमांसा पाटाणा प्रत्ययः तपसचिवगति तवरमा वपुष्याविमत्ति उत्पाटितद्वपचा पण्डिता वागधिमसारमति काबोमांसानि तद्देवोतम सखानि तानि किसका उच्छिन्नका निम्मच्छिमका सोच्छिन्नका मुखच्छिन्नमा मज्झच्छिन्नका षेकच्छ च्छिन्नका ि पाडिया मययुपायिगा दससुपाडिया व सुपाडियगा गेवकिमया ततखिका कागणिमसक्याइयया लालमिया सिया घोलिया फाडिया पीलिया लाइभया मूलमिखका क्खारवत्तिया वभा सौगं मस्तकवेडन या बाप्पा मोमबेमोहोबा पोहर नायजेहना बाबाप्यार होठोहना के पाकाप्पावर बरच उत्तरास गनइन्धारविदास पोच पूजेहन मानवहिनी को दो बापोकर मदरतुदेवेनইकाठ EC परोरपि पडि दमनतिप्रतियस्तु जपावे कासवान पोमांसकाटरपोल न नवनमेवखायांकारना प्याडमा उपचड पारियोमजपाच्या काव्यामेत्रमा प्रोबोटिक चोबारमा बोधोজ(जेचना चलना नातिसूक्ष्म साबराव्या सर्वविधा राखडীबांधीत माजिता या पंविया वचनीमा सारंग हामरवाध्या असियमा कठोर पाचच चंदनगोपमा चोबियमा दहोनाघडाभीपर विलोमा फालिमयाकुठाराविकफाच्या पोखिममा बेलडोमोपरपोला सूबोजना सोबण्डाकोपोवार यूको मस्त वचपरिनोबोहर बार सोचा वारसवबादिकमाहिषैपब्य गवतिधानोअनाथश्यांचा बेोद्रिनादिक नी Page #323 -------------------------------------------------------------------------- ________________ asketersclosetoot पादिता उहंपियगति परमपितका रज्या या मत्तीदाबवतारिता उम्बितपर्यावा नेते भवन्ति उम्बिताना वहायासम५५ मापस्वादिति वयगति सम्मितवा तयायामा पानी बहा पंसियगति घर्पितवारन्दन मिव ापदि घोशिययत्ति घोसितफा एधिघर व पटरव वा पारिययति स्मानितबा पठारे पदाचारकपमा पुरावानारे पोशियगत्ति पीपलया परिवदिति सूसारयगति गृक्षामितवा । ऐतिमापोता सतभिवमति मगोपरि निर्मतरुपमा चारवत्तियत्ति चार चार या तोचमग्मादिमिर्मिनमहापारे वर्तिता त्ति कारिता' तब पिता प्रत्यर्थ चारपान वा शता' चारपापिता त भोलितासम्म वाधारता मोता त्यध' वणवतियत्ति वर्षेण । सासि पारिता पापिता यामबहा रत्यर्ष उत्पाटिनमहावा सीपुस्यिमयतिर पुच्छ यदन महन विवचित मुपचारात तत. सौरपुर छत समातवा वेपो ते सिंचिता स्तएव सिंपतिका सिहस्स कि मैथुनाविहत्तस्मात्याचपणात् पदाचिइनपुटपति एव ये पाचिदम ऽपराधे राजपुर घोम्तिमेचमा वियव सिरपुच्छितबाबपदिश्यतरति पक्षवा बाटिबात पुस प्रदेश याष पा वध उत्वाध्य सिंचपुन्हाकार शिवते ते दधीच रति समित्ति पानि वानव मन ये दग्या स्तयोवा पबोसवगति पछे ये परसवा' सपंथा मिममा स्ते पहावसमा परिपतत्ति परमनाममा' या तत सत्तरोत मगहा बच्चयमयगति वहन्तः सदमाद ममत' पक्षमा बुभुपादिमा वक्षतो ये मतान्त वसम्मतकार वत्तिशा सोपच्छियया दवमिगदहिगापकोयमका पत्तका वलयमयका वसहमयका णियाणमयका विचार पथवागावरिनुपर्मधपणेसोच पूजनोपरापाकोषाहर दावामसमाग्नि करीदाधोछेहपककादमनेविसर्वया वडापूतावम्या पंक: प्पादमा विषावोस पूता रहयमतबाभूपरक्रोमरमर पदवासयममा थोपसीनमरे रद्रियनसि करीमरनिमयवरिप । Page #324 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पतंगारिमापरभमररसमारमअपरसिद्रियरातो बाहतपनावरपसारनिवाचानावारवपापरूपममतहिपामाहिराषोमरमर भावरूप दूधनादि गिरिपर्वतवीपमेमरपर चश्वोपडीमेमरपपरे मारवाशिमोधरतोनसपापोरहिवतमावसबीपडोनमर पर्वतमटिगत पापापपतीसोपापपपरपायोमेमर पाचनौतियोगोपापपु पयोमरै मानिसममि पापपुगेन मर पापीमाशिव पोशीमर भयपमितेहारिौबीमर विवरचनागपपोचपामर मनपाचोक्टारोम मुशरीरविदारोममर हचौरमसुषे परसदोस्पोरापोगक्षणमोसनमरे पसीनावसे परमारिपसीपधुरोधाप मारापे तारपटपोमानिपठोभूषवपाभोगीरपडोम मरे दुर्भिच , तोसल्लमयवा गिरिपरिपका सरपत्रिका मतपठिपका गिरिपक्व दोखिमा सरुपक्ख दोलिया मरपक्व दोखिवा बलपवेसिवा बनणपधेसिका विसमक्खितकासत्वोपडितका हामिमा गिपिाचा बंतारम सका दुभिक्ख । पपामयत्ति परीम विषयपारतम्बोषरता पोषिता माता व पाविषयपरतम्बतां शतामता माता से सन्तो मता से बातमता बय बतापमदादिवारिपारिवदिति विषमपत्ति निदान बाबा बाबतपररादिमन्तो दे मताप्से तबाचतोसहमरगत्ति पनुत्तभावमा मध । पनिभचारिणमा वा सन्चो रे पता मिरिपरिगत्ति घिरे पर्वतात्पतिता बिरिका महापाषाण पतितो चैषा मुपरिवेतवा एप तपपतितका मापनियमति मरो निवदेने पतिता वा मरोगो निपरेशापविशिषात मारित्व पतिता येते तथा भरपडियमन्तिपित्तम मरान पवर्षासादिभरात्पतिता भरो वा पतितो वासुपार तथा मिरिपोमा मिरिपरे पर्वतपाने विचरमिरा बाबाममोपबन्ति - Page #325 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अवHिayestoboosarokar ! ये तेतमा तेषां च तदम्दोसन मन्दोसवात्पातेमाममो मरपार्व एवं तापवान्दोसकायो पोति सजीवासियगसि गशेषाभान मवपाठयन्ति 1 पिधारयन्ति मरया येते तमा हापसिगसि विधायरि पावा तरमाणादावा मन इजम्यनेन वमरप भवति तहायस तदति येपो से मालतमौषमान हासिया गपत्ति ये मरणार्य पुत्परिवरभरासमादिकलेवरमध्ये निपतिता मन्तो यन सा स तसे ___ मतका पसचिलिम्परियामा तकालमासे वाजफिच्चा पमतरेषाणम तरस देवलोएम देवदताए उषवत्तारो __ भवति तहितसि ठितो तक्षित सि उपवाएपसते तेमिण भ सेदेवाण फेवजिचकालहितोपत्ता गोपमा वारसवाससहस्मा रठितोपरमत्तापरियणमततेभिदेषाचं रड्डौवा जुषा जसेतिया बजेतिया पौरिएतिवा पुरिसकारपरिक्कमेति वा । दुकाप्यतेपेकरोषवादिषन पभावे मरे पस सिरपाबपोपासंधानरोधयानमयशेवरोषयवसायत्रीषमउपरिपामझनेहमपो तेपूर्वोरजीष पास मासेमरपपवसरन विकासमरथवरोम घपाठीमामास्पियतरवोरएप पाणमंतरव्यं तरनोमिवायगा देवसोकदेवनाधानासपणिवानातेह । अनविप देवताप अपठपपातसभारंपजिवावर तिपिवानबिनदेवतामोबितिपापिरहियपो तिषियानकितेदेवतानपोउपपातजपतिवउ । पवकायुतीकरगषधरतादेवतामपोमते भगवम पेतमावासषितिपाठपरहिवामीभगवते पत्तत्तीवनी योमगवंसकधिोगोतम बारसासवरसनी पितिपाद्यपापियामोभगवंतरको पमिकहतायाभतेभगमनतरपूर्वोखदेवताना पाहिपरिवारगीसपदा पुतिगरीरपाभरपनरदेव वशीक माहिमचिमा बसयरोरनधोमाय वौषीवववीजपमयोपाप पुरषावारपुरसमधीपमिमानवेहवीचपनपोजेपराक्रम गोतम प्रथिनाताका Page #326 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विहार विकिपरियामन्ति परिक्षामा हि महारौद्रयानावेरीन देवख न समस्त प्रतिभाग मतिमा सभाषत पत्र न परामुखादिना भद्रमा परापारकर बोला प्रतिभा' पगडवसता व उपमान्ता क्रोधो दवाभावात् पततकोचमा मावोमति पपि कषामोदमे पतनकोधादिमाना मिचमद्दवसंपत्ति या समर्थ मठ विजय तात्यिते ते देवा परयोगस्यारागा योतिषट्टे समट्ट े ६ से हमे गामागर वगर चिगम रामहापि खेड कम्प मम दोषमुत्र पट्टणा सम संवाह संनिबेसेसु मधु घामति सहा पगतिमहका पतिवता पतिपतखुको मास मायालोहा मिटमास प्रथा चलीसा बिलोमा पम्मापि सुपका भस्मापि प देवता परलोक अम्मांतरन मोचपामिवारूपधानदद्य मचारिखमा धाराघकपभर पोतिष्टष्ठ समई एहभवमोचसाधनमपजावि सर्व घटतेजेएचसंधारीकत्रोव धामवाडिवौठापो पावरसुबर्बादिवना नगरविडांगवादिकमुकरर निगममा जनव सिमानाम राजपामीराजानमोजगरी पेडधूलिनप्रोवाचारविहां कम्म कुपितनमर विसभिर्वसनयो द्रोष सुमनसपंवश्वकपचवरीसहित पाटब भूमिमरभूमि प्राश्रमतापसनाठमि संबाधपर्वतच परिषामता पाठ ग्राम संभिदेयमदवडियोवासीयोसोनाथान कमविष एडवामधाम पवार प्रतिभावमद्रकपरोपकारीकुटिल परिचामरहित प्रचतिमावरंवकोषादिवस पशमाम्यावर मतिखमावरच प्रतमुपा तर समभिमनमा वापरणंचमालीमम्मे पहुचमाचमाई वकार कोष परीसहित प्रायोजकमाचरचयाची :-PH. Page #327 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ד ये सम्पदा माता से तथा पादोसि पालोमा युरमाश्रिता भरगति कचित् तव भद्रका तुपतापका सेव्यभिचागुयात् तत एव विनोता तदेवाह पम्मापि सगा अम्बावित्री शत्र पका सत्व मनतिक्रमणीय वचन रोपां ते तथा तथा अपिच्छा महेच्या परिस्तु धनधान्यादिखोबार एतदेव वाक्यान्तरेणा अप्पे भारभ पमित्यादि प्रहार भो जोवानां विनाश समारंभ तपामेव परिताप वरच प्रारम्भसमारम्य तद्वतिति हति जोविक कप्पेमापत्ति प्रयन्त कुष्याच्या ॥७॥ छ ॥ मेजाप्रोमा पोति पथ या एसा अंती धम्यापितो' सेवका अतएव प्रेमाविषयं भरकम बिग्यपणा इव सम्बन्ध पप्पारमा अपपरिणदति प्रहारथ प्रथिव्यादिजीवोपमई कयादिरूप तिमपिबववणा पिच्छा चप्पार भी अप्पपरिम्गा अप्पे चार भेणं चप्पेणसमार भेयं अप्पार्ण भार मे समार भेवं वित्तिकप्पेमाणा महर वासार पाउपार्जति पालिप्त्ता कालमा काल किञ्चा श्रणसरे सुवाणमतरेस रमावर विनोतविममगुणिकरीसहित मातापिताना खूपच सेवाभगतिनावरपाहार मातामनरूपितानो वचन कहते ह कथन प्रतिक्रमई लघ इनही प्रत्ययामोटोशानेही पत्मबोड पोषारंभ पृथिवोकाया दिवमापद्रव करसच्या दिवछ जेहन मधोपरिपवनधान्यन घोअंगीकार बोडपोसमारंभ जोवन' परितापन भोजपनाविव भोले हम इसे बर मूर्च्छा बेहन पपवोडोभारभ जीवनभोविषासक रहन इतेारकरी करौ भपबोड पोभारभ जीवन घोषिनाथ धर्म समारभयो म परिताप जेहन तेरो वृत्तपत्राचोकरतघोषकपो महा घपाठ करते हर्माधि घरबगो भावपु जीवितब्यपारमतिपाचर एव प्राखष पासोमर काठमरणमा अवसरमविपर कात मरण का रोन - Page #328 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - D ee विदारिता विरते ते पधमारमा पर्मविभिएपरिणामत्ति महिरपरिणामा हि महारौद्रपानामेन देगा न ममा रतिभाr पगभापत्ति पहचा समारत एक न परामरामादिना मा परापधारकरपयोमा प्रतिभाला पगररुपमा स्यर पगाता गोपी। पनामावात् पगातकोतमाघमावसोमत्ति पम्प पि पायोदये पतनुकोपारिभाषा: मिनमापति पद यग्यारंप मचर्य मात्रिय पंता अस्थि रमते टेवा परखोगमारागा णोतिण समले सेजे मे गामागर गर पिगम रायपि र वामड़ मच दोबा पट्टया मम संचार मंनिवेसेसु मणु घामयति तशा पगतिमहफा पगतिउपस ता पगतिपतचुमोसमाषमायालोहा मिउमइयस पग्मा पसौपा विणीचा पम्मापिउम म्मुमका पम्मापिणे पप ते गमावदेवताने परचोकवनांतरगामीचपाभिमाकपचानदयापारिखमापाराधवपपरापर पोलिणापमा पापमोपसाधनमापार वतमसमपटातीय देवेपतसंसारौकोर पामपारिपीटापो पागरसपादिवाना नगरवितांगवादिपरमार निगममात्रयमिगनाठोम रावधानोरावाननीनगरी पेसिनपोपाहारविहां बमाग्मितनगर निशदिवासविदेममयो शोष परमपंधरवनपपरमरोमक्ति पार में भूमिनभूमि पाषमतापसनाठोम संबाधपर्वतमपरिपामतचापापपाम संनियमादिगोगावीपोमोनापानवरपिपर पारामपामा है बार बार प्रवर्तिममायामद्रवपरीपबारीक्षिपरिणामररित प्रतिपमापरजकोपारिवरूपगमाप्यावर प्रातिपमारनपतमुपा । तलावोघरोसानपमिमानमायापरवंचनाचीभमाष्पहानगर पक्षपमारमारपवारबीपिपरीमति पामोमगुपनारपाची Page #329 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - ये सम्पया' मासा स्टे तथा पासोपत्ति पासीना गुबमाथिता मदगति शपित तब भद्रका परापतापका मेव्यगिचागपात तत एव विमोता एतदेवार पमापिचपसमा सगा पम्वापिपी पय पवा' येवमा पतएव श्रमापिषएं पपश्वमपिजायणा द्रव सम्पन्ध पम्यापियो', सास्त मनतिकमपीय वचन पाते तथा तवा पप्पिच्या पमरेच्या पप्पारमा पप्यपरिमाप्ति कारण प्रथिव्यादिनीपोपमई छप्पादिरूप परिगस्त धनधान्यादिसोवार एतरेव पायान्तरेयाच पप्ये पार पमित्यादि रभी जोवानो दिमाम समारम्भ म् पामेव परिताप पर पारभसमारथ खेतदय वितिंति सति बीविका चप्पेमापत्ति सम्पयन्स कुषाणा' । । मेगापमापीति पथ या एता तो तिषमषिनवयणा अप्पिच्छा प्रप्यार मा अप्पपरिम्गा अप्पेण पार भेणं श्रप्पणसमार भेण पप्पाम् भार में समार भेग वित्तिकप्पेमाया महापामार पाउपालति पालित्ता कालमा काम किम्चा अगतरेम वाणमतरम रमावर विमोतविमरषिकरीसहित मातापितानास्युपकसेवाभगतिमापरणार मातापनपितानपी वचनवेकराताकघन प्रतिकमाघ । नही प्रमाणामोठीवानानानी पभोपपीपारंभप्रधिषीकायादिवमाछपवारसणादिवलेधन पपयोगपरिपाचमधाम्यमयोगीकार F मूवनेशर परषोसपोपारम जीवनपोविपासावेहनातेणरकरी पपबोरामोसमारमनीवर परिसापनपोजपनाविवपोखरामपर । बरी परपोच पोपारमनीषमपोविमामपनसमारभनौषमपरितापरले परबरीनर उफिपाबीविकासातपोवरतपोषवपो महराएका परमसगी पासपु मीपितष्यपाशमतिपासर पावस पाच पातीमर कासमरपनापवसरमविपरवाहमरपकारीमर घपाठीमछातेमाल Page #330 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - विदारिता वितेने याममा पविभिपरिवामति संकिरपरिणामा लि मातरोषानामेन देवान समन्त रति भाrr , पगभामति प्रामा समामत एक परानाधारिमा मचा परापहारकरपोमा प्रतिभशा पगारवर पयान्ता गोरो बामा पमतदुबोषमारमावसीमति पम्य ऽपि पावोदय प्रतनुकोधादिमाग मिलमपप ग पवार मस्ययं मात्रि *सा पत्थि तेसमते टेवा परखोगमारामा योतिण सम ६ सेने मे गामागर यगर पिगम रायापि पेड बाबा म दोयमुक्तपणा सम संवार मंनियेमेसु मा घामयति तगहा पगतिमहफा पगतिउपप ता पगतिपतयुनोहमारमायालोहा मिरमहवस परमा पौणा विधीया पम्मापिउम मुमका पमापि पण 1 हमारामानेदेवताले परसोतिरमामीचपामिपचायनारिखमापापपपपरपर पोतिपांसमो पापमोषमाधमनीपारि । नमसमयपटानीय वेशमारोवती पामवाशिवीटापी पागरसरमोदिखना नानिगपादिपरमारनिगममरानाधिशमामि । रावणामौरावानगीनगरी पेटिममोपाखारहित समषितनगर विकरमविदेसमयी दोषमपत्रपपरवपवरपरोपरित पारा भूमिगरपामि भावमतापसमाम बापपतलपरिपामाचापापपाम भनिगमभिगोरावीषोमीनाबानबारपिर एमापन पगार तेपार प्रवतिसमावरभवपरोपवाटिरपरिमारित प्रतिसभापमयोपारिवनपयमापार प्रशनिसपारपतमा, तलाकोपरोसमानपभिमानमानापरक्रमासीमापार युबमाबमाबारीपिपपरोति पामोभारमाराची - Page #331 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विपुरियाभाति प्रतन्य ये पन्त पुरस्येति गम्ये कुररक्तियापोति कुलपई पितृगृहे मित्तनानियय संवन्धिरपिस याप्रोति कचित् तत्र Half fat तायामेव वाद एवं घातयो मातृसादिखजना निजका गोविया सम्यन्धिमो देवरादिरूपा पणष्ठी सापड माधोति प्रष्ठा वृद्धि सुपगता विष्टि संस्काराभावाच वादयो योतीता स्तथा पाठान्तरे पठन ह के ससुरोमा घोति इह मयूपि कुरोमाणि तानि च यथ सोष न भवन्ति तथापि वासांचिदस्यानि भवन्ति प्रपोति तद्दृश्यं पच्हाण गमे यज्ञमलपक परतावाची पानथेन हेतुना स्वदादिभि परितापो यासां तास्तचा तव खेद प्रस्वेद' शो रजोमात मल कठिनोभूत तदेव वगगयो र दक्षिणव पोयमप्पिस गुतोष मडुमव्यर्मसपरिषत्तवयाहारापोक्ति व्यपगतानि चोरादीनि यत तथा परित्यक्तानि मध्यादोनि १ येन स एवंविध वतोऽभ्यवक्षत पाहा कुत्तर विश्व श्वा त्रो परूढमध्य ह म स के सक्खरोमा ओ ववगयपुप्फगंध मल्लाज काराचो अगहाणएसेच जल मलप परितावि aat aaraौरदयियौ सप्पितेच गुजलोष म मन म सपरिघन्तायाहाराची अप्पिछि वो अप्पार माओ मकीराurer कुलधरपितान घोघर ते घ को कर दूर व वासुधाकर ससुर कुल सासरपच कोरम असर चकार्य परिवारहरुले रामपूर मठमोटाव घाखाापगमा मधुदाटोमारोमय थपियो दाठीमपषिको मूक सोम पर हम यो समस्त नाकापयश्चिनारो मराइ तेसमरावनीनयो ववगमय' यावर फूल सेवल रंजू मोगरादिक गंधचू पाजवादिमान्यफूल मी माला पक्षं चारपाभरचनेपोवर प्रानभ गोड नियोपरिहारतथास्त्रेद पर सेव ओखरमा मठिनभाकरोषि बूते तथा कपरसेवकाईनोसार तक रोपरिताप्य धोले मपमाबाट छरीरजेपीय ववगयाच्या Page #332 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 5 देवखोएम, देवता उबवत्तारो भवंति तहितेसि गती तठिती छिसि उवाए पत्ते तेमिभते देवाय चं काळंठितौपग्मत्ता गोयमाच उह मघाससवा ७ से घासमार यामागर नगर निगम राय हापि मेड कपड दोषमुत्र पट्टया सम संवात्र संनिबेमेसु इत्यि प्राश्वोभवति तं जहा तोतोरियाश्रो गयपतिभायो सयपति आओ बालविवाो छमिलिताचमादूर विद्यायो पिचरक्लिभाश्रो भायरक्तिपाश्रो कुनघररविचाप ममुर अमेराको कवाचभंत रम्य तरना ठेवलीकरहियामा वामकमपि देवतापपपपात भाभियो तिथिधानमिवतानची उपपातकपत्रियो पातोरात्र भग पतिदेवता नोमितिपाठपरहिट बन् वेतचघोवासचितपाखपरहवामी भगवंत पत्र तो वह श्रोभगवंतबर गोतम राजसपर वा बौद्ध्ाघोघागर सुषश्चनीऽत्पशिठाम मगरजिष्टांगवादिवरमहो निगमशलियानाठाम राजधानोराजाभोजगरी पेउघूनिमयोग पटकुचितममर मांडुनियेमनयो द्रोससुपर समय सचित पाटलस पंचपन दूरवभूमि पात्रमतापसनाठांग संपवतपरितारामान नि वैयमचभाडषोसी मोवलीप्रमुपमावासठ म एवबलोचातिएको तेज पतःपुरमुतपदातिरहनापति मतौर पर देयविव (मतबावर जेवनापतिमतरिष्यत सूपामा चयकोटाहो जेहोवाच पचविधधारं पवपामोदर तिर परिवरोह धूमेन माता रमाबु पचार्य परिहार वरवर पिताले नचोरजवाबु पोपश्रावको हाईजरपासपोरपो चा M Page #333 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवितौया दगतपूवति भोदनादिष्यचयापचया एक मुद सप्तमं भोजने येर्पा ते दकमप्तमा पव दगएबारसमा यसदपोति तपादपतनादिविधिवशिषेण समचित्ता दगवत्ति बोदनष्यापथवा देव मुदकं द्वितीय भोजने येषां ते aat येवान्ते दोग दगसत्तमन्ति चोदनादीनि पद व्याति व गोतमगोष्वर्यभिविधपत्र चिंतक प्रविविदबमावगपभियोति गोतमो यो यसोवई स्टेम पण मिचामतिवे ते गोतमा गोष्यश्यन्ति मोव्रतं येषामस्ति ते गोवतिका तेचि गोषु प्रामाविगच्छन्तोषु निर्गच्छन्ति परन्तौ चरतो पिवन्ती पिवन्ति पापतोष्वायान्ति ममानासु च रते इति स च गावी हि सम नियामपवेस समया सचा प्रय करेंति भु जति जहागामीति रिक्स विचार्जिता विविषन्मायो महतव ययानित्यभिससे देवातिथिदानादिरूपमनुगता धर्मचिन्तका धर्मशानपाठका' दोषमुह पट्टया सम सवाह सन्निषेसेसु मणुश्राभवंति तं जहा दगवितिया दगतद्दुआ दगसत्तमा दगएका समा गोश्रमा गोष्यद्दश्रा गिष्टिधम्मा धम्म चिंतिका अविरुद्ध विरुय बुजु मायक प्यभितिया सेसिमणुश्राणशोकप्पर माओ मग दूब मियेधनधी शेष सहज पंचपथेकरीसहित पाटन जसमधनहरणभूमि प्रायमतापसभावास संगिवेधमधा विपादिवासन न विषमतादिवरवियर तेवर एकधानमद्रव्य योजघोपा पोळनेर पोकाइनही विद्रस्यवोतपलोयर लद्रव्यमोजाव्य सात पापी दद्रव्यवी प्राप्य पारम्पयोर गोयमतजे पादपतनादिव विनयखेहमसोपवु बेगोठांमथोमोव सिरमो बसाइपर तौर पर पोते पोर गिरोह सपण धर्मचिंतक धर्मशास्त्रमा पाठक पत्रिका देवादिवयविनयकरिविनयवादी विवडप्रक्रियावादी सर्वोधिक ات السديس Page #334 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मनन मामिफामा तामेण पावं नारवर्मति या मिरमा मायोरी तामेव पतिगा भव गपन भातिकामन्ति अपपनिमा मनाशयपकोनि पप्पपरिम्गामो पप्रचारमेषं पप्यममारभेण चप्पेर्णधारभेसमारंभे वित्तिकप्यमाणीपो घामभचेर पासवं ताममपतिभन्न चासिवमति तारणहत्यि घाघोण्या रूपेणं विधारण विपरमाणीयो बहर वामार सेसचेवावपरमशिवासमासाठितीपासा ८ सदमे गानागर गागर णिगम रायशापि कम मउव । परिमारपोरष मारमयमीतमापरतबालपांडमाराशि तयार णमधु तवामपामादि मममममधोरमकी गणे परिचित्तपरिवारपासपोहरपानपोवेणीप पपयोटोशाणायामर पोरणभकामयादिपरामर पम्पकोरपोजनासिमपो । परिपारिवाने पायोगस्वापारमबीवमातादिपनपोवतारोमर पम्पोपोषयमारभत्रीवनरपरितापदिनपोशपररोनर पोवशेष पारमनीवधातममाग्मजीवनपरितापमानपपरोवत्तिपात्रोविवानिपातीवरतोयको कामनावांवापिमरनापिर पपती प्रतिपातीपोनपतिमत्तारमोगमापपोठयामी ठाम पतिवमोपतोगमो पतमरवोपुषपमपोपरिराजे रोपापोती बाति एमरचीसविरपिपो विपरगति विचारविपरिबकोषरबरी सिरमापविचरतीमतीवीपणापरिधर्मस्पर परोमा पतिमानपूर्विोपरि वारसदारोबारबीर पोसडमरसरममवमरनोयोनिपासपु परतायकोबरादिवर एमयममा T. रोबो नाममारियोटि पामरसुगर नगरमिनिमाबितरनको विमानमवाम राबधानोरात्रनगरी सिगर सतनगर Recent Page #335 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 25-04 गति गहावसाथिता वामप्पतिवन पठया प्रमाप्रमानं गमन साम वा गमला सा पति ये पौता वामवा पानमसा प्राचारी यास्मय वामप्रसो यति पविभूतीयायमपनि आत्तियत्ति पनिहाविमा पोत्तिपत्ति वसधारिण' बोसियत्ति भूमिमायिन नगुन्सि यन्त्र वाधिमा महात्ति बाम पापत्ति योभाडा ति कुंजिशायमप दक्शनियति फनमोमिन सम्पत्ति सन्धचनमानेपये, पान्ति ममचमति सम्म सम्वामवत्व पन ये सासि निमचति सामामिमा पाच मिति सपछाति मत्तिादिषपष पूर्वका चाबति दामनगत्ति येगा पिपल पम्तम्य उत्तरमगत्ति जमिपरोता संबधमगति यम मावा ये मंति - यदन्य कापि ना गातोति मधष्मगति म यो स्थिस्वा शब्द तस्वा ममते मिनापत्ति पगोता पयिमावमति ये हस्तिन मारयिता - तेनेष गावाप भाजनता गपयति गति घहोतदका ये सघरति दिसापोक्खिगेत्ति सोम दिम प्रोम ये फलपुष्पादि समुचिन्धन्ति । क्खलिया उम्मका सम्मन्नका निमज्जफा सपखाला दक्षिणकालका उत्तरकुलका सम्बधमका कलधम्मका र पोत्तियावश्यमापरपसार वोसिया पयोमविषायपमना करणार यजमाकरणहार यहावामासनासाभनपर भाजम सपगरपवर पतीप्रमत्तर पना एववासरावर पहनाभच चहार एवषारपीपोमांहिपसीतस्यानोकमर वारपांगीमारिपरसीमधामकर माननर पधिपर पापोडीमारी सपाखासा माटोप्यु घमौनएखानवरर दक्षिण तगावेगगानविपक्सपसर अत्तर लगा गगानदोनपूछत्तर नासारपसा संपधमकावधपुरोमामोत्रावर मधमवावेमारवभारहीरामगदपारोजिमा मिगतमा गमासनपोभोजमवर खिता ३४ Page #336 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पभासदार पबिबहा गरिबा पपिसी विणयसरी देवाप पराए भत्तोर प्रारमियायपणे एवं पहिनावमा सितापडिया मारिन चितरामायनम्वुपनमम वामतरविवसत्वात साप्तापमा घरकाम एव दीपाश्रममान पादिपरामोपाय गरमाना 1 सादाबाद पापमा प्रयापवावाद प्राप्रपा पगहाथाशवाणा पते प्रमातिगदिपाले तपा परमोति म मविनित पापित गुपपमएबाए सरिसव वीरपत्ति मनिपानियो पन्यतां वरिख य एव माविको मतपवितरित माम -oil01 M० t नघरसविमोचाचारित्तए तनहा खौर ददि पवनौय मपि तेलं फामित मड मज मम पस्न पाए __सरमवविगए सेमपा अप्पिच्छा तंव मध्व पर चपोरामोद्यासमम्बार ठितोपपतार मेगेड्ने __ गगायलगा मागपच्छा तावमामपति तनका त्तिया पोतिया कोत्तिया जणइ सहर घातई पादत वापसमापपरीचामातर यापधर्मणामसमिसि प्पभिरयाएकप्रतिपादिमा पूर्वरबमातमनुपरमपम्पे परागसिसीपरमेमररम + पविषय परीरमारिविक्षतिविवारमौकरसागपाचारिपोमयपरिवो तेरपरहे पोर पर दपिर नगीत मोषण मथि पो पर पारित सच मा० मध हासादिक मामः पाचरपपरपपर वीरवारमयो एक्सरममनोवि सरस्परपोतहरषिपोधिरे नाम पर चापविमोटोपाधानही तिमल मनबर पतपोनिरीपजे चपोराणेसासवरसमसारमविति पाना वारी पौष मगानदीनापविमाबावाकाठाव मारपरमानवारीमेरमा एमापनपनापरवाना Page #337 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गति गावाषिता' वामप्यक्तिपम पठभ्यो प्रजा प्रयाग मममम पसान वा पनप्रजा सा पति येपो तथा वा मवा वामप्रज्ञा प्रमचारी समय में १ वान पस्यो पति वेव पतधोयायमसिन आत्तियत्ति पबिहाविकाः पोतिपत्ति वनधारिय' कोसियत्ति भूमिमायिन बस्ति यत्र । वाधिनः महाति वारा पाति पगेभामा गन्ति विशायमा दयनियसि फनमोजिम सम्मन शत्ति उन्मच नमानेपये । पान्ति ममचगति समवनम् वाम छाया पिन ये माति निमन कति सानामिना पत्र में वर्ण शिति सपालापति मत्तिमादिषषण प्र पूर्वका चारयति हासनगत्ति येगमाग चिसएर वम्तव्य उत्तर नगत्ति प्रशनिपरोता सम्बधमगति गर्व माथा ये मति यदय को पिना गतीति मधमगति म पूरी (स्य वा गन्द हवा ममते मिपलायत्तिपतोता एप खितावमसि येसिन मारयिता तेनेव बरवास भाषनता पर्यति गति पहोतदया ये सचरति दिसापोक्सियोत्ति सदम दिप प्रोम ये पञ्चपुष्पादि समुचिन्वस्ति ___ क्खलिया उम्मनका सम्मनका निमज्जफा सपखाला दक्षिणकलका उत्सरफलका सखधमका कुलधम्मका र पोत्तियापमनावरसार वोफिया पधोमविषाणवनमाचरणार यन्त्रनाकरणहार यहावयासनासाभरपहार भाजन उपगरपवार प्रकोप्रवत्तर पछा एवमहतरापर पहनामवहार एकवारपालोमांहिंपसीतकाममोकार वारपाचोमोहिंपरसौनखानपर माननर पचिपापापोडपोमारोरा सपनवासा माठोप्यु घसौनपूसामवर दधिमनगानेगगानदचिपकूनरंवसर सत्तरकसगा गंगानदोनछत्तर मरसर सर संपर्धमबावेशपूरीनामोत्रनवरर मधमबाषेसासभारतीरामाद परोजिम मिगमुहका मगमासन पोभीजमकर खिता Poesdo Page #338 -------------------------------------------------------------------------- ________________ समुद्ररेषामविशिमिता दात्रामिति वह वया मम सेवदासियाति पाठान्तरे वामशेषा' प्रचेतानवर नियमिति ये पखाला वा सामाचा पापड भूतमाया पूर्ति या पाठारे मात्र भूता प्राप्ता देते तथा मानसोशियति पहारेरिव पक्ष कडवोषियंति बन्द पष्ठमिति पनि योगमयति मार गिबुका पितासा उसका दिमापोखियो वाकवासियो नुवामियो मि तवाभियो जनपासियो लिगमियो क्या नुमक्खियों पाठभक्तिको सेवालभविलखो मूलाहारा कदाहारा तयाद्वारा पत्ताहारा पुप्फाहारा sarve परिकिदम्वतयमत्त पुष्कफलाहारा जलामिसेबक ठिणगायभूया श्रायापयाहिं पचवग्गितावेष्टि नियोति मे निममा दि दरोडे दिसित बसा एवडष्ठौमारश्मष्यादिनभोजन करे मेहनम् विवरूपासिमसिम पोछेने पाटोदा दिवम् राजमनावपहिरे पशुताचजनासमानकडे समुद्रममिवामरहर उम्र दार बंधुपाची ब्रोम पोरजे वायरप्रोबाईरई मेयाणपाईरहे मूळवारचे कंदन उपाहारकरे व्यपाउचमोपाहार करे पानानउपाहार धूलमपोपाहारसम्पाहार दोन पावार प्रतिशव पडावं इतबासू चल पाता पानांचते हतापाहार करेश अश्वपचमभिपेजबान करोमि चुरो भूतमार बोईजेथे उपवास भी पापा तापसावर पाचमोचातिविहारो ने traffe Page #339 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ر " पोप वर्षशतसहस्र सम्यधिक च पोपमादित्यव गमनिका छ१ पष्वरमा समयन्ति प्राकृतप्रभवत्याच पंथत सहस्राभ्यधिकमित्वर्व चरतोति कौकुचिया ये हि तिर्यन्वारस्य वदप्पियति वदविका' नामाविधवासारि कुकुरयत्ति कुकुचेन सितावस्वन्दम भूतयमवदनकरचरणादिमि भाइव तथा चेटन्ते यथा महसन्स एवं परान् वासयन्तोति मोहरियति सुखरा नामाविधा सम्वद्धाभिधाविन area मोरिया मौयरवियन्ति मोतेन या रतो रमय कोड़ा सा प्रिया येषां गोतरसवो वा ठोका प्रिया येषान्ते तथा साम सपरिवागति यामन्ध E इ गालसोल्लिष कमोलियं ठसोलिय पिव चप्पाणकरेमायणा षषामा परियाय पाउणति बहू वासाइ परियापादचित्ता कालमासे २ टक्कोसे पंजोइसिएस देवेस देवत्ताए उववत्तारोभवति पलियोवमवाससयम पस मञ्मविश्वठितौ बाराहगा बोतियट्ट समठ्ठो समयोभवंति तनहा कदप्पिच्चा कुकुरया मोहरिया गौवरप्पिया पच्चषु पश्ववघोरूपको ईषेचे कडभावनविशेपते होते हो परिपच्च शरीर सोलीरूपकोष्ठ काठ प्रधपति एव भोसोटीरूपको प्रभागर करताका घणावरलगे पर्यासतापसीदोचातपकष्ट घपश्विरससग पर्यामतापसीदोषातपकटपाठणितापासोने का सरणमावसरतो विषे तस्योपम एकल परिवप से वर arewरोनर कष्ट पोज्योतिषोसंग धो देवतानविवर देवताप उपपातसभामय्या पवोहर लपएक अधिकधोएड विचितिपालपानी मेपबीजावोस तिमयपूविलो पर आधिा परलोकनाधाराधक नही दानानाविधानावरणहार कुटानाकरपहार सुपरीमानाविषयस बहभावा गोते बरोरतिरमवु सोडा बरहोते ह अभिषले जेहन नथप श्रमचतपनाकरणहार - Page #340 -------------------------------------------------------------------------- ________________ arenes नवयसोजा एएवं विहार बिरमाणा महामार सा मम्म पग्यिाय पाउणति बहरयामाइ सामग्पपरि याय पाउपित्ता तसाठापस प्रयास पप्पडिता कालमासेकाजकिश्या प्रबोसेणमोहममेकणे कदप्पिएम