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फतहपुर ।
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(२) औंग-परगना बिंदकी,तहसील खजुहा। बिंदकी रोड स्टेशन से २॥ मील पश्चिम, तथा फतहपुर से २४ मील । असकपुर में और अभयपुर ग्राम के आस पास कुछ बौद्ध और जैन प्राचीन चिह्न दिखलाई पड़ते हैं।
(३) औरई-परगना हसवा, तहसील फतहपुर । बहरामपुर स्टेशन से २ मील दक्षिण टिकसरिया ग्राम में एक बहुत बड़ा टीला है। यह एक प्राचीन स्थान है। बहुत से प्राचीन पाषाण हैं । नोट-यहां जैन चिह्न सम्भवतः मिले, जांच होनी चाहिये।
(४) पायाह-परगना अायाह, त० गाजीपुर । गाजीपुर से १० मील । एक पुराना किला है। इस किले के दक्षिण एक पुराना टीला है तथा गांव में बहुत प्राचीन पाषाण की मूर्तियां व स्तम्भ हैं जैसी कि असोथर, सताई व अन्य स्थानों पर पाई जाती हैं । नोट-यहां भी जांच होनी चाहिये।
(५) भिटौरा-तहसील फतहपुर । फतहपुर से = मील । यह ग्राम बहुत ही प्राचीन है। यहां नदी तट पर एक बड़ी भारी मूर्ति है । नोट-जांच होनी चाहिये।
(६)दीघ-परगना कुटिया गुनीर, तहसील खजुहा, बिंदकी से ६ मील व फतहपुर से १३ मील । मुख्य स्थान के दक्षिण पूर्व एक पुराना टीला है तथा इसके उत्तर एक सरोवर है जिसके कोने में एक चबूतरा है जिस पर बहुत सी जैन और बौद्ध मूर्तियों के खंड हैं।
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