________________ 56 अंक Jain Education International लेख प्राच्यभारती का अधिवेशन रघुवंश की अज्ञात जैन टीका पूज्यश्री मंगल ऋषि जी दुर्भाग्य में से सौभाग्य प्राप्त करें डॉ० भयाणी के व्याख्यान चातुर्मास व्यवस्था में सुधार कीजिए हम क्रान्ति का आह्वान करें पूज्य श्री जिनविजयेन्द्र सूरि जी प्रत्येक आत्मा परमात्मा है श्री अतरचन्द जैन साधुओं का शिथिलाचार साहित्य और साहित्यिक सस्ता और सुलभ भोजन २६वां प्राच्यविद्या विश्व सम्मेलन शुद्धि प्रयोग की झांकी मेरी पंजाब यात्रा ऋषिभाषित का परीक्षण वसंत ऋतु का आहार-विहार For Private & Personal Use Only श्रमण : अतीत के झरोखे में लेखक डॉ० नवरत्न कपूर श्री अगरचन्द नाहटा श्री कृष्णचन्द्राचार्य मुनिश्री संतबाल जी श्री श्रीप्रकाश दुबे श्री अन्नराज जैन श्री चांदमल कर्णावट श्री शंकरमुनि पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री श्री ओमप्रकाश अग्रवाल श्री सौभाग्यमल जैन संत विनोबा डॉ० कौशल किशोर जैन डॉ० नारायण हेमनदास सम्तानी मुनि श्री नेमिचन्द जी श्री श्रीप्रकाश दुबे श्री मनोहरमुनि शास्त्री वैद्यराज श्री सुन्दरलाल जैन & : : : : : : : : : : : 2 ई० सन् 1963 1963 1963 1963 1963 1963 1963 1963 1963 1963 1964 1964 1964 1964 1964 1964 1964 1964 पृष्ठ 26-30 31-33 38-40 9-14 19-20 21-23 24-27 28-30 31-33 35-36 9-13 15-28 35-39 3-8 9-13 14-23 26-31 34-35 15 www.jainelibrary.org : : : : : : 15