है देवेमु देवताए उववत्तारोभवंति सहितसिगतौ सरितसिठिती सेमसचेष णयर पलि घोषम पासमहम्ममारि ____ ठितो छ ११ मविषेसे परिवायगामयंति संभ हा मम्मा नोई कविला भिउचा इमा परमामा बहुउदया कडिम्बया बोनो पाचारमारिवाणे तेव माविमातेपणे विचारवितरिय तेरो पिरतावा पणारममगो मामा-भारतमपायपपर पाचहपूरपोषोधो पावरमसगी सामान्चचाग्विनुपर्यापमाणपणानीमा वामबरपति बिपादिपरौदीचागरमोरयार तेपामोप गपागसिमितिमीमापिसमहावितमी परियमिपो मिचामबासमवोध: पासमानापरामरमरपिरमापविनर नहर पिभिरकोणबजारलपोमोपमपमामिपरिसपापपरेवमोक्तामविपरीपापाप्पीनातानमापार सावरपिपरदेशमा पमा उपपातसमारपमानामिाजपत्रिवारतिनिधितेवतागोपनिपातर तिदिवानबिनवतामोषितिपापाराति माप्रपपिगेपर एतविधिय पत्रोपमापनाची परमासाशिव वितिपाषाविपररसरमनियमभिरिपारिणममसर परिबाबासारपसासोनौप्रातिपपरा मांसपरिवारादिवतव गोषपाभमानपरिपमहानवरपिपरेसामरमामिलेगा - पिनाबाबतोत्रमाशिवर पगुपिनोरमा परिरमाशिवमतिपरणपषतारिरिपर परमानवनिरीमापारगिलासपोगे Page #341 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पर्याय साधुत्वमित्यवं पाठचंतित प्रापयन्ति पूग्य सोय ११ परियावगति मस्तरिय संपत्ति साहा बुबाहद्वारादिकार्यग्रामवादिन अध्यामायामुडाति करिवत्ति पिठो देता येपास वापहा साया एव मनोरथो जगस्वारयन मभ्यपगता श्रोत्ति यो गम निरोग्रामर्ष भिठपि स्वेते विष्वाति भागेश सा परमहंसा बहुउदगा कुलिया इयते चत्वारोऽपि परि वाश्रमले यतिविशेषा तत्र नये पर्व मदेशना रामाभितो मिचाई व ग्राम प्रविशन्ति परमसंमास्तु ये नोपुतिनसमागमप्र मेशेषु सन्ति चोरोपनय स्वतप्रधान परियन्ति यज्ञदवास्तु ग्राम एजराविया नगरे पश्चराविण प्राप्तभोगच ये मत पूति कुटीयता कुटोचवत्तमाना व्यपगतशोधनाम मोहा पहार वर्जयन्तोति लयपरिवाजका परिवायत कृष्ण परिभ्रात्रक विशेया एत्र नारायणमशिक्षा कपरिव्यावगा तत्थ वस्तु हमे चट्ट माहय परिष्वायगा भवति तंत्रहा करा करकटय च वडय परामर कर दीवायचेव देवगुन्ति खारये तत्थ खलु इमे अक्खत्तिभपरिष्वाययामवंति त सौलई मसिहारे गाई भरगई तिच विदेष्टे रायागमे बस्नेतिश्च तेषंपरिब्वायगा रिचव्वेद जजुवेद सामवेय चव्वणवेद इतिहासपचमेस णिग्वट बद जग। मिए शरावि नमरेपचराचिरर कुटोवर बेघरबूज वर्त्तता क्रोधसोनमोहोर लप्य परिवाजक सेवनारायणनाभन्तापरिव्राजकविशेष तत्वतेष मयि वरोह मे एडपाठिवासनो जातिसमभियापरिघाकद उधारोसम्यामोमो जाति लेकर कमर करकटकर अंबड र परासर४ कृष्ण५ दौपायन देवत नारद वे हम हिस्वसनियर मे एक पाठयवियजाति बंधी परिवाजक देवधरम न्यासो हर मोर --- ———— Page #342 -------------------------------------------------------------------------- ________________ तिवेषित पाय पोषप परिमाणवा नोवती बसे या पदप्रबुदमामवेयपायवेदसि सपठीवारपनमोपदमनाय शमेदयपद । सामवेदासर्वदागामिति तिलासपषमात्ति इतिहास पुरार मप्यते निम्घटनापति निर्वगो नामबोम मंगोगाप'त पानि यिपादौनि उपापानि तदुलप्रपपनपरा' प्रपमा परम्मापनि सम्पय युवामा मित्वयं पायापति प्य मारगति पधारमतरेप प्रवत्तमाः मारवा पा पम्पा विमना मारणात पारत्ति पर्वगामिम धारयति धारविमा परगनि पानि पिचानिपारवा सरितनपिसारवति वापिनीवालपपिता सपरिन्ति माने गरिसम्बन्ध सुपरिनिहितारति योग पथ पानि दमदवार मिरासत 4b0M " - शाण सगोवंगार सरस्मा परायेदाण सारफा पारगा धारका पारगा महगयीमतितयिमारदा मंग्पाये सिक्खाफप्पे वागरचे छंदे पिकसे पोतिसामयगे घणे मुर्मममएमु ग्रसत्येसु सुपरिणिकातापित्या तेगपरिमायगा समकार मt: भग। पिदेश रामा राम बम परिवाप्रवमयामी कागदर या २ मामवेदर पर्षपद रविरामपुरावा पम मिन्टनाममाखायामा यिचारिसपीमतेरमामय पर्वधतणाकरोगचित समभावभेदतेपरवरोपातसादाविचारणेदोरमा = पारपावयोपरतसंभार पारवाहादियमापारगामी धारवाहियानीपारपारकरीपरणार पराममणगिर पगमाप्राणशर माटिलता - पिसीमणमतेमाविमारदपरित परितमाभनाजाप पिचापचरपरमापा कम्पपारणाण प्यावरणगानमचषमा पापयाम गर • मोमिवक्षिपदभत्रनमा चोरियोगापदचिनायमष्ठत्तरायमोतिपमान पनेरासपात्रा पर पिजापगरविकर सुपरिनिहिनामिना In - Page #343 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शिक्षा चरवरूपनिरूपणं यात श्रम तथाविव समाचारनिरूपर्व भारत मेवेति शिचास्य मात्र वागरपति शप्दनचपाचे क देसि पचवण माझे निर्कप्ति शब्दनियमितिपाद के जो सामयति व्यातिषामयने ज्योति शास्त्रे अन्येषु च यप समुत्ति ब्राह्मणपुच वेद म्याख्यानरूपेषु शास्त्र पागमेष वा वाचनान्तरे परिवार सुन ए सुत्ति परिवाज व सम्बन्धिपुच नयेष न्यायेषु सुपरिनिष्विया यावि हायतिता याप्यभूदिति भाघवेमापत्ति प्रास्यात वादयन्त पयमापत्ति गोषयन्त पत्रेमात्ति उपपत्तिभि स्थापयन्त चोरखा चोक्तायारप्ति चोचाविमतदेव नेपच्याः चोचाचारा निरावव्यवहारा बिमुख भवतीत्याह ममायरति प्रभिसे वजन पूयप्पाथेति चभिकतो जसेन पूर्वन्ति पवित्रितपणा ये दापण मंच मोघम्म तिरथाभिसेचंच आघवे माया पणत्रे माणा परुषमाणा विश्वरति जण श्रम्ह किंचि सुई भवति तम उदय मट्टियाए पक्यालि सुईभवति एखलुपद चोक्खा घोषखायारा सुद्द सुद्दममायाराभवेता अभिलाप्पा यो अघि यसगं गभिस्लामो तेसिय परिष्वायगाण योकप्पर अगडवा तलायवा बाई वा वाविवा विस्मातज्ञता प्रातिपयथरी ते परिवाजकसन्यासी नामरूपधमजेदानदीवर शोषरूपधर्म विपविवरचियत्र सोगंगादिविपत्रभिपेद्यान शरीर पाण्यातसहताबका बूझपतालका पूर्वसावोतया पतायका विचरविचर ग्रामामुग्रा में घूमकर ताजेहधम्मार शांपूई घोडठष पद्मोअसुचि पावर सर्व उपपतेबद्दकरीना पत्तियामाटोयबरोनर पष्चातो धोवूयघोष को सुपि विवपापजाय एव मारलुमिय रोम चोपा निर्मल देहहना चोपयोनिसले नभोभाचार सुपतिसम्यगप्रकारिपाचार तथईन खानजघर करोमर चिपवित्र Page #344 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इति तपोड़ परिवाजका मोबती बया जुवेदमामवेदवेदेति ह पोमोपदर्शनात रामद सामवेदावेदानामिति इतिहासमावृत्ति इतिहास पुराय मयते निग्टद्वायति निर्घणो नामको मंगीचंगाचति शानि मियादोति व्याप्रति तदुपपरा मान्सा सरप्रायति दम्पययुताना मिम्यर्थ पति पत्रमारमति पाहारेप मायाका या भय। विद्युत आयात पारयति पर्यन्तगामिन धारयति धारयितृद्वमा महगोति विर्घाাবিবिचारा सतितवारणति वादिनोनयपण्डिता सपावेति माने गणितम्ब उपरिनिशिताइति योग चच पानि दर्शववार छहाय्य सगोवंगावं मरहमा चपवेदाय मारका पारगा धारका वारगा मठगवीमतितविमारदा पाये सिक्खाकप्पे वागरचे छंदे स्थिते बोतिसामयणे असे मुगंभमएमु प्रसाधेसु सुपरिविद्वातानिकस्था तेगपरिष्वायगा समरन विदेव राजा राम० बस परिवाजकन्यामो वेद यजुर्वेद सामवेद वेद प्रति निर्धटनाममालामाल धमविचादिकष पांगते हमामय प्रबंधतेच्या रोपचित रहस्यभावमेते परवरोमति सम्बेदादिवचार जेवेदमा - सारकारभारह पारवावेदादिकनापारयामी धारकाहियानोधारणाश्बरोध रणहार पराभवानीवार पगमात्रायवर साठितवा पिलोमा मिसरदपडित मतिमानात्राच विचारथरवदपशास चन्पमाचारमा व्याकरणगदाचा पद्ययात्र गर मोतिपदमजमाज मोनियोगाप्रदचिचावन उत्तराय भजोतियमान पराधात्रामं परमा ت متداول Page #345 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - प्रामिव व्यास्य यानीति रियासपी पति सपनता पारयत्ति सहम वभपयापत्ति सम्भनमूगेंरण लसण्यापत्ति चित्तव स्वपन है सादिना पमबादे समावन सप्पारपवावा प्रभूतन अयपाशपिवेत्यादिमा यावरकरपात वपुत्र सीसक रजत मातरूप जाय तिय वृत्तसोर कसभोपारपटक रोतिया मपि मा दन्त मर्म र मैत्त यदीपपानि पापि ग्यानि पवारामिण तहप्पगारापि माप पिच्छितए तेरिपरिष्यायाण गोणप्पद हरियाणने सपताचा घट्टपताबा घमणताषा न मणवाना उप्पाउपताषा फरिप्तर सिपरिवायाणं गोकप्पर इत्यिकहाा भत्तकशाइवा देसकहाा गयफवारवा पोरका झापा जणवयकशाया पणत्यादंरकरित्तए तेसिणपरिष्वाधार्य गोकप्पर प्रयपायाइया तचघपायाणिया तयपायाणिवा असदपायाणिषा सौमगपायाथिवा रुप्पपायाणिवा सषमायाणिवा प्रणयराणिया पगलागिणवा धारित्तए पत्य ओरषद तह परिमाजमा सभ्यासीनदंडधरमा नबार रियास समम्म नौशावना लेस पतागता परिपत घरपवावास रयत थममतावा परपोरिवपो सूमपयात्रतादिवरोमोसिफूस समारिषठ उप्पारासाभूसिव पोवरिवो वसोतेपरिमाषपदयधरसन्यासोनू नकापर सोनीपाति कुखरूप नेपथ्य गागदिकौवमा भातपापोहतसारणादियनीया देसनामोवनविपास गतसापादिकवसरूपनीकथा रामसपघी चतुरगदसमगरबोठारनीकया पोरनोकवा जनपदवताएकदेशवासमधिनीषा एपमयदेखनप्रपोजननिमापामामरंदविवसतेरियठ समाचरि पर तरपरिवाजापरसम्यामोगर नकर प्रयचोठामापापसोठियापाटवादिक तरपामापावकचोदोधीएएषा वांयागु पाखभाष वाटका - Page #346 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -DD पोतमा पनि विभाग पर गति पटप वाविपत्तिपोषतुरसमक्षापयविमेव पुवरिपोपति पुरिपोपसमय पुपरी : दौरियत्ति दोषिया मारपी मुबासिवत्ति पुचाहिमा पसारपो समिति कतिप्यते तव मापर सरसोयुपते गरम पापगमन, इति यो निसोमायममनादिवा समवेखव पावरपरप दिदैन रदं वा वायुगमा मिविश पिहिमा पपागमोति पतानि पुषरियोंपा दौरिया गुवालिया सरवा सागरमा गासिए णपत्य यहाणगमणे पोकप्पा सगडया बाब सदमापियवा दुहितार गछित्तए तेमिणं परिवायगार्ग पोगप्पर पामवारियया सवा गोणिता मरिस वा सरंमा दुहिता गमित्तए तेमिसपरिवायगाण पोकप्पर नपेच्छारया पार माग पेच्छाया परिव्रचोषपोषमापनर शिपतिन्वयोवतिगमिधामोजारापारिमा परिपात्रपदापरमयामोगर मपटना पRE उपाधव वागमति नदीमति पामिति परिपौवाद पाहारिकमसचित दीपषीपानीमीष गुवासियाजीपापीमासारणि मर मोटपोसरोबर सागरसमुद्र परमारिपोमांपिपसिपी पतसविरीष पामारगमनपरतापपपापमपापामारपसीना पबम्बा बापमयोगवारयोग सदमार्गमासपविशव परिदुरिता पठो गचित्तएजाराची तपारमात्रबसम्यामोग पर पखवायो तरपति सिमति चटपति पसरपति मशिवपासा पनि गादत्रमति परिदुषितापठोमर नमित्तमारपड वोपरिणाम समासाने नव नाटकमत बोपों भागनतीयोजारमोर मागचामगपदेशनपो मामागपासिमचौमामानियो । Page #347 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - -- । समय मिद समाय मवेति एपब एमाएपाउरत्ताएत्तिायुगसिषयेति षो इस हारादीनि प्राम्बत् मवरं दसमरियापतर्य सि कठयदत्वा में दस साहुचीमुद्विवादपकमिस्व पवित्तपति पवितवमा सौवक गंविमहिमप्रिमसघामैत्ति पन्धिम प्रन्यननिस माशापं पेटिम मासपिएननितं पुपर्स पूसकादि पूरिम परपमिष्ठत वयमसापावावपूरणमवमित्ति समातिम सहासननिष्ठ इतरेतरस्य नामप्रवैयनेन णमत्य एकाएधाउत्साए तेसिपरिवायासं पोशप्पा हारषा अवधारंषा एकापलिया मुप्सायलिवा कणगावलिया रयणायलिया मुरविवा कठेमुरविधा पाखया तिसरवंवा कडिमुत्तवा दसमुदिपागतकया कल्याणिवा सुष्ठिया णिवा अंगवाणिवा केजगपिया क उलापिया मोठया चूजामगिंवा पिणजिप्सए परमत्य एकण तमिएमं पवित्तएणं तेर परिवानग्घर सन्यासीनरकमा हारपटारसरिनमो पहारनवसरिममोनोपनमो एमावशीएकसरिनयोहारविशेष मोतीमाहार पियेष सुवर्य नागार रखापतौरखमबहार विशेष सुरविपामरणविशेष बठमविपरमरविघामरविमेष पासवमण विपिसरिनपोचारविशेष कहिमवपरोरपी इस मुद्रिकापांगुतौनापामरपपमतवपामर पविशेष कट कमोनारूपानावय टिसवहिरषा प्रगटांनापामरणवियेप परवाजू बंधपाभरणनिमेष कुसवामनापामरविष सुकुटमवर पहिरवानयो चूमामपिपाभरणविशेष परिरवयोमरीरमरविपरमहीपनेरपोयोर एका वानीगोपनी पवितोपानुसोनपोपाभरच पोतेपरिवाजबदायरसन्यासीमा ममसर गांधोफममीमावादित टिमसमौमासानीपायपोगारपा रिपूरोनीपावियत सरोमनाया वासोनीपरिभरित समहामनीपासपमेगैरमालामावरीसपर एरचारपवारनी मास्थमासादिषत परिवष्ठ । do Page #348 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मोहानिस तवायो यो रस प्य बात सुपए का पापापरिवार नियति रुदिगम्य छानो पिटी पदपीकर सो काममेर कारपुर मुबाशक्षिपुट तिका शेतमा पचराणि वा पो मधे एकतराभि परदातिरिवानि वा या पारापि मोप्रमादि पावरचममर्यानि मारमभूत न य मूस पतीत तानि तथा पापाएकति पापपागत तुमरमानमानिय नपा पपरस । पानि चव पापलारपान तपमधमाकोनि पबममान्तानि मानि परार तदप्यगारा मारपसार यात पुरापाती ५ SATTA. - खामपाएपवा दारुपाएमवा महिपापाएपवा सेमियपरिवायाणं गोकप्पर चयवाणिया तउपधणागि संघचारिजापबह मुखाविधारिसए सेमिपरिवायाण णोकप्पर पाणाविषमरागरतार यथार पारिए परमापापभावनबाटवावरसीपादिव सोसान पारमाणविशेषमगरदेशमा पामरापमानवासोटियादि सपतंगापारमातमारोवारमा पासोपादिव पर राबिवापरास्वोदेशविशेषर गद्रवधणपोथ्यवरपरका परिवानिवारपण पपरपोषपोषोरमसीएपरमार नगरपोपापनागरमोटपो हारसामान पात्र परिपामाटीमापावपगरिव परिवाजमदग्धरमयापोनर मत्थर पपमोठामापनसार विधवारोबाधितु तापानाधमवारपाटोवियतेषरोबाधित मामाघमतारपाटोपिमेपपासातपराधि प्रारमन्त्री पौवागो पामचनुपर्यपादिवपरितपोनिबारराविषयो परिवानपरंधरसन्चायोमरमाबर मानापमारपामारमा पराम अमनौठपाचवाषपारमारिबरपा एमणियमराभिमानाचारपोलर पवरमौषधीबोरी एबापामीररचाराला A Page #349 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 7 समप मिद समय मवेति पत्र एमाएपारत्ताएतिरामुगसिवयेति पो इस पारादीमि प्राम्पत् पर इसमरियातयति व्यवस्खा इम पासीट्रिवारसमित्यम' पवितरति पविक्षयमासीय मंधिममिपूरिमसघामत्ति पन्धिम पन्यमनिवर्स मासाम्प वष्टिम मासावरगनिदेस पुष्पस पूसकादि पूरिम परगनियत वयमसाबाबासपूरवमयमिति समातिम सहासनमि इतरेतरख मासपशमेन णखत्य एवाएधाउताए तेसिणपरिवाया णोकप्पा हारवा चवहारवा एकापलिया मुप्तापजिवा कणगावसिवा रयगावलिया मुरविवा कंठेमुर विषा पालथा तिमरयया कडिमुत्सवा दसम टिभापतकया कडयाधिवा सुष्ठिया णिया गयाणिया केकगणिवा क उलाणिया ममोरवा चूलामभिवा पिणहिप्सए णमत्य एकेणतयिएण पषित्तएणं तर तेपपरिवावकर्दग्धर सम्बासीमनवा हारपठारसरिनपो पहारनपसरिमपोमोपन पो एवापसोएकसरिमपोधारविशेष मोतीमाधार विप सपनाहार रवावीरवमयहारविशेष मुरविपाभरणविशेष कठमविपरमरविपामरपविशेष पासषझमण विधिसरिनपोहारविशेष वधिनसवपहोरपो दस मुद्रिकापांगुसौनापाभरपचनतबपामर पनिथप कटकमोनापामावम्चय टिप्लवहिरपा गटानापामरपविगेप देयूरवाचू बंधपाभरपवियेष वासवामनापामरपबिशेष मुकुटमस्तपर परिवानयो पूनामपिपाभरणवियप परिरवयोमरीरमरविप नहीपनेरपी कोर एकी पानीमीपमो पवितीपांगहोगयोपामरप बहोतेपरिवाषकदाधरसन्यासोमा नकर गांवोपनीमासादिक वैठिमफबमोमासानीपायपोजापा दिवपूरोनीपावियस परोसक्षाबा बासोनोपरिमारपट समुदायनी पन छपनेरीरमाला प्रतेमावरीस या पाचारापकारनी भाम्पमालादिषस धरिषछ Page #350 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ममेति मानानि माहायो साधून तसे शितानि देवि पुष्पापोस्व कप परये पति कर्म पूरक पुष्पमय सणांभरपक्शेिप मागरपतिदीपमर भोपालोपिसारिसर याहोर उपयोपोरोपासपोपत्व पाहोराउपत्यमाठयतपरत्तारिगमाठयाभवदीपोत्यादि मानमरपसचितो मामधप्रस रेमिवामापत्ति तदपि वह मान नपादियोसोवत्ति व्याप्रियमाणं वा थिमिपादपति तिमितोदर य शरमी मावि तेमिचंपरिष्वाया योकप्पर गंचिमतिम परिम सघातिम चउविर मलेधारितए गणत्य एवंण फरपण तमिल परिवागार्ण खोकप्पर पगस्त एषा चंदमेणया क कमेणया गाय पण लिपित्तए गाणाय एकाएगंगामट्टियाए तमिर्ग परिष्यायापकप्या मागाएपत्थए जलस्मपष्ठिगारिए मेवियवइमाणे णोपेषणं प्रयमाणे मेवियघिमिपोदए पोपे पश्रिम नसीपमरपोका एबमा पूरप्पा मोबानमपोपामरणश्रीिप तापरिवारसदारमन्यामोनर मापनपटर मादक संबंधीतवरपरी चंदनाप्रमुच्चवे परपरो हुबमसरममुपतेपरपरी गायवरोपपत्तिपपधिरेपनवरिषपो नपोपनेरलवीरए गमारती गोमाटो गोपीचंदनादिक वसीत परिमावरदेवरसम्वामीनारामा मगपदेशसवधीपायउएचगानविप पापीनु परिमारित पतियशु परिण वेपुपतिसमदोगदिवानुमायरोतष्ठ पुरतेनौवषयातहतमा कूपाषाविसंबधी मातेपविधिमाशीपापोनरमोपरबादमनको पुषतिपदेस बारिमस्तिपाचागार पुत्रोक्सागपत्रपतिपाठ निमसपुणतेरनम्वैप क्षेपापमपपतिमसपी तप । परिपूरितवावरीमगर पुपनमरेवपोपपूरितवरबरीममचमार पुपोदियममणादियानत्तदोषत पाय पुनमक मेरि 11.1011 - - - Page #351 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नाणं यापम शि महम सब मतिबछ परिप्रति परिपुत पसेप गासित पिवित्तपति पात घरमसत्ति का प्रयासोवियेपपमसो दर्बिकेति १२० वर्ण कदमोए सेवियना पसमा पोयेवणं अवजपमन मिविना मेषियादिण णोचेव यदिण मेवियपिवित्तए पोवां रथयाय घरुषमसंपफ्लालगाए सिणाइत्तएवा तेसिणंपरिवायाणकप्पा मागहए पहाटए जलस्पष्टिग्माधिसए मेवियवइमाण मोघेवयं परमाणे माषणोयणं यदि वियपत्थपायचाचमा स पयसालगायाए णाचेवणपिस्या परिवाया एयावषेणं विधारणं पिघरमाणा वडापामाइ परिया पाउ पदनामनुपादिकारवान पपदीधा पुरनियापोरगनिमबर परनहोमियरप्यरोनसायपगचरुवाही होतोचमंदोध पाचाडोएसमावीमापतिशय 2 सुपपातिगधोरवाभयो मानगोहिमपोपु ष पसंतिपरिवानाधरसन्यासोनवप्पा मगधदेसमम पोपांपाठपोमांगशिप अन्नपाणि मउपडिगारिवोपतिशय सु गहिवो तेपषसीव हतपन दोबादिकसब धोवावरोत पुणतेपासे व पोरे पहरापोवाविचमातसापसरसव पी जाव, मदयबोधनराकार मुक्तेमवदिवपणदोष मनुपादितपुपनिषसाबपगपचासीनोपर्मचाटलीप सुपस पगरपनरपतिमय सु पपाणि पाचारामणो पर गियरबरीनीपौवानमित्तइतवा से परिवाजक्दयधरसम्यामोगर वेषपूर्वपापविजेतेप्पर विहारकरपूकरणोपराध्य करो । विचरताप्रवर्तता बघणारयवरमसंवधारगो पर्यायवागमति पासमतिपाहर हुषारपरसचगोपर्यायवतगाणपधीपाचीन कालमरपसेना परमरमारिषदमरबकरीनर पर मालपोनप्रयोकपापमुखदेवसोकमविपर देवतापण देवसभानविपरमयापपरिवेष पसरवू Doordar Page #352 -------------------------------------------------------------------------- ________________ وارمیمولتان - मति मायानि मामार्ग सानि तोहितानि वैवि पुष्पापोस्य कारयेगति कम पड पुप्पमय पामर पविगैप मागाएपपतिदोपमः भोपसरदोरिपरिमाहोलमेरोपोग्णसपोपस सपोपत्यपाहोराउपत्यमायतरतारिणमाठयाभवेदीपोत्यादि माममपपसचितो | मागप्रम पेरियामापपचि तदपि वहमान नपादियोतीवन्ति प्यामियमा वा चिमिपी पति तिमितोदश या..हरमा माति तेमियपरिवाया योकप्पर गधिमठिम परिम सघातिम चवरे मल्लेधारित्तए णणत्य एकणकापरणं तेमिय परिवागस गोकप्पर पगल एणमा चंदणषा क कमेण या गाय पणलिपित्तए णणाय एकाएगंगामट्टियाए तेमि । परिष्यायापंचप्पा मागहएपस्थए मलमपरिगारितए मेवियवहमाणे णोपेवर्ण प्रवकमाणे मेवियघिमियोदए पोचे तु परिपस नही पनरोकार एबम प पूरपननोकामपापाभरप्पत्रीिप तपरिवार पदम्परमयामोतर नवम भएटर मादिE संबधीतचरमरो चंदनम्बाप्रमुखपवरो कुवसरममुक्तेपरपरी गायनरोरपणचिपचिपनवरिपो मपोपनेरलोरएश गवारी1 मोमाटो गोपीचंदनादिव वशीतपरिमावबदरवरसम्यापोनरमर मगध देयसमधीपायउपवमानकोप पापीन पग्गिारिकापतिमय परिस वेपुएशित समदोगदिवापानुपायरोतह पुषतेनौजेपपपराहतमा पापासिंगपो बसोपविधिमतदशोपापोनरोपरशयमनको पुरतेचमवेत वारिमसस्तिपांचोपरार पुपरीवसमापसभापतिपाईछनिमम पुणतेनमेय अपराममणपतिमसपा नेपE परिएरितपणाबरीमगर पुचतमवपोषपूरितवरपरोनमम हमारनपुपति मनपादिवासत्तदोषत पाप्य पुनमलेवनेपरिष Page #353 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -13sala वहुपमय सि बघुमव मनिषा परिपूति परिपु वसेप गाषित पिवित्तपति पात चरमसत्ति पर प्यानोविशेषषममो दविकेति १२ पण कद्दमोए सेवियब पसणणेथेषणं अबलपगण मिविश्वपरिपतेणाचेपर्य अपरिपते मे विणंदिण णोचेवां दिण मेषिपपिवितए सोचेष स्थपायवरुचगमपक्वालणार सिगात्तएवा तेसिणंपरिवायासंकप्पडू मागहए पहाटए जजम्पपष्ठिग्गाहिप्सए सेषियवक्षमाण योचेषणं पाइमाणे नावणोषणा अदिश सेवियहाथपायचगचंमा स पफखालणगयाइए पाचेवणपिवावा से परिवाया एयारूषणं विज्ञारणं पिपरमाणा बन्नधामाद परियार पाउ प्रदत्तमनु पारिवाचनु परदोषठ तेपुरनियापोरवानिमयः परनहोमिवयरोमनाथपगतमवाप्नोष्ठिमोपमोघ काचाहीएततावानापतिपय । स्य पपामियाधीस्वाभपो धामगोपसिभकोपर वसाहपरिवासवादग्धरसभ्यासीनरवण मगघदेममय पोषांपाठपामागविथप मलपाणि नरूपसिगारिवषोपतिय य स गरियो तेपुरवस्तीवातसनदोबादिकसर धोवावरोतर पुपलेपनाने वाले प्रचारापोवाविपातलाव सरसव धी बाव गम्दयोपनरामास पुषभन्न वनपदिवपपदोध मनुष्यादिकपुरनियशापगपवासौरभोधमघाटलीम मुप उपगर पगरपतिमय सुपपासि पाधापामयी पर भिवावरीमहीपीवानमित्तानमा परिवानदायरसन्यासोगः पूर्व सपरिवार विसारकरकरणोपराध्यदक्षरी विचारमा प्रवत्तता पाषणाइकवरसपसरसगोपर्यायव्रतगमात पासप्रतिपासर गपचारपरसगीपर्यावतसगुष्पराम धीपाचीन कालमरपतेपना पवमरनाविपरमरकामा घाबरवर बास्तपोभनोवपाच महमदेवसोकमइविष देवतापण देवसमान विपश्ययासपरिवार Sacsao Page #354 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - A. T A - - पर ये घरपरिवारासो गतासदुपरनिनाऽपिसता समयवार पमित्यादि प्यास मपरं हाम्ममाममिति पहा मूप पाचव पोर्चमाझा पत्र प्राव सहाममो मास मेछाप मामियापत्ति पविधमानपामायाः दियाशत्ति विवा यागिवा पापाता मात गोकादिसम्पाता माया तमा दौडमाएलि दीगाम दोष मार्गाया र माचितिति मम्दयति सभापते मम्मरगमपत्तिमार्गम मंसि बासाहपरिमापाउविता कासमासे कालकिचा बोस भनोएकप्प टेवताएउपवतारोभवति तेरितोचि गई दसमागरोवमाठिापसत्ता मेपतंवर२ छ तेणेकालेण तेर्णसमएणं पम्मपरिमायगमा मत्त । प्रतवासिममा गिम्हवाससमयसि सामनमाम मि गगाएमहानईए घो उभउकले फपिल्लपुरातोपगगयो परि मसासरगर सपरिचाविकाराए सरतसि परिष्वायगाणं तोसे पगामियाए रिपोवायाए दोहनाए पीए न तितिषतामोगतिमारपसा दशणगरोपमनीषितिपावसपनावतोपरगपरादिकादमशेगोपियोपमरएबमागरोपमार मेय गताबोपपूर्षियोपरिवारिता तिमिावि तिरिसमा परपरिवारसदाधरसम्यामोगर मातर तिममोपिनासपारविन गोपाल F चम्कामासमयमणिरते शिष बहामसमपतनिधिमासिंघवहमामनविबरहोमिममिवर गमागममामीटोमदो भवेषगिकत नेविसर बोपिशपुरनाम नमरविकरमोती पुरिमतासमीमनमरपति संपतिवाममयप्रकारसम्पाविशारदेममारिधिषित भयो । तिवारपपोतेपरिवाराचरसम्बासीमापागामिविहीगामवीररितासापरली विषवारपापानमावतमागोमा - - .. Page #355 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किचिदेम तरमपसार से पुष्वग्गलिए उदए अणुपुष्येस परिम जमाणे झोणे तरसतेपरिवाया भौणोदकासमाणा तयहाए पारभवमाणापार उदगदातारमपममाणा चस्ममरण सहायति पण मण सहावित्ता एवषयामौ एवं वस्तु देवासुप्पिया अमरोसे अगामिधाए जाष पवौएग विदेस तरमणुपताण सेउदए जाप मोरोतस यं खन्न देवाणुप्पिया अहमोसे अगामियाए जाय पहबीए उदगदातारस्म सबमोसमता मग्गणगयेसपकरिता मोटोपहामार्गमिती पावीपटपोनर विष वारदेययोहोरकसोधरतीतेपातापाम्याएतसर वे पूर्व गरिसोधपोहतप्रोबेशदवपापोरी पनुक्रमः पतियमसु भोगवतापापोवावरिता मोर सर्वचापपपो तिवारपदोन परिवानपदाधरसन्यासी झोपोदकापटारपप्परपापौरपकर पायकारी पराभग्यापीडा सदवपापोतेमपोदातारदेवहारतजमावस्यमाचाप्रपदेषता पन्योपम्यमाशीमाधिसहावत्तितिच्याएकाठामतर पम्योपयरमाचो । मारिएपठामधोनर बताया एवंएपोपरर नियमहोपातपिपरसत्रमावर्वत पापगामिकप्रिांगामवासना विप नापीपीमाई बोस एवोपटयौनविपर कारंवदेसवरतीत योग्यसपोनिभागपणु पत्तापामाई तेपूर्वसीघसरगुपदक्षपापीषावधीपनिरागोस झोपते पानी पूटपो मावारपभोयरबजाराषषु भिपरपो बानुमियमरसस्वभाव पम्पनरपपगामियाजेहाविपरगाममपामियपू बावरादयकीपनेराबोख पापोपटवौषबाउमाविपर पदपपापोनसातारतेमस सर्वपोसमवासपदिसिविदिपिमरविपरमार्मरखोरवडगषेपणगपषट करर एप बरोमर अन्यौपम्यमातीमारिसमापतिसमीपासप वेगवेषणावरापतिमयस्य सभिसर पतिपरस्य मभिसीमा तेसपगामियानि गाममपियर लाव Page #356 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पाययम रव वप र पतिरबधमरत्व पण मेवाति माग गवेष सावरा मादपित भोमित्ययं कमित्त पदिवारवित्तपत्ति पाठा पाव जितपत्ति मोड माएवित्तपति भोप्रयितु सुचान वा मोदयित प्याश्यप गिति पाणी साना ममा गिदनि । कापणमसमातिए एपमा पछिम ति पता तीमे अगामियाए नाव पडवीए उटगदातारमा मवयोमानता मग्गणगवेमकोगिता उदगदातारमसभमाणा टोपि अममम महायेमहानेता एयश्यामो भगा देवाणुप्पिया उदगदासारापयितपोसख कप्पर असपदिण गिरक्षेत्तए पदिपसतिमित्तए तमाग पररदाणि धावा कान पि यदिप गिमहामो पदिय मादिज्जामो मा अाइतवलोपेमविरमर तमे यापुल पादेयापाणिग पदय योगायोम एपोपटपोनापिर समायोमाहातारपसारको सपपोसमंतान मदिगिरविपर मागासगणपE बोपचाकरीमा सदगपाजीनानातार पानरपाना योषोपारपुर पम्या पन्धमाशोमाधिम तेसोमार गयोपोचवीनर एप । बसतामा राप एपठोषप्रासिमापिपरपोवाप्पिय सरससमावषचन सदगपांगीनादातारपारनपोदोमनामधापय नेपचारतमपोर . समानघटाप नियमति पम्समापदत्तपणदोष पोपावादिषा मोगविषम पदत्तपणदीप पाप्रादिकारनभोपानरमायोगि पापदाकासपरपायापापपरोष परिषद सेवा पदिषपषदोधापापारिस भोगविषय पाचारापक्रीिपमिपापसोपारकर सेमामाकोमबारणपो सतिपिधारबिनावपनि सरितपोदेषानुप्पियासरससभानपचन विपिदमिर पुतिमानर बरिन - Page #357 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इंडियापोयत्ति यमबस करबियापोत्ति वारमिया रद्राचमममासिवाः करोडियापोयत्ति करीटिया सूपमयभानवियपा भिसियापीयत्ति धपिका उपवेशनपरिक्षा इबाबएव पचासकामि विकाहिका पकुस एयत्ति पासवा देवानार्ष उधपशवावराय पप गवा वैसरियापोयत्ति वेगरिका' प्रमानार्षानि चीपरपणामि पवित्तएयप्ति पवित्रवापि ताममवायरसोयगानि गत्तिबापोयन्ति गतिशा प्रस्ताभरविशेष तिदय कु सियापोय कंधणियामोय कागेसिया योय मिसिया धोय छमालएय अ कुमएय केमरीया योय पवित्तएय गत्तियाघोय छत्तएय बौयाभोष पाउमाधोय धाउरसापोय एगपरित्ता गंगामहाण उगादित्तावानु अराधा रएसरिता सहयामघोसियाणं भत्तपाणयाइपच्चक्सिसाख पाइयोवगयाणं काल मणवक पखमाणाण विपरित्तए पापाचनौमासाए करोसियामाठी भाजनविशेष भूमाशिवानीपाटसोर श्वासयविकाष्ठवर पागठवनापसपूत पमिलेवाने पर केसरी । याचीवरानापडपमाधिपानपर्व पवितोयानोपांगसौनएचामरपट गणेपियाचारने विषेशताचिकाम पाभरप एचमाकपरिवान७११ पापीपगनी१२ पाउडोपहिरवानी१२ पाठरतागरूवामीयापरवाहगा१४ एकांतदेसमविपडितानापोनर गगापाममहामोठीमदीप्रति पवयाहोमाहिठाचतरोनरंवामुवावस्तहानसंधारेसाधरपो संधारोवापरीमा सचेपपायरोरपातसमपछि मसपातिहापामाषापिवणो मात पवादिकपापोपपापमपतियवसु पचिपियोपरिवरिवो पादिपोपगमचिनीपरिपतिकठिमताशाचमरण पपवयमाणापांशितषी पभिसापकापा विरस विचरल प्रतिपावटकरीमा पन्धोपन्याहोमानिसहरतिसमीपर पहपत्रिपापपस्थारसकरवातपतिशय साभ - D Page #358 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Pos पाणु पामा प्रतीता पावरतापोरप्ति धातुरका मेरिखोपरभिता याटिका पति गम्प पग्निपत्ति प्रतिभाश्यभ्य पगपति सम्पसिय पनिसप्रति सम्पन पनाम मातिपातादिष्पामा पूर्वपत गरोरविपममाप्या लेकरान्ति वम तमित कामा बाम्यवाद पियति मिय त्तिक पसमयसातिए एपमह पटिसर्वति असमग्मातिए पडिसुणित्ता तिदडएय नाय एगतेपर २ गंगामा नगाहेरगाश्ता पेन पासधारएसघरंसि पालयासंधारयं दुरुद्धितियारमा पुरत्यामिमा सपलियंकनिसमा करयमबाव बहु एवंनवासी यमोत्यास परवाणं जाप संपत्ताणं नमोत्यु ण समगमगवपो महायोरम्म जाया समाविसकामस नमोत्व र पम्महमपरिवायगरम प्राधम्मायरिया धम्मोक्टेमगम पुर्ण पर धम्मउम्म परवानगरविपर पन्चोपबमधीमारिशमातिममोपा पतियध मामलोषामनाविपर पिपिपसिा जावीरोमारपीच एकतिपदेश । गाविषपानापर मामशानदोमहामोठीमदोपतरपषगावरमारिषतररवारोमा पाविमनासंधारोयाधरोमर वालावेकमासधारा ।। अपरि दुपातिवासाचपरोपसोगर पुरिचार्षदिसनापभिमुपसांता संपनियन पावठीवारोनारपाठा परतापरामर शायदा गोवा दोष पातकोना पाठपाता बमोनभमभारापी परिसतवर्मपरिणामयो जाबरादरको पातमीचमतिकमा प्रपरेनमनारायो समय भगवंत महापौरने वापसन्दीपमोन पासपनामममममंचरोमोचनावामभापचिरपरामरकोनमी ममतारामो पानामपरिणामबारसम्बापतकमर पाहारसमाचापंधमनपीपदासमतदातार चर्मनपसमयमारwिiरिपरान - - - - - Page #359 -------------------------------------------------------------------------- ________________ परिष्वायगस्य चंतिए धूलगपायाषाएपञ्चकखाए जायजीषाए मूसावाए श्रदिवादास्पञ्चकखाए जावजीवाएस मेहुणेपञ्चषखाए जावज्जीषाए षलएपरिम्मत्रे पञ्चवाए नावच्त्रौवाए प्रदाणि श्रम्हे समणस्स भगवओोमहावीरस्स अतिव सध्यपास्पाइवा यपञ्चक्खामो नावजीवाए एव जावसष परिग्गहपञ्चक्वामो जामनीषाए मध्य कोह माण माय जो पे दो कलर अम्भक्खायं पेसुख परपरिवार्य पर मायामोम मिच्छादंससलभकर पिन देपार व पूर्वपुषत्रतभादिर वामअवसर पुष पन्हे पन्यष्टनामापरिवाजक सन्यासो प्रतिसमोपर घूसमोटकायेंद्रियादिकप्राणजीवनप्रोप्रतिपाति पवस्व विवस आजीवितांग वूलमोटिकापांचपावादभूठियो लिवतिपद्यमा धूलप्रदत्तनिपयोधरी कागते पण दोषठ सेव पच निवर्त्ता है जो विदूतांबर सर्वमेतविषमसेवाघोदारिकर्षे कियमे दद्द करोम से पच वनिवत्तव्यवकर जांजीवर ताबगर समोटि कपरिमृधरामिव ते पश्चिपवयोनिषत्तव्यव्वर बाबोवोतलिगर हिवडापुषमिवरसहित भम् श्रमण भगवंत महावीरन पति समीप सर्वमभवचन काया करो करकराय अनुमोदन मे दप्रापातिपाति जीवमोचि सापच प्यादेतदसाथि भिवयछ जानीविधतासगर एवं एपी मारिंबावयन्दयको परिपत्रपचखधोकर जबोदितांग सम्ोषस सर्वमानप्रभिमनि मायाबंधना सोमवारूप प्रेमखेहरूप हे पथप्रोति eve werden विवाद भवमपरनर पालतु देवख पेडन्यांपारको भाडोकरवो परपरिवादपारको अपवादवोविधी सयममइविर्ष परतिसाता अयमविरतिमाथाकरोने सपाम्मू ठड वोविध मिपाठय दर्शन देववत नेहरूपशमये कुगुकु देवकुष सचिन ते सर्वपर्योबोनी Page #360 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सरा मेमविपरवाग मपति ममो सदरमित्व मथामति मनसा पम्पते प्राप्य पुनः पुन संम्मरपतो सत्तममीमा पनि महायान में - मधे पतिमयेन मिना प्रेम प्रयोगमा ल्या प्रवाति मेप वा कालान्तरमयमात् पेज सिरितव मेय पबिरोपि समारोपगत् सासियति विद्या प्रसोधमति मासिक परमरोर मेव शिपायेगापिग्गासरतभतीति सम्मत तासतबापा मम्मतवात पामति मामो माना मधे मतमिह मत्तामा परमयति गुप्मदनमापि पपामत मनुमत भवरंडगममाति पामरपक्षमा मुपादेवमिव तमा मारसिममिवादित मार मागदो मिपा पहारी वापामारा: रासयनित यावी योगीय पपग योगपश्चक्खामो नापलीवाए सव्य प्रमहपाचं पाममाम च योपिपिपाहार पच्चक्लामो मारजीयाए पपि 1 याममरौर कंसपिर्व मयुग्ण मधाम येज सामिय ममत वजमत अणुमत मठकर हकममाणे माणसोय मारता मार्ग खुचा मारंपिवासा मायाला मापंचोरा माणदंमा माणेमसगा मार्णवातिय पित्तिय सनिवार्य ، حتلال همتا - परसावरिवो वायोविचिगर सबसमा प्रसनमाविघोषामिम मुण पाणोजम्प हममुप पादिमम मापसादिक पादिमएमचीसरगत + बोबादिक चारिमवारनपोप्रासार पसनापानरपामिरसादिम पचपुबह परिसरमा बमोपियरतासगर वेपुपनिपरमपिता परीरमासरपुर सहमतवमनीष पिवम ममोपदर मनपरीवारपारमरियर पविणपविमूहविरपरीजापर विपासपनि । 