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वी० - दायारं
त० - दायारेण, दायारेणं, दाउणा
अभिनव प्राकृत-व्याकरण
च० - दायारम्स. • दाउणो, दाउस्स पं० - दायाराओ, दायाराउ, दायारा, दाउणो, दाऊओ, दाऊड
,
सं० - दायार, दाय, दायारो, दायारा
--
छ० - दायारस्स, दाउणो, दाउस्स
दायाराण, दायाराणं, दाऊण, दाऊ
स - दायारंसि, दायारम्मि, दायारे दायारेसु, दायारे, दाऊ, दाऊ
दाउसि दाउम्म
एकवचन
दायारा, दाउणो, दायवो, दायओ,
दाय, दाऊ
एकारान्त, ऐकारान्त, ओकारान्त और औकारान्त
प०
- सुरेओ वी० - सुरेअं
दायारे, दायारा, दाउणो, दाऊ दायारेहि, दायारेहिं, दायारेहि, दाऊद्दि, दाऊहिं, दाऊ
पुल्लिंग शब्द
( २८ ) प्राकृत में एकारान्त और ओकारान्त शब्दों का प्रायः अभाव 1 संस्कृत के एकारान्त और ओकारान्त शब्दों में स्वार्थिक क - अ प्रत्यय जोड़ने से प्राकृत शब्द बनते हैं, पर उनके रूप जिण शब्द के समान होते हैं ।
( २ ९ ) संस्कृत के ऐकारान्त और औकारान्त शब्द प्राकृत में अकारान्त हो जाते हैं, अतः इनके रूप प्रायः वीर या जिण शब्द के समान चलते हैं ।
दायाराण, दायाराणं, दाऊण, दाऊयां दायाराओ, दायाराउ, दायाराहि, दायारेहि, दायाराहिन्तो, दायारेहितो, दायारासुंतो, दायारेसंतो, दाऊओ, दाऊड, दाऊहितो, दाऊसुंतो
त० - पुरेपण, सुरेएणं
च० - सुरेअस्स, सुरेआय
पं० सुरेअन्तो. सुरेआओ, सुरेआउ, सुरेाहि, सुरेआर्हितो, सुरेआ
ऐकारान्त सुरै सुरेअ शब्द
K
बहुवचन
छ० – सुरेअस्ल
स० – सुरेअंसि, सुरेअम्मि सं० - हे सुरेओ
सुरेआ
सुरे, सुरेए
सुरेएहि, सुरेएहि, सुरे एहि सुरेआण, सुरेआ
सूरेअन्तो, सुरेआयो, सुरेआउ, सुरेआहि सुरेएहि, सुरेआहिन्तो, सुरेआसुन्तो सुरेआण, सुरेआ
सुरे, सुरे हे सुरेआ