Book Title: Abhamandal
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Adarsh Sahitya Sangh

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Page 253
________________ यह ऊपरी मस्तिष्क को पोषण देने वाला रंग है । यह पित्त को प्रभावित करता है, कार्यवाही नाड़ी मंडल को सुस्त बनाता है। यह रक्त की शुद्धि और हड्डियों की वृद्धि में सहायक होता है। हिंसात्मक पागलपन से छुटकारा पाने के लिए यह वर्ण बहुत उपयोगी । यह प्रेरणादायक और अत्यधिक भूख पर नियन्त्रण स्थापित करने में सहयोग देता है । यह स्वास्थ्य का प्रतीक और स्वाधिष्ठान चक्र को संयमित करता है । कुछ विद्वान् मानते हैं कि बैंगनी प्रकाश ध्यान में दस गुना अच्छा होता है। आधे कांच से बैंगनी प्रकाश डाला जाय तो ध्यान - शक्ति में विकास होता है । हल्का पीला या हरा पीला ( Leman) यह मस्तिष्क को उत्तेजित करने वाला वर्ण है । थाइमस ग्लैण्ड में यूरेनियम होता है । यह शारीरिक संवर्धन में सहायक होता है। जब यूरेनियम पूरा हो जाता है, तब वृद्धि रुक जाती है । यह रंग थाइमस ग्लैण्ड को सक्रिय बनाता है। इसमें हरे और पीले रंग दोनों रंगों के गुण होते हैं । चक्र और वर्ण १. मूलाधार इसका वर्ण पीला और तत्त्व पृथ्वी है । सुषुम्ना यहां खुलती है और कुंडलिनी का प्रवेश यहां से होता है। २. स्वाधिष्ठान इसका वर्ण नारंजी और तत्त्व जल है । इसी के द्वारा ओरा - आभामंडल का निर्माण होता है । यह चक्र सूर्य की किरणों तथा आल्ट्रा-वायलेट प्रकाश की किरणों से ऑक्सीजन के साथ विशुद्ध प्राण तत्त्व लेता है । नाड़ी - संस्थान से वह प्राण- तत्त्व सारे शरीर में प्रवाहित होता है। अतिरिक्त तथा काम में ले Jain Education International For Private & Personal Use Only आभामंडल २४३ www.jainelibrary.org

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