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११-हमीरपुर
(गजेटियर छपा १६०६) इसकी चौहद्दी इस प्रकार है-पश्चिम और उत्तर पश्चिम जिला झांसी और जालौन, उत्तर में जमना, पूर्व में केन नदी, और दक्षिण-पूर्व चरखारी और छतरपुर राज्य ।
इसमें २२६३ वर्गमील स्थान है।
(१) महावा-झांसी माणिकपुर लाइन के महोवा रेलवे स्टेशन से पश्चिम-उत्तर २ मील । इसका प्राचीन नाम काकपुर, पाटनपुर तथा महोत्सव है। इसका संस्थापक चंदेल राजा चन्द्रवर्मा था जो सन् ८०० ई० में हुआ है। सन् ६०० ई० के अनुमान चंदेलों की राजधानी खजराहा से महोवा में स्थापित हुई थी। चंदेल वंश में कीर्तिवर्मा और मदनवर्मा दो मुख्य राजा थे। यहां जो झीलें हैं उनमें इनका नाम प्रसिद्ध है। यहां बहुत से हिन्दू और मुसल्मानों के स्मारक नगर में हैं तथा इधर उधर बहुत सी जैन मूर्तियां छितरी हुई हैं। जिससे प्रगट है कि यहां पहले बहुत से जैन मन्दिर थे।
नोट-यहां कुछ वर्ष पहले बहुतसी जैन मूर्तियां खोदने पर निकली थी जो संवत् १२०० के अनुमान की है । उनमें से एक ललितपुर क्षेत्रपाल मंदिर में व शेष बांदा में विराजमान हैं।
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