________________ भाषाटीकासहित.. 13 गुणी, साहस छह गुणा और काम आठ गुणा अधिक. होता है / / 4 // तथाच / जल्पन्ति साईमन्येन पश्यन्त्यन्यं सविभ्रमाः॥ ह्रदये चिन्तयन्त्यन्यं न स्त्रीणामेकतोरतिः॥५॥ अर्थ-दूसरेक साथ भाषण करती हैं, दूमरेको विलास पूर्वक देखती हैं, और हृदयमें दूसरेही की चिन्ता करती हैं, स्त्रियों की प्रीति एकसे नहीं रहती // 5 // _ स्त्रियोंके मूर्ख रहनसे दोषोंकी वृद्धि होजाती है, कि जिससे अंग प्रत्यंगमें दुष्टता भरजाती है, वह दुष्टः ता सबके दुःखका हेतु हो जाती है. मुखशिष्योपदेशेन दुष्टास्त्रीभरणेन च // दुःखितैःसंप्रयोगेण पण्डितोप्यवसीदति // 6 // अर्थ-मूर्ख शिष्यको पढानेसे, अधमा नारीके पालनेसे और दुःखियोंके साथसे, पण्डित जनभी दुःख पाते हैं // 6 // P.PiAc. Gunratnasuri M.S Jun Gun Aaradhak Trust