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पंचरपति पर वामः सएप रम पमपम्पोपरचनात् असा प्रवरूपोन वारपतमत्वादिति सामरएपति काम' शब्दो रुपर सर रख बामरवतेम भीगरपति मोमो ममो रस समय मित्तवाणिपसयचव विपरिमरति मिवापिसाद घातम सत्रातीया निमका भाव पुकार सत्रमा मातुबारय पमधिन समुरादय परिखमो दासादिपरिषर गोविविदिति वियर सम्यग्दर्यन मनुभविषति
पकवाते असे संयुद्ध मोवक्षिप्पर पंकरएवं पोवलिप्पा बलरएवं एषमेवपदापरम विदारए कामेरिजाते भोगेसिषुढे बोवक्षिप्पशिवि कामरएवं पोवलिप्पशिति मोगरएवं सोपलिप्पहिति मित्तहार णियगसवण संबंधिपरिवरेस सेवंतवावा घेराम अंतिएकेवलमोरिमिशित्ति केवख मोरिमज्झित्ता पगारापोषणगारिय
अलिपीमापो परंसीपारनगरमारंपववादमापरवरपरबरीमा नसोपारमपराजपात पापिषौरवसरमरोगर पपरन्यायरएणि
वानिवसारोमराठिप्रतिचनामादारगवार काममदनापपरबसपारमारिवातनपनस मोगर्गवरस फरसबरीमरससारमारिसमा प्रबार सम्म परमोचीपाएनडीपहारकामरसम्पतिवारी परसोपारनही भोगापरवरिपरीगरमीयोपानीपरहार मिपम नमामोताशातिपोतानो निबगमापुरापिस पवमानादि सोसासूससुरादिव परिजनदासौदासादिवतेपरवरी ताठ प्रतिशतवादप पार्वतषिपातपोषरवियोपरा बदिरखातिबबिराबिना पतिसमोपिनविषार योमहमाचपोपिइसम्यग्दर्शनविन धमयूमसिपमुमपातापार देवसोमपीमापविनयमभौमसोमर मारपसामाडोनापारमा पप मनविसरमावतादियान |