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९४ । स्मरण कला
(६) पलं-घडी के साठ समान भाग ।
७ विपल-पल के साठ समान भाग । (८) घण्टा-दिन के चौबीस समान भाग । 18) मिनट-- घण्टा के साठ समान भाग । (१०) सैकिण्ड-मिनट के साठ समान भाग ।
चढता क्रम अथवा उत्तरोत्तर मोटे विषय१ एक, दो, तीन, चार, पाँच, छह, सात, पाठ, नव, दश आदि
मख्या । २ एक, तीन, पाँच, सात, नव, ग्यारह आदि विषम संख्या । ३ दो, नार, छह पाठ, दश, बारह आदि सम सख्या । ४. एक, दो, चार, पाठ, सोलह, बत्तीस, चौसठ आदि द्विगणित
होती हुई सख्या। ५ एक, तीन, नव, सत्तावीस, इक्यासी, दौ सौ तियाँलिस आदि
त्रिगुरिणत सख्या। ६. एक, चार, सोलह, चौसठ, दो सौ छप्पन आदि चौगुनी होती
हुई सख्या । ७. एक, दस, सौ, हजार, दस हजार, लाख, दस लाख, करोड, दस
करोड, अरब, दस अरब आदि दस गुनी होती हुई सख्या । ८. मनुष्य, कुटुम्ब, ज्ञाति, समाज, राष्ट्र और विश्व (रचना)। ९. हवालदार, मुखिया, कोटवाल, पटवारी, मामलतदार, जिला
धीश, प्रान्ताधिकारी, राजा (अधिकार) १०. कोठरी, मंजिल, मकान की मञ्जिल, सकडी गली, मोहल्ला,
ग्राम, इलाका, जिला, प्रान्त, देश, खण्ड, दुनियाँ (स्थल विभाग)
उतरता क्रम अथवा क्रमशः उतरते विषय-उपर्युक्त हरेक विषय उल्टे क्रम से लेने पर उनका क्रम उल्टा गिना जाता है। जैसे कि१. दस, नव, पाठ, सात, छह, पाँच, चार, तीन, दो, एक । २. नव, सात, पाँच, तीन, एक । ३. वारह, दस, आठ, छह, चार, दो, एक । , . ४. चौसठ, वत्तीम, सोलह, आठ, चार, दो, एक । ५ इक्यासो, सत्तावीस, नव, तीन, एक ।