Book Title: Gitagovinda Kavyam
Author(s): Jayadeva, King Manaka, V M Kulkarni
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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________________ शुद्धिपत्रम् / पृ. पं. एवं पठितव्यम् पृ. पं. एवं पठितव्यम् 93 नलिन - 65 18 हतौ 18 16 वंशो 66 24 // 5 // 19 11 अविद्यां तत्कार्य संसारं [च] 69 7 व्योमसिन्धुसरोवरे 21 11 शब्दयुक्तं 71 2 दीर्घजङ्घः 22 8 मौलिकपोल 71 23 मनसिजो 22 10 रुपसर्गयोः 73 7 श्रेष्ठः, निधारणे षष्ठी,स....तेन / 22 17 चन्दाकाराश्च ते च चारवः 78 7. शरीर 23 21 वलन् प्रकटीभवन् 78 24 वधनिर्दयं 24 20 कि वितर्के परिप्रश्ने 79 1 चासो 29 22 नेत्रों 79 4 सौख्यकरम् 3. 6 कासारोपवनपवनोऽपि 8. 3 . रतिरसभिन्नां 32 3 मयापि 833 मसृणरोष 36 12 तज्जातीय 84 6 चारु मनोजें 39 11 विशाल 84 11 कौमुदी 41 23 किम् / हरि...सखी, तस्याः 84 15 स्फुरँश्चासौ 42 12-13 'चिन्तातिवर्तते' इत्येतद् मात्रावश्यकम्। 85 19 रतो४२ 21 कृशतनुरिव भारम् / 86 5 गजर्न 86 12 लसंश्च 43 5 पवन 86 29 अरुणोऽस्फुटरागे 43 25 विषयं 88 1 विपर्ययो 44 8 रित्यादि / तत्वौ भावे ।(कातन्त्रर.६.१३.) भावे तप्रत्ययः / 48 18 जनकत्वोद्योतनाय / 91 22 नुकूला भव / 49 26 गन्धादिकं 92 5 मजीरौ 502 विरह 93 20 तेजन वात् तत् 50 18 अधिष्ठानं स्थानम् 21 मनोहरहार 54 22-23 सह / मनोरथः तव 95 10 युक्ता 55 12 जानतः 11 युक्ता 58 12 अन्धकार श्लिष्यति 96 4-5 रुचि-मञ्जरोभिः 59 27 विकल्प 98 14 मधुदैत्यो 60 5 ध्यायती 105 13 रत्यभिप्रायः 61 22 न ययौ 106 4 स्मारयन्ती

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