________________
विषय
३. द्रव्यनिक्षेप ४. भावनिक्षेप
जीवन और धर्म धर्म : व्युत्पत्ति एवं स्वरूप सम्यग्दर्शनः स्वरूप- विवेचन तीनों करणों का उपयोग सम्यग्दर्शनको उत्पत्ति के कारण सम्यग्दर्शनके भेद
औपशामक सम्यक्त्व क्षायोपशमिक सम्यक्त्व
क्षाधिकसम्यग्दर्शन
सम्यग्दर्शन के अन्य भेद
प्रशम
सवेग
दशम परिच्छेद धर्म और आधार-भांभांसा
अनुकम्पा आस्तिक्य
सम्यग्दर्शनका स्थितिकाल
सम्यग्दर्शन के अंग
निःशङ्कित-अंग
निःकांक्षित-अंग
निर्विचिकित्सा अंग अमूढदृष्टि- अंग
उपगूहन - अंग स्थितिकरण-अंग
वात्सल्य अग
प्रभावना - अंग
सम्यग्दर्शनके पच्चीस दोष या न्यूनतायें
आस्था सम्बन्धी अन्धविश्वास षड् अनायतन या मिथ्या आस्थाएँ
....
....
FILL
....
BALL
ཡྻ
४८४
४८४
४८१५
४८,७
४९२
४९५
५०१
५०२
५०२
५०३
५०३
५०३
५०४
५०४
५०४
५०५
५०६
५०७
विषय सूची : ४१
४९५
४९६
४९.७
४९७
४९८
४९८
४९९
८९९
४९९
५००
ܝ