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चानन रति प्रबमसानमः। पधुसोमवारुपेरी पदबोमो नमो वायुविय शरीरान्तर्मतिवायवो पास तथा। कायापी का पचिविशेप'
पानी गुरायी बन नौरोमांसातवा स तपा। बोयपरिणाम बपोतष पचिपिशपमेय परिपाम णडारपायो यस्य स तया। पपोत कि पापारसवामपि चठरामित्ररपतीति पति। सपिपोस पितरोपपरिपए मनरिव पचिपर्व पोसन्ति पपानदेय पुरीपो ।
पतवा पख सतबा | पहा प्रतीत मन्तरे च पहोदरपोरतराने पावित्व चवघे रतिस्तत ए8 परिपता विपिपरिणामवन्त सवाता या सतवा। पमुप्पक्षगधसरिसनिमासमरमिषयी पम पम उत्पशष नौसोपस मववा पन पवाभिधानं गद्रव्य मुत्पमधोत्पशकुष्ठ तीमधेन पोरम साप समो यो नि मास पासवाणु सेन पुरभि सुपन्धि पदन सुर्य यस स तथा बौति पविमान उदात्तर कुमार बराबरवत । मिरायवोत्तमपसमपरमेय नियमपये मिरातार नीरोग मुत्तम प्रगतमतिमोत निरापमं च परमास पाठान्तरपताप यस्य अनोमवाउयेगे कंबम्गापो कपोयपरिणामे माउपिपोस पिह सरोरुपरिणाए पउमप्पलगंधसरिसनिस्सासमुरभिवयये
वोम निरायकमोत्तमपसरवपमेयनिरुवमपले बल्ल मत वर्मकसेयरयदोमपन्जियसरौरे निववे छाया पासोमबंटाधावसंघसरहर पनुहोमपमुबसुषमारिवामियरोरासिमाबुनिहरवार बबप मिटतेपरोपवावाबामहठामपर मौरोगावरगत बपोतपारेपानीपरिपाजारपासपनिमायाबरोषारतारपुषबर मममिवानीपरिचापानदेशवरारमोनियमानापन चामर शिविरमातापिपरामपाएपनीपरिचिरबिपरिसमाचारमा पराला
नीचामा बना