1 बानुतिकर समनतात कार्यपरिवारको गमतरपासोपानरपर गिमवापशामतीपाए उत्तम पमूनारामूचनापा Page #361 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मासि मा पतचरोरमिति,व्यास्य यं मार वासति प्यासा सापद जगा रोगा हातमहाव्याधय पातहटाएप सघोषातिम परोसमोवसम्मति परी पहा इरादो दाविमति उपसर्गादिव्याधव' पुसत समन्तु रतियति इति छखा पमभिसन्धाय यत्पाचित मिति थेप' एयपिपत्ति पतदपि परोर पोसिरामित्ति का प्रथम तिवासितिशला इति व्यवसन विधाय विहरतोति योग संसेहनाभूसियसि सजेगना गरम पसा मौकरता तया वा झसियत्ति दुष्टा पेपिता ये ते तवा संपरा घोपमा अनियति सचित् तत्र संसनायां वपाययौरसमीकरण या वोपमा मौति मेवामा पौरोतिमेवमोयो रितिवचनासा तवा तया तावा ये रा सेवितास्ते तथा संक्षेपमा बोष पायावासियत्ति अपिता पोषा येते तथा मत्तपारपहियाक्सियक्ति प्रयास्वातमश्वपामा पापोवमया पादपोपगता इचवविपन्दतवावस्थिता इत्यर्थ प्यास अपवले विविज्ञारोगातकापरोसोवसग्गाफुस तन्तिकह एतपिसं घरमेडि सासपोमासेहि वोसिरामित्तिकह सलेषणा समानवामकर सोतवाटिरपरमनपराभवर रचतापरषे मुझनरं सागर पधाभूपरप मुझमपराभवा पिपासावपारपेमुझगापरामव व्यास सर्परपमु भनरपरामवर चोरर मुझमरपरामवर सरविवरषेमुझनरपरामवरमसगामसानोमातिपकविपरपे सुझमरपरामव वायुप्रदीपरपे सुझनरपरा भवबर पित्तम कोपरषमुझगापराभवकर भप्रबोपरपे मुझपराभवर एपूर्वोतविधिनानामकारमारोगपत्रवाहमधोपातक ततकासमाघात परपसारमादिवशदिवमापीसपरोसारपसगदेवादिच चारमकारनामपरिसपोमाहरामरौरविपरहवस करीनासरीरनोममतापरितु तेइएमत्य पसरविवपासासापरिमसा प्रशासन पठसोनेमिस्यासमोघम विरत पोसरितपो ए रोनर तपरकरोमरोरदूषु परिवरतेस Page #362 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । mera । सदा प्रेमविपरवान मति मनोई सन्दरमित्व मपामति मनसा पम्यते माप्यते पुन पुन संगमरपतो पत्तनमीमा पति मयपदार्थाना मधे पतिययेन प्रियवाद प्रेम प्रकोपामा पूजापति मेष्य में पा फासान्तरमयनात् पेज तिवचित्तव में पम्पिपि मट समारोपपात सामिति सिमामा प्रयोगमति पासिब परमरोर मेव हिप्रायेणापियामतभातोति मग्मत तरलतकार्यापी मयततात् । मामयंति पायो बहना मधे मतमिष्ट यशाम पक्षमति बेगुष्मदर्शनमापि पचासत मनुमतं भरपरउगममापति भरतसतुन मुपादेवमित्वतबा मारसियमिवादि बात नवरं मागदो निपेधार्म हारी वाबानसराई सरायविति यथायोगे योगोयं पपगी बोगपञ्चक्खामो जावलीयाए सम्म पमसंपार्य खाइममारम चनोविपिसाहार पञ्चपलामो जारज्जीवाए अपि वाम सरौर इ कसंपियं मणुम मयाम वेज्ज वेसामिय ममतं वजमत घणमतं मष्ठफरडकममाणे माणसोय मावसरह मासुका मापिषासा मारवाया माचोरा माणदंमा मामसगा माणवातिय पित्तिय सनिपाइय परमसापपरिवो वांडोनिसिगर सबसमय पसमभातिधोवामिप्रमुप पापोजम्पप्रमुख पादिम परपसादिक पादिमएमचीपर्वगतं + बोलारिक पक्षचारिमबारनपोपाहार पसनरपानरचादिमरसादिम पचपुगपतिरसट बाजोषियरतासगर जेपुषनिपरमरितएनया। | परीरमारापुप पाम तबममोर मिव म मनोरंदर मनपरीवारवारमरियर पबिरमपनिमूहविरपरोप्रापर विगासवपनि बागरेचर समनातेवायवरिवाबनी गमतवपापोषनररर गुिषवाचौपारमतवीपर सत्तमा चमूमपामचरबमारिया Page #363 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ---- एवमाखति एवंभाग एवं पवेद् एवं खलु भपरिष्वायाए कपिल्लपुरणयरे घरास्ते आहारमाहरेति वरसते सहितेतिटेक मेयमंसे एवंगोयमा जग्म सेबइषयो समाएवमाक्खर जाव एवपरुषेति एवंखनुचं मठेपरिष्वाए कंपिल्लपुरे व घरसते वसन्ति वेइसवेण सम व पियगोयमा एवमादृक्वामि जाव एव परूमि एवं सलु अम्मडेपरिव्वायाए नाव सहि उपवेसे से यह संभले एषबुचद्र भम्मपरिष्वायाए जाव वसहि उषेत्र गोयमा अम्म अन्धेपरवर माहोमांहिसहर यहुअनघ पाइकन खोबगामा गरम मरादिकसंबंधोभते हे भगवन भावभोप्रतिशयसंकरेजे पठवु मापे वचनेवाले हवपोउपदेशयु विमापत्राने एवं पूजे प्रकार सुनिवर प्रष्मड एचवनाम परिव्राजक परसन्यासी वपिल पुरे एडव नामहूनगर अमितेशनविय एकसपरम्नाति महारथन पनिकादिमखादिमश्राहारकरेचर एकसउघरगृहस्थमाते हमे विषै विविध वासरह पोठवर वान्तभिते हे भगवन कस्तु करोमानच भगवतकडेवर इम गौतम बेहतबहुजनघणा लोक प्रामा गरममरादिकसंबंधो अन्तोपम्य परस्परम डोमांहि एह प्रतिशयस्तु भारकर हरर यावदीयोवबोस इमपरूप परपदामांविष्ठादेपा उ प्रकार वयसु बढनामापरिवाजकवरसन्यासो afपशपुरनगरन विपद् बावशब्दषो बोआईवोश्च एक सोषरतेचभविपश्वस विसिवड रवि कर सत्वमा एमए दावे खोलकर हू पिवनिवयसहित एहवस्त्रो गौरव हे गोतम उत्तमभिप्यएव समताक हर जावमब्दबोबो आयोड पकपत्रपरपदामहिमहदेवाणु ए एचषु वडियवर मडपरिवाब कदरपन्यासोनर आवशब्दय कोयोजावीस F Page #364 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मापति मरममाव गातान्ति मिरचमतिवाश्मताः पति सविध एव परसाएपति पनगन प्यवपिन्दन्ति पतिरमती मा एते र यद्यपि देयविरतिमन एकापि परिवासनियथा प्रमचोई गता इखवय मन्धताणनं इमेस्त्रापपिरतिफन वेपो परसोश राधकलात् वेति : - मोकगमन परिवाअवप्रियापद या भवोचते पन्धेपामपि मियाहा सपिसममतीनो तपोवादिति १५ ॥ कमया मसिया भत्तपायापरियारक्खिया पाचोवगया काल प्रणवकखमाणायिहरति तपोतेपरिवाया बसर मत्ता । पिसवाएछे तिलिच्छवित्ता पानोरखपटिय तो समाधिपत्ता कालमामकाज फिमा भलोएकप्पे देवताएका वदा सिसिंगई दससागरोषमार ठिपन्यता परनोगपारागा असतंचेव १३ वहाणेभिते पणमसम्म गया हपापयनिकट नषतामा भातपबारिवागोवापस पामतपतिमय पचयापरिषया पादपोपगममचनौगरिमापोपानीठप मास्ता कारभरपपहचावकाविपरविरपर तिवारपोतेपरिनामपदग्धरसम्धा गरचारसभातपादिवनपोछेयसी पर। पहपतिरसाबरोनर वापरिसर दोपतिरोनर पाचोयौपापसागांतसिहादिकपागधिमकायापरिषम्यामियादुवादिवममाविमरोर समापितबाहानदर्षनारिखनोनिवितातपाभरबारमारेमरपानापवसरन वियरातमरगयरोने बीकामापारमुपवयोवारिक देववापपरपनाउपपातसमान किसिविधानविपरीवनीगतिमानेपमिवह दबोकोपिनोपमेएषमागरोपम पावारपसागरोपमनो पितिपावापुरतपचतापातीबरएमपपरे परयोग परमविनोविमरमनोमाप्तिमापारापमपामारोपपूर्गबमोसचामतातिमनमाविका Ancreas Page #365 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हितसपियर पसे शायादययाति पचेत्यानि जनप्रतिगाइत्यर्थः यचापव्यपरहंत शिवम कम्पते योग्यं ति प्रतिषेध सोन्याचा वेध सहित परिमापघारको भतोऽन्ययूविक देवताग्न्दनादिनिषेध तामपि वन्दनादि निपेो माभूदिति वा यवत्वेत्माराधी उचावडिति व्यायचे उत्तराख आपण रति पापकर्मगो दनिजनिरीन अवसर रगडियाणिवा चेहयापूर्वदिन्तएवा गमसितएत्रा जावपज्जुवासितएवा गद्य व अरिष्ट या प्रतिद्रवा विधा परिवार काजमा मेकालश्कलिंगच्छतिविषनिहित गोगमा अम्मले परिव्ययए उच्चाव एहि मील गुरमा पञ्चवाणपोसोवासेहिं चप्पा भावे माये बहूवामाइ समणोवामयपरियायपाि दाजीतिकारियो नमस्कार पंचाममरणाम करोवमो शब्दको सत्कारादिकमामोश्ठ पशुपासनामनपचनाया से जान करिय प्रमेयमत्येतस्य परितसाचात् वीतरागघनतज्ञामते रतनाचेत्य निमतिमाजिममोषापना तेनदिपानला रादिसरियाम्प अम नामवेद हे भगवन् परिव्राजक सम्पासोते पानमासे मरयम व सरितासमरबकरोने किम्बङ्गगवामपिपरगरा न करियर कुपनदि पथितिरहिन परिस्र गौतम द्रभूत धनामिपरिव्राजकर्म चरबट उपकार भवच सामान्यमकारर मोम पांच मतगुण व्रततिथि वरमपरागादिकयको मिवत्तिवको पचपच्चमवकार पो सोम सुष्ठ पोसह पर्व दिवस भनुष्ठान पाहारादिवच्यार मकारधमनोपुटिना सरदारप वासर सहित करो पापपयोधामागरी रमावतभा एचोकरणो प्रवर्त्तातो पयारिसनग्रो म सानोपासक सेवक पहोचाय ३८ - Page #366 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बचातान्तरमा मामित्वादिया नगर पमरमरमर त्या मापावरपादिदर्य पगर उपमतमाएपगरतणुकीचमापमोहमीच्यामिड : मावसंपचयाएपोषवाएमागपत्ति बाजा माम्पत् पमिक्सिसे पति पपिवान्तन पगिणिश्यत्ति प्रगविधायस्य परिणामपति पौरपरिणत्या रममावलि मनोवियो पेसानिति खोरमादियाभिः सवचिचा वीर्यान्तराग वशियनयमानिनिमित्ताभित्रमाणाना स्मुखपरिवायगरम पगभइवाए भाव विपीयाए छाछ में यति क्वित्तेणं तपोकमोर्याउट वाहायो पगिग्मियरमूराभि मास घासावनभूमौए प्रासावेमारस्म मुभेपपरिणामेण पसत्येचि माहिं विमुग्भमाणीरियन्नयाकया सदा __परविजाप करमाणब्जाबकम्मासमोवममे हाथहामग्ग गधेसणकरमाणम्म कोरियनहीए वेभिरतहीए वसायामपरेशासपोर मेहेरेपरपच प्रयोजनमतभमान पापु वहीयार पमनामपरिणाशक मम्यासो जायगप्दयोमानापोन्स बमत पासोपामार मयतमागोतम पचानाम परिवानासन्धामीने पवतिसभावनभद्रपरिणामबरी माशदीपीमायोस विजयपवरोगे शाविपचापबर विपरितपम विषवाली एपीतपनपक्षमवर्तध्ये पारसीवरीररापोरमा पर्यगामधिमाडीने पातापमानो भूमिमहोमोमाrt वाहाभूमादिबनीधरतीनविपर पातापनापोगरीरमा विपके सपमारतावनावममतापायका राममनोहर लोपसीपरि चाममाणिक प्रगतसत्तमममा अमवसायमनमाभावामपिशपरपरी सयातवमादिगार वियविपरनिर्मातेपरबरी अन्यदायो । प्रावमादिपरामचपापहारकातामापावरपधिपरपसार पर्मानापरवीगादिषपाप परिपरिपुकारचनबारउपममपियांत MROSADHIM Page #367 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सम्वविका पतिमापिचमा पो पासादयः पत्ति पर यानि जिनमतिमात्वर्य पावयपरतरियत्ति न कस्पो २६ योऽयं ति: प्रतिपेघ सोम्यवाहा' पांतो ववववव सबिशिस परिणाजवषधारको पतोऽन्यय विषदेवतापन्दमादिनिषेध पसामपि वन्दनादि । निधो माभूदिति हत्या पक्षधेस्वारीत धामपहिति उचाव समष्टानुस्खटे पापपण रति पाशर्मयो दनिमनिर्भपम भवबरणति । गरियायिवा त्यारंपदित्तएषा मममित्तएवा मायपजवासित्तएवा पण थ गिधवा अरिपतवाणिया चममासमतेपरिवायए कालमामेकालश्कहिंगच्छमितिकविजिदिति गोयमा चमड़ेगा परियायए उचाव एछि मोलव्ययगुस्सवरमयपश्चक्लाबपोमचोपवार्षिअप्पाणभावमाणे बढवामा समणोवामयपरियायपाउसिप वादिवानापजोहोमास तिवरिपो नमशारपंचागप्रयामबरोवपो लायसन्दधकीसवारादिबनामोन्सपयुपामनामनपचनकाया में वानम करिवष्ठ । में पवनकवत ठप वर्ष पवितसाचारापोतरागपनतमामोते परिपतनात्यविनप्रतिमानिननीषापमातेषांदियानमारादिकारवायपर पह # मामहति भगवन परिवारकसन्यासोते पातमासेमरपनापमरिकासमरपकरीने विज्ञानारपरकृणधानकविपरगगनकरियर विजयामसि । वपना बितिरहिवत परिसर गोतम मत पडनामिपरिवालकमै उपसरलष्ट प्रकारर पवसामान्य प्रकार गौतमत पचिपासतगुम प्रविपि रमपरागादिकयोनिमत्तिवपो पचानवकारपोसोम मुसपोसापर्वदिवस अनुष्ठानपाचारादिकचारप्रकारधमनीपुटिनावरपहारतेहप । वास तिवारी पापमयोपामागरीरमावतधोएपोकरसौर प्रबर्तावतपो पचावरिमनयो यमनमानसोपणमसेवक एसवमोयाष 1 ट - -- Page #368 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - - मातान्तरमा गमिवादिमा मगरं पपामगर इत्यत्र पावलापादिद हमे पगारामतयाएपगइतकीहमाणमारतीच्याएमिर मापपरयाएपोषपाएमापति पासा मामा पमिक्सिसे पति पवित्रान्तन पगिषियक्ति प्रपरिषायामपं परिणामपति पौरपरिपत्या पधारशिति मनीविको पेसाविति तेवोरमादिकाभिः सदावरपिचाति वीर्यन्तरायदेवियलयमातिनिमिताधिनामारपाना सपरिवावगस पगभइयाए प्राय विधीयाए छङ छ अतिविक्षतेण तपोकमोणंड बाशयो पगिम्भियरसूराभि मुहम अातायगभूमौए पातावमासम्म मुमे परिणामेण पसत्येषिमाधि विसुन्भमाणीनियाफया तटा __ परविनार्य कमाणमाकम्भावस्थपोषममे सामग्ग गगवेसणकरमाणम्म योरियलहौर येउन्चियनहीए वयतयाणाघरेवासपोकर पापमयोजनामभयान एसको पानामपरिवागमन्यायो प्रावगप्पयोपोजावीन्न वमत पासपीमासम्परर मगर्वतबागोतम पथानाम परिणामामीने तिसभापत्रमद्रपरिणामेकरी बावमम्दयकोरोमास पियपधरीने पारविपासपर विपरितपम विषादी पोतपरपवतो बारेखीवरीररापीरमर सयनेसाममेहरिमाडीने पातापनानी भूमिगहोमोमार पाहाभमादिमनीपरतीविबर पातापनाममोसरीरमापिसपमा तापवावर्मपतापताथवा एममनोर जीसंबधीपरि चामभाविधवरी प्रसत्तममहा पावसायमननामावावरियसरी मातेसमादिपर विचविपरनिमस पारकरो पन्चायो साप्तामविपरमपसाबरतानापावरचरितारखेपर्मचानावरचौमाविषपाप परिपरिपुरचयगवारपगमवातपात - Page #369 -------------------------------------------------------------------------- ________________ S दिवमवममधिम पर्य गरीर नवा विमुच पदमा पसरतात चवा रिला छ त्यो हारम्ति परिपूलोमि दिनारत्ति सामि देवन्ति विचारतिषितानि मामातागि मेषपदामि पिपरदण्याथ्य यानिताप्पगारेमसतिश चित इसे स्वयं पो म मुमतापत्ति खतरा पुरुष रोख पारित प्रवामिपति उत्पाखत इच! ठिपषियं काहितित्ति सितिपतितं सामान्तभूत पुचप्रमोषित मनु पहार दित्तार पितार विनियपिचकामवणमयणासणनावारपार पडणजायकवग्यतार चायोगापयो में गस पतप्ताह विच्छवियपरमत्तपाणार बहुदामोदासगोमहिमगवेगप्पभयाइ बहुमणस्मअपरिभयार। सहप्पगारेसुङ्गले सुपुम सा पथ्यायामिति तएपंतमदारगमगम्भत्या चेषममाणमा धम्मपितौगंधम्मेदटपतियो है तेरम्पवासपेमामयिकामाविपचादिकापूरांसपूषश पायपनादिकापरिपूर्ण रोपतापसिनपववादपर्वत वित्तविष्यातदानादिशपुणर पूरपपिठीस पिनाविपुवरणामवनपरययययापासनगरसनादियामशवटादिववाहमपसरादिवार पूरी पापमोधनगणिमादिकजातिकप परिवतपुतेपारपरीपूर्ण पागदपोटबिमारिवप्रयोगवीतरप्यावधिकरवोतपरमरित पियेषवर्दितावासमोभरपावे पुरष भातपवा | दिवशोभिचापरादिवरदेवरावर दासौदासीनादासदासीनाचोरमोबषमममिमामिवाति यारएसयठरवमभूसविहां बाघबातोषसमसमई पपरिभूतपपराभवनबानव तवापबारहवाजांचीतापमपरिवारवंतसुकुलमरपिपरपुरुषवेदपपर पवाहितिपति गवरपत्रिखर तिवारपोतदारमवासवगर्ममातिर बकर मातापितामरलगवायमाघमनाविपराउप्रतिमापतिमसी पाशाविस्खामाद oho Page #370 -------------------------------------------------------------------------- ________________ निबननभूतमया मवादीमा निवनव हिरडपति पावणभरपदम्पो र यो तिमिलिंदशगमति प तत्ति २ता मा मयाएसवाए अप्पावसित्ता सहमत्तार पणसणाइ छेदिता चालोइयपडिब ते समाहिपत्ते कान मामेशाकिमा भालोपफप्टेवत्ताए उवष किमि तस्वयं चप्पेगल्याणदेवागं दससागरोयमारठितीपख सा तत्वण पासविदेवस्म दससागरोवमार ठितो सचमते अम्म छेदेवताघोदेषलोगापो घाउपखएणं भरपखएवं विक्सएवं पर्वतर पाचात्ता करिगछत्ति कहिउपनर्सि गोयमा महाविदेहेवामेबारकलाइभवति 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प्रभावी यस माम्यवा रूपमित्य तटू गोखति गोसfaga मवतीया गुपनियरिगोपायो पाने पि वतस्यता गुपनियवमिति नामति प्रशसा मामे नामधेय एप पाने पुस्तकासरे पक्ष 7 धार परिमारिए रवादि प्रन्यो यते स माम्बद प्यास्येच विधिच तस म्यास्पायत साहस सहरिष्यमापति म्यारम्सातर मझियमा नीवर माम भार परिभुच्चमान समान म सुसमभापमान उपमधिनमापत्ति उपनत्तामामो नर्तन कार्यमा पत्यर्थ उपगोरमान मापाविध इमामोचितगोतवियपेर्गीयमानो गाप्यमामी वा स्वसासिनमापिति उपचापमानः फोहादिसाथमया उपहिल्यमापति उपगुचमाग पारियर - __ अहमिदारगमिगम्मत्यसिचवसमार्णसि धमोदरपतिणा तोकणं चरणदारए दढपरपणामेणं तसतसादारगा अम्मा पियरोगामधेज्ज करहिति दठपति तदपदम दारगं धम्मापियरोसातिर गवासनातर्गनामिता भोपनो या नागधेयनामझौधत नामदोषस जिदारापमाारसदारगवामयगर्भमाहि अवमिपाव्यावर योवीतरागनाधर्मनापियर हठ . विरमतिचापायी तरकारपमपीठीयो पारराएदारपसावपरोहमतिधारावर नाम तिवारपछीतेपदारगवासना मातापिता नामधेय नामकर पर प्रतिजति तिवारपीछातिमदारबमासकप्रति मागापिता सातएकमाभेरापाठवरस लायायधपाम्यालया एपोलापीमा सोभत नभमौन sterActor Page #372 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Dहाम बरिषत हादसपियति पन्द्रपरएचमिवाभिधान सुतबमोसवपिणे जागतिति राषिजागरिका सतजमावविष भर निमते । actichrelatcarestra - - - भविसा सेतत्विषयामासाएं बहुपहिपमार्ग पबमाणगा दियाणवौतिकताण सुनानपापिपाए भार ससिसोमाकारे तंपिबदसणे सुस्वेदारएफ्याहिंति सएपंतस्सदारगमयमापियरो पढमेटियसेतिपउिय वामिति सदिवसेचदमर देसपियकापिति छोदियभागरियकाहिति एकारसमेटियसेवाति तिषियते असरणावर कर्मपरणं सपत्तेपारसमेदिवसे सम्मापियरोमएयाकत्र गुणं गुणणिप्पन्न पामधेजमाहिति सम्हाण पानपोप्रोपरमभमानिनवमषा पण प्रतिपूर्वारा अपरि पागविपाठमादिनमोएनना कीतिपतिय यस पतिमाशा मानम् । पासापायपानिपावपगबानाएर नापन्यीयोबारमोन ससिद्रमान होगीपारसौम्य मनोपरणवारनेरमो कोतवममायवामियोप्य पियवादनवाना परितोनिमशहमपातपादारम टपोप्रमाधिपाजायर तिगरपोतदारगासमना माता पमपिता परिमादिनसम विवाबितिबज्यि पुसमानतपत्रचनापतियोग्य पनुमान शरीयरर पोवादिषमापदम्पमपियति । चंद्रमासु दयनबरावर एतवापारोगामागदेवाहर शादिवपनाबागरियापुत्रपिठत्व विशेपवरर पतसर कारोमोपपमोठारम्बारक। विधावानिवारापरतविसर पारमादिषसमतिबमा पतिप्रमिनियतकतर पमुचिमनमपत्रामवासजन्ममरवरीपरपराधोरपोपप सोप्यामा समाप्त पायपोवारमदिवसतेमविपर मरनौमातापनर पिता एव समठ सकपकार गोचरेबरोबरपासपो गरजरी Page #373 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ator-teasee arvatstore पसरामवरत्ति नियत विक्रान्ते पहनोमा मयोषवा जातकर्मी प्रसषव्यापारा यस्वारथ विधाम सफाथा र पारमदिवमेति वादगाण्य दिवसे यई पबग शादमामा मडो समाहारो हाया तम दिवसी येनासो पृखों भवतीति गदगारदिवसस्तन पग्मापियरोप्ति पम्यापितरो इमति इदगमा पमिति प्रापश्यते तच प्रावतमेसोपमा एमापति एतवरूपं प्रभावी वस्त्र मान्यवर उपमित्य राष्ट्र गीष ति गोfire भवतीया गुमिप्य गोरथदो पप्रधानापि तबस गुपनियमिति नामपेसा नामेर नामधेय एप स्त्राने पुतवासरे पत्र धार परिमारिए रवादि प्रन्यो राखी सच प्राम्पद वायर विसिव तण व्यास्यायते मारय सहरिठामापति हयाम्सातर मप्रियमाणे गीय मामः प्रसार परिभुल्धमान समान मसरामभायमान सपरिजमाप्ति उपनत्तामानो गत्तन कार्यमाप रचर्य उपगोयमान याविध ।। वामोचितमोतविपर्गीयमानो गाप्यमानो वा स्वाशिवमापिसि सपनाबमान मोहादिमाखनया सवगूरिजमापेत्ति उपगूखमाम पाशिम्य Akba R अहमिदारगमिगम्भस्थंसिचवसमासि घमोदरपतिणात होऊो अमादारए दढपरम्प णामेण ततेसतादारगण अम्मापियरोगामधेन करोति दढपारमति सदढपदम दारगं धम्मापियरोसातिरंगवासभातगजाणित्ता - कोपनमो पास नागघियनामकीधर नामदोघट णिहारपसाराहारगवामगम्भमाहि अवमिवारपायधिशरयोगीतरागनाधर्मनपिपर हठ विरप्रतिसापायी तरकारमशोकीयो घमाराएदारवगावमधीमतिघाव नाम तिवारपछीतरमारगाम छमा मातापिता नामधे नामवर , पर प्रतिपाति हिवारपकोटमतिनदाराकवि मातापिता सातएकझारापाठपरस वायाणप्रपाम्यावा एयपोजापीनर सोभतचभमी । den Page #374 -------------------------------------------------------------------------- ________________ lovemaharathician । हाम परिणतः परमादसपियति पन्द्रपरपयनिवामिधाम सतवन्धोधपिरीप वागरिराति रापिधारिणा सतजभास वविशेष अव नियते । भविमा सेवतयिषवरहमासाप मजपष्टिपणा पाहमाणसा दियाण पौतिकताण समानुपापिपाए जाब ससिसोमाबारे पतपिषद ससे सुस्वेदारएपवाहिति सएपंतस्सदारगन्मयम्मापियरो पढमेटिषसे कृितिपउिय कामिति तदिवसेचदमर दसपियकाहिति छो दिवसेागरियकाहिति एकारसमेदिषसेवौतिक सियिष्यते घसरणाषाकर्मधरणं सपत्तेपारसमे दिवसे चम्मापियरोमएयादव गुलं गुणपिप्पन्न णामधेनयाहिति सम्हाणं तिपमानयोत्रीपरमममारिनवमसपा पपठ प्रतिपूल पूरा चपरि पाराविपाठमानिनोएतमा पोतिपतिमय सुपतिनमाधवर समान साहायपरिपावपमहानागपु वायदोवोबायोस ससिचंद्रमातमोनोपरि सोम्यमनोहराबारोहनपो कोतवमनायबाशिवायोग्य मियाभार्थनवानर का पपचरनिर्मचावाहनावपादारम टपोप्रसविसाजरामर विचारपछीतादारगवासना माता पपिता पपिचादिवसानिमाबितिवषय कृषकमागतपवचनरपिताम्म पनुमामरतयारर पोनादिवमनरपिपरदमदमणिमामि पएमा म्यतु दानबराबर रतवापारोपामागदेवावर शादिषपनानामरिकापुवभिन्मपविमेपकरर पतसरवक्षारोपपपमोठारमूचारले संविधानानिबागपचरसविसर पारमादिषसम्पतिशामर परिवामिनिवत्तरतरपमुचिमनमपत्राममायमरसरोपसमापीरमापय योप्यापार संग्राम पासपोवारमदिवपरमपिर मरनौमातापमर पिता पायापर मोषणेमारीगरपाध्यमो गणरकरी - - Page #375 -------------------------------------------------------------------------- ________________ म्यापितरौ अश्शावमाश्यकरवेति निउत्ते विक्रान्ता ममोचयतां जातकयां प्रसवव्यापाराचा यवरचं विधानं तत्तथा तत्र पारस दिवसेतिद्वारा D दिवसे दूध अथवा पादमाना मन्नां समाहारो हाइमा तस्य दिवमो देनासो पूर्वी भवतोति बादशाहदिवसात पम्मापियरोति सर्दिवमाचं भयमिति प्राचिभ्यते तथ माजतयैलोमात् एवारूवति एतमेवरूपं प्रभावो यस्त नान्यया रूपमित्येतद्रूपं गोवति गौयं त गुपनिषयमिति नामपेति प्रा नामेन नामधेयं खाने पुप्तवान्तरे पथ धार परिम्मति इत्यादिप्रत्यचमाम्यद् व्यास्यव विविध तव व्यायाम हायरिमापति हासतरं समानीय मानः पाद परिभुज्यमान समसयममाम्यमान वनचिवमावेति उपनसामामी नतन कार्यमाच स्थर्थ उपगोवमान ग्राथाविध वर्गीयमानो गाप्यमानी या उववतासिमावति उपशाखमान कोड़ादिवासनया उपगूहल मायेति उपगूद्यमान पाि गुपोषणानेऽपिवत अम्च्छद्ममिदारगभिगम्भत्यविश्वेवसमास षम्मेदपतिया तोक अम्मा पियरोबामवेन करेहिंति दढपइसन्ति तदढपण दारग म्हदारए दढपर से गामेण ततेणं तस्मादार गण धम्मापियरोसातिर गवामजातगजाणिन्ता भोपनी पत्र नामधेयमांमकौषल नाम दोषस विहार चार पदार गवामक गर्भमाहि चैवनियमाव्य योवीतराग नाधर्मन पर ठ विरमतिप्रापानी क्षेत्र कारण भयोडोयो म्हारएदार कमान को हठमतिमा रहव नांम तिवारीददारगजात कना मातापिता नामधेयं नामवर प्रतिति तिवारपछोहदमतिप्रदारकमालक प्रति मातापिता सात एक झार पाठवरस सायायन्मपाम्यातया एवभोजाचीन सोभतउभी न BOLL CORN Page #376 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मान पवयासिमावति पपवासमान wwenate france अपयास मानो वा उत्कष्ठातिरेकाहिं पाविज्ञनेनापोडामान मानवा मोतिपुरले प्रवास मकायमाच' परिमंदिवमाचेति परिवन्यमान सूक्ष्मान परिपुव्यमान इति व्याह परंगियमापत्ति मरयमाय चंक्रम्यमाप पचमापादिपदानां हिमंचन मामीवितमेति निषादार्थति निर्वातं निर्व्याघातं च मििरबन्दर तदाचीन इति छ तथापिवाचना मारेरसमा वगति सातिरेकान्हो वर्षाणि जात स तथा तं चति पर्वतो व्याख्यानत करययोगति करपत प्रयोगत वर्ष छ । कलावरिया उस त्रिति तरणमेकमायरिए तदपरदारगं सोभर्थमितिरिस दिवस स म जसि कातिया गणियप्प हाम्रो बदय पद्मपचाया घो बावन्तरि कलाच सुप्तत्तोय भरथसोय करतोय हानि हिति सेपाविहिति तनहा ले गणितं रूवं यह गीय बाह्यं मरगत रगतं समताज भूयं जसबाई पासव भट्टाव प्र पैभचाविया मनोरतविरमावि तयावरच ११ तथादिवसतबान चवरत बामुक छर मोईनर वाचायला नघो बोल वसहारते हमें उप भयो निधारपचोतै बाचानमयावहार तेदमतिश्रमामवाल विवि पढानादि मतिविभागपत प्रसाद सममंचचमङ्गमविवाह शब्द पश्याम से जिएचवी बहुत संतोष किया धमाः विशेष पाठीमुसि fer धर्मस्ते मोक्षपरंतेयकोसोबर वरदबाबा चमक रोते हुअभ्यासको बेडाबर विधिकारसहित ममोपावर यादवराहमिति रूपपरावर्तकचार नाटया मौतगान कर डाठबंबंधी पोषम पाि च Page #377 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पोरतश्च