Book Title: Gitagovinda Kavyam
Author(s): Jayadeva, King Manaka, V M Kulkarni
Publisher: L D Indology Ahmedabad
View full book text
________________ श्लोकः 5] गीतगोविन्दकाव्यम् [43 सा राधा वपुषि स्वदेहे लग्नं मलयजपङ्क चन्दनं विषं कालकूटमिव पश्यति / किम्भूतम् / सरसमसृणमपि / सह रसेन वर्तत इति सरसः। महणः प्रलक्ष्णः घृष्टः / कथं यथा स्यात् तथा। सशङ्ख शङ्कया सह वर्तमानं यथा भवति। श्वसितेत्यादि / श्वसितवपनमनुपमपरिणाहम् / मदनदहनमिव वहति सदाहम् // 3 // ___ सा राधिका सदाहं यथा भवति तथा श्वसितं पवनं वहति / श्वसितमेव पवनस्तम् / कमिव / मदनदहनमिव / कामाग्निमिव / किम्भूतम् / अनुपमपरि। णाहं न विद्यते उपमा दृष्टान्तो यस्य स तथा अनुपमः परिणाहो विशालता यस्य स तथा। .. दिशि दिशीत्यादि। दिशि दिशि किरति सजलकणजालम् / . नयननलिनमिव विगलितनालम् // 4 // सा राधा नयननलिनं लोचनकमल दिशि दिशि किरति क्षिपति / किम्भूतम्। सजलकणजालम् / सह जलकणजालेन वर्तत इति स तथा। ननु पुनः किम्भूतम् / विगलितं नालं यस्य स . तथा। ननु प्रतिदिशं रुदती मृगयतीत्यर्थः / अनेन किमुक्तम् / भवतो लाभाय कज्जलाभावान्नयनकमलसजलकुसुमैदिग्देवता मर्चयति / अयमाशयः। नयनविषयमित्यादि। नयनविषयमपि किशलयतल्पम् / कलयति विहितहुताशविकल्पम् // 5 // सा राधा किशलयतल्पं हुताशनकल्पं अग्निमिव कलयति / मनुते / किशलयं 1 नवं पल्लघम् / तस्य तल्पं 11शयनं तत्तथा / किम्भूतम् / विहितः कृतश्चासौ हुताशनविकल्पश्चेति 12 बहुव्रीहि [ ? कर्मधारय समासः। शीतलत्वाद(? किश. लयताघ्रत्वाद)ग्निसममित्यर्थः / किम्भूतम् / नयनविषयमपि। नयनयोर्विषयं गोचरम् / अग्रे वर्तमानमपि। अनेन किमुक्तम् / सुखाभावे शीतलकोमल1 स्याप्यालोकनं न 14करोतीत्याशयः / ___1) A मसृणः सूक्ष्मघृष्टः / B मसृणः सूक्ष्मचेष्टा (1) / 2) P- मदनबाणमिव / 3) B दृष्टान्तो / 4) B drops ननु / 5) A तत्तथा / 6) A मर्चयतीत्ययमाशयः / 7) P ननयति (?) / 8) A, B हुताशनकल्प / 9)B राधिका / 10) A, B नवपल्लवं / 11) B शयनीयं / 12) drops बहुव्रीहिसमासः। 13) A shows in the margin शय्या to beread in place of स्याप्या; B शय्यावलोकन। 14) B करोतीत्यमा (? त्ययमा )शयः /

Page Navigation
1 ... 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162