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विषय. जिवास्तंभ के लक्षण अर्दित के लक्षण सिरामह के लक्षण
एकांग रोग का लक्षण
सर्वांग रोग का लक्षण पक्षाघात् असाधत्व दंडक का लक्षण अववाहुक का लक्षण
विश्वाचक के लक्षण
खंज और पंगु कड़ाय खंज
उस्तंभ का निदान कोशीर्षक का निदान arre का निदान सी का निदान
खल्लीवात का निदान
पादहर्श का निदान पाददाह का निदान
षोडशोऽध्यायः ।
वातरक्त का निदान
वातरक्त का लक्षण
वातरक्त का सब देह में फैलना
यातरक्त के दो भेद उत्तान के लक्षण गंभीर के लक्षण वाताधिक वातरक्त रक्ताधिक्य वातरक पित्तानुविद्ध बातरक्त कफानुविद्ध वातरक्त
द्वंदज वातरक्त
वातरक्त का साध्यत्व
वातरक्त को मारकत्व प्राणवायु का कर्म उदान वायुका कर्म
व्यानवायु का कर्म समान वायुके कर्म
अपानवायु के कर्म सामनिरास वायु का लक्षण
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अष्टांगहृदयकी
पृष्टांक. | विषय.
४३८ वायुके अवरण का वर्णन पित्तावरण के लक्षण
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४३९ कफावृत वायु
रक्तावृत वायु
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मांसावृत वागु मेदसावृत वायु
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अस्थ्यावृत वायु
मज्जावृत वायु
शुकावृत वायु
अन्नावृत वायु
सूत्रावृत वायु
पुरीषावृत वायु सर्वधात्वा वृत वायु
पित्तावृत उदान वायु पित्तावृत पान वायु
पित्तावृत समान वायु
पित्तावृत अपान वायु
कफावृत प्राण वायु
कफावृत उदान वायु
कफावृत समान वायु
प्राणादि वायुका परस्पर आवरण
आवरण के चिन्ह
उदानावृत प्राणके लक्षण आवरण का दिग्दर्शन प्रणादि वायु का जिवित्व
आवरणों को कष्ट साध्यत्व
आवरणों से विद्रधि की उत्पत्ति
चिकित्सितस्थानम् ।
प्रथमोऽध्यायः ।
ज्वरादिमैं लंघन वलकी रक्षा के हेतु लंघन के गुण
सामज्वर में वमन
वमनकारक द्रव्य
वमन में विशोषण ज्वरी को उपवास
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पष्टांक
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