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प्र० पु०
म० पु०
उ० पु० धुविसु, धुवामु, धुवमु
धुविमो, धुवामो, धुवमो
विशेष - आज्ञार्थ में एस्व होने पर धुवेउ, धुवेन्तु इत्यादि रूप होते हैं ।
क्रियातिपत्ति
म० पु०
एकवचन
धुवउ
धुवहि, धुवसु, धुवेज्जसु, धुवेज्जहि, धुवुज्जे, धुव
एकवचन
प्र० पु० धुवेज्ज, धुवेज्जा, धुवन्तो,
धुवमाणो
उ० पु०
अभिनव प्राकृत व्याकरण
विधि एवं आज्ञार्थ
बहुवचन
धुवन्तु
धुवद्द
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एकवचन
प्र० पु० हसीअर, हसीअए
हसिज्जइ, हसिज्जए
म० प्र० इसीअसि, हसीअसे
इसिज्जसि, इसिजसे
उ० पु० हसीअमि, हसीआमि इसिजमि, इसिज्जामि
बहुवचन
धुवेज्ज, थुवेज्जा, थुवन्तो, धुवमाणो
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२८७
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धातुओं के कर्मणि रूप
( २८ ) धातुओं के कर्मणि रूपों में वर्तमानकाल और विधि एवं आज्ञार्थ में धातु प्रत्ययों के पूर्व ईअ और इज्ज विकरण जुड़ जाते हैं। पर यह नियम उन्हीं धातुओं के लिए है, जिन धातुओं के स्थान पर आदेश - धात्वादेश नहीं होता है । भविष्यत्काल और क्रियातिपत्ति के रूप कर्त्तरि के समान ही होते हैं ।
हस (हँसना ) - वर्तमान
बहुवचन
इसी अन्ति, हसीअन्ते, इसी इरे हसिज्जन्ति, हसिज्जन्ते, हसिज्जिरे इसी इस्था, इसी अद्द इसिज्जित्था, इसिजह
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इसीअमो, इसी आमो, इसीइमो इसिअमु, इसीभामु, हसीइमु इसीअम, इसीआम, इसी इम इसिज्जमो, इसिज्जामो, हसिज्जिमो; हसिज्ज, हसिज्जामु, इसिज्जि हसिम, इसिज्जाम, इसिज्जिम