दगमट्टियं परमविर पापविहिं पत्यविहि विशेषणपिरि सवणमिति घन पहेलिय मागघिय गाई गौयं सतोमं रिमनुत्ती सुवग्म गुत्तो गधजुत्ती घुसमुत्ती पाभर पवे ितरुणीपटिकम्म इत्यिसक्षण पुरिस सक्ख य यसक्खण गवलपल बोयलक्खय काकुडलक्स चषकवर्ग छत्तलक्षणं चम्मलक्षण दडलक्षणं पमतिमोमवायुवापिषत समानसंचातिरसतारवसतास पठारमिागोवा. जनसोपसवादपासापसंसाप हा पासाठावानीसा१२ पशपदमारपामेरमिवानीका पुरनावतंयतपररवादिनीवसा: दममहीपापीपमामाटीएक्वापसमधीयापू१५ पवनोपवाधि सोधिपुराधिपते पापोनु चारमिषु संसारितेमौरिषिवसा१० वखसीववाघोरयापरिया विष विपनयरोरनविपरवरितनुविध पता महानाविषरसरमा विधिवपापप पार्यसहतमुबंधतेनीवसा प्रोसमा परेपौवाधवायोसा मागविक्षामगदेशसवयोगाथा बाधवी नावापानबोध मनोकमा मोतनावाशिवायोनियां चोवीस पचरतु तेनुबोरिवल रिणापते हमीपनावियामीयुखिनु बापपपछ अवर्ष सोनामोनीपमानिगमोडिनु पापपरा गंपदणभूपोचपोसौपचादिषनौकशा उस गुसासपोरनौयुखिनोपनाविवानीला पामरणपछि ) पामगिपरिवानीविधतेरीवसा तरीमोवातिनपोप्रतिवमतपनीयता नीवातिनासचषसामुद्रिबसवधी पुरपामासामुदकसंबंधी - प्रसिद्ध वयोगमावचमानपनि मनायोसचषयामोशतेनोवा गोराउपमनारचमान महारर कुरामालपपणानप्रबारितेशाजाप - चनासपमेवारंवरादिवपिनासचा चमनारचा दानापचयाटमा पगापचण्यास मरिचद्रवातादिचितामणिमुपताना ==r Dire Page #378 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पमित्वपक्षणं मयिलक्सर काफक्षिसक्स वस्तु विस्नु सधारमायं नगरमा वरथुनियेसप पष्ठिय चारं पता गहलपुर मगराया र मिजु बुदाति मुनिमुद माइजु लयात्रुश इसरथ छरुप्पार घाट हिरसमाग ___ सुपरसपागं वह खे मुत्ताखेह खालिया, पत्तच्छेझं सजीव मिनी सउणस्त नितिवायत्तरि कतार - Present D सच सामनोरम पतिसवमोतिनसमाप्नोसप्रचारामचा वसुविधाघरकार मष मास्वामीकमा सुपारपटक जतारितनमानपमा पतगोसा, मपरपसाविधान मानप्रमाबदामोसा प्रतिय पटवयापयाम पोमानतेजोमहा पटशामते मौकमा छटपधारलतारियामामतेहनौवमा । पवारिबापटपमानते नोवा गराबारावटसमावेशमोबाचा समागमपाचारायूपबाट मारिवानोमचा युबमामान्याशारर नियुपतिमय सुदुर पुदमरपतिक्रमीमतिपत परिवुमीवसा मठि रखनु वरिखतेपनीमा वाषिरामासीमाहिस्ते हमीरमा वेठोमीपर पताउचमोक्नेणावरोवावरिषदेहमीषा परमोगमुषणषवानुभोग्देवाशिषपो छरपागनोमरिनुपीदभेदपथातरमनाप सुगविचार पदधनुपर्वापाविशताधिवत शिरमपुतेमपोपावनोपजाविषपो सुवस्य नुपासमीपमाविषपोपयागामिवो पेयपो उभिमानामझारिवठ मवावे मागेसूबरपोरर मारिबाबमनौनामिताप मागीयोधिपरोपमा पक्ष गनडा दिसममाडोमतेम पामरतियंचनामवरपरो पोषतामरममापी निवावीररितपुर मनदेवीबागपरसामपीपपलेपमारतसर । यमविपरवातरिक्ष व सक्षपोषावधीमीपत्राी मौषमीनपभ्वारबराबर मातापितागर मपजभपावर तिवारपछोउप्रतिको Page #379 -------------------------------------------------------------------------- ________________ " °Potatta स सेवित्तित्ति संपविषति मिष्यामिपति सिक्टावेत्ति मिचयिवस्वभ्यास कारयिति वित्तयपरिषवमत्तत्ति पचित्तष विएव विक्षस पामो । परिपतमावर वषादिपरिणामवानव विचकपरिमात समावायदो वादिपरिचामवाभिमववव्यापमपर' नवंगसत्तपस्विीशिएत्ति नवापानि सेहात्ति मिक्खायेता अम्मापितौणवरिति तएणतन्य ढपरणस्म दारगम चम्सापियरो तकन्ना यरिय विपुल्ले पसप पाणखामेणं मारमेण परथगंधमलाल कारणय सकारोहिति सम्माणे रिति सधारता सम्मायेता विपुलंजीवियारि पौपदार्थ दलदाति विपुल २त्ता पडिविसज्जहिति । तएयंसेदटपरले दारए नापत्तरिकतापछिए नव गसुत्तपसिनोडिए भट्टारमदेसौभामाविमारए माम बाग मातापिता तेवसाचायबहानामचानाभावपारपति विपुरवितास धपट पसनपधादिक पोषोरणार्दिक पादिमपसादिक सादिला मपानसोपारोप्रमुप वनचोमपाइसपियाममुपगंधचोपावमादि माथग्योमोवनीपूल पहुंचारनवपहारस्साकसा त म सोममुपसेपकरी । सवारपचिरायपोबर सम्भोगवामानत देनेतहमहापगितात्यादिव वखामियास वारकरीनर यमाननरदेवसरोंगर पिपुसविस्ती पपपोवलोपितानाजीवातासमरसपोवारमोगवर एततरमोतिन पोदान देणक साधायन विपापप्पर विपुसविस्तोसोवितापूषसो परिवसापागापापोमर प्रतिविसर्वाषरमरीमारवानीपानासावर शिवारपोतेरपतिपरागवायक पारिपचा परकरीपंडितइपोते वमानबापतत्वापो मिानविनवविधापनासाएवं विद्वावाप्मनःपनवगारततिप्रतियोधितजागतापामापधपो पठारदेशसवधी Page #380 -------------------------------------------------------------------------- ________________ H - - घमिलक्क्षयं मयिफक्स कालिखपखवं वत्व विख्न सधारमा नगरमा वरथुनिषेसण पष्ठिय चार चयू गरजपुर मगडवा जुर निनु गुहातिना मुछिन माझजुझ लवा गुह सत्य छरुप्पयाइ घाट घिरखपाग मुख्यपागं वळू सेड पुत्ता पालियासेठ पत्तच्छेज सज्जौवं निजी सउयत नितिवायत्तरिकता छ AMPOSED सप वापौरातिसंबधोवेहनतया मोक्षमवाररसय वसुविपापहारप्रमुपमयानीबमा लुपारष्ट पत्रकारितानमानसमागतोयटा । ममरसमाविका मामममापनीयता मतिम पटकचापमान पोमानतमीमहा वटवमानतामोशमा बटपधारवतारिपामामतेहगोकता : मावारिसमट समानतेनोबा गणवारबारसमाम मोबाचा सपटगावपासाररबाट पजमातिामोडमा युतमामाम्याशारर; मियुगपतियव मयुर समापतिबमोनातिवारिपुतानीमा मठि बुरखापरिनिहनौकमा गाभिमाहीमाधिकरतेपनीचमा वेठोमीपर बताउचमोबांनतेपरवरीहरिवठवेतमौका वयोगराधयायोग्पाडिपो पागनोरिनुषीदभेदपथारपसाप नगरचार पदधनुषापापिणाप्राषित रिपुनाममोपावनीपत्रावियपी सुपर पाकमीपमाविषयोपयागामिवो पेयपो । भउमाओमरमझचरितम् भवपिरवेझ मागेमचनमोविद मारिया बमसमोनामितपेपझमायोधिपतएमा पयगडा दिवसभामाडोमरतेमपानरतियंचनामबाबरो वोक्ताननसीपी निरनीवारितसर मकुमदेवोकागपरसामचीपतेपनावतमम । ५ मानवियर वात्तरिम व पतीपोमोपवागे मौवनपभ्यासपरविर मातापितामर सपपभगारवर तिवारपणो प्रतिको Page #381 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मोगा भवनसम चोसविहितति न स सम्वन्ध परिषति चोरव्धिति में रामं प्रेममोगसम्बन्ध हेतु करिष्यति मोगिभिर्हत्तिति नाप्राप्तमोगष्या बाइ करितोति मोदविहितत्ति नाध्यपपरस्ते नामन्त तदेकाग्रमना भविष्यतोति सेवा नाम एत्ति सेपूर्ति अथशब्दच वाक्योप पार्थः नामेति शब्द गव्यावहारार्थ उपमेतिवा उत्पथमितिया उत्पादिपदानां चामेत्रो वर्षादिभिकतो ऽवमेयो नबरं पुछरोक तिपद्म भावना सयगभोगेपोमजित्रिति तसे पदारए विले अ भोगेहिं नाव चोरजि हिंति योगग्मिहिति योषभो वषमिति सेबहाणामार उप्पलेषा पठमेदूवा कुसुमेना नभिणेवा सुभगेतिवा सुगंधेतिया पपरौरसिया मनापोंडरोएसिया सतपन्ते द्रव समा तपा करोन अतिशय निर्मत्रयपानाथरिव मे एकभोगवड तिवारपको वैककम सिसवाल पनि विस्तोष पूर्वोपपते परभातपाना freeभोगिंकरो जावयन्दीने राबोय समस्या दिकन भोग भोगविवहकरो संगसव होकर रागमेमनपोसन धनहोवरम् पास्याचम भोगमोहनोवर पाम्बा पहावेन विषरमुच्यनिहोवर पाम्पाक्षामभोगनविपत्पध्यवसाय एकाच पप्पइनहीकरर से कहतांना मनोम एड वह संभावियश्कर उत्पकमलजाति पद्मरातत्व इसविकाश कमलजाति कुमुदचंद्र विश्वासोश्रमन्त नमथश्रमणातिविशेद सुभगनजाति विशेषको डिजाचिया दुर्गधाम जाति परोधवश्वाश्रमसनोषति महातु डरोक प्रतिषच्छु प्रतिमोटु सचपत्रपषिठी जेवन विपद् एकसह पवपपिठोवेनमियर समसहस्र गुप्यारो एस पपपप हनविपद् पचनादमने विवेजातिखपनो बसपारसबुड विज Page #382 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - २ गोबीघा एवार विशाबरीषा मम मिति तामि सप्तामोष सानिवाबादम्बाचितनानि प्रतियोषितानि योमरीन व्यवचेतमान बानियम तथा पारवहारमा घोत्तारबादि हसतोहीत्तिवमान उतरतिवमोधी एवं रोगमागेधोरबाग्म सिवाय म तिगापमहा पियारोक्तिमासीकलाविनापि रावापि परतीति विकारगरो पताव साहसिक सास्पिच परमोगममन्वति पाया • यो गयबोली रात्री माडमोने वाइप्यमहो पियामचारो मामिए चंदपाय दारगं पम्मापिमरोगात्तरि सजापटि भार धनमोगसमत्य भोगेश पत्यमोगेश भयणमोगेहिं कामभोगेहिं समिममिति मिसिवामौरति मंधवांनसानामाटकोपर कुसमपतरापो पोगसुवारी गावा पारपरीतुमरीवापर वापिरोपमेरामापतिमय मुमार पियानपारी पतम्भिोगनाविषममगशिर्वत पपिनिय यस्य एवम्यापति निवारपछोरठ। (विरचितलवानाच वारसदमोपनेरास्वोस पहंपारिभोगारनियसपपी । पा परमातपमानामिनाभोगविवापारगोपीनर सपनारपिसातीपामार . पाश्चिमरभीमपरीगर अपाठोशियारपरपाटीमामाम्मरभोगरबरीनरीमभोग ---- - Page #383 -------------------------------------------------------------------------- ________________ atergreener पोसन्निहिंतिति न स सम्बन्ध करिपति चोरविहितति में रामं प्रेमभोग सम्बन्ध तु करिष्यति योगिनिमर्हन्तिति नाप्राप्तभोगष्या बाट करितीति चोपोवनविचिंतति मापते नामन्त तदेकाग्रमना भविष्यतीति वहानामपत्ति सेइति भवमष्ट्य वाक्योपनेपार्थ नामेति सम्भावना एवं शब्दो व्यावहाराई रूपमेतिया उत्पतमितिमा उत्पचादिपदानां चार्षभेो वर्षाको मेयो मवरं पुरोमितपद्म तसे पदारए तेहिविलेहिं म भोगेहि नाव सयणभोगेर योमजिस योरनि हिंति योगिग्मिहिंति योषको वर्षानििित सेज हाणामए उप्पलेवा पटमेषा कुसुमेइया नमियोवा सुभगेतिवा सुगंधेतिवा परीरतिवा मापोंडरौएतिवा सतपन्तेष सहपत्तेवा मतपत्तेवा करोडपतिशय निर्मल माना रिवन मे एडमीनवर तिवारपको तेहमतिभ्रवालका पनि पुष्ट विस्तीर्ष पुलघवघवे भावना दिनभोगिंबरी जवमन्दोनेरावोस सवनसम्वादिवनभोमहमोग विवहकरो संगसम समहोकर रागप्रेमापोसंग धन होकर पाम्याकमि भोगमो वांछनीवर पाम्यापदार्थनरविषार मुठीवर पाम्माकामभोगनविपत्पध्यवसाय एका पत्नीबर से बहतांमषा जिमनोम एड वह संभाविमचर उत्पeकमलजाति पद्मरात से इस विधायकमलजाति कुमुदचंद्रनिवासोकमथ नश्वरम प्रतिविशेष सुभगानवजाति विशेषशोचतिमाबिया सुगंधक्रमणजाति पुरोकपकाक मनोजाति मत्रा रोकप्रतिघटस्तु प्रतिमोटु पत्रपपिडीवर जेहन विषय एकसर पनपत्र सरसहस्रगुणावर पतसरचापपत्रपपिडोशनपर पकवादमने विवेधातिजपन जपायोनियर संबुड DANCIL Page #384 -------------------------------------------------------------------------- ________________ PRIORomanemorcasinoMMENPrect वो भी धारे एका र निशा रीवा मन मिति तामि चुप्तानीय मानिगमायवतमानि प्रतियोधितानियोगीन व्यसतगानि बवामि यसमा पारमा भोत्तारवादीहोतिविना तातिनीधी एवं रवगेरीयामेषीयारोलियाभ्यो मातोतिगापमा विकारोक्ति मानसोपवारिपि रावापि परतोति विकासासे पतार साहषिक घालित परमोगममय तिपय गीतरती गंश्वासने यजोन गयनोगे रात्री गाइनोको वाहुप्यमहो पियामचारो माइमिए अनमोगसमय पाविषिमति सप्तेबंदपाय दारगं भन्याश्मिरोगात्तरि कलापडि पार चलभोगसमत्य विगाविता विपी पामोशिपभोगे पत्यमोगल मयामोगरि वाममोगरि उपसिमरिति भारावाणिपिसारवायाने मोतवरिणामामश्विानीरति चयनिमहामामाटो परसतरापो बोडास वायरी बाबर बोसुपरीवार बसंगमिस एवरीबावर पारबरोबरीत्रावर पापिरोपमेरामापतिमय मुमार बियापारी पोरग मुरारिपासिंपुषामा सामवतारो परिभोमनाविवर्ममयवित पपिभिषय पवातिच तिपारपसोड निनामा दारनवाबवति मातापिता परिवानापियूजितवानरोप वारसदबीपमेयरवोस पहंभाविभोगाईद्रियसंद भी मोमरियासमायोपता विनवापीमर बिपुरविणारा पबमालपनामिनाभोगविवापारपानेशावरीमर सनबरपिसावीपामार भरनरायनामोगपिपापासीमा देवहरवीरोपवारिपनरमोगरवरीगर मानविपापपरपारामारनामीमरवरीनराममोम Page #385 -------------------------------------------------------------------------- ________________ wateratocolaterator मोगामवासमा बसविरितित्तिनमा सम्बन्ध करिवति पोरबिमितिसि मरागप्रेमभोगसम्बन्धीत परिषति मोगिविमसित्तिति नामाप्तभोगवा याकरितीति चोपयोगबिक्तित्ति नापपासते नास्यन्त तदेशाचममा भविपतोति मेखहापाम एत्तिरति पवादप वाक्योपरिपावं भामेति । सभाबनायो पदो बाजार सप्पतिवा उत्पमितिवा उत्पादिपदाना चाभेटी वर्मादिभितॊषतो वमेयो मार पुष्परीक सिसपन सएससेदपरम दागए तििवरोधि घस भोगेहि माय सयणमोगेषि बोमन्जिनिति सोरब्जि मिति योगिम्मिहिति गोपज्मो वयस्मिभिति सेवहाणामए उप्पलेवा परमेश्या कुसुमेधा नमिणवा सुभगेसिवा सुगंधेतिया पोरौरतिवा मशपोंडरोएतिवा सतपत्ताव सहस्मपत्तोका सतसहस्मपसेवा - करोनर पतिया मिर्मतपमानावरियापाभोगवट तिवारपदी ताठमतियारक पदविपुषविस्तीर्ण पूर्णतपरिपये पप्रभातपरवाना दिवनभोचिंबरी वावमोचमेराबोर सयनसवादिकनभोगाभोगविवरकरो संगसम धनहीवर रागप्रेमनपोसव धनहोकर पाम्यायाम भोगनीपाशीवर पामापदानाविपरमर्यानहोस्वरर पापावामभोयनपिपापयवसाधएबापपपनहोरर मेहतायवाजिमनामएर व समाविमाशा उत्पससमसमाप्ति परावावरसयविशामौकमवजाति कमद द्रविक्षासोबमन्द नसरसमकातिपिप शुभगनमसमाति विषयोपटिमाविण पुगंधवमसवाति पुरोकपयशाकममनोवाति महानुपरोकपतिधसह प्रतिमोटु सउपपापीपरजेहनरविप एकसार सपक्षपापडीवानपिपर सससासगुणाबरोरपतवासापपनापशनविपर पवकाश्मनेविषेत्रातिजपनपी असाचोमैरियर संबई Page #386 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - पंचरपति पर वामः सएप रम पमपम्पोपरचनात् असा प्रवरूपोन वारपतमत्वादिति सामरएपति काम' शब्दो रुपर सर रख बामरवतेम भीगरपति मोमो ममो रस समय मित्तवाणिपसयचव विपरिमरति मिवापिसाद घातम सत्रातीया निमका भाव पुकार सत्रमा मातुबारय पमधिन समुरादय परिखमो दासादिपरिषर गोविविदिति वियर सम्यग्दर्यन मनुभविषति पकवाते असे संयुद्ध मोवक्षिप्पर पंकरएवं पोवलिप्पा बलरएवं एषमेवपदापरम विदारए कामेरिजाते भोगेसिषुढे बोवक्षिप्पशिवि कामरएवं पोवलिप्पशिति मोगरएवं सोपलिप्पहिति मित्तहार णियगसवण संबंधिपरिवरेस सेवंतवावा घेराम अंतिएकेवलमोरिमिशित्ति केवख मोरिमज्झित्ता पगारापोषणगारिय अलिपीमापो परंसीपारनगरमारंपववादमापरवरपरबरीमा नसोपारमपराजपात पापिषौरवसरमरोगर पपरन्यायरएणि वानिवसारोमराठिप्रतिचनामादारगवार काममदनापपरबसपारमारिवातनपनस मोगर्गवरस फरसबरीमरससारमारिसमा प्रबार सम्म परमोचीपाएनडीपहारकामरसम्पतिवारी परसोपारनही भोगापरवरिपरीगरमीयोपानीपरहार मिपम नमामोताशातिपोतानो निबगमापुरापिस पवमानादि सोसासूससुरादिव परिजनदासौदासादिवतेपरवरी ताठ प्रतिशतवादप पार्वतषिपातपोषरवियोपरा बदिरखातिबबिराबिना पतिसमोपिनविषार योमहमाचपोपिइसम्यग्दर्शनविन धमयूमसिपमुमपातापार देवसोमपीमापविनयमभौमसोमर मारपसामाडोनापारमा पप मनविसरमावतादियान | Page #387 -------------------------------------------------------------------------- ________________ म तात्यादि भमन्त मगन्तायविषयत्वात् पयुत्तर सर्वोत्तमस्वात् निर्माघात कटकुटादिभिरपतिपतत्वात् निरावरणं प्रायिकत्वात् कामाचात् प्रतिपूर्व सवगसमन्वितत्वात् केवलवरथासत्ति केवल मसचाय अतएव वरं भान व दर्शन पेति ज्ञानदर्शन तत मादाभ्यां धारय na मार्न विशेषावबोधरूपमिति दर्शन सामान्यावबोधरूपमिति होसबाश्रोत्ति जन्मकममनानि नियापोति पव्यत्रिति सेयंभविस्मर पगारेभगवते इरियासमिति बावगुप्तवंग्भयारी तमभगवंत एते विहारेण विश्व रमाणस्स अश्थते अणुत्तरे विश्वाधार निरावरणे कसिणे परिपु केवलवर यायदं मये समुप्पन्न हिति तते से पर केवल वासाइ केवले परियागंपाठपि हिति केवलिपरियागपाठणित्ता मासियापसलेहणाए हिवर प्रतिमहोबधादस्सर अच्मारसानुभगवत पूर्यामागमविषठ पायधारी ते जोर जानभन्दा प्रोपराइयोस गुमि मन तधरपचार भगवतमहिमा तठप्रतिसाद पूर्वीलविचारभाधार समिति गुतिप्रसुपतेरो विचरतान अमतार्धन जायपथावबोधत प्रतुत्तर सर्व आममहिसमयको पिरियणादिवरजेप्रानपसाहसाची मिरावर आवरकरहितधा यकपणाचको वयसमस्त पर्व सहितावको परिपृसं समस्तभंग करो सहित श्रीवसंपूर्ववरप्रधान विशेष प्रववोपचारक दर्शन सामान्यधवबोधकारका ज्ञानदर्शनसम्यगण पक्षिष्म धूपामिस्टर तिबारपछोह प्रतिज्ञामा वेवसो केवलज्ञानमपाधरणहार बहुदूषणावर सथगो वेदपि treasurentन पालितुभवस्य वेषीसब धिभोपर्यांय वस्वन भोका समान पालीम एक मसाला यो लेपनातपत्र करीमरोरपातल HTT Page #388 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मनसा कुलपति तावेव लोकसमचं गरपन्ति मनामधे व मोमसमचापि तवान्ति मिरो, व्यादिष्या रेषतो धावसि रे काव्यादिमनाति तारापति ताडनामपेठा दिवानानि परिभवचापोथि घामाम्यायं परिहारेण न्यशिया पण्णत्रचापति प्रध्ययनाभयोत्पादनाभि मोनदिनप्रतिमश्कर एवं मास १ नामक पपस ठपवामतपरी अप्पार्श्वग्भूसितासट्टि भत्ता प्रयासबाब केएत्ता नाहीएकोरए यम्माभावे मुडभावे भरवाए श्रटंतवणए मेछोए मंग्मवेरवासे अम्भूतत अलोवाच भूमिसेज्या मलहमेच्या कासेवा परवरपयेमो लगाय fare परेशिया भियाओ चिदबाओ गरबाचो तालबाओ तथाच परिभगबाच्च पव्वहया धो पाव पापचयोपाभावसचन विश्वापोनर साठ भोजन ५० 'डोम गाथनगर भव सोच पालक होते अदर मध्यपान सोभावप्रमाद्योपेतवपहिरवा सुप्रमावर दिव५ अपाय नभोमबार खामोलिनोपरिपरिम दांतप्यवरियानो परिवारमा कोरियो तर विवश्वा सवत्रियोतनमा चासिषो माबद छपरा मावसन धोडिबघ उपानहपानोपासना पडाबाट भूमिका विषयमा ९५ पाटी ते खपरि राबड़ा अपरिमया सदूषयोपरपनाघरमा प्रवेशरिषभोमिया दिवमतदाराव मिचामियो माचिस ममितिपचिसमतामान तिवारइपरपडचोपाटीकर्मीमाथि प्रमेरासीधाम निदिषयो म बिरोमरधरगपना गरिह पत्र प्रावि ताराचपेटामदेव करो तबनागुखोपादिवर रोजावरे विवाद परिभवना परा मव धर्मनश्च पचरिवक्रिया + Page #389 -------------------------------------------------------------------------- ________________ T sutraत्तिष्ठतः गाम कटयन्ति इन्द्रियग्राममतिमा पूर्ति सिम्बिरित्ति मेहति जनायो मजियति बुब्बिरिहसि मोहलते सम सायान् समानेन सुन्ति मोकाते सकसकशि परिथिव्याहिन्ति परिनिर्वास्यति कामसन्तापाभावेन शोतोभविष्यति कि सु Hafa sagore तकारशक्ति व्यतामेवेति १४ मसकारमति पराक्रमता सवदिम्बामिनी वा प्रत्यातिर्यमः तत्प्रतिषेघाय प्रवद उज्जावयागामा टकावावोस परोस हो वसग्गासहियास ति रामकुमाराहित्ता चरिमेष्ठिस्मामणिस्मासेहि मिति मुभिषिति मुचहिप्ति परियिष्याहिप्ति सव्वदुक्खाय मतंकारहिं १8 से हमे गामा गर जान सि सेवा समापा भवति तजहा पायरियपयया उवज्झायपडियोया कुलपचिणीया मद्यपरिगीया विशेषयको पम्पत्रिधोमबनघोटवाविविधो भरखोपको छापधिकाया मरे द्र५ नम्रटका प्राथमति नतोकना महिना परोसा पिपासादिकउपसंप्रतरतिर्वष देवतानात्रोधा महिमासह ममवचन का बाइसमेत पर्थक मंच व रूप के नागपा मित्ररूपमा राघोपामीमद्र परमदेह असामज रूपोमेश्ठ मोमासतोष घोविघोते रोते साबर सोमव ब्रमचयरोसिडिजायर वूस्त मार्गको मूको सत्कर्मनाव घनको परिनिष्याहिंर्ति सवार पावत्यागजको सर्वयारोरिक मनसोक मोत र विनासपमा चि१४ से जेएस प्रत्यचशोकन विश्व ग्रामवाडिपटिस घागर सु वर्ष मोउत्पत्तिठांम भावमन्दष कोमने राह सनिवेशगोपाठोपाठोरनावासन विपर मज्याव्रतनाधरण हार श्रमच भवति वर नेक भाषावारमतिपालय तहमा प्रत्ययो उपराठाम तिकूलवंत उपाध्यायद्दादोगोपाठाते हमा Page #390 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारपनि पवधा पनादर पार्षोवा वर्गनाया पहरण पवित्तिवारगत्ति दामना एवदिम्मामिगी वा प्रसिरि कोक्तिविषेधादवौति पमामाभावारित्ति पणागमा ममिपमानायांना मुहावना उत्पेचमानि पहाडावना तामि मियतामिनिदेगेरियत्ति मिप्यावे वा विपर्वाम मिप्याबारा मिप्यादसमास पर सवासाद मिनिवेशाषित्तारमा मिप्यास्वामिमिवेगा मो मारमापति युवाहपमा" इपी भावरियउपमवाएं पयसवारगा अषमकारगा पवित्तिकारगा मइहिपसम्भावग्भाषणशिमिछप्ताभिमिसेषि य चप्पा चपरच सदुभपंच धुम्गारेमाणे कुप्पाए मायापिहरिता महंयामा सामणपरियागपाउपति बज तम्मुठापस्म पणालोव परिसा कालमासे कालविच्चा उकोसेलतएकप्पे देवकिच्चिसिएमु देवकिञ्चिसिय पात्यनीय उपराठा प्रतिसवतॊ सदायितनामत्वमीषा छपराठाप्रतिवपत्तो नपारिवादितनामस्मनोवलपरावठा प्रतिसवी पाराशरलामतिपापाचावरांगीनामशाना सार्वदिभिन्यापीपराक्रमबोचपनवेशमा निषेधवारपयमनाकरणहार पवख पगाररनावरसार पपर पहोगमावरपारपार्यादिष दानासमोरपनीमोतिरषदेचयापानीसितनासोपपसार पसावपतिपमान पचतापदामोठावनारत्नपादिवतेपायरो मिपाखपठापदाचतामा देवताकरिता पकतात तातनामिवेसवरपापिवर बरी पापधुपामामपरपरामर तदुमय गिमरपुष सुधारतोषितापापहम विषाबोरतो व त्यादतापमहायतासमव तावरताचबा परवीपरणी मापिरोभर गरबारबारमबमोसामावरिखमयोपचारिखनपोबार प्रतिपासतापवा पचावपापायर्यादिसममनीवपचापिसाबानमा Page #391 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मनकल ता सहावोजावमा समर्थी कुव्वन्त इत्यर्थः प्रयातोश्य पडिक तत्ति गुरू समीपे भजताथोचना योजयन्त दुप्पापमापति बुत्पाद्यमाना देवत्व मत्यनीकताजम्यं च किस्वित्विि माया एव देवमध्ये तो दोपादनिष्ठायेत्यर्च एतेषां च विशिष्टवामाजन्य वषत्तारोभवति सेडिंतिसिंगतौ तेरससागरोवमाठितो अखारा हका सेस तचेत्र १५ सेन्जेमे सखिचि दियतिरिक्तभोगिया पव्जत्तयाभवति तजहा जलयरा वहयरा थलयरा तेसिणं रथे गद्द्याचं सुभेगारिया मे पसर्योत्र अञ्लवमाषेहि लेसात्रिं विसुक्कमाचाहि सहावरणिनाय ममायं खभोवसमय दूहातहमणगवे नमो गुरुनइसमौप पालो वचनश्च विवर प्रथपकिमत्र तेहदोषवको पच निवयं श्वर कासमासेवा समरणप्रवसरप्रस्तावमा विपत्रकात मरणक रोग पोपट तब नामाचोक रूप देवलोक तेघनभूषिपत्र ठेवतामहि किलिपियाग टेकमायदेवता देवताम िव िषयाने तापचर देवश म्याईचपत्रिवभोजपअपहार उत्पतिपाम तिहांतेजोवनीगतिविधानपूजा तेरसागरोपममीते हनोति थितिहर दमको खिपस्योपम एकसागरोपमत्रत्रयच्चवार्तरसागरोपमनोबिति प्रमाराधक भगवंत मी आज्ञानाचा राघवनहर से वो याक मिज पूर्वितोपरद्र १५ ते मेह प्रत्यलोकन विषमवर्त्तश्वर संधियागर्भ व पंचेद्रियपांच द्रियमाधारण तिर्वचयोनिमाखपना पर्याप्ता सघ सो पर्याति पूराभयतिवयम् ने शहर परमाशिलाबाशिवाप्रमुख सचरथको कामको प्रसुपर वसचरडाबोवोडामसुष१ तेहवनभयेगइया यंत्रातस्तचरथलचरप परादिक मशुममनीश्वरजीवसवं पौपरिणाममान विशेषकरोन प्रसस्त सर्वे [त्तमभवत् अध्यवसाय मन नाभावार्य विशेषर करो सेभ्यातेजोलेश्या दिव विश्व ᄋ Page #392 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मोति च १५ बोपुन्यबाईसरमेति सजिनां सतो या पूजावि मानो मव स्वा महारवं तत्तथा १६ पाश्रीविद्या गोशालक मताद सकारमान्याचं सखो पुष्ये प्राईस रखे समुप्पजति कति पनि भित्ता नहि सौवष्वय चषेरमण पास पान्ति पाखिता भक्तंपञ्चखति बहू तएते समुप्पसबार सरखसमा सयमेषपचाणुष्ववार पडिम पञ्चकखाग पोषहोववासार पप्पा भावे माणे व यासार भन्सार भसयाए, केर्यति श्ता आलोय पचिता समाहि निर्मण प्रतिनिछतेबरोनर शाम उपजहार ह नापायरिना] [भरच चार कामावरचोयादिपापनमो प्रोकायगाउपशम उपम्यापतिपाम्याते दवरी रहस्य भावभूख भवाघनेरखपुर पात्रम् कुशहवचोमसमग्र वस्तु पुटामपि वे सहाश्रिमतिम वचनमबु पच[] इतिनिवर करेमाचाच इयादिपूर्वोकमोड नाकरचचार संधिवामनसहित गर्भ जमभूपूर्वि कोजा वजन समरस सारड बु जातिमरयमतिज्ञानसम्यम्मवारपर विचारपछी सम्बनध कारि अपनइजा तिकारण पाहिखोज का भाव पो समातर स्वयं पोत विषय मूलपाचातिपातादिकपांचभच्छवत मौकार परिवर्षीनगीकार करोनर घाइक मौलव्रत पतपांच गु प्रतধरमचरामादियजीनियत्तिमच पचचयनवकारसीपोरसीप्रमुख पोसपर्व हिमनश्रो महान चाहारादिवच्या रिमेदिवमंतीवरसहारते उप बारसहितचरी प्रापपात्मापरीरभावतयो इचोकरको मतबतच मचाश्वयरिसमधी पाबुजीवितब्य पाल पशुमवर पाच प लोग भातपचादिवस पाचारपचचर परिहरर मचाइक्रमातमोवनादिव चवचरूपमा पादिकर करोनर मेदनबारे प्रेोनिवारी दी Lis Page #393 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Salotora तिम दुप्परतरिमत्ति एकत्र या मिर्चा यतीला येऽभिविषाद पारयमतिकमा पुनर्मिचा मतिननिरन्तर सासर वा ते हिपान्तरिक्षा पो पन्तर भिचापापा मम्मि ते हिपहातरिया रति निधन एवं वियधान्तरिया सप्तयाहातरिकाय सप्पष्यिति उत्पश्चान्सानि, पत्ता काखमामे काल फिचा सखोसेससासमार कप्पे देवताएउववत्तारोमपति तेभितिसिगतो घारससागरोवमार ठितीपत्ता परसोगम घाराहगा मेस्तष १६ मेजिमे गामागर नाव सनिवेमेसु अनीवकभवति तमहादुघरंत रिया तिघरसरिया सत्तघर तरिया उप्पजहिया घरस मुदाशिया विज पतरिया उहिया समणा सेणंएयार ctictoriastor4 सागातगुषसमौपापायीसमचार परिवमोपापपीमियतीम समाधिचानमनपारिवगविगीपाशीनर मारमा मेमरपनापवसरमा विष वाच मरपवरोपामो सम्बापोषण वातपोसासारनामापाठमोवमरेवसोवतहमाविप देवतापपरतिदेिवांगमानवी देवतानोमय्यामाविषप विगरउत्पत्तिपामा तिक्षतिजौरीमतिगमनाय पठारसागरोपमनी पितिपाच प्रचलितोर परसोग पामसाभाविपचाराधकमग वतनधर्मपागव धर्मबरपर वाचतपोतिमीप्रविमीपर वेजेएसमत्वसमावीव गामवारिपाटीस पायरसुवध स्पत्तिठाम जापगन्द वोपनिरामदमनिवेशभरमागोषिपानावासनपिप पौरवगोसावानामतनावेसियतिपातरछे नेकर एकापरिभिचाईप विधरने चतरपसौमिचाधिर एवापरिमिधापतिनिधरमतरवीमिचासिर एकापरिभिचापलेसीमातघरने पतिपूभिचासिर उप्पवित यादिकमसमभोगीटभषयपर सवानिवमविशेषनाधरपार घरसमुदाणियावेषापरनीषोतीरभिचापपुषएवघरनीभिचापाहारनमा विमु - - -- C ODEO Page #394 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -- - सिमविवान पतंग भवन को सन्ति सपहामिया घरसमुदापिति पादाब प्रतिपा मिचाया मेषा पातनात वेगासमा दानिया रिच तरिवत्ति विए ति पला पत्ता मिचायाषण मेषा मशिन विधुदन्तरिता विप सम्पाते मिचा माठन्तीति भावार्य सयासमपत्ति मामरापुरमणे मानवियप पत्र प्रविश ये वामपन्चितपखकोरियाममा एषास पदामा मुरमचया माश्याजतिसुवासियसि वेशिकालविरमाये महाराणा परियायपाउणित्ता काममासे काल किया समोसेयं पञ्चुएकप्पे देवताए उव पत्तारोमबति स्विमिगतौबावीस सागरोगमार ठिती घणाराइफासेपतचेष १७ मेग्मे गामागर पावसमिसेस ___ पप्पया समाषामषंति प्रमुबोमिया परपरिवारया मूरमिया मुजोरकोक्यफारका तेणएतापबेयं विचारणं परिण पोवतीपयतोहतभिचालेवागवायोपोनातिबारेभिशाकमोटोमाटोनामोडमाहियमोमतपबर एवाशमयसपसोकटनाशरपहार नेपानीका पूर्वाषपणापुरतेवर हिरवादीविषाबरों विचरतामयत्तता पचासवरसगोपर्यायवतपघातापासर कारमावास मरदमापरसरमा विधासमरपपरोन साखरपोषस्योपचारतो पणतनामागरमपोवन देवबोकतेवि देवतापणर् उपपातमम्यान विर्ष सविसावत्पत्ति मानवनिरपानीपवनीमतिमममवावी मावीमसागरीपमनीबितिपावविर परभविधामसिभवमे विवे जिधर्मनाराषपापको पात पूर्विनियोतिमा १०पासवपसंसारीसनीय पामवारियोटिपाररसय मोउत्पपिठाम बाब समिधसभापारिपारमोपचीनावानपि प्राचामतमामारहार चमतपनामरहारबारे पत्तोमियापापपपेसासरित Page #395 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पायोलोसि पानी पामोरपिया परपरिवारवत्ति परेपो परिवादोसि वेषात परपरिवादिका भूगर्वमियत्ति भूप्तिक्षम व्यरितामा मुपद्रवर चामप्ति येपात भूतिमाधिका' भुवोधुलोपोगकारमचि भूयो भूब पुन पून कौतुर्व सौभाग्यादिनिमिर्त परपा अपयनादितयार कीतुका कारका पाभिमोमिएपत्ति पभियोग प्रादेशि नियुक्षा पाभियोगिचा पादेशक्षारिणम एतेषां च देवख पारिवादाभियोगिष्तत्व चामो विरमापा जहा वाभाइ सामपरियाग पाउणति पारपिता तस्मठाणसघणालोय अपछि ता कालमाम ___ काजकिच्चा छोम पञ्च एकप्पे पभिधोगिएम देवेस देवताए उववत्तारोभवति तेहिसेमि गई बावोस सा ___ गरोषमाइठिती परतोगम प्रणाराहगा सेस तवे १८ सेनेमे गामागर भाव समिम णियहकाभवति धानोवर परपनि रासोमायोपरयादनिदापर वरादिक्ष उपातिनिमित्तामति चमचापलादि वापसूपए मुशोर सोच पम्मीर सोभा प्यादिवमरजीत कसानादिवाकर वमपरहवाकात मरूपयेवरी विधार परणीविषाविपरिबरी विहरमापाविधरताथका पारसगो पामचारिखनपोपर्यायवतमातेपातर पानोपनमकीन दोषापारतात प्रमादादिक यतीमानयोग्यसेप्यागभादिक्ष पद गुपन समीपपासोकोनी परिकमातेपापरीनिवासी सासमामेवासमरपमापवसरम विपवासमरणकरीसाधोने उलघास पातपण तमामानारम बम देवसोकतिका पभिषोयापतागरादेवतापादेशबारोपारिवयीदेवप गपषवोवतागरापण मप्र सिदिवसा पषु पुरुषवेद पपातरभादेवतासंबंधोशयारपविवहार तिमदेिवसोयेतेच पमयनीयसिगमनार पावोससागरोपमनोथितिमाछा पालावधु - . - - १ Page #396 -------------------------------------------------------------------------- ________________ APoot शिवममियात यया भवन येवो सन्ति ते सत्पबानिया पेरसमुदापियति पासमराम प्रतिपा मिचाया येवा पातमाप्ति ते यामु दानिया' रिच स्तरिति रिए नि पत्या पन्तर मिचामायण मेमा मधिन विधुदन्तरिया विवसम्मति भिती भाटतीप्ति मावा याबमपत्ति गमावरमगे मागविलय व प्रविश दे चामन्ति तपसतीपुरवायमा' एवार पदामा सुरमीचमा स्थाश्यावति १०पसुबासिवन्ति येणपिशाव विरमाये मनापामार परियायंपारणिता पालमासे काम किमाउकोम प्रचएकप्पे देवताए उम ___ यत्तागमति सचिससिगतोपायौसमागरोवमार ठिती पधाराहकासेसंचेच १७ सेमे गामागर जायसरिसवेसेस पपया समानामवति त अनुबोसिमा परपरिवारया मूरपम्मिया मुख्नोस्कोजयकारका सेणएतापवेणं विहारणं तारण पोटोपतोक्ने भिक्षाशेगावापोलोनारतिशरेभिवाय मोटोमाटोनामांडमाहिपसीनतपहर रायमापसोबहनावारपहार, देधारमशाषकपचमुरतेवर मिरवरपोरिमेपारो पिरतायत्तता घाइववारससमीपर्वायत्रतपंचाईतेहपाखर काखमामैकाम मरवायसरमा विपैशाखमरमरोने बरपोपपोचपातमी पतनामावारमपोवामदेवचीकतेने विर्व देवतापथर उपपातमयानविय अजिस परसत्पत्तिमा बानव विषपावोरखनौगतिगमनमारमो पापोससागरोपमनोबितिपातमु तिर परमविपागनिमयमे विषे । निर्ममापारावपापमोर शेषमावत पूर्गिस्वरिपोतिमा १.