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________________ Pos पाणु पामा प्रतीता पावरतापोरप्ति धातुरका मेरिखोपरभिता याटिका पति गम्प पग्निपत्ति प्रतिभाश्यभ्य पगपति सम्पसिय पनिसप्रति सम्पन पनाम मातिपातादिष्पामा पूर्वपत गरोरविपममाप्या लेकरान्ति वम तमित कामा बाम्यवाद पियति मिय त्तिक पसमयसातिए एपमह पटिसर्वति असमग्मातिए पडिसुणित्ता तिदडएय नाय एगतेपर २ गंगामा नगाहेरगाश्ता पेन पासधारएसघरंसि पालयासंधारयं दुरुद्धितियारमा पुरत्यामिमा सपलियंकनिसमा करयमबाव बहु एवंनवासी यमोत्यास परवाणं जाप संपत्ताणं नमोत्यु ण समगमगवपो महायोरम्म जाया समाविसकामस नमोत्व र पम्महमपरिवायगरम प्राधम्मायरिया धम्मोक्टेमगम पुर्ण पर धम्मउम्म परवानगरविपर पन्चोपबमधीमारिशमातिममोपा पतियध मामलोषामनाविपर पिपिपसिा जावीरोमारपीच एकतिपदेश । गाविषपानापर मामशानदोमहामोठीमदोपतरपषगावरमारिषतररवारोमा पाविमनासंधारोयाधरोमर वालावेकमासधारा ।। अपरि दुपातिवासाचपरोपसोगर पुरिचार्षदिसनापभिमुपसांता संपनियन पावठीवारोनारपाठा परतापरामर शायदा गोवा दोष पातकोना पाठपाता बमोनभमभारापी परिसतवर्मपरिणामयो जाबरादरको पातमीचमतिकमा प्रपरेनमनारायो समय भगवंत महापौरने वापसन्दीपमोन पासपनामममममंचरोमोचनावामभापचिरपरामरकोनमी ममतारामो पानामपरिणामबारसम्बापतकमर पाहारसमाचापंधमनपीपदासमतदातार चर्मनपसमयमारwिiरिपरान - - - - -
SR No.007378
Book TitleAgam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Shwetambar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Dhanpatsinh Bahadur
PublisherRai Dhanpatsinh Bahadur
Publication Year1896
Total Pages466
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Conduct, & agam_aupapatik
File Size9 MB
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