SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 294
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ stooto मौसमयो पापमा पापमयाविषयवाद परिपुर्ण प्रतिपूप ममपन्यत्वादिभि प्रवचनगुणे मी कपादिभि पर सुपखमिव पि गुप्तात पसरप गायिक यावामुगत प्रमापाराधितमिस्पर्व समकती मोदिगन्यतमं तबाधिताना fr भारसम्पानि ! बाद माषान्तीति मिश्मिम्मे निहितावोणम मुक्तिमय मो समयभियोगय ऐतुरघा मुकिमिसमता मागी यस्त्र प्राव विमार्ग पियापम निर्माणम नात्तिकममन मागीतिः पिलापमय निर्धारण महासत्तापरचितम्बस्व पमा परिता सरताप परिसधि प्रविमा पूर्वापरानं सब दुम्सप्पहोचमम्मे सकरपाचपस्न पन्या पबमा सर्वाणि पानि महीपनि मन्ति सपा समाम्म यति यवतन्तका पतपप समयानीबासिष्प्रति विपत सिरिंगममयोप्या भवन्ति परिमादिमशामिडिपाता भवन्ति वन्ति कामाला । उए पम्नुकत्तणे मिहिमम्गे मन्तिमगे विष्वा ममग्गे पिज्जाणमम्गे पवितधमविसधि मबदक्लप्पीएमग्गे रहा मतप विषाहा पट पारितोपरनिर्दे।प परिपत्र पक्षपातिप्रथम गुपि रोमणिपूरण न्यायानुगतिपटमपम्य चानुमानु । पायमारिममावरमणिपोनयमावादिवत्र पसबविपाठपहार मिसिसितापानिमाप परिलायनपोम बिरपोतहमपोमाप निर्माणमासमनापरवयोवनपो पाव तिवसुबनुमा ससारपोलियोमोचतेरमा पित्रापनिपालारानुमायशपर पाणि वानुमाप निधीमधी पवितममा तपतपोमवपक्सिविविदररितपूर्वापर विपरमपर सवदुषहरमपोपचोपचयपरिवानपोएमाप । तमरमोचनपाएमा रविनियमविपब्रितमत्ततावोष परिमादिपतिगपपामरपिगमनयोनार यूझर पहचान -
SR No.007378
Book TitleAgam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Dhanpatsinh Bahadur
PublisherRai Dhanpatsinh Bahadur
Publication Year1896
Total Pages466
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Conduct, & agam_aupapatik
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy