Book Title: Tirthankar Mahavira aur Unki Acharya Parampara Part 1
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Shantisagar Chhani Granthamala
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विषय
३. द्रव्यनिक्षेप ४. भावनिक्षेप
जीवन और धर्म धर्म : व्युत्पत्ति एवं स्वरूप सम्यग्दर्शनः स्वरूप- विवेचन तीनों करणों का उपयोग सम्यग्दर्शनको उत्पत्ति के कारण सम्यग्दर्शनके भेद
औपशामक सम्यक्त्व क्षायोपशमिक सम्यक्त्व
क्षाधिकसम्यग्दर्शन
सम्यग्दर्शन के अन्य भेद
प्रशम
सवेग
दशम परिच्छेद धर्म और आधार-भांभांसा
अनुकम्पा आस्तिक्य
सम्यग्दर्शनका स्थितिकाल
सम्यग्दर्शन के अंग
निःशङ्कित-अंग
निःकांक्षित-अंग
निर्विचिकित्सा अंग अमूढदृष्टि- अंग
उपगूहन - अंग स्थितिकरण-अंग
वात्सल्य अग
प्रभावना - अंग
सम्यग्दर्शनके पच्चीस दोष या न्यूनतायें
आस्था सम्बन्धी अन्धविश्वास षड् अनायतन या मिथ्या आस्थाएँ
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विषय सूची : ४१
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