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च० वीराय, वीरस्स प० वीरातो, वीरातु ..
छ० वीरस्स
स वीरंसि वीरम्मि
एकवचन
प० इसी
वी० इसिं
त० इसिना
च० इसिनो, इसिस
पर इसितो, इसिस
इकारान्त इसि शब्द
एकवचन
अभिनव प्राकृत व्याकरण
प० भानू वी० भानुं
त० भानुना
च० भानुनो, भानुस्स
पं० भानुतो, भानुतु
छ० इसिनो, इसिस
स० इसिंसि
इसी, इसी
इसी प्रकार अग्ग, मुनि, बोहि और कवि आदि इकारान्त शब्दों के रूप होते हैं ।
भानु शब्द
वीरान वीरानं
वीरातो, वीराहितो; वीरासुन्तो,
वीरेहितो, वीरेन्तो वीरान, वीरानं
वीरे, वीरे
के
छ० भानुनो, भानुस्स स० भानुंसि, भानुम्मि
प० अयं, इमो
वी० इमं, इनं, नं
रूप
बहुवचन
इस, इसओ, इसिनो
इसिनो, इसी
इस, इसी
इसीन, इसीनं
इसीओ, इसीउ, इसीहिंतो, इसीसंतो
इसीन, इसीनं
बहुवचन भानुनो, भानवो, भानूओ
भानुनो, भानू
भानूद्दि, भानूहि
भानून, भानून
भानुत्तो, भानूओ, भानूउ भानुर्हित्तो, भानुमुँतो भानून, भानू नं
भानू, भानूसु
नपुंसकलिङ्ग के शब्दरूप शौरसेनी के समान होते हैं ।
सर्वादि गण के शब्दों के रूप पञ्चमी विभक्ति एकवचन को छोड़, अवशेष रूप पञ्चमी विभक्ति एक वचन में अतो और अतु प्रत्यय
।
शौरसेनी के समान ही होते हैं जोड़े जाते हैं ।
इम इदम् शब्द के रूप
एकवचन
बहुवचन
इमे
इमे इमा, ने,