Book Title: Sanyukta Prant Ke Prachin Jain Smarak
Author(s): Shitalprasad Bramhachari
Publisher: Jain Hostel Prayag

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Page 140
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir फर्रुखाबाद | ६६ २००० फुट चौड़ा स्थान है जहां खंडहरों के ढेर हैं । पौन मील का एक टीला है जिसको अघत कहते हैं । यह प्राचीन नगर का एक भाग है। एक सरोवर है जिसे कन्हैयाताल कहते हैं। राजा अशोक का स्तंभ संकिसा में ४४ फुट ३ इंच ऊंचा हैं । कनिंघम साहब की रिपोर्ट ग्यारहवीं में लिखा है कि सांकिसा में जो अत सराय का टीला है उस पर जैन और ब्राह्मणों के पाषाण हैं- इनमें ४ मूर्तियें पीतल धातुकी जैन तीर्थकरों की हैं । नोट- यहां जांच करने से जैन पुरातत्व मिलेगा । For Private And Personal Use Only

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