Book Title: Abhinav Prakrit Vyakaran
Author(s): N C Shastri
Publisher: Tara Publications
View full book text
________________
५०६
२१७
own
२१४ २१४
तंजहा
२१७ २१७ २१७
*
w
विकुव्व विणओ विणा विहरह वीसु
अव्ययप्रयोगानुक्रमणिका परवेइ परोप्परं २१८ परं परंमुह २१८ पलिहो पसय्ह पहरह पाओ, पायो २१८ पातो
२१३ २१८
दिवास्तं
२१५
~
दुटु
२१७
~
वेणइआ
२१२
व
दु? णियमह दुन्न यो दुहओ, दुहा दूहवो
२१४ २१७
. . c
सह
२१८
२१८
२१७
our or a wor or or w
सक्ख
~
थुवं
पिह
२१८
पुणरुतं
~
सज्जो सद्धि सन्निवेसो सपक्खि समं
पुणरधि
~
२१४
२१८
पुरओ
~
२१८
पुरस्था
२१८
पुरा
२१८ २१८
सया
२१८
सयं
~
णागओ निग्गओ निम्मल्लं निविसह नीसहो पगे पच्चुअ पच्छा पतिट्ठा परज्जु परसवे पराधाओ पराजिणइ पतिट्टा, परिहा पडिआरो पडिमा पडिरुवं परिगम परितो परिवुडो परिहरह परुप्परं
२१८ २१८
पुहं पेच्च बहिद्धा बहिया बहि भुजो
~ ~ ~
~ ~ ~ 2000.29 ५०० - १४७
~ ~ ~ ~ ~ ~ ~ ~ ~ on
२१८
ow morwwwr or or orm
मग्गतो
२१८ २१४ २१८
मणयं
२१५
सवओ सह सहसा सिस, सिय सुअरं सुवत्थि सुषे सूहवो सेवं संखिवा संखितं हवं
।
.
.
.
२१८ २१८ २१८
मा
२१५
मुसा
२१८
२१४ २१८ २१४
मोदउल्ला
२१८
हो
२१८
२१५
रहो
२१८ . लहु - . ---२१८
वइक्तो २१४
।
२१८
-
-

Page Navigation
1 ... 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566