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६. रंगों का ध्यान और स्वभाव-परिवर्तन
१. • अंधकार के रंग लक्ष्मी के पास आकर बोले-हमारा सहयोग
करें। लक्ष्मी ने पूछा-तुम्हें प्रिय कौन? उन्होंने कहा-* खुद्दो साहसिओ नरो
* निस्संसो अजिइंदिओ * गेही पओसे य सढे * पमत्ते रसलोलुए * वंके वंकसमायारे * मिच्छदिट्ठी अणारिए * उप्फालग दुट्टवाई
* तेणे यावि य मच्छरी। लक्ष्मी ने कहा-मैं जाऊंगी, पर अलिंद में रहूंगी, भीतर नहीं। फलतः मन की अशान्ति। प्रकाश के रंग लक्ष्मी के पास आकर बोले-हमारा सहयोग करें। लक्ष्मी ने पूछा-तुम्हें प्रिय कौन? उन्होंने कहा- * नीयावित्ती अचवले
* अमाई अकुऊहले * पियधम्मे दढधम्मे * पयणुकोहमाणे य * पसंतचित्ते दंतप्पा * उवसंते जिइंदिए * तहा पयणुवाई य
* वज्जभीरू हिएसए। फलतः-मन की शान्ति।
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