एकत्वमारीमणीय ग्रामवासिटिउपावरपर मोहत्पत्तिठाम प्राम पौसमिपमापारिपारगोपीनापासविष प्रबन्धातारमावरमार चमपतपनावरतारबारे पत्तोपियापापहवर्षसचित" Page #397 -------------------------------------------------------------------------- ________________ TOS प्रया सत्यवापाचत पटमात्र जोर सवमनुगपतीत्येव वदन्तीवधिमा मोटरामाशिषमतावसम्पिन उपसरपञ्चतत् पलियावर्तिव्यापथ वचनामपा मपोति पववपनिमायन्ति प्रवचन जिनागर्म मिडपते पपसपनवम्यथा तदेवदेशवाम्य पगमात्ते प्रवचन मित्रपका व परियासि गमाम वामित्यादिति मियारयम विपरीतबोधा भवर पयमा भिचाटनादिविषया सिम - रमीपरपादिमा सामान्या सावतण्या रति १८, प्पषयपणिगहका केवलचरिया जिगमामस्वामिछल्लिा बहर घसम्माधुग्भावणाहिमिच्छताभिमिणिय सेहियथप्पा यच परच तटुभयच बुग्गामाषा षुप्पाएनाणा विझरिता पहावामा मामयपरियाग पाठति कालमासे कालकिच्चा उच्छोसेण उमरिमेस गेवेनम देवत्ताएनपत्तागेमवति तेतिमिगती एखतीममागरोषमार ठितौ मपिपिपिदिईन उनियमपिछेदचारपमित्र मतानुसारो एकसमयामोतरण पिनियामोप घेद गगाचायमतानुसारो५ जीयपजीवएवधि पिरासिस सारोमारियविहिरोछ गुप्तमता सारी सोपस्य कर्मक वनीपरिपरमौरक्षेपरब धमलोगोरामापिसगतानुसारी, एएचएसमाते । प्रवचनको विपरीतपरुपावरसमवेनिष पापकाभिचाटमादिफियारप्रपाता शिमरजापरणादिवगेसासरोपावेमियाटीविपरीत ) मतिमाधी घमारक पत्राववियानपच्यतापदानीबावनीसमे चादिकतेमधरो मिप्याबझठा पदामंतातेपछयाकरिवापछताते . शताकरिवातेनिनिय समाविबरी पापणपोपाबानेपर परामपुष तदुभगिनरपुण पाहतासितपापरविषैनोयता व्य त्पादवा, । पसबापतासमवंतापरतावका पोषरर विपरीने पारससमीर सामान्यपपरपासीने पाखमरपनापवसरमरविपर बासमरपवरीने Page #398 -------------------------------------------------------------------------- ________________ a. inchhar शे-रितिक र समधेषु रता पामता पाभिरेव समय बा भि'पपते बसमय मेत्य विधवाहिनी वारता जमातिमता गतिमीपपसित्ति धौ. मोम पवेको ना मन है जोषप्रदेया पपेनापि प्रदेशन बनो पोषो न भवतो मेनन प्रदेशम पूर्व पीरी भवति य एवं प्रोयो बोको मवतीय विवादिन शिव गुप्ता पार्वमता पिसंपादिन पपत्तिपत्ति पम पमत मिद जगत् साभारिधि श्रमोद देषो पायमित्यादि रिमितिमायोग पभावाचतवमा वसिति मत मशि वाले प्रष्यतिमा पषियमाना वा साधादिमणि रेषा मित्यविशाचापाडामिपमतान्त पातिम सामुमति मारवारिभाषामा प्रतिवर्ष समुदं चर्य वदन्तीति दिया परमिवमतानुसारित होकिरियषि बिरे मोतवेदनीचरनाहिसारूप एप समये लीयोऽनुमतीय वदन्ति ये ते रखिया मामतानुमतिम गमिति बौन समौन बौवाबीवनी वीपरपान गरान्ति से 8 रापिया रोषणक्षमतानुधारित: पपड़ियांच बहुरया १ वीवपदेमिया २ पत्तिमा ३ भामुछिया ४ दोबरिया ५ तेरासौया अम्बलिया ७ व्यसत्त मादिदमोगयोरिपोरमेसाबरोपमएबापाबायोस परबोषपरममांतनोभापामाजिनधर्मनापाराधषतिपातबार पक्षाबत पनेर पीपराजमाथि १८ वेदमबचारीचौर प्रामवाभिवीटरमपावरसौषत्पत्तिठाम सविधमरवारिपारमावासनविष निगासि समापदमारपरमति पर गवरमपेपमएषावनीपोपसमेननीपमाधिमतानमारी बीवपदेसिया जाममपि एचपुष देसीमितामगुममतासमारोर पत्नियामाधुमपोससमोरबामापन पोरादिमागमाहाचार्यमतानुसारोए भारकादिक Page #399 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - 10-to पचारिमामय समुदाचार सदाचारः सप्रमोरो वा चारो येषान्त पयसमुदापारा पतएव धम्मपचे पवित्तित्रय माणत्ति धर्मेपेव पारिता । P विरोधन गुताविरोधेन वा उत्ति नोमिका वखत सर्वापो विहरतीति योग अधति सत्ता गोभनषितउत्तिवितरणा पा सुप्पण्यिादा साइकिति मत प्रत्यानन्द पित्ताचादी बेवात सुप्रयागन्दा साठष विषयभूनेषु पया साजनिति उत्तरदाको सम्बध्यते ततय साप्तम्या सका। मात सायन्ति वर्ष एगचापोपापासायाचोति एवमात न सर्वस्मात् पाठान्तर एगरयापोत्ति तव एवम एव एकिका तमादेकशिवाल ! वित्ति कप्पेमाणा सुसौला मुखया सप्पटियालंदा साहिति एकच्चायोपाणार्यासामोपडिविरया मावनौषाए F एकच्चा घोचपडिविरया एवंभावपरिम्गहातोर एकच्चायोकोहाघो मायामो लोभामो पेज्ञापो कलहामो ममेरागैरगागाई अतधमधारितल्पनेविषेपप्रमादसहितईपाचारहमपो धर्मन चारित ने पापाचवेतनपाराधयत्तिप्रायोपिकाबले बरई मछु मस पोसौचपाचारानस पहुभशामतपव्ययकपर्वतमा सुपरिपायदा पानामपितवित्तछ साधनविना साधनास मोपी एबाजोगवसवें दिवादिषमयोप्रतिपातापितरवेशवयोप्रतिमयमपिरम्याविरतापा बाजीवर ताबगो एवंशपरपरासषक्षनही प्रापौरविपीपादिबावरतेयोपतिपयम पिरतापोसवानदो एक्योर एक मोधरोमष चोमिषवाका मनोधरोसपोनिवस्यो नमो पूर्षिया मानौनिवारववमिवानदी कमावायोनिवर्धा वसोभयौनिवार एवेश गरागवीनिवाई एवमहमोमिवाद एवषयाण्यानपासतानिवारपबनियानयो एमपशूधचोकोभियच्चाएपेनिनबी एदेयापरपरिवारपारकापपपादयोनिया Page #400 -------------------------------------------------------------------------- ________________ متن متن प्रिपत्ति व मृतचारित्र चरन्ति ये ते पार्थिवा इतरतदेव मिबतभाएं धम्बिति धतरूपपेष्टो वज्रम पूजितो वा शेषान्त धर्मेश विवेापश पबवा धर्मोऽस्ति देवान्ले प्रविव तएवार्थभ्यो तिम्रो ष्ठ प्रतएव धन्याइति धनं माख्याति मन्यामां प्रतिपादयन्तोति veखापि घोष यातिः प्रतिपान्ते धख्यालय धयपोयन्ति धर्म प्रलोकयन्ति उपादेयतया प्रचन्ते पापछि बागोतियोबिन पद्मममे समानन्तर वा पति व में रज्यन्त भासन्यन्ते ये ते परव्यना' तत्व समुदाचारति घ पर®ोगम्म अय्याराङगा तिचे १९ सेवेमे गामागर नाव मणिमेसेषु मनुयाभवति तखा अप्पारमा श्रप्यपरिग्गहा यद्मिया धम्मालुवा धम्मिका धम्मसार धम्मप्यसोर धम्मपलब्जया धम्मसमुदायारा धम्मेर्ण " टपोषय पोत्रात पोख परिपठनयमवम उपरिमरिमनामते हविमाननैविवे देवतापचे पुरुषवेदे उपपातसमानविपेशमा पविवस पर वह धानकर्म विजेते निण्डवभोगतिगमनपुर इसकोटाकोटिपत्रोपमे एक सागरोपमएडमाए तो ससागरोपमभोषितिभाखपु पत्रत्ताकति तौकरादिवर पर मोज परपने रामवमेभि नव तनो प्राधिमघमंनो धारावी मेवात पोतिमत्रो अपूर्विखोपरे १८ तेजे पत्र प्रत्यचसवारीकजीव प्रामवार्ड वोटि आगरव÷उत्पत्तिको सनिवेषमवधा डिमोसोवो सोनाबानकमेविषे मनुष्वपुरुवस्वोभादिममतिले तेकहरले भन्यो पोलपार भव्यापारादि बघोचे पपबोडअपरिवृमूह गुजेजे मे श्रुतचारित्रकपनाकरचचार धर्मश्रुतचारित्ररूपमेवेशेवई धर्मयुतचाग्विरूपवा भ्रमश्रुतचारितरूपसे मलावेते धर्मालाम धर्मकृतचारिचकपणे शिवाजीष्य प्राधिवारि२तिवाड तिने धर्मकृतचारित्र मे विधेम बर्वेधावधान S Page #401 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारिवाअब समुदाचार सदाचार सम्मोदो वा चारो येपासे असमुदापारा पतएव धनपरेपवित्तिकप्प मापत्ति धमें येव पारिता । १ विरोधेन गुताविरोधेन वा इति जोषिको समयमा हर्वापो विरतोति योग' सम्पत्ति सत्ता मोभनधितत्तिवितरणा या मुप्परियापदा सारिति मुटु प्रत्वानन्द' पित्ताशादी येषान्त सुप थामन्दा सावप विषयमूनेषु पया सावरिति उत्तरवाक्ये समभ्यते तसच सादम्य सभा मात सायन्ति वर्ष एगचापोपापासामाप्रोप्ति एपमात्न सर्वस्मात् पाठान्तर एगम्यायोक्ति तव पवतएव एवलिन तमादेवसिकात । चेवयित्ति कप्पेमाणा मुसौना मुवया सप्पसियाचदा साहिति एकचाओपाणार्धाताघोपडिषिरया नावन्नौवाए F एकच्चाघोचपडिविरया एवंभावपरिमाशतोर एकञ्चायोकोहायो माया धो लोभापो पेज्जागो फल हामो धर्मरागैरगापाई श्रुतधमधारिखपनेविषेपामादसहित प्राचारजनमो धर्मनधारितने परपासशुतनपाराधर्ष प्रतिपक्षीवियाकलो । ऐकाई मुटु मस पोसौच पाचार वोनस सहममानतद्रश्यव्ययरूपवेतमा सुपरिमापदा प्रामादकर्षसहितवित्त माप्त नविजेचना साधुमास । मोपवर्ती एमाओववसमेंद्रियादिकनपोपतिपातापिवस तेषकोप्रतियप विरम्यापिरबापा खांबीवीर ताबगो एवेशपरपरासघलेनकी : प्रापजीवविषादिवसापरतावनीपतिययमपिरतापोसवानबो एक्योए चोधरोमष चोनिपश्यावापिसोधरोसयौनिवच्यानयो सेवा मानवौनिवारपवनियानयो विमायायोनियो र्वषोभषधीनिवर्चाई एकदा मरागधीमिवो एक वाचतयोमिवार । एवपम्याध्यानपासतावोनिया एवेकनिवच्चोनषो एयपैयचाओवमोनियवाद एवमिच्योनवी एवापरपरिवादपारपापपादयोमिवा Page #402 -------------------------------------------------------------------------- ________________ AMA योनिः मानवेचानन्तर वा प्रतिवन्ति धर्ष्णेच श्रुतचारिषरूपेण परन्ति मे ते पार्थिवा ततदेव तिपातिभ पूजितो या देवान after] प्रमदा धर्मोऽस्ति तेषान्ते धर्मिय तत्वान्धेभ्यो अतिशयवन्ती भठि पतएव धम्मपारसि धर्म मारनाशि प्यान प्रतिureमन्तोति क्याबिन घर्षाचा याति निपान्ते धन्यस्यावर धन्यवसोत्ति घोषयन्ति उपादेयतया च पापि व्यक्ति पर पासष्यन्ते ये ते धन्यज्यमा सतय धर्ममुदाचारति प परछोगस्स अवाराङगा सेसिंचेव १९ सेषेद्मे गामागर जात्र मसिषेमेस मणुयाभवति तमहा पप्पारभा अप्यपरिग्गा धमिया धम्माबुवा धम्मिट्ठा धम्मवाद धम्मप्यखोर घम्मपलज्जया धम्मममुदायाग धम्मे उत्कष्ट पोषमभोजाइत घोष परिचय वेसकनयम उपरिम उपरिमनामते हविमानमे विधे देवतोपमे पुदय वेदे उपपातयमाने विवेगार उपि मानव विजेते भिगोतमसमपुर दसकोडा कोडिलोपमे एक सागरोपमएचवाएको समागरोपमभोषितिघाजपुतारित सोयरादिवर पर थोक परचमेराभवमेनियम गय तनोपा था जिनमें तो धाराधान पावतप्रोतिमचो पूर्विको परे १८ तेत्यच संसारोषजीव पामनावटिय धावरसुवर्णउत्पत्तिकांम सनिवेषम बच्चा डिगोबडोवो सौताबानकमेविये मनुष्वपुरुषस्रोपादिभवति ते पन्पयोड पोलपार भव्यापारारि कसंबधोक्षं प्रत्यवोच अपरिभूतमूचमेवेदमे भ्रमंश्वतचारिचकपनाबरबजार धर्मभृतपारिकपमेव देवसमतचापशम धर्मश्रूतत्राश्विरूपमै भञ्चाषैते धर्माब्लामी धर्मकृतचारिचकपने डिवायोम्यानिवारि२तिहोड दिने धर्मकृतपारिवने विधेप्रकर्षेभावधान पवन ते Page #403 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । रूपवारिचामह समुदाचारः सदाचार सममोदी वा चारो येषान्त अर्थसमुदावारा पतएप घमपपवित्तिसप्प मापत्ति धमें पेव पारिता । विरोधेन गुताविरोधेन वा उत्ति मोरिया वनमन्त गाणी विहरतोति योगः सुष्वयसि साता माभनधिसउत्तिवितरणा पा सुप्परियाटा। भाइरिति मुठ मचानन्द पित्तावादी येषान्त सुप्रथामन्दा साधुपु विषयभूनेषु पया साइरिति उतरवाये सम्बध्यते तसच साम्य' सशा मात् भापतित्व एगचापोपाहारवायायोसि एकमात्न सर्वस्मात् पाठान्तर एगमापोसि तव पकवएव पकविका तमादेकविसात वित्ति कप्पेमाणा मुसौला सुब्बया सप्पडियादा साहिति एकच्चायोपाणाातायोपसिविरया नावनौषाए F एकच्चा धोधपतिविरया एवंभावपरिग्गडातोर एकच्चायोकोहायो माया पो लोभापो पेजामो कलहामो धममेरागेरगापाई श्रुतघमचारिखरूपनविषेपामादसहित प्राचारवहनमो धर्मन चारितने वर्षापासवणुतनपाराध प्रतिपातीविकाको । बरई पछमस पोसौचपाचारहमा सहमानतद्रपन्ययापना सुपरिपापदा पासादामश्विवित्तपातु मविपना साधनास मीपवर्ती पवेबमाचीवनसमें दिवारिपनयोपतिपातापिवर ते पौषतिपय पिरम्याविरपा प्रांत्रीपोर ताबगो एवेशपरपरासघलेनकी प्रापी प्रौषपवियोपादिवापरतावनीपतिमय पिरतापोसयानको एपमोरएशोधरोमष शोनिपण्याकामोधरोसथकोनियानयो रेष - मानवोनिवारवनियानयो विषमायावोभिवच्याच शोभवौनिवाई एकैपपरागषीमिवाई एके वाचन वोमिवाद एकपभ्यायानभासतेयौनिवार एशनिवांनी परेपशूम्बचायवोनिया एयेवनियामवी एयरपरिवादपारपाचपवादयोनिया Page #404 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - प्रा तर म प्राय प्रागृहाई नगरं मिजाद सबसमायोक्ति एस मिधामन तपस्याम्पयूयिशवहनादिग किया गती मारतो पिरता राभियोगा पम्भक्खापापो पेमुखाप्रो परपरिवादाघो घरतिरतीयो मायामोमापो मिच्छादमणसम्मापो पडिविरया वापब्बीपाए एकच्चापोपपधिविरया एमच्चापोचार्यभसमारंभाभोपडिविरचा जावज्जीवाए एफचापो पपडि __विरपा एकचागोबरवकाराषयापोपडिपिरया जाषनीवाए एफच्चायोपयग्णपयापपायोपडिपिग्याशारजीगए पवपपवारमोनोमिषों एवपरतिरतिपसाताववीनियाईएबमोनिपच्चो एरिक्षमायामपायको मानयोपनियत पोष जमिधाबदबनसबानो पतियाबीविरतानिबाईनावीवियरतासगी एवेक्षमिवावयवचनी पविषयएमपीपिरतानियल्यानयो ए३पारम चोरगपोष्पदनसमारमतेतपद्मदिवबापनेविष प्रयतरपतिश्योपतिमयस पिरतामियाजानीषियतापगे एवेबपतीपरमपशेनो पतिमपन मि रवानियानी वरीपरसपानी परिवठ पनेरापाविरविवनावी पतिययाविरतानियवायरोपिरमिग एरेपी वयोमको पपिपल पोतापरावित पनेरापापिम्बादिकरतापको प्रतिययम विरतानियांवर नागोविनगर पोर ॥ पपचारमोनो पोतरपचिवु पनेरापारिपचाविव प्रबादिवरवारोतरपी पतिपय पिरतानियावानी एवापपानरो पापपेरारिष चमोरिदमपो पिाषाणादिपमोगरावरीमतटिमा पांगुमीरमरीमरपोरसबरसनापमोमटिरीमापित मधमाथि पप मरवाधिषह परिपतेसममाधान पापिलानी बतियाविरतारितीवर पवाराचविचाmar दब MEReleon-topioneer - - Page #405 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 1 दिभिस्वापाररविरता रति कारपिारतबचतासपवधपरिविक्षेसापोत्ति छान मदिरादेरिव छेदविशेपवरण पिन वसादरिव मुबरादिमा एमग, तवन पर प्रतिक्षामासिवाय त्यादिभएन तामधपटादिहनन तासन वा गाडारादेवासर्वम मगन बधी मारण वन्धी रव्यादिना यम्म परियो पापोत्पादन सामवनोगोवरियत्ति सावजयोमा पीपषिका मायाप्रयोगनार कपाधम घयाइत्यर्थ उपकरफप्रयोजना का ये ते तवा सम्पतति बापागा' पापमान्तरे भावचा पोशियावतति पत्र पयोधिकाः पविद्यमाना वा पधिमा पनि एव सामान्य नोहाना मनुष्याणां । ___ एकवानोपयपपयावपात्रो असिविरया एकच्चायो कोहण पिट्टण तज्जण तालण षहवंघ परिफिलेसायो पडियि रया भावनौवाए एफच्चामो अपशिविरया एकच्चायो गहाण महण वनग विश्लेषण सहफरिसरसरूवगधमलाल ___ फारापोपष्ठिविरया जावनीवाए एकच्चामोपपडिविरया मेयावणेतहप्पगारामावन जोणवपिया कम्मंता पर गयस पविरत निवत्तानयो एवेकपरमवसानी सानपरिवाषको उन्म नजगटप्पट पोपण वनगवामान पूरखु बरपट विपनगरमत्याग रादिक्षत गम्दवाविवादिबना परिससकमाणादिकरसवतादिवमा रुपाचवामादिक्षनागंधचीपादिकमामात्यसप्रकारपाभरणादियोपयकोपति गया विरतानियताछर बाषीवितासगर कसानादिवपदाधकीप्रतिमय पविरतानिवत्तानची जियोरपक्षीमनराइजेतयाप्रकारतर वापूर्वोवसावयसपापयोनम नवचनवावामसपश्चिच्चयामायाप्रयोगमकपायप्रत्यय एवाकमाण्यापार परप्रमेराप्राणजीवाएपरितापनावरण -भारवरीवनोपवावा तेववानियाईसकरपसारमधीपतिमयम विरतानिवत्ता एके कपापस निवत्तानपी तेजयमपमाधुनाउपासक की - - Page #406 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारपरिवावबाराकति तसोनाव एकवाघोपपडिविरया तं ममणोपामकामयति यभिगवणीपापोगायो वखरममपापापो पासरसंघरनिनरकिरिया अधिपारणधमोक्स कसला घस हेज्जाओ देशामरणागतवतरक्त सर्किपुरिसगसगंषष्यमहोरगादिएहिटगणेरि निग्गंधाश्रोपावयणाधी पण इवमपिजा पिग्गयेपाययो गिम्म किया रिकलिया निमितिगिच्छा वदता गहिवका पछिया अभिगया पिणिछिया पडिमिअपेमागुराग soning सिपबामावावयमतितर पमियतपोसपानापानोरतनापपोषचेतनाररितत्रीपदपत्रीपदपारनेपर उपयवापासोदा बामप्रतापईतासीसभेदपापपपमपापागोवबारे पापमपरामवममपोपाधिषपोमगरपारताधर्ममपीमपरिषपी गिन राममनिमरिव पोषपाविषयो पिरिमामाययोप्रमुख प्रधिकरपपरहाटपांगपिडा चपनम् ममादिशययोम मागर पतिवितिपमार प्रदेपणिदेवमनापापमोचनामममेरालादिमीरने विशेषतरादिसपरिपुणपिपीमावदेवतारिखमपामा मानिसहरभर नपामोपसुरकुमारनागपरचंद्रादिगमयोगायोगांद्रस्यादिवबोलियो यचदेवतारागिरदेवता बिपुषपरेमागमरमादित । मवाना नवसमूर्षितरवार पितरदेव विधिवतेपरसरी मिप बमनर्वतमपीपारमितमार्गतमसरिधर्ममयो पतिसमपोपपरमपी घोमपमागेमपरिये मिपयोमगवंतममाषपोषणपनीविमपर्मापनमासमनामावदनाविप मितविनिमयम रागिरि पियार शित मितपरिणबमुकाचापराममनोपभिषापाचारित मितपतिमयनितिगिचापममापचरतिसारित पारसनाच Page #407 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रता अयमाउसो णिग्ग थे पावयता पट्ट अयं परमठ्ठे से से श्रट्टे ऊसियफलिहा ववगुयदुवारा चित्त तेरपर घरदारप्पबेसा चउद्दसङ्घमुठ्ठिपुमानियोपड़िपुस पोस हंसम्म अणुपात प्ता समय विग्ग थे फास एमणिणं असस्यपायस्वात्मसाइमेष्यं षत्यपड़िग पायपु छोष घोष हमेस या पड़िहारएणय पौढफलहगसेज्नासथारएणं तवयत्री भ तिरूप प्रेममादिक राग करोन रंगाचा हा जिप व श्रीभगवतन भोभावठ कर्मसु बिभेदका पूछि बाजे धर्म संपवल पनवारवारहिबावको अतिशयस्तु पाम्याप पूया पक्षीमि निवयकवार अस्मिहाड पनर्मिहामहिमी अधातु विशेपते भगवंतना प्रागतिक हो (याजिनधर्मष्ठपात प्रतिपिता नम प्रवचनश्रीसिद्धांत जिनधर्ममार्ग व सारखे एकपरम उत्कटभोगार सितिमार्गवर शेपपुल फटिनोपरिंनिमंडियानामारमपि चाभोगत रक्षित अदुवारा उदारपणाधको पोषा सोमसि पापीता पाठनिपोषपूनम प्रमावनिकही चविष्य पकतिचितथा पृनिमविधियोमासा सबंधोनो तेहममिति ख गयपूषच वाहव वानकगमन सर्वथा महतवपूर आपहममुख पोवधपर्वदिनन घोष संव्यधम तौपुष्टिरूप सस्य गमवारितोचाररहित उपासना निर्दोषपर श्रमण तपखीनिग धवापर्यंतर परिग्रहरहित प्रावधित्सयम सहमादिक दोवरहित एडवच प्रशनमातषौ पोदन सासदूध वासिप्रमुख पांपोनोजाति पादिम भूपटल फाति यादिवसासार डावार पहनाते उरम विषपार का परम इविपर वियत्तप्रौतिन सकारणकर वारवारstभलिबाबnt गुरु पवि ग्राम अर्थपरिवावको विशेषमिव पौभा पर्व धारिवाद 4000 Page #408 -------------------------------------------------------------------------- ________________ SROo - - - विपनियामा वाति एतरम्म मजहानामपत्ति बचिवमाप्ययमवायः॥२. एचएएएएएएएएएएए पहिलामेमाचा विकरति विसरिता मत पञ्चवसति तमकर मसार पणमयेए पछदितिछोदित्ता पालोय परिव ता समाहिपत्ता काममास काण किचा उल्बोसेण श्वYएकप्पेटेपत्ताए उपवतारोभवति तेहितैसि गतीबायोस सागरोषमाइ किती पाराच्या स स सहेव २० से नोदमे गामागर भावसणियमे स मणुचाभव ति तनहा घगार मा सादिमत मोजपानसोपारोषठमपदेगरी वमतचापरिमापाची कवायसोनीवादिपायरपरषोतरपपिपरी पोपधाठिपहवरमादित मेववकीबाबघसारपोरेवारी पाहिलारमामोसे पापपछाधवीनरसूप पीठवामपटपटगपाटिन पपरमपीयया सपाययगंधारपोडामा बवादिषतेपरी प्रतिवामताविपरावतावमा प्रस्ताविचार पिरोविचरीमवीनर भालपमनादिवपापपरियार पारपरसभाभी बम पपपपपपसरातपवियप सनिवारवेरोमोवारीकर पतीचारधागावगुरपागसिपानोरकहोने दोपपरिजमोलेपयोनिमत्तोमर परोरपिसमाधिपामाधामारिसमाधिपामापसापासमरपनापवसरमविकासमरपवरोनर नारपोषणमारसा पयुतमारमपोपचमोश + सर्वि देवतापपर उपपातसमारसयामविप्रवरपवतरिमोमबतिपरसत्पत्तिसपर यानकर्मविपलेनीवनीगतिगमनछुगानीमच नाममा । नरोपपतीबितिपासवरिया प्रामबिभवन स्विमगतमीपाचामापारापबपिपासमवपूवतिमधिनमाविम२.जेएमयसापेकसीगाम वारिरिपोपावरसुवरनौलत्पत्तिठाम वापसदमीषशिरापोररतिवममरगरिगोपाषषोसीमानामवि मनुषनीतिमति वा 2 017 HERE Page #409 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -- - - - अपरिग्गा धम्मिया वाय कप्पेमाणा मुसौखा सुखता सुपछिया पंदा साज सव्यानोपामाइवायातोपरिषिरया भाव ! सव्याचो परिम्गहापो पसिविरया सध्याचोबोहाघो मायामो माया यो लोभापो जाव भिच्छादसणसल्लामोपडिविरया सापो पारंभसमारमा घोपडिविरया मयाभोकरषकारावायोपडिषिरया मवानोपयणपयाषणामोपडियिरया सव्वा यो कट्टयपिट्टषतज्जयतामसवसमंघपरिकिन मापोपसिपिरया सष्या घोगशाणमहायसवापिलव सरमरवगंध पारंमबरसादिकवि धौतेणि परिगृहममतापापनादिवरहित धमतधर्मचारिखधर्मनीचरणहार मापथोपने रागद धर्मन उत्तमपारिपपासिव । जचिस यमनिर्वाश्वस्वे पापरता सहभसपोममीसमाचारवेष्टनमो पहुभम्नावसमहाप्रतादिक मुष्ठ भन्चालपापहादसहितमधचिप्तमा मापारिवियोपर्वमनवनवायारपरपरावरपनुमोदन नवभगीमापोवन पतिपातपणियपोतेपथकीपतिथयस्य विनिवार मायथप्दथी पनैराबोच सर्वसर्वनाममिवरीपरिग्रामास ममतापापोनारापिधामको पतिपय विरतामिवाई सर्वसमम्तम्तीधरोसपकोविरतानियाची सर्वसमस्त मानवाभिमांगयौनिवजो समायायीपरषचनावोनिवर्या सर्वतोमाछापथकीविरतामिवयोषा जावादयोपनेरा मिप्यायनागुरु कुवतधर्मोनीपाखाहरूपमममी पतिययस विरतामिव या सर्वसषसार पारमजीवनपीसपद्रवसमारंभने जीतादिकपद्रवश्यायाविये प्रवर्तिवो वकीपतिमयम विरतानिवच्या सर्वसमस्तकरीव पोष्यापारादिवराविषपोपनरापारिकरसपथ्यापारादिका से पथकीपतिगयय विर तानिवाकर सर्वसमापोतपचिव पम्यादिकापचाविषपोपनेरापाविस्थषी पतिमयम विरतानिवाएर सर्वसमस्तवापरादिफहच - Page #410 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 106A Moo POS, विपनि शावमा संवाचि एतेरवई मेगानामपत्ति सचित्तवाप्ययमवावा. एबपए पएप एपए पनिजाममा विरवि वितरिता मत्त पञ्चकर्षति सपना मत्ताप मणमणेए छ दितिछोदिता पालोरय परिवंता समाधिपत्ता काखमासे काम किया उकोसे से अनुएकप्पेटेपत्ताए उपवतारोभयंति तेधितेसि गतीवायोस ___ सागरोपमा स्तिो पाराशया सेस तव २० सेनेमे गामागर जायसखियमे स मणुधामय ति तनहा धणार मा सादिमतमोरपानसोपारोचठमपपपरी बचापरिपुष्पाat मपसकांवोनीनाविपायपुषणरषोरपपरी पोपपाठिसुपसनरमादिक्ष भेगमयूमोबाबमारपोतेपासरी पारिताम्मान प्रामपाधपीमामूपं पीठमामपटफसमपाटिन परमपीयपा उपाययसंधारपोभी पवादियतेपवरो प्रतिक्षामताविकरामताबवा प्रवरपिचरर चिरीविपरीपवर्तीन भातपसमादिपपपपरियार पारभाभी बन पपपपपपसरतपवियेष रानिवारवधीनीवारीमा पतीपरतागानेगुरपागशिपाचोवीन दोपपरियमोनेपयोनितीगर मरसिमाधिपामाधानादिवसमाधिपामाबगबारमरपनापषसरनरविवासमरपारोमर उजरपोषणप्रारराउ पयुतमारमपोशपोपमोच चिनविय देवतापवा सपपातममाएसमानविनप्रवरपवतरिव.