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लेख मंजूसिंह
सूत्रकृतांग में प्रस्तुत तज्जीव तच्छरीरवाद
यदुनाथप्रसाद दुबे
बसन्तविलासकार बालचन्द्रसूरि : व्यक्तित्व एवं कृतित्त्व
यमुनादेवी पाठक पारिवारिक जीवन सुखी कैसे हो ? यशपाल जैन
गुणों के आगार यशोविजय उपाध्याय
सच्चा जैन
यू० ए० आसरानी
जैन मिस्टीसिज्म
>).
योगेश कुमार मुनि अध्यात्म आवास-पर्युषण अन्त: प्रज्ञा-शक्ति
आचारांग में सोऽहम की अवधारणा का अर्थ
श्रमण : अतीत के झरोखे में
वर्ष
३५
४२
१
३२
७
२४
२४
३५
३६
३५
अंक
४-६
७
२
६
w 9
७
११
७
ई० सन्
१९८४
१९९१
१९५०
१९८१
१९५५
१९७३
१९७३
१९८४
१९८५
१९८४
पृष्ठ
१५-२३
२१-३२
२९-३३
४१-४३
२५-२६
२७-३८
३२-४१
७-१६
२-४
१-१०