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२७१
विषय.
पृष्ठ. विषय. नामकरण मंत्र, कर्णवेध मंत्र और
आवेदन स्वीकार
२६५ बालकको झूला झुलानेका मंत्र २४९ बोधिपूजन
२६६ बहिर्यान क्रिया और मंत्र २४९ यज्ञोपवीतसंख्या
२६८ उपवेशन क्रिया और मंत्र
२५० यज्ञोपवीत टूट जानेपर कर्तव्य । २६९ अन्नप्राशन क्रिया और मंत्र
२५१ वर्णक्रमसे यज्ञोपवीत और उसके विषयमें गमनविधि और मंत्र । २५१ विशेष नियम
२७० व्युष्टि क्रिया २५२ वतचर्या
२७० चौलकर्म
२५२ कटिलिंग, ऊरुलिंग, उरोलिंग और माताके गर्भवती होनेपर चौल
शिरोलिंग
२७० कर्मका निषेध और विधि
२५३
निषिद्ध-आचरण गर्भाधानसे लेकर चौलकर्म तककी
व्रतावतरण
२७१ क्रियाएं न हुई हों तो प्रायश्चित्त २५३
प्रायश्चित्त
२७२ चौलकर्म संबधी मंत्र
२५५ मद्यमांसमधुभक्षण-प्रायश्चित्त : २७२ लिपिसंख्यान क्रिया
२५६ म्लेच्छादिकके घरपर भोजन करनेका . लिपिसंख्यान मुहूर्त २५६ प्रायश्चित्त
... २७२ अक्षर लिखानेकी विधि और मंत्र २५७ विजातिगृहभोजनप्रायाश्चत्त
२७३ पुस्तक ग्रहण और उपसंहार २५८ अग्निपतनमरण-प्रायश्चित्त
२७३ नौवां-अध्याय। गिरिपातादि-मरण-प्रायश्चित्त
२७३ उपनयन-क्रियारंभ-समय
चांडालादि-संसर्ग-प्रायश्चित्त
२७३ उपनयन संस्कारके कर्ता
२६० मालिकादि संसर्ग-प्रायश्चित्त
२७३ पिताकी आज्ञा विना उपनयन
सूतक-प्रायश्चित्त
२७४ संस्कार करनेका निषेध २६० मुखमें हड्डी जानेपर प्रायश्चित्त
२७४ सात प्रकारके पुत्र
२६१ गर्भपातन-प्रायश्चित्त यज्ञोपवीत बनानेकी विधि
२६१ द्वीन्द्रियादिवध-प्रायश्चित्त उपनयनादि संस्कारोंके प्रतिबंध २६१ अस्थिस्पर्श प्रायश्चित्त
२७४ उपनयन विधि २६२ तृणचरघात-प्रायश्चित्त
२७४ २६२ जलचर आदिके वधका प्रायश्चित्त २७४ यज्ञोपवीत-धारण
२६३ गो आदिके बधका प्रायश्चित्त । २७५ शिरोलिंग-धारण २६३ मनुष्य घातका प्रायश्चित्त
२७५ व्रत-ग्रहण
२६३ अपने निमित्तसे मरे हुए जीवोंका प्रायश्चित्त २७५ दंडधारण आदि २६४ वर्तन-स्पर्श-शुद्धि
२७५ भिक्षाटनविधि
२६५ पात्रोंमें मयादि रख देने पर उनके ग्रहण भिक्षा मांगने और भिक्षा देनेकी विधि २६५ का निषेध
२७६ बंधुवर्गका आवेदन
२६५ चालनी आदिके स्पर्शकी शुद्धि २७६
मौंजी-धारण
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