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८-अलाहाबाद जिला
(गजेटियर छपा १६११) । इस की चौहदी इस प्रकार है:- उत्तर में गंगा, पूर्व और दक्षिण-पूर्व जिला मिरज़ापुर, दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम
रीवां राज्य,पश्चिम में जिला बांदा और फतहपुर । इसमें २८५१ वर्ग मील स्थान है। ... (१) देवरिया-अलाहाबाद से दक्षिण पश्चिम ११ मील । देवरिया और भीता दोनों में बहुत से पुरातन खंडित स्थान है। यह एक प्राचीन नगर था । कनिग्घम साहब ने इस स्थान को वीतभाया पहन के नाम से पहचाना है । जैनियों के वीर चरित्र में इस स्थान का वर्णन है कि यहां जादो वंश के राजा उदयन रहते थे जो जैन धर्म पालते थे। उन्होंने श्री महावीर रवामी की एक प्रसिद्ध मृति का निर्माण कराया था जिस मूर्ति को लेने के लिये उज्जैन के राजा और उदयन से एक बड़ा युद्ध हुआ था। यहां बहुत से टीले खुदाने योग्य हैं
नोट-'दि वीर चरित्र' में वर्णन नहीं मिला। (२) भंसी-अलाहाबाद किले के बिलकुल सामने है। यहां परिहार के राजाओं की पुरानी राजधानी थी इसको प्रतिछान कहते थे। यहां त्रिलोचन पाल का एक ताम्रपत्र मिला है।
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