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पराभप्रामापत्तन सपो सति कारतो घामादिनिमित्त महाविदामामात गम्य बयपविरिवप्ति-पप्यापितोगमनेनेति पुया मवादिदान में मिति पत्तगयेसपयत्ति-पातम दुखितस वात्तापर्ष देसवासस्यत्ति-प्रतापचता पवसरी पिताव सम्पादन मिस्य सम्बत्येस प्रपरिजोमयसि सम्प्रयोजनेचाराध्य सम्बन्धिनामुममिति । देवापति- व्यावत्त मनपानादिमिरुपराभ' मेहत्ति-अभिनव प्रजित सपसो पथमादिचपक
पत्ति परछदाणुवत्तिम फमक कयतिकिरिपा प्रत्तगयेसपया देसकात या सव्यत्ये सुअपडिलोमया सेक्त
लोगोययारविणए सेवियर मेकितचेववेचायचेदसविपिपत्त तमहा पायरियर उपउझाययेपावच्च में सोकसवधी विनयर चोकमान विम पागतिसागति करर तिम ए विनर सत्ता सातेरकारे प्रचप्त कमर तोकर से कार छती * पध्मामबत्ति गुरुगर समौपि प्रतिवठ परप दागवत्तिय पारकार बन तथा साधर्मिक तु पमिमाव देखि प्रवर्तिवस कार्य जानादिका
हे निमित्त मातपापी पापी पर पायपरिविरिया एग पात भपाप पोधि विनय कर पत्तगपरता पातमी गवेषणा पास अपनी धागे १समी उपसम तेहमी गवेवचा पर देशवासनक्षमताप पसरनस जापिपर सर्व पथ प्रयोजनम विपर पतिसोम सामुहत ) पतरस परावठठ सिमरन वायम् तेहप चोचोपचार चोविस विमय बनने एतसर विनयम पधिवार पूरन पर मेहर किकिम से वेयावच्च मातपायोपादिवार एवम साराल्य देवस नरमा दयविध दसवार प्रचत कया तोवर ते काश पाचार्य पाचारनन प्रतिपावन देवमठ वेपाव पाचारादिवर पटभ सायदिए सपायाहादसमौ मामपहार तानस पावन भातपापी पादिक परम साराम मिप्यनवि
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