Book Title: Abhinav Prakrit Vyakaran
Author(s): N C Shastri
Publisher: Tara Publications

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Page 533
________________ ५०२ बुंदें बुंदारया बुंदावण ४५, १०२ ४५ ४५,१०२ ३० १३१ १०५ ४९ ५७ ७७ १०७, १२८ वेंट ४६, १०१, १०३ वेडिसो २८,८५,११४ वेणुट्ठी वेणू वेहू वेरं बुंदुं वुहफ्फइ वेणा बेलिओ कुंठो वेज्जं वेज्जो वेल्ली, वल्ली वेलू वेलवणं वेल्लं मो वेसलिअं वेसवणो वेसिओ वेसिअं वेपाअणो संपा वेदव्वं ६३ ११२ ३५ ४८, १०७ ३०, ८६ ११२ १४ ३५ १२१ १३८ ४९, १०७ ४९ १०७ ४९ १०७ ४८,१०७ वोक्तं वॉट, वोटं ४६, १०३ वैंक, क फइ वसिओ सिय वंसो सभढं सअणं सआ सइ सइरं सई सउण सउरा सउहं सकलं सक्कअं सक्क सकारो 'सक्कालो को परिशिष्ट सक्खं सङ्घी सचावं सच्चं सच्छा हं सज्जो ४२ सढा ढो सज्झसं सभाओ सभो सज् सञ्झा १७ सड्ढा १७ सण्डो ६६ ५१ ६१ ३३ ३३, ४३, १०० १०६ ५१ ३३ ८८ ५३ ५०, १०८ १०, १०८ ११० १९ ७४ १९, ७४ ६४, १२० २१ १५, २५ १६ ५२ ७५, १२६ १२० २२, ६७ १२६ ७८, १२८ १२८ १२८ १६ ५७, ११२ सह सण्णा सणिच्छरो सत्तरी सत्तावीसा सत्तअं सहो १३६ १६, ६६ सम्म ढो सयल सरअ सररुहं सरि ५६ सरो सद्धा सन्तो सप्पओ सप्पो सफं समत्तं समरी समलं समरो समवाओ सम्म १५ समिद्धी २७, ४४, १०० मुद्दो ६८ २६ ५७, ११२ ८ २५ १०७ १०५ ६८, ९५, १३३ सरोरुहं ६९. सवलो १०६ ११४ २२ १९ ६६, ६८, १२२ सरिअ २४ सरिच्छो २८, ७३, १०५ सरिया २४ सरिसो १०५ ६७, ८० १०७ ६१ २३ १५ ६७ ५४ ७९, १३० ७९ ६१ ६१ १२१ ५२

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