Book Title: Siddhachakra Mmahapujan Vidhi
Author(s): Arvindsagar
Publisher: Arunoday Foundation
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श्री सिद्धचक्र महापूजन
।।अथ श्रीसिद्धचक्रपूजनविधिः ।। अर्हन्तो भगवन्त इन्द्रमहिताः, सिद्धाश्च सिद्धिस्थिता, आचार्या जिनशासनोन्नतिकरा: पूज्या उपाध्यायकाः। श्रीसिद्धान्तसुपाठका मुनिवरा, रत्नत्रयाराधकाः, पञ्चैते परमेष्ठिनः प्रतिदिनं कुर्वन्तु वो मङ्गलम् ।।१।। आ श्लोक सर्वे जणा ऊंचे स्वरे प्रथम भणे(१) ॐ ह्रीं नमो अरिहंताणं। (२) ॐ ह्रीं नमो सिद्धाणं। (३) ॐ ह्रीं नमो आयरियाणं । (४) ॐ ह्रीं नमो उवज्झायाणं । (५) ॐ ह्रीं नमो लोए सव्वसाहूण । (६) ॐ ह्रीं श्रीसिद्धचक्राय नमः ।। आ पाठ त्रण वखत बोली नमस्कार करवा ।।
।।श्रीसिद्धचक्रस्तोत्रम्।।
(उपजातिच्छन्दः) ॐ ह्रीं स्फुटानाहतमूलमन्त्रं, स्वरैः परीतं परितोऽस्ति सृष्ट्या ।। यत्राहमित्युज्ज्वलमाद्यबीजं, श्रीसिद्धचक्रं तदहं नमामि ।।१।। सिद्धादयो दिक्षु विदिक्षु सम्यगदृग-ज्ञान-चारित्र-तपः पदानि ।। साधन्तबीजानि जयन्ति यत्र, श्रीसिद्धचक्रं तदहं नमामि ।।२।।
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