Book Title: Siddhachakra Mmahapujan Vidhi
Author(s): Arvindsagar
Publisher: Arunoday Foundation

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Page 15
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir श्री सिद्धचक्र महापूजन विधि ॐ ह्रीं अहँ नमः ।। ।।श्री सिद्धचक्रयन्त्रोद्धारपूजनविधिः ।। यस्य प्रभावाद्विजयो जगत्यां, सप्ताङ्गराज्यं भुवि भूरिभाग्यम् । परत्र देवेन्द्रनरेन्द्रता स्यात्, तत् सिद्धचक्रं विदधातु सिद्धिम् ।।१।। (१) प्रथम पूजनमा उपयोगी सर्वद्रव्योने मंत्रपूर्वक वासक्षेप करवा । (२) वाजतगाजते प्रभुजीने पधराववा । (३) श्रीसिद्धचक्रजीनी त्रण चोवीशीओ मधुरस्वरे (समय होय तो) भणवी। चोवीशी पहेली। *ॐ ह्रीं अर्ह नमः' स्मृत्वा, मूलमन्त्रमथार्हतः। वक्ष्ये श्री सिद्धचक्रस्य, यन्त्रोद्धारं यथाविधि ।।१।। पद्ममष्टदलाकार, कल्पयेत् तत्र कर्णिकाम् । ॐ ह्रीं अनाहतैर्वृत्तम्, अर्ह बीजं स्वरैर्वृतम् ।।२।। सिद्धाः पूर्वदले स्थाप्या, दक्षिणे सूरयस्तथा। पाठकाः स्युः प्रतीचीने, साधवस्तूत्तरे दले ।।३।। आग्नेये दर्शनं सम्यग, ज्ञानञ्च नैऋते दले । वायव्ये शुद्धचारित्र-मैशाने पल्लवे तपः।।४।। - *शरूआतना साडातेर श्लोको मूळ प्रतिनुप्रथम पत्र अप्राप्त होवाथी त्रुटक हता ते पूर्ति कर्या छे. For Private And Personal Use Only

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