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वृत्तमौक्तिक
कवि-वंश-परिचय
चन्द्रशेखर भट्ट वासिष्ठ-वंशीय' लक्ष्मीनाथ भट्ट के पुत्र हैं । ग्रंथकार ने अपने पूर्वजों में वृद्धप्रपितामह रामचन्द्र भट्ट , पितामह रायभट्ट' और पितृचरण लक्ष्मीनाथ भट्ट का उल्लेख किया है ।
भट्ट लक्ष्मीनाथ ने प्राकृतपिंगलसूत्र की टीका 'पिंगलप्रदीप' में अपना वंशपरिचय इस प्रकार दिया है -
भट्टः श्रीरामचन्द्रः कविविबुधकुले लब्धदेहः श्रुतो यः श्रीमान्नारायणाख्य: कविमुकुटमणिस्तत्तनूजोऽजनिष्ट । तत्पुत्रो रायभट्टः सकलकविकुलख्यातकीत्तिस्तदीयो लक्ष्मीनाथस्तनूजो रचयति रुचिरं पिंगलार्थप्रदीपम् ।।
[ मंगलाचरण पद्य ५ ] इस आधार से ग्रंथकार का वंशवृक्ष इस प्रकार बनता है :
रामचन्द्र भट्ट
नारायण भट्ट
राय भट्ट
लक्ष्मीनाथ भट्ट .
चन्द्रशेखर भट्ट
. १-लक्ष्मीनाथ सुभट्टवर्य इति यो वासिष्ठवंशोद्भवस्तत्सूनुः कविचन्द्रशेखर इति प्रख्यातकीतिर्भुवि ।
[ वृत्तमौक्तिक प्रशस्ति: ५ ] २-अस्मवृद्धप्रपितामहमहाकविपण्डितश्रीरामचन्द्रभट्टविरचिते .. ।
[ वृत्तमौक्तिक पृ० १०७] ३-अस्मपितामहमहाकविपण्डितश्रीरायभट्टकृते ।
[ वृत्तमौक्तिक पृ० १२१] ४-निर्णयसागर संस्करण और प्राकृतपैङ्गलम् भा० १ में 'रामभट्टः' मुद्रित है, जो कि
अशुद्ध है।