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________________ कवितौया दगतपूवति भोदनादिष्यचयापचया एक मुद सप्तमं भोजने येर्पा ते दकमप्तमा पव दगएबारसमा यसदपोति तपादपतनादिविधिवशिषेण समचित्ता दगवत्ति बोदनष्यापथवा देव मुदकं द्वितीय भोजने येषां ते aat येवान्ते दोग दगसत्तमन्ति चोदनादीनि पद व्याति व गोतमगोष्वर्यभिविधपत्र चिंतक प्रविविदबमावगपभियोति गोतमो यो यसोवई स्टेम पण मिचामतिवे ते गोतमा गोष्यश्यन्ति मोव्रतं येषामस्ति ते गोवतिका तेचि गोषु प्रामाविगच्छन्तोषु निर्गच्छन्ति परन्तौ चरतो पिवन्ती पिवन्ति पापतोष्वायान्ति ममानासु च रते इति स च गावी हि सम नियामपवेस समया सचा प्रय करेंति भु जति जहागामीति रिक्स विचार्जिता विविषन्मायो महतव ययानित्यभिससे देवातिथिदानादिरूपमनुगता धर्मचिन्तका धर्मशानपाठका' दोषमुह पट्टया सम सवाह सन्निषेसेसु मणुश्राभवंति तं जहा दगवितिया दगतद्दुआ दगसत्तमा दगएका समा गोश्रमा गोष्यद्दश्रा गिष्टिधम्मा धम्म चिंतिका अविरुद्ध विरुय बुजु मायक प्यभितिया सेसिमणुश्राणशोकप्पर माओ मग दूब मियेधनधी शेष सहज पंचपथेकरीसहित पाटन जसमधनहरणभूमि प्रायमतापसभावास संगिवेधमधा विपादिवासन न विषमतादिवरवियर तेवर एकधानमद्रव्य योजघोपा पोळनेर पोकाइनही विद्रस्यवोतपलोयर लद्रव्यमोजाव्य सात पापी दद्रव्यवी प्राप्य पारम्पयोर गोयमतजे पादपतनादिव विनयखेहमसोपवु बेगोठांमथोमोव सिरमो बसाइपर तौर पर पोते पोर गिरोह सपण धर्मचिंतक धर्मशास्त्रमा पाठक पत्रिका देवादिवयविनयकरिविनयवादी विवडप्रक्रियावादी सर्वोधिक ات السديس
SR No.007378
Book TitleAgam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Dhanpatsinh Bahadur
PublisherRai Dhanpatsinh Bahadur
Publication Year1896
Total Pages466
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Conduct, & agam_aupapatik
File Size9 MB
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