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अभिनव प्राकृत-व्याकरण
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जअंड
जप
जिल्प
जंभा जग्ग जज्जर
जण
जम
जम्म
जय जर
जल जव जह
जा
त्वर
त्वरा करना, शीघ्रता करना
बोलना, कहना जिम्भ
जंभाई लेना जागृ
जागना, नींद से उठाना जिर्जरय
जीर्ण करना, खोखला करना जनय
उत्पन्न करना यमय
काबू में लाना, नियन्त्रण करना जिन्, जम् उत्पन्न होना; खाना, भक्षण करना जि, यत्
जीतना, पूजा करना
जीर्ण होना, पुराना होना, बूढ़ा होना ज्वल
जलना, दग्ध होना Vयापय , जप गमन करना, भेजना; जाप करना हा
त्यागना, छोड़ना जन्, या उत्पन्न होना; जाना, गमन करना Vज्ञा .
जानना, समझना, ज्ञान प्राप्त करना
साफ करना, मार्जन करना पाच, यातय प्रार्थना करना, मांगना पीड़ना,
यन्त्रणा करना Vजीव
जीना, प्राणधारण करना जीतना, वश करना
जीमना, भोजन करना लस्ज्
लज्जा करना
देना, अर्पण करना Vध , खिद् , जूर क्रोध करना, गुस्सा करना; खेद
करना; सूखना, झुरना Vश
देखना द्युत् , योजय प्रकाशित होना; जोड़ना, युक्त करना Vयुध्
लड़ना, युद्ध करना
जाण जाम जाय
मज्
जिअ, जीव जिण जिम, जेम
सं+तप वि + Vलप्.....
संतप्त होना, संताप करना विलाप करना, बकवाद करना