Book Title: Siddhachakra Mmahapujan Vidhi
Author(s): Arvindsagar
Publisher: Arunoday Foundation

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Page 37
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir २३ श्री सिद्धचक्र महापूजन विधि (१२) ॐ ह्रीं श्रीश्रीदेवतायै स्वाहा ।। पान सोपारी ।। (१३) ॐ ह्रीं श्रीवैरोट्यायै स्वाहा ।। पान सोपारी ।। (१४) ॐ ह्रीं श्रीपद्मावत्यै स्वाहा ।। पान सोपारी।। (१५) ॐ ह्रीं श्रीकुरुकुल्लायै स्वाहा ।। पान सोपारी ।। (१६) ॐ ह्रीं श्रीअम्बिकायै स्वाहा ।। पान सोपारी ।। (१७) ॐ ह्रीं श्रीकुबेरदेवतायै स्वाहा ।। पान सोपारी ।। (१८) ॐ ह्रीं श्रीकुलदेवतायै स्वाहा ।। पान सोपारी ।। ।।इति अधिष्ठायकदेवतापूजनम् ।। ।।अथ जयाद्यर्चा ।। (छठुवलय) ॐ हीं जयायै स्वाहा ।।१।। ॐ ह्रीं जम्भायै स्वाहा ।।२।। ॐ ह्रीं विजयायै स्वाहा ।।३।। ॐ ह्रीं स्तम्भायै स्वाहा ।।४।। ॐ ह्रीं जयन्त्यै स्वाहा ।।५।। ॐ ह्रीं मोहायै स्वाहा ।।६।। ॐ ह्रीं अपराजितायै स्वाहा ।।७।। ॐ ह्रीं बन्धायै स्वाहा ।।८।। जये च विजये चैव, जिते चाप्यपराजिते । जम्भे स्तम्भे तथा बन्धे, मोहे पूजां प्रतीच्छत ।।१।। जयादि आठ देवीनी पूजा नारंगीना आठ फळो मूकीने करवी । ।।इति जयाद्यर्चा ।। ।। इति जयादिवलयम्।। ।।अथषोडशविद्यादेवीपूजा ।। (सातमुंवलय) For Private And Personal Use Only

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