________________
पृष्ट.
परि.
शुद्ध.
अशुद. पारिणामिक विधि
पारिणामिकी बुद्धि योजन
२०
. ,
मोजन
हंसी
इसी को सभ्यत घोग्य
सम्यक्त्व योग्य
१४
सम्यमय बाजों जाता का
सम्यकत्व घालों जाती
• विदि
विनादि
०
५३
.
कैदखाने मीव को प्रकृतियों प्रत्येक प्रकृतियां १०-यश
१६
कैदसान जीव प्रकृतियां प्रकृतियां यश प्रकृतियों दुभाग्य उच्छनास इंद्रिय उसका भी होता
प्रकृतियां
दुर्भाग्य उच्छवाल
उनको
होती