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श्रमण : अतीत के झरोखे में
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लेख
आध्यात्मिक खोज आर्षप्राकृत का व्याकरण
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क्रांतिकारी महावीर जीव और जगत् जीवन दृष्टि जैन त्यागी वर्ग के सामने एक विकट समस्या जैन धर्म विषयक भ्रातियां जैन संस्कृति और मिथ्यात्व डॉ० नेमिचन्द्र जी शास्त्री और 'अरिहा' शब्द तप क्या है ? नालन्दा या नागलन्दा पुलिस भारतीय वाङ्गमय में प्राकृत भाषा का महत्त्व महाराष्ट्री प्राकृत
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ई० सन् १९६० १९६६ १९६६ १९६७ १९६७ १९६१ १९६० १९६० १९५९ १९५७ १९५४ १९६९ १९६७ १९७४ १९६७ १९६८ १९६८
४१-४४ १३-१५ १८-२० ४०-४५ १९-२७ ४० ३२-३६ १४-१९ ११-१३ ७-८ ६-१६ ५.८
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