सोमवतारउत्पत्तिसपर थानविषनीवनीगतिगमनचगानेहनताशेममा परोपमहौरितिपारिवछ पारिभवविवेमगतनीपाचानापारापनपपातुमर्वजमिमधिनमाविवार. जेपमायापारीयत्रीरगाम पारिदिपोजमरहमानोउत्पचिठाम वापसन्दयीपतिपोषसनिनमहाधिगीवासीघोसीमावास विप मचमीत्रातिभतिथे मार apt-2017Hare - - - Page #411 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वरणारा दसोसमप्पज्जति ते पाहवासारफेवलिपरियागंपातिपातपित्ता भत्तपचपख ति भर्स २ वहभत्ताद् अणमणारछेदेवता जमाए कोरपग्गभाये जायधत करति गमि पियस एगइयाण पोफेवलपरदसणेममप्पज्जर तेवावासार छभोमत्यपरियाग पाठ२ यामाचप्पणेषा पयुप्मग्य वा मत्सपञ्च क्वति तेवह दभत्तान मणमणारा छटेद रत्ता नाहौए कोरए गग्गभावेजाय अत कर मि पियएगाच पोकेषजवरद सोम मध्यम तेवपू घासार छोमस्थपरियागपा ओर भाषाउप्पणष अणुप्पण घा भत्त पञ्चक्ष ति ते वहभत्तार पण सगाए। यौपनेरावधन ये पतसंपूस वरपधानामविपाववोध दर्शमसामाम्बाववीधस मुप्प जसम्यगमपा ससाधुध शाक्वासावरिभम्नगो वती साघिमोपवायतनुपारिखपतुभवमा पासोपनुममोम भानपशमादिकपपरिर मातपमनादिश पचपोनघणारभीप्रन पासप । : सिपवसरित पविशेषर हे इनिवार छेद निवारीमा नाकमाचयापर्धदमोधपभोक तथ्य चरकर नम्नपामावप्रमाणोपेतवसमुपहि | रयु प्रावण दयमी संघमापन पोपतविनायकार साधुभगवतमहिमापतनियरस्म कमाधुमर पेषत म पूर्ण ज्ञान के यमत स चूर्ण दर्यभविग्रेप । घामाचपावोध परमधान सम्य गप पारसूधपरमपनातिर पापामाधणारकर सवार सामान्य पवारइयतीनुपाय दोचाउँपामि तपासनानुभवातेदीचापासी अनुभवोनर पावाधातावमौसादिकरोगव्यारिजरमषा प्रयतापायाधापपजपनयर भात । पनादिकपणपरितर देमावघाभातभोपन पपसपसरपवरितपपिपते परकरोदरपरिसर होने जिशिपकिचयमोच leicka Page #412 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - oe मलाल बारा मोपडिविरया बेतावने सहप्पगारा पायजनोगेवड़िया कम्मता परपाणपरियायपपरा फज्ज ति सतोविपडिविरया बावनौवाए सेनाणामए पपगारामवंति रियासमिया मामासमिया जाप इणमेवणिग्थं पापवयंपुर भोकाउ विरति तमिसंभगवसायं एतेणं विहारणविहरमाणाण प्रत्ये गणेप्रगते साय केवज ममापिपायबोगेवाबरोबचारिखनसटिवपो तवनापागलोरबरोबोठियह परे दृष्ट बोपनाते नाबारबरोमुपर मारिसपापधरागेर बाधिवयोपरि बाधाहरुपमागिताको पतिमा विरतानिबाहर सर्वसमधामपंगापमोठभदाखगटपोपटपापड करापादिपाय परिवठ गवाहपूनिवपो बिहेपरपमरमरमागरादिप्रमुपनपोगन्दवादिवादिव परसबोमवादिन रमतपक्षगनादियानापपपिसानादिव नागर पोधात्रवारिमान पामोपचापबार पामरपादचारप्रचारपतवोपतियय विरतानित्ताधे वसीपोरारजेमधामगारनवापूर्गव सावधपापमपितोगमनसमकामानावरियामागउपयोजनबाबनायवक्षारय एसवाबर्ममाम्यापार परपमेरामापीरमरपरितापनावरणार पबतिकरामोपचार वीपतियवसपिरताभिवता बांधीगिरतासग सेवानामनिमकोरएच पगारपरसामपोर रितपा वारिविगारमादि पवठसावधरतीवोमरोममितिसमता विपरोपवपविधामापागोसरीमापासमितिममिता जावयदयौपनेरार बोर एपचासमितिम मुब पानिपरीमियबयोमममापीर प्राममिहतोत्र पुरतो पायशिकरीपतिविरपर प्रपत्ता पूर्वोच सापरिनिगमनतमहिमायतमा विचारपरपौशिविर विसरतापरतापवानर बम्तमगर्वतमानर पनुत्तरसर्वप्रशरिमधाम नाप यय । Page #413 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भवातारो वा पशुपारस्वारिका पुवकमावसे मप चौपावशेषवर्मापो देवसयोत्पत्तारो भवन्तोति योग २१छ सवचामविरयति सपकामन्य 8 ममतगदादिलिपमेभ्यो पिरता निवसातप वा विरया विगतोमुक्या ये ते तथा यतः सपरागविरसयत्ति सम रागात समताधिपयाभिमुस्पत भतामपरिणामविशेषाधिरता निता ये है तमा सर्भगातीतति सर्वसामान्यासापिवादिमम्पन्धादतोता पक्षामा सवसमतोता यत सबसिरहारपतत्ति सर्व मावादिसम्बन्धोत पतिकामतामयावासो ये ते सर्वातियामा पयोति क्रोधविफनोकरणात निमोति . उदयाभावात एतदेव कुतरस्याप्त पौरोक्ति पोषक्रोधमोहमीय फर्माण एवथ एआयते गप्पा २२ व तदेवमायो विषधितोपपाती पधुनानसरोव P पितेमि गई तेतीसमागरोषमाइठिई धाराइफा सेम तय २१ सनोम गामागर मायमणिवेसेसु मा पाम L बसि तमहा मध्यकामविरया सम्बरागविरया सध्वस गातीता मयमिणेज्ञातिकता कोशा णिसोश खोमानोहा एव हत्यतिर तिनातिपिमामातेरोमोगतिगमनार कोसाकोरिपरपोपमाप कसागरोपमएसपातेवीसमागरीपममोथितिपाउपपो जिनमाप माझिनधममापागधवाय पोशुमतिमजधितोपर २१ सेवेएमस्थ चसमारोषनीव गामसामान्यपागरसोपादिप नाठाम लावयदपने वोस समिवेयमवगलिपातीरममुपनाममा विष मनुषपण्याभवतिशतेका सर्वसमसामगदम्पविषयमोपिरतानिवघ्याएर सयममम्त रागविपातिभूतीपीविरतानिवाई सर्वसमप्तस गमातापितादिवसधवषोपतीतपक्षगायया सर्वसमामेहमातापितादिकावधियातिपयको । प्रतिकातापक्षमायण पक्रोधकोषविपनपठोधपोशर निर्गतनीवथपोकोधपदय पावतपोनधी पशोधपोकोधमोशनीयकर्मचयकोष एवरम 100ctobplasmissettollow Page #414 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गवः भावात रोमादिबाधायां पगचापयन्गेभरोतिएगा साधारणपत्याधितोमा वा पर्यायन्दिमा पुन शब्द पूर्वोका पेचा उत्तरवाक्याच स्व विशेपभोतनार्थ एवे वेगानमा जनेभ्यो पपरे भयं रोशि महारो नामवियमेवविद्या RKICI छेदेद्दश्ता जस्पतिएको एपग्गभावो जाव रामकुमाराहित्ता परिमेहि उमासियोमासेहि भगत गप्तर निघावाय नगर कति परिम्प केवलवराम उप्पाडिति सपच्छामिति जाप चतकर विति एकच्चापूण २ केभ येतास पुनकम्मा समे कानमा काल किया सोममि महाविमा देवता वत्तारो भव । आवग्रन्थीपनरायोपवेशदपचारा सिमकरोन पारतिर नस्त्रपषु धत्रमप्रमायपितवस्त्रादिकगपशपहिर पामोन परिमलहम वापस वापरो धर्मोपताना पतप्रधान कहोमोतोमा दिपक निराकरणचायकले पाया जानो मतिपूर्ण पूर्वि मानापमानीपर के मनपू व मान विशेष प्राचिवाब औरत सामान्यमा विराम कोते उप्पा डिति सपासप तिवारी मोरकपनपनाम प्रापयोग सकनदु मागेरियमानसौको अंतरवर वनो में इनह एक पर्चाशरीरवरिकरसंसारनेविये हवा मनाकर पारायनापहारा पूर्वमत ना खपायक मंत्रयान मे अवशेववाजता कम वोगे कालमा मे मरपालन पवमाधम रचकरोग उत्पयेत्र पुत्र मर्यादि मनिष इसे महामोट प्रोषि मानापातितापयदपचे उपपातमभामतिपत Page #415 -------------------------------------------------------------------------- ________________ turda ! भयवातारो वा पनपारस्वाचित पुषमावसे मेव चौपावशेषवाणो देवतरीत्यत्तारो मवन्तीति योग २१ छ' सघचामविरयत्ति सर्वकामभ्य , समसदादिषियेम्पो पिरता निहतात वा विरवा विगतोसुक्या येते तथा यस सम्परागविरसयत्ति सम रागात समम्मारिपाभिमस्यरेत भताभपरिणामविशेषाधिरता मिहत्ता येते तथा सबसगातीतत्ति सर्वमान्समातापिवादिसम्बन्धादतोता पपनासा सवसातोता पत सबसिरहारबत्ति सर्व मावादिसम्बयस पतिवान्तावाबासी ये ते सवातिलाना पोति क्रोधविफलोकरणात् नियोक्ति मममाभावात् एतदेव इतरत्याशप्पोपोति चोपकोधमोहनीयवर्मापरत्यर्ष पारित गप्दा २२ ब तदेवमायो विषधितोपपाती पधुमागसरोल तेहि तेमि गई सेतोसमागरोवमाठि धारावफा सेम तचेव २१ सेनहम गामागर मावणिवेसेसु मणुपाम । पति तनहा सम्बकामविरया सव्यरागविरया सम्वस गातीता मरमिणे शशतिधता प्रकोश णिकोश खोमा कोशा एव .k सत्यत्तिारतिपातिपिवानकातेहयोगीमतिगमगार व्यकोसायोसिपनोपमएकसागरोपमपवासेवीसमागरोपममोयिसिपा उपपो खिममा नाजिनधर्मनापागवाये पयोमुमतिमाविशीपर २१ एप्रस्य चसमारोपजोष गाममामाम्यपागम्योहादिकनाठाम जावयम्दपनेरा बोस सनिवेयमरवारिपारप्रसुपनावामनाविषे मनुषयावाभवंतिछा कार सर्वसमस्यामाप्दरूपविषयथोषिरतामिवच्याएर सथसमस्त -रामविपरीतभूततकीविरतानिवाळे सर्वसमास ममातापितादिवस वधवी प्रतीतप्रलगायया सर्वसमस्त से मातापितादिकसंवधिमातेकी प्रतियोतापसगावया पोषबोधनुविफसरपपौरपोशा निर्गतनौवचमोशोध सदय प्रावतपोमची पयशोधपोक्रोधमोपनीयकर्मचयबोध एवरम MPlaN... Page #416 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - MAA मियोपपातमबमेन तवारपनसमुपातादिषयता दषयवार पगारसमित्यादि प्य नगर पसिममुग्पाएपति नपादिम सपातिम पमोति समातो विचितपदेय पपपप्प तिवसनामवसं सम्पमित्वयं व्याप्यात पवस सम्पर्व पम्पत स पप समापवरपसमय बाकपाति वापत् पक्षासो बम वि समामोतरा निबरापोपोरिति निचरा प्रधाना पाया नियंपुरसr गौरमा बमता मापादिता' पयपदेशा रख' पतसनिबरापासे पुति पटो म्याम छमत्ये पनि काम्यो मिरतियपानावरातिसतायो मांप माया लोभा पणुपुषेष पहलम्पपगडीमो सत्ता आणि लोयरंगपाणापयतिर पुणगाणते भाविपप्या फेवखिममुग्घाएवं समोरपिता केवलकप्पं लोयं फुसित्ताणं पिति तापिर सेण्णमंते सेकेशनकपणे नोए सेहिणिजरापोग्मोकिंफुले हसा फुसे छोमरोखमते मधुस्मे तेसिणिजरा पोग्गला किंचियणणं पण पुजमान पभिमानत पहुभाष मावापरचमानुप्रभाव सोमाशतेहपभाष पातपूपिनुक्रमर भागापरसोयादिवपाठनमनोविपभापरियपचय परोपपायोमा परिपोषणापविएतहासचदालनापपिच परस्पतिहागरािरततिाये पपगारमानापरलीसामग्रीमपोमतर भगन मारितामापारमाबिमाबापारिवापामा बेवासपोग्समपातपायामाप्रदेशमठबागिरतमाठिपो तेसमोपदेसवाटर पानीपरम सीवरचएराब परसोगररामौतमपरमोगररार देनमनिपरपोभगवन पहचाननीपररसपनोबलरामपरनिरामरपुरमरप रिसागोतन परिसरात वायसरामामगबन मनवनिर्वरावमवपाया पासमानहबारबरपरिबरोवार Page #417 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बत सापि वियिशवधिधाममुखो मिरापुतान् जामाबगरशासवामति वचनात् वय वम तिवान वयतया याषामा नेत्यय वर्ष बासपदिक आमाति विशषत पम्मति सामान्यत पोरगत्ति मारमर्व समहति समर्थ सास धम्मपुरमामा मातियवानगम्य वा सयभंतरा 4 एप्ति सर्वाभ्य सरव सम्मपुडापति सव्य चुभव दीर्घव चाव पाहतत्वात् वोसि मत हत्तय मोदक पचन तोपि प्यादसम्म दण्यवच्छेदेन प्रसरसता, भिधानाचमार देगापवसठावठिएत्ति उपचवादन घतापूपादेरप्यत्र पर मासि चक्रवाममइस मानवधम्मयोगात रवमपि रखपवार पुस्करपियत्ति पमोनकोय बापवावत्ति कात्ति यावदिति परिमाया म्हादिस्यस्य सव्यपेच रसामवेत्ति दंगमम एप गंधेगंगंधं रसेपारस फासेसफास जाणति पासति चोतिण सम सेकेणभंते एमवच्चति छ योमत्य ण मणु म तेमिपिज्जरा पाग्ग तारा णोकि षिवणग वणभायमाण पासर गोयमा अयणं मधुहौष२ मध्यदौवसमुहाण __ मष्यम्भतगय सव्व खुवाए पट्टे तेम्पू यस ठिएषट्ठ रक्षचव गजस ठाणमठिए व? पुस्कर कलियासठाण सठिए वट्टे को रसपंर परिसरो शरिस पाये भापमानबरो देपा दर्गनर करी नोरा पर्व समय एतसर एयूमन घटे ते सरपच भरमगाम इमको नई छपखवधानरहित मनप्य तेहमिनराधो कर्मनापुरसमानरबारवीवरीवः दप गौतम पापाप्रत्यचदीसतह पीपनामाची सर्वप प्यात होपसमुद्रमाथि सर्वदिशाबानो सगचारीमानमो नाटसपो वानाकोधातासम्मान करीम सरोपपो वाटसपोग्यचकवासपो तेष्टमा समानरसरिषठ पाटसह पफरकमसमोरपिकापापहोगसमझानेवारीसरोपपो पाटलठ प्रतिमानपदमा पदुम स्वान करोसरीपपी ए यो प्रयत Page #418 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Promoc मिति परियारूपीप्रवादिशासवापारापरयनपर पसाराय मासवारियन मेनानियोपदयपर मिल पला रिचार निरिपबरामिवानिति तिमिव परिवामिरि तिमुत्तपत्तोत्ति विगप्पा मा विमान हिमारानि TEST PE+ पष्टिपम्पचदसंठाग्मसठिर एक जोयणमाम हम्म घायामतिपक्ष भेण तिग्विजोयनस्यमरमाामो नममा भार दोबियमत्तागोसेखोयणसए सिस्थियकोसे पहावीरुचवणुपय तेरमयनगरनार पगन्नियप तिमिरिमेमोरिने परिक्षेण पणते देवेणं मणिोए महकुत्तोए म बस्ने महायमे महानुषले महाभाये मापनपगंध समग्गय गिगति सश्त पवटास्नेति १२ जापरणावत्तिक, फेयजयाप्प जष्ट्रीय तिषियत्यगणिवाएछि ति । स्मतसप्तो पापरिहिताष्यमागछेना सेमस गोयमा मे मोवनकप्पेजमहीधे तेरियाणपोग्गरि फसे । साम्रएतनावयोवन विपर पपिपनपरिविवापसोड मास विमे सत्तायोसयोत्रम विधिकोम एवम उपाण्पनर तरपागपासोपान भयो वा एविशेषाधिक चिसोपरिचे पोपिरतष्ठपरिधिमा तीबरटेवता मोटोसहिन धणो मोटात अनु यो मोठामपराकमधन मोटार सनुपी मोटामुक्नु पयोमोटोमपिमानधचो विरमहिन सुगधपन गवापोहायचर पूर्वामियनुसार पसीनर पामोपरिपासपोर पडोमारमारियां चार करोने सपूर्वजाहीपमामाहोपविपिचापोषप्राोर एतमीशरमारिधिमाप्त पोसारजपोपपापमिपिरोस्यतापमा पापले निदरेपोतमम पनामापतेपर वापगामियासंबधोगधनपुरमको परिवागोतमपरिणपो पनिगमनारित गौतम tor Page #419 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारा इत्यवः सात मौन पारोमाहिति गधार रित माने यावदिवस सम्पच शारदिसपटी हय एमुपमापति एतममा का एक नाम पथमा से समावस्या पर्यादिमिर्ष वामातीति समायोति यमप पायुमवधवा यमपणासावायुपायेति ममासम्तम्या : मम्म यमपायुषन् यथा पतिसमवाधपुसाव जानातीव मिर्जरापुरगनयोति दृष्टान्तोपनव' सम्हावभते देवसोसमोहचतित्ति ममवन्ति उमस्येय गोयम म धायपोग्ग नाण किंचिषणा पण जायभाणति पामति भगय मोति गहमले मेसेणणं गोयमा एवषुच्चर छउमस्येण मयुमे तेसिणिज्जरापोग्गलाणं नोकिचिवणणंवरम गाय ___ मायर पामद् एमुखमांस तेपोग्ग ना पणत्ता समणास्मो सयलोयपियणं सेफ मित्ताण चिति कम्हाणभते केपलीसमाधणसि काहाकेवनौसपुग्घायंगछति गोयमा केवलौश चत्वारिकामा अपलिक्खौणाभवति त पासपो परीव ५ प्रापरवागारी पाएमरवरी भगवम नहीपवातपमघटमाहो सेतो पयोम मारकर पतिय मानरहित मनुयाशिवरामीमपपाथान पुरसमउ नत्रापरकासमपरी जावपमेशाजापंचाम करी मारकरी या समरष्टि गोचरभानर एस्पातन प्रमानातीपकरर पहोमपचारितिको मोवपदराबप्रमापसथ सेपरसौम रहा किसागरणयत्री मगवन बेपनाननस धपोममोपामानामदियमषिविस्तारर किसाकारपधकोवर जानौसमुवातवरसमुहातकरीवामीमवर गौतम देवर सांनीनाचारिवर्मनाप्रयवयव अपरिचोपचवनधोमवतिपाम्या तव वेदनोवसातापसातादिक भाजप मनुष्यादिकनामकर्म समपराम गोवउच्चनीष Page #420 -------------------------------------------------------------------------- ________________ AroPoscleroelectronics मिति परिवाष्पीनवावेदारसमापारापरयनपर पसारायण च प्रातहात रिचार में प्रतानियोपदमपातिकमा पदा विभाग निसिपमरानिवाएहिति तिसमिष परियाभिरिला तिस्पत्तपोति विगपा मा विमाप्त किंममगारान्ति गाए.fle + पचिपसचदसठाणसठिर एक जोयणमहम हम्म पायामनिक्स भेषां सिगिलोयनमयम स्मारमो नमसमार टोयियमत्तानसेवोयणसए सिसिकोसे पाषौसचधणुमर्य ते(भयं अगलार घगगिय किचिमिमीको परिक्खे घेण पणत्ते देषेठ मरिडोए महत्तौए मइयत्ने महायमे महानुको महाभाये मपिनगर । समुग्गय गियाति परत पवटालेति त३ भापरणावत्तिकष्ट, पानवाप्प नष्ट्रीय तिनियत्वगणियाएछि ति ! स्मतखुप्तो पशुपरिहितारमागकेला सेणूपमत गोयमा मे फेवन कप्पेशमाहीये तेर्दिवायपोग्गनेरि फसे मासपतमायोजन सांबपरे पनपिपपले पिपिसाप सोससहन विमे सत्तायोमयोअन तिषियोम एकमल पायधनुष तेरोगमायोपनि नमो बार एक विशेषाधिक चिसोपरिचे पोपिरतत परिधिवकीजवरदेवता मोटोशहिम धणो मोगतजन मो मोरापमपरायमापको मोटाप पापी मोटासुमन पोमोटोमभिमानधो दिपारमरितगपद्रप्पन गमापोतावर निवडापा पोनर मोपरिपापापपोरिst पापडोमापारिपारपरीने सपनोपनामावोपविविचापोवाचओर एनसीवारमारिविमा बीमवारपपापमिपिरोपहतारमा पारन मियामोतमा पनामाीपतिवर प्रामामिबासबधोगधना पुसावरी परिसडागोतमपरियपो पतियपारित गौतम Page #421 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -10 । कवसिस मुखात मतिपयमाम ममममेव बरोति पठमसमयेदेर रत्ति प्रथमसमम एव सदेविष्यममूईमधयायरा भुभयतोऽपि सोचातगामिन वीवपदेगसहात दमामी सेवसीधानामोगत बरोति विएववाहपत्ति रितीवसमये स तमेव दगड पूर्षापरदिगयप्रसारणात्याती । होवानगामिपाठमिप पाट परोति मति बमोये समये तदेव पपाटन्दचिवोत्तरदिगमयप्रसारपामन्यि सहग मन्यानं करोति पोशान्त । प्रापिप मेव सोग रत्ति चतुर्वसमवे सा सोबनि छुटमन्वान्तराधि पूरमति ततप समन्ततोक परितो भवति चोये परिमारित्ति पक्ष में समधे । । मन्यान्तरापूरको ग ये दोषपूरका प्रदेशात सोकशब्द न सच पती मन्यातरासपूर काम प्रदेगान सहरति गधिमयो भवतीप्ति यावत मंचपछि मरणविष्य मुवा मिचियरगतिंगता केतिसमएमले भाउज्जौकरपनसे गोयमा अस पेन्जममतिए अंतोमङ्ग तएपन्नते केषतिसमुग्धाएणमत करसमसिएपबत्ते गोयमाघसमसिएपन्न तजा पढमेसमएदटकरेति थिए मगएकवासकरेति ततौएसमएमयकति चउत्थेसमएलोयपरोति पंचमेसमएलोयपठिमाहरति छ समएमथपछि मोचवरप्रधानमतिपाता तिसरममयभगवन पामानामोचप्रतिसामावरिवठोपाव-करपाचपोतीर्थकर पहोगौतम पस स्वारासमयनु पंतमहप्रिमायचायपत्ते वाहतीकर सोमपोस सुधातपामप्रदेशबाहिरन काठिवधमते भगवन केतवसमायमच उतीर्थ करे पोगौतम पाठसमवयनपोतीर्थ पर तेवरावर पहिसारसमापीरनामदेगदछनापावारकर मौजदूममोहमपाकारिबोधांजेगावप्रदेगले पूर्वपषिमा विस्तारीगरमाग्नीपरावर पौत्राममातेलमारमीपरोपावधीवगामयसम्बदचियपत्ताविस्तारवामपाणपोकर पउघरसमेनोवो OJEST Page #422 -------------------------------------------------------------------------- ________________ aH Satara प्रदेयान दिषु पचिपति पतक्षेप मुपतित्तये वासबान्तरपार कासीम मुग्धाय गचतित परिणति मिते रक्त परम पनि विमत्ति अविना तस पवेदिताम्तममा मनुभूतवास पनिप्पोनामरमपानी सौरपदेगेभ्यो ऽपरिमटमा परावलितप पसिनो य समुहात प्रतिपयले म पुन सवव पापि मम्मातामा मपि समभाव यात पनि प्रदेशमानमारमा पापिय स्वर cिtoचि मितिबंधविशवाना धिमेवा विषमसमभरपार पनि ठिरिय एक मोममोरनति ९ मतपटमा एवं I पर विवनसमभरणाम बखमादिमि हिम समुततीति भावप्वीकरवति पावचोकरप मदोरणानिमा प्रवेपन्यापारप तर वेदपिल पाउत णानं गुप्त सवनइए से घेयपिय कम्म भवति मश्च त्यो म पाउएफम्मे भवति मिममममकार न संघ रितीशिय घिसमकरबताए बधहि द्वितीय एप स्थलकवस्तीममोडपति एष पुग्न केवनीममग्घाय गच्छति सधे वर्षभंत केवजी समुग्धायगच्छ ति गोमम फिरियाणममुग्धार्य पर्वताफेवीक्षिणा गरा। समसामानिमारपरछ तेस्कोपबहर सपनगवामाहियोगत पाचवमवर वेदमीयपमरपाजप विपरपा पानेममवार परसरो । बितिसरी पिमवाते समपरिवानपी नरबरी मितिसरी पपरपसारनियसरीपन नामोपामामा मदिमिविपरमिसाए पिचिपाए पनि मस्तिषसत्रामोसमात पामरदेदियवि विस्तारिमामातर मगमोरनि भरभगवन पास समिवियविस्तारिया प्रवत्त मपातपात बटन महोघहममाति प्रमादिशतिपरिवार प्रमतापमताभेटमेमोजिमभगत परामराम्र - Page #423 -------------------------------------------------------------------------- ________________ A - -- - - - - - सप वापयोग पौदारिवारोरणावयोम पोरापिसमोसासरौरवारखोगति पोदारिवामियक नाम यच्चरीरसप्य य वाययोग स यथा सच वार्मची दारिषयोगपयापारम्प पोदारिवारीरिता भत्पत्तिमा वसिम सुधार वा पोदारिमझिययो रोदारिकापारयोर्वा युगपवापाररूप चौदारित 'मरोरिपा वैविबरणवारी पाहारकरवाति विधिसरीरबायजीमति पूर्ववर पिपिग प्रयोअनमति वकिय मच्मतरविषिष्टवायकरण चमपुासनिमिव पर्यन निवसन्धिमता वादवायुवाविपक्षेन्द्रियतिर्थम्मनुष्यापविमारवायां च मादिति पेठपियमिमसरवाय मोगति क्रिय सचिव यत वाचादिना त विवमियं तच तहरीर देति समासप्तम वाययोगो क्रियमियगरीरकायम सच वैभियकामेणयो यंगपणापाररूप सचदेवनारकापा मुत्पत्तिबारे पाप वैविवमपरिपसमिति नियमधिमता वा तिवम्म नुवाप्पा विचितक्रिययरोराणा तलागेनोदारिया बायलोग नति कायमगंज जमाणे किउरालियसरीरकायमोगमति उरालियमिमसरीरकायनोगंज जति वेद 3 बियसरीरकावोगमति वेलविवमिस्मसरीरकायोगजनति धाहारसरीरफायनोगंज मति पाहारसरोगमिम्म मोबर वायानखोगव्यापारप्रयु परमपावर बायात व्यापारप्रयु बतायशास्तु पौधारिशयरीरकायजोगव्यापारतेमयुनर कापौदारियगरीरप्रनामस्म मिपपोते मिश्षयपोते पौरारिवमिववादाम्यापारतपयुबर पैकियावरिवारूपक्रिय बावजीगण्यापारमय परमवीवर वर्वकिय गरीरपोदारि कस्यु तपाकर्मम मिस्बरतेवेत्रियमियवावषीयप्रयुबारमवत्तागर वैपाहारषयरोरचचदपर्व नसकीधपोतेरधोगव्यापार प्रयु बर वारकरीर, पोदारिवन मिचोते मियामोगण्यापार ते पाविशारा कर्मणयमरूपगरीरान प्रोगव्यापारप्रयु नरप्रवर्तावर पोगौतम पोहारिकगरि RRIORAIPost - - - Page #424 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सावरजत्ति मन्यावारव्यवस्थापित प्रदेशान् सत्व कपाटलो भवतीति यावत् पार्टपरिसारत समममये बपाटाकारभार देयम रमाइलो भक्तो भ्रमयेदंड पश्चिमाचरन् सारिता सरये भवति यद्यपि संप्रत्येत्यनेन संरचयपूर्वक घरोर भवनस्य च मसाल्याता मन्दवच्या मतोयते तथाप्यस्यान श्रामेदोऽमित प्रयोरप्यरमसमयभावित्व मोत्यादिति नीम शुवइति प्रयोजनामामात् बाययोगचिन्तायां सप्तविष काययोम त पोरानिय सरोरकायत्रोर्गति योगोप्यापार गारप्यतीति वान विशेषितत्वात्काययोग' स चामेिवमेति चोदारिकमोरेच विशिवते तत्रोदार पुसापेचया स्वमेर्नित्तमिवोदारिष तच तच्चरति ममाप वाहरति सत्तमेसमएकवारं पठिसाहरति षट्ट मेसमड डिसावरति सारिता तपच्छासरीरत्य भवति संभ तहासमुग्वावगते किंमचजोगंबु अति नवयोगंबु जति कायजोगंज जति गोयमा योमनोगं प्रति नोषय जोगंशु जि अंतसमोपुरांच भोवे हम श्रमदेवराव पूरे भरे पांच महस मजे को सब मा त उते सर्व प्रतिय श्रीवमाप्रदेयते सर्वमाहापो चट्टरसमइम बाचामोपरे की बाविसायात चीन प्रदेयमथ घोसांवरेमाची पातमैवमेकमाउन परबोधाजीवपदेयते पतिमय सारेर भट्टमद्दवमधूपत्रिका कोषाविष्ठाबाने जीवम देवैस बसाइमा चीनकर तेसबंधाचसेश्वरोनद् शरीरमा डिसर्व पदेश मदोबत छ एचबी बीम ते भगवन समुहात कोबर पाल प्रदेशविस्तारवार मनन बोममममउब्यापार अविष्ठारोड बचन व्यापार बहुविकार चोर बाजार चापारमयु वधूमवत बहवोडर पत्रोमोतम मननकस्यापारमषु बहनोमनीवर बचन व्यापार म Page #425 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ५ तास पाण्योग पोदारिवारोरगावोग मोरासियमोसासौरवारधोगति पौदारिकमियव नाम पच्चरोरन्तस्व य काययोग स यथा स प वामयो % दारिवयोगमापाररूप प्रौदारिखमरीरिा मत्पत्तिकाचे देवनिममाने वा पोदारिषत्रिययो रोदारिवाधारयोर्वा युगपच्यापाररूप चौदारिक मरीरिक प्रियवरणवारे पाहारहबरपमा चेति विसरोरबायजोगति पूर्वपत्रपर किया प्रयोजनमनसि वैकिर मातरविषिष्ट वायकरण । चमपासनिमित्व पचनियसमिमता वादवायुवाविपक्षेन्द्रियति म्ममुपाया देवनारका समादिति वेठपियमिमसरीरकाय योगति पंक्रिय सभियं सत् कार्यादिना त शिवमि वर तर ति समासतम्य वाययोगी वेत्रियमियशरीरक्षायोग' स च वैक्रियवामणो युगपापाररूप भवनारामा मुत्पत्तिकासे पाप वैरियमपरिपूर्वमिति नियमबिमती वा तियरमाणो पिरितक्रियगरोराणां तयागनोदारिकममता कायकोगनु जति कायनोगंज अमाणे किउरालियमरोरफायभोग अति उरानियमिमसरीरफायलोगजु भति वेउ र वियसरीरफायजोगंज वति वेतविमिस्मसरोरवायजोग मति प्राहारसरीरकायजोगंज मति पाचारसरोगमिम्म मोटरसाशामलोगष्यापारम जापप्तांवर पाया प्यापारमा बतावास पौधारिवयरोरवायजोगव्यापारयुग कारपोदारिफयरोरपगएकमस्थ 3 मिनपोतेमिवषयपोले पौदारिवमिववावाच्यापारतेमयुमर वैवियारियापकिय बायवीगण्यापारपय अपवावर कार्वक्रिय परीरपोदारि वयु तबाकर्मभुमिबर तेपेशियमियवायधीममयुवरप्रताप वैपासारवयरषखदपूवनलकोधपोतनु वीमन्यापारतपयुवर कपाधारकरीर पोदारिवस मिस्थोते मियाजोगग्वापारतेपयुवापिसार कर्मपामापथरीरान जोगव्यापारप्रयु बरपवतावर पहोगौतम भोदारिकगरि सस Page #426 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मिति पासागरोरखापतीमति प्राम्मत मवर पासारका लिमिटतरपशि पिपप माहारका पपच पर गर्वधरन पमुपनियम तारबार भरतोति पारममो ससरोरवारखोगति पाचारपबित्र यदोदारिरीय तदापारमियापरीर पतिपराप पवार पोरिववीयुगपचारका साकारका तमामेनोदारि पातो मरतोति मगसपोरवायोग प्रापत् पापानारामतो पिम हानेपा प्राविति पठमा सुसमएस सूत्वादेरयमभिगायो श्रीमदेगाना पडता प्रदेश महारन प्रथमाटमपम यो रोदारिया कायोगेजुत्रति सम्मासरोरफाय गोगंत्रु पर गोयमा उराजियसरीरफायणागंज उरानियामापसेरफारमोगपि नु वर पोबियसरीरकायवोगंबुजा पोषसब्धियमिमसरीरकायमोगगुमर गोगासारसरोरकायकोगंज जर पोपा कारकमिसमरोरकायोर्गन नर कम्ममरोरकायबोगपिनु वा उरालियमरीरकायशोगं शुमा उरानियमिन्स सरीरकायबोगनर पठमा मेषमएसचराजियमरोरवायवोर्गनु ना विद्यछत्तमेमुममएमउरानियमिग्म बारामत योगन्यापारप्रवर पोरारिवारकमसमिशायरवापानु योगन्यापारत पर जर पशियमरकामागोगयापार वेवियरपोदारिबादिपन मिचाहावनामोभन्यापारतेनमभुमर पापारमरोरखापानु योगव्यापारनेरमपुर गारवगरपोदारिया मिथएवीवावा वोमच्यापारममवार कमपकमरपमरोरोपनु योगमापारपडंबरपरतावर पोहारिकमान घोगम्यापारमय जर पौराणि पनवौमिथायामीरवाधान मोमध्यापारतप्रस पर परिपाठमरम्मरपोवारिकरीरकापामु योगयु वर सौगारमानमरपस । Page #427 -------------------------------------------------------------------------- ________________ #दीवारिकबाययोगए रितीवपाठपसमसमैयेषु पुनः मदेमामा प्रवेपसकारवो रोदारिके राषााच परि वाम्मण पोयपरिवन्दादोदारिक ' पारमिया बतौरवपञ्चमे तु वषिरीदारियात्वाचवायव्यापारासहाय सापयागएप तयावपेठनादिर च यधपि मन्य करपे कपाट वाये मोदारितखापि स्यापार सभाम्यत तवापोत एम वचना सो व चित्रातोति मन्तव्य मिति रामपभोगमा पसचामोसामगजोग पति मम पर्वा यनामिना पनुत्तरसरेण वा मनसा मष्टो मनसेवासि जौष एवं पूर्वत्वादिस मुत्तर यकान् समयाजोगति कोषादि । ___ मरीरकायनोगत जद ततौयचग्रयपचमेरिकम्मासरीरकाय जोगज ना सेणभतेतहासमरघातगते सिसहिर बम विपिर परिनिवारिति सबटुक्लाण मतंकर से मामले सेकसघोपसिनियतह ततोपहिनियता ह L मागछरश्ता ततोपच्छामणभोगपिणु ना वयोगपिजु ना कायजोगपिशु नद् मयजोगा नमाणे फिसच्चमण 26-Dectronicklebrace - रिकममन मिचलमियाधान मोगल्यापारप्रयु नरवीशापव्वापाचमासमयमविपाकाम यसर्मरूपयरीरकावान योगष्यापारप्रय बातमीमत भग वन समपात पामप्रदेशवादोषियारोपवतधमकी सोमसिसिपमा तखमा मष्ठ वापर कर्म व कोमका पायपसमापोसीतपस्यस धार । सर्वद पकायामाममा नपतचमकर नसोपार पचममय घटानी तजीवतिवारपछी नेस सुधारका तयौनिवर्तनपाएपर तिवार। पोते सातवीपाशावतोमर तिपाछपरौरमविषापार तउपच्छातिवारपछो मन बीगण्यापारमयु पर वपनयोगव्यापारमय मयू काया: गरीररावोगण्यापारमा मनन योगण्यापारतिवारप्रयुजर तिवाररसाचामनन योगण्यापारमयुज फमपामठपोमममस योगव्यापार : Page #428 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पदार्थान् प्रपवन सचामोसाववजोति प्रामन्वपरिचिति समुहाताविद्ययान्तमुन योगनिरोधं करोति १२ पखायमच पुत्रमवित्यादि कवडी बलिहारे पूर्वमेवादाविव योगनिरोधात्साया संचिनो मनावमितः पचन्द्रियस्येतिरुपति म लोगंज जद्मोसमचत्रोगंज जद् सच्चामोममयत्रोगनु न श्रसज्ञामोसमखनोगजु जद् गोयमा मच्च मणत्रोगन बद् बोमोसमस्यओगंजु वह खोसला मोसोगंज वर असा मोमय लोग पिलु जद्द कायजोग जु प्रमाणे चागच्छेज्ञाषा चिष्जवा बिसाएज्जषा गट्टेजमा उल्ल बेलवा पल बेजवा चखेवा पते वर्णया तिरियक्ल पत्रा करेजा पाठिहारियवा पौठफलहकसेवा संचार कंप्पचप्पियेज्जा सेलमसेस हाम बोगीसिन्सिहि जायत करेहिति होति मधु वर करवरिसचुिधन सत्य सांतुन पनपाठनको व्यवहारमनुयोग व्यापारप्रशु वधू अडोगौतम खात्रश्रोमनमुखोमब्यापारमय अन् पबावठप्रेोमनन प्रोबोमव्यापारमयु अमरे का सत्यापपाठ एवमित्रम मुबोधव्यापारमनही प्रसत्वामवाकयवचारममनु बोलण्यापारते हम जर कायामरोरनुयोगव्यापारप मतिवार पलग पोषक घोटू रुडपोपा यत्र पैमादिकषिमदृष्टंयौनपुरबियोधादिकन विषमरस भूमिकादिकन विवरणपत्र सामान्यवाड प्रस्तुति प्रतिशयस्तु पाप्रमु तु टपवु वधूवाविव पावकोनीच पाडिय तिरोदिन करे पहलमधोमांगोरीभाबाहरवाटपाच गाउपा सबारश्रोतेहपाञ्छप्रोपावर तेही मते हे वनोस योगममबचन कामाना मोहम्बा पारस वितरण विववार पूर्ववीपर व कुम्बन चीत कर एवचोमिवमननु योगब्यापारप्रयु वर Page #429 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Pe पन्द्रम एव भवति पव्वत्तत्ति मनः पयस्यापयतस्य तदन्यस्व मगोबधमतोऽपि मनसो प्रभाव एवेति पर्यासस्येत्यत स च मध्यमादि मनोमोगोऽपि जादिवाच महजोगिस्कृति वपन्यसनोयोगवत' हिन्ति भो यो मनोयोग इति गम्यते बघम्यमनोयोगसमानो यो न भवतोष्यव मनोयोगय मनोव्यापि तयापारयेति घन्यम भी योगाधोभागवतं स्वमेव दशयवाह भस क्षेत्रगुणपरिहरति अस स्यातमुपेन परिहोबो य स तथा बन्धमनोयोग यासह यमागमाय मनोयोगं निवयहि तत कमद्यानया मायया समर से नियन्वानः सष्य मनोयोग निरुपति प यह समठ्ठ े से पुष्वामेवस विसपचिदिवा पात्तगा महमजोगवा देठ्ठा घसखेळ गुणपरिहौण पढमनणगजोगनि रूमति तयाणतरवणं बिंदियापन्नत्तगा नहखनोगमहट्ठा असखेन गुणपरिहो वितियषद्जोग निरूमति तयानतर वर्ष सुखमा पणगबोवस्त अपतगस्स वरसगजोगपास सेजगुणपरिक्षण तईयकायभोग मोटर जोवप्रसुपपतिष योगमममतिपंचेंद्रिययोग पर्यासिकगे पूरी हमस जघन्ययोयोग मनशु व्यापारको ठाडे रचो भसंस्खात गुपपतिमय होचो पहलप्रथमममम भो योगष्यापार धरसवर तिवारपछोवती केंद्रिय व पर्याप्ति पान व घोडघोद्रव च नमोनम्या पारतेइयको हेट पोहचघो सख्यातगुपकरोषण होसपोथोडी दोषवचनन उयोगव्या पार की रूप तिवारको सूक्ष्ममानु नौ शिबू सिमोवन पर्वातिभिड कारोपधान जघन्य स गतथिकोनार हठकाया नमो योगव्यापार | पोहोचत्र पसंख्यातगुणकारी धन्य पोडोघो तौत्रकायामरौरन उ मोमम्य (पार ते घर संवर तेजोवप पत्र पूर्वोपरि पार करोम पवि Page #430 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पदानि प्रपवन पचामोसादयत्रोयंति धामनद्यादिष्विति माताविवृत्तियान्तमुतम योगनिरोध करोति १२ पखावमय मेमामपि स्वादि वो बलिहारे पूर्वमेवादावेव योगनिषादाय चिनो मनोवधिमतः पच्चन्द्रियस्येति सपति मो जोगंज, इमोसमयोगंल जह सच्चामोममयजोग र प्रसज्ञामोसमयभोग जु जइ गोयमा मञ्चमणोगं बद्द बोमोसमयोगंज व बोसचा मोसवजगंज वर असा मोसवयोग पिन घर काय जोग जु जमाये श्रागच्छेज्ञाषा चिजमा बिसाए वा सुवट्ट ज्वमा उल्ल घेजना पक्ष घेज्जा उत्खेवांत्रा पश्खे वणवा तिरियल धाकरेजा पाडिहारियवा पौठफलहकसेवा संचारकंप्पचप्पिबेज्जा सेचतेसहाम योगसिमिति जायत करेहिति बोति योग मयुर करार सचिन काठठ एचबी मिश्रममनु बोमव्यापारमयु अ बाई सत्य सनो धनमपाठ होगी व्यवहारमनमु व्यापारप्रयु बहू अडोयोतम वाचधोमननु सोमन्यापः रम अत्र बनावट प्रोममनश्रो योमव्यापारमय अन सत्यपाठ एवमित्रम मुबोययापारमतुनही प्रसम्स्या सणाच्यवचारसमनु मोमयापारते मधु व कायापरोरनुयोगव्यापार जतिवारम् पलग पोषक घोटू सडपोपा वर माहिविवष्ठभौमपृडियोपादिक नविन रसह भूमिका दिन रविवरस्पर सामान्यमासुलुपबंधित प्रतिययस्त्र माईप्र तु उपयु अवज्ञावित छपाको पाि तिरोदिन करे गृहमथोमांगी पापाहर से हवा मटपाटोच मम्बापाच डबारथोतेङपाचपोचावह तेहलीयते प्रेम पवन श्विव श्री योगमनय चमकाया नायोमव्यापार सहितकरण, विवाह पूर्वीपर मनोर Page #431 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पक्षेन्द्रिय एवं मति पजत्तपत्ति मन पर्यावा पर्याप्तस्य तदन्या मनोवधिमतोऽपि ममसो पमाव पवेति पर्यातयेत्यु । स प मधमादि मनोयोगोऽपि प्रादित्यार वायत्रोगिपति अपम्पमनोयोगवत सि पयो यो मनोयोग रति गम्यते अपम्यममीयोगसमानो यो न भवतीवर्ष मनोयोगप मनोद्रव्याणि नागपारपंति वषचमनोगंगाधोभामयतिखमेव दर्ययचार पसंखेनगुणपरितोति पस स्थात गुपिम परितोय स तथा त प्रपथमनोयोगपासच्य यभाममात्र मनोयोम मिहपहि तत समयानया मात्र या समवे२ तमिबन्धान सघ मनोयोग मिरुणचि पर। पह सम केपुवामेवसविस्मपंघिदियस्म पजत्तगम वासनोगमा रेडा पसलेक गुणपरिहौण पढमनसगभोगनि रुभति तयाणतरषणं किंदियस्मपमत्तगरम मामलोगसकेका असखेजगुणपरिहोणं मितियंषड्जोग निरूभति तयाणतर पर सुनमस्म पणगौवस्म चपज्जत्तगरम बहमगजोगमवापसंखेनगुणपरिहार्ण तश्यकायमोग , एसएमनोरनघटर प्रोषप्रमुपपपिसम मयिपोगभवमनसरितपद्रियगोत्र पर्याप्तिवारीपूरपोतानठ अघन्यथोडयोग मनमु ] ब्यापारतवचोरठायोरपणे पसंखातगुपातियवीरपी एसमधमममममोमोगष्यापारधरस्पर तिवारपछीवनी पेंद्रियजीवपर्याप्ति ३ पिपर्याप्तानपो जवन्धयोपोरवधनयोगष्यापारतेवकोष्ठपोपमो पसंमातगुपवरोषष्ठीणपोवोरसपो पौववचनमब्योगव्यापार । रूपसंपरा तिवारपदो मुचनानु मोजिफरिधीन पर्याप्तिगि करोपर्वाधाम बघन्यसगीयबीमाउसायासपोयोगष्यापारतवीरठ पोहोचपो पसंस्थातगुपवरीधर पोहोपपो तीबडयामागरीरमच्योमष्यापारतेषक परवर तावीवपणापूर्वोपरिमापार मरीमर परिम Page #432 -------------------------------------------------------------------------- ________________ A * तरषारिखन पपरपापिति पतदेगा पठममयोमोममिसभत्ति प्रथम पागादियोगापिचा मावस्येमादितो मनोरोग निरपोत . पणतमत्तमविपत्तिबाहय मोगियोति मचोदवाईतमापारोपजन्मत्तो तदनगपाविहीप ममवे२ नियममा मो मपना मप निरोष पर पस पेजसमपति एप मन्यपि सवार मे पत्रोगय पाउपालि पोगता प्रापोतीति मिसमपरचारपात, पनि पास शनिपानियानि पाचरास्तेिपो यदुपारप तमासा कास' सातवा सम्यो" पोमा म पिमम्विन गत पारिन मधम मे पाते यत पारसमक्सराईमव्य पप बाष पंचमति पनामिगपोतत्तियमेततपाल मेसी मेंपराया पिरता माम्यापाषमा मा यो पथवा पौडेय सर्वसपररूपचारिखमसमयमाबायोगनिरोपप्पति मेीता प्रतिपयले सत पुसायमेटोय पिहमति से योएएण फ्ठत्ते उदाएव पठममयोग णिस्मते मनोग निमित्ता पयजोग निरुभति पयोगनिदा मिता कायद्योग निहाति फायलोग निकभित्ता बोगनिरोहबरेह जोगनिरोगकरेप्सा बनोगत्तवाति घनोगमपाठ ___ पिता इसिरजस्म पाखरउच्चारणहाए अ सखेनसम तोमुत्तियोलेमि पष्ठिवजईपुष्वद्गरायम दीपसम्म उमममयोगीमध्यापारधर मननसमागमापारधीसवरीने पमनस्योमध्यापारधरसवार रमनप्रयोगप्पारक भोयराम बापामरोर नह वोगमापार सरावासरनहयोपयापारकर्मवरीने मनपरमवावागावोगमापारसवर ममवतममायानापोयम्यापारम्भीररी । मा मनवराबायानायोमन्यापाररतिपद पा मनवनवाशनायोगव्यापाररपितबनवायोग्य पाएपमा ttendor APratis T Page #433 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 10-06-to-RRActortoictorPor पति पूर्व प्रेसेसवसावा प्राव रचिता गुपयको चपचोपक्रमविशेषरूपा यस्य स तत्तथा गुपयेपोचे सामान्धत विश वर्म पम्प मस्पतर मसतमच ये म निराध रचयति पदात परिपामविशेषात्तव तव रचित वासासरवेध मन्य यतु यहतर गतिमच त्य' योघतरचपाय रपयति तदा मा सुर्य पोचते सापना पंव कप ति वेदनीयादिवं भवोपचार तोसे सेमिमहाएति वस्या नेगो पहायो सेगौशाले चपयबिति योग पत देव विषेपार पसगार्षिगुपसेडोनिति पसखातामि गुपये पौमि-यनेयमाया प्रसंस्पातसमययेन गुप रेमप्यमण्यातसमया ततः तपा" प्रतिसमक्मेदवलमया पसंस्थासगुपये पयो भवन्ति पती पसंस्थावामि गुपये पीमि रियल पसस्वातसमय रिति प्रदर परतेशयमेवग्यतेति पनंतपुरसम्पत्वादनम्ता तान् कमायान् मयोपपादिचर्मभेदान् पपयन् मिर्चरयन् ! यचिवाध्य पामगोएति वेदनीय सातादिपायुमंहगायुवं नाम मनुष्यगण्यादि गोव म र्गो नीतिय तान् पसारिसि घर काम मेति । वीमाम नमसती गर्वाण वेरन्ति योगपोन मिळरयतीति एतता भायगाथा मयिस्य व्यास्यातं यत तदमन गुमाए मेठोर पिरपूर्य पुरा । तौसेसेजेमिमहाए धमसेनाहि राणमेटोधिसतकमासे सवय तेषेयणिज्जाउयणाम गुसे इच्चे से पतारिफम्म से जुगवखबर ! पसाबासबातेतसे पसवातसमेकरोनीपमस एतमत्तानो मनपर्वतगोपरिनियल विरताप पसिनापादरपूर परिसोरचीनोपनायो। गुपनीवेरियर्मपपापियापचपरिवानीएचवापोतानासम तेजेस मेसोमवपर्वतगीपरिनिवसरहिवु एतष्यावासमाहिर पसंस्थातीपसंख्याता तासमयप्रमाणे चपवरूपगुपनी विरोम पसंतापनतमेवमनायतेच पपाविसपोचयकरतोषको वेदनीयापाप नामवमगोव - g Page #434 -------------------------------------------------------------------------- ________________ 400mAnels तरपापियन पारपारति एतदेवार पठमेमसोमोमानिसमति प्रथम भेषागादियोगापचया प्राथम्यादितो मनोयोग निरपतीत - पनत्तमतमचिनियावायजोगिधाोति मोरयातियापारोयमन्तो तदर्मगगपशिीर मम२ निमभमानी मो मपनो मम मिरो कर पस पेचसमपपिति एवं मन्यदपि सवार ने पत्रोमय पाउपाहिपनोगत प्रापोतीति मिज्मपपरपारपडारति | मिति पर थगितानि पानि पचापराविषो यदुचारष तम्न माता कास पासवा सयो पोपारस म पिकम्पित याचिन .मध्यम मे पाते यत पारसक्राईम बेच पाच पंचमति पासे पेमिगपोलियमेततपशप मेमो मेपसमेत पिरता में माम्यायापखा मा पो पा मोठेय सर्वसवररूपचारिखप्रमुप्त मेरममायोनिरोधष्पति समेगी तो प्रतिपयले मग पुनागपमेयोप शिक्ष्मति से एएस पत्ते उदाएप पठममणजोग जिस्म मपयोग निमित्ता षयमोग निभति ययजोगनिए भित्ता कायद्योग निमंसि कायखोग निदभिप्ता बोगनिरोगकरे मोगनिरोकारता घोगतगणत्ति अप्रोगतपाठ P पित्ता रसिरस पंचक्खरचच्चारणहाए पसखेळासम तोमुत्तियंसेलेमि पष्ठिवरपुवायागुणमे दीयवासम्म । समनमयोगोपच्यापारधर ममनमोगष्यापारीवरीने बचननावोगमापारधरसंवरर पपगम्योगणपारमधोमध बाबामरीर । म योमन्यापार संपर कावासीरन हगोमयापारची वहीन भगवनवायानाबोययापारसबर मगरमचायामायोमप्यापार भोसरी मर मनगरमामामागोगन्यापारतिपषु पार्म मनामनामनावोमवाणरतिपयोग अपपरापमापी Page #435 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बत सभत्तातिर गतमापरि मय प्रसतमाह विच मछत मेमेगामागरमावसधिवेसेस मणुया वन्ति सपनामविरया बापटकम्मप गीपो पपरता सपिचोयमपणापा तोति शोबायप्रविष्ठानाप सन्तो वाहमा भवन्ति तयितु नाह तत्पसिहायतित्ति ते पो हिरषिरीपणा मनुथापाव सोमा निहितार्थ Y रित्वतेन स यत्न मन्यन्त यदुत रागादिवासना मुव चिवमेव मिरामय सदा पमियत देशमा सित रवभिधीयते यशा पर मचन्ते "गुणसवान्तरघानावितमतिक्रिया मुला सवप तिष्टन्ति प्योमवत्तापवबिता" तदर्गम निरस्त । पपोचते समरोरताया मपि सिहत्वप्रतिपादनाय यदुत "पणिमाघविध प्राप्चर्य वतिम सदा मोदी मिहवामान सीमा परमदुम्सर मिति वदपावरपाया पयरोरा पषियमानपत्रमवारपरोरासमा बौवषणभियोगनिरोपपासे रबपरपन विभागोमा वगाना सप्तो लोवषमा इति सपनारोवोत्तत्ति पान साचार दर्शन मनासारतयो कमेनोपमुखा ये ने तथा निस्यिक्ति निष्टिता समाप्तसमस्तमयो भना' मिरेय पति मिरजना नियस गौरपत्ति मौरजसो विचमानवरपिता मौरावा निर्गतीमच्या निम्पत्ति निभसा पूर्ववरयाम्म विनिमुना द्रम्य मानवजिता - ते तापसिहायति सादौया अपज्जवसिया घसरोराजीवपणा देसयानापोवोत्तानियवानिरयणा नीरया समो विचास बेतवापावायमदेशीवापबगामावरतेतसापरसपनेराफरसरमहोजाग्य जपोएजस पपोएबसमा पोकोगति नवराणां जान मामिवरीसरितवमोचिपार हनीपतिहासिहमाहिसिम्भतिर अपनपोतिहायचीगादिया पागसिफासितिहाधकी परिषपोनवो पहभपातानासनयो गौरवमररहित जीवघपाहापनंतवासि पनत दयनरपमधामकरीउपसमितहर Page #436 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पप समए धमए पस पर्व सिवा सबसवरत पुषवि विचिपरिमए सम्ए किधिचोरपरम ने मीर तो २ मगरता इतमगयर - पव्वत्तममममायव पबवरविवपिज मराठ मुष असो नाम १ सभापो जिपमाम मरापुपोवारिमममयमि मेमा भिपस तापो दुरिमसमचि मितित्ति समावि विप्यावारित्ति सर्वामिरयेषामिा विषेप विविधमर्पतो नर ग्यागा प्रिपाणी यापेचा गरमसामि विमुच मबति सर्व परिसाटम यापूष महातपरिसाठामा देशव्यायत विपरित विदेश प्रहाय परियच नचनि परिवति चवपना विराबायपदेयजा चबुरि मविपर पाचित पपुसमापगई सि पस्पमतो मिारतराममान गतिरप पोल्पयाति रमारामदेवमन किनेर पमयेन मिति रिपतवेव एव पमया प एक चायुकादिवो पवममय सानिया पमनयोपतो इतराचे समवासरमाभागदन्तराबदेमामा मसंभधन मिति सभाममा पनिगम्मो भारत रति ममरपति पुनस्यार परिमारपति पपिपरपकरविन वा एव शिसमयान्तर गति प्रोमान्तर समतोत्ति खड्गताचा यस्वा सागारीवसत्तिपानोपयोगवान मिति सह वेदपिजार उराजियतेयाषमाइ सवानिविप्पयावार्षि विष्पाति उरालियरोयाकम्माद मवारिविजप्पणाषि विप्पीत्ता उब्ज सेढीपरिवन्धे प्रफसमावई उ एषसमएवं पविग्गोस उस गता मागारोषउत्तेमिभिहिति कम पाते चार बर्ममा समवारिपावापामार चवरीमा पौदारिपमरोरखपमरोरवामपगरी बमबारविषयकोमारवार पपाविरो पति परिमारारिरी परिषरीनर चाचा - Page #437 -------------------------------------------------------------------------- ________________ JION लवत सभत्तातिल गतमापरिक मव प्रलतमाल किए पछत सेमेगामागरबावसविसे सु मया पन्ति सबवामविरया जापपट्टकम्पप । मगैपो साता पित्रीयमपणा वतीसि सोवापप्रतिष्ठानाप सन्ती थारयाणे भवन्ति तायित ना ते पंतबसिहाहव तिति ते पूर्ण विपिरीपणा मनुषाप्तव कोका मिथितार्था' मुरिषतेन र यस्ले चन मन्यन्ते यदत रागादिवासनामुत्य चिवमेव मिरामय समा पमियत देसम्म मित्यभिधीयते सचा परमन्धन्ते "गुपसवान्तरघानावित पतिक्रिया मुवा सवप तिष्टन्ति ष्योमबत्तापवधिता" तदनम निरस्त वोचते समरीरताा मपि सिहत्वप्रतिपादनाय बदुत "पणिमावविध प्राप्य अतिम सदा मोदन्त नितामाम स्तोखा परमदुम्सर मिति । तपाकराया पमरोरा पविधमानपक्षपवारगरोरातवा औषधपति योगनिरोधकाछे रमपरपन विभागोमा वगाना सम्तो पोवषना, इति सषमागोषणोत्तत्तिमान साचार रन मनाकारसमो प्रमेयोपता येते तथा मिडियट्ठति मिटिता समाप्तसमस्तमयोजना निरयपति मिरवना नियमा मोरयत्ति मौरखमो स्वयमानवरहितानोरयाग निर्गतीत्मस्या निम्पत्ति निमा पूर्वाकविनिर्मता द्रश्य समावनिता तेणं सत्यसिहाहवति सादौया अपज्जवसिया घसरोराजीवघणा देसणनायोवोत्तानिष्ठियहानिरयणा नीरया : समाधिot तसापावायपदेयजीवावगामापरतेतवापरसपनेराफरसरमहोबारवा जपयोपकारत धपोएवासभर पावोगति नवरापवान प्राभिवसहितषामोचिपापर वीवतिहासिहमाडिसिाभवतिर अपनमोतिचायोगादिसवा पागसिपातितिहाथको पविमोमबो एहमपीवानरबी गरिपरीनरचित चौवषपालापनंतवासि पनत दयनरपनाचामषरीसपयलसहितकर lotta Page #438 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यावितिमिति विमलाजामा विश्ववत्ति विद्यमे सुपगताः सायमचा गया वासविहन्ति मानतो मरिनरी सिप्यानामादा ant forefrतोति वधुप्पोति बघता कता उत्पत्ति यया तथा जनपश्वेत परिषामान्तरनिर्भरताद पिम्मलावितिमिरा विसुद्धा मासयमा गयर कालविति सकेख समतेति तेणतत्वसिद्धाभ्यति सादौया अपनःसियाजावभिट्ट वि गोत्रमा बाबाममोबाब अग्गिदाल पुरवित्र कुरुपत्ताभवति एवमेवमित्राणं कम्मपदाठे पुञ्चरविषम्मप्पत्तीनभवति तेषं गोवमा एवबुधति सेातत्य सिद्धाभवति सानीया पज्जुमिया नाव विट्टति बौरायां में से सिसमा प्याकवर सिंघमयोसिक ति गोयमानइरोसर भवारागम घयये भिन्म ति बोभते भोपबाप्पाचाच्या समल। प्रजीअ महालानो निजकर कर्म र अरहित] कर्मनो कम्मर तिपूर्वदकर्मरहित प्रचामरक्षित विविटपिडित माता अनंतकाल पात्रताधनतावासको एतखाभितितिहार पर्व भगवन एराब बोपतिडोमोषविरविड़ पर पार्टिवरी सहित] भागविषेहनपोष तमो पूर्विोपरि डोवोतम येतेजिमकोर एकमा सिप्रमुख भावी प्रदाता पम्मिश्करीमइमेलाहर विरानोत्पत्तिपत्रिवट नहरचनको एकम्बानिवसिम धर्मरूपमोजदाधउपाधी वकीलन्पासिमोत्पत्तिप बिबट मकुर विजय प्रकरि पत्रोमोत्तम एक मोचन विहिर चादित्ररोहितचामराम बारब्दबोधमेश्वोर राव जोशेभमवन सोमवाविमावानदूभव पर बेवर संजय सोसवार बडोनीत Page #439 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रतिचय सुत्पाव्यो वासावसोति बहसेच पत्तर वयोक्ति सतह से उच्चत्व सिध्यन्ति महावौरवत् एकोर्ष पचपणपत्तिपभस्वामिव देतच वमपि तो थयो तो विप्रमाम शर्मा म व्यभिचारो म वा मनदेव्या साविरेश पचवतु शतपुमात्रायेति पाइरेगढवामाउ पति सातिरवाट वर्षाचि यत्र तत्तवा तच तदाति तत्र सातिरेकाटयपि तय कियाष्टवपतपचरण मृतिपद्यते ततो वर्षे प्रतिगते केवमद्यानमुत्पाद्य सिध्यतोति एल्बो सेयं पुम्मोडायुपत्ति पूर्व कोटयावर पूर्व कोटया प सिध्यतोति म परत तेतव्यविज्ञातोति प्राप्त मिज्झमाग्णाकयर मिर्मठार्थमिति गोयमा छहंस ठासाभस रेम ठाणेसिज्म ति जीवानंभ तेसिज्मायक परमिटते सिव्म ति गोयमानइखेण सत्तरययो एसोस संप्रधधषु समिति जीवायंभ ते खिमाणाक पर मिश्रा उपसिझ तिगोयमा लहणे गसाहूरे गट्ठासाउए ठोस यं पुष्य कोडिया एसिज्म ति अस्थियम ते मोस रयणप्पमाएपुढोए प्रसिद्धापरिवि संघयण[सोझ[मोचरबार बोभते भगवन सौमतासिमावान प्रवसर बेहद्रसखान सोझर प्रोगोतम इस स्थानमा सघ सौर जीवभते हे भगवन सोमतामोचपपता व चपलता मोचमार गौतम जघन्य यो सामहाय सरपो alore पांच भदप सोकर बोवहे भगवन वे पाठवते तामाजपरमोर गोतम बघम्यधोतर भाभरापाठयरस उखट घप तड पूर्वको डिपोरं प्रविशेभगवन पत्रप्राप्रत्यचरखप्रभापतिको प्रोमविपर देठाविस गौतम एमसर्वसचसो पहिलो परमात पृथिवोगा उमगवंतरि मा छड्भगवन सोषमंनामाकरूपदेवलोकन सिट Page #440 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वितिमिचि पिकाचामा विहात्ति वरिपरिषदमे मुपगता पासयमागयावासगिन्ति मापती मविनगरी मिश्याविनामादमा LAI भविषता विमोति लापत्तोति जयना खतपसव्या उत्पति को मा तथा नग्नपारेन परियामान्तरपातदुत्पत्तितोग्यार मिजासितिमिरा विमुना मासयमयागया कामचिसि सेकेखोगमतेएपघुच्चति तेणंतत्पनिहाभपति सादीया अपनामियात्रापपिकवि गोयमा मेवाबाममोबास पग्गिदशार पुपरषिष क्लरप्पाताणभवति एकमेव मिहावं कात्रीपदा पुपरविषमुप्पत्तोनमवति सेवा गोयमा एवंधति सेरातत्यसिबाभवति मादीशपज्जामिया नाव घिति बौवायतेसिजममायावर मिसंघवखोसिन् ति गोयमावारोसरमगारायमघयये मिमति नोभते বাঘাষবাহীদাভনালী সি এসলিমষী মনৰস্থিলি অল্পানি বিসিবিলি যামানা पतमापातासनतामारगी एतबारपिततितिहास परपर्वमगरन एगवार नामीपतिहमोचविपपिहरपर पादिरी परित पावविवारपोपतानो प्रविधीपरिसर पहोगौतम २३जिमकोर एकपाक्षिप्रमुधनामोप्रदाचा पग्निपरीगरनार पुपरयो * निपातमरारामीरपतिपत्रिवर नारखमी एपाचामनिवासिमपर्मपनौजदापमापी वसीनियरमन्यपामिवामीनपत्तिाप विबहनार पिपरोपतिरकर पोमोतम एमबार सीनियमोचनाविपमित्रारादिपरोक्तिपापरबाबरवरपतनयो । पदबीपीरापोवारीपरीभगवन श्रीमतामितिमावानापवसर पर संपर भरपिचार पोनीतन परिषभनारा PASS Page #441 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Sa स्वात्रोमूमिभागाच उड्ड पद मिसूरियमहगवण क्वसतारारूपाय मखर जोयणस्याद् यडर जोयणसहस्माइ बहुर् बोयासयमन्त्रस्मार बहूद्द्वोषणकोठीमो मनोयणकोठाकोौथो उड तरं उप्परता सोसोमाय कुमारमा हिदबंभलतगमहासुद्वसहस्वार भायतपाय्यत चारणचुय तिखिय द्वार गेविन्जविमाण वासतेवितीयता विजय घेजयत जयतं धरात्रिय मष्वट्टसिद्धमहाविमाणिसाव्यपरिम्ला तोबूभियग्गतो दुषात सजोणार वाहा मक्खि भेग गामयणकोडो वायाली एत्यस्य[सपग्भाराणामपुढवोपपन्तले पणयालीस ओषय सयवहार समयमन्त्रस्मात् सौसचसहस्सार दोषिय चयापस लोणसए विश्विविसे साहिएपरिरएस विभागको ईसिपग्भाराएवं चद्रमा नाम समूह नचव नारानामवन विमानते हवको घपायोजनांख्य घयायोजनमासन घायोजनमा साप पर्यायो मनोकोटि प्रणायोजननीको अत्रीडि ज पोटूरि माउत्पतिश्वश्यतिवारण सोधमेर ईशानर सनत्कुमार माहिं म वांतक महायक सहारण मानतट प्राप्त‍ धारण ११ प्रचुत१२ एमार देवलोकन त्रिविमय पठारचैवेयक नावि मानरूपवास भासय सहकार प्रतिक मोट बंधन मिवर वेजयतर जयंतर अपरावितः सर्वार्थसिदिनामा५ महामोट विमानो को परिलो सिवान प्रपविभाग तहको बारमाजनक प्रतिर यो सिरिसियानामाभियोको तोर्वेकर पचताको सापयोजन विपणन पिसपप्पर एवयोजनकोडिता मोक्षापयोजन तो सहस्रयोजन बिस एगुपधवास योजन विमारोपरिधिनांपो सितानामापि घपसमध्यभागचिवाई Page #442 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -.. . . - नपचनापपपिहोवाप बिना मान मिवरीयते तबापि मुग्धविनया कसितमिविषसोबापगिरासतो निपचरितमोशापपपवि-पार बोधाय प्रयोत्तरसूपमा पनियमित्वादि प्यावर परिव रखपमा पध सदेव डोवामिति तब सिवा परिवसन्तीति प्रयोर नायमय समय पर्वत परिवारमति तत बहिति, देश पलापति देखभाषावा बालासरे वसमेत्यादि वासपेम रमपीयो यस तापात् पाहापति पवाघमावरे सिपम्मारति परमो न रखप्रमादिपविल्या व मगन प्राग्भारो माल यमा मा पित्यारभारापा नामभेगानि मान्येव मगर सोतिमा ईषत् पमा पविश्वन्तरापिचमा इति पद उपदर्शने वायदो विकरे चोयम्पपरिसपारति मोबाग गोसिप समह एपबाय पोसत्तमाएपविषमतेसोनमकप्पम घोमिहापरिवस ति पोतिण समझेएसवेसिपछाई सायमा मणकुमारमधाप घश्वस गेविजमावार पण तरविमायानपरिषणमते सोपग्माराएपढनौए मसिहा : परिषस सियोतिष समो से परिवारमते मित्रपरिवमति गोयमा इौसरयणप्पभाएपुटीए बजममरमदि बसरा मोतमरमागतो ममरवारदेवमोचन योएचपो पानदेवोकसनामार वमोचनपोतिमपोगारमेवपोय पक्षिसोपरे पचुतवारमपोदेवशेषमा पंधवबमाविधिसमपठारविमानमयो पनुत्तरविमानएनपोपुचपोभगवंतवारपठतिमिहसतानबी परभगमन पत्पमतममादियाबी माम्मारमोटिमपरापायीसिसिपापवमामाषिपातामर ठिसारसमस गौतमाममोमबार पर पामारविमभिगमन मि पर पोगोतम पाखप्रमानामापरिसीपमोमा परभीचमचीरमाची NATA Page #443 -------------------------------------------------------------------------- ________________ -- - - -- - - A मापोभूमिभागामो उपदमिरियमागपवक्लत्ततारारूयारा बजार जोययसयाद् बहर बोयपसहमा बजद लोयगासयमासमार बडोवयकोठीमो बजनोयणकोठाकोछौषो उतरं सप्पदत्ता मोशमौस्माणमारमा पिदभजतगमावसामार पापतपासत धारण्य तिगिय घटारगेविन्नषिमाय वासयितीवता विषय मयत जयते घराधिय मयसिद्धायाधिमाणिसासव्वउपरिल्ला तोथमिवग्गतो दुषालसोयणाद अवाहाए एत्वाईनीपम्भाराणामपुढवीपसत पणयाजीस जोयस सयस इमार घायामविक्व मेण एगानोयणकोछो वायाजी ___ संसयसम्मार तौसचम रस्साह दोणिय घणापर बोयणसए किचियिसे साहिएपरिरएण ईसिपग्माराएणं -- - विभागमेहपको चपचदमासर्यपामागसमरमचवतारानामवमविमानसेवको पायोजमनासय घपायोजनमासहस घपायोगममाशाप पायापनमोपोडि घपायोपमनोवोजागेजिपीरि वयसाउत्पसियनयतिवार सोधम। यानर सनतकुमार मारिद्रय सातारा महापन साधारण पामतः मापता. पारप११ पधुत एवारदेवसोवनपिपिमयपठारप्रेयेयकनापिमामरूपवासमास यस कापतिसमीर धोनर बियर वैजयंतर पयंत पपराजित सर्वार्थसिरिनामा५ महामोट विमान वेपनोसपबीसपरिशोभिवानष्ठपपविभागस्यको 1 मारयातना पावर एचसो सिविसिमानामाधिवीवधीतीर्थकर पचतास चापयोजन सविपणपनर पिहुचपणा एवायोजनकोटि याताई सोमसापचोखम बीसमायोजन विस एगूपपवास योजन कोपवमामेरोपरिधिनापको सिपिसिनामामारमिपोनपी पपसमध्यभागपिवार - -- - -- Page #444 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Ale मिति प्रतिहले पवमीपतग पोषाग पा प्रतिपत चपा पा वा सषपापभूपयोवसत्तमात्तिस प्राणाहन्द्रियादयः मता पनपतय जीवाः पञ्चेन्द्रिगः पबिबादबात सखा पांच प्रविण्यादितया तमोपचाना सा सुधारता गीतादिदुपातमा ममावादिति यत्तिता पटवीर बहमझदेसभाए पात्रोयषणक्खसे पानोयणारंवार तयाणं तर पण माताएर पनिहायमाणोर सवेभु चरिमपेर सेसु मरिचयपत्तातोतयसरा अंगुलम पम खेजरभाग वाजगपमत्ता ईमौपग्माराएव पनीर दुवालसणामधेनापमता संवा ईमोतिरा सिौपग्भारावा तरवा तणतणावा सिहोतिया सिहालएसिया | मुसोतिवा मताखएतिया होयम्मत्तिा खोयम्मभियातिवा सोयम्गपठिपुष्मवातिया समपाणभय नीर मापिपर पाठयोजनमगोपाषामपदेय पाठबममामानापार तिवारपशे मावार योगगरपापियामतौर पटतौर सगारपरीपापनि पिरतावशासन विमानोनीपोपममोपातको गुणमयो पसभातमोभायखापरेगनतीवर सिर सिमानामपषिवीना बारमासमा तोर्य बरा गरे पासोतिर सोपहर मामा मतपमा पुषणाममाधिकाधियोनीपरिमोटोमबतिपिपामाराम पातदोपचिनो निपतरायु नाम पातसोनीपातमोतिथितनुरएपनाम सिधिपुरवि सिहामउमानतिशिवारपिसिनामपामा बमगोम् भारतिषि मलिनाम० बमोमामानेरमोठामतिरिवारपिमुबासवनामा बीमवपरिठामतिपिसोबापमाम चीवनाचमनोभिवानिरिकारविमोबाप I भिवानामा रवितापामस तिपिपारपिाचनतनावबजारमा - ~ Page #445 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एतदेवार पासमतसविमरसोमियमुबाबदारयतसारगोश्वोरसारवपत्ति व्यवमेव नवरं पादतर्क दर्पणतसं बपिईयतमिति पाठ पादर्यसस मित विमता मासा तवा मोबिवत्ति समविशेष समबुष सुपरमति पर्जुन सुवर्म मेतकाम प्रच्या पावागस्पटिशमिव सरपत्ति पर माएपभिषमा वातानियापटत सात्ति मपपा धकितपटवत् पत्ति घटक वटा पुरयाममा पापापप्रतिमापत मत्ति मटेव मष्टा सुमारमानमा प्रतिमेव मोधिता वा प्रमाण मिवयेव पतएव पीरयत्ति नीरजा' रसोरपिता पिता कठिनमसरहिता पिप्पकत्ति नि पानी पाईमसरपिता पक्ष वा बिकाचायत्तिनियादटा मिषाचा गिरावररित्यर्व शमा योभा यस्सा सातवा पसरयोमा समरोपियति समरी k पिया रिपतुधा पतएष सुष्पत्ति मछुपवर्षेच पोमतेचा पा सुपभेति पासादोपत्ति प्रासादो म. प्रमोद प्रयोजन यस्या सा प्रासादोया । सत्तावहातिवा ईमौपम्मारामं पुढवी सेवा संस्खतालविमलसोल्जियमुग्णालदगरयतुसारगोक्खौरहार वग्णा उत्तारयछत्तमठायसठिया सवणसुवयमई अच्छा सवड़ा लगता घट्टा मका गोरया णिम्ममा णियका पिन कड छावा समरोपिया सुप्पमा पासादौया टरिमणिना अभिरुवा पटिरूवा ईसोपभारा तेणपुटवौए सौयाए सिक्षिसिमानाम पुठयो धतसो संभन मतमोपुठठ विमसनिर्मस पपसु पसकमनातात पा दगपाणोनाकच पापोम पोठार गारन दूध मोतीगाहा है - रमाकर तमसमपोस्वारश्वतेवर सठापासरिपपो पषुनसुवर्षवछ वेसरोप: पिटमनीपरपावापासा मसीरप टी घटा, रोपापापरवरी मारोसरापर समरसरचित कठिनमसरहित भौताकचरारति भितरवाति सहित किरणसहित मचीसोभावत देपितापित्त! arooratosaints - Page #446 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मिति प्रतिबुझते भवसोबते या लोकान वा मतिबुते यथा सा तथा सम्बपाबभूयजोषसत्तमुहारति इह पाया होन्द्रियादय भूतात भोवार पचेन्द्रियाः विवाद सच्चा एतेषां च पृथिव्यादितया तथोत्पदानां सा सुखावह गोता विदुरमा ममावादिति यत्ति घेता मुठवर ममदेसभाए पत्रोव क्वते जोया माडणं तयाय तर चण माताएर पडिहायमाखोर सृष्येषु चरिमपेर तेसु मत्प्रियप तातोतयुक्तरा अंगुल अस खेज्जरभाग वाजले एपसत्ता ईमोपम्माराय पुढ दुवातसवामवेज्जापण्णत्ता तवहा ईसोतिया ईसीपम्भाराषा तथूषा तबूतबूवा सिद्धोतिया सिद्धालएतिवा मुन्तोतिवा मतावर तिवा लोयग्मतिश लोम्नभूमियातिवा लोयग्गपडिबुज्झखातिवा सव्वपापमय जीव विषेमायोगोपा॑य॒मयोपातलो बार ते मदिर पाठयोगोधाचामटेश पाठ को मनमा दुखाइपवरवर तिवारी मात्रा २रामतीरमटतोर सगोपायवि फिरता युजनघो असवातमो मागलाङ परे झरनोवेंबरे विधि सिवानामधिपोता बारनाथ बच्चा तो पाडसोचे तिच सोप नाम बताई चरमममादिकप्रथिवोमोपरिमोटोमोतिचित्वारभारानांम पातलो थियो तित नाम पातलो शो पातबोतिस्थितमु रे एचवुनाम सिडिएमकडजे सिजनबानवतिविचारविधिज्ञातयनांमर मंत्रम् कातिथि सुखिनां कर्मको मूकामाने इन घोठामतिविकारविश्याश्चवनाम बोब अपरिठामतिथिशोथापनामा चोबनापपनीबू भियातिविचारच मोबा भूमिकानाम बोबनेपछि तालनकर सर्वप्राचभूतजीवन सूचनकन प्रतिशिवारच प्रायभूत जीवलाना रचना १२ Page #447 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मार रियादियोशाय प्रतिकता' हपचिता सिखा सुद्धा तवा व सिहा प्रतिष्ठिता व्यवस्थिताय तथा सदोदि गरीर स्वक्षा तथा पा ४ मत्वा सिकारति माहतस्वात् चारतियुबबादिवसियतौति प्यास्त्रयमिति पचोक पसीवाचायाशिकायो मसिहसा मस्तिग्खलिता मिठा सुचा, [ प्रतिस्तात मानन्तर्य हत्तिमाच तवा होकार पास्तिकायामसोकमाईमि च प्रतिष्ठिता पपुनरागस्या थ्यवस्थिता इत्यर्थ तथा रु मगुष्यपेये । बोदित परिस्वल्पतति सोसाये मत्वा सिफाति सिध्यन्ति निहितार्या भवन्ति २ किश संसठाण गाहा व्यता नवर प्रगघम मिति विभागेन । मासयमबागयसि चिनति गाथा कहिपसिच्यामिदा कहिसिहापडिठिया कहियोंदियाताया कत्वगतमा सिमाई १ चलोगेपष्टियासिहा लोयग्गेयपष्ठिठिया इहियोंदिंचरत्ताण तत्थगत पसिनाई। असठाणसाभव पतस्परिमसमर्याम पामीयपएसघण तमठाणतहितमा ३ ht वसतिगसमपंचवोतिकमाका सासतह पनागतकासरगोतिरासिविरतसिहरार गाहा किमसिहतिगामापापयासिद्धिनानोवपानापाम्या किसिपिमालोवजानाविरपपारमा हुएबानमाविषरमोदोयरोरतयारीमालिका शिकाननरमिधिनाजीवमोझरसियायर प्रमोकमर विषपूजा प्रतितिचापमासिहरगुषतु सप्तर खोबरपपरिमागरबासिहोरापवतरियु ममी कामनुयभोवपिपरौरान तिहामोच जनसौभासिहर बेमौरतु समानसमारमारिमनुजभवर मनुयनाथपजसा छरमपरासमवनविषर् पासीरमटेगवेषमगिरछिद्र शरीरतापरोप्रदेशसमएकाठावर संस्थानतिजामोचविवरपिडमरदीर्घ पाचसाधत पपमाणनाहनमातहातबादेहाथ पायो जेपछेहता. Page #448 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दरसचिवन्ति दयनाथ पाराम हिता दमनोया तो पाचनं याम्यतीत्यर्थः प्रमिस्वति प्रभिमतं रूप यता मा पनिपा मनोये त्वर्थः पश्चिमति द्वार२ प्रविरूपं मस्ता सा प्रतिरूपा बोमिलोमतेति इह योजन सुते धानुरायोजन ममेयं तदीयध्यैव हि कोपभागस्य • सभापति पदधिकच मतममोप्रमाद्यत्वादिति पजातिजरामरणमधानयोनिषु वेदना यत्र स परमाइरामरचचोपिवेद - वयात सारकलककोमा वपुचम्भवम भवास व सचोपचमता संसारकच [१] सोभावेनासमासत्वेन ये पुन: पौनःपुन्ये मो पादा गर्भवासवस्तयय नवमी श्रमनिवासायास म' प्रपचो विस्तरः स तथा तस्तमतिक्रान्ता निलो पाठाम्वरमिष्ट वेग जाइरामरपोषि संचारचच चचौमाषपुष्णग्भवम वासवसत्रिवमवंतति पवनातिरामरच मघाना योगयो यत्र स तथा सचासो संसारयेति समास पच भोमावेन यः पुनरभवेन पुनःपुनदत्यच्या गर्भवास बसतीनां मपचतं समतिक्रान्ता ये ते तथा' ' प प्रयोत्तरदारेप सिडानामेव वक्रव्यता मिठगते तस्य जोषणा बेसे उवरित गाउर ताणगा उभस्म न सेतवरिल ष्ठमागिए सत्यािभगवतो सादीया अपज्जवलिया अगवा, जरामरणशोथिनेयल ससारक संगालोमा पुखग्भवगग्भवासमसही पवचसमज सा प्रचचरद्द हे विताइटिकाममानपामा मनोहररूपवर देवखवारनारूप पारदोस सिरिसिया पदवीबी एवरयोजन घोलमन लेखापरिक्षत एकाच देवएवमाजनची येते अपरिसमापनमा ति सिह प्रनियत पार्टिबरीसहित धामसिमे हमर हि मानव उनो मौ जाति जन्ममरा मरपजोनिजपत्रिषु वेदनामीबियो पारावारभार ववौममर्थचारमारि ह Jha Page #449 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मायादिश्य कमविता व प्रथिता सिवा सुखा तथा विडा प्रतिष्ठिता व्यवस्थिता इत्यर्थ तथा श मोदि शरोर स्वक्षा तथा क गया सिम्फत माजतस्वात् पातित्यादिवसिध्यतीति म्यारवमिति१ असो अशोकाचायास्तिकाय प्रतिहता मतिखलिता सिधा सत प्रतिवचनानन्तर्यकृतिमान तथा सोकाग्रे च पञ्चातिकायाका लोकनि च प्रतिठिता अपुनरागत्या व्यवस्थिता इत्यर्व तथा मनुष्यचेय बोदित परिय तथेति सोका गया सिन्देश सिध्यन्ति निटिता भवन्ति २ विच संसठाच गाडा व्यथा नवरं प्रशघन मिति त्रिभारीन श्वासयमणागयसिहंचिट्ठ ति गाथा कहिपहिया मा कहि सिद्धापडिट्टिया कहिवोदितायण कत्थगत्य सिज्मई १ सोयम्गेयपडिट्टिया इडियोदिंचरत्ताय तत्यगत समिई २ ण सठाणतद्भवञ्च ण तस्मृ चरिमसमयनि आमीयपएसघणं तसठाणंतेव्हिता ३ वसतिवास प्रपंचच को प्रतिकमाचर सात उपमागत का सगोतांसिहरतेसवरहर गाहा कि प्रतिहतई पाप आसिद्धिमा जोवपानापास्या विह। सिथिनाजोषसमनिरपचरा पमान न विपर मोदोमरोर तन्या यावर विद/यईन सिद्धिनाजीवसोझा सिधा मोकम विपश्रूजईप्रतिडतिघापण्या सिद्धगुद उत्तर जोबन विभाग रक्षाले सिङ्घवनोदां भवतरिषु गयी ईहामनुष्यलोरिपरलो तिमोच असोसिष्ठ २ बेथरी संस्थानांस सारमोहिममुचभव मनुवनपजतादरमऐहसासमयनविपर पासो प्रशोधनकरिव छत्र भरौरनापूरोप्रदेशसं थम्न एक टावर ते संस्थामतिमोहिते दोष पांच मानानसात हायतचावहाय पायी जेवा Page #450 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पुरणादिति तर्हित] सिड़ित ति २ तथाचार होडवा गावा दोर्घं वा पश्चषतः शतमान इस वा इदयमान वाया अध्यमं वा वचरमभवे भवेद जानं ततस्मात् संखाना विभागहोना विमान परिपूरचात् सिवाना मगाचा अवगाहन्तमा माया मिति परमाहमा खावस्यैवेति माव' भवितोया विमेरिति भावगाहनामेवोत्खादिभेदतपाठ तिथिमयेत्यादि इयं च पञ्चचतु मतमानानां पत्ताविवादित मन्तानां पगामेब्बादि विषसमानानामिति इर्वच विविधाप्यूह माम माथित्वाऽन्यथा सप्तहस्तमानानां च उपनि सिता मन्वापि स्यादिति पचेपपरिहारी पुनरेवममानय नाभिकुलवरः पचविशत्यधिकपचषतु पतमान प्रतीत एव तत्रापि मनदेव तत्प्रमाचैव च चैव कुमरेहि सममितिवचनात् तदवगाहनातो अधिकतरा प्राप्नोतीति वर्ष न विरोध प्रवोचते यद्यप्युचल फुसकर तुम दहवास वाज चरिम भवेहवेखिसठांचं तत्तोत्तिमागतौय सिद्धायोगाहमामबिया ४ तिथिमयातन्तौसावचू सिमागोवा होइबोधव्या एमाललुसिवाय उकोमोगाणामणिया ५ पत्तारियरयभोरवणि तिभाग बिमांगबोधव्या एसाललुसिवाय मन्क्रिम भोगाइयाभविया है भवनरपवसर र खानपावार विशेष free भचोतोर्थंकरवी पीवीवीभागही अंतरपूर तेहमचौ सिडिमी प्रवगाहना बम रेमनीम फोतो बर ब मन एकनलोकसमान एक बोबडलांविषयी एलुचिरं करोतिना परब्रहोमोटोपनमामाको चारिरजनोबचाव अपरिरक्षमीबहाथ मौजभानहं राचोदोषीमाि wwww fauxfanta Page #451 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ont- 04 पिता मिमापि प्रापिवावा पण चौपाच पायेष मम्मी सप्तरषात् पर धायगाम्यमावभवन कारी वा सहोचव पवध यत मामा पापभवदुपविष्टा वासो मिति नविरोध' अथवा मायापच मिद मुस्वष्टायगानामानं मादेवी वा अपवस्येवमपि न विरोध माअवयत सप्तामोच्च नामा मेघ सिरि प्रागुवा तस्वष अवधावगाहना पटाछुताधिकार पमाणा भवतीति पयोषते सहस्तीपतेपु सिह रिति तोवरपिच तपन्धेत हिता पपि धर्मपवादव सिहा पतस्तेषां मधन्धावसे या पन्या सारतमानस संपतितारीपात्रय सिहरतो । सधन्याशगाना पादिति गाउपाए माल व्यता नवर परित्ववति पम् प्रकारचापवमित्य इत्व तिष्ठतोति इत्य मय म प्रत्यय पनि सा न एवायज्ञोइरयगीमाया घराणापाभये एमासस्नुमिहार्य नहयोगाक्षणामणिया ७ उगाइपाएसिहाभवति भागेप होपरि होगा सठाणमणित्यत्य जरामरणविप्पमुखाण ८ पत्ययएगोसिनो तत्थपणतामवक्लयविमुशा घोसममवगाढा पुठ्ठामव्वेय लोग सेर मध्यममपाती पवगाहमानीवप्रथमाबापमानमधिपोतोवर एकोयरवनौराय झांभोरपो बताएवापागापाठपुर पालुमियरम । सिहनी नायवोतपथगाानाजीवप्रदेशमायापारनु मामाभु तोवर एपोचवमानाथरीरमममारसिह भविसंर्वधनोतोजपूभागारोपी परी सखामतसममानिसपोएकगमरतिवीर परावरिपए मरपएकशिपकीम कापामारीएमपो ८ निर्वामकिएकसिहछर सिहांपनतासित वांशिवाभवसंसारनामस्तपरमवावास सारवषी पन्धोपचापरसारमाहोमापिनगाठभेशारामा फरिमोरमावरसगाइसिरशोकांतनर c ना Page #452 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सपरपापिति तरिति सिमिचेवेतपत्ति सिक्योति समाचारवा गाा रोषं वा पपषः मतमाम सवा प्यमान वागन्दा मपर्म पा सरमभर मषेय मान ततम्तमान संखानाव विमागोमा घिमागन राषिरपूरपात मिरामा मरगाहमा पपगाहन्त मा मयसाया मिति मारमा खापति भागमरितीक्षा विरिति पवावगाहनामवोरखशदिमेदतपाल तिखिमयेत्यादि य च पश्पनु मतमामाना पत्तारिमारित सप्तासानो एगायत्वारि सिमानामामिति र्यच विविधाप्पुरमाम माथिस्यायपा सप्तहम्द्रमानामा पनि सिरता मचवापि मादिति पाचेपपरिधारी पुनरेवमामामा नाभिकुलबरः पवियत्यधिवपन पतमाम प्रतीत पर तमार्याऽपि मरवी ताप्रमाग उचाय पसरति सममितिवचनात् पतपमानातो अधिकतरा प्रापोतीति वर्ष न पिरोध पत्रोचते यधप्युचल इसपरतल दीवास वाज परिम मवेनिसठांच सप्तोत्तिभागौर मिनायोगासवरामपिया 8 तिबिमवातेत्तौसाष सिमागोयहोरमोधव्या एसाबलुमिहार योमोगाहणामणिया ५ पत्तारियरवपोपोरवरि तिमाग बियांचवीषवा एसाहमिहाच मजिसमघोगाश्यामणियार भवनारपसारकामपाचारविरीष बीवीवीमामीहरतरपूरतिहमनी सिधिनीएपगारमानोपदेमनीमबीतीवरतो. बियपतीपमुष पारधनबमर एवमस्तीजामामारएकवयोपवाधिषपो एपदमियरपरीमिरना सीमोगैपबमामाचीवममता चातापपररावी पारिरचनौवाताव पनारजपरिरचनौरातोपरभागरचोरीनोमोसमामाथिभी ए क Page #453 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वनगारा वेवसानोपयुवा सन्त नवताबरणोपमुम्मा मावतस्तदभावात् जामति सर्वभाषगुषमावाग समस्तवा गुणपर्यायान तप गप्पा मात्तिम पर्यायात प्रमतिम ति तथा पयन्ति सर्वत पर सर्वतएवत्व ववमहष्टिभि पमन्ताभि वस्तदने रगमा रित्यर्थ मन्तत्वात मिशना ममतविषयवाद वा दर्शन पारिभिरित्युत मिल पादो मानपाए प्रषमतया तदुपयोगस्था मिष्यतीप्ति पापना मिति १२ पक्ष मिनाम निपमसपता चवितमा पविपबिगाचा व्यापर पवायाचति विविधा पावाधा प्यावाघा तविषेधाव्यावाधाता सपगतान: मालामामिति बनादेव मित्याह बवागारा यतो यमाईवाना मगुप्सरसराप्तानी सोपववासिवमण सर्वातीतानागतरामानमान EHAkbaditor-to-dot-chatneKGE केवलगाववत्ता जापतिसयमावगुणभाव पास तिसवयोखा केवल दिहीयताधि१२ विचत्यिमाणसाप तमोक्ख पवियसव्वदेवाण न सिकाणमोक्ष प्रष्यावाहउवगयाण १३ न देवानसोक्त सवहापिंखियपातगुणं पयपावत्तिमुई प्रणाधिवग्गवग्गदि १४ पमापनाकारतेदन वापिस पचपएसपूर्वप्वालपोतरपिचनस वाणिव ११ वेषस जाम करोगसहित जापरलसपसारमाववतुनाभावभेदभमः । गुणपर्याय पाम तिदेपावासघनरनियमनु बेवसाष्टियन नोरकरीम १२ नहीं मनुष्यमा तेहपठ सोप्य पननयोतेवपोमुखमघमारचारिनिकाय " नावतामरवेमिनारसोप्पशपयाधारशिवपमतपाम्याहारहदेवनागरमोपावर सर्वकासपतीतपत्तमानप्रमागतमपोपिरितएकठपोबरिवरते। पचौगुणाकरापम तगणपोबर तमोपपिमपपिमपुरचारमुखिनासोपामरतो पम तव वर्षपवितहगप्प मोकरियर तेवय वर्ष १४ सिहनासो : - - Page #454 -------------------------------------------------------------------------- ________________ aorter ममिबियाकार नितमिति पदेते कि दमभेदेन शिवा पताम्बवणा मागावामा सत्यवगा य प यव देये एक को नियम पनसा विचयपिमुवा इति भवचयेष विमुद्या भवचयविमुख प्रने सेडया मवावतरणमलिममाप्यपदमार पन्यीयममगाठा समाविधाऽपिपरिचामत्वावधाप्तिकावारिवदिति सशसमा सच होकात पसोपेग प्रतिपासितखा दतएव बीयप्वपगि समितिका पसरगाचा समत्वनन्दामिभामुखपटेयरामसम्मभि पियममोति नियमन सिहयचा तेऽप्यसहाय गुप्पा पतंने देथे प्रदेष थे मध अभ्य समप्रदेशमय सच साया सावदनन्ता' स्पा एपहागामाया मनतामा माउत्वात् नपरेशनामममा एक पक्षमेचप्रमाप्यनम्ता एक नवर देषी पापियस मुदाय' प्रदेगा निविमागोग रति सिम्यमयदयपदेयाRस महामन्तक मसहयदेपानन्तरमहोयरेव च पदेगानन्तगणित यबोज मैव मनसोति पापना पद मिहानेर सचपत पार पसरा मा वामगरपसाभापान पुनमामिति । पत्तादसयपापियति यदु तब मामदनियो सर्वविमपता मुपदण्यवान फामतिपय समिरे भवपरमेनिषियममोसिमा सेविप्रसखेब्वगुण देसपएसेरिजेपुठ्ठा १० पसरीरानीवघया उपउत्तादमयणाऐय भागारमयागार सक्यणमेव मिना ११ पर परिसरममतामित्रपति मगहरपातप्रदेगारोगनियरममाएक तेपुपसिहनामदेयपरोपप्यातराणामानिया देसरपमरमदेम । परामस्वपरमार पियरोररक्तिहरपारलौरवपापमत भेदेपासरितकर परमरीवर्षगरचरोषनरमाबरोबर पावापान Page #455 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Granter dre प्राणोपयुक्ता सन्त न करचोपयुमा भावतस्तदभावात् बानन्ति सवभावमुपभावान् समस्तवापपयान तप गुणा सहवन्तित पर्यायास्तु क्रमवर्त्तित इति तथा पश्यन्ति सवंत पतु सर्वतएवेत्यथ केवसटिभि रनन्ताभि केवलदर्शने रमतो रित्यर्थ भगतत्वात् प्रथमतया तदुपयोगस्था विध्यन्तौति ज्ञापनार्थमिति १२ सहाना भगतविषयत्वात् वा मध्य केवसदृष्टिभिरित्युत मित्र वादो मानप अथ सिद्धानां निवपमसुखतां दशवितुमाह विम्मिगाचा वा भवर भव्यावाहति विविधा भावाचा व्यामाधा तविषेधादन्यामाधा ता मुपगताना प्राप्तानामिति ११ कस्मादेव मिस्बाह बदेवाचं गाडा घतो ममाईवाना ममुत्तरसुरात्तानां सौख्य वेश्याविसङ्घस्य सर्वाबातीतानागतत मानवासेन फेवलग्रालुषउप्ता जाग्रतिसव्वभावगुणभाषे पास तिसव्व श्रोखलु विश्वत्यिमाणुमा तमोक्ख बषियमव्वदेवाण न सिद्धाणसोक्ख देवास सवापिडियभयतगुणं पावहिं केवल दिट्ठोणताहि १२ धष्वावाह उवगयाण १३ तावटि १४ घनघनाकारतेदशतवाषित सच पूर्वक प्रोसिन वाचवड १९ केवलज्ञान करोनसहित पर सवार भाववस्तुनाभावभेदन गुद्यपर्थौय पासंतिशेषरशत्रसर्वनर नियमस्तु केवल दृष्टिचनं तो रोने १२ हर मनुष्य हय सोप्य प्रयोते हयपो सुख सबन्वाचारिविय वानर ने विनर सोमव प्रमाधा रहित उपगतपाम्यावर १२ देवतामसोसकर सर्वकाम प्रतीत वर्तमान भगा गत नघोपिडित एकठमोकरिव वसोवारपन तोवर तो पश्चिमपचिमपुचचरमुखि नासोपानभूतोले भन तव वर्ष इकते हो करियर तेवयं वर्ष १४ सिमासो Page #456 -------------------------------------------------------------------------- ________________ { मदेरीयाप्त सवालो कालो काकामानन्तप्रदेशपूर विविध देवस्यमित्याह पनन्तामिरपि वर्गवर्गाभि वर्ग यथा वोह एवमनन्वमिति भूमि पारस्वाह पतेरपि वर्गवर्ग ततो नास्ति तवानुपादोनां सुखं विवाना मिति पचतं १४ बानी सी राशि समूह वः वाति मिति पतिं सम्पतिं तथा चमिति तदेव प्रमाचं बिलासहायकसमये मन भवति न च प्राप्नाति विमसमानतां सभते धनन्तत्वात म मधा इसोवयवार तापि ववव पपतिसिद्धं तदोबानन्तानन्त तमस्य समतामपि न चिरमुले मोत्कर्पचाप भयन्तरे पात्र विगाहा सिवस्व सुखस्व सम्बन्धी यदि सवेदनेन चास्य बसनामात्रता माह योऽनन्तनवसंभो elerates न मामात् प्रवमद्य भावाब' ह विव विमाादकर्म तारतम्य न तावदसागरात्रादो विशिषते बाबत मन्तवयपवर्त्तितः सम्समौभूत एवेति भाषा सर्वाचार्य ततय बत पारम्य मिटानां मन्दप्रवृत्ति समावादमवधीत य निरतिशये मिठात ततमासामयन्तोपमा तो बान्तिको मितवन महोदधिकपरमाहाद पर पदासानां भवति तस्माचाराममायो मपान्तराष्ट्रवर्त्तिमो ये तारतम्य माचाद पासकाममदेशरामेरपि भूयांसो भवनको विनोई समाजाच मारवत्ति धन्वा प्रतिनियतदेयावसितिः बबन्त पामिति सरबो सिद्धस्मसुहोरामोसष्यका विडियोजइहवेच्या सोबत वनभो सव्यागासे चमापच्या १५ मनोरासिसमूहसमकानीए बठोकरबरोहर तेहरामिव मूत्र तेहचन्तवयं दूखरोमश्घोभागाका रिवरोमानर तपुचवन तथाकाममानिन Page #457 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पितौति १५ अत्र च बोलन्याधितमावाविवरचा भावार्थ ये पते भेदान् पिर्यापता व्यपदिष्टा तदपेचया तस्य प्रमेयो शृशव्यमाचस्नानन्ततमज्ञानवत्तित्व मोपचारात तद्रायिव बिल प्रसज्ञावस्थापनया सहस्र समय रामिष्तु त गर्त सहस्र च गतेन गथित जातं मच युबम च छत सयंसमयसम्बन्धिनां पर्यायाला मोक्षनाथ तथानन्तराशि बिल दूध तहगोंय गतं शेनापवर्तित मनात महस्रमेवात ये समीभूत एवेति मावावंदति यह सुधरामेच मपवत्तं च तदेवं सभावयाम गय विनानन्तरामिना गुषितेऽपि मति रामंातिति धनन्तवर्गे चानन्तानन्तक रूप पातीवमहास्वदीयापवर्त्तिते विश्चिदवमिष्यते स रामि रतिमांस्तत नार्व मिष्यस्य तस्तैव या गतिमार्गे व्युत्पत्तिकरणाय मिति श्रन्ये पुनरिमां माया मेव व्याययाति विपर्याधरामि नभ प्रदेशावगुणित नभ प्रदेशाद्यप्रमाचस्तःपरिमात्रवाचिचपया सर्वाचाविति सर्वसमयसम्बन्धी सहन्तित सन् सानो रमन्त इत्यर्थो वर्गवर्गमूलेभलो अपवर्त्तितो अस्वम्त सघूव्रत त्यसमा वि सर्वसमयसम्पन्थी विराग पचपष्टि सहस्राणि परमशानि पटवितेति (२५५०६) सच वर्गेद्यापवर्त्तित ं वम् बाते द्वे शते पटपञ्चाशदधिके (२५६) सोर्गप वा पतितो बाता पोखग तयार तो वावित्येव मतिनघूततोऽपि सर्वांचा म मायादे तदेवाच्च सभ्यागासेनमादव्यति भवतिचिषुषखाः सुपमत हटाना बहगाई व्यय न च पति म मनोति परिकधयितु नगरगुणानरण्य अहबामकोइमिच्छो नगरगुणे बञ्जविहेवियार्थतो नचएपरिकहेउ उमाएतहि सतौ १६ कोको मोजाति नगरमा व विविधप्रकारवस्तु क्रियाचमा बहुविधपा प्रकारात कसपुत्र कोसकस्यप्रममोपागमिश्रतिशय सु gd Page #458 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - - पिपित गुपित सांगपिणित तथा पमन्तगुरमिति तदेव प्रमा पितामहावबममायदेणे साप्त व सक्ससोबासोबावामानन्तप्रदेगपूर माम मपति समाप्राति सुचिमुकमेव सविसमानता हमने पनन्तवात मिसससस किविध देवसुखमियार पनन्तामिरपि वगंवर्गामि वर्गक्यंगमितमपिता हाका मा बावर्गपवार तसापि वर्गों वर्षों या योग्य एवममा मिति परिवारवाद पनम्तरपि वगंवर्ग पणपणपति सिहपुर तदोवानम्तानन्ततमपसमता मपिमपमत बर्ष: ततो नामित तम्मानुपादौना यक्षिाना मिति प्रवत १४ सिमुपपोलपवार माघरचाह सिमगारा सिहस सबस सम्बन्धी समसमान मतो राशिः सा मुससरातात्यर्वः पपिडित । पारसमषितो गरि मरेदनेन राम वमनामापता मा पोमतगमको पमन्तवर्गापतितः सम्समौभूत एवेति भागा सावाये गोवा न माशत पवमन भाषा विष पिपिशवार पाते ततब भत पारम्ब मिशनी पुणयन्दमत्ति तमाशादमवधीतच i गुपरितारतम्यान तापदसापावादी विपिचते गायनहरा मितिसमे मिहाश ततपासावस्यन्तीपमातोपान्तिको विनितिरूप सिमितवममहोदधिषमयरमाबाद पय पदा सिमाना भवति तस्माचाराप्रबमाचोमपासराबतिमो ये तारतम्मेमाचार । मिया मावासमपरामरपि भूयासो मवन्तौबत बिनोसमामामब मारवत्ति पञ्चमा प्रतिनियतदेशावमितिः बबत पामिति सरवो सिहसमुशोरामोसवका पिरिमोत्रावेजा भोतवमाभरपो सम्यागासेवमाएला १५ पौरासिप्समापवयासमोर ठोवरपरीर मरामिसमापन.तवपरीमापोभायाबारिपरीभामर पु न तपाबाममानिमामाल Page #459 -------------------------------------------------------------------------- ________________ freपतीति १५ ख च प्राधिकृतमाथा विवरणस्वाम्यं भाषा ये एते खभेदान् पर्यापता व्यपदिष्टा तदपेचया तस्य समेयो टवष्यमाच्चस्वानन्ततमख्यानवत्तित्व मोपचारात तद्राशित विष असावस्थापनया सहस्र समय रामिष्तुत यवं सहस्र च गतेन गुथित जाते स सुचन च व्रत सम्वंसममसम्बन्धि पर्यायाणां मौबनार्थ तथानन्तराधि किस दय तहगीय गतं तेनापवति वचनात सहस्रमेवात पूज्यैरण समौमृत एवेति मानावंति वह सुखराम पत्र मपवर्त्तन च तदेवं सम्भावयाम यथ बिनानन्तरमिना गुथितेऽपि मति राशि रतिमांस्ततप सिह सुखराशिमा मिति धनन्तवर्गे चानन्तानन्तकरूपे पाती महास्वस्यापवर्तिते विश्चिदवशिष्यते स बुजिन मा मिस्तस्यैव वा मतिमार्गे व्युत्पत्तिवरणात मिति धन्ये पुनरिमां नाथा मेव व्यायाति सिवसुखपर्यावरामि नभ प्रदेशापरतिलभ प्रदेशाद्यप्रमाद्यस्तुतपरिमाद्यत्वाश्विच्या सर्वाचापिति सर्वसमयसम्बन्धी सहचित मन् समन्ते रमन्त इत्यर्थो वगैर्वर्गमूलेभेलो अपवर्त्तितो अस्यन्त सघूयत स्मयं मया जिस सर्वसमयसम्मन्दौ बिरामि पञ्चपष्टि सहस्राणि पचमतानि पटविशेति ( ( ५५२५) मह वर्गेचापवर्त्तित' सन् जाते थे शते घटपाशदधिके (२५) सोप वर्मा पर्त्तितो जाताः पोडग ततयत्यार तो दायित्येव मतितघूलतोऽपि सर्वांकागे न मायादे तदेवाञ्च सम्यागासेनमाऐव्यत्ति भवसि पखा सुपमतो टान्तेनाह बहगाचा पूर्वार्द्ध व्यथन एति न शक्नोति परिकथयितु नगरगुणानरा अहयामकोइमिच्छो नगरगुणे बडविहेवियायंतो नचएरपरिकहेउ उषमाएतहि सतौ १६ नगरनागुच विविधप्रकारवस्तु क्रियाणांनावविषधपाप कारनामोचत दूध कसपुन कशेसफरस्वजनोद्यागनिपतिशय सु 84 मोनोबात Page #460 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मानती परपिताबाट पमा वा नगरपंचरण वा सत्वा मिति बबामद पुनरेव । खेप वोऽपि मारण्य वसतिग्म निराकम पचदा तव भूपाचा दुष्टान प्रपिता मासो पोए पतप योपित प्रापितय निर्व देश सोऽपि राधा निज पुर २ ममाव पाति तो तिगौरात विमिहर्मोगमतीमा मोवन' वनित तत प्रासादोपु रम्य पु प्याननेषु प तो विशासिमी । पार्षमा मोगसमाचासो । पक्षदा प्राश्ना प्राप्तो मेवाडपरममित बोम बहा पनि शुस्खा मेघाना स मनोहर ५ नातोलाको हठ बातो खायाम प्रति सिवित राधापि मातो र मसो तता पचय रसवासात नगर तात चोय स समावान् पुए सर्वान पामारपस न मारतकसेवा मदित सत्तोपम बने मेचराप हिनाप्ति रिहोपमा यतः ८१ पब दार्शन्तिक मायगाला ति मा मरगुणा विवर्ष सिंहामी मौसमनुपम पत्त बिमिबार बतो नाति तपोपय तबापि पासजनप्रतिपत्तये विधिरिवेश एसोक्ति पार्षवादण पिरिसुपण तो पानन्तरं पीपम उपमान मिद पक्षमा भारति। 10 वागाला वत्युवाहरगोपन्यासा - अगमपुचित समातममममनोवमुष व मरिसीन्द्रिय अवाधिष्ठले विषयप्राप्ता पोमुशमिहला मुसमदर्शन समवेन्द्रियागला मिहानमोक्ख पोयम' पवितस्तवमं किंचितिसेयेतोउवम्पमिचम यागो १७ नासम्पकामगुपियं पुरिमोमोत्तपमोवषयोई तार्षिमुबो पोखगामियतित्ता १८ पपमानणे पसंतीपतोपरोनमावि mathur योगा धनोप पचनपिनारोमानापमा भारमियर - Page #461 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पोचव निरचनाव पम्वचा वाधान्तरसपान सपा भाव रतियगाहा एव सर्वकासमा गणनावावात पत्र निर्माणमुपगता , मिा महामासोमानित पतः सर्ववासमावि पष्यावाध घ्यापापापभित पुर्ण प्रामा' सुणिमस्तिष्ठन्तोति योग सर्व प्राप्ता रत्वो सविन रत्न मिति व दुपाभावमावशिमुनिरामेन पारस्य पुषतिपादनाषखा दम तथा प्रोपदोपचयत' यासत मव्याबाधसर माता पिता मत तिहसिनत दुपामाषमावादिता एवेति ।१८ साम्पत वस्तत' सिवपर्यायसन्दाम प्रतिपादयवार सिवत्तियगा सिहा इति तपो नामशतात्य वादेवपुषा ति सचानन विभावाधाव पारगतारति च मवावं व नवतिसचानेम विभावबोधाव पारगताइति च भवार्य वपारगमनान परपरयत्ति पुस्य वीजसम्म चामचरण सनियसपाखात पापगता एच सय जवना सबसवबियुवस्वात् तथा पमरा वयसो भाषा दमरा पावपो भावात पसताय । इयमध्यकालतिता पतलनिवार्यमबंगयां मिया सासयमवावा चिरे। ता १९ सित्तियमुसियपोरगप्सियपर परंगयति मुकम्मकंववा भराभमरापस गया ३० रोपावरकोरीसिमासपनो रुपमाएपसाभरपोपोचपास १० मिमसर्वकामगुणितपठारमातिनामचरसवतोविणेप पुरुपनिमी । रोममोजन गोरएब्यपाप्रमापरहितबा प्रक्षेबराविमपमितवतपोषवनेनीवधिनपतपारनपीएसवय १८ एपिपचारिसर्ववासमा त विपसमाधाप्या पवाररबानोतामाममबीएपनिर्वापमोक्षपति उपमतम्यासिहा गायतएकासवाधारहितयका रमोचसुपिणसुपाम्यायवा । १८ सिहोततवनुवापति बहसति समारनपावर्गयुति परंपराईमोचगयुरति मूवापारकर्महरकर्मपथपियावयपपरगाथमा जरा T Page #462 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पानी परामियम तत्वात उपमाया त्वच नगरपंधरा वा सत्वा मिति पमान पुनरेष । बोध कोऽपि महारण्य वसतिग्म भिराम पम्पदा नव भूपाचा दुष्टामेन प्रवेपित १ मेगासो सुपो र सतबतब यबोचित प्रापितय निदेय मोपि राजा निज पुरं ममा पागात तो रातिमोरपाद विगिरमोनमूनोमा मोजम' बक्षिततेत मोसादमा रम्य पु पामेनेपुप तो विवामिनी मामा भीगनुपाचासो । पचदा माहवा प्राप्तो मेघाहबरमण्डित बोमा पनि प्रत्खा मेघाना स मनोपर बातीलछो छ बातो रामभम प्रति सिविताराचापि प्राप्तोरस ममीतता पचव रासाय नगर तात परम स स्वभागान् पुर सोन् चामान बयान तक पारित सतातीपम पनि वीररावा निमाप्ति सिहोपमा यत १० पब दान्तिक माहगाहा पति माने यरगुणा व मिशाना सोस भनुपम पत्ती विमिवार ती माहितीपम्प तथापि वाचवमतिपत्तये पिपिरिषेप एनीति परतावा पिरिमपण तो बानमार पीपम्म रुपमाम मिदं वचमार महत पचेरति। 11 महमाहा वचतुवागरपोपन्यास मगमगुपित समातसमप्तवमनीवर पिक या रसनेन्द्रिय बाडिनेविषयमाप्ता पोमुखानिहत्वा भुवयन समशेन्द्रियार्वाधाला यसिहाण मोक्व प्रपोवम विसरमनवम्म किपिरिसमेतोउवम्यमिगम गामोष १७ नासमकामगुपिय परिमोमोत्तषमोक्षकोई ताछुताबिमुबो परेवामियतित्ता १८ अपमात पसंतीपबतोरबरोमराषियो... एमोमिस मौषा पनोपपपूरबर चौतापिनारोबारमा चारविमर Page #463 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - - - - ------ - - -- - पोमबनिहत्वपशचभाव पथवा बाधातासभर्वात महाबोभापति पगाचा यएवं सवाबवता यपहात्रावात पतस निर्वापसपगताः मित महा मोमबभिनयंत पतसर्ववाभावि प्रयाबाध घ्यावाधाषित सुर्य प्रामा सविन प्ति हन्तोति योग सुषमासा प्रत्या मासिस स मिति र दयाभावमाव मतिमुपमिरामेन बातम्यापमनिपादनाबस्वा हम तवा प्रयेपदोपचयतः याम्खत मध्यावाधसख मामा नि मत तितिमतदुचामाषमावादिता एवेति । साम्पत वस्तता मिस पर्यायदान प्रतिपादयवार सिवत्तियगाहा सिता लिपी नामहतात्मवादेवाइविविवसानेम विश्वावबोधात पारमतारति च भवाय पारगमनात परपरवत्ति पक्षपोखमम्यखानामचरण कमातिपाद्यपायसवात परंपरमता प्रचन्हबपक्षवचा' सबरववियुखवान तवा पंजरा वयसो भावा हमरा पायो भाm यमध्यकालतिता पतलनिवार्यमर्षगयांसिद्धा सासयमध्यावा चिद्र ता १९ मिबत्तियत्तियपारगप्तियपर परंगयत्ति समुषकर्मकवया भराभमरामसंगया ३० भोजपपीमिनमासपनो उपमाएभिसपोरोखपाठ १० विमसर्वसामगुपितपठारजातिनामचरसपतीविशेष पुरपक्षिमी विरोमभोजन कोएखवषाचनभूपरहितब पजराविमपमितवमोचकरजेपनोबप्तिनपंतपारनधीएसवयक १८ रचिमकारिसर्ववासमर 1 विपासासापापबाररामोतोमानमयीपावनिर्वाषमोक्पडिपगताम्यासिता यावत सवासवाधारहितयका ररमोचरसपियासुपपम्यिाथका मिहोत्ततावमुखापति गमति समारनापारागयुरति परंपरारमोचगयुरति म कापाककर्मकर्मप्यपियाक्वपमगाया सरा Page #464 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - मागतो परमामिमम तयार पमा वा नगरपपरम वा सत्ता मिति मानव पुनरेव । खेप पीपि महारण वसति म निराम पन्थरानव भूपाचा दुसरापन प्रवेवित माऽमो सपोर पवतष वयोपित प्रापितय मिजं देश सोऽपि राचा निज पुर २ ममाय मपति तो राधातिगौरवात् विपिरभोगतोमो मावम' बनवितात प्रामदिरा रप्य पु पाननेच तो विशासिनी पामा भीमसपाबासो पचा प्रायः प्राप्तो मेवारपरमशित बोम धनि खा पाना स ममोहर ५ जातीवको १० लाती राम म प्रति रियवित राधापि प्रामोहर भसी तता । पूचा रसवासात नगर तात बौध्य स समावान् पुर सर्वान् पामासन गाव तसेवा गपित सत्खनीयम बनि बनेरा शिनासि बिोपमा यतः पापब दार्शन्तिब मारवगाहा , पति एपमा नगरगुणा व मिनामा मौसमनुपम बत्ती विमिवार सतो नास्ति तपोपम तयापि पासजनप्रतिपत्तये विधिरिमेय एनीति गालावन सिरिमुपण तो बामन्तर पोपम उपमान मिद पक्षमा नरत पक्षेति । १० वगाना वधयुवाहरोपन्यासाचं । वामपुचित समातसमतहमनीष मेघ ब रसनेन्द्रिय अबाधित रविण्यप्राप्ता पोखनिजत्वा उपप्रदर्शन समसेन्द्रियागला यसिहालसोक्ख प्रणेवम' पवितस्परसम्म किचिविस सेवेतोचवामिपम खेमो १७ जासम्बकामगुपिय परिमोमोत्तपभोयरकोई तमहांकुशताविमुदो पो बगनाप्रमिगतित्ता १८ अपमात पसंतीपतोपरीगापिक्चो. पोमिसौपा पनोपमपरसबर पचनतिधिनारीचामाचमा चारपरि Page #465 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यो निपक्षमा पम्पधा मापान्तरसवात सुणा भाव रतियगातारपएक सवाबवता' सपनावावात पर निर्वाणमुपगता सिटामोपनियत तक पता सर्ववासभापि पव्यागाच थापावावर्णित सुख प्रामा सविन तिष्ठन्तीति योग सर्व माया पत्य मखिम PRAEभिलिव इपाभावमाव मन्तिमुपनिरामेन वास्तव्यसमनिपादनाव वा दण्य तथा प्रोपदोपचयत' यापत मध्यावास T प्रामा विन सन्त तिहसिन दुपाभावमावादिता एवेति या साम्प्रत वत' सिजपर्यायसम्मान प्रतिपादयवार सित्तियगा सिता । बालविवस चामन वियाग्योधान पारगताइति च भवावपारगमनान परपरवत्ति पुष्यवोजसम्यक चामचरण प्रतिपायपायवावात परपरमता रचत बाहयचा' सरसामान्युतवात तवा पमरा वयसो भावा मरा पायपो भार यमव्यकालसिप्ला पतलनियामवंगयासिहा सासयमवावाई चिट तौमड़ीसपत्ता १६ सिइप्सिया इत्तियपारगत्तियपर परगयत्ति मुखकम्मकावया घराभमरामसगया २० कीवरीसिद्धनासुपनी रुपमाएकोभसपोरोच्चका १० मिमसर्वकामगुणितपठारातिमाभचरसवतीविशेष पुरुपजिमी । रोमभोजन बोरएपपानरस्परहित पोखराविमपमितवमपोचकसनेछनोवशिनपतपारमधीएसवृषक १८ रचिपकारिसर्वकाम्तमः । विपनामाप्याप बार बागोतसामानमवीपावनिर्वाषमोक्तपति उपगताम्यासिहा यापतएकासमाधारहितयका रस्मोचरसपियासुपाम्यापका सिहोततवमुवापति बहसमावि समारनपाएगदुरति परपरामोचगयुरति मूकापाबरकमहर्मपथपियाकपपसगाषया सरा Page #466 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माप पाभापदिति।२ / मिचियमा पतुरगाहामा एरेति / 2022 / रति चौधोपपातिपत्ति समातिब पन्द्रकुमामिपुसमतपयुगप्रवर , पामामबापतगे समोपमम्स परे गुपसौरममरितमवमयभिपम्पयविचारस सबंदा पौविनयराज मिपामयदेवाम मरिपियं जमा रक्ति 2 पत्रिपाठकम गरे भीमद्रोगस्य रिमपान परितगीन गुरुपतिप्रयेप संशोषिता चेयम 14 प्रभागब 1125 / 44 पिच्छिणमध्वटुपसा जाबरामरवबंधविमुवा पत्रावासको भागोमामठ सिवा 21 पठनसामागरगया पमानापोवमपत्ता मष्यमबागवम चिह तोमोसुरंपत्ता 22 || उपवाउपांग सम्पत्त || गर्भभवतु // गंगाप्रप 1500 // ररितमापरहितरागारिषगररिव 2 पतियायपासासर्वदुपयेपर बन्धबरामरषापर्वधनबोमबाणा मागतपोवासपिरिभगत 1. सुपापसागरपदपामावर पवापारशिवनोपमतपमाररितपामाबरपुषपागामिवधोपचापाताची सामानुपपापापा 23 / एवारीमारमा पूर्व