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वर्णी- अभिनन्दन ग्रन्थ
२८६ लीलावती, राजादित्य
२८८ ग्रहदीपिका - संस्कृत
२६० नूतनफल
२९१ ऊर्धकाण्ड या ऊर्वकाण्ड ( बीजुं ) - देवेन्द्रसूरि शिष्य हेमप्रभसूरि
२६२ जम्बूद्वीपजीवा - गणिपाद ८ पत्र
२६४ प्रश्नरत्न सागर - विजयसूरि
२६६ समयविचार - अमरकीर्त्ति
२६८ जातक निर्णय
३०० संवेगरंग शास्त्र - प्राकृत, जिनचक्र
२८७ गुहसूत्र
२८९ जातक फलप्रदीप
२३ विवाह पटल टीका - हर्षकीर्त्तिसूरि
२५ जातक दीपिका - हर्षरत्न, सम्वत् १७६५
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इनके अतिरिक्त लगभग १००-१५० ग्रन्थ ऐसे भी तालिकाश्रों में मिलते हैं जो समान नाम वाले हैं तथा कर्त्ताओं के नामोंका उल्लेख नहीं हैं । ज्योतिषसार, ज्योतिष संग्रह, ग्रहदीपिका, जन्मपत्री - पद्धति ग्रहफल - प्रश्न शतक, आदि नामोंके सैकड़ों ग्रन्थ हैं अतः विना ग्रन्थोंको देखे उनके पृथक्त्वका निर्णय शंकास्पद ही रहे गा ।
२६३ द्वादशजन्मभावफल - भद्रबाहु २६५ मञ्जरीमकरन्द - भट्टकल्याणक २६७ दैवज्ञविलास - लक्ष्मणसूरि २६६ जातक योगार्णव
३०१ चरणकाण्डक - दुर्गदेव सं० १०८६
जैनेतर ज्योतिष ग्रन्थोंपर जैनाचार्योंकी टीकाएं
१ गणित तिलक वृत्ति - सिंह तिलकसूरि, सं० १२२ ३ कर्णकुतूहल – सुमतिहर्ष, सं० १६७८ ५ ताजिकसार टीका - सम्वत् १६७७ ७ लघुजातक वार्त्तिक - मतिसागर, सम्वत् १६०५ ९ जातक पद्धत्ति वृत्ति - जिनेश्वरसूरि
११ महादेवी सारणी वृत्ति - घनराज, सम्वत् १६९२ १३ ज्योतिर्विदाभरण - भावप्रभसूरि, सम्वत् १७६८ १५ चन्द्रार्कौ वृत्ति - कृपाविजय
१४ षट्पंचाशिका बालावबोध महिमोदय
१६ भुवन दीपकावलि - लक्ष्मीदिव्य, सम्वत् १७६७
१७ मुहूर्त चिन्तामणि ठवा - चतुरविजय १८ चमत्कार चिन्तामणि ठवा - मतिसागर, सम्वत् १८२७
१९ चमत्कार चिन्तामणि वृत्ति - अभयकुशलसूरि
२० वसन्तराज शकुन टीका - भानुचन्द्र गणि २२ विवाह पटलबोध — अमरवाणी
२१ स्त्रीजातक वृत्ति -नारचन्द्र
२४ विवाह पटल अर्थ - विद्या हेम, सम्वत् १८३७
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२ ग्रहलाघव वार्त्तिक - यशस्वतसागर सं० १६७८ ४ होरामकरन्द वृत्ति - सुमतिहर्ष
६ लघुजातक टीका - भक्तिलाभ, सम्वत् १५७१ ८ लघुजातक ठवा - लघुश्यामसुन्दर
१० जातक पद्धत्तिदीपिका - सुमतिहर्ष, सम्वत् १६७३. १२ ग्रहलाघव टिपण - राजसोम