________________ जाहिर सूचनाइस पुस्तक के उपरान्त नीचे की पुस्तकें भी हमारे शास्त्रसंग्रहमें मिलती हैं१-वीरनिर्वाणसंवत् और जैनकालगणना। - इस पुस्तक की रायबहादुर म० म० पं० श्रीगौरीशङ्करजी ओझा आदि धुरन्धर विद्वानों ने मुक्तकण्ठ से प्रशंसा की है। इतिहास के अभ्यासियों और जैन पाठकों के लिये बडे ही काम की चीज है। ... मूल्य 1) . २-चालु चर्चामां सत्यांश केटलो / (देवद्रव्यचर्चाविषयक निबन्ध ) करीब 17 वर्ष ऊपर जैनसंघ में एक सैद्धान्तिक चर्चा चल पडी थी जो 'देवद्रव्यचर्चा' के नाम से प्रसिद्ध है / उसी चर्चा का स्फोट करने वाला मुनिमहाराजश्रीकल्याणविजयजी द्वारा लिखा गया यह विद्वत्तापूर्ण निबन्ध है। मूल्य-) ३-जिनस्तुतिकुसुमाञ्जलि / मुनिमहाराज श्रीकल्याणविजयजी विरचित संस्कृत-प्राकृत स्तुति-स्तोत्र-चैत्यवन्दनों का संग्रह है। मूल्य भेंट / १ली पुस्तक मंगानेवालों को पिछली दोनों ही पुस्तकें भेंट भेजी जायंगी। पता-सेक्रेटरी श्रीकविशास्त्रसंग्रह-समिति, जालोर (मारवाड)