________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
स० प्रा० प्राचीन जैन स्मारक ।
के सम्बन्ध का है । गौतम बुद्ध का जन्मस्थान कपिलवस्तु इसी के निकट हो सकता है। यह प्रगट होता है कि यह स्तूप लुम्बिनी ग्राम में स्थापित किया गया था जहां बुद्ध पैदा हुए थे। कपिल वस्तु इससे दूर नहीं हो सकता।
बर्डपुर स्टेट के पीपर हवा में प्राचीन बौद्धों के शेषांश है।
१-भरी-परगना रसूलपुर, तहसील डोमरिया गंज । बस्ती नदी से पूर्व तीन मोल तथा वस्ती से ३० मील । यहां बहुत से प्राचीन मंदिरों के भाग हैं। एक टीला ४.० गज से ३५० गज है । यहां खुदाई की ज़रूरत है।
२-नगर-तहसील वस्ती, बस्ती से ५ मील । यहां भी १ टीला है जो खुदने योग्य है । __ नोट-इस बस्ती जिले के भीतर खुदाई तथा जांच होने की ज़रूरत है। संभव है जैन चिन्ह मिल जावें।
१ देखो जर्नल रायन एसि० सोसा० सन् १९०६ सफा १४६
२ लुम्बिनी ग्राम का अाधुनिक नाम • रुमिन्देयी है। यहां महाराज अशोक मौर्य का स्थापित कराया हुआ एक बहुत सुन्दर स्तम्भ है जिस पर के लेख से विदित हुआ है कि वह बुद्ध के जन्म-स्थान लुम्बिनि बन के स्मरणार्थं वहां खड़ा किया गया है। लेख में स्पष्ट उल्लेख है कि 'हिंद बुधे जाते ' अर्थात् बुद्ध यहां उत्पन्न हुए थे।
For Private And Personal Use Only