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लेख
स्याद्वाद की अवधारणा : उद्भव एवं विकास ब्रह्माणगच्छ का इतिहास
पंचेन्द्रिय संवाद : एक आध्यात्मिक रूपक काव्य प्रद्युम्नचरित में प्रयुक्त छन्द- एक अध्ययन
जैनों में साध्वी प्रतिमा की प्रतिष्ठा-पूजा व वन्दन Nirgrantha Doctrine of Karma: A Historical Perspective Guṇavrata and Upāsakadaśānga जैन आगमों की मूलभाषा : अर्धमागधी या शौरसेनी दशाश्रुतस्कंधनियुक्ति : अन्तरावलोकन षट्प्राभृत के रचनाकार और उसका रचनाकाल
जैन आगमों में धर्म-अधर्म (द्रव्य) : एक ऐतिहासिक विवेचन
पंचकारण समवाय अड्डालिजीय गच्छ
जर्मन जैन श्राविका डॉ० शार्लोटे क्राउझे Aştakaprakaraṇa: An Introduction Navatattvaprakaraṇa
श्रमण : अतीत के झरोखे में
लेखक
डॉ० सीताराम दुबे
डॉ० शिवप्रसाद
सं० डॉ० मुन्नी जैन कु० भारती
महेन्द्र कुमार जैन 'मस्त'
Dr. A. K. Singh
Dr. Rajjan Kumar डॉ० सागरमल जैन
डॉ० अशोक कुमार सिंह
डॉ० के० आर० चन्द्र
डॉ० विजय कुमार डॉ० रतनचन्द्र जैन
डॉ० शिवप्रसाद
श्री हजारीमल बांठिया
Dr. Ashok Kumar Singh
Dr. Shriprakash Pandey
वर्ष
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अंक
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ई० सन्
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पृष्ठ
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१४-५०
५१-६७
६८-८०
८२-८५
89-103
104-108
१-२८
३१-४४
४५-५२
५३-७२
७३-८०
८१-८२
८३-९२
107-